ग्रामीणों के लिए मेडिकल किट बनी संजीवनी, घर पर ही उपचार कर दे रहे कोरोना को मात

-मेडिकल किट से घर पर उपचार के साथ-साथ ग्रामीणों की जागरूकता से धीमी पड़ी कोरोना की रफ्तार
-कोविड लक्षण वालों का मेडिकल किट से उपचार में ग्रामीण मेडिकल प्रेक्टिशनर निभा रहे सक्रिय भूमिका
-जिला के ग्रामीण क्षेत्र में 24 हजार से अधिक मेडिकल किट का हो चुका वितरण

सतीश बंसल सिरसा, 26 मई।

ग्रामीण क्षेत्र में मेडिकल किट(कोविड दवाई) से उपचार व लोगों की जागरूकता ने कोरोना की रफ्तार को धीमा कर दिया है, जिससे कोरोना मामलों में लगातार कमी दर्ज की जा रही है। ग्रामीण क्षेत्र में कोविड लक्षण लोगों के लिए मेडिकल किट संजीवनी साबित हुई है। बुखार, खांस, जुकाम आदि कोरोना लक्षण वाले मरीजों ने मेडिकल किट से घर पर ही उपचार करके कोरोना को मात दी है। अब तक जिला के गांवों में साढे चौबीस हजार मेडिकल किट का वितरण किया जा चुका है।
दूसरी लहर में शहर के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्र में कोरोना का फैलाव सरकार व प्रशासन के लिए चिंता विषय बन गया था। सरकार की ओर से ग्रामीण क्षेत्र में कोरोना की रफ्तार को रोकने के लिए आइसोलेजशन सैंटर, ट्रेकिंग, टेस्टिंग आदि अनेक प्रभावी कदम उठाए गए। इसी कड़ी में सिरसा के ग्रामीण क्षेत्र में कोविड लक्षण वाले मरीजों को घर द्वार पर मेडिकल किट का वितरण एक अनूठी पहल की गई, जिसके सार्थक परिणाम सामने आए। बिजली मंत्री रणजीत सिंह के आह्वान पर सामाजिक संस्थाओं ने मेडिकल किट तैयार करने में सहयोग किया। उपायुक्त प्रदीप कुमार के कुशल मार्गदर्शन में गांव के हर कोविड लक्षण वाले व्यक्ति तक मेडिकल किट पहुंचाकर समुचित वितरण किया गया। अब तक जिला में 24 हजार से अधिक मेडिकल किटों का वितरण हो चुका है।
मेडिकल किट की दवाई लेकर घर पर ही दी कोरोना को मात :
ग्रामीण क्षेत्र में कोविड लक्षण वाले मरीजों ने घर पर ही मेडिकल दवाईयों से अपना उपचार किया और स्वस्थ हो गए।   गांव साहुवाला के मेडिकल प्रेक्टिशनर इंद्रपाल ने बताया कि उन्हें गांव में चार कोविड लक्षण के लोगों को मेडिकल किट दी थी। मरीजों ने दवाई का सही उपयोग किया और बचाव उपायों की पालना की, जिससे वे पूरी तरह से स्वस्थ हो गए। उन्होंने बताया कि गांव की बिमला देवी व रोहताश कुमार को बुखार, खांसी आदि कोविड लक्षण थे। इनका मेडिकल दवाईयों से घर पर ही उपचार किया गया। अब दोनों पूरी तरह से स्वस्थ हैं। मेडिकल प्रेक्टिशनर इंद्रपाल ने बताया कि मेडिकल किट से न केवल लोग घर पर ही स्वस्थ हुए बल्कि इससे संक्रमण की रफ्तार भी धीमी पड़ी है। गांव में ही लोगों को कोरोना का उपचार मिलने के चलते जहां शहर में अस्पतालों पर दबाव कम हुआ, वहीं रिकवरी रेट भी बढा।  
कोविड लक्षण वालों के इलाज में मेडिकल प्रेक्टिशनर ने निभाई सक्रिय भूमिका :
ग्रामीण क्षेत्र में कोविड लक्षण वालों का मेडिकल किट से उपचार करने में मेडिकल प्रेक्टिशनर ने सक्रिय भूमिका निभाई। मेडिकल प्रेक्टिशनर ने न केवल लोगों के उपचार में मदद की, इसके साथ ही ग्रामीणों को कोरोना को लेकर जागरूक भी किया। बिजली मंत्री रणजीत सिंह व उपायुक्त प्रदीप कुमार की उपस्थिति में बाकायदा ग्रामीण मेडिकल प्रेक्टिशनर को डॉक्टरों से कोरोना उपचार के लिए प्रशिक्षण दिया गया था। इसके साथ ही मेडिकल प्रेक्टिशनर को मेडिकल किट भी दी गई थी।