पंचांग 24 मई 2021
नारद पुराण के अनुसार सोमवार व्रत में व्यक्ति को प्रातः स्नान करके शिव जी को जल और बेल पत्र चढ़ाना चाहिए तथा शिव-गौरी की पूजा करनी चाहिए. शिव पूजन के बाद सोमवार व्रत कथा सुननी चाहिए. इसके बाद केवल एक समय ही भोजन करना चाहिए. साधारण रूप से सोमवार का व्रत दिन के तीसरे पहर तक होता है. मतलब शाम तक रखा जाता है. सोमवार व्रत तीन प्रकार का होता है प्रति सोमवार व्रत, सोम प्रदोष व्रत और सोलह सोमवार का व्रत. इन सभी व्रतों के लिए एक ही विधि होती है.
नोटः आज श्री सोम प्रदोष व्रत है।
विक्रमी संवत्ः 2078,
शक संवत्ः 1943,
मासः वैशाख,
पक्षः शुक्ल पक्ष,
तिथिः त्रयोदशी रात्रि 12.12 तक है,
वारः सोमवार,
नक्षत्रः चित्रा प्रातः 09.49 तक हैं,
योगः व्यातिपात प्रातः 11.12 तक,
करणः कौलव,
सूर्य राशिः वृष,
चंद्र राशिः तुला,
राहु कालः प्रातः 7.30 से प्रातः 9.00 बजे तक,
सूर्योदयः 05.30,
सूर्यास्तः 07.06 बजे।
विशेषः आज पूर्व दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर सोमवार को दर्पण देखकर, दही,शंख, मोती, चावल, दूध का दान देकर यात्रा करें।