कोविड प्रबंधन: प्रशासन पर स्पीकर सख्त, स्वैच्छिक कोष से 50 लाख रुपये भी दिए
कोविड प्रबंधन:
- प्रशासन पर स्पीकर सख्त, स्वैच्छिक कोष से 50 लाख रुपये भी दिए
- लॉकडाउन में शराब बेचने वालों ठेकों पर कार्रवाई के निर्देश, पुलिस ने वेलिं्डग कर सील किए
- दवाओं और जरूरी चीजों के मनमाने दाम वसूलने वालों पर शिकंजा
- निजी अस्पताल नहीं बना सकेंगे ज्यादा बिल, कमेटी करेगी निगरानी
पंचकूला, 13 मई:
पंचकूला जिले में कोरोना महामारी को काबू करने के लिए विधान सभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने प्रशासन पर सख्ती बरतने के साथ-साथ स्वैच्छिक कोष से 50 लाख रुपये की राशि उपलब्ध करवाई है। इस अनुदान से स्वास्थ्य विभाग को कोविड स्पेशिफिक ढांचा विकसित करने और आवश्यक उपकरण खरीदने में मदद मिलेगी। गुप्ता ने विधान सभा सचिवालय में पंचकूला जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर स्थिति का जायजा लिया तथा कोरोना पीड़ितों की मदद के लिए दिशा-निर्देश दिए। बैठक में दवाओं और आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता तथा उनके दामों पर विस्तार से चर्चा हुई। अस्पतालों में उपलब्ध बिस्तरों, ऑक्सीजन सिलेंडरों और मेडिकल सुविधाओं का भी ब्योरा लिया गया। लॉकडाउन के बावजूद शराब की बिक्री करने वाले ठेकों को सील करने के निर्देश भी दिए गए।
ज्ञान चंद गुप्ता ने कहा कि उन्हें शिकायतें मिल रही हैं कि लॉकडाउन के बावजूद कुछ ठेकों पर शराब की बिक्री हो रही है। उन्होंने पुलिस एवं आबकारी विभाग के अधिकारियों को सख्ती बरतने के निर्देश देते हुए कहा कि ठेकों के भीतर जितने भी सेल्समैन मौजूद हैं उन्हें बाहर निकाल कर ठेकों को तत्काल प्रभाव से सील किया जाए। बैठक के बाद पुलिस ने ठेकों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई शुरू कर दी। इस सिलसिले में पुलिस ने जिले के गांव मट्टेवाला में एक शराब के ठेके की खिड़कियों को वेल्ड कर सील कर दिया। इसके अलावा अवैध रूप से शराब बेचने वाले छह लोगों के खिलाफ पंजाब आबकारी अधिनियम के तहत केस दर्ज किए गए।
जिले में ऑक्सीजन की कमी नहीं
पंचकूला के डीसी मुकेश आहुजा ने बताया कि जिले में फिलहाल 368 नॉन ऑक्सीजन बैड्स, 351 ऑक्सीजन बैड्स, 110 आईसीयू बैड्स हैं। इसके साथ ही 10 आईसीयू बैड्स बढ़ाने की प्रक्रिया भी पूरी कर ली है। उन्होंने बताया कि जिले में ऑक्सीजन बैड्स पर्याप्त संख्या में हैं। ऑक्सीजन की सप्लाई पर नजर रखने के लिए डीसी दिन में स्वयं 3-4 बार मॉनीटर करते हैं। सिविल सर्जन जसजीत कौर ने बताया कि विधान सभा अध्यक्ष ने स्वैच्छिक कोटे से जो 50 लाख रुपये की राशि स्वास्थ्य विभाग को उपलब्ध करवाई है उससे पंचकूला में प्रशिक्षित स्टाफ आएगा और वेंटिलेटर का सामान खरीदा जाएगा। इस रकम से होम आइसोलेशन वाले मरीजों के लिए भी उपकरण खरीदे जाएंगे।
विधान सभा अध्यक्ष ने आवश्यक वस्तुओं को निर्धारित दामों से अधिक पर बेचने वालों पर सख्त कार्रवाई करने को कहा है। उन्होंने उदाहरण दिया कि नारियल की मांग बढ़ने के कारण अनाप-शनाप दाम वसूले जा रहे हैं। ऐसा करने वालों पर कार्रवाई होनी चाहिए। अध्यक्ष ने कहा कि जो बीपीएल कार्डधारक होम आइसोलेशन में रह रहे हैं उन्हें सरकार की ओर से मुफ्त मेडिकल किट प्रदान की जा रही है। उन्होंने इस कार्य में तेजी लाने की बात कही। उन्होंने कहा कि इस किट में बेहतर परिणाम के लिए मेडिकल उपकरण अच्छी गुणवत्ता वाले होने चाहिए।
ज्ञान चंद गुप्ता ने पंचकूला के डीसी मुकेश आहुजा से जिले में कोरोना बैड्स, ऑक्सीजन बैड्स, वेंटीलेटर बैड्स, निजी अस्पतालों में कोरोना के लिए आरक्षित बिस्तरों और ऑक्सीजन की उपलब्धता आदि के बारे में विस्तार से चर्चा की। स्पीकर ने निजी अस्पतालों में भर्ती सरकारी कर्मचारियों के मनमाने बिल बनाने का मामला भी अधिकारियों के संज्ञान में लाया। ऐसी कारगुजारियों को रोकने के लिए गठित कमेटी को कार्रवाई तेज करनी चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि निजी अस्पतालों में बिस्तरों की उपलब्धता और उनके द्वारा काटे जा रहे बिलों आदि की रैंडम चैकिंग की जाए।
इस दौरान अस्पतालों में भर्ती मरीजों से मिलने आ रहे परिचितों को रोकने के लिए भी हिदायत दी गई। ज्ञान चंद गुप्ता ने लोगों से अपील की है कि आवागमन कम से कम हो ताकि संक्रमण को फैलने से रोका जा सके। उन्होंने कहा कि इस कार्य के लिए पर्याप्त प्रबंध करते हुए एक समय निर्धारित करना चाहिए जिससे कि तय खुले स्थान पर तीमारदार अपने मरीज से मिल सकें। इससे अभिभावकों की चिंता भी दूर होगी और एक व्यवस्था भी बनी रहेगी।
बैठक में जिला उपायुक्त मुकेश कुमार आहूजा, पुलिस आयुक्त सौरभ सिंह, पुलिस उपायुक्त मोहित हांडा, एसीपी विजय कुमार नेहरा, डीईटीसी प्रदीप यादव समेत अनेक अधिकारी उपस्थित रहे।
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