Friday, December 27

सतीश बंसल सिरसा।:

जल संरक्षण सिर्फ कहने से ही संभव नहीं है, बल्कि इसके लिए धरातल पर काम जरूरी है। ललक व इच्छा से ही ये संभव होता है। इन पंक्तियों को सार्थक सिद्ध कर रही हैं, गांव शाह सतनाम जी पुरा की सीमा इन्सां। सीमा इन्सां लोगों को घर-घर जाकर बेशकीमती जल बचाने के लिए प्रेरित कर रही हैं। इसके साथ ही वे जल बचाने के उपाय भी सूझा रही हैं।

                दरअसल सरकार ने पानी की बचत को ध्यान में रखते हुए पंचायत स्तर पर जल जीवन सुरक्षा मिशन के तहत फैसिलिटेटर नियुक्त किए हैं। गांव शाह सतनाम जी पुरा में फैसिलिटेटर सीमा इन्सां

रोजाना अपने घर के कामों को निपटा कर लोगों को घर-घर जाकर जल की बचत के लिए प्रेरित कर रही हैं। इसके तहत वे लोगों को बताती हैं कि किस प्रकार छोटी-छोटी सावधानियां बरत कर रोजाना सैकड़ों लीटर पानी की बचत की जा सकती है। सीमा इन्सां कहती हैं कि नल को कभी भी खुला ना छोड़े। उन्होंने कहा कि पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां के वचन हैं कि पानी की ज्यादा से ज्यादा बचत करनी चाहिए। बेकार में पानी न बहायें। ऐसा करने से हम 6 लीटर हर एक मिनट में पानी बचा सकते है। नहाते समय भी बाल्टी से पानी को व्यर्थ ना बहायें। नहाने के लिए शावर की जगह बाल्टी का उपयोग करें। उनका कहना है कि यदि पानी है तो ही हम सुरक्षित हैं। यदि पानी नहीं रहेगा तो हमारा जीवित रहना भी असंभव हो जाएगा। इसके अलावा वे पक्षियों के लिए जल और दाना-पानी का प्रबंध करने की भी अपील कर रही हैं।

ऐसे करें पानी की बचत

  • जब भी ब्रश करें, दाढ़ी बनायें, सिंक में बर्तन धोएं, तो जरूरत न होने पर नल बंद रखे, बेकार में पानी न बहायें।
  • नहाने के लिए शावर की जगह बाल्टी का उपयोग करें।
  • जहां कहीं भी नल लीक करे, उसे तुरंत ठीक करवाएं।
  • लो पावर वाली वाशिंग मशीन उपयोग करें, इससे पानी की बचत होती है एवं बिजली भी कम लगती है।
  • पौधों में पानी पाइप की जगह वाटर कैन से डालें।
  • ऐसा फ्लश लगवाएं, जिसमें पानी का फोर्स कम हो।
  • नालियां हमेशा साफ रखें।