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पंचांग 24 मार्च 2021

आज 24 मार्च है. आज बुधवार है. बुधवार को गणेश जी की पूजा की जाती है. गणेश जी की पूजा करने से सभी कष्ट दूर होते हैं और कार्य सफल होते हैं.

विक्रमी संवत्ः 2077, 

शक संवत्ः 1943, 

मासः फाल्गुन, 

पक्षः शुक्ल पक्ष, 

तिथिः दशमी प्रातः 10.24 तक है, 

वारः बुधवार, 

नक्षत्रः पुष्य रात्रि 11.12 तक है, 

योगः अतिगण्ड प्रातः 11.41 तक, करणः गर, 

सूर्य राशिः मीन, 

चंद्र राशिः कर्क, 

राहु कालः दोपहर 12.00 बजे से 1.30 बजे तक, 

सूर्योदयः 06.25, 

सूर्यास्तः 06.30 बजे।

विशेषः आज उत्तर दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर बुधवार को राई का दान, लाल सरसों का दान देकर यात्रा करें।

पुलिस फाइलें, पंचकुला – 22 मार्च

कमिश्नरेट पचंकूला – दिनांक 22 मार्च 2021

पचंकूला पुलिस नें जुआ खेलते हुए पाँच आरोपियो को किया गिरफ्तार

                    पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया कि पचंकूला पुलिस नें सार्वजनिक स्थान पर जुआ खेलना,शराब पीनें वालो के खिलाफ कडी कार्रवाई हेतु अभियान चलाया हुआ है जिस अभियान के तहत कडी कार्रवाई हेतु पुलिस थाना रायपुररानी पचंकूला की टीम नें जुआ खेलते हुए चार आऱोपियो को गिरफ्तार किया गया । गिरफ्तार किये गयें आरोपियों की पहचान सुरेन्द्र कुमार पुत्र हेरमुख वासी रायपुरानी पचंकूला, श्याम लाल पुत्र पन्ना राम वासी रामपाल कालौनी रायपुररानी , सतपाल पुत्र फकीर सिह वासी रायपुरानी तथा सुनील कुमार पुत्र बालक राम वासी रायपुररानी के रुप में हुई ।

घटना थाना रायपुररानी :-  दिनाक  22.03.2021 को पुलिस थाना रायपुररानी पचंकूला की टीम अपराधो की रोकथाम हेतु गस्त पडताल करते हुए बस अडडा रायपुररानी पंचकूला में मौजुद थी तभी मुखबर खास मे सुचना दी की शमसान घाट रायेपुररानी के पीछे खुली जगह में बजरिया ताश दांव पर रकम लगाकर जुआ खेल रहे है जो पुलिस की पार्टी नें सुचना प्राप्त करके नजदीक श्मसान घाट रायपुररानी के पीछे जाकर देखा तो चार व्यक्ति बजरिया ताश रकम जर दांव पर लगाकर जगह सरे आम पर जुआ खेल रहे है जिनमे से एक व्यक्ति कह रहा है कि 100 रुपये की मेरी चाल है । पुलिस की पार्टी नें मौका पर जाकर चारो व्यक्तियो से पुछताछ की गई । जिन्होनें नें अपना नाम पता उपरोक्त बताया । जो उपरोक्त आरोपियो के खिलाफ धारा 13.3.67 जुआ अधिनियम के तहत मामला दर्ज करके उपरोक्त आरोपियो को गिरफ्तार किया गया । गिरफ्तार किये गये आरोपियो से  910 रुपये बरामद करके कार्रवाई की गई ।

घटना थाना सैक्टर 20  :-  दिनाक  22.03.2021 को क्राईम ब्राच सैक्टर 19 पचंकूला की टीम अपराधो की रोकथाम हेतु गस्त पडताल करते हुए अमर टैक्स सैक्टर 19 पंचकुला लाईट प्वाईट पर मौजुद था कि मुखबर खास ने सुचना दी कि साबिर हुसैन पुत्र कादिर मियां वासी गांव अभयपुर फेस 1 सैक्टर 19 पंचकुला सटटा खाईवाली का काम करता है और जो इस समय भी फेस 1 पंचकुला मे गली सरेआम मे स्ट्रीट लाईट की रोशनी मे बजरिया पर्ची सटटा खाईवाली का धन्धा कर रहा है और आने-जाने वाले व्यक्तियों को उंची उंची आवाज देकर कह रहा है कि आओ मेरे पास सटटा लगाओ, और अपनी किस्मत आजमाओ और एक नम्बर से सौ नम्बर तक किसी भी नम्बर पर सटटा लगाओ। अगर नम्बर निकल आया तो एक रूपये के बदले कमिशन काटकर 80 रूपये मिलेंगें और अगर लगाया हुआ नम्बर नहीं आया तो लगाई रकम हजम समझी जायेगी । जिस बारे पुलिस पार्टी को सुचना प्राप्त होनें पर आरोपी उपरोक्त के खिलाफ धारा 13-A-3-67 जुआ अधिनियम के तहत मामला दर्ज  करके कार्रवाई करते हुए आरोपी साबिर हुसैन पुत्र कादिर मियां वासी गांव अभयपुर को गिरफ्तार करके आरोपी से 1850 रुपये बरामद करके कार्रवाई की गई ।

 पचंकूला पुलिस नें रामगढ बीच राह में आमजन की शान्ति भंग करनें वाले आरोपियो को किया गिरफ्तार ।

                    पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया कि पचंकूला पुलिस नें सार्वजनिक स्थान पर जुआ खेलना,शराब पीनें, हगामा करनें वालो के खिलाफ कडी कार्रवाई हेतु अभियान चलाया जा रहा है जिस अभियान के तहत कडी कार्रवाई करते हुए कल दिनाक पुलिस थाना चण्डींमन्दिर की टीम नें आमजन की  शान्ति भंग करनें वाले आरोपियो को गिरफ्तार किया गया । गिरफ्तार किये गयें जवाहर पुत्र सन्कार भयारती वासी बिल्ला चण्डीमन्दिर तथा राजकुमार पुत्र अगंन लाल वासी गुरुनानक कालोनी डेरा बस्सी  के रुप में हुई ।

प्राप्त जानकारी के अनुसार कल दिनाक 22.03.2021 को पुलिस थाना चण्डीमन्दिर की टीम गस्त पडताल करते हुए गावं भानु पचंकूला से रामगढ अड्डा के पास पहुचा तो गाडीयो की लम्बी लाईन लगी हुई थी । जो पुलिस पार्टी नें देखा कि 2 सख्स ऊची ऊची आवाज मे दंगा प्रसाद करके सरकारी जगह सडक सरे आम आमदा रफ्ता मे बाधा डाल रहे थे । जिनको पुलिस पार्टी नें दोनें व्यक्तियो को गिरफ्तार करके आरोपी से पुछताछ कि गई जिन्होने अपना नाम उपरोक्त बताया जो आरोपियो के द्वारा सरे आम आमजन की शान्ति भंग करनें वाले आरोपी को गिरफ्तार करके आरोपियो के खिलाफ धारा 160 भा.द.स के तहत मामला दर्ज करके कार्रवाई की गई ।

इसके अलावा पचंकूला पुलिस पुलिस महानिदेशक के आदेशो की पालना करते हुए कल दिनाक 24.03.2021 को समय 9.00 ए.एम से 3.00 पी.एम बजे तक Police Presence day मनाएगी । जो पुलिस पैदल गस्त करते हुए आम जनता की सुरक्षा हेतु व अपराधो की रोकथाम हेतु चैकिग की जायेगी । पार्को में भीड-भाड वाले इलाको में  गस्त पडताल चैकिग की जायेगी । तथा इसके अलावा कोराना महामारी से बचनें के बारे भी कोविड-19 के नियमों की पालनें करनें बारे अवगत करवायेगी ।

चौपटा खंड के राजकुमार कासनियां बने राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ के राज्य उपप्रधान

सतीश बंसल, सिरसा 23 मार्च :

 सिरसा चौपटा खंड के जुझारू व निष्ठावान शिक्षक राजकुमार कासनियां को राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ की प्रदेश कार्यकारिणी में वरिष्ठ उपप्रधान मनोनीत किया गया  है। इस आशय की जानकारी देते हुए राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ सिरसा के महासचिव इन्द्र जाखड़ ने बताया कि राजकुमार कासनियां चौपटा खंड के राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ के पूर्व प्रधान रह चुके हैं व निरन्तर शिक्षण अधिगम प्रक्रम के हित में समर्पित भाव से कार्य करते रहे हैं। उनकी लगन व शिक्षक समुदाय के प्रति उनके समर्पण को देखते हुए राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ की राज्य कार्यकारिणी ने उन्हें वरिष्ठ उपप्रधान के पद से नवाजा है। उन्हें इस उत्तरदायित्व से नवाजने पर राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला प्रधान बंसीलाल झोरड़ व तमाम जिला कार्यकारिणी ने राजकुमार कासनियां को हार्दिक बधाई प्रेषित की है व आशा जताई कि वे और अधिक समर्पण भाव से शिक्षक समुदाय के हितों के संरक्षण हेतु अपनी सेवाएं देंगे। वहीं जिलाध्यक्ष झोरड़ ने राज्य प्रधान जगजीत सिंह व महासचिव तरुण सुहाग का सिरसा जिले के साथी को प्रदेश स्तरीय जिम्मेवारी देने पर दिल की गहराइयों से आभार व्यक्त किया है।

सोमनाथ भारती दोषी बरकरार, हुई दो साल की सज़ा

अदालत ने ‘आआपा’ विधायक को सार्वजनिक संपत्ति को क्षति पहुंचाने से रोकने की धारा तीन के तहत भी दोषी पाया। इन अपराधों में अधिकतम पांच साल जेल की सजा होती है। इस मामले में अदालत ने भारती के सहयोगियों व सहअभियुक्तों जगत सैनी, दिलीप झा, संदीप सोनू और राकेश पांडे को बरी कर दिया था। यह मामला एम्स के मुख्य सुरक्षा अधिकारी आर.एस. रावत की शिकायत के आधार पर दर्ज किया गया था। भारती ने अदालत से कहा था कि मामले में उन्हें झूठा फंसाने के लिए पुलिस अधिकारियों और अन्य गवाहों ने उनके खिलाफ गवाही दी थी। 

नयी दिल्ली:

दिल्ली की एक अदालत ने अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) के सुरक्षा कर्मचारियों पर हमला करने और सार्वजनिक संपत्ति को नष्ट करने के लिए ‘आआपा’ विधायक सोमनाथ भारती को 2016 के एक मामले में दोषी बरकार रखा। उन्हें जो 2 साल जेल की सजा सुनाई गई थी, उसे जज ने बरकरार रखा।

जज के फैसले के तुरंत बाद दिल्ली पुलिस ने सोमनाथ भारती को हिरासत में ले लिया है।

अदालत ने आईपीसी की धारा 149 और 147 के साथ ही सार्वजनिक संपत्ति अधिनियम, 1984 की धारा 3 के तहत भारती की सजा को बरकरार रखा। हालाँकि, ‘आआपा’ विधायक को IPC के 323 और 353 के आरोपों से बरी कर दिया गया।

एक हास्यास्पद घटना में सोमनाथ भारती ने स्वयं को पीड़ित बताते हुए अपनी तुलना शाईद भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु से करते हुए खुद को उनके समकक्ष खड़ा कर दिया

गौरतलब है कि जनवरी 2021 में दिल्ली की एक अदालत ने आम आदमी पार्टी के विधायक और दिल्ली के पूर्व मंत्री सोमनाथ भारती को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में मारपीट के मामले में दोषी ठहराया था। दिल्ली स्थित राउज एवेन्यू कोर्ट के अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपॉलिटिन मजिस्ट्रेट रवीन्द्र कुमार पांडेय ने 2016 में दर्ज किए गए इस मामले के 4 अन्य आरोपितों को बरी कर दिया। आप विधायक पर एम्स के सुरक्षाकर्मी के साथ मारपीट का आरोप है। अदालत ने भारती को दो साल जेल की सजा सुनाई थी।

सनद रहे : सोमनाथ भारती को करना पड़ेगा ट्रायल का सामना, कोर्ट ने दिया आदेश

एम्स के मुख्य सुरक्षा अधिकारी ने 2016 में सोमनाथ भारती पर सुरक्षाकर्मी से मारपीट का आरोप लगाते हुए हौज ख़ास थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। इस शिकायत के आधार पर पुलिस ने सोमनाथ भारती पर दंगे भड़काने, सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुँचाने, सरकारी काम में बाधा डालने का मामला दर्ज किया था। 

यह भी पढ़ें : यूपी के अस्पतालों में कुत्ते के बच्चे पैदा होते हैं; योगी की मौत निश्चित है, लिखवालों मुझसे: आआपा विधायक सोमनाथ भारती

पिछले दिनों उत्तर प्रदेश पुलिस ने आम आदमी पार्टी विधायक को रायबरेली जाते हुए गिरफ्तार किया था। इस दौरान सोमनाथ भारती ने तैश में आकर पुलिसकर्मियों से बहस शुरू कर दी थी, तभी एक अज्ञात व्यक्ति ने ‘आआपा’ विधायक पर काली स्याही फेंक दी थी। इस घटना के बाद सोमनाथ भारती ने उत्तर प्रदेश पुलिस और मुख्यमंत्री आदित्यानाथ को सरेआम धमकी देना शुरू कर दिया। 

स्याही मुँह पर फेंके जाने से पहले की एक वीडियो में ‘आआपा’ विधायक कहते हैं, “और आपकी वर्दी उतरवाएँगे हम। हम पहचान रहे हैं आपको। जो-जो आज बद्तमीजी कर रहा है मेरे साथ, सबकी वर्दी उतरवाऊँगा मैं। आप हट जाइए यहाँ से।” आगे पुलिस उनसे रुकने को कहती है, जवाब में वह कहते हैं, “किस कानून में लिखा है, किस संविधान में लिखा है। हम कोई अनपढ़ मंत्री हैं?”

आखिर महाराष्ट्र का शो चला कौन रहा है? राज्य में महाविकास अघाड़ी नहीं, बल्कि महावसूली सरकार चल रही है – रविशंकर प्रसाद सिंह

रविशंकर प्रसाद ने महाराष्ट्र सरकार को ‘महावसूली अघाड़ी’ सरकार करार दिया है। केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने महिला आईपीएस अधिकारी रश्मि शुक्ला के पत्र का हवाला देते हुए उद्धव सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि रश्चिम शुक्ला सिविल डिफेंस में डाल दिया गया था। वह इतनी प्रताड़ित हुई थीं कि अंत में डेप्युटेशन पर सीआईएसएफ में चली गईं। केंद्रीय मंत्री ने शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी गठबंधन से कई सवाल पूछे। उन्होंने पूछा महाराष्ट्र का शो कौन चला रहा है? क्या यह महाराष्ट्र के इतिहास की सबसे कन्फ्यूज्ड सरकार है? वसूली ’अघडी की राजनीतिक दिशा क्या है? साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि शरद पवार को राजनीतिक विश्वसनीयता हासिल है लेकिन वह किस मजबूरी में अनिल देशमुख का बचाव कर रहे हैं।

मुंबई/ नयी दिल्ली:

परमबीर सिंह की चिट्ठी को लेकर घमासान जारी है। केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने राज्य के गृहमंत्री अनिल देशमुख पर लगे भ्रष्टाचार और 100 करोड़ रुपये के वसूली के आरोपों पर उद्धव ठाकरे सरकार को घेरा है। रविशंकर प्रसाद ने सवाल किया आखिर महाराष्ट्र का शो चला कौन रहा है? राज्य में महाविकास अघाड़ी नहीं, बल्कि महावसूली सरकार चल रही है।

रविशंकर प्रसाद ने मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में ये बातें कहीं। उन्होंने कहा, ‘भारत के इतिहास में ये पहली बार हुआ कि किसी पूर्व पुलिस कमिश्नर ने लिखा कि राज्य के गृह मंत्री जी ने मुंबई से 100 करोड़ रुपये महीना वसूली का टारगेट तय किया है। जब एक मंत्री का टारगेट 100 करोड़ रुपये है तो बाकी के मंत्रियों का कितना होगा?’ उन्होंने कहा कि शरद पवार ने अनिल देशमुख का बचाव किया है? जो गलत साबित हुआ. अगर पवार अपनी साख बचाए रखना चाहते हैं, तो देशमुख से इस्तीफा लिया जाना चाहिए।

केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा, ‘इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कुछ दस्तावेजों के साथ कहा है कि ट्रांसफर और पोस्टिंग के नाम पर भी वसूली चल रही थी। वो भी छोटे मोटे ऑफिसर्स की ही नहीं, बल्कि बड़े बड़े आईपीएस ऑफिसर्स की भी।’

सीएम उद्धव ठाकरे पर भी लगाए आरोप

रविशंकर प्रसाद ने कहा, ‘उम्मीद थी कि सीएम ठाकरे इस पर कार्रवाई करेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाए सीएम ने रश्मि शुक्ला का ट्रांसफर कर दिया। प्रसाद ने महाविकास अघाड़ी सरकार से सवाल किया कि ये कथिततौर पर वसूली सरकार के लिए थी या गठबंधन पार्टी (शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस) के लिए।

इससे पहले देवेंद्र फडणवीस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कई दावे किए थे. उन्होंने कहा- ‘अनिल देशमुख होम क्वॉरंटीन में नहीं थे। एनसीपी चीफ शरद पवार को गलत जानकारी दी गई। पुलिस विभाग के रिकॉर्ड के मुताबिक 17 फरवरी को देशमुख का शेड्यूल 3 बजे सहयाद्री गेस्ट हाउस में रहने का था।’

ऐसे झूठा साबित हुआ था शरद पवार का दावा

100 करोड़ की वसूली के आरोप पर एनसीपी चीफ शरद पवार ने सोमवार को अनिल देशमुख का बचाव करते हुए कहा था कि वह कोरोना पॉजिटिव होने के बाद 6 से 27 फरवरी तक नागपुर में ही थे। लेकिन, पवार के दावे पर सवालिया निशान लगाने वाला एक फ्लाइट टिकट वायरल हो रहा है। इसमें दावा किया जा रहा है कि देशमुख 7 अन्य लोगों के साथ एक प्राइवेट जेट में 15 तारीख को नागपुर से मुंबई गए थे। ऐसे में बीजेपी का कहना है कि अगर ये टिकट सही है, तो देशमुख को लेकर परमबीर सिंह का दावा भी सही है।

केंद्रीय जल शक्ति और सामाजिक न्याय व अधिकारिता राज्यमंत्री रतनलाल कटारिया ने देश के वीर शहीदों को श्रद्धा सुमन अर्पित किये

पंचकूला मार्च 23 –

केंद्रीय जल शक्ति और सामाजिक न्याय व अधिकारिता राज्यमंत्री रतनलाल कटारिया ने देश के वीर शहीदों को श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए कहा कि भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को आज देश में कौन नहीं जानता है l उन्हीं की याद में 23 मार्च को शहीदी दिवस के रूप में मनाया जाता है, दरअसल इसी दिन 1931 में इन तीनों वीर सपूतों को अंग्रेजी हुकूमत ने फांसी दे दी थी l हालांकि इन तीनों को फांसी दिए जाने की तारीख 24 मार्च तय की गई थी, लेकिन अंग्रेजी हुकूमत ने उन्हें बगावत के डर से एक दिन पहले ही फांसी दे दी थी lकटारिया ने कहा भगत सिंह ने करीब 2 साल तक जेल में रहने के दौरान अनेक लेख लिखकर अपने क्रांतिकारी विचार व्यक्त करते रहते थे, अपने लेखों में उन्होंने कई तरह से भ्रष्ट पूंजीपतियों को अपना शत्रु बताया है l उन्होंने लिखा है कि मजदूरों का शोषण करने वाला चाहे एक भारतीय ही क्यों ना हो, वह उनका शत्रु है l उन्होंने अपने लेखों के माध्यम से भारतीय समाज में लिपि, जाति  और धर्म के कारण आई दूरियों पर दुख भी व्यक्त किया था l इसीलिए लोग उन्हें आजादी के दीवाने के रूप में देखते हैं lकटारिया ने कहा कि आजादी के 73 वर्ष इन्हीं शहीदों की कुर्बानी का फल है l आज हम शहीदी दिवस के अवसर पर अपने शहीदों को याद कर उन्हें अपनी श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं और साथ ही आने वाली युवा पीढ़ी को भी देश भक्ति के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित कर रहे हैं l

“Catch the rain where it falls, when it falls”- Vinod Tare

Chandigarh March 23, 2021

VALUING WATER, SUSTAINING LIFE

On World Water Day, Panjab University Alumni Association (PUAA) and Dr. SSBUICET jointly organized a webinar to celebrate the theme of 2021, ‘Valuing Water’. 

Highlighting the importance of sustainable management of water resources, Prof. Anupama Sharma, Dean Alumni Relations welcomed  Dean University Instruction, Prof. V. R. Sinha, the Chief Guest, Prof. Vinod Tare, and the distinguished speakers for the day, Mr. Pawan Sachdeva and Ms. Kavita Sachwani. 

Prof. VR Sinha welcomed the audience and underlined the importance of UN Sustainable Goal number 6 i.e. Water and Sanitation for all by 2030. He emphasized the need to raise public awareness among people for preserving the diverse ecosystem. He shared his experiences while he was in Banaras and applauded the efforts of honourable Prime Minister and Prof. Vinod Tare for undertaking Namami gange project in a missionary zeal. He said that the broad theme of this webinar is to not only raise awareness about the global water crisis faced by mankind and avoiding wastage of water, but to truly understand and celebrate the multidimensional value of this irreplaceable source of sustenance.   

The Chief Guest, Prof. Vinod Tare, Professor, IIT Kanpur is the founding head of ‘cGanga’, Center for Ganga River Basin Management and Studies and a committed soul to Government’s flagship Namami Gange project. Raising the tagline of ‘Valuing Water, Transforming Ganga’, Prof. Vinod emphasized the importance of understanding and valuing ‘Arth Ganga’, aiming to merge the river conservation and development plans to grow the economy around water. He emphasized the need for local participation and participation of all the stakeholders, which is imperative to ensure clean water for all. Further, repeating Prime Minister’s slogan “Catch the rain where it falls, when it falls”, he stressed on the necessity of Rain Water Harvesting system. In the end, he shared a short video of water treatment plant at his own premises.  

Ms. Kavita Sachwan, the distinguished speaker of the day, is the State Program Coordinator at 2030 Water Resources Group at World Bank. She in her discourse stressed the need to link the circular water economy with the concept of valuing water while incorporating the principles of equity. She highlighted the fact that COVID-19 has further reinstated the need for water and changing climate has added to the complexity. Adding on, she pointed out that the Government of India is focusing on the safe re-use of water, with emphasis on water treatment policies and also improving the monetary value of water. Further, she said that there is a necessity to leverage technology for monitoring and conservation of water resources. There is a strong need to dip into alternative investment sources, while involving all stakeholders and policy makers. She underlined that it is essential that the big corporate houses should adhere to disclosure policy for water usage.

Mr. Pawan Sachdeva, Non-Executive Director of Water Management International, Singapore, and Director at Avendus Capital, emphasized on the need for data and statistics to solve the water crisis issue. He highlighted that economic evaluations are extremely crucial and system design also holds an equally important spot. The sequence of solutions is more important than knowing the extent of the problem. He further added that one of the main issues is the serious lack of human capital in the required sector. 

The webinar witnessed a coalition of experts from a spectrum of excellence and experience. 

Prof. Amrit Pal Toor, Chairperson Dr. SSBUICET presented the vote of thanks and invited the speakers to visit the institute for interacting with students.

Police Files, Chandigarh – 23 March

‘Purnoor’ Korel, CHANDIGARH – 23. 03. 2021

One arrested for possessing illicit liquor

          Chandigarh Police arrested Murlidhar R/o Plot No. 184, Ph-2, Ind. Area, Chandigarh and recovered 50 quarters of country liquor from his possession near Plot No. 184, Ph-2, Ind. Area, Chandigarh on 22.03.2021. A case FIR No. 36, U/S 61-1-14 Excise Act has been registered in PS-31, Chandigarh. He was later bailed out. Investigation of the case is in progress.

Burglary

Uma Shankar R/o # 1263, EWS Colony, Dhanas, Chandigarh reported that unknown person stole away one LED TV and 2 LPG gas cylinders from his residence on 17.03.2021. A case FIR No. 31, U/S 380, 457 IPC has been registered in PS-Sarangpur, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Snatching

Pradeep Kumar R/o # 2338, Ph-2, Ram Darbar, Chandigarh reported that two unknown persons on motorcycle snatched away mobile phone from complainant near slip road, Sector 47B, Chandigarh on 22.03.2021. A case FIR No. 35, U/S 379A IPC has been registered in PS-31, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Basant Lal R/o # 345/2, Sector-45A, Chandigarh reported that unknown two persons on motorcycle sped away after snatching chain from complainant’s wife near # 266, Sector 45/A, Chandigarh on 22.03.2021. A case FIR No. 47, U/S 379A, 356 IPC has been registered in PS-34, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Assault/Quarrel

   A case FIR No. 79, U/S 323, 324, 506, 34 IPC has been registered in PS-39, Chandigarh on the complaint of Sandeep R/o # 420, Shahpur Colony, Sector-38 (West) Chandigarh who reported that two unknown person assaulted and stabbed complainant and his friends namely Sahil R/o # 192, Shahpur Colony and Sunny # 191, Shahpur Colony, Chandigarh near Wine Shop, Sector-40D, Chandigarh on 22.03.2021.  They got injured and admitted in GMSH-16, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

MV Theft

         Sagar R/o # 2781, DMC, Sector-38W, Chandigarh reported unknown person stole away complainant’s M/Cycle No. PB12-AC-3846 from parking of Community Centre, Sector-40, Chandigarh on 20-03-2021. A case FIR No. 80, U/S 379 IPC has been registered in PS-39, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

         A lady resident of Distt. Mohali (PB) reported unknown person stole away complainant’s Activa Scooter No. PB65-AX-3952 from parking of Ekta Market, Sector-41D, Chandigarh on 22-03-2021. A case FIR No. 81, U/S 379 IPC has been registered in PS-39, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Theft

A lady resident of DMC, Chandigarh reported that unknown person stolen away some cash & jewelry after breaking almirah of complainant’s residence between 15.03.2021 to 22.03.2021. A case FIR No. 32, U/S 380 IPC has been registered in PS-Maloya, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

संसद से वाक आउट करते समय शिवसेना के संसद ने दी धमकी

लोकसभा में अपने वक्त्वय में नवनीत कौर राणा ने कहा था, जब भाजपा की सरकार थी तब उद्धव साहब ने खुद देवेंद्र फडणवीस साहब को फोन किया था कि सचिन वाजे को दोबारा ज्वाइन कराना चाहिए। तब उन्होंने वाजे की पूरी हिस्ट्री देखते हुए स्पष्ट रूप से इसे नकार दिया था। जिस दिन उद्धव ठाकरे की सरकार आई, उसी वक्त उन्होंने परमबीर सिंह को फोन करके पहला काम सचिन वाजे को ज्वॉइन करवाकर कराया।  उन्होंने आगे कहा, मुझे बताइए कि आप सचिन वाजे के कारण परमबीर सिंह का ट्रांसफर करते हैं। इसमें राज्य के गृह मंत्री का नाम आ रहा है। अगर इस तरह से देश में वसूली का चक्कर शुरू हुआ तो पूरे देश में इसे फॉलो किया जाएगा।  

  • लोकसभा अध्यक्ष को पत्र लिखकर लगाए गंभीर आरोप
  • सचिन वाजे का मामला उठाने के बाद मिली धमकी
  • तू महाराष्ट्र में कैसे घूमती है मैं देखता हूं और तेरे को भी जेल में डालूंगा जैसी धमकी का आरोप

नयी दिल्ली:

महाराष्ट्र के अमरावती से निर्दलीय सांसद नवनीत कौर राणा ने शिवसेना सांसद व पूर्व केंद्रीय मंत्री अरविंद सावंत पर धमकी देने का आरोप लगाया है। उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को भेजे गए पत्र में सावंत पर गंभीर आरोप लगाए हैं। राणा ने एंटीलिया बम प्रकरण में निलंबित पुलिस अधिकारी सचिन वाजे का वाला मामला संसद में उठाया था। आरोप है कि इसी पर सावंत भड़क गए।

बता दें कि मुकेश अंबानी की मुंबई स्थित 27 मंजिला इमारत एंटीलिया के बाहर बम लदी स्कॉर्पियो मिली थी। बाद में पता चला कि सचिन वाजे ने ही इसकी पूरी साजिश रची थी। वो गिरफ्तार भी किया जा चुका है। जाँच एजेंसियों को शक है कि भेद खुलने के डर से वाजे ने ही स्कॉर्पियो के मालिक मनसुख हिरेन की हत्या कर दी। इसके बाद मुंबई के पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह ने राज्य के गृह मंत्री अनिल देशमुख पर कई आरोप लगाए।

संसद में भी ये मामला उठा और मनसुख हिरेन की हत्या, सचिन वाजे के शिवसेना कनेक्शन और परमबीर सिंह के पत्र को लेकर कई सांसदों ने महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार पर प्रश्न खड़े किए। नवनीत राणा ने लिखा है कि उन्होंने एक महिला सांसद होने के नाते महाराष्ट्र में बिगड़ती कानून-व्यवस्था का मामला सदन में उठाया और उद्धव ठाकरे सरकार का विरोध किया, जिसके बाद अरविंद सावंत ने लोकसभा की लॉबी में उन्हें धमकाया।

बकौल नवनीत राणा, सावंत ने उनसे कहा, “तू महाराष्ट्र में कैसे घूमती है, मैं देखता हूँ। तेरे को भी जेल में डालेंगे।” नवनीत राणा ने आरोप लगाया कि इससे पूर्व भी शिवसेना के लेटर हेड और फोन कॉल के माध्यम से उनके चेहरे पर तेजाब फेंकने की धमकी दी जा चुकी है। उन्होंने सावंत के बयान को न सिर्फ अपना, बल्कि पूरे देश की महिलाओं का अपमान करार दिया। साथ ही शिवसेना सांसद पर कड़ी से कड़ी पुलिसिया कार्रवाई की माँग की।

नवनीत राणा ने कहा कि गरीब पहले से ही परेशान है क्योंकि कोरोना और लॉकडाउन की मार तो उस पर पड़ी ही है, साथ ही उसके पेट पर भी मार पड़ी है। उन्होंने कहा कि वहीं दूसरी तरफ महाराष्ट्र में 100 करोड़ रुपए की वसूली की आग लगी है, जबकि लोगों की जेब में 100 रुपए भी नहीं हैं। इस पूरे प्रकरण पर उन्होंने कहा कि सचिन वाजे 17 वर्षों से उद्धव ठाकरे के लिए काम कर रहा था और पूरे मुंबई की वसूली को देख रहा था।

उन्होंने कहा, “मुख्यमंत्री बनते सचिन वाजे को उद्धव ने क्राइम यूनिट में भेजा। इस पर मैंने सदन में जनता और संविधान द्वारा दिए गए अधिकार के तहत बात की तो अरविंद सावंत को मिर्ची लग गई। मुझे कोई पुरुष बताएगा कि मेरी बॉडी लैंग्वेज कैसी होगी? मेरे तरफ से गुजरते हुए उन्होंने मुझे जेल भेजने की धमकी दी। मैंने बगल में बैठे एक साथी सांसद ने भी उनकी धमकी को सुना। मुझे पहले भी कहा जाता रहा है कि चेहरे पर इतना घमंड है, इस पर तेजाब फेंक देंगे। कहीं घूमने के लायक नहीं रहोगी।”

नवनीत राणा ने कहा कि वो महाराष्ट्र के महिलाओं का प्रतिनिधित्व करते हैं और जब सदन में उन्हें धमकाया जाता है तो महाराष्ट्र की स्थिति समझ लीजिए। उन्होंने शिवसेना को ‘गुंडे विचारधारा वाली पार्टी’ बताते हुए कहा कि महिलाओं को डराने की साजिश कामयाब नहीं होगी और वो लोगों के लिए बोलती रहेंगी। उन्होंने कहा कि उनमें हिम्मत है तो आज ही उन्हें जेल में डाल दिया जाए। उन्होंने संसदीय कार्यमंत्री को भी इस घटना से अवगत कराया।

वहीं अरविंद सावंत ने इसे सरासर झूठ करार देते हुए कहा कि एक तो वो महिला हैं और उन्हें भैया कह कर पुकारती हैं, ऐसे में कोई शिवसैनिक महिलाओं को धमकाने का काम नहीं सकता। उन्होंने नवनीत राणा के बात करने के तरीके पर सवाल उठाते हुए कहा कि उनके हर बयान की वीडियो क्लिपिंग में उनकी बॉडी लैंग्वेज और सीएम ठाकरे के लिए उनके शब्दों को सुना जा सकता है। सावंत ने कहा कि मैं उन्हें क्यों धमकाऊँगा?

उन्होंने कहा कि नवनीत राणा अच्छी तरह से बात नहीं कर रही हैं और ये ठीक नहीं है। उन्होंने राणा पर सीएम ठाकरे के अपमान का आरोप लगाया। भाजपा सांसद रमा देवी ने नवनीत राणा का समर्थन करते हुए कहा, “इस मामले में नवनीत राणा ने मुझसे बात की है। एक सांसद होने के नाते अरविंद सावंत को इस तरह की बात नहीं कहनी चाहिए थी। मैं लोकसभा स्पीकर से कहूँगी कि वे इस मामले को गंभीरता से लें।”

नवनीत राणा तेलुगु की कई फिल्मों में काम कर चुकी हैं। हालाँकि, 2010 के बाद उनकी कोई फिल्म रिलीज नहीं हुई है। कन्नड़ फिल्म ‘दर्शन’ उनकी डेब्यू मूवी थी, जो 2004 में रिलीज हुई थी। उन्होंने तेलुगु अभिनेताओं जूनियर NTR और बालाकृष्णा की फिल्मों में काम किया है। हालाँकि, उन फिल्मों में उनका किरदार बड़ा नहीं रहा। 2008 में आई मलयालम फिल्म ‘लव इन सिंगापुर’ में उन्हें दिग्गज अभिनेता ममूटी के साथ काम करने का मौका मिला था।

उधर पता चला है कि परमबीर सिंह के पत्र लिखने से दो महीने पहले ही वाजे रेस्ट्रॉं और बार मालिकों से पैसा इकट्ठा कर चुका था। होटल मालिकों में से एक ने बताया कि वाजे क्रॉफोर्ड मार्केट में पुलिस आयुक्त कार्यालय के परिसर के अंदर CIU कार्यालय में होटल व्यवसायियों से पैसे निकालने की अपनी दुकान चला रहा था। वाजे उद्यमियों को बुलाता था और उन्हें इस बात के लिए आश्वस्त करता था कि SSB के अधिकारी उनके प्रतिष्ठानों पर छापेमारी नहीं करेंगे, मगर इसके बदले में वे उन्हें हर महीने पैसे देंगे।

एनआईए को मनसुख हिरेन का केस सौंपते ही शिव सेना के पूर्व मंत्री रहे शिवतारे के दामाद और एटीएस के अधिकारी शिवदीप लाँडे ने सारी गुत्थी सुलझा ली

एनआईए को मनसुख हिरेन का केस सौंपते ही शिव सेना के पूर्व मंत्री रहे शिवतारे के दामाद और एटीएस के अधिकारी शिवदीप लाँडे ने सारी गुत्थी सुलझा ली। मनसुख हिरेन की मौत के मामले में एटीएस ने महाराष्ट्र पुलिस के कांस्टेबल विनायक शिंदे और नरेश धारे समेत एक बुकी को गिरफ्तार किया है। हिरेन की मौत के मामले में दो आरोपियों को रविवार को अदालत में पेश भी किया गया। अदालत ने इन दोनों को ही 30 मार्च तक एटीएस की कस्टडी में भेज दिया है। गौरतलब है कि ठाणे के व्यवसायी मनसुख हिरेन की मौत की जांच बीते शनिवार को एनआईए को सौंप दी गई थी। मुंबई में उद्योगपति मुकेश अंबनी के घर के बाहर विस्फोटकों से भरा वाहन पाए जाने के कुछ दिनों बाद हिरेन का शव नदी किनारे पाया गया था. विस्फोटकों से भरी स्कॉर्पियो की बरामदगी से जुड़े मामले की जांच एनआईए कर रही है।

मुंबई/नयी दिल्ली:

राष्ट्रीय जाँच एजेंसी को केस सौंपे जाने के ठीक एक दिन बाद महाराष्ट्र आतंकरोधी दस्ते (ATS) के डीआईजी शिवदीप लांडे ने मनसुख हिरेन के मौत की गुत्थी सुलझा लेने का दावा किया। एक टीवी चैनल की रिपोर्ट के अनुसार लांडे शिवसेना नेता विजय शिवतारे की बेटी ममता शिवतारे के पति हैंशिवतारे महाराष्ट्र सरकार में जल संसाधन एवं जल संरक्षण राज्य मंत्री रह चुके हैं। 2019 के विधानसभा चुनावों में वे कॉन्ग्रेस के संजय जगताप से पराजित हो गए थे।

एटीएस के डीआईजी शिवदीप वामनाव लांड ने एक फेसबुक पोस्ट में कहा कि अति संवेदनशील मनसुख हिरेन मर्डर केस की गुत्थी सुलझा ली गई है। मामला किस तरह सुलझा, इसके बारे में पोस्ट में पर्याप्त जानकारी नहीं है। लांडे ने एटीएस के अपने उन सहकर्मियों की पीठ भी थपथपाई जिनकी कई दिनों की दिन-रात की मेहनत के कारण इस केस की गुत्थी सुलझी। पोस्ट में यह भी बताया गया है कि यह मामला उनके पुलिस करियर के सबसे जटिल मामलों में से एक है।

कौन हैं शिवदीप लांडे?

महाराष्ट्र के अकोला में पैदा हुए लांडे के पिता किसान थे। उन्होंने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है। आईपीएस चुने जाने के बाद उन्हें बिहार कैडर मिला। उनकी पहली पोस्टिंग बिहार के मुंगेर जिले में हुई। वे नक्सल प्रभावित जमालपुर क्षेत्र में भी तैनात रहे। पटना में तैनाती के दौरान उनकी खूब चर्चा हुई और ‘रॉबिनहुड’ का नाम भी मिला।  

लांडे 2015 में एक पुलिसकर्मी को रंगे हाथ रिश्वत लेते पकड़कर चर्चा में आए। बेहद फिल्मी तरीके से लाल दुपट्टा में उन्होंने इस कार्रवाई को अंलाम दिया। बिहार में लांडे ‘सिंघम’ और ‘दबंग’ जैसे नाम से भी जाने जाते हैं। उन्होंने कॉलेज में पढ़ने वाली लड़कियों को अपना निजी मोबाइल नंबर भी दिया था, जिससे किसी भी आपात स्थिति में वे सीधे उनसे संपर्क कर सकें। लड़कियों की मदद के लिए वे सड़क पर उतरकर खुद मनचलों को सबक सिखाया करते थे। और अब एनआईए के को केस सौंपे जाने के कुछ घंटों के भीतर ही लांडे ने मनसुख हिरेन की मौत की गुत्थी“सुलझा’ ली। इसका ऐलान सोशल मीडिया पोस्ट की जरिए किया।

रिपोर्ट्स के अनुसार, मनसुख हिरेन की मौत के मामले में गिरफ्तार क्रिकेट सट्टेबाज नरेश धारे ने सचिन वाजे और मुंबई पुलिस के बर्खास्त कांस्टेबल विनायक शिंदे को पाँच फर्जी सिम कार्ड उपलब्ध कराए थे। टाइम्स नाउ की एक अन्य रिपोर्ट में यह बताया गया है कि मनसुख हिरेन फर्जी सिम के माध्यम से आरोपी नरेश के साथ संपर्क में थे। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि मनसुख को 4 मार्च (जिस दिन मनसुख लापता हुए) को एक व्हाट्सएप कॉल आया, जिसकी लोकेशन अहमदाबाद थी जो कि नरेश की लोकेशन भी थी। रिपोर्ट के अनुसार मनसुख हिरेन के ठिकाने की लोकेशन को ट्रैक करने के बाद यह पता चला कि मनसुख की लोकेशन के सबसे निकट शिंदे था। महाराष्ट्र एटीएस ने 11 संदिग्धों को चिह्नित किया है, जिनमें कुछ सट्टेबाज और बर्खास्त पुलिस कर्मचारी भी हैं जो सचिन वाजे के करीबी थे।

भले ही महाराष्ट्र एटीएस ने केस को सुलझा हुआ बात दिया हो किन्तु हमें इंतजार करना होगा कि एनआईए की छानबीन प्रारंभ होने के पश्चात केस कौन सा नया मोड़ लेता है।

मनसुख हिरेन केस एनआईए को

NIA को केस सौंपे जाने के बावजूद ATS ने मनसुख हिरेन की मौत के मामले में दो गिरफ्तारियाँ आज की है। केन्द्रीय गृह मंत्रालय द्वारा केस एनआईए को ट्रांसफर किए जाने का आदेश जारी होने के बावजूद यह स्पष्ट नहीं है कि एटीएस कब उसके हवाले करेगी।

मनसुख हिरेन 5 मार्च को मृत मिले थे। 25 फरवरी मुकेश अंबानी के मुंबई स्थित घर एंटीलिया के बाहर से जो विस्फोटक लदी स्कॉर्पियो मिली थी वह हिरेन की ही थी। पहले तो मुंबई पुलिस ने हिरेन की मौत को आत्महत्या बताने की कोशिश की, लेकिन लगातार हुए खुलासों के बाद एटीएस के हवाले यह केस कर दिया गया।