शिवराज सिंह ने राहुल के नाम का अर्थ समझाया

असम विधानसभा चुनाव में अब गिनती के दिन बचे हैं। 27 मार्च, एक अप्रैल और छह अप्रैल को मतदान होगा। सभी राजनीतिक दलों ने अपनी पूरी ताकत लगा दी है। बीजेपी ने भी अपने स्‍टारक प्रचारकों को चुनावी मैदान में उतारा है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान यहां प्रचार करने पहुंचे हैं। गुरुवार को शिवराज सिंह ने एक प्रेस कॉन्‍फ्रेंस कर कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर हमला बोला। सीएम शिवराज ने कहा कि राहुल गांधी, मोहम्‍मद अली जिन्ना की राह पर जा रहे हैं। उन्‍होंने प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में RAHUL (अलग-अलग एलफावेट के हिसाब से) का मतलब भी बताया।

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने असम में चुनाव प्रचार के दौरान कॉन्ग्रेस नेता राहुल गाँधी पर जमकर हमला बोला। सीएम ने गुरुवार को कामरुप (रूरल) जिले के पलासबड़ी में एक जनसभा को संबोधित करते हुए राहुल गाँधी का फुल फॉर्म भी बताया।

उन्होंने अंग्रेजी में राहुल (RAHUL) के नाम का मतलब हुए कहा, ”राहुल गाँधी ने कॉन्ग्रेस को कहीं का भी नहीं छोड़ा है। अब तो RAHUL का मतलब हो गया है- R से Rejected, A से Absent Minded, H से Hopeless, U से Useless और L का मतलब Liar है।”

शिवराज सिंह चौहान ने कॉन्ग्रेस नेता को आड़े हाथों लेते हुए आगे कहा कि राहुल गाँधी कॉन्ग्रेस का भला नहीं कर सके, तो असम का भला क्या कर पाएँगे। राहुल गाँधी से बड़ा झूठा आज तक कोई पैदा नहीं हुआ। वे हमेशा ही झूठी घोषणाएं करते हैं। वे असम की पाँच बातों की गारंटी दे रहे हैं। जिन पर कॉन्ग्रेसियों को ही भरोसा नहीं हो रहा है, तो उनकी गारंटी पर कोई कैसे भरोसा करेगा।

इसके साथ ही उन्होंने गुवाहाटी में कहा कि हम प्यार के खिलाफ नहीं हैं, हम ‘जिहाद’ के खिलाफ हैं। किसी को धोखा देकर, नाम बदलने या बेईमान तरीके से प्यार नहीं करना चाहिए। हमने फ्रीडम टू रिलिजन एक्ट 2021 कानून बनाया है। पार्टी ने कहा है कि राज्य में एक समान कानून लागू किया जाएगा।

पुलिस फाइलें, पंचकुला – 25 मार्च

पचंकूला पुलिस लडाई-झगडा करनें के मामलें आरोपी को किया गिरफ्तार करके भेजा जेल ।

                    पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस थाना पिन्जौर की टीम नें लडाई –झगडा करनें के मामलें में आरोपी को गिरफ्तार किया गया । गिरफ्तार किये गये आरोपी की पहचान गुरमुख सिह उर्फ शान्ति पुत्र पिन्दर सिह वासी लौहगढ पिन्जौर तथा अजीत पुत्र साधु सिह वासी पिन्जौर के रुप में हुई ।

जानकारी के अनुपसार शिकायतकर्ता अच्छर सिंह नें शिकायत दर्ज करवाई कि दिनांक 21/3/2020 को रात 9.30 बजे डयुटी से जब वह अपनें  घर के पास पहुंचा तो आगे से दो लडके गाडी गाडी मे बैठे थे और गली तंग होने के कारण वहां पर दोनो ने गाडी मे से उतरकर मेरे सिर मे चोट मारी और मै उनसे इसका कारण पुछता रहा और वो मुझे पर लगातार किस चीज से हमला करते रहे जिस कारण मेरे सिर पर चोट लगी और मेरे सिर मे टाकें भी लगे और 15 मिनट या 20 मिनट के बाद उन्होने मेरे घर पर हमला कर दिया और मेरी भाई लडके लडकी और मेरे परिवार के साथ बइज्जती की और उनकी ईज्जत लुटनी की कोशिश हुई तब तक गांव के बहुत सारे लोग इक्टठे हो गये मेरे चाचा जी को बाजु मे फैक्चर आ गया जो अपने घर मे सो रहा था और मेरे और मेरे भाई के सिर मे तेज तलवार मारी और मै बेहोश हो गया । जो पीडीता शिकायतकर्ता को इलाज के लिए पिन्जौर अस्पताल में भर्ती करवाया गया । पुलिस थाना पिन्जौर में शिकायत प्राप्ती पर उपरोक्त आरोपी सहित अन्य हमला करनें वाले लोगो के खिलाफ धारा 323,452,148,149 IPC के तहत मामला दर्ज किया गया । जिस मामलें में आगामी जाँच पडताल करते हुए उपरोक्त आरोपी को गिरफ्तार किया गया ।

पचंकूला पुलिस नें 26 मार्च को “ भारत बंद ” आहवान के मध्यनजर जारी की ट्रेवल एजवाइजरी 

                    पचंकूला पुलिस नें आमजन की सुविधा के लिए एक ट्रेवल एडवाइजरी जारी की है जिसमें बताया गया है कि 26 मार्च को विभिन्न किसान सगंठनों द्वारा देशव्यापी “ भारत बंद ” आहवान के मध्यनजर उन्हे राज्य की विभिन्न सडको और राजमार्गो पर यात्रा करते समय ट्रैफिक अवरोधो का सामना करना पड सकता है ।इस सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी देते हुए पुलिस उपायुक्त पचंकूला श्री मोहित हांडा (IPS) नें बताया कि इसे देखते हुए हरियाणा सरकार के निर्देशानुसार जिला में नागरिक और पुलिस प्रशासन द्वारा यात्रियो की सुविधा के लिए व्यापक प्रबन्ध किए गए है इन प्रबंधो का प्राथमिक उदेश्य जिला में सार्वजनिक शांति व व्यवस्था बनाए रखना, किसी भी प्रकार की हिंसा को रोकना, आवश्यक वस्तुओं की आपुर्ति को बनाए रखनां तथा उन्होनें बताया कि कोविड-19 महामारी की स्थिति के कारण लागु होनें वाले निर्देशो को भी ध्यान में रखा गया है । इस भारत बंद आहवान के सम्बन्ध में जिला पचंकूला से लगते बडे-छोटे सडक मार्ग जाम से प्रभावित हो सकते है :-

  • 1. Yamunanagar –Panchkula Highway :- National Highway-73 (New NH-344).
  • 2. Ambala –Zikarpure-Panchkula- Kalka – Solan (Himachal Pradesh)  :- (NH-22).
  • 3. Chandigarh –  Ropar –Zirakpure-Panchkula – (NH-21).
  • 4. Pinjore – Nalagarh  (NH-21a).
  • 5. Patiala – Rajpura – Zirakpure-Panchkula- (NH-64)

. इसके जाम के प्रभाव का पीक समय 7.00 ए.एम से 7.00 पी.एम के बीच रहनें की सम्भावना है । पुलिस उपायुक्त पचंकूला नें कहा कि सभी नागरिको को इन व्यवस्थाओ के बारे में पहले से सुचित किया जा रहा है ताकि वे किसी भी असुविधा से बचनें के लिए अपनी यात्रा की योजना पहले स ही बनानें अथवा उसमें संसोधन करनें में सक्षम हो सकें । तथा इस सम्बन्ध में पुलिस उपायुक्त पचंकूला नें आमजन को अपील करते हुए कहा कि अनावश्यक घर से वाहनों पर बाहर ना निकलें अगर ज्यादा जरुरी हो तभी घर से बाहर निकलें । 

                   पुलिस उपायुक्त पचंकूला श्री मोहित हांडा (IPS) ने आमजन से अपील की है कि गलत अफवाहो पर ध्यान ना दें और यदि कोई गलत अफवाह फैलाता है तो उसकी तुरंत सूचना पुलिस को देवें। सोशल मीडिया पर पुलिस लगातार नजर बनाये हुये है। उपरोक्त आह्वान की आड़ में असामाजिक गतिविधियां करने वालों के खिलाफ कठोर कार्यवाही की जाएगीएसाथ ही अपील की है कि कानून व्यवस्था बनाये रखने में पुलिस का सहयोग करे । पचंकूला पुलिस पुलिस आपकी सुरक्षा के प्रति प्रतिबद् है ।

पचंकूला पुलिस नें पाँच साल से वर्ष 2015 के मामलें के उदघोषित अपराधी  को किया काबू ।

                    पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस चौकी सैक्टर 25 पचंकूला के इन्चार्ज स0उप0नि0 दीदार सिह व उसकी टीम नें वर्ष 2015 के मामलें कर्मचारी भविष्य निधि के मामलें में अदालत के आदेशो की अवेहना करनें वाले आरोपी को गिरफ्तार किया गया । गिरप्तार किये गयें आरोपी की पहचान प्रदीप कुमार पुत्र  बलबीर सिह वासी करौंता रोहतक के रुप में हुई ।

जानकारी के मुताबिक उपरोक्त आरोपी के द्वारा अदालत के आदेशो के अवेहलना करनें  पर अदालत श्रीमति हरलीन ए.शर्मा ACJM/Panchkula के आदेशो पर उपरोक्त आरोपी के खिलाफ दिनाक 24.03.2021 को धारा 174-ए भा.द.स के तहत  मुकदमा न0 222 दिनांक 21.08.2015 धारा 406,420,468 भा0द0स0 थाना चण्ड़ीमन्दिर के मामलें में उदघोषित अपराधी हो जाने का मामला दर्ज किया गया । जिस मामलें में आगामी तफतीश करते हुए पुलिस चौकी सैक्टर 25 पचंकूला की टीम नें उपरोक्त आरोपी को गिरफ्तार करके पेश अदालत कार्रवाई की गई ।

आरोपी के खिलाफ दर्ज अभियोग :

1.     अभियोग सख्या 222 दिनांक 21.08.2015 धारा 406,420,468 भा0द0स0 थाना चण्ड़ीमन्दिर पंचकुला । ( यह अभियोग में कर्मचारी भविष्य निधि से सम्बन्धित धोखाधडी कें मामलें में दर्ज किया गया था )

2.     अभियोग सख्या 125 दिनांक 24.03.2021 धारा 174-ए,  भा0द0स0 थाना चण्ड़ीमन्दिर पंचकुला ।

               इसके अलावा पुलिस थाना पिन्जौर की टीम ने उदघोषित अपराधी को कल दिनाक 24.03.2021 को गिरफ्तार करके पेश अदालत न्यायिक हिरासत भेजा गया । गिरफ्तार किये गये आरोपी की पहचान सन्दीप पुत्र मान सिह वासी शाहाबाद कुरुक्षेत्रा के रुप में हुई । गिरफ्तार किये गये आरोपी के खिलाफ पुलिस थाना पिन्जौर में धारा 174-ए भा0द0स0 के तहत मामला दर्ज किया जाकर कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार करके न्यायिक हिरासत करनाल भेजा गया ।

1.    अभियोग सख्य़ा 101 दिनाक 24.03.2021 धारा. 174-ए भा0द0स0 पुलिस थाना पिन्जौर पचंकूला

कमालिया भवन में चल रहे योग शिविर में करवाई योग की विभिन्न क्रियाएं

  • कमालिया भवन में चल रहे योग शिविर में करवाई योग की विभिन्न क्रियाएं
  • योग महोत्सव के 5वें दिन नंपुसकता होने के बताए कारण

सिरसा:

योग मित्र चेरिटेबल ट्रस्ट द्वारा सी ब्लॉक में स्थित कमालिया भवन में चल रहे योग महोत्सव के 5वें दिन नंपुसकता को लेकर चर्चा की गई। योगाचार्य मुकेश कुमार ने नंपुसकता होने केमुख्य कारण बताए। उन्होंने कहा कि नंपुसकता तीन वजहों से होती है, अगर आपके शरीर में पानी की कमी हो, नमक की मात्रा कम हो व शरीर में कठोरता हो। इन तीन कारणों की वजह से इंसान में नंपुसकता आती है और इसका इलाज योग है। अगर हम दिन में व्यायाम करें योग करें तो इससे आसानी से छुटकारा पा सकते है। योग महोत्सव में योगाचार्य ने दिनचर्या से जुडऩे वाले तमाम आसान करवाए, जिसे कर साधक योग के महत्त्व से अभिभूत हुए। ट्रस्ट के सचिव जुगती राम ने बताया कि ट्रस्ट द्वारा समय समय पर योग का प्रचार किया जाता है, गांव व शहर के विभिन्न क्षेत्रों में संचालित अनेक संस्थानों पर शिविरों एवं सेमिनारों के माध्यम से योग के प्रति जागरूक किया जाता है। योग महोत्सव में ट्रस्ट सदस्य प्रदीप कुमार, तरसेम, विशाल, पंकज, सुशील, निशा, मंजु, शीनू सहित काफी संख्या में साधक मौजूद थे।

भगवान श्रीकृष्ण की दयालुता की सीमा अनंत: जया किशोरी

भक्त नरसी की कथा के दौरान कथाव्यास जया किशोरी द्वारा मारवाडी भाषा में प्रस्तुत किए गए भजनों पर महिला एवं पुरुष श्रद्धालुओं के नृत्य के दृश्य ने पूरा पंडाल श्रीकृष्ण की भक्ति से सराबोर कर दिया। उन द्वारा प्रस्तुत किए गए भजन मुझे ऐसी लगन तू लगा दे, मैं तेरे बिना पल न रहूं तथा मेरा श्याम बड़ा अलबेला, मेरी मटकी को मार गया ढेला तथा गोविंदा आला रे आला जरा मटकी संभाल बृजबाला ने विशेष रूप से ऐसा माहौल पैदा कर दिया कि महिला पुरुष श्रद्धालु अपने अपने स्थानों पर ही झूमने लगे।

  • भगवान श्रीकृष्ण की दयालुता की सीमा अनंत: जया किशोरी
  • बोली, गोविंद के दर्शन पाने के लिए शिव को भी बनना पड़ा था गोपी


सिरसा::

स्व. श्रीमती रेखा शर्मा मैमोरियल ट्रस्ट एवं स्व. श्रीमती सोनाली झूंथरा मैमोरियल ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में चार दिवसीय नानी बाई रो मायरो
कथा के दूसरे दिन कथाव्यास जया किशोरी ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण की अनुकंपा और दयालुता की कोई सीमा नहीं है और हर व्यक्ति उनसे अगाध प्रेम करके ही उन्हें प्राप्त कर सकता है।

संगीतमयी कथा के दौरान जया किशोरी ने नरसी मेहता के जीवन में भगवान कृष्ण के प्रति अगाध श्रद्धा से जुड़ी अनेक घटनाओं को वर्णित किया। उन्होंने कहा कि नरसी मेहता को जंगल में भगवान महादेव ने स्वयं दर्शन देकर उनकी कामनाएं पूछी तो नरसी मेहता ने केवल राधाकृष्ण से मिलने की इच्छा जाहिर की। इस दौरान भगवान शिव ने स्वयं के संदर्भ में भी उस घटना का जिक्र किया जिसमें वे पार्वती संग भगवान श्रीकृष्ण के दर्शनों के लिए महारास के लिए पार्वती संग गोपी बनकर बृज में गए थे जहां भगवान श्रीकृष्ण ने गोपी रूप में भी उनकी वास्तविकता को जान लिया था। नरसी मेहता की भगवान श्रीकृष्ण और राधा के प्रति निस्वार्थ प्रेम भावना के चलते भगवान महादेव ने उन्हें श्रीकृष्ण के पास पहुंचा दिया मगर श्रीकृष्ण ने उन्हें सांसारिक कर्मों की जिम्मेदारियां वहन करने के उद्देश्य से वापस भूलोक में भेज दिया। आध्यात्मिक प्रवक्ता जया किशोरी ने बताया कि कथा के विस्तार में बताया कि किस प्रकार नरसी मेहता को भगवान श्रीकृष्ण ने भौतिक संसाधनों से समृद्ध किया मगर नरसी मेहता ने सभी संसाधनों को आमजन में बांट दिया और केवल राधाकृष्ण की भक्ति को ही अपना आधार बनाए रखा। इस दौरान उनकी पत्नी की मृत्यु हो जाती है और सांसारिक कर्मों के दृष्टिगत उन्हें अपनी पत्नी के भोग के लिए आर्थिक दिक्कतों से जूझना पड़ता है मगर उस दौर में दुष्ट प्रवृत्ति के लोगों द्वारा नरसी को प्रताडि़त करने के उद्देश्य से जबरन कहा जाता है कि भोग के समय अनेक गांवों के सैकड़ों लोगों को भोजन करवाना पड़ेगा। इस दौरान उन्होंने दो सेठों द्वारा दुष्ट व्यक्तियों के षड्यंत्रों में आकर नरसी मेहता को सेठ समझकर उनसे 700 रुपए की हुंडी (पर्ची) लिखवा ली। पर्ची पर नरसी मेहता ने भगवान श्रीकृष्ण पर अपनी आस्था रखते हुए सांवलसा सेठ द्वारका लिख दिया। कथा में बताया गया कि द्वारका पहुंचकर किस प्रकार भगवान श्रीकृष्ण अपने भक्त नरसी मेहता की सामाजिक प्रतिष्ठता को बचाने और बढ़ाने के लिए किस प्रकार मुनीम के स्वरूप में सेठों की सेवा करते हैं।

नानी बाई रो मायरों के दूसरे दिन भी कथा के दौरान और कथा के समापन पर शहरभर के नामचीन लोगों को मंच पर कथाव्यास जया किशोरी द्वारा स्मृति चिह्न एवं श्याम नाम का पटका पहनाकर सम्मानित किए जाने का सिलसिला बरकरार रहा। दूसरे दिन निरंतर जिन प्रतिष्ठित लोगों को सम्मानित किया गया उनमें जिला सत्र न्यायाधीश राजेश मल्होत्रा, पूर्व सांसद चरणजीत सिंह रोड़ी, फतेहाबाद के पूर्व विधायक बलवान सिंह दौलतपुरिया, कांग्रेस की केंद्रीय पर्यवेक्षक शोभा, कांग्रेस नेता कुलदीप गदराना, डॉ. मनीष, बीकानेर से जिग्नेश, जिला यातायात थाना प्रभारी बहादुर सिंह, कश्मीरीलाल नरूला, धर्मपाल, मास्टर हरिसिंह, भाई कन्हैया आश्रम के संचालक गुरविंद्र सिंह, ओमप्रकाश मक्कड़, दिल्ली से विकास सिंह, योगराज शर्मा, सुरेंद्र शर्मा, काका सिंह, पंडित पुरुषोत्तम, राजेंद्र बठला, विजय बठला, पेट्रोल पंप एसोसिएशन से ज्ञान मेहता, आशुतोष अग्रवाल, फकीरचंद, विजय शर्मा, ऐलनाबाद से धर्मपाल शर्मा, गौरीशंकर, जतिन कथूरिया, आशीष झूंथरा, राजीव सर्राफ, कंचन कटारिया, राजीव गुप्ता, फतेहाबाद से भीमसेन गोयल व सुरेश गोयल विशेष रूप से शामिल थे।

भक्त नरसी की कथा के दौरान कथाव्यास जया किशोरी द्वारा मारवाडी भाषा में प्रस्तुत किए गए भजनों पर महिला एवं पुरुष श्रद्धालुओं के नृत्य के दृश्य ने पूरा पंडाल श्रीकृष्ण की भक्ति से सराबोर कर दिया। उन द्वारा प्रस्तुत किए गए भजन मुझे ऐसी लगन तू लगा दे, मैं तेरे बिना पल न रहूं तथा मेरा श्याम बड़ा अलबेला, मेरी मटकी को मार गया ढेला तथा गोविंदा आला रे आला जरा मटकी संभाल बृजबाला ने विशेष रूप से ऐसा माहौल पैदा कर दिया कि महिला पुरुष श्रद्धालु अपने अपने स्थानों पर ही झूमने लगे।

दूसरे दिन की कथा समापन के बाद शर्मा एवं झूंथरा परिवारों के सदस्यों के साथ शहर के गणमान्य लोगों ने भी मंच पर भगवान श्रीकृष्ण की आरती गाई और उनका आशीर्वाद प्राप्त किया। इस दौरान राधेश्याम झूंथरा ने कथाव्यास जया किशोरी को सम्मान और स्नेह की प्रतीक टोपी भी पहनाई जिसे जया किशोरी ने सहर्ष स्वीकार किया। कथा के दौरान स्व. श्रीमती रेखा शर्मा मैमोरियल ट्रस्ट के अध्यक्ष पंडित होशियारीलाल शर्मा व स्व. श्रीमती सोनाली झूंथरा मैमोरियल ट्रस्ट के अध्यक्ष मुरलीधर झूंथरा के अलावा सालासर धाम के पुजारी विकास, रामावतार हिसारिया, कथा के आयोजक राजकुमार शर्मा, राजेश शर्मा, चंद्र झूंथरा के अलावा व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष हीरालाल शर्मा, प्रेम शर्मा, मोहित शर्मा, देवांश शर्मा, संयम झूंथरा, नयन झूंथरा, शीतल झूंथरा, पत्रकार अंजनी गोयल, कमल शर्मा, जितेंद्र शर्मा, भारतभूषण सरदाना, सतीश कुमार सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।

श्रीमद्भागवद्गीता : जीवन जीने की कला – प्रो. राजकुमार, कुलपति,

  • सप्त दिवसीय (आनलाईन) महर्षि विश्वामित्र वेद वेदाङ्ग कार्यशाला तथा राष्ट्रीय संगोष्ठी का शुभारम्भ विश्वेश्वरानंद विश्वबन्धु संस्कृत एवं भारत भारती अनुशीलन संस्थान, पंजाब विश्वविद्यालय साधु आश्रम में हुआ
  • श्रीमद्भागवद्गीता : जीवन जीने की कला – प्रो. राजकुमार, कुलपति, पंजाब विश्वविद्यालय

दिनांक 25.3.2021:

विश्वेश्वरानंद विश्वबन्धु संस्कृत एवं भारत भारती अनुशीलन संस्थान, साधु आश्रम में सप्त दिवसीय महर्षि विश्वामित्र वेद वेदाङ्ग कार्यशाला तथा राष्ट्रीय संगोष्ठी के उद्घाटनोत्सव के मुख्यातिथि प्रो. श्रेयांश द्विवेदी, कुलपति, महर्षि वाल्मीकि संस्कृत विश्वविद्यालय, कैथल, हरियाणा, विशिष्ट अतिथि प्रो. कृष्णकान्त शर्मा, पूर्व डीन, संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय, वाराणसी, अध्यक्ष प्रो. राजकुमार, कुलपति, पंजाब विश्वविद्यालय, चण्डीगढ़ थे। कार्यक्रम का शुभारम्भ श्री कृष्णकान्त तिवारी, काशी के द्वारा वैदिक मंगलाचरण के द्वारा किया गया। मंच का संचालन डा. ऋतु बाला ने किया। डा.सुधांशु कुमार षडंगी (विभागाध्यक्ष) ने आनलाइन जुडे़ सभी महानुभावों का स्वागत कर अतिथियों का परिचय दिया। प्रो. नरसिंह चरण पण्डा ने वेद वेदाङ्ग कार्यशाला तथा राष्ट्रीय संगोष्ठी के उद्घाटनोत्सव में विषय प्रवर्तन किया। इस अवसर पर अध्यक्ष प्रो. राजकुमार, कुलपति, पंजाब विश्वविद्यालय, चण्डीगढ़ ने छात्रों को आशीर्वाद हेतु अपने सम्बोधन में कार्यक्रम की प्रंशसा कर संस्कृत की प्रति अपनी अथाह प्रेम भावना को अभिव्यक्त किया तथा विशेष रुप से श्रीमद्भगवद्गीता के विषय में कहा कि यह एक ऐसा ग्रन्थ है जो सबको जीवन में अवश्य पढना चाहिए क्योंकि यह ग्रन्थ विषाद से प्रसाद की ओर, कायरता से शूरवीरता की ओर, निराशा से आशा की ओर, अस्थिरता से स्थिरता की ओर, सन्देह से विश्वास की ओर, दुर्बलता से दृढता की ओर ले जाना वाला है। मुख्यातिथि प्रो. द्विवेदी जी ने इस अवसर पर कहा कि वेद में गूढ़ ज्ञान निहित है। मानव द्वारा ग्राह्य उच्चतम आध्यात्मिक सत्य, नैतिक सिद्धान्तों के बीज इत्यादि बहुश विषय वेद में प्राप्त होते है। आज प्रत्येक छात्र, अध्यापक का यह दायित्व बनता है कि वे वेद ज्ञान का सर्वत्र प्रचार तथा प्रसार करें। विशिष्ट अतिथि प्रो. शर्मा जी ने इस अवसर पर वेदार्थ ज्ञान हेतु वेदचतुष्टय, वेदाङ्ग को समझना अनिवार्य बताया है। कार्यशाला तथा राष्ट्रीय संगोष्ठी के विषय वेदार्थ निर्णय में ऋषि, छन्द एवं देवताओं का वैशिष्ट्य में वर्णित ऋषि, छन्द, देवता तत्वों का सामान्य परिचय दे विषय को सरल बनाने का प्रयास किया। धन्यवादज्ञापन प्रो. कृष्णा सैनी ने किया। कार्यशाला का प्रथम व्याख्यान दोपहर 3.00 बजे प्रारंभ हुआ। इसके व्याख्याता प्रो. विक्रम कुमार, पंजाब विश्वविद्यालय ने सूक्तों में प्रतिपादित देवताओं का स्वरूप पर विस्तृत विवरण प्रदान किया। देवताओं के उत्पत्ति, उनके स्थानादि का निरूपण तथा स्वरूप का विवेचन किया। पूषन्, सविता, सरस्वती, आदित्य आदि वेदाताओं को लौकिक उदाहरण के द्वारा प्रस्तुत किया।  इस अवसर पर प्रो. प्रेमलाल शर्मा, प्रो. रघुबीर सिंह, प्रो. प्रवीण सिंह राणा, आचार्य सांख्यायन, डा. सुबोध कुमार, डा. सुनीता जायसवाल, डा. नरेन्द्र दत्त तिवारी, नवनालंदा विश्वविद्यालय, डा. सुषमा अलंकार, चण्डीगढ., डा दीपलता, हिमाचल यूनिवर्सिटी, प्रो. कृष्णमुरारि शर्मा, डा. टीना वैद, प्रो. सुभाष चन्द्र दास, उत्कल यूनिवर्सिटी, प्रो. रणजीत कुमार, दिल्ली यूनिवर्सिटी, डा. सुमन लता, भावना सोनी, राजेन्द्र मलिक इत्यादि 70 से भी अधिक प्रतिभागिओं ने कार्यक्रम में भाग ले कार्यक्रम की गरिमा को बढाया है।

संगठन निर्माण के लिए कालका मै कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बैठक,कार्यकर्ताओ ने दी राय-संगठन को मजबूत करने पर हुई चर्चा-

  • संगठन निर्माण के लिए कालका मै कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बैठक,कार्यकर्ताओ ने दी राय-संगठन को मजबूत करने पर हुई चर्चा
  • मकान न: 368  मुहल्ला कुराडी कालका (सुनील कुमार श्याम) के घर में हुई पार्टी संगठन के पुनःनिर्माण व पार्टी को मजबूत करने के उद्देश्य से बैठक 
  • पर्यवेक्षक ज्योति खंडेलवाल व सह पर्यवेक्षक तेजिंदर मक्कड़ ने की कार्यकर्ताओ से भेंट
  • कार्यकर्ताओ की राय व मशवरा लेकर पार्टी नेतृत्व को करवाया जाएगा अवगत,कांग्रेस पार्टी को करेंगे मजबूत
  • पूर्व डिप्टी सीएम चंद्रमोहन व पूर्व विधायक कालका प्रदीप चोधरी अन्य कांग्रेसी नेता रहे मौजूद

पंचकुला (25 मार्च:

कांग्रेस पार्टी ने जिला पंचकूला के कालका मै  हरियाणा प्रदेश में मजबूत करने के लिए संगठन निर्माण हेतु जिला पंचकूला के कालका मै कांग्रेस कार्यकर्ताओं की एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन मकान न: 368  मुहल्ला कुराडी कालका (कांग्रेस नेता सुनील कुमार श्याम) के घर में हुआ जहां पर भारी तादाद में कांग्रेस कार्यकर्ता व विभिन्न वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।प्रमुख रूप से पूर्व उपमुख्यमंत्री हरियाणा सरकार चंद्रमोहन,पूर्व विधायक प्रदीप चौधरी,पूर्व चेयरमैन पूर्व चेयरमैन राजेश कोना ,विजय बंसल,संजीव  भारद्वाज,मनवीर गिल,संतोष शर्मा,धनेंद्र वालिया,दिनेश सेन ,दीपांशु बंसल,अजय सिगलं , अशोक अरोड़ा एसएस नन्दा,हेमंत किंगर , समेत सभी वरिष्ठ नेता व कार्यकर्ता मौजूद रहे।दरअसल,कांग्रेस पार्टी की ओर से पर्यवेक्षक ज्योति खंडेलवाल व सह पर्यवेक्षक तेजिंदर मक्कड़ संगठन को मजबूत करने के उद्देश्य से पुनः निर्माण व अन्य मुद्दों को लेकर कार्यकर्ताओ से चर्चा करने पहुंचे थे जहां उन्होंने कार्यकर्ताओ से भेंट की तो वही सभी ने अपने विचार व्यक्त किए।कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने पर्यवेक्षको से मिलकर अपनी राय दी जिसको लेकर पर्यवेक्षको ने कहा कि सभी के राय, मशवरा व सुझाव पार्टी नेतृत्व को दे दिए जाएंगे और मौजूदा स्थिति से पार्टी नेतृत्व को अवगत करवाने का काम किया जाएगा। 

पत्रकारों को संबोधित करते हुए पूर्व डिप्टी सीएम चंद्रमोहन व पूर्व विधायक प्रदीप चोधरी जी ने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष कुमारी सैलजा जी द्वारा पार्टी हित मे यह निर्णय बिल्कुल सही लिया गया है जिसमे कार्यकर्ताओ का मान सम्मान करते हुए सभी की भावनाओ की कदर की है जिससे न केवल पार्टी कैडर मजबूत होगा बल्कि धरातल पर भी संगठन को मजबूती मिलेगी। 

पर्यवेक्षक ज्योति खंडेलवाल व सह पर्यवेक्षक तजिंदर मक्कड़ ने पत्रकारो को बताया कि सबकी राय जानकर एक संगठन खड़ा करने का काम पार्टी नेतृत्व द्वारा किया जा रहा है।कर्मठ कार्यकर्ताओ को जिम्मेदारी देने का काम पार्टी द्वारा किया जाना है।कांग्रेस पार्टी संघर्ष करने वाली पार्टी है और जनविरोधी मोदी सरकार व खट्टर-दुष्यंत सरकार की पोल खोलने का काम पार्टी द्वारा निरन्तर किया जा रहा है।आने वाले चुनावों में कांग्रेस पार्टी भारी बहुमत से जीत हासिल करने का काम करेगी।

आख़िर में सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ज्योति खंडेलवाल जी से कहा जो भी ( कांग्रेस पार्टी) शिष नेत्रतव का फ़ैसला होगा वो सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं को मान्य होगा 

इस दौरान ,कबीर नदां, ऐम ऐल कशयप,चचलं कुमारी, जि सी पुडीरं शर्मा,नेयब चोधरी,देवी चदं,रघुवंश मल्होत्रा,सुशील कुमार शिलु,रवीन्द्र अरोडा,प्रेम चन्द गुप्ता,भुपीनदर गोतम,हर्ष चडा,बंटीं अरोड़ा,क्रिशन शर्मा,माया देवी, भुरी बेगम,अमीता चानदी,महेश शर्मा,रजीनदरं सिंह,ईदरवीर सिंह ,अयुब खान पियुस शर्मा,कुलवंत गिल, समेत कांग्रेसी नेता मौजूद रहे।

3rd Sat Paul Mittal Memorial Lecture in Telecommunication by UIET, PU

Government of India has declared mandatory testing and certification guidelines for all the Telecommunication Products to be launched in India’ said Ms. Deepa Tyagi, Senior DDG and Head, Telecommunication Engineering Centre (TEC), DoT, Government of India while delivering 3rd Sat Pal Memorial Lecture on Telecommunication organized by University Institute of Engineering and Technology(UIET), Panjab University in Online Mode today. TEC does the testing and certification by involving various laboratories spread across country. Surveillance of products under MTCTE is carried out by Licensed Service Area (LSA) field unit of DoT.

            Ms. Deepa Tyagi stated that India is a major entity in telecommunications as it has the second largest telecommunication network, largest number of data consumers, and there is AI penetration in all top sectors. Several challenges need to be addressed such as lack of Internet access for all citizens, unreliable power supply in few rural areas, digital illiteracy. Role of standardization to ensure interoperability of devices is fulfilled by Standards Development Organizations (SDOs) like International Telecommunication Union(ITU), Institute of Electrical and Electronics Engineers(IEEE), European Telecommunication Standards Institute(ETSI), International Organization for Standardization(ISO), 3rd Generation Partnership Project, oneM2M (Machine to Machine) and TEC. She traced the evolution of 5G starting from 1G analog, 2G digital, 3G mobile data, 4G mobile broadband to 5G having extreme speed, reliability and connectivity. Several 5G usage scenarios include areas of enhanced mobile broadband, massive machine type communications, ultra-reliable and low latency communications. Potential applications of such human-human, human-machine and machine-machine communications exist in rural broadband, enabling smart cities, fleet management of food grains, etc. She also discussed deployment strategies of 5G worldwide including various challenges in Internet of Things(IoT), technical challenges include connectivity, reliability, cost, policy challenges include IPR, data localization, governance and some common challenges like standards, interoperability, security and privacy.

            She also shared that 10-Digit number which we use currently for the mobile phones will not be sufficient for the future usage of machine-2-machine communication where billions of devices will be connected. TEC has recommended the use of 13-digit numbering system for SIM based devices. Even 128-bit IP address will also need revision in future. Artificial Intelligence (AI) and Machine Learning (ML) will shape the future of communication. There is need to have an India specific stack for AI and standardization in AI has already been started. Network technologies beyond 2030 will be Holographic Type Communication, Tactile Internet for Remote Operations, Intelligent Operation Network, Digital Twin, Space-Terrestrial Integrated Network, Industrial IoT with cloudification.

            She also discussed Blockchain technology which is an immutable distributed ledger-based system with no central authority. It has been used successfully in the USA for COVID vaccination distribution. She presented potential use cases of Blockchain technology in telecom networks in the areas of IoT connectivity and its services, prevention of roaming frauds, enablement of 5G, identity as a service etc.

            Professor Raj Kumar, Vice-Chancellor, Panjab University congratulated the Team UIET for organizing the lecture and expected that the Bharti Chair Endowment will contribute in a more significant way.

            Professor J. K. Goswamy, Director UIET stressed on understanding the basic need of communication and thereafter to work on the different use cases for research. He emphasized that the social aspects of developments in telecommunication technology should be given due consideration.

            Professor Pamela Kumar, Visiting Professor Bharti Chair, introduced the distinguished speakers and set the context for the lecture and the vision for future activities. Dr. Veenu Mangat proposed vote of thanks for the guests, Bharti Enterprises group, organizers and all attendees.

            Earlier, Professor Sakshi Kaushal welcomed all the guests and introduced Sh. Sat Paul Mittal who was elected twice to Rajya Sabha for a term of six years each in 1976 and 1982. United Nations decorated him with the prestigious United Nations Peace Medal in 1987.

            Professor Harish Kumar shared the research activities of Bharti Chair in the last couple of years. Telecom Research Lab is working on different products along with participating in ITU, 3GPP, OneM2M activities. Plan for next 2 years will focus on research in the area of development of Telecommunication Use Cases for Healthcare and Agriculture.

            Bharti Chair in Information Technology and Telecommunications was established in UIET, Panjab University in 2002 by Bharti Telecom Group in the memory of Late Sh. Sat Paul Mittal, a visionary leader. For this purpose, endowment was given by Sh. Sunil Bharti Mittal, Chairman, Bharti Enterprises for enhancement of knowledge in the field of telecommunication.

            200+ faculty/ research scholars/ students along with external stakeholders participated in Virtual Mode. Team from Bharti Enterprises represented by Ms. Mickey Khindria and Mr. Ashutosh Kalia, as nominated by Sh. Rakesh Bharti Mittal, Vice-Chairman also participated as panelists in the session. Lecture was also live Telecast on Panjab University’s social media accounts like Facebook, YouTube. Recording of the lecture is also available on:

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हरियाणा देश का पहला राज्य है जहां सीवर कर्मीयों की सुरक्षा के लिये आधुनिक निवारक उपाय लागू किये गये है: कृष्ण कुमार

पंचकूला, 25 मार्च:

हरियाणा सफाई कर्मचारी आयोग के चेयरमैन कृष्ण कुमार ने बताया कि सीवर की साफ-सफाई के दौरान होने वाली मृत्यु के मामलों पर अंकुश लगाने के लिये सेंसर आधारित दो पायलट प्रोजेक्ट रेवाड़ी व गुरुग्राम में शुरू किये गये है।  इन दो पायलट परियोजनाओं की सफलता को देखते हुए इन्हें प्रदेश के दूसरे जिलों में भी चरणबद्ध तरीके से लागू किया जायेगा।

कृष्ण कुमार आज यहां सेक्टर-4 स्थित अपने कार्यालय में पत्रकार वार्ता को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हरियाणा देश का पहला राज्य है जहां सीवर कर्मीयों की सुरक्षा के लिये इस प्रकार के आधुनिक निवारक उपाय लागू किये गये है।

उन्होंने बताया कि आयोग द्वारा आगामी 4 अप्रैल को करनाल में सफाई मित्र उत्थान सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल मुख्यातिथि होंगे। उन्होंने बताया कि सम्मेलन के दौरान मुख्यमंत्री रेवाड़ी व गुरुग्राम में पायलट आधार पर शुरू किये गये दो प्रोजेक्ट का विधिवत शुभारंभ करेंगे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के समक्ष इन दो प्रोजेक्ट का डेमो भी प्रस्तुत किया जायेगा और उपस्थित सफाई कर्मचारियों को इसकी जानकारी उपलब्ध करवाई जायेगी। उन्होंने कहा कि आज तकनीकी का समय है और इसका समुचित उपयोग कर न केवल सीवर की सफाई के दौरान होने वाली मृत्यु पर अंकुश लगाया जा सकता है बल्कि सीवर की बेहतर साफ सफाई भी सुनिश्चित की जा सकती है।

उन्होंने कहा कि सीवर में मिथेन जैसी जहरीली गैस होती है और सफाई के दौरान सीवर कर्मियों के शरीर में प्रवेश कर फेफडों को संक्रमित कर देती है। उन्होंने बताया कि पिछले 25 वर्षों में सफाई के दौरान 117 सीवर कर्मियों की मृत्यु हुई जबकि इस वर्ष पांच सीवरमैन ने सफाई के दौरान अपनी जान गवाई। उन्होंने कहा कि सीवर की साफ सफाई के दौरान मृत्यु होने पर ऐसे सीवरकर्मियों के परिवारों को 10 लाख रुपये की राशि मुआवजे के रूप में दी जाती है।

कृष्ण कुमार ने बताया कि इन परियोजनाओं के अंतर्गत रेवाड़ी में आठ व गुरुग्राम में चार सेंसर लगाये गये है। उन्होंने बताया कि इन सेंसर के माध्यम से सीवर की एक निर्धारित सीमा के बाद ओवरफ्लो होते ही संदेश संबंधित जेई व एसडीओ को व्हट्सअप, टैक्सट मैसेज और ई-मेल के द्वारा पंहुचेगा। इसके उपरांत उस क्षेत्र के सीवरमैन को इसकी जानकारी उपलब्ध करवाई जायेगी जो तुरंत मौके पर पंहुचकर सीवर की सफाई करेगा। उन्होंने कहा कि इस प्रणाली का फायदा यह होगा की सीवरमैन को सफाई के लिये सीवर के अंदर प्रवेश करने की जरूरत नहीं होगी। उन्होंने बताया कि इस तकनीक के माध्यम से सीवर के ओवरफ्लो की जानकारी कहीं पर भी बैठकर डेसबोर्ड के माध्यम से देखी जा सकती है।

उन्होंने बताया कि यह उनका ड्रीम प्रोजेक्ट है, जिसका मुख्य उद्देश्य सीवरमैन के जीवन की रक्षा करना, समयवद्ध तरीके से सीवर की सफाई व उसकी निगरानी सुनिश्चित करना तथा सीवर कर्मियों को उद्यमी बनाकर रोजगार मुहिया करवाना है। उन्होंने कहा कि आगामी 4 अप्रैल को करनाल में आयोजित होने वाले सफाई मित्रा उत्थान सम्मेलन के दौरान वे मुख्यमंत्री से मांग करेंगे कि रेवाड़ी व गुरुग्राम में इन दो पायलट प्रोजेक्ट की सफलता देखते हुए इसे पूरे प्रदेश में लागू किया जाये।

कृष्ण कुमार ने बताया कि अगले चरण में आयोग द्वारा सफाई कर्मियों को पोर्टेबल जैटिंग व सक्शन मशीन उपलब्ध करवाने के प्रयास किये जा रहे है। उन्होंने बताया कि सीवरकर्मी इन मशीनों को आसानी से एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जा पायेंगे, जिससे सीवर की साफ सफाई का कार्य सुविधाजनक, सुरक्षित व समयबद्ध तरीके से पूरा हो पायेगा।

इस अवसर पर हरियाणा सफाई कर्मचारी आयोग के सचिव श्री अनिल नागर व आयोग के मेंबर नामतः श्री रामफल लोट व आजाद सिंह भी उपस्थित थे।

Police Files, Chandigarh – 25 March

‘Purnoor’ Korel, CHANDIGARH – 25. 03. 2021

Action against gambling/satta

Chandigarh Police arrested Banwari Lal R/o # 610, Ph-1, Ram Darbar, Chandigarh while he was playing satta near Balmiki Mandir, Ph-1, Ram Darbar, Chandigarh on 24.03.2021. Total cash Rs. 7510/- was recovered from his possession. In this regard, a case FIR No. 37, U/S 13A-3-67 Gambling Act has been registered in PS-31, Chandigarh. Accused later on bailed out. Investigation of the case is in progress.

MV Theft

         Pintu R/o # 105, Shastri Nagar, Mani Majra, Chandigarh reported unknown person stole away complainant’s E-Rickshaw No. CH-01TE-0198 from Sabji mandi, Sector-26, Chandigarh on 20-02-2021. A case FIR No. 50, U/S 379 IPC has been registered in PS-26, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Cheating

A case FIR No. 43, U/S 420 IPC has been registered in PS-MM, Chandigarh on the complaint of Rajesh Kumar R/o # G-34, Wajirpur, JJ Colony, Ashok Vihar, North Delhi who alleged that Navneet Goyal R/o M/s Jai Jawla Sales, SCO No. 473, ground floor, Motor Market, Manimajra, Chandigarh sold him one box containing 120 pcs of duplicate Good Night gold flash Liquid Vaporizers on 23.03.2021. Alleged person has been arrested in this case. Investigation of the case is in progress.

A case FIR No. 84, U/S 420 IPC has been registered in PS-39, Chandigarh on the complaint of Gajender Rohilla R/o # 2756, Sector-15, Panchkula (HR) who alleged that Madan Gopal Singh & Jaskirat Singh both R/o # 344, Sector-41, Chandigarh and others taken cash Rs. 16 lakh as earnest money for the sale of H.No. 344, Sector-41, Chandigarh. The alleged persons neither executed the sale deed in favour of complainant and nor return his money. Investigation of the case is in progress.

Theft

R.P. Raju R/o # 3565, Sector-37/D, Chandigarh reported that unknown person stole away gold chain with pendent and solitaire ring from complainant’s house on 24.03.2021. A case FIR No. 83, U/S 380 IPC has been registered in PS-39, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

जीएनसीटी बिल पास आआपा उदास

दिल्‍ली में अधिकार को लेकर मुख्‍यमंत्री और एलजी के बीच जंग हमेशा से चर्चा का विषय रही है। जब से दिल्‍ली में आम आदमी पार्टी की सरकार बनी है तब से मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल और एलजी के बीच किसी न किसी बात पर विवाद होता ही रहा है। हालात यहां तक बिगड़े कि अधिकार की लड़ाई सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गई. 2019 में सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में एलजी और दिल्ली सरकार की भूमिकाओं और अधिकार क्षेत्र को स्पष्ट किया। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद सीएम और एलजी के बाद विवाद कम तो हुआ लेकिन खत्‍म नहीं हुआ। दिल्‍ली में पिछले काफी समय से चले आ रहे इस विवाद को दूर करने के लिए गवर्नमेंट ऑफ नेशनल कैपिटल टेरिटरी ऑफ दिल्ली एक्ट में संशोधन लाई(Government of National Capital Territory of Delhi (Amendment) Bill, 2021) है। संसद के दोनों सदनों में पास हो चुके इस बिल के बाद अब एलजी का अधिकार क्षेत्र काफी विस्तृत हो गया है. बिल में प्रावधान है कि राज्य कैबिनेट या सरकार किसी भी फैसले को लागू करने से पहले लेफ्टिनेंट गवर्नर की ‘राय’ लेगी।

New Delhi: Lieutenant-Governor of Delhi Anil Baijal and Chief Minister Arvind Kejriwal arrive to address the Budget Session in New Delhi on Friday. PTI Photo by Atul Yadav (PTI3_16_2018_000035B)

नयी दिल्ली (ब्यूरो):

GNCT संशोधन बिल में राज्‍यपाल को किसी भी राज्‍य के मुख्‍यमंत्री के बराबर का अधिकार होगा. इस बात को आसान भाषा में समझना हो तो दिल्‍ली विधानसभा में बनाए गए किसी भी कानून में सरकार से मतलब एलजी से होगा। एलजी को सभी फैसलों, प्रस्‍तावों और एजेंडों के बारे में पहले से जानकारी देना आवश्‍यक होगा। अगर किसी मुद्दे पर मुख्‍यमंत्री और एलजी के बीच मतभेद पैदा होते हैं तो उस मामले को राष्‍ट्रपति के पास भेजा जा सकता है। यही नहीं, एलजी विधानसभा से पारित किसी ऐसे बिल को मंजूरी नहीं देंगे जो विधायिका के शक्ति-क्षेत्र से बाहर हैं. इस तरह के बिल को भी राष्‍ट्रपति के पास भेजा जा सकता है। वहां से मंजूरी मिलने के बाद ही उसे राज्‍य में लागू किया जा सकेगा।

‘आआपा’ नेता और दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने भी बिल को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोला है:

‘आज का दिन भारतीय लोकतंत्र के लिए काला दिन है। दिल्ली की जनता द्वारा चुनी गई सरकार के अधिकारों को छिनकर उपराज्यपाल के हांथों में सौंप दिया गया। विडंबना देखिए कि लोकतंत्र की हत्या के लिए संसद को चुना गया, जो हमारे लोकतंत्र का मंदिर है। दिल्ली की जनता इस तानाशाही के खिलाफ लड़ेगी।’ आम आदमी पार्टी के अलावा इस बिल का कांग्रेस ने भी जमकर विरोध किया है। कांग्रेस नेता अभिषेक मुन सिंघवी ने कहा कि हमारे पास अभी सुप्रीम कोर्ट का विकल्प है। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि जीएनसीटी बिल 2021 के खिलाफ विपक्ष सर्वोच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटा सकता है।

आइए आपको बताते  हैं GNCT संशोधन बिल में क्या है और उससे दिल्ली पर क्या असर पड़ने वाला है। 

संशोधन 1-  पहला संशोधन सेक्शन 21 में प्रस्तावित है

इसके मुताबिक  विधानसभा कोई भी कानून बनाएगी तो उसमें सरकार का मतलब “उपराज्यपाल’ होगा। जबकि जुलाई 2018 में सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में चुनी हुई सरकार को ही सरकार माना था। 

संशोधन 2- दूसरा संशोधन सेक्शन 24 में प्रस्तावित है।

इस प्रस्तावित संशोधन के मुताबिक ‘उपराज्यपाल ऐसे किसी भी बिल को अपनी मंजूरी देकर राष्ट्रपति के पास विचार के लिए नहीं भेजेंगे जिसमें कोई भी ऐसा विषय आ जाए जो विधानसभा के दायरे से बाहर हो’

(इसका मतलब अब उपराज्यपाल के पास यह पावर होगी कि वह विधानसभा की तरफ से पास किए हुए किसी भी बिल को अपने पास ही रोक सकते हैं जबकि अभी तक विधानसभा अगर कोई विधेयक पास कर देती थी तो उपराज्यपाल उसको राष्ट्रपति के पास भेजते थे और फिर वहां से तय होता था कि बिल मंजूर हो रहा है या रुक रहा है या खारिज हो रहा है)

संशोधन 3- तीसरा संशोधन सेक्शन 33 में प्रस्तावित है

इस प्रस्तावित संशोधन के मुताबिक, विधानसभा ऐसा कोई नियम नहीं बनाएगी जिससे कि विधानसभा या विधान सभा की समितियां राजधानी के रोजमर्रा के प्रशासन के मामलों पर विचार करें या फिर प्रशासनिक फैसले के मामलों में जांच करें। प्रस्तावित संशोधन में यह भी कहा गया है कि इस संशोधन विधेयक से पहले इस प्रावधान के विपरीत जो भी नियम बनाए गए हैं वह रद्द होंगे।

संशोधन 4- चौथा संशोधन सेक्शन 44 में प्रस्तावित है।

इस प्रस्तावित संशोधन के मुताबिक ‘उपराज्यपाल के कोई भी कार्यकारी फैसले चाहे वह उनके मंत्रियों की सलाह पर लिए गए हो या फिर ना लिए गए हो… ऐसे सभी फैसलों को’ उपराज्यपाल के नाम लिया जाएगा। संशोधित बिल में यह भी कहा गया है कि किसी मंत्री या मंत्री मंडल का निर्णय या फिर सरकार को दी गई शक्तियों का इस्तेमाल करने से पहले उपराज्यपाल की राय लेना आवश्यक होगा।।