निकिता तोमर हत्याकांड : टौसीफ और रेहान दोषी करार अजरुद्दीन बरी
अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश सरताज बासवाना की कोर्ट में फैसला सुनाए जाने के खौफ से हत्यारों के चेहरे लटके हुए थे। हत्याकांड को अंजाम देने के लिए मुख्य आरोपी तौसीफ को हथियार उपलब्ध कराने वाला अजरूदीन इस कदर डरा हुआ था कि फैसला सुनाने से पहले ही वह कोर्ट रूम के अंदर गिरकर अचेत हो गया। मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने उसे पानी पिलाया और संभाला। इस दृश्य को देखकर कोर्ट भी दो मिनट के लिए ठहर गई। इसके बाद कोर्ट ने दोनों पक्षों के वकील को बुलाकर महज दो मिनट के अंदर ही तीनों आरोपियाें पर अपना फैसला सुना दिया। इस केस की सुनवाई कोर्ट में तीन माह 22 दिन तक चली। पीड़ित पक्ष की ओर से कुल 55 और बचाव पक्ष की ओर से दो गवाहों की गवाही कराई गई थी। कोर्ट ने सजा सुनाने का दिन शुक्रवार को दिन तय किया है। इस दौरान सुबह से ही सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। किसी भी हालात से निपटने के लिए केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की तैनाती की गई थी। कोर्ट का फैसला जानने के लिए बड़ी संख्या में वकील कोर्ट रूम के बाहर जमा थे।
- फरीदाबाद के निकिता तोमर हत्याकांड में कोर्ट का आया फैसला
- कोर्ट ने तौसीफ और रेहान को दोषी ठहराया, 26 को आएगा फैसला
- हथियार मुहैया कराने के आरोपी को फास्ट ट्रैक कोर्ट ने बरी किया
- शादी करने से इन्कार करने पर तौसीफ ने निकिता की हत्या कर दी थी
फरीदाबाद/चंडीगढ़ :
हरियाणा के फरीदाबाद जिले का बहुचर्चित निकिता तोमर हत्याकांड के दो मुख्य आरोपितों तौसीफ और रेहान को फास्ट ट्रैक कोर्ट ने बुधवार (24 मार्च) को दोषी करार दिया है। शुक्रवार 26 मार्च को दोषियों को सजा सुनाई जाएगी। वहीं, हत्याकांड में इस्तेमाल हथियार तौसीफ को उपलब्ध करवाने वाले अजरुद्दीन को बरी कर दिया गया है।
पिछले साल अक्टूबर में फरीदाबाद के बल्लभगढ़ में अग्रवाल कॉलेज के बाहर 21 वर्षीय छात्रा निकिता तोमर की दो लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। दरअसल, आरोपित तौसीफ (Tauseef) ने निकिता को गाड़ी में खींचने की कोशिश की, लेकिन जब वो असफल रहा तो उसने उसे गोली मार दी थी। वहीं, वीडियो में अन्य आरोपित मोहम्मद रिहान द्वारा तौसीफ को कार में वापस खींचते देखा जा सकता है। यह पूरी घटना CCTV में भी कैद हो गई थी, जो बाद में सोशल मीडिया पर वायरल हो गई।
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एक समाचार चैनल की रिपोर्ट के अनुसार, लड़की के घरवालों ने आरोप लगाया था कि निकिता पर तौसीफ धर्म परिवर्तन का दबाव बना रहा था। तीन साल पहले इस संबंध में पंचों के सामने फैसला भी हुआ, लेकिन तौसीफ ने दोबारा लड़की के संपर्क में आने का प्रयास किया। उसने बार बार निकिता को यही कहा, ‘मुस्लिम बन जा हम निकाह कर लेंगे’ मगर जब लड़की ने उसकी बात नहीं सुनी तो उसकी गोली मार कर हत्या कर दी।
बता दें कि मृतका निकिता ने घटना के एक माह पहले ही आरोपित तौसीफ के खिलाफ छेड़खानी और उत्पीड़न की शिकायत दर्ज की थी। हालाँकि, बाद में परिवार ने मामला वापस ले लिया था। इसके बाद उसके परिवार ने आरोप लगाया था कि तौसीफ ने उसे फिर से परेशान करना शुरू कर दिया और उस पर इस्लाम अपनाने का दबाव डालने लगा था। वारदात के बाद छात्रा को तुरंत अस्पताल ले जाया गया था, जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया गया।
शादी का दबाव बना रहा था तौसीफ
निकिता के घरवालों ने बताया था कि तौसीफ कुछ दिनों से लड़की पर शादी का दबाव बना रहा था। उसने निकिता से जबरदस्ती दोस्ती भी करनी चाही। निकिता के जब इन्कार किया तो तौसीफ ने उसको गोली मार दी थी। अस्पताल में इलाज के दौरान निकिता की मौत हो गई थी। दिनदहाड़े अंजाम दी गई यह वारदात सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई थी, जिसके आधार पर आरोपियों की पहचान करके तौसीफ व रेहान को पुलिस ने गिरफ्तार किया। मामले में तीसरे आरोपी अजरुद्दीन ने तौसीफ को हथियार उपलब्ध कराया था।
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इस घटना के बाद वहाँ अफरा-तफरी मच गई थी। यह वारदात सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी, जिसके आधार पर आरोपितों की पहचान करके तौसीफ और रेहान को पुलिस ने गिरफ्तार किया था।
तौसीफ का मामा है कुख्यात बदमाश
पुलिस ने बताया कि तौसीफ का मामा कुख्यात बदमाश है जो इस वक्त जेल में सजा काट रहा है। तौसीफ ने अपने मामा के गैंग के गुर्गे से ही देसी तमंचा इस वारदात को अंजाम देने के लिए लिया था। पुलिस ने घटना में इस्तेमाल तमंचा, कार व दोनों आरोपितों के मोबाइल बरामद कर लिए हैं। पुलिस सूत्रों ने बताया कि तौसीफ पॉलिटिकल व क्रिमिनल बैकग्राउंड से आता है। उसका मामा इस्लामुद्दीन हरियाणा और दिल्ली का कुख्यात बदमाश रहा है। उसने कई हत्याएं, लूट व किडनैपिंग की वारदातों को अंजाम दिया था। गुड़गांव में उसके मामा ने एक इंस्पेक्टर सुरेंद्र को किडनैप किया था। इस मामले में बाद में इंस्पेक्टर को छुड़वा लिया गया था। इस्लामुद्दीन कई मामलों में इस वक्त सजा काट रहा है।
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