कुछ गिने चुने लोगो की ग़लतियों की वजह से पजाबी भवन की जगह क़र्ज़ा मैं डुब गई है
- कुछ गिने चुने लोगो की ग़लतियों की वजह से पजाबी भवन की जगह क़र्ज़ा मैं डुब गई है
- करोड़ों रुपये लगभग ऐच ऐस वि पी ( हुड्डा) के देने है कुछ ही दिनों मैं सरकार प्लाट रिज्यूम कर सकती है
- पुरा पंजाबी समाज गुसे मैं है
1 करोड़ 20 लाख की हमने पंजाबी भवन के लिये जगह लिज़ पर लि थी, 2014 मैं 30 लाख रुपये हमने जमा कराये थे उसके बाद कोई पैसे जमा नहीं हुऐ अब ब्याज डाल कर लगभग 2 करोड़ के क़रीब पहुँच गये है कुछ लोगों ने अपने निजी स्वार्थ की ख़ातिर अपनी राजनीति चमकाने के लिये भवन को खडरं बना दिया है
न अभी तक कोई मिटीगं बुलाई है न कोई हिसाब किताब दिखाया है हम कुछ ही दिनों मैं मिटीगं बुला रहै है पुरे पंजाबी समाज की न किसी को भी मिटीगं मैं बुलाया जा रहा है
हम पंजाबियों को अपनी कौम पर फक्र है ! लेकिन आज के दौर में हमारी बिरादरी का संगठन और मजबूत होना बेहद जरूरी हो चुका है ! इस बात पर कोई शक नहीं होना चाहिए कि यदि हम संगठित रहेंगे और एकता का दामन थाम के रखेंगे तो ही हम सर्व समाज में गौरव से सिर उठाकर जी पाएंगे ! यदि हम संगठित रहे तो अग्रणी रह पाएंगे वरना हम दूसरों से पिछड़ जाएंगे ! आज हम सब का यह कर्तव्य बनता है कि हम अपने बच्चों और आने वाली पीढ़ियों को एक मजबूत कौमी आधार दे कर जाएं ! आज यदि हम अन्य कौमों की तरफ देखें तो हमें यह नजर आएगा कि उनके मुकाबले हम पिछड़ रहे हैं ! यदि हम पिछड़ जाएंगे तो हमारी आने वाली पीढ़ियां हमें कभी माफ नहीं करेंगी !
बेशक पंचकूला में हम लोग अलग-अलग क्षेत्रों से आकर बसे हैं लेकिन अब तो कई दशक से हम सभी यहां रह रहे हैं ! लेकिन इतने लंबे समय से इस शहर में रहते हुए भी हम लोग संगठित भाईचारे से बहुत दूर है ! इतने लंबे समय में अभी हम अपने इस शहर में पंजाबी भवन का निर्माण नहीं कर पाए जबकि अन्य सभी बिरादरियां पंचकूला में अपने अपने भवन का निर्माण बहुत पहले से कर चुकी हैं ! फ़ाउंड्रर मैबरं पंजाबी ऐकता मचं हेमन्त किगंर
यह स्पष्ट दिख रहा है कि आपसी एकता के अभाव में हम लोग इस मामले में बहुत पिछड़े हुए हैं ! अत्यंत भागदौड़ और प्रयत्नो के बाद हमें हरियाणा सरकार से पंचकूला में पंजाबी भवन के लिए जगह अलाट करवाने में सफल हुए थे ! लेकिन यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण बात रही कि पंजाबी भवन को निजी स्वार्थों और राजनीति में उलझा दिया गया ! आज के हालात यह हैं कि कई वर्ष से पंजाबी भवन अधर में लटका है और इसकी भूमि की पेमेंट भी हुडा विभाग को नहीं हो पाई है ! आज हुडा विभाग पंजाबी भवन से लगभग 2 करोड रुपए का लेनदार है और यह रकम लगातार बढ़ती चली जा रही है ! ऐसे में पंजाबी भवन के प्लाट के रिज्यूम होने का खतरा बहुत ज्यादा बना हुआ है ! अगर ऐसा हो गया तो निश्चित तौर पर यह हमारी बिरादरी के लिए बहुत बड़ी शर्मिंदगी की बात होगी !
आज इस बात की बेहद जरूरत है कि अब हम निजी स्वार्थ और राजनीति से ऊपर उठकर अपनी बिरादरी के गौरव के लिए उठ खड़े हों ! यदि पंचकूला के सभी पंजाबी परिवार सीधे-सीधे पंजाबी भवन के साथ जुड़ जाएं और अपना हर तरह से योगदान दें तो पंजाबी भवन का यह पवित्र यज्ञ बड़े गौरव के साथ संपन्न किया जा सकता है ! इसलिए आज जरूरत है कि शहर के एक एक पंजाबी परिवार को पंजाबी भवन के प्रोजेक्ट में भागीदार बनाया जाए !
यदि पंजाबी भवन रूपी इस पवित्र सामाजिक प्रोजेक्ट को लोकतांत्रिक तरीके से आगे बढ़ाया जाए तो निश्चित रूप से शहर के सभी पंजाबी परिवार खुलकर आगे आएंगे और तन मन धन से अपना सहयोग करेंगे ! पंजाबी भवन की भूमि की हुडा को पेमेंट करने के साथ-साथ इस प्रोजेक्ट को जल्द से जल्द पूरा किया जाना अति आवश्यक है ताकि सभी पंजाबी परिवारों को इसका लाभ मिल सके फ़ाउंड्र मैबरं हेमन्त किगंर, फ़ाउंड्रर मेंबर बि के खुराना,फ़ाउंड्रर मेंबर स्वर्गीय वि के कपुर के बेटे पुनीत कपुर, फाउडर मेबरं अमीत जुनेजा,संत पाल अरोडा , विजय आनंद,दिनेश दुरेजा,पियुश मुजाल , विजय धिर, नंद लाल मदान,