हिसार रोड़ स्थित निशूराज रिसोर्ट में झूंथरा परिवार द्वारा श्री श्याम अखाड़ा का आयोजन किया

  • भक्ति, ज्ञान एवं संगीत की त्रिवेणी में सिरसा के हजारों लोगों ने डूबकी लगाई। मौका था श्री श्याम अखाड़ा का।
  •   हिसार रोड़ स्थित निशूराज रिसोर्ट में झूंथरा परिवार द्वारा श्री श्याम अखाड़ा का आयोजन किया

सतीश बंसल, सिरसा:

भक्ति, ज्ञान एवं संगीत की त्रिवेणी में सिरसा के हजारों लोगों ने डूबकी लगाई। मौका था श्री श्याम अखाड़ा का। मंगलवार को हिसार रोड़ स्थित निशूराज रिसोर्ट में झूंथरा परिवार द्वारा श्री श्याम अखाड़ा का आयोजन किया गया। इस भव्य समारोह में श्याम भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा। मंगलवार रात्रि 8:00 बजे शुरू हुए इस श्री श्याम अखाड़ा में पंजाब से श्री विजय जी महाराज पहुंचे और उन्होंने श्री श्याम जी के भजनों से उपस्थितजनों को झूमने पर मजबूर कर दिया। इस अवसर पर उपायुक्त प्रदीप कुमार, उद्योगपति संजीव गुप्ता, कपिल शर्मा लाला चाट, पं. होशियारी लाल शर्मा, हीरा लाल शर्मा, संजय गोयल एडवोकेट, राजकुमार शर्मा, अमन चोपड़ा, नगर पार्षद सुनील  बहल, राजीव गुप्ता, राजीव सर्राफ, धवल कांडा, पवन गुप्ता, पत्रकार अंजनी गोयल, महेश शर्मा, इन्द्रमोहन शर्मा, भूषण सरदाना, बॉबी सतनाली वाला, रमन सर्राफ, डॉ. विकास अग्रवाल, डॉ. राकेश सिंगला, डॉ. गुरदीप शेरगिल, ब्रिजेश फुटेला, अजय फुटेला, राजेश गोयल, विकास गोयल, लोकेश गुर्जर, राम अवतार हिसारिया, कुलदीप मित्तल, राजेश गोयल रिंकू, होशियार चंद शर्मा, सोनू डूमड़ा, चन्द्रशेखर मेहता, प्रशांत गुप्ता सहित शहर के राजनीतिक, धार्मिक  व सामाजिक संस्थाओं के पदाधिकारियों व  हजारों गणमान्य लोगों ने पहुंचकर माथा टेका और भक्ति, ज्ञान एवं संगीत की त्रिवेणी में अपनी हाजिरी लगाई। मुरलीधर झूंथरा, राधेश्याम झूंथरा, चन्द्र झूंथरा, सोनिका झूंथरा, सयम झूंथरा, नयन झूंथरा, शीतल झूंथरा, आशीष झूंथरा ने परिवार सहित ज्योत प्रज्जवलित की और आए हुए अतिथियों का स्वागत किया।

   श्री श्याम अखाड़ा में श्री श्याम जी का स्वरूप देखने व मन मोहने वाला था। इस अवसर पर हजारों लोगों ने भंडारे का प्रसाद भी ग्रहण किया

                श्री श्याम अखाड़ा के दौरान पंजाब से पधारे श्री श्याम बाबा के अन्नय भक्त श्री विजय जी महाराज ने श्री श्याम जी के एक से बढ़कर एक भजन अपने मधुर कंठ से प्रस्तुत किए। श्री विजय जी महाराज ने आयो रंग रंगीलो फाल्गुन आया, खाटू चलां रे….., तुम झोली भर लो भक्तो, रंग गुलाल से होली खेलेगा गिरधर गोपाल…., जगत में डंका बज रहा…., मूच्छा की मरोड़, ऐसो रोब है निरालो, घंूगर वाला बाल हमारो सांवरो मत वालो… सहित अनेक भजन गाकर भक्तिमय माहौल में रंग भरे। इस दौरान श्याम भक्त श्याम जी की धुन में थिरकते नजर आए। पूरी रात श्याम भक्त झूमते रहे। श्री श्याम बाबा का दरबार देखकर ऐसा लग रहा था कि मानो श्री खाटू श्याम धाम में बैठे भक्ति का आनंद ले रहे हों। कार्यक्रम के आयोजक एवं निशूराज रिसोर्ट के एम.डी. चन्द्र झूंथरा ने बताया कि भव्य श्याम दरबार को सजाने का जिम्मा दिल्ली से आए श्री श्याम भक्तों ने किया और फूल भी वहीं से मंगवाए गए थे।

फूल व इत्र की हुई बरसात

                श्री श्याम अखाड़ा के दौरान श्री विजय जी महाराज जब श्री श्याम बाबा का गुणगान कर रहे थे तो झूंथरा परिवार सहित अन्य भक्तों ने इत्र व फूलों की बरसात की। यह सिलसिला पूरी रात चला। भक्तों ने भी श्री श्याम अखाड़ा का खूब आनंद लिया और आयोजक झूंथरा परिवार को साधुवाद दिया। उनका कहना था कि इस तरह का शानदार आयोजन सिरसा में पहली बार हुआ है जहां भक्ति, ज्ञान एवं संगीत की गंगा बही है और भक्ति में डूबकर श्री श्याम जी के दर्शन हुए हैं।

संयम व नयन ने संभाला भंडारे का जिम्मा

                निशूराज रिसोर्ट के संचालक चन्द्र झूंथरा के दोनों पुत्रों संयम झूंथरा व नयन झूंथरा ने श्री श्याम भंडारे का जिम्मा बखूबी संभाला। उन्होंने आए हुए सभी अतिथियों को खूब आदर सत्कार के साथ भंडारे का प्रसाद वितरित किया। संयम-नयन की जोड़ी ने प्रत्येक अतिथि का भव्य स्वागत किया और श्री श्याम दरबार में माथा टेकने के बाद भंडारा स्थल पर ले गए और उन्हें भंडारे का प्रसाद खिलाया। उनकी मेजबानी से सभी लोग प्रसन्न नजर आए।

चन्द्र झूंथरा की मेजबानी के कायल हुए विजय जी महाराज

                श्री श्याम अखाड़ा में पंजाब से विशेष रूप से पधारे श्री विजय जी महाराज ने सिरसा में श्री श्यामा अखाड़ा सजाने व शानदार आयोजन के लिए चन्द्र झूंथरा व झूंथरा परिवार की प्रशंसा की और कहा कि चन्द्र ने अपने नाम व स्वभाव के अनुरूप कार्य कर सबका मन मोहा है। उन्होंने चन्द्र झूंथरा को श्री श्याम का अन्नय भक्त बताया। उन्होंने चन्द्र झूंथरा को आशीर्वाद देते हुए कहा कि उन्होंने श्याम भक्तों को भक्ति, ज्ञान एवं संगीत की त्रिवेणी में एकत्रित कर बहुत ही बड़े पुण्य का कार्य किया है जिसका फल उन्हें मिलना लाजि़मी है। कार्यक्रम के दौरान महिलाओं ने भी अच्छी खासी संख्या में हाजिरी लगाई। उनका चन्द्र झूंथरा की धर्मपत्नी सोनिका झूंथरा ने आदर सत्कार किया और माथा टेकने के बाद प्रसाद ग्रहण करवाया।

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