आकाश-एनजी मिसाइल का सफल परीक्षण
ओड़ीसा/नयी दिल्ली:
डिफेंस रिसर्च एंड डिवेलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन (DRDO) ने आकाश-एनजी (नेक्स्ट जेनरेशन) मिसाइल का सोमवार को सफल परीक्षण किया। इंडियन एयरफोर्स के लिए तैयार किए गए अगली पीढ़ी के इस मिसाइल ने टारगेट को सफलतापूर्वक ध्वस्त किया। ओडिशा के इंडिग्रेटेड टेस्ट रेंज से एक सैन्य वाहन से इसे लॉन्च किया गया।
DRDO ने कहा कि आकाश-एनजी एक नई पीढ़ी का सरफेस-टू-एयर मिसाइल है जिसका उपयोग भारतीय वायुसेना द्वारा हवाई खतरों को रोकने के उद्देश्य से किया जाता है। मिसाइल ने अपने लक्ष्य को ढूंढ निकाला और सटीकता के साथ उसे ध्वस्त कर दिया। मिसाइल का परीक्षण सभी मानकों पर सफल रहा।
आकाश मिसाइल का वजन 720 किलोग्राम है और इसकी लंबाई 19 फीट है। यह 60 किलोग्राम के भार वाले हथियारों को ले जाने में सक्षम है। इसकी मारक क्षमता 40 से 60 किलोमीटर तक की है। यह मिसाइल 4321 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ान भरती है। यानी एक सेकेंड में 1.20 किलोमीटर। दुश्मन जब तक इसको रोकने का प्रयास करेगा तब तक यह उसे मार कर नेस्तनाबूद कर देगी। इसको एंटी मिसाइल के तौर पर भी उपयोग में लाया जा सकता है।
पिछले दिनों आकाश मिसाइल की खरीद में दक्षिण एशिया के नौ देशों एवं अफ्रीकी मित्र देशों ने रुचि दिखाई। कुछ मित्र देशों ने आकाश मिसाइल के अतिरिक्त तटीय निगरानी प्रणाली, रडार तथा एयर प्लेटफॉर्म को भी खरीदने में अपना रुझान दिखाया है।
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) द्वारा विकसित आकाश मिसाइल की तकनीक एवं विकास 96 प्रतिशत स्वदेशी है। भारत ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि भारत आकाश मिसाइल केवल उन्हीं देशों को बेचेगा जिनसे उसके बेहतर एवं मैत्रीपूर्ण संबंध हैं।
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