Police Files, Panchkula – 04 January

प्रैस नोट 04.01.2021

अवैध एंम.टी.पी. किट बेचने के मामलें में आरोपी को किया गिरफ्तार                                                                         

                   पुलिस प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बतलाया कि पुलिस थाना कालका की टीम नें कल दिनाक 03.01.2021 को अवैध रुप से MTP  किट बेचने के आरोप में आऱोपी को गिरफ्तार किया गया । गिरफ्तार किये गये आऱोपी की पहचान विरेन्द्र पुत्र भरत सिह वासी पेहवा जिला कुरुक्षेत्र के रुप में हुई ।

जानकारी के मुताबिक दिनाक 17.11.2020 को जब पीडिता दिनांक 17.11.2020 को सुबह 9.59 बजे एसडीएच, कालका द्वारा रोगी की जांच की गई । परीक्षा के बाद उसे SDH, कालका और गर्भाधान के उत्पादों को खाली करने के लिए जब पीडिता से गर्भपात के लिए ली गई एमटीपी किट के बारे में पूछा गया, जिसमें बताया कि वह 6-7 सप्ताह की गर्भावस्था में थी और उसके पति ने एमटीपी किट अपने दोस्त वीरेंद्र से खरीदी थी । पीडिता के ब्यान पर उपरोक्त आरोपी सहित अन्य आरोपियों के खिलाफ धारा 3,4,5(2)(3) MTP ACT के तहत पुलिस थाना कालका में अभियोग दर्ज करके कार्यवाही की गई । जो अभियोग दर्ज उपरान्त अभियोग में गहनता से तफतीश करते हुए कल दिनाक 03.01.2020  आरोपी को गिरफ्तार करके कार्यवाही की गई ।

क्राईम ब्रांच सैक्टर 26 पचंकूला ने स्वीफ्ट कार चोरी करने वाले आरोपियो को लिया पुलिस रिमाण्ड पर  ।

                       पुलिस प्रवक्ता ने जानकारी के देते हुए बतलाया कि क्राईम ब्रांच सैक्टर 26 पचंकूला की टीम नें स्वीफ्ट कार चोरी करनें के मामलें तीन आरोपियों को गिरप्तार किया गया । जो गिरफ्तार किये गये आरोपियों की पहचान,1. सब्बीर अहमद भट्ट पुत्र मौहम्मद अकबर भट्ट् वासी, मौहल्ला गोपाल पुरा कला जिला अन्नतनाग (जम्मु & कशमीर) जो कि दिल्ली से कपडा लाकर श्री नगर में फेरी लगाकर बेचने का कार्य करता था।  2. मौहम्मद शोयब अन्सारी पुत्र मौहम्मद साहिद वासी वासी सैक्टर 56 चण्डीगढ तथा 3. मौहम्मद सलिम पुत्र गुलाम नबी गाँव विरागपुरा जिला  अन्नतनाग (जम्मु & कशमीर) के रुप में हुई । जो आरोपी पचंकूला व चण्डीगढ से गाडिया चोरी करके जम्मु व श्री नगर में बेचकर अच्छे पैस कमा लेते थे । जिन्होने योजना बनाकर दिनाक 25/26.11.2020 को सैक्टर 21 पचंकूला से कार चोरी करके वारदात को अन्जाम दिया ।

जानकारी के मुताबिक शिकायतकर्ता पवन गर्ग पुत्र राम स्वरुप गर्ग सैक्टर 21 पचंकुला नें शिकायत दर्ज करवाई कि 25.11.2020 की रात को  उसकी मारुति कार स्वीफ्ट किसी अन्जान व्यकित के द्वारा चोरी कर ली गई है । जिस बारे पुलिस चौकी सैक्टर 21 पचंकूला में शिकायत प्राप्त पर होने पर पुलिस थाना सैक्टर 05 पचंकूला में धारा 379 भा0द0स0 के तहत अभियोग दर्ज किया गया है । जो अभियोग में आगामी तफतीश क्राईम ब्रांच सैक्टर 26 पचंकूला के द्वारा अमल लाते हुए अभियोग में गहनता से कार्यवाही करते हुए उपरोक्त कार चोरी करनें के मामलें में तीन आरोपियों को गिरप्तार किया गया । जो गिरफ्तार किये गये आरोपियो को माननीय पेश अदालत दो दिन का पुलिस रिमाण्ड प्राप्त किया गया । ताकि अन्य सलिप्त चोरी के मामलों का भी खुलासा किया जा सके ।

एचएसएलए ने प्रदेशभर के 19 कर्मचारियों को किया सम्मानित-दया चैधरी

राज्य स्तरीय संस्कार सम्मान समारोह का आयोजन’

पंचकूला 4 जनवरी:

हरियाणा राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण ने जिला विधिक सेवा प्राधिकरणों, पैनल अधिवक्ताओं, पैरा लीगल वालंटियर्स और डीएलएसए कर्मचारियों के अपने पहले राज्य स्तरीय संस्कार समारोह का आयोजन सेक्टर -14, के प्रशासनिक भवन में किया। समारोह का उद्देश्य विधिक सेवा प्राधिकरणों की टीम का मनोबल बढ़ाना और उनके द्वारा किए गए कार्यों और प्रयासों को सबके लिए न्याय के आदर्श वाक्य को प्राप्त करना था।

पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय की न्यायाधीश एवं कार्यकारी अध्यक्ष   एचएलएसए दया चैधरी ने समारोह में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में शिरक्त करते हुए राज्य स्तर पर कुशल लेखा में सार्वजनिक प्रबंधन कौशल व सामाजिक योगदान, कुशल रिकॉर्ड रखने और कार्य में पहल करने में जूनियर स्केल स्टेनोग्राफर गीता व क्लर्क सुमिंदर सिंह, एचएएलएसए और जूनियर स्केल स्टेनोग्राफर श्रुति, एचएएलएसए को तीन अलग-अलग श्रेणियों में कार्य और आचरण, नौकरी के प्रति  हरियाणा राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के सर्वश्रेष्ठ कर्मचारी घोषित कर पुरस्कृत किए।

समारोह के दौरान न्यायाधीश दया चैधरी ने प्रतिभागियों के साथ अपने बहुमूल्य विचार और अनुभव साझंा करते हुए कहा कि कोविड ने विभिन्न स्तरों पर अदालतों और सरकारी विभागों के कामकाज को प्रभावित किया है और दुनिया के सामने एक बड़ी चुनौती पेश की है कि वे जीवन में सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए उपयुक्त तरीके और साधन खोजें। इस तरह की कठिनाइयों और बाधाओं के बीच, विधिक सेवा प्राधिकरणों ने लगातार आगे बढ़कर कोविड-19 के कठिन समय में समाज के दलित वर्गों को सहायता प्रदान की है। उन्होंने यह भी कहा कि एक संस्था या संगठन एक टीम से बना है जो संगठन की सफलता और उपलब्धि के लिए दिन-रात काम करता है। उन्होंने आगे कहा कि किसी भी संस्था की सफलता उस संगठन के कर्मचारियों की कड़ी मेहनत, समर्पण और समर्पण का एक अंतिम परिणाम है।

न्यायाधीश ने पैनल अधिवक्ताओं, पैरा लीगल वालंटियर्स और कर्मचारियों की भूमिका को स्वीकार करते हुए कहा कि सभी कानूनी सेवाओं के अधिकारियों की कार्य योजना के प्रभावी निष्पादन के लिए एक टीम के रूप में काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वे केंद्र व राज्य सरकारों की योजनाओं और लाभों के बारे में न केवल अवगत करवाते हैं बल्कि कल्याणकारी योजनाओं से भी लोगों को जोड़ते हैं। पैनल अधिवक्ता, पीएलवी और कर्मचारी कानूनी सेवा संस्थानों के एक स्तंभ के रूप में काम कर रहे हैं, जो कानूनी सेवाओं के अधिकारियों के क्षेत्र में सुधार और विस्तार में मदद करते हैं। सभी के प्रयासों की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि डीएलएसए के सचिव लगातार अपनी टीमों को बेहतर प्रदर्शन करने के लिए मार्गदर्शन दे रहे हैं और प्रत्येक अवरोध को तोड़ने के विश्वास के साथ एक्सेस फॉर जस्टिस फॉर ऑल के आदर्श वाक्य को प्राप्त करने के लिए आगे आ रहे हैं।

उन्होंने कहा कि यह उनकी दृष्टि, धारणा और प्रतिबद्धता है जिसने कानूनी सेवा संस्थानों को और नए लक्ष्य निर्धारित करने और उनकी उपलब्धि के लिए लगातार सेवा प्राधिकरण प्रयास करने में हलसा के साथ अपने अनुभव को साझा करना है। उन्होंने कहा कि कोविड संक्रमण ने कानूनी की शारीरिक गतिविधियों को पूरी तरह से रोक दिया, लेकिन तकनीक की मदद से, कानूनी सेवा संस्थान बड़े पैमाने पर लोगों तक पहुंचे। पिछले कुछ महीनों में, एचएएलएसए ने हरियाणा राज्य में ऑनलाइन मध्यस्थता, ई-लोक अदालत, दैनिक ई-लोक अदालत का शुभारंभ किया। जिससे पार्टियों को अपने मुद्दों को सुलझाने के लिए एक आभासी मंच प्रदान किया जा सके, जिससे एचएएलएसए के प्रदर्शन में एक बड़ी सफलता मिली। कई सामाजिक-आर्थिक मुद्दों पर डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से जन जागरूकता की गई है।

कार्यक्रम में हलसा ने अपने सार्थक प्रयासों और प्रतिबद्धता के लिए सर्वश्रेष्ठ डीएलएसए पैनल अधिवक्ताओं, पीएलवी व डीएसएलवी के कर्मचारियों के लिए विभिन्न श्रेणियों के तहत 19 पुरस्कारों की घोषणा अनुसार चयन हुआ। इनमें जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, कुरुक्षेत्र, गुरुग्राम, अंबाला, झज्जर, फरीदाबाद और सोनीपत को अलग-अलग श्रेणियों के तहत हरियाणा में सर्वश्रेष्ठ डीएलएस को सम्मानित किया गया है। इनमें समग्र प्रदर्शन, मध्यस्थता, असाधारण सेवाएं, कानूनी सेवाएं प्रदान, सेवाओं, आउटरीच कार्यक्रमों, कोविड-19 में असाधारण कार्य और वार्षिक गतिविधियों के अलावा पेनल अधिवक्ता शामिल है।

डीएलएसए गुरुग्राम सुजान सिंह, डीएलएसए कुरुक्षेत्र सुश्री दिव्या चुघ और डीएलएसए फरीदाबाद रविन्द्र गुप्ता को गुणवत्ता और प्रभावी कानूनी सेवाओं के प्रतिपादन के लिए हरियाणा में सर्वश्रेष्ठ घोषित किया गया है। आउटरीच कार्यक्रम में अधिकतम योगदान और क्रमशः कोविड-19 के दौरान असाधारण कार्य के लिए पीएलवी अनिल कुमार हिसार और रीता, पीएलवी करनाल को क्रमशः हरियाणा में सामाजिक योगदान और कोविड-19 के दौरान असाधारण काम के लिए चुना गया है। लेखाकार धर्मेंद्र, झज्जर  क्लर्क सतीश कुमार कुरुक्षेत्र, सहायक मीनू अंबाला, क्लर्क यशपाल, नारनौल, और क्लर्क प्रदीप कुमार करनाल को हरियाणा में डीएलएसए के सर्वश्रेष्ठ कर्मचारियों के रूप में घोषित किया गया है।

Project for PU Faculty

Chandigarh January 4, 2021

Dr Kashmir Singh, Chairperson, Department of Biotechnology, Panjab university Chandigarh has been granted a project on “Exploring the resistance potential of pseudo R-genes to evoke fungal resistance in Vitis vinifera (Grapevine)” by Science and Engineering research Board (SERB), New Delhi.

The total cost of the project is approx Rs 70 lakhs and it will be run in collaboration with National Research Centre on Grapes, Pune. Dr Singh will work on identification of genes silenced during the evolution process and evoke them to see their role in imparting resistance against certain fungal pathogens in grapes. The pseudogenes identified will then be used for development of disease resistance grape varieties.

Result May /September-2020

Chandigarh January 4, 2021

This is to inform that the result / evaluation sheet of examination May /September, 2020 of the following courses have been declared/made public today.

1.      Shastri-4th Semester,May-2020

2.      Shastri-2nd Semester,May-2020

3.      Shastri-6th Semester,September-2020

4.      Master of Arts(Sociology)-4th Semester,September-2020

The same can be seen at the respective Departments/Colleges or Panjab University website.

DST, CPR, PU, a part of STIP

Chandigarh January 4, 2021

The Department of Science and Technology (DST), Centre for Policy Research, Panjab University, Chandigarh has been involved in the drafting of the recently released Science, Technology, and Innovation Policy Draft, a landmark policy initiative to strengthen India’s National STI ecosystem and to make it globally competitive. 

The 5th national STI policy revolves around its core principles of being decentralized, evidence-informed, bottom-up, experts-driven, and inclusive. The objective of the policy is to identify and address strengths and weaknesses of the Indian STI ecosystem to catalyse socio-economic development of the country and also make the Indian STI ecosystem globally competitive.

Dr Radhika Trikha, Senior Policy Fellow and Dr Sheeraz, Post-Doctoral fellow from DST-Centre for Policy Research at Panjab University have been a part of this initiative under the STIP Secretariat-S25 team. The STIP Draft is open for public feedback, suggestions, and comments and DST, CPR, Panjab University invites  valuable suggestions, comments, and inputs on the policy draft to make policy formulation truly inclusive

पांच साल से अंडर प्रोसेस है लेफ्टआऊट हिन्दी शिक्षकों की पदोन्नति

-जूनियर 2016 हो चुके पदोन्नत और   हिन्दी शिक्षक अब भी एंटीडेटेड पदोन्नति के इंतजार में
-विभाग के पास पदोन्नति सूचि तैयार, लेकिन नहीं कर रहा है जारी
-हिन्दी शिक्षकों ने प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री से मांगी एंटीडेटेड पदोन्नति

पंचकूला:

 लेफ्टआऊट हिन्दी शिक्षकों ने प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री, शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव और माध्यमिक शिक्षा निदेशक को फिर पत्र लिखकर जल्द पीजीटी हिन्दी पर एंटीडेटेड पदोन्नति देने की मांग की है। विंडबना ये है कि जूनियर शिक्षक 2016 में पदोन्नति पाकर पांच वर्ष से पीजीटी हिन्दी के पद पर कार्य कर रहे हैं, लेकिन सीनियर हिन्दी शिक्षक को बार-बार गुहार लगाने के बाद भी एंटीडेटेड पदोन्नति नहीं मिल रही है।

सीनियर हिन्दी शिक्षक बजरंग लाल, नूतन देवी, सरिता, सोनिका, रामनिवास, रोशन लाल,अंजना यादव, संजीव आदि ने बताया कि 06 मई 2016 को जारी पीजीटी हिन्दी पदोन्नति सूचि में सीनीयर को छोडक़र जूनियर को पदोन्नति दे दी। लेकिन सीनीयर 5 वर्ष से पदोन्नति होने के इंतजार में हैं। बार-बार मांग उठाने के बाद भी विभाग उनको पदोन्नति नहीं दे रहा जबकि अन्य विषयों के नए पदोन्नति मामलों पर कार्य कर रहा है।

इन शिक्षकों ने बताया कि उन्होंने पहले शिक्षा मंत्री राम बिलास शर्मा के सामने भी अपनी पदोन्नति से वंचित होने का मामला रखा था और वर्तमान शिक्षा मंत्री कंवर पाल  जी से भी मिलकर पदोन्नति की मांग की है। वहीं कई बार सेंकेंडरी शिक्षा निदेशक, प्रिंसीपल सके्रटरी और वर्तमान में अतिरिक्त मुख्य सचिव को भी हमारे पदोन्नति से वंचित रहने के बारे में बार-बार अवगत करा चुके हैं। उन्हें हर बार जल्द एंटीडेटेड पदोन्नति होने का आश्वासन मिलता है, लेकिन अभी तक यह पदोन्नति नहीं मिली है। सभी कई बार सुगम पोर्टल पर भी अपनी शिकायत कर चुके हैं, लेकिन वहां से जवाब मिलता है कि लेफ्ट आऊट की पदोन्नति का कार्य चल रहा है। विभाग को कार्यवाही करते हुए चार वर्ष से ज्यादा हो गए लेकिन लेफ्ट आऊट हिन्दी टीचर की पदोन्नति नहीं हो रही और विभाग सिर्फ अंडर प्रोसेस का जवाब दे रहा है।

पीजीटी पदोन्नति में लेफ्ट आउट हिन्दी अध्यापकों ने फिर प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री मनोहर लाल, शिक्षा मंत्री कंवरपाल, सैकेंडरी शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव व निदेशक को पत्र भेजकर मांग की है कि पीजीटी हिन्दी के लेफ्ट आउट पदोन्नति सूचि को शीघ्र जारी कराएं।

2016 में आई भी पदोन्नति सूचि

शिक्षा विभाग ने 12 फरवरी 2014 को पत्र जारी कर पीजीटी पदोन्नति के लिए उन अध्यापकों के मामले भेजने के लिए कहा जो 01 जनवरी 2014 को हरियाणा स्टेट एजुकेशन स्कूल कैडर गु्रप बी सर्विस रूल-2012 के अनुसार योग्यता रखते हों। इसके बाद यही मामले पत्र क्रमांक 15/11-13 एचआरएल (4), दिनांक 19 जून 2015 व 26 जून 2015 के द्वारा भी मांगे गए। फिर 6 मई 2016 को पत्र क्रमांक : 15/18-2016 -पीजीटी-।। (3), के द्वारा पीजीटी हिन्दी की पदोन्नति सूचि जारी की गई। इस पदोन्नति सूचि में सीनियर हिन्दी अध्यापक रह गए जबकि कई जूनियर को पदोन्नति मिल गई। हालात ये है कि 2012 में ज्वाइनिंग करने  वाले हिन्दी शिक्षकों को पीजीटी हिन्दी पर पदोन्नति मिल गई और वर्ष 2000 में ज्वाइन करने वाले सीनीयर रह गए। पदोन्नति में लेफ्ट आउट ये हिन्दी शिक्षक पिछले 5 वर्ष से विभाग से बार-बार अपनी पदोन्नति की मांग कर चुके हैं, लेकिन उनका पदोन्नति का इंतजार खत्म नहीं हो रहा है।

बार-बार पत्र जारी, लेकिन एंटीडेटेड पदोन्नति नहीं

विभाग द्वारा पीजीटी-वन शाखा के माध्यम से 2016 की पदोन्नति सूचि में लेफ्ट आऊट रहे हिन्दी शिक्षकों के पेंडिंग केस भी 31 जुलाई, 2 सितंबर और 15 अक्तूबर 2020 को पत्र भी जारी करके मांग चुका है। सभी पेंडिंग केसों का निपटान होने के बाद इन लेफ्ट आऊट हिन्दी की पदोन्नति सूचि भी तैयार हो गई है, लेकिन इसे जारी नहीं किया जा रहा है। विभाग ने नए पदोन्नति केसों पर कार्य शूरू कर दिया है।

शिक्षकों ने लगाया धांधली का आरोप

लेफ्टआउट हिन्दी शिक्षकों ने बताया कि विभाग में 1 जनवरी 2014 को योग्यता रखने वाले लेफ्ट आउट इन हिन्दी अध्यापकों की एंटीडेटेड पदोन्नति सूचि तैयार है लेकिन इसको जारी नहीं किया जा रहा है। इन शिक्षकों ने आरोप लगाया कि अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा मिलीभगत के चलते जानबूझकर एंटीडेटेड पदोन्नति सूचि नहीं निकाली जा रही है। 2018 और 2019 में कुछ लेफ्टआउट हिन्दी टीचर की दो सूचियां जारी की गई जिसमें सिर्फ 12 लेफ्टआउट को ही पदोन्नति दी गई। इसमें उन्होंने धांधली का आरोप लगाते हुए कहा कि  कुछ लोगों को ही एंटीडेटेड पदोन्नति क्यों दी गई जबकि पांच साल से लगभग 100 से ज्यदा सीनियर हिन्दी टीचर प्रमोशन से वंचित हैं। ये कर्मचारियों और अधिकारियों द्वारा की कगई धांधली को दर्शाता है।

आरटीआई में विभाग बोला, सभी को दी है प्रमोशन :

वकील पवन पारिक द्वारा आरटीआई एक्ट के तहत मांगी गई सूचना में सैकेंडरी शिक्षा विभाग ने कहा है कि 1 जनवरी 2014 को जो पदोन्नति की शैक्षणिक योग्यता पूर्ण करते थे उन सभी हिन्दी अध्यापकों की पदोन्नति कर दी गई है। विभाग द्वारा दी गई सूचना के अनुसार कोई भी पीजीटी हिन्दी की पदोन्नति में लेफ्ट आउट नहीं है। जबकि धरातल पर ऐसा नहीं है,कई सीनीयर हिन्दी अध्यापक पीजीटी हिन्दी की पदोन्नति से वंचित रह गए हैं।

Police Files, Chandigarh – 04 January

‘Purnoor’ Korel, CHANDIGARH – 04 January

Two persons arrested for consuming liquor at public place

Chandigarh Police arrested Ajay R/o # 128 Village Mauli Jagran, Chandigarh while consuming liquor near Park Vikas Nagar Mauli Jagran on 03.01.2021. A case FIR No. 01, U/S 68-1(B) Punjab Police Act 2007 & 510 IPC registered in PS-Mauli Jagran, Chandigarh. He was later bailed out. Investigation of the case is in progress.

Chandigarh Police arrested Ravinder R/o # 76, Village Mauli Jagran, Chandigarh while consuming liquor near Tube well Batha Colony Mauli Jagran on 03.01.2021. A case FIR No. 02, U/S 68-1(B) Punjab Police Act 2007 & 510 IPC registered in PS-Mauli Jagran, Chandigarh. He was later bailed out. Investigation of the case is in progress.

Illicit liquor recovered

          A case FIR No. 03, U/S 61-1-14 Excise Act has been registered in PS-31, Chandigarh against unknown person driver of Hyundai Eon car No. CH-01AR-8037 who left the car near Makhan Majra Turn, main road Chandigarh to Ambala on 03.01.2021. During checking 4 boxes containing 182 quarters and 9 boxes containing 108 bottles of country liquor have been recovered from the said car. Investigation of the case is in progress.

MV theft

Jaspal Singh R/o Village Tira, Distt Mohali (PB) reported that unknown person stole away complainant’s Activa Scooter No. PB-65AV-3121 parked near Rana Computer Center, Sector-41, Chandigarh on 02.01.2021. A case FIR No. 03, U/S 379 IPC has been registered in PS-39, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Snatching

Asim Khan R/o # 1303, Saini Vihar, Ph-3, Baltana (PB) reported that two unknown persons occupant of Yamaha FZ motorcycle snatched away complainant’s mobile phone near Bus Stop Tribune Chowk, Chandigarh on 02.01.2021. A case FIR No. 02, U/S 379A, 34 IPC has been registered in PS-31, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Accident

  A case FIR No. 04, U/S 279 IPC has been registered in PS-31, Chandigarh on the complaint of Vinod (Security Guard at Indusland Bank ATM) R/o # 7/3, Maloya, Chandigarh who reported that driver of Honda Cliq Scooter No. CH-49T-2772 which struck/rammed into the door of Indusland Bank ATM at Hallo Majra, Chandigarh on 03.01.2021. Driver of Scooter namely Satyam R/o # 584, Village Hallo Majra, Chandigarh got injured and admitted in GMCH-32, Chandigarh where he expired during treatment. Investigation of the case is in progress.

Rioting

A case FIR No. 01, U/S 147, 148, 149, 336, 435, 427, 506 IPC has been registered in PS-11, Chandigarh on the complaint a lady resident of DBC, Sector 25, Chandigarh who alleged that Subham @ Koda, Abhishek, Gaurav and other unknown persons threatened complainant and damaged vehicles parked outside of complainant’s residence and they also set fire on her Activa Scooter No. CH-01BP-7540 on 03.01.2021. Investigation of the case is in progress.

365 दिन में लगे 90 रक्तदान शिविर, 7403 ने किया रक्तदान

विश्वास फाऊंडेशन ने कोविड-19 (कोरोना संक्रमण) के चलते समाज के हित में अपने अनुयायिओं के सहयोग से सेवा का बीड़ा उठाया। कई सेवा कार्यों को जिला प्रशासन पंचकूला के माध्यम से अंजाम दिया गया और कई काम सीधे संबंधित संस्थानों व प्रभावित लोगों से संपर्क करके सिरे चढ़ाए गए।

चंडीगढ़ (04 जनवरी 2021):

विश्वास फाऊंडेशन ने कोराना काल अर्थात वर्ष 2020 में 365 दिनों में 90 ब्लड डोनेशन कैंप लगाकर 7403 यूनिट ब्लड जुटाया। ये कैंप अधिकांशत: पंचकूला में और कुछ चंडीगढ़ व मोहाली में लगाए गए। इन कैंपों में जुटाया गया 7403 यूनिट ब्लड पंचकूला के सिविल अस्पताल, एमडीसी स्थित चैरिटेबल डायग्रोस्टिक अस्पताल, पीजीआई चंडीगढ़ और जरुरत अनुसार अन्य अस्पतालों के ब्लड बैंकों को सीधे दिया गया। इसमें बड़ी संख्या में लोगों ने रक्तदान करने के लिए रजिस्ट्रेशन करवाया, लेकिन डॉक्टरों की माहिर टीमों ने स्क्रीनिंग के दौरान बहुत से लोगों को रक्तदान करने से मना कर दिया। शिविरों में कोरोना महामारी के मद्देनज़र सामाजिक दूरी का पालन किया गया। विश्वास फाउंडेशन की महासचिव साध्वी नीलिमा विश्वास ने कहा की हर स्वस्थ व्यक्ति का नैतिक दायित्व बनता है की वह रक्तदान अवश्य करे और दूसरों को भी रक्तदान करने के लिए प्रेरित करे। रक्तदान से लोगों को एक नया जीवन मिलता है। इसलिए लोग रक्तदान जरूर करें।

विश्वास फाऊंडेशन ने कोरोना काल में लगातार 20 दिन 2500, फूड पैकेट्स (पैक्ड फूड के) जरुरतमंदों तक पहुंचाए गए। इनमें अधिकांश सेवा जिला प्रशासन के निर्देशानुसार मुहैया की गई। बहुत से परिवारों को सीधे भी मदद दी गई। इसके अलावा जिला प्रशासन पंचकूला के माध्यम से 3000 राशन किट्स जरुरतमंदों तक पहुंचाईं। मकसद एक ही रहा कि कोई भी जरुरतमंद परिवार भूखा न रहे।

विश्वास फाऊंडेशन ने कोरोना काल में 10 हज़ार मास्क, 200 पीपीई किट्स, 1000 फेस शील्ड्स भी विभिन्न अस्पतालों में दिए। इसमें से बहुत सा सामान जिला प्रशासन पंचकूला के निर्देशानुसार और बहुत सा सीधे संबंधित अस्पतालों या प्रभावित लोगों तक पहुंचाया गया।

हाल ही में पंचकूला, चंडीगढ़ व मोहाली में पर्यावरण संतुलन के प्रति लोगों को जागरुक करने के मकसद से 2000 पौधे लगाए हैं। ये पौधे विशेष रूप से औषधीय गुणों वाले हैं। इसके अलावा कड़क सर्दी के इन दिनों में 1000 कंबल जरुरतमंदों में बांटे हैं। ये सेवा मुख्य रूप से पंचकूला में दी गई ताकि ठंड के चलते किसी की जान पर न बन आए।

सरकार ने लिया पंचकूला में 7500 मकान बनाने का फैसला

पंचकुला, 04 जनवरी :

विधान सभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने पंचकूला नगर निगम चुनाव से निवृत होते ही शहर के विकास के लिए मोर्चा संभाल लिया है। शहर में रुके विकास प्रोजेक्ट्स को गति देने के लिए सोमवार को उन्होंने विधान सभा सचिवालय स्थित अपने कार्यालय में हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की। इस दौरान वे विकास प्रोजेक्टों पर अफसरों की दलीलों से असंतुष्ट नजर आए और बैठक के दौरान ही मुख्यमंत्री मनोहर लाल से फोन पर बात की। मसला पंचकूला में 75 एकड़ भूमि पर बनाए जाने वाले 7500 मकानों से जुड़ा था। विधान सभा अध्यक्ष इस प्रोजेक्ट पर तेजी से काम चाहते हैं, लेकिन वे अब तक की प्रगति से संतुष्ट नहीं है। इस प्रोजेक्ट में आड़े आ रही पेचिदगियों को दूर करने के लिए उन्होंने मुख्यमंत्री से समय लेकर अफसरों के साथ 6 जनवरी की बैठक निर्धारित करवाई है।

गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के प्रत्येक परिवार को मकान उपलब्ध करवाने का वादा किया है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने भी रविवार को नवनिर्वाचित मेयर और पार्षदों के अभिनंदन समारोह में इसको लेकर घोषणा की थी। हरियाणा विधान सभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता इस पुनर्वास योजना को काफी गंभीरता से ले रहे हैं। मुख्यमंत्री की घोषणा के अगले ही दिन उन्होंने हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की और इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट की प्रगति का जायजा लिया। ज्ञान चंद गुप्ता ने कहा कि पुनर्वास योजना के तहत करीब 7500 फ्लैट बनाए जाने हैं। प्रदेश सरकार ने यह कार्य हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण को सौंपा है।

बैठक के दौरान टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग के प्रधान सचिव अपूर्व कुमार सिंह और दूसरे वरिष्ठ अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि इस योजना को तय समय अवधि में पूरा किया जाएगा। इस विषय में अगली बैठक दो दिन बाद 6 जनवरी को होगी। इसके साथ ही बैठक में सेक्टर 25-26 से जीरकपुर तक बनाए जाने वाले विशेष मार्ग और पुल पर भी विस्तृत चर्चा हुई। शहर के पार्कों में स्थित शौचालयों की मरम्मत और रखरखाव पर विधान सभा अध्यक्ष ने संज्ञान लिया तो प्राधिकरण के अधिकारियों ने सचित्र रिपोर्ट प्रस्तुत की। इस पर ज्ञान चंद गुप्ता ने कहा कि इस रिपोर्ट के अाधार पर वे शौचालयों का निरीक्षण करेंगे। इस दौरान सेक्टर 31 में सामुदायिक केंद्र के निर्माण पर चर्चा की। बैठक के दौरान विधान सभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता घग्गर पार के सेक्टरों में स्कूलों की कमी पर भी चितिंत नजर आए। उन्होंने एचएसवीपी अधिकारियों को निर्देश दिए कि इन सेक्टरों में स्कूल स्थापित करने के लिए भूमि अलॉट करें।

सेक्टर 23 में बनने वाले मल्टी फीचर पार्क के निर्माण में आ रही बाधाओं पर भी बैठक में संज्ञान लिया गया। अधिकारियों ने बताया कि इस पार्क में यवनिका जैसा ओपर थियेटर बनाएंगे। इस पर गुप्ता ने कहा कि यवनिका जैसा बनाने से काम नहीं चलेगा। मल्टी फीचर पार्क ऐसा होना चाहिए कि पंचकूला में आने वाला प्रत्येक शख्स इस पार्क को देखने जाए। सेक्टर 12 और 12ए से निकलते कुदरती नाले के सौंदर्यीकरण पर भी विस्तार से चर्चा हुई। गुप्ता ने कहा कि इस नाले के आसपास किए जा रहे अतिक्रमण को हटा कर इसके सौंदर्यीकरण की योजना तैयार करें। उन्होंने शहर के अन्य स्थानों से भी अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए हैं। बैठक में टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग के प्रधान सचिव अपूर्व कुमार सिंह, हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के मुख्य प्रशासक विनय सिंह, प्रशासक महावीर कौशिक, ईओ अनिल दून, मुख्य वास्तुकार एचआर यादव, सीटीपी एन मेहतानी, एसई संजीव चौपड़ा, हरदीप सिंह, एक्सईएन अशोक राणा, यजेश मोहन मेहरा समेत अनेक अधिकारी मौजूद रहे।

ग्राहक से किसी भी तरह से साइबर धोखाधड़ी के लिए सिर्फ बैंक जिम्मेदार होगा, ग्राहक नहीं : NCDRC

कार्ड, पिन और सीवीवी नम्बर के बिना जो फ्रॉड (Fraud) होता है तो ऐसे केस में बैंक (Bank) की जिम्मेदारी होती है और वो ग्राहक को 45 दिन के भीतर रुपये वापस करेगा. लेकिन शर्त वही है कि आपको 3 दिन में शिकायत दर्ज करानी होगी. ऑनलाइन फ्रॉड (Online fraud) से बचने के लिए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) और साइबर एक्सपर्ट की सभी सलाह उस वक्त बेमानी हो गईं जब बिना सीवीवी, पिन या ओटीपी (OTP) के बैंक खाते से 79 हज़ार रुपये निकल गए. फ्रॉड बिना ओटीपी और पिन के हुआ है यह बात खुद बैंक ने अपने मैसेज में कबूल की है. हैरत की बात यह है कि नए नियम के मुताबिक रविवार को कस्टमर केयर काम नहीं करेगा तो क्रेडिट कार्ड (Credit Card) को ब्लॉक कराने का रास्ता भी बंद हो गया. रविवार को पूरे दिन भटकने के बाद पीड़ित ने सोमवार को बैंक (Bank) खुलने पर अपने साथ हुए इस फ्रॉड की जानकारी दी.

नई दिल्ली(ब्यूरो):

अगर किसी व्यक्ति के बैंक खाते से किसी हैकर द्वारा या किसी अन्य कारण से पैसे निकाल कर धोखाधड़ी की जाती है और इसमें ग्राहक की लापरवाही नहीं है। ऐसे मामले में बैंक प्रबंधन जिम्मेदार है। राष्ट्रीय उपभोक्ता विवाद निवारण आयोग (National Consumer Disputes Redressal Commission) ने इस संदर्भ में एक अहम फैसला सुनाया है। आयोग के जज सी विश्वनाथ ने क्रेडिट कार्ड की हैकिंग की वजह से एक एनआरआई महिला से हुई धोखाधड़ी के मामले में बैंक प्रबंधन को जिम्मेदार ठहराया है। आयोग ने एचडीएफसी बैंक द्वारा दायर याचिका को खारिज करते हुए आदेश दिया है कि पीड़ित महिला को 6110 अमेरिकी डॉलर (तकरीबन 4.46 लाख रुपए) 12% ब्याज के साथ वापस लौटाए। आयोग ने बैंक प्रबंधन को निर्देश दिया है कि वह पीड़िता को मानसिक प्रताड़ना के मुआवजे के तौर पर 40 हजार रुपए और केस खर्च के 5 हजार रुपए भी दे। आयोग के जज सी विश्वनाथ ने अपना फैसला सुनाते हुए कहा है कि बैंक ऐसा कोई सबूत पेश नहीं कर पाया कि पीड़ित महिला का क्रेडिट कार्ड किसी अन्य ने चोरी कर लिया था। महिला का दावा है कि उसके खाते से पैसे किसी हैकर ने निकाले हैं और बैंक के इलेक्ट्रॉनिक बैंकिंग सिस्टम में खामी है। आयोग ने कहा कि आज के डिजिटल युग में क्रेडिट कार्ड की हैकिंग की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता।

ऐसे में खाते से रुपए निकाले जाने के मामले में बैंक प्रबंधन जिम्मेदार

यह था पूरा मामला : लॉस एंजेल्स में रह रही अपनी बेटी जेसना जोस के लिए ठाणे के एक व्यक्ति ने मुंबई स्थित एचडीएफसी बैंक से एक प्री-पेड फोरेक्स प्लस डेबिट कार्ड 2007 में लिया था। 19 दिसंबर 2008 को जेसना के पिता से बैंक ने 310 डॉलर की निकासी की कन्फर्मेशन मांगी। इस पर पिता ने बैंक को बताया कि ऐसा कोई ट्रांजेक्शन नहीं किया गया है। अगले दिन बैंक ने बताया कि 14 से 20 दिसंबर के बीच 6 हजार डॉलर की निकासी की गई है। इस पर जेसना ने लॉस एजेंल्स में शिकायत दर्ज कराई कि किसी ने हैकिंग कर उसके खाते से रुपए निकाले हैं। जेसना ने ठाणे, महाराष्ट्र की जिला उपभोक्ता फोरम में भी शिकायत की और मुआवजा मांगा था। फोरम ने जेसना के पक्ष में निर्णय सुनाया। इसे बैंक ने राष्ट्रीय उपभोक्ता आयोग में चुनौती दी थी लेकिन दोनों ने ही जिला फोरम के फैसले को बरकरार रखा।

खाते में जमा राशि की सुरक्षा बैंक की जिम्मेदारी

आयोग ने फैसले में सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए गए एक पूर्व में दिए फैसले का हवाला देते हुए कहा कि पहला मूल प्रश्न यह है कि क्या बैंक को किसी व्यक्ति (खाताधारक को छोड़कर) के कारण या खाते से हुई अवैध निकासी के लिए जिम्मेदार ठहराया जा सकता है। इसका जवाब हां में है। अगर बैंक किसी का खाता खोलता है तो बैंक, व्यक्ति की धनराशि की सुरक्षा करने के लिए जिम्मेदार होता है। किसी भी प्रणालीगत विफलता, चाहे वह उनकी ओर से हो या किसी अन्य की ओर से, (खाताधारक को छोड़ कर) ग्राहक जिम्मेदार नहीं है बल्कि बैंक प्रबंधन जिम्मेदार है। इसलिए मौजूदा मामले में भी महिला के खाते से अवैध रूप से रुपयों के निकालने व धोखाधड़ी के मामले में ग्राहक के नुकसान की भरपाई बैंक को ही करनी होगी।