पंचकूला 13 अक्तूबर :
हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के वार्षिक अलंकरण समारोह को सम्बोधित करते हुए शिक्षा मंत्री, कंवर पाल ने कहा कि प्रतिभावान विद्यार्थी प्रदेश के हजारों विद्यार्थियों के लिए प्रेरणादायी होगें। इनसे प्रेरणा लेकर वे आगे बढेंगे। इसके अलावा युवाओं की प्रतिभा से समाज की प्रगति भी बदलेगी।
शिक्षा मंत्री सैक्टर 1 स्थित विश्राम गृह के सभागार में 12वें वार्षिक प्रतिभावान विद्यार्थियों के सम्मान समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होनंे शिक्षा बोर्ड के क्षेत्रीय कार्यालय का शिलान्यास किया और कोविड-19 को जन आन्दोलन बनाने का संकल्प करवाया। उन्होंने कहा कि इस वर्ष प्रदेश के 25 सरकारी स्कूलों के विद्यार्थी आईआईटी में प्रवेश पाए है। अगले वर्ष 50 से अधिक विद्यार्थियों का चयन होगा। यह प्रदेश की बेहतर शिक्षा का ही परिणाम है। उन्होंने कहा कि यदि प्रदेश में बच्चों को अच्छी शिक्षा देगें तो यह बहुत बड़ा पुण्य का कार्य होगा। उन्होंने लोगों से आहवान किया कि वे इतिहास से प्रेेरणा लें। यह हमारे लिए गौरव की बात है।
उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति पूर्ण कारगर तरीके से लागू की जाएगी। विद्यार्थियों को ज्ञानवान व समर्थ बनाया जाएगा, रटने की प्रवृति को खत्म किया जाएगा जिससे वे योग्य बने, आत्मनिर्भर बनें। देश का कोई बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे। हर बच्चे को प्री-स्कूल से लेकर उच्चतर शिक्षा स्तर तक की शिक्षा उसकी सुविधा एवं सहजता से उपलब्ध करवाने के लिए नई शिक्षा नीति में आमूलचूल परिवर्तन किये गए हैं।
सैक्टर 1 स्थित विश्राम गृह के सभागार का शिक्षामंत्री, हरियाणा ने दीप प्रज्ज्वलित करते हुए सरस्वती वंदना के साथ किया गया। राजकीय माॅडल संस्कृति स्कूल सैक्टर 20 की छात्राओं ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत की। इस समारोह में हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल हुए। उन्होंने अलंकरण समारोह में वर्ष 2020 में प्रदेश में 10वीं व 12वीं कक्षा में प्रथम व द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले राजकीय व गैर-राजकीय स्कूलों के 24 होनहार विद्यार्थियों को डॉ. कल्पना चावला अवार्ड, स्वर्ण पदक व रजत पदक देकर सम्मानित किया। उन्होंने पदक के साथ विद्यार्थियों को क्रमश 51000- रुपए और 31000- रुपए की राशि के साथ सम्मानित किया। उन्होंने शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार कर प्रथम रहने वाले 12 स्कूलों को ट्रॉफी देकर सम्मानित किया। समारोह में 06 छात्राओं को डॉ. कल्पना चावला अवार्ड, 02 को गोल्ड और 16 विद्यार्थियों को सिल्वर मेडल देकर सम्मानित किया गया। इसके अतिरिक्त कोविड-19 महामारी पर जागरूकता लाने के उद्देश्य से ऑनलाइन प्रतियोगिता का आयोजन करवाया गया, जिसमें कक्षा छठी से बारहवीं तक के समूह में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले 07 विद्यार्थियों को लैपटॉप देकर सम्मानित किया गया।
शिक्षामंत्री ने कहा कि राज्य में पिछले 5 वर्ष से पढ़ाई का माहौल निरंतर सुधर रहा है जिसका सबूत हर वर्ष पास-प्रतिशतता में हो रही बढ़ौतरी है। हरियाणा के सरकारी स्कूल भी प्राइवेट स्कूलों से मुकाबला कर रहे हैं। हर बच्चे को अच्छी से अच्छी शिक्षा और संस्कारों का ज्ञान होना अति आवश्यक है ताकि वे आगे चलकर राष्ट्र को अच्छी दशा व दिशा देने में सक्षम हो पाएं। उन्होंने कहा कि इसलिए पाठशालाओं में बच्चों को अच्छी शिक्षा और संस्कारों का ज्ञान दिया जाना चाहिए।
इस अवसर पर शिक्षामंत्री द्वारा अलंकरण समारोह में सम्मानित हुए सभी परीक्षार्थियों एवं अध्यापकों को बधाई दी। उन्होंने शिक्षा बोर्ड के वार्षिक अलंकरण समारोह के अवसर पर बोर्ड के सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को बधाई दी।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि स्कूलों में शिक्षा व सांस्कृतिक गतिविधियों को बढावा देने के साथ-साथ खेलों को भी प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। उन्होंने शिक्षकों की समस्याओं पर चर्चा करते हुए कहा कि शिक्षकों को नई शिक्षा नीति के तहत शिक्षा का स्तर सुधारने का प्रयास करना चाहिए ताकि शिक्षा में अमूलचूल परिवर्तन हो सके।
गुप्ता ने विद्यार्थियों को बधाई देते हुए कहा कि मेहनत के बल पर लिया गया पारितोषिक विद्यार्थियों के जीवन में नया जोश भर देता है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी भविष्य में भी इस मुकाम को कायम रखेंगें और जीवन में और ज्यादा ऊंचाईयों को छुएंगे। उन्होंने कहा कि पुरस्कार पाने से मनोबल व आत्मविश्वास बढने के साथ साथ प्रेरणा मिलती है। उन्होंने कहा कि सरकार ने प्रदेश में एक हजार संस्कृति स्कूल खोले हैं इनमें से पंचकूला को 38 स्कूल दिए। जबकि 15 स्कूल पहले ही पंचकूला में संचालित हो रहे है। इसके लिए सरकार ने बड़ा ही सराहनीय कार्य किया है। इनके संचालित होने से शिक्षा का स्तर ओर अधिक ऊंचा होगा और विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले विद्यार्थी प्रतिस्पर्धा के साथ आगे बढ सकेगें। उन्होंने कहा कि वे अपने ऐच्छिक कोष से पंचकूला के 18 वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों में स्मार्ट क्लास रूम, बेहतर शौचालय व आर ओ युक्त स्वच्छ पेयजल मुहैया करवाएगें।
इस अवसर पर बोर्ड अध्यक्ष डॉ. जगबीर सिंह ने शिक्षा मंत्री व अन्य मेहमानों को भेंट स्वरूप एक-एक तुलसी का पौधा देकर स्वागत किया तथा अपने कार्यकाल के दौरान बोर्ड की उपलब्धियों से अवगत करवाया।
बोर्ड सचिव राजीव प्रसाद वार्षिक अलंकरण समारोह में पहुचें मेहमानों का आभार प्रकट किया। उन्होंने बताया कि शिक्षा बोर्ड की स्थापना 08 सितम्बर, 1969 को विधानसभा एक्ट में पास होने उपरान्त 25 सितम्बर, 1969 को मात्र 100 अधिकारियों, कर्मचारियों के साथ मुख्यालय चण्डीगढ़ में स्थापित हुआ था, उस समय लगभग 80,000 विद्यार्थी प्रविष्ट हुए थे और अब बोर्ड द्वारा विभिन्न परीक्षाओं के लगभग 10 लाख विद्यार्थी प्रविष्ट हो रहे हैं।
इस मौके पर सम्मानित हुए विद्यार्थियों के अभिभावक, बोर्ड अधिकारी व कर्मचारियों के अलावा अनेक गणमान्य नागरिक मौजूद थे। शिक्षामंत्री कंवर पाल गुर्जर ने वार्षिक अलंकरण समारोह के दौरान पदक पाने वाले होनहार विद्यार्थियों व स्कूल प्रतिनिधियों के साथ मुधर स्मृति के रूप में सामूहिक फोटो भी करवाए। कार्यक्रम में निदेशक मौलिक शिक्षा प्रदीप डागर, नगर निगम आयुक्त महावीर सिंह, निदेशक एससीईआरटी गुरूग्राम ऋषि गोयल, संयुक्त निदेशक अनिल नागर, एसडीएम कालका राकेश संधु, जिला शिक्षा अधिकारी उर्मिल रानी सहित शिक्षा विभाग के कई अधिकारी मौजूद रहे।