हरियाणा निकाय चुनावों के नतीजे आते ही हिंसक हुआ किसान आंदोलन

जब कृषि सुधार क़ानूनों को लेकर आंदोलन कारी किसानों के साथ सरकार की वार्ता सार्थक मोड़ की ओर बढ़ रही है तब अचानक ही किसान आंदोलन उग्र हो उठा है। याकीनन यह वही लोग हैं जिनहे आंदोलन के खत्म होने या वार्ताओं के सफल होने की खबरें रास नहीं आ रहीं. आज वामपंथी/राजनैतिक अजेंडा एक बार फिर वार्ताओं पर हावी होते जान पड़ते हैं. इस हिंसात्मक कार्यवाई के पीछे एक तर्क हरियाणा मे निकाय चुनावों में भाजपा का कमजोर होना भी कहा जा रहा है। सूत्रों की मानें तो कॉंग्रेस, वामपंथी और आआपा नहीं चाहते की किसान आंदोलन किसी भी हिंसक झड़प के बिना शांत हो, ऐसा होने पर हरियाणा पंजाब उत्तर प्रदेश और राजस्थान में भाजपा कमजोर होगी साथ ही मोदी की छवि एक बार फिर दंगाप्रेमी नेता की गढ़ी जा सकेगी. कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन जारी है. इस बीच राजस्थान के किसानों के ग्रुप ने राजस्थान-हरियाणा के बॉर्डर शाहजहांपुर में जबरन घुसने की कोशिश की. करीब एक दर्जन टैक्टरों ने हरियाणा पुलिस की बेरिकेडिंग तोड़ते हुए हरियाणा में जबरन प्रवेश कर लिया. इस दौरान पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने पड़े.

  • किसानों के ट्रैक्टर बैरिकेडिंग को तोड़ दिल्ली की ओर रवाना
  • एक दर्जन ट्रैक्टरों ने हरियाणा पुलिस की बेरिकेडिंग तोड़ी
  • संघर्ष के दैरान पुलिस ने किसानों पर आंसू गैस के गोले छोड़े

अलवर/नयी दिल्ली:  

राजस्थान और हरियाणा बॉर्डर पर जिले के शाहजहांपुर में जारी किसान आंदोलन आज हिंसक झड़प में तब्दील हो गया. किसान आंदोलन में शामिल श्रीगंगानगर से आये युवाओं ने हरियाणा पुलिस की ओर से बॉर्डर पर लगाए गए बेरिकेट्स तोड़ दिए और जबरदस्ती सैकड़ों ट्रेक्टर ट्रॉलियों को हरियाणा सीमा में ले गए. इससे हरियाणा पुलिस प्रशासन और किसान आंदोलनकारियों में झड़प हो गई. उसके बाद हुई हरियाणा की पुलिस ने किसानों पर लाठीचार्ज कर दिया. इससे कई किसान घायल हो गये. पुलिस ने करीब तीन दर्जन से ज्यादा किसानों को हिरासत में लिया है.

राजस्थान और हरियाणा के बॉर्डर शाहजहांपुर में किसानों के चल रहे आंदोलन के दौरान करीब एक दर्जन ट्रैक्टरों ने हरियाणा पुलिस की बैरिकेडिंग तोड़ते हुए हरियाणा में प्रवेश कर लिया. दर्जन भर से ज्यादा किसानों के ट्रैक्टर बैरिकेडिंग को तोड़कर दिल्ली की तरफ रवाना हो गए. किसानों और पुलिस के बीच संघर्ष के दौरान किसानों को रोकने के लिए पुलिस की ओर से आंसू गैस के गोले और पानी की बौछार की गई. हालांकि किसानों पर इसका कोई असर नहीं पड़ा और आंदोलनकारी नहीं रुके.

जानकारी के अनुसार किसानों के शांतिपूर्ण चल रहे आंदोलन के दौरान आज कुछ युवाओं ने एकजुट होकर रणनीति बनाई गई. तय योजना के अनुसार उन्होंने हरियाणा की सीमा पर लगे बैरिकेट्स को तोड़कर में जबरन दर्जनों ट्रैक्टरों को एक साथ हरियाणा के बॉर्डर में प्रवेश करा दिया. इसके बाद हरियाणा पुलिस अलर्ट हो गई और ट्रैक्टरों को रोकने का प्रयास किया तो दोनों पक्षों के बीच जमकर झड़प हुई. बाद में पुलिस ने किसानों पर लाठीचार्ज किया जिससे माहौल गरमा गया. कुछ ही देर में राजस्थान-हरियाणा बॉर्डर पर अफरातफरी का माहौल हो गया.

30-40 किसानों को लिया हिरासत में

राजस्थान और हरियाणा पुलिस-प्रशासन ने समझाइस कर मामला शांत करवाया है. बाद में किसान नेताओं ने भी माइक से शांति बनाये रखने की अपील की. फिलहाल बातचीत का दौर चल रहा है. हरियाणा पुलिस ने 30-40 किसानों को बेरिकेट्स तोड़ने ओर राजकीय संपति को नुकसान पहुचाने के आरोप में हिरासत में लिया है. बताया जा रहा है की जिस किसान ने पुलिस के पीछे ट्रैक्टर दौड़ाया उसे पीटा गया.

0 replies

Leave a Reply

Want to join the discussion?
Feel free to contribute!

Leave a Reply