किसानों भारत बंद कॉंग्रेस का फ्लॉप शो, अमित शाह ने किसानों को मिलने का समय दिया
कृषि कानूनों के खिलाफ आज किसानों ने भारत बंद बुलाया था। जैसे ही भारत बंद की मियाद खत्म हुई, तब आंदोलन से जुड़ी बड़ी खबर सामने आई है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मंगलवार शाम 7 बजे किसान नेताओं से मुलाकात करेंगे। भारतीय किसान यूनियन के राकेश टिकैत ने ये जानकारी दी है। ये मुलाकात तब हो रही है जब बुधवार यानी कल किसान नेताओं और सरकार के बीच छठे दौर की बातचीत होनी है।
नयी दिल्ली(ब्यूरो):
पूरे देश में कॉन्ग्रेस सहित सभी विपक्षी दल मिल कर अराजकता का माहौल बनाने की चाहत में ‘किसान आंदोलन’ के जरिए मोदी सरकार को अस्थिर करने के प्रयास में लगे हुए हैं और इसीलिए ‘भारत बंद’ बुलाया गया। इसी बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने किसानों को बातचीत के लिए बुलाया है, जिसके बाद सरकार कोई बड़ा फैसला ले सकती है। मंगलवार (दिसंबर 8, 2020) की शाम 7 बजे राकेश टिकैत समेत अन्य किसान नेताओं से अमित शाह मुलाकात करेंगे।
राकेश टिकैत इसके लिए दिल्ली रवाना भी हो चुके हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि 13-14 प्रतिनिधि आज शाम 7 बजे केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात करेंगे। बताया जा रहा है कि टिकैत ने गाजीपुर बॉर्डर खुलवा दिया है। साथ ही, वह अन्य किसान संघों से बात करने के लिए सिंघू सीमा रवाना हो गए हैं।
कई राज्यों में भारत बंद का कोई असर नहीं है और लोगों ने स्वेच्छा से अपनी दुकानें खुली रखी हैं। त्रिपुरा में भी सभी दुकानें व बाजार खुले रहे। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से मुलाकात की। दक्षिण भारत में कॉन्ग्रेस कार्यकर्ताओं ने उपद्रव किया। पुडुचेरी में DMK और कॉन्ग्रेस ने मिल कर विरोध प्रदर्शन किया।
जहाँ तक दिल्ली की बात है, स्पेशल कमिश्नर ऑफ पुलिस (लॉ एंड ऑर्डर) सतीश गोलचा ने बताया है कि राजधानी में सबकुछ सामान्य है और शांति-व्यवस्था बनी हुई है। उन्होंने जानकारी दी कि यातयात सामान्य है और बाजार खुले हैं। हालाँकि, सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। दिल्ली सदर बाजार में भी चहल-पहल रही। वहीं मुंबई में यातायात पूर्ववत रहा। यहाँ दुकानें खुली रहीं और लोग काम पर भी गए।
जयपुर में जब लोगों ने कॉन्ग्रेस कार्यकर्ताओं की बात नहीं मानी तो वो भाजपा कार्यालय को ही घेरने पहुँच गए, जहाँ दोनों पार्टियों के लोगों के बीच हाथापाई भी हुई। पुलिस के समझाने के बाद NSUI के लोग शांत हुए। उन्होंने पीएम मोदी का पुतला भी फूँका। गाजीपुर में यूपी-दिल्ली सीमा पर जाम लगा रहा। चंडीगढ़ में किसान संगठनों ने हाइवे ब्लॉक कर दिया। सभी विपक्षी दल अपनी राजनीतिक फसल काटने के लिए बेताब दिखे।
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पश्चिम बंगाल में कॉन्ग्रेस और वामपंथी कार्यकर्ताओं ने उपद्रव कर के अराजकता का माहौल पैदा कर दिया। राजस्थान में कॉन्ग्रेस नेता सचिन पायलट का दावा है कि 24 राजनीतिक दलों ने इस भारत बंद का समर्थन किया है। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने इसे बौखलाए हुए विपक्ष की साजिश बताया। पंजाब में बंद का थोड़ा-बहुत असर देखने को मिला, लेकिन पूरे भारत में लोगों ने इसे समर्थन नहीं दिया और ये फ्लॉप दिख रहा है।
उधर उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में मंगलवार (दिसंबर 8, 2020) को आयोजित भारत बंद के दौरान भीम आर्मी के नेता-कार्यकर्ता किसानों के आंदोलन में उन्हें समर्थन देने पहुँचे और उनके साथ विरोध प्रदर्शन के इरादे से बाहर निकले। लेकिन, वहाँ उन्हें किसानों के भारी विरोध का सामना करना पड़ा। यूपी गेट पर किसानों के धरने में पहुँचे भीम आर्मी के नेताओं को किसानों ने भगा दिया। पुलिस ने भी लाठियाँ चटकाईं और भीम आर्मी के लोगों को किसानों ने खदेड़ दिया।
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