कॉन्ग्रेस पार्टी की जमीन पर संगठन के तौर पर मौजूदगी ही नहीं है : चिदंबरम

चिदंबरम ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि पार्टी को बिहार में इतनी ज्यादा सीटों पर चुनाव नहीं लड़ना चाहिए था. कांग्रेस के पास गिरती अर्थव्यवस्था और कोरोनावायरस संकट के मुद्दे थे, लेकिन पार्टी उसपर भी कैंपेनिंग करके अच्छी मौजूदगी नहीं जता पाई, इस पर सवाल पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि ‘मुझे गुजरात, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और कर्नाटक के उपचुनावों की चिंता ज्यादा है. यह नतीजे दिखाते हैं कि या तो पार्टी की जमीन पर संगठन के तौर पर मौजूदगी ही नहीं है, या फिर बहुत ज्यादा कम हुई है।’ उन्होंने कहा, ‘बिहार में, आरजेडी-कांग्रेस के पास जीतने का मौका था। जीत के इतने करीब होने के बावजूद हम क्यों हारे, इस पर बहुत ही गहराई से विचार करने की जरूरत है। याद कीजिए, कांग्रेस को राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और झारखंड जीते हुए बहुत ज्यादा वक्त नहीं हुआ है।’

चंडीगढ़/नयी दिल्ली :

हाल ही में हुए बिहार विधानसभा चुनावों और कई राज्यों के उपचुनावों में लचर प्रदर्शन के बाद कॉन्ग्रेस पार्टी को अपने ही दिग्गज नेताओं से तीखी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है। इस कड़ी में कॉन्ग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल के बाद अब यूपीए सरकार में वित्त मंत्री रहे पी चिदंबरम ने बयान दिया है। उन्होंने कॉन्ग्रेस के नीतिगत ढाँचे की आलोचना करते हुए कहा कि पार्टी के प्रदर्शन में पिछले कुछ समय से लगातार गिरावट ही आई है। उन्होंने कहा कि कॉन्ग्रेस को इतना साहसी बनना होगा कि गिरावट के उन कारणों को पहचाने और उन पर काम करे। 

कॉन्ग्रेस नेता पी चिदंबरम की तरफ से यह प्रतिक्रिया बिहार विधानसभा और मध्य प्रदेश, गुजरात, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश उपचुनाव में दयनीय प्रदर्शन के बाद सामने आई है। चिदंबरम ने कहा कि कॉन्ग्रेस ने अपनी संगठनात्मक क्षमता से ज़्यादा सीटों पर चुनाव लड़ा। एक दैनिक को दिए साक्षात्कार में उन्होंने कॉन्ग्रेस के प्रदर्शन पर खुल कर आलोचना की। चिदंबरम ने कहा कि उपचुनाव इस बात प्रमाण हैं कि कॉन्ग्रेस की संगठनात्मक दृष्टिकोण से कोई पकड़ नहीं रह गई है। इतना ही नहीं जिन राज्यों में उपचुनाव हुए हैं उनमें कॉन्ग्रेस कमज़ोर ही हुई है। 

सनद रहे :

महागठबंधन की हार अपना नज़रिया रखते हुए कॉन्ग्रेस नेता ने कहा कि महागठबंधन के जीतने की उम्मीदें थीं फिर भी हम जीतते जीतते हार गए। इन तमाम आलोचनात्मक दलीलों के बाद कॉन्ग्रेस पार्टी के लिए आशावादी नज़र आते हुए उन्होंने कहा कि कुछ ही समय पहले कॉन्ग्रेस ने हिन्दी बेल्ट 3 राज्यों मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान के चुनावों में जीत हासिल की थी। 

इसके बाद एआईएमआईएम और सीपीआई (एमएल) का उल्लेख करते हुए चिदंबरम ने कहा कि छोटे दल अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं क्योंकि इनकी ज़मीनी स्तर पर पकड़ बेहद मजबूत है। कॉन्ग्रेस, राजद के नेतृत्व वाले महागठबंधन की सबसे कमज़ोर कड़ी साबित हुई है। पार्टी को तमाम तरह के बदलावों की ज़रूरत है और ऐसे बदलाव नहीं होने की सूरत में राजनीतिक नुकसान बढ़ता ही जाएगा। 

पार्टी की तरफ से तीखी प्रतिक्रिया आई:

लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने एक निजी चैनल से बातचीत में वरिष्ठ कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल के हाल के विवादित बयान पर नाराज़गी जताते हुए कहा ”जिन नेताओं को लगता है की कांग्रेस उनके लिए सही पार्टी नहीं है वे नई पार्टी बना सकते हैं. अगर वे चाहें तो किसी दूसरी पार्टी को ज्वाइन कर सकते हैं. कांग्रेस में रहकर इस तरह की लज्जाजनक बयानबाज़ी से पार्टी की विश्वसनीयता कमज़ोर होती है.” अधीर रंजन चौधरी ने आगे कहा “कपिल सिब्बल पार्टी की स्थिति से नाखुश हैं. क्या वे बिहार या उत्तर प्रदेश गए थे चुनाव अभियान में? बिना ज़मीन पर पार्टी के लिए काम किए बगैर इस तरह के बयान देने का कोई मतलब नहीं है.”  

अंत में कॉन्ग्रेस नेता ने कहा कि पार्टी ने अपनी संगठनात्मक क्षमता से ज़्यादा सीटों पर चुनाव लड़ा। यह एक बड़ा कारण था कि कॉन्ग्रेस इतनी कम सीटों पर जीत हासिल हुई जबकि भाजपा और उसके सहयोगी दल पिछले 20 वर्षों से चुनाव जीत रहे हैं। पार्टी को सिर्फ 45 उम्मीदवार उतारने चाहिए थे, शायद तब बेहतर नतीजे हासिल होते। इसके ठीक पहले कॉन्ग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने भी संगठन के शीर्ष नेतृत्व पर कई सवाल खड़े किए थे। 

उनका कहना था कि हार दर हार के बाद पार्टी के नेतृत्व ने इस प्रक्रिया को अपनी नियति मान कर स्वीकार कर लिया। कपिल सिब्बल के इस बयान पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सलमान खुर्शीद ने आलोचना की थी। इन्होंने यहाँ तक कह दिया था कि पार्टी के भीतर रह कर पार्टी को नुकसान पहुँचाने वाले नेता खुद बाहर चले जाएं। इसके अलावा लोकसभा में कॉन्ग्रेस के नेता प्रतिपक्ष अधीर रंजन ने भी कपिल सिब्बल के बयान पर प्रतिक्रिया दी थी। उन्होंने कहा था कि कपिल सिब्बल को पार्टी छोड़ ही देनी चाहिए।     

डॉ॰ मेवालाल चौधरी, बिहार के डेढ़ घंटे के शिक्षा मंत्री

डॉ मेवालाल चौधरी पर भवन निर्माण मामले में भी आरोप लगे हुए हैं। नियुक्ति घोटाले में फरवरी 2017 में IPC 409, 420, 467, 468, 471 और 120B के तहत मुक़दमा दर्ज किया गया था। इसलिए जब उनके शिक्षामंत्री बनने की बात खबरों में आई तो विपक्ष ने उनके साथ नीतिश सरकार पर भी निशाना साधना शुरू कर दिया। मेवालाल ने 12:30 बजे अपना कार्यभार संभाला और 2 बजे तक इस्तीफा भी दे दिया. उन्होंने कहा कि कोई भी केस तब साबित होता है जब आपके खिलाफ़ कोई चार्जशीट हुई हो या कोर्ट ने कुछ फैसला किया हो. न उनके खिलाफ अभी कोई चार्जशीट हुई है न ही उनके ऊपर कोई आरोप दर्ज़ हुआ है. अपने ऊपर लगे इल्जामों को डॉ मेवालाल ने ख़ारिज करते हुए कहा कि वो तेजस्वी यादव पर 50 करोड़ का मानहानि का केस करेंगे.

  • मेवालाल का इस्तीफा, अशोक चौधरी को अतिरिक्त प्रभार
  • तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर साधा निशाना
  • पहली बार मिली थी कैबिनेट में जगह

पटना (ब्यूरो):

बिहार के शिक्षा मंत्री मेवालाल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. मेवालाल चौधरी पर भ्रष्टचार के आरोप लगे हैं. मेवालाल चौधरी ने गुरुवार को भारी हंगामे के बीच शिक्षा विभाग का पदभार संभाला था. मंत्री पद की शपथ लेने के तीन दिन बाद ही मेवालाल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया.

सूत्रों के मुताबिक नीतीश कुमार ने मेवालाल से इस्तीफा देने को कहा था. राज्यपाल ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है और प्रदेश सरकार की कैबिनेट में मंत्री अशोक चौधरी को फिलहाल शिक्षा विभाग का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है. मेवालाल ने 12:30 बजे अपना कार्यभार संभाला और 2 बजे तक इस्तीफा भी दे दिया.

आरजेडी (राष्ट्रीय जनता दल) पिछले 2 दिनों से लगातार मेवालाल चौधरी के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप को लेकर और उनकी पत्नी की संदिग्ध मौत के मामले में मेवालाल की कथित संलिप्तता को लेकर जांच की मांग कर रही थी. 

नहीं लगा था मंत्री के नाम वाला नेम प्लेट

बिहार में विधायक मेवालाल चौधरी के घर उनके मंत्री बनने की खुशियां पल भर ही टिकीं और फिर रास्ता बदल लिया.  पदभार ग्रहण करने के कुछ ही देर बाद इस्तीफा देने वाले विधायक मेवालाल चौधरी के घर पर अभी ‘मंत्री’ की नेमप्लेट भी नहीं लगी थी. शुभचिंतकों के लाए हुए लड्डू और गुलदस्ते पड़े हुए हैं, फूल मुरझाए भी नहीं थे और उनकी महक भी नहीं गई थी लेकिन उससे पहले ही उनकी मंत्री की कुर्सी चली गई.

मेवालाल के इस्तीफे को लेकर तेजस्वी यादव ने ट्वीट  किया है,उन्होंने लिखा है,  ” मा. मुख्यमंत्री जी, जनादेश के माध्यम से बिहार ने हमें एक आदेश दिया है कि आपकी भ्रष्ट नीति, नीयत और नियम के खिलाफ आपको आगाह करते रहें। महज एक इस्तीफे से बात नहीं बनेगी। अभी तो 19 लाख नौकरी,संविदा और समान काम-समान वेतन जैसे अनेकों जन सरोकार के मुद्दों पर मिलेंगे। जय बिहार,जय हिन्द.”

क्या है मामला

बता दें कि 2017 में मेवालाल चौधरी पर भागलपुर के सबौर कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति रहते हुए नौकरी में भारी घपले बाजी करने का आरोप है. उनके ऊपर आरोप है कि कुलपति रहते हुए उन्होंने 161 असिस्टेंट प्रोफेसर की गलत तरीके से बहाली की. इस मामले को लेकर उनके ऊपर प्राथमिकी भी दर्ज है.

तत्कालीन बिहार के राज्यपाल रामनाथ कोविंद ने उस वक्त मेवालाल चौधरी के खिलाफ जांच के आदेश दिए थे. जांच में मेवालाल चौधरी के खिलाफ लगे आरोपों को सही पाया गया था. उन पर सबौर कृषि विश्वविद्यालय के भवन निर्माण में भी घपलेबाजी का आरोप है. 

हालांकि इस बारे में बात करते हुए मेवालाल चौधरी ने कहा कि मेरे खिलाफ कोई चार्जशीट दायर नहीं हुई है ना ही मेरे खिलाफ कोर्ट की तरफ से आरोप सिद्ध हुआ है. मेरे खिलाफ कोई आरोप नहीं हैं.

आरजेडी के निशाने पर मेवालाल

 आरजेडी मेवालाल पर लगातार निशाना साध रही है. आरजेडी मेवालाल की पत्नी की संदिग्ध मौत के मामले में उनकी कथित संलिप्तता को लेकर जांच की मांग कर रही है. मेवालाल चौधरी की पत्नी नीता चौधरी 27 मई 2019 को अपने आवास पर बुरी तरह से जल गई थीं. 2 जून 2019 को उनकी मौत हो गई थी.

वहीं मेवालाल चौधरी इस आरोप को लेकर आक्रामक नजर आए थे उन्होंने कहा था कि वह आरजेडी नेता तेजस्वी यादव के खिलाफ 50 करोड़ का मुकदमा दायर करेंगे. उन्होंने कहा कि ” मेरी पत्नी की मौत के मामले में जिस तरीके से आरोप लगाए जा रहे हैं उसको लेकर मैं तेजस्वी को कानूनी नोटिस भेजूंगा और 50 करोड़ का मानहानि का मुकदमा भी करूंगा.” 

बता दें कि जेडीयू कोटे से मंत्री बनने वाले मेवालाल चौधरी को पहली बार कैबिनेट में शामिल किया था. बिहार की तारापुर विधानसभा क्षेत्र से जेडीयू के टिकट पर दूसरी बार विधायक चुने गए हैं. मेवालाल चौधरी 2015 में पहली बार विधायक बने थे जबकि इससे पहले वो शिक्षक रहे हैं. 

पुलिस फाइलें, पंचकुला – 19 नवंबर

दिनांक 19, नवम्बर  2020

कोरोना महामारी सक्रमण को देखते हुए छठ पुजन घर करने के लिए की अपील :- पुलिस उपायुक्त पचंकूला

                    कोरोना सक्रमण को देखते हुए इस बार पचंकूला में प्रशासन ने कोरोना महामारी सक्रमण को देखते हुए अनुमति नही दी गई है । जो पचंकूला पुलिस ने कोरोना सक्रमण को देखते हुए छठ पुजा मनाने के लिए घर पर ही पुजा करने के लिए अपील की गई ।

                    पचंकूला पुलिस ने सामूहिक रुप से नदिंयो,तालाबो व घाटों पर छठ पुजा मनाने वालो को रोकने के लिए सभी नागरिकों से अपील की गई है कि निर्देशों के अनुपालन में जिला प्रशासन का आवश्यक सहयोग करें तथा यथासंभव अपने घर पर ही रहकर पूजा करें । तथा खुद भी इस कोरोना सक्रमणं से बचें व दुसरो को भी बचायें । जो पचंकूला पुलिस द्वारा नदी, तालाबो,घाटों पर आवश्यक पुलिस बल  की तैनाती कर दी गई है तथा घग्गर नदी व तालाबों घाटों पर बैरिगेट भी लगा दिये गये है । सभी पचंकूला वासियों से अपील है कि अब की बार घर पर ही छठ पुजन किया जायें ।

              छठ पूजा करने के लिए आने वाले यात्री वाहनो को रोकने के लिए पचंकूला पुलिस ने पुलिस नाको पर सख्ताई कर दी गई है । पचंकूला पुलिस नें छठ पुजा करने के लिए पचंकूला वासियों से अपील की है कि लोग अपने घरों पर ही रह कर छठ का आयोजन करें तो बेहतर होगा ।

पचंकूला पुलिस ने लडाई-झगडा मार पिटाई करने के मामलें मे दो आरोपियो को गिरफ्तार किया

                      पुलिस प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस उपायुक्त पचंकूला ने जिला पचंकूला में अपराधो पर रोकथाम करने के लिये विशेष अभियान चलाये गये जिन अभियानो के तहत पचंकूला पुलिस ने अपराधो पर रोकथाम लगाते हुए होने वाले अपराधो पर कडी कार्यवाही करने वाले अपराधियो पर नकेल कसी जा रही है जिस के तहत कार्यवाही करते हुए कल दिनाक 18.11.2020 को पुलिस थाना कालका लडाई झगडा करने के मामलें में अपराधियो को गिरफ्तार किया गया । जो गिरफ्तार किये गये आरोपियो की पहचान लोकेश कुमार पुत्र सतीश कुमार व बिट्टु पुत्र ओंम प्रकाश दोनो आरोपीयान वासी गंगा कालौनी पचंकूला के रुप में हुई ।

                 प्राप्त जानकारी के अनुसार दिनाक 18.11.2020 को शिकायतकर्ता राजेन्द्र पुत्र नन्हे सिंह वासी गंगा कालौनी कालका ने शिकायतक दर्ज करवाई कि जब शिकायतकर्ता और उसका दोस्त किसान अपनी गाडी में उसके घर जाने लागे तो समय करीब 10 बजे रत्रि का था जैस ही गाडी लकेर लोकेश के घर के सामनें सामने पहुँचा तो लोकेश की  बाईक गाली के बीच मे खडी थी । जो शिकायकर्ता नें आवाज लगाकर लोकेश को रास्ते से बाईक हटाने को बोला तो लोकेश ने बाईक हाटने से मना कर दिया तो शिकायतकर्ता खुद गाडी से नीचे उतरकर बाईक को साईड मे कराने लगा तो लोकेश ने शिकायकर्ता के साथ गाली गलौच व मार पिटाई करने लगा तभी शिकायतकर्ता अपने आपको बचाने के लिए वहा से निकलने लगा तो बिट्टूँ ने शिकायतकर्ता का रास्ता रोककर दोनो ने मेरे साथ मारपिटाई की गई तभी वहा झगडे का शोर सुनकर कालौनी वाले लोग इकठ्ठे होने लगे तो तभी वहा से किसान महेन्द्र ने शिकायतकर्ता को उठाकर अस्पताल ले गया झगडें मे लगे पत्थर से के कारण सिर में लगी चोटो  के कारण काफी खून बह गया जिसका इलाज सरकारी अस्पताल कालका करवाया । जिस पर पुलिस थाना कालका ने कार्यवाही करते हुए उपरोक्त आरोपियो के खिलाफ धारा 323/341/506/34 भा0द0स0 के तहत अभियोग दर्ज करके कार्यवाही करते हुए कल दिनाक 18.11.2020 को आरोपियो को गिरफ्तार किया गया । जो आरोपियो को गिरफ्तार करके माननीय पेश अदालत किया गया ।

पचंकूला पुलिस ने चलाये गये अभियान के तहत उदघोषित अपराधी को किया गिरफ्तार

                      पुलिस प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस उपायुक्त पचंकूला ने जिला पचंकूला में मोस्ट वांटेड व उदघोषित अपराधियो को पकडने के लिए अभियान चलाया गया है जिस अभियान के तहत पचंकूला पुलिस दिये निर्देशो के तहत कार्यवाही करते हुए । पुलिस थाना सैक्टर 20 पचंकूला की टीम ने उदघोषित अपराधी को गिरफ्तार किया जो गिरफ्तार किये अपराधियो की पहचान बलदेव सिंह पुत्र गुरदेव सिह वासी उत्तम नगर दिल्ली के रुप में हुई  ।

                  प्राप्त जानकारी के अनुसार उपरोक्त अपराधी बलदेव सिंह पुत्र गुरदेव सिह वासी दिल्ली को गिरफ्तार किया गया । जो गिरप्तार किये गये अपराधी के खिलाफ पुलिस थाना सैक्टर 20 पचंकूला में अभियोग दर्ज किया गया दिनाक 0310.2020 को माननीय न्यायाल के द्वारा प्राप्त आदेशो के तहत कोर्ट के आदेशो की अवेहना करने वाले उपरोक्त अपराधी के खिलाफ पुलिस थाना सैक्टर 20 पचंकूला में धारा 174-ए भा.द.स के तहत अभियोग दर्ज करके अभियोग में गहनता से कार्यवाही करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया ।

नंदीग्राम का नायक शुभेन्दु अधिकारी बागी क्यूँ, देखें क्या रंग लाती है चुनावी बयार?

कभी नंदीग्राम में ममता बनर्जी के लिए सिपाही की भूमिका निभाने वाले शुभेंदु अधिकारी आखिर अब बागी क्यों हो गए हैं? शुभेंदु ने बुधवार को हल्दिया में एक सहकारी समिति की ओर से आयोजित कार्यक्रम में कहा कि ‘मैं कड़ी मेहनत से ऊंचाई तक पहुंचा हूं. मैं निर्वाचित नेता हूं. मैं चयनित या नामित नेता नहीं हूं।’ उनका यह बयान सहकारी समिति में अध्यक्ष निर्वाचित होने के बाद सामने आया। माना जा रहा है कि ऐसा करके शुभेंदु अधिकारी पार्टी के नीति नियंताओं पर निशाना साधा है। उस रैली में शुभेंदु ने कहा था कि पत्रकार और राजनैतिक पर्यवेक्षक मेरे राजनीतिक कार्यक्रम की घोषणा करने के लिए मेरा इंतजार कर रहे हैं। वे मुझे उन बाधाओं के बारे में बात करते हुए सुनना चाहते हैं जो मैं झेल रहा हूं और जो रास्ता मैं लेने जा रहा हूं। मैं इस पवित्र मंच से अपने राजनीतिक कार्यक्रम की घोषणा नहीं करूंगा। 

राजविरेन्द्र वसिष्ठ, चंडीगढ़/हल्दिया (प बंगाल) :

पश्चिम बंगाल में अगले साल विधानसभा चुनाव है, मगर सियासी सरगर्मियां अभी से ही तेज हो गई हैं। एक ओर जहां भारतीय जनता पार्टी ने अपनी तैयारियां तेज कर दी है, दूसरी ओर ममता बनर्जी के सबसे करीबी माने जाने वाले दिग्गज टीएमसी नेता शुभेंदु अधिकारी ने बगावत की आवाज बुलंद कर दी है। चुनाव सिर पर है, मगर पश्चिम बंगाल सरकार में परिवहन मंत्री शुभेंदु अधिकारी ने बागी तेवर अपना कर ममता बनर्जी को एक नई टेंशन दे दी है। यह टेंशन भी ऐसी है कि ममता की करीब 20 सीटें प्रभावित हो सकती हैं। राजनीतिक गलियारों में ऐसी चर्चा है कि पूर्वी मिदनापुर जिले से आने वाले शुभेंदु अधिकारी टीएमसी से नाराज चल रहे हैं और ऐसे में वह पार्टी का साथ छोड़कर भाजपा में भी शामिल हो सकते हैं। फिलहाल, शुभेंदु अपना सियासी पत्ता नहीं खोल रहे हैं। 

कभी नंदीग्राम में ममता बनर्जी के लिए सिपाही की भूमिका निभाने वाले शुभेंदु अधिकारी आखिर अब बागी क्यों हो गए हैं? ऐसा क्या हो गया है कि वो लगातार पार्टी बीते कुछ समय से पार्टी के खिलाफ अप्रत्यक्ष तौर पर आवाज बुलंद कर रहे हैं? क्यों टीएमसी उन्हें मनाने में जुटी है? ऐसे कई सवाल हैं जो न सिर्फ बंगाल, बल्कि देश की राजनीतिक गलियारों में भी तैर ही हैं। दरअसल, शुभेंदु बंगाल में काफी ताकतवर राजनीतिक परिवार से आते हैं। उनका प्रभाव न सिर्फ उनके क्षेत्र पर है, बल्कि पूर्वी मिदनापुर के अलावा आस-पास के जिलों में भी उनका राजनीतिक दबदबा है। 

राजनीतिक पंडितों की मानें तो शुभेंदु अधिकारी ममता बनर्जी के भतीजे और लोकसभा सांसद अभिषेक बनर्जी से नाराज चल रहे हैं। इसके अलावा, जिस तरह से प्रशांत किशोर ने बंगाल में संगठनात्मक बदलाव किया है, उससे भी वह नाखुश हैं। साथ ही शुभेंदु अधिकारी चाहते हैं कि पार्टी कई जिलों की 65 विधानसभा सीटों पर उनकी पसंद के उम्मीदवारों को मैदान में उतारे। पिछले साल लोकसभा चुनाव में भाजपा के सामने बुरे प्रदर्शन ने टीएमसी को एक तरह से झटका दिया और विधानसभा चुनाव के लिए चेताया। यही वजह है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के साथ हाथ मिलाया। बताया जाता है कि ममता बनर्जी ने भतीजे और सांसद अभिषेक बनर्जी के कहने पर ही प्रशांत किशोर के साथ हाथ मिलाया। 

इसके बाद प्रशांत किशोर ने बंगाल में आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए कई स्तर पर संगठनात्मक बदलाव किया है। इस बदलाव से शुभेंदु अधिकारी नाखुश बताए जाते है। शुभेंदु को ऐसा महसूस होता है कि उनकी पार्टी में अब उपेक्षा हो रही है। यहां ध्यान देने वाली बात है कि पूर्वी मिदनापुर में ही नंदीग्राम आता है, जहां जमीन अधिग्रहण विरोधी आंदोलन ने ममता बनर्जी की पार्टी के सत्ता में पहुंचने की राह तैयार की थी। इस आंदोलन में शुभेंदु ने सेनापति की भूमिका निभाई थी और जो कभी लेफ्ट का गढ़ हुआ करता था, वहां शुभेंदु ने टीएमसी का राज स्थापित करवाया था। 

शुभेंदु अधिकारी की नाराजगी टीएमसी को बहुत भारी पड़ सकती है, इस बात का अंदाजा खुद ममता बनर्जी और प्रशांत किशोर को भी है। यही वजह है कि जैसे ही शुभेंदु की नाराजगी की खबर मीडिया में जोर-शोर से आई, प्रशांत किशोर और ममता उन्हें मनाने में जुट गए। एक ओर जहां ममता ने टीएमसी नेताओं और कार्यकर्ताओं को शुभेंदु अधिकारी के खिलाफ बयानबाजी से मना किया है, वहीं दूसरी ओर खुद शुभेंदु अधिकारी को मनाने बीते दिनों प्रशांत किशोर उनके घर पहुंचे थे। हालांकि, प्रशांत किशोर की यह कोशिश बेकार गई, क्योंकि उस दिन शुभेंदु से उनकी मुलाकात नहीं हो पाई। बता दें कि 2019 में राज्य की 42 लोकसभा सीटों में से 18 सीटें जीतने वाली भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने भी शुभेंदु अधिकारी को एक तरह से पार्टी में आने का ऑफर दिया है। भाजपा ने कहा है कि अधिकारी अगर पाला बदलने को लेकर गंभीर हैं तो उनके लिए पार्टी दरवाजे खुले हैं। बता दें कि चुनाव से पहले और बाद में कई टीएमसी नेता भाजपा में शामिल हुए हैं। 

दो बार सांसद रह चुके शुभेंदु अधिकारी का परिवार राजनीतिक तौर पर काफी मजबूत है। पूर्वी मिदनापुर को कभी वामपंथ का गढ़ माना जाता था मगर शुभेंदु ने अपनी रणनीतिक कौशल से बीते कुछ समय में इसे टीएमसी का किला बना दिया है। अगर वह टीएमसी से बाहर होते हैं तो ममता बनर्जी को काफी नुकसान पहुंचा सकते हैं। यही वजह है कि पार्टी उन्हें मनाने में जुटी है। शुभेंदु अधिकारी के भाई दिब्येंदु तमलुक से लोकसभा सदस्य हैं, जबकि तीन भाई-बहनों में सबसे छोटे सौमेंदु कांथी नगर पालिका के अध्यक्ष हैं। उनके पिता सिसिर अधिकारी टीएमसी के सबसे वरिष्ठ लोकसभा सदस्य हैं, जो कांथी निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं।

नंदीग्राम भारत के पश्चिमी बंगाल राज्य के पूर्व मेदिनीपुर जिला का एक ग्रामीण क्षेत्र है। यह क्षेत्र, कोलकाता से दक्षिण-पश्चिम दिशा में 70 कि॰मी॰ दूर, औद्योगिक शहर हल्दिया के सामने और हल्दी नदी के दक्षिण किनारे पर स्थित है। यह क्षेत्र हल्दिया डेवलपमेंट अथॉरिटी के तहत आता है। 2007 में, पश्चिम बंगाल की सरकार ने सलीम ग्रूप को ‘स्पेशल इकनॉमिक ज़ोन’ नीति के तहत, नंदीग्राम में एक ‘रसायन केन्द्र’ (केमिकल हब) की स्थापना करने की अनुमति प्रदान करने का फ़ैसला किया। ग्रामीणों ने इस फ़ैसले का प्रतिरोध किया जिसके परिणामस्वरूप पुलिस के साथ उनकी मुठभेड़ हुई जिसमें 14 ग्रामीण मारे गए और पुलिस पर बर्बरता का आरोप लगा।

नंदीग्राम आंदोलन की लहर पर सवार होकर शुभेंदु 2019 में तमलुक सीट से लोकसभा चुनाव जीते थे। इसके बाद वह 2014 भी वह जीते। बंगाल विधानसभा चुनाव में जीतने के बाद उन्हें ममता कैबनिनेट में परिवहन मंत्री बनाया गया। बताया जाता है कि न सिर्फ पूर्वी मेदनीपुर जिला बल्कि मुर्शिदाबाद और मालदा में भी उन्होंने कांग्रेस को कमजोर करने और टीएमसी को मजबूत करने के लिए काम किया है। क्योंकि वह ग्रासरूट लेवल के नेता हैं, इसलिए बीते कुछ समय में उनकी स्वीकार्यता भी काफी बढ़ी है। उन्हें मेदिनीपुर, झारग्राम, पुरुलिया, बांकुरा और बीरभूम जिलों में टीएमसी के आधार का विस्तार करने का भी श्रेय दिया जाता है। इस तरह से राजनीतिक पंडितों का मानना है कि शुभेंदु अगर टीएमसी से अलग होते हैं तो इसका असर करीब 20 सीटों पर दिख सकता है। यानी शुभेंदु बंगाल में ममता की करीब 20 सीटें खराब करने की क्षमता रखते हैं। 

शुभेंदु अधिकारी की ममता बनर्जी से बगावत की तस्वीर उस वक्त सामने आई, जब गुरुवार को ट्रांसपोर्ट मंत्री शुभेंदी ने पूर्व मिदनापुर के नंदीग्राम में एक रैली को संबोधित किया, जहां आज से 13 साल पहले पार्टी कार्यकर्ता की हत्या कर दी गई थी। इसी की याद में हुए कार्यक्रम में नंदीग्राम में शुभेंदु ने सभा को संबोधित किया। बता दें कि इसी नंदीग्राम की घटना ने ममता बनर्जी को बंगाल की कुर्सी तक पहुंचाया था। उस रैली में शुभेंदु ने कहा था कि पत्रकार और राजनैतिक पर्यवेक्षक मेरे राजनीतिक कार्यक्रम की घोषणा करने के लिए मेरा इंतजार कर रहे हैं। वे मुझे उन बाधाओं के बारे में बात करते हुए सुनना चाहते हैं जो मैं झेल रहा हूं और जो रास्ता मैं लेने जा रहा हूं। मैं इस पवित्र मंच से अपने राजनीतिक कार्यक्रम की घोषणा नहीं करूंगा। 

Seniors of English Deptt,PU Interact with The Freshers Online in the ‘Ice Breaking Session’

Chandigarh November 19, 2020

The Department of English and Cultural Studies has become the first department in Panjab University to organize an online “Ice Breaking Session”  under the guidance of Prof. Deepti Gupta, Chairperson. This event was an effort by the students of MA English Final Year to welcome the new batch.

Prakhar Sinha, Class Representative, MA Final Year welcomed everyone and introduced his classmates who were serving as the speakers and mentors, to their juniors.

The new students introduced themselves with their respective career aspirations and academic backgrounds. They were high on energy and posed several questions about the department and its academics. Senior students enthusiastically resolved their queries and briefed them about various highlights of the department. COVID-19 had put students through challenging times but the Ice Breaker and a hearty conversation cheered everyone up. Marking pattern, Hostel admission procedure, Optional subject choice related questions were the most frequent ones. Many of them were anxious about the new syllabus introduced in 2019, but final year students reassured them with the promise of thorough guidance. The pandemic didn’t allow the senior students to meet and greet the new batch, but technology allowed them to connect which left everyone ecstatic. Senior students spoke about the kinds of challenges they faced when preparing for exams and provided juniors with study strategy and tips to score well. Inspiring examples of the class toppers were given to motivate juniors for meritorious academic performance.

The boarding students spoke about plenty of student accommodations available for students who don’t qualify for a hostel. Senior students discussed the major attractions of Punjab University like Annual Fests, Departmental events, Campus life and the liberal hostel life. New students were reassured about the University’s institutional support, gender inclusive space, innumerous platforms for talent and an equal environment for all. Regular initiatives taken by the senior students to bond with junior students were also discussed in detail. Seniors concluded by saying that all students should support each other.

The new students felt that the interactive session had been immensely helpful to them. They expressed their gratitude to the senior students for the warm welcome. The session ended with everyone hoping to meet soon.

Police Files, Chandigarh – 19 November

‘Purnoor’ Korel, CHANDIGARH – 19.11.2020

Three arrested for possessing illicit liquor

Chandigarh Police arrested Vivek kumar R/o # 113, Sector-29A, Chandigarh and recovered 44 quarters of country liquor from his possession near # 145, EWS Colony, Maulijagran, Chandigarh on 18.11.2020. A case FIR No. 203, U/S 61-1-14 Excise Act has been registered in PS-Maulijagran, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Chandigarh Police arrested Divesh Kumar @ Johny R/o # 9, Village Hallomajra, Chandigarh and recovered 36 quarters of country liquor from his possession near Billing and Service Station, Hallomajra, Chandigarh on 18.11.2020. A case FIR No. 214, U/S 61-1-14 Excise Act has been registered in PS-31, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Chandigarh Police arrested Sagar R/o # 953, Phase-1, Ram Darbar, Chandigarh and recovered 18 halves of country liquor from his possession near Govt. Sr. Sec. School, Ph-2, Ramdarbar, Chandigarh on 18.11.2020. A case FIR No. 215, U/S 61-1-14 Excise Act has been registered in PS-31, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Abetment to suicide

A case FIR No. 137, U/S 306, 506 IPC has been registered in PS-Sarangpur, Chandigarh on the complaint of Karan Singh R/o # 1458, Chaman Colony, Dhanas, Chandigarh against Kulwant Singh R/o Village Abupura, Teh Sindhwa, Jagraun, Distt. Ludhiana, (PB), who abetted/harassed and threatened complainant’s daughter (age 24 years) who committed suicide on 17.11.2020 at her residence. Alleged person has been arrested in this case. Investigation of the case is in progress.

Accident 

A case FIR No. 173, U/S 279, 337 IPC has been registered in PS-MM, Chandigarh on the statement of a lady resident of Pipli Wala Town, Manimajra, Chandigarh who reported that driver of car No. CH01BC-4806 namely Sagar Dhanda R/o # 12, Bank Colony Manimajra, Chandigarh hit to complainant and her neighbor while they were sitting on chairs at open space near Global School Manimajra, Chandigarh on 18.11.2020. Alleged person has been arrested in this case. Investigation of the case is in progress.

MV theft

          Dhan Singh R/o # 694, Saini Vihar, phase-2, Baltana, Zirakpur, PB, reported that unknown person stole away complainant’s pulsar motorcycle No. CH01AL-0477 from Civil Hospital, Manimajra, Chandigarh. A case FIR No. 172, U/S 379 IPC has been registered in PS-MM, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

          Sonu Kumar R/o # 170, Village Palsora, Chandigarh reported that unknown person stole away complainant’s Hero Honda motorcycle No. CH01BE-3319 parked in front of his house on 18.11.2020. A case FIR No. 360, U/S 379 IPC has been registered in PS-39, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

शिक्षा मंत्री का बड़ा बयान, दोबारा बंद हो सकते हैं हरियाणा के सभी स्कूल

डेमोक्रेटिकफ्रंट॰कॉम(ब्यूरो):

कल 17 नवंबर को हरियाणा के अनेक क्षेत्रों में कोरोना के काफी अधिक मामले सामने आए थे. लॉकडाउन खुलने के बाद कोरोना के केस लगातार तेजी से बढ़ते ही जा रहे हैं. कल तीन प्राइवेट और पांच गवर्नमेंट स्कूलों में 78 स्टूडेंट कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे. एक साथ इतने सारे कोरोना पॉजिटिव केसेज के सामने आने से हरियाणा प्रशासन दहशत में आ गया है. कल तो जिला शिक्षा अधिकारी ने केवल और केवल प्रभावित विद्यालयों को ही 15 दिनों तक बंद रखने के आदेश दिए थे. लेकिन अभी अभी हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवर पाल गुर्जर की ओर से एक बड़ा बयान सामने आ रहा है.

हरियाणा में दोबारा बंद हो सकते हैं सभी स्कूल

अभी-अभी हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवर पाल गुर्जर ने बयान देते हुए कहा है कि कोरोना से बचाव के लिए राज्य के सभी स्कूलों को पूर्ण रूप से बंद करना ही कारगर उपाय होगा. इसलिए यह अनुमान लगाया जा रहा है कि हरियाणा सरकार नौवीं से 12वीं कक्षा तक के स्कूलों को दोबारा से बंद कर सकती है. अभी तक इस बात की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है. केवल सूत्रों के हवाले से यह जानकारी मिली है कि हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवर पाल गुर्जर ने अपने बयान में स्कूलों को बंद करने की बात कही है. कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए हरियाणा सरकार द्वारा यह बड़ा कदम उठाया जा सकता है.

गुपकार गैंग के उदय के बाद घाटी में बढ़ी आतंकी गतिविधियां, नगरोटा में 4 आतंकी ढेर

गुपकार गैंग के उदय के बाद जम्मू और काश्मीर में आतंकवाद एक बार फिरसक्रिय हो गया है. सूत्रों की मानें तो जहां दक्षिण काश्मीर में सेना ने स्थानीय और सीमा पार के आतंकियों पर लगाम लगाई थी वही अब गुपकार गैंग की शह पर जम्मू काश्मीर में पाँव पसार रहे हैं. सुरक्षा बलों ने आतंकियों को चारों ओर से घेर लिया. करीब ढाई घंटे तक चली मुठभेड़ के बाद सुरक्षा बलों ने चारों आतंकियों का सफाया कर दिया. मारे गए आतंकियों के पास बड़ी मात्रा में हथियार और गोला बारूद बरामद किया गया. फिलहाल आतंकियों की शिनाख्त नहीं हो पाई है. पुलिस उनके पुराने इतिहास का पता लगाने में जुटी है.

  • गाड़ी चेकिंग के दौरान आतंकियों ने की फायरिंग
  • कश्मीर में आतंकियों के ट्रक से जाने की सूचना
  • ट्रक पर जम्मू-कश्मीर का नंबर, एनकाउंटर जारी

श्रीनगर(ब्यूरो). 

जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ सुरक्षाबलों का अभियान जारी है. खुफिया जानकारी के बाद नगरोटा में सुरक्षा कड़ी की गई और  हर नाके पर आने जाने वाले वाहनों की जांच शुरू की गई. इस दौरान सुरक्षा बलों ने बान टोल प्लाजा के पास एक नाका लगाया था. 

वाहनों की जांच के दौरान आतंकवादियों के एक समूह ने सुरक्षा बलों पर सुबह 5 बजे फायरिंग शुरू कर दी. फायरिंग के बाद आतंकी जंगल की तरफ भागने लगे. फिर मुठभेड़ शुरू हो गई. सूत्रों ने बताया कि एनकाउंटर में 4 आतंकवादी मारे गए हैं. एनकाउंटर के चलते जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग बंद है.

माना जा रहा है कि 3-4 आतंकवादी ट्रक के जरिये जम्मू-श्रीनगर हाईवे के रास्ते कश्मीर जाने की कोशिश कर रहे थे. इसी दौरान सुरक्षाबलों ने आतंकियो को घेर लिया और फिर एनकाउंटर शुरू हो गया. इस घटना के चलते जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग के साथ लगे नगरोटा में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है.

गोलीबारी में एसओजी के जवान हुए घायल

बहरहाल, सुरक्षा बलों ने बताया कि गाड़ी चेकिंग के दौरान आतंकियों ने फायरिंग करनी शुरू कर दी. सुरक्षा बलों को कश्मीर में आतंकियों के ट्रक से जाने की सूचना थी. इसकी जांच करने के लिए हाइवे पर नाका लगाकर गाड़ियों की जांच शुरू की गई थी. जिस ट्रक रोका गया है उस पर जम्मू-कश्मीर का नंबर लगा हुआ है. अभी एनकाउंटर जारी है. हाइवे बंद है. आतंकियों के ट्रक से भारी मात्रा में गोला बारूद बरामद किया गया है.

इससे पहले 6 नवंबर 2020 को दक्षिणी कश्मीर के पुलवामा जिले के मेज पंपोर इलाके में आतंकियों और सुरक्षाबलों की मुठभेड़ हुई थी. मुठभेड़ अगले दिन सुबह तक चली. इस एनकाउंटर में एक आतंकी को मार गिराया गया है. वहीं, एक को सरेंडर करने के पर मजबूर भी किया. इस एनकाउंटर के दौरान दो स्थानीय लोग भी घायल हो गए, जिसमें एक की मौत हो गई.

Panchang

पंचांग, 19 नवम्बर 2020

आज 19 नवंबर को हिंदू पंचांग के अनुसार गुरुवार है. गुरुवार का दिन सुख सम्बृद्धि और सौभाग्य का दिन होता है. यह दिन भगवान विष्णु और मां सरस्वती दोनों की पूजा का दिन होता है. ऐसा कहा जाता है कि भगवान विष्णु जल्दी प्रसन्न नहीं होते, मगर शास्त्रों में उनको प्रसन्न करने के बेहद आसान उपाय भी बताए गए हैं. जिनके माध्यम से आप प्रभु की कृपा के पात्र बन सकते हैं.

विक्रमी संवत्ः 2077, 

शक संवत्ः 1942, 

मासः कार्तिक मास, 

पक्षः शुक्ल पक्ष, 

तिथिः पंचमी रात्रि 10.00 तक है, 

वारः गुरूवार, 

नक्षत्रः पूर्वाषाढ़ा प्रातः 09.38 तक, 

योगः शूल प्रातः 09.57 तक, 

करणः बव, 

सूर्य राशिः वृश्चिक, 

चंद्र राशिः धनु, 

राहु कालः दोपहर 1.30 से 3.00 बजे तक, 

सूर्योदयः 06.50, 

सूर्यास्तः 05.23 बजे।

नोटः आज आज सौभाग्य पंचमी एवं ज्ञान पंचमी (जैन), जया पंचमी व्रत है।

विशेषः आज दक्षिण दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर गुरूवार को दही पूरी खाकर और माथे में पीला चंदन केसर के साथ लगाये और इन्हीं वस्तुओं का दान योग्य ब्रह्मण को देकर यात्रा करें।