पाकिस्तानी सांसद जब अपनी संसद में पुलवामा नरसंहार को अपनी जीत बताते हैं तब भी शायद इन धूर्त लिब्रल्स को शरम का कीड़ा छू भी न पाये। बालाकोट में हमले के बाद जब विंग कमांडर अभिनंदन को छोड़ा गया तब इन धूर्तों के बयान सुनने वाले थे। इनहोने सोशल मीडिया पर पाकिस्तानी वज़ीर – ए – आजम की तारीफ में वो कसीदे पढे की भारतीय सेना का सिर शर्म से झुक जाय। आज जब पाकिस्तानी सांसद ने पाकिस्तान की पोल पट्टी खोल कर रख दी तो इमरान खान की ही भाँती यह बेशर्म हँसते हुए दीख जाएगे। आज पाकिस्तानी संसद में हुए खुलासे के पश्चात इनकी हालत देखने वाली होगी।
राजवीरेन्द्र वसिष्ठ, चंडीगढ़
भारतीय सेना (थल, नभ या वायु) की वीरता के किस्से पूरी दुनिया में मशहूर हैं। लेकिन इनके चरम शौर्य का किस्सा सुनना हो तो दुश्मन देश की सेना पर क्या बिती है, वह सुनिए। ताजा किस्सा भारतीय वायु सेना के फायटर पायलट अभिनंदन को लेकर है। इनके माध्यम से पाकिस्तान की संसद में भारतीय सेना की खौफ के चर्चे हुए।
पाकिस्तान की संसद में भारतीय सेना की खौफ के चर्चे! जी हाँ, यह सच है – 100 फीसदी सच। लेकिन दूसरा सच यह भी है कि दुश्मन देश जहाँ हमारी सेना और सेना के पीछे स्टील-फ्रेम की भाँति खड़े राजनीतिक दल की चर्चा कर रहा है, वहीं अपने देश के चंद लिबरल (धूर्त) इस घटना के वक्त अपने देश की सेना और सत्ता के साथ न खड़े होकर दुश्मन देश के PM इमरान खान की तारीफ में गीत गा रहे थे।
पहले नंबर पर हैं राजदीप। उन्होंने इसे भारतीय नेताओं (मतलब जो सत्ता में थे, मतलब बिना नाम लिए PM मोदी को टारगेट) के लिए वोट का मसला बता दिया था जबकि इमरान को विजेता घोषित कर दिया था।
फिर नंबर आता है बरखा जी का। ये इमरान के स्वागत में ट्वीट कर रही थीं।
शोभा डे तो पाकिस्तानियों को ही धन्यवाद कहने लगी थीं।
रिफत जावेद तो अपने देश के TV चैनलों को ज्ञान देने लगे थे। इसमें ज्ञान से ज्यादा PM मोदी के नाम पर तंज था।
प्रशांत भूषण कैसे पीछे रहते। इमरान खान को उन्होंने परिपक्व और बड़ा निर्णय लेने वाला करार दिया था।
लेकिन इन 11 लिबरलों (धूर्तों) को शायद यह नहीं पता था कि वो या तो किसी (दुश्मन देश) के हाथों कठपुतली की भाँति खेल रहे हैं या फिर अपने ही देश के किसी खास पार्टी के इशारे पर केंद्र सरकार को नीचा दिखाने का अजेंडा चला रहे हैं। पता तो शायद उन्हें यह भी नहीं होगा कि एक दिन उनकी धूर्तता की पोल कोई और नहीं बल्कि पाकिस्तान का ही एक सांसद खोल कर रख देगा।