माँ कूष्मांडा, माँ भगवती का चौथा स्वरूप सेवा और भक्ति से होती है प्रसन्न

शारदीय नवरात्रि का पर्व चल रहा है। नवरात्रि के चौथे दिन माँ दुर्गा जी के चौथे स्वरुप माँ कूष्मांडा की पूजा होती है। इस दिन साधक  का मन ‘अनाहत’ चक्र में स्थित होता है। अतः इस दिन उसे अत्यंत पवित्र मन से कूष्माण्डा देवी के स्वरुप को ध्यान में रखकर पूजा-उपासना के कार्य में लग्न रहना चाहिए। अपनी मंद, हल्की हंसी द्वारा अण्ड अर्थात ब्रह्माण्ड को उत्पन्न करने के कारण इन्हें कूष्माण्डा देवी के नाम से अभिहित किया गया है। जब सृष्टि का अस्तित्व नहीं था, चारों ओर अन्धकार ही अन्धकार परिव्याप्त था, तब इन्हीं देवी ने अपने ‘ईषत’ हास्य से ब्रह्माण्ड की रचना की थी। अतः यही सृष्टि की आदि-स्वरूपा,आदि शक्ति हैं। धार्मिक विश्वास के अनुसार, इनकी भक्ति से आयु, यश, बल और आरोग्य की वृद्धि होती है। माँ कूष्माण्डा सेवा और भक्ति से प्रसन्न होने वाली माता हैं। इनका वाहन सिंह है।

धर्म/संस्कृति, पंचकुला:

नवरात्र के तीसरे दिन पंचकूला के माता मनसा देवी मंदिर में सुबह से भक्तों का आना लगा रहा। यहां शाम तक करीब 10028 से ज्यादा लोगों ने माता के दर्शन किए। यहां मौजूद एक डाक्टर ने बताया कि सेहत विभाग की टीम द्वारा मंदिर में प्रवेश करने से पहले एक परिवार के एक सदस्य का रैपिड एंटीजन टेस्ट किया जा रहा है। किसी परिवार का कोई व्यक्ति संक्रमित न हो, इसलिए टेस्ट किए जा रहे हैं। माता मनसा देवी मंदिर और काली माता मंदिर कालका में श्रद्धालुओं ने नवरात्र के तीसरे दिन माता के चरणों में 11 लाख 19 हजार 607 रुपये की नकदी श्रद्धालुओं ने चढ़ाई हैै। इसके साथ ही 27 हजार 200 रुपये की राशि ड्राई प्रसाद वितरण में एकत्र हुई है। उपायुक्त एवं मुख्य प्रशासक मुकेश कुमार आहूजा ने बताया कि श्रद्धालुओं ने माता मनसा देवी मंदिर में 71 सिल्वर के नग और काली माता मंदिर में 6 सोने के नग और 4 सिल्वर के नग चढ़ाए हैं। इस प्रकार सोने का वजन 3.93 ग्राम और चांदी का वजन 431.273 ग्राम है

उपायुक्त ने बताया कि माता मनसा देवी पर कुल 9 लाख 4 हजार 168 रुपये और काली माता मंदिर कालका में 2 लाख 15 हजार 439 रुपये की राशि चढ़ाई है। प्रसाद वितरण योजना में माता मनसा देवी मंदिर में 100 ग्राम में 21 हजार 550 रुपये और 200 ग्राम प्रसाद वितरण में 25 हजार 600 रुपये ओर काली माता मंदिर में 100 ग्राम प्रसाद वितरण में 1800 रुपये व 200 ग्राम प्रसाद वितरण में 1600 रुपये की राशि सहित कुल 100 ग्राम प्रसाद वितरण में 23 हजार 500 रुपये और 200 ग्राम वितरण प्रसाद में 27 हजार 200 रुपये की राशि एकत्रित हुई है। तीसरे दिन तक 56 लाख 4 हजार 646 रुपये की राशि चढ़ाई गई।

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