आज 19 अक्टूबर को नवरात्रि का तीसरा दिन है. नवरात्रि के तीसरे दिन देवी के तृतीय स्वरूप माता चंद्रघंटा की पूजा की जाती है. माता के सिर पर घंटे के आकार का अर्धचंद्र है. इसी वजह से इन्हें चंद्रघंटा कहा जाता है. देवी चंद्रघंटा का वाहन सिंह है. इनकी दस भुजाएं और तीन आंखें हैं. नवरात्रि के नौ दिनों तक माता रानी के 9 अलग-अलग स्वरूपों की पूजा अर्चना होगी.
विक्रमी संवत्ः 2077,
शक संवत्ः 1942,
मासः द्वितीय (शुद्ध) आश्विनी मास,
पक्षः शुक्ल पक्ष,
तिथिः तृतीया दोपहर 02.08 तक है,
वारः सोमवार,
नक्षत्रः अनुराधा रात्रि 03.53 तक,
योगः आयुष्मान दोपहर 01.18 तक,
करणः गर,
सूर्य राशिः तुला,
चंद्र राशिः वृश्चिक,
राहु कालः प्रातः 7.30 से प्रातः 9.00 बजे तक,
सूर्योदयः 06.28,
सूर्यास्तः 05.47 बजे।
विशेषः आज पूर्व दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर सोमवार को दर्पण देखकर, दही, शंख, मोती, चावल, दूध का दान देकर यात्रा करें।