Tuesday, February 4

 मनोज त्यागी करनाल 23 सितम्बर:

         एन.एच.-44 पर दीनबंधु चौधरी छोटू राम की प्रतिमा के साथ नगर निगम की ओर से निर्माणाधीन नमस्ते की आकृत्ति का काम लगभग पूरा हो गया है, पिछले कुछ सालों से गायब आकृत्ति के दोबारा स्थापित होने से लोगों की जुबान पर चढ़ा नमस्ते चौक का नाम फिर से सजीव होने जा रहा है। पहले और अब की आकृत्ति में अंतर यह है कि इसे कंक्रीट की बजाए मजबूत फाईबर से 14 फुट ऊंचा बनवाया गया है, जो 10 फुट बेस पर स्थापित किया गया है। अब इसके आस-पास स्टेनलेस स्टील की ग्रिल, लाईटें, खूबसूरत स्टोन और सजावटी घास लगाने का काम किया जाना है, उम्मीद है जो अगले कुछ दिनो में निपटा लिया जाएगा। शनिवार को उपायुक्त एवं नगर निगम के आयुक्त निशांत कुमार यादव ने निगम के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ नमस्ते चौक स्थल का दौरा कर इसका निरीक्षण किया और संकेत दिए कि शिष्टाचार मुद्रा वाली नमस्ते की आकृत्ति का अनावरण मुख्यमंत्री के हाथों से करवाएंगे।         

             एक पखवाड़े के बाद उपायुक्त ने इस जगह को लेकर दूसरी बार दौरा किया, जिसमें उन्होंने चौधरी छोटू राम की प्रतिमा स्थल को पार्कनुमा बनाकर सौंदर्यकरण करना और कर्ण द्वार के पिलर व सड़कों को चौड़ा करने के कामो का निरीक्षण किया। उपायुक्त के अनुसार कर्ण द्वार और चौधरी छोटू राम पार्क के मध्य की सड़क अब चौड़ी करके 7 से 10 मीटर बना दी गई है, इससे यहां से गुजरते बड़े वाहनो को अब मुडऩे में परेशानी नहीं होगी, इससे द्वार और पार्क स्थल को भी कोई क्षति नहीं पहुंचेगी। निरीक्षण के दौरान उन्होंने बताया कि कर्ण द्वार के नीचे पिलर के चारों और कंक्रीट युक्त ब्लॉक लगा दिए गए हैं। लाईटें पहले से लगाई हुई हैं, रिफ्लेक्टिव टेप से रात्रि के समय इसकी सुरक्षा बढ़ जाएगी, ताकि जल्दबाजी में कोई भी वाहन पिलरों से टकरा ना सके।

        उपायुक्त ने कर्ण द्वार से मीरा घाटी को जाने वाली सड़क की हालत सुधारने के लिए अपने साथ गए निगम अधिकारियों को कई बातें नोट करवाई और निर्देश दिए कि इसे स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में लेकर स्मार्ट रोड़ की तर्ज पर विकसित किया जाए। इसके लिए द्वार और मीरा घाटी चौक तक दो-तीन प्लाजा हों, सुंदर टाईलें लगवाई जाएं, डिवाईडर की मरम्मत कर इसे भी दुरूस्त किया जाए, जहां-जहां अतिक्रमण है उसे हटाना अनिवार्य करें। जनता को एक सुंदर और सुकून भरे सफर की सड़क बनाकर दें। दौरे में उपायुक्त के साथ चीफ इंजीनियर रामजी लाल, एसई दीपक किंग्गर तथा एई सुनील भल्ला मौजूद रहे।