मुख्य प्रोजेक्ट में शहर की 30 से 40 किलोमीटर सड़केंं होगी दुरूस्त, चर्चा को लेकर विकास सदन में हुई मीटिंग, उपायुक्त एवं केएससीएल के सीईओ निशांत कुमार यादव
मनोज त्यागी करनाल 22 जुलाई:
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में शहर की विभिन्न सड़कों को दुरूस्त किया जाएगा। इनमें सभी वार्डों की करीब 30 से 40 किलोमीटर की सड़कें होंगी। प्रोजेक्ट मेनेजमेंट कंसल्टेंट की टीम की ओर से विभिन्न सड़कों का सर्वे किया गया है। इस पर समीक्षा के लिए बुधवार को विकास सदन के सभागार में उपायुक्त एवं केएससीएल के सी.ई.ओ. निशांत कुमार यादव ने टीम एक्सपर्ट्स के साथ मीटिंग की, जिसमें बताया गया कि सड़कों के कमजोर पैच ठीक किए जाएंगे। सुधारीकरण के तहत फुटपाथ और स्ट्रीट लाईट जैसी सुविधाएं दी जाएंगी। सड़कें स्मार्ट होंगी तो शहर भी स्मार्ट लगेगा।

मीटिंग में सीईओ ने एक्सपर्ट को कहा कि सड़कों को लेकर दो केटेगरी बनाएं, जिसमें सरफेस टॉपिंग यानि ऊपरी सतह के काम हों और जो नई बननी है, उनकी केटेगरी अलग हो। उन्होंने कहा कि सड़कों के काम तो जितनी जल्दी हो सकें, शुरू कर लिए जाएं। क्या-क्या काम और कितनी धनराशि खर्च होगी, उसकी आर.एफ.पी. तैयार करके एक-दो सप्ताह की अवधि का टैण्डर लगाएं, ताकि काम शुरू हो।स्मार्ट सिटी में कुछ नए प्रोजेक्ट्स को शामिल करने पर भी चर्चा हुई- उपायुक्त ने बताया कि शहर में कुछ जगहों पर मेकेनाईज़ड पार्किंग बनाई जाएगी। पहले जिला सचिवालय के आगे पड़े स्पेस को मेकेनाईज़ड तरीके से विकसित करेंगे, तरीका कामयाब रहा, तो शहर में 5-7 जगहों पर ऐसी पार्किंग का काम किया जाएगा, जो पी.पी.पी. मोड पर होगा। उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त शहर से गुजरते एन.एच.-44 पर स्थित 6 फ्लाईओवर के अंडरपास का सौंदर्यकरण किया जाएगा। इनमें नमस्ते चौक, ताऊ देवी लाल, सैक्टर-6-7 चौक, निर्मल कुटिया, आई.टी.आई. व बलड़ी बाईपास एफ.ओ.बी. शामिल हैं। एफ.ओ.बी. के नीचे स्पेस को डिजाईन के अनुसार डव्लप करेंगे, डिजाईन पैदल पथोन्मुखी के अनुरूप होगा, लैंड स्केपिंग, क्योस्क तथा पेंटिंग जैसे कार्य किए जाएंगे, स्मूथ ट्रैफिक को भी मदद मिलेगी। इसके लिए कॉन्सैप्ट डिजाईनिंग पर काम चल रहा है।

उन्होंने बताया कि इसी प्रकार शहर के कुछ सरकारी भवनो में वर्टिकल गार्डन बनाए जाएंगे। बड़े स्मार्ट शहरों में ऐसा किया गया है। इससे भवनो में हरियाली और सौंदर्यकरण दोनो का स्वरूप बनेगा। सीईओ के पूछने पर मीटिंग में पी.एम.सी. ने नए प्रोजेक्ट में पैन सिटी के प्रोजेक्ट सिटी ब्रांडिंग का भी सुझाव दिया। इसके तहत शहर में अलग-अलग जगहों पर पार्किंग स्थल जैसे साईनेज लगाने पर चर्चा हुई।पिछली मीटिंगों में चर्चा के बाद आर.एफ.पी. की अप्रूवल के बाद नगर निगम ने बुधवार से ही लगाए शॉर्ट टर्म टैण्डर- समीक्षा बैठक में एक खास बात पर भी चर्चा हुई। सीईओ ने बताया कि पिछली मीटिंगो में स्मार्ट सिटी के विभिन्न प्रोजेक्ट्स पर काम शुरू करने के लिए चर्चा के बाद उनकी रिक्वेस्ट फॉर प्रपोज़ल यानि आर.एफ.पी. तैयार कर ली गई थी। सरकार के शहरी स्थानीय निकाय की ओर से इनको हरी झण्ड़ी मिल गई है। बुधवार से ही इनके शॉर्ट टर्म के टैण्डर लगाए जा रहे हैं।किन-किन कार्यों के लगे हैं टैण्डर- सीईओ ने बताया कि एल.ई.डी. लाईट्स, सुपर सकर मशीन, 30 रेन वाटर हार्वेस्टर, ओपन एयर जिम, स्मार्ट स्कूलों के भवनो की मरम्मत, 40 टिप्पर वाहनों की खरीद, महाराजा अग्रसेन चौक से बलड़ी बाईपास तक वॉकिंग स्ट्रीट तथा स्मार्ट पब्लिक टॉयलेट के अल्प अवधि के टैण्डर लगाए गए हैं। पहले से लगाए गए 1-2 टैण्डरो में कुछ तकनीकी खामियां सामने आई थी, उन्हें भी रिवाईज़ करके लगाया जा रहा है।
समीक्षा बैठक में मुख्य अभियंता रामजी लाल, अधीक्षण अभियंता दीपक किंग्गर, टैक्रिकल एडवाईज़र एस.पी. ठकराल, एक्सईएन सौरभ गोयल, एई सुनील भल्ला, स्पोर्ट इंजीनियर मोहन शर्मा, पी.एम.सी. प्रवीन झा तथा उनकी टीम के एक्सपर्ट शामिल हुए।