स्मार्ट सिटी से जुड़े प्रोजेक्ट्स पर तेजी से चल रही तैयारियां : उपायुक्त निशांत कुमार
स्मार्ट लाईट व स्मार्ट वाटर सप्लाई के लिए तैयार डॉक्यूमेंट को डीएलयूबी से अनुमोदित करवाने से पहले मंथन कर दिया अंतिम रूप
मनोज त्यागी करनाल 14 जुलाई:
स्मार्ट सिटी से जुड़े विभिन्न प्रोजेक्ट्ïस पर काम करने के लिए तैयारियां तेजी से चल रही हैं। मंगलवार को केएससीएल के सीईओ व उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने लघु सचिवालय के सभागार में दो महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट स्मार्ट लाईट व स्मार्ट वाटर सप्लाई पर स्काडा के लिए तैयार आर.एफ.पी. के ड्राफ्ट को अंतिम रूप देने के लिए टैक्नीकल कमेटी की मीटिंग ली। मीटिंग में नगर निगम के मुख्य अभियंता रामजी लाल, अधीक्षण अभियंता दीपक किंग्गर, डीएमसी धीरज कुमार, टैक्नीकल एडवाईज़र एस.पी. ठकराल, कार्यकारी अभियंता सौरभ गोयल, यूएचबीवीएन के एक्सईएन धर्म सुहाग, जन स्वास्थ्य विभाग के एक्सईन विकास संगरोहा तथा पीएमसी प्रवीन झा व उनकी टीम के सदस्यों के साथ आर.एफ.पी. या टैण्डर के प्रारूप को निदेशक शहरी स्थानीय निकाय विभाग से अनुमोदित करवाने के लिए सभी प्वाईंटस पर काफी देर तक मंथन हुआ।
स्मार्ट वाटर सप्लाई पर स्काडा लगाने के प्रोजेक्ट के प्रारूप पर विचार-विमर्श के दौरान बताया गया कि शहर में इस प्रोजेक्ट के तहत 192 नलकूपों के साथ-साथ 200 अन्यों जगहों पर भी पानी का फ्लो बताने वाले फ्लोमीटर लगाए जाएंगे। इसके अतिरिक्त प्रैशर मीटर व प्रोग्रामेबल लॉजिकल कंट्रोल (पीएलसी) भी लगाए जाएंगे। पेयजल के लिए जन स्वास्थ्य विभाग की ओर से शहर में 12 जोन बनाए गए हैं, प्रत्येक जोन में करीब 10 नलकूप शामिल हैं। इस बात पर चर्चा की गई कि स्मार्ट वाटर सप्लाई में टेल एंड तक पेयजल पहुंचना सुनिश्चित हो। इस पर मीटिंग में उपस्थित सभी टैक्नीकल व इंजीनियरिंग विंग के अधिकारियों के साथ डिस्कस की गई। स्मार्ट सिटी के इस प्रोजेक्ट का मकसद नागरिकों को पर्याप्त मात्रा में व शुद्घ पेयजल मुहैया करवाना है।
मीटिंग में दूसरे महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट स्मार्ट लाईट पर भी मंथन किया गया। सीईओ ने बताया कि इस प्रोजेक्ट के तहत पूरे पैन सिटी में 25 हजार एल.ई.डी. लगाई जाएंगी। प्रोजेक्ट के लिए तैयार टैण्डर डॉक्यूमेंट को अंतिम रूप देने के लिए सम्बंधित अधिकारियों के साथ उपायुक्त ने डिस्कस की, जिसमें इस काम को करने वाली कम्पनी के कॉन्ट्रैक्टर की टैक्नीकल क्वालीफिकेशन जैसे प्वाईंट पर चर्चा की गई और चर्चा के बाद जिसमें डॉक्यूमेंट को अंतिम रूप दिया गया। सीईओ ने निगम के मुख्य अभियंता को निर्देश दिए कि वे बुधवार को ही दोनो प्रोजेक्ट के आर.एफ.पी./टैण्डर डॉक्यूमेंट को, डीएलयूबी के कार्यालय में ले जाएं और इन्हें अनुमोदित करवाने की कार्रवाई करें।
उन्होंने बताया कि अनुमोदन के बाद सम्बंधित प्रोजेक्ट से जुड़े कार्यों के टैण्डर लगाए जाएंगे, जो भी कम्पनियां उसमें भाग लेंगी, उनकी प्रेजेंटेशन, कार्य का अनुभव तथा स्टेटस के आधार पर चयन करके वर्क अलॉट किया जाएगा। उन्होंने उम्मीद की कि यह सारी प्रक्रिया जुलाई माह में पूरी करके अगस्त में काम शुरू कर लेने की प्रबल उम्मीद है।
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