मेहनत का कोई पर्याय नहीं है : उपायुक्त निशान्त कुमार

 हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड से दसवीं की परीक्षा में अच्छे अंक लाने वाले 23 बच्चों को सम्मानित किया।

  मनोज त्यागी करनाल 15 जुलाई:

 मेहनत का कोई पर्याय नहीं है, मेहनत करके बड़े से बड़े लक्ष्य को आसानी से प्राप्त किया जा सकता है। मेहनत, इच्छाशक्ति और आत्मविश्वास के दम पर साधारण परिवारों से संबंध रखने वाले लोगों ने पूरे विश्व के सामने अपनी कामयाबी के अनेकों उद्हरण प्रस्तुत किए है। यह बात उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने बुधवार को लघु सचिवालय के सभागार में हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड से दसवीं में अच्छे अंक लाने वाले बच्चों के लिए आयोजित अभिनंदन कार्यक्रम में विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए कही।  

उपायुक्त ने कार्यक्रम में सभी बच्चों को बधाई व भविष्य के लिए शुभकामनाएं देते हुए उनसे परिचय लिया तथा भविष्य में बच्चे किस क्षेत्र में आगे बढऩा चाहते है, इसके बारे में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि यह और भी हर्ष का विषय है कि सभी बच्चे साधारण परिवारों से संबंधित होने के बावजूद अच्छे अंक लेकर उत्तीर्ण हुए है। उन्होंने कहा कि बच्चों ने यह दिखा दिया है कि ग्रामीण क्षेत्र में भी मेहनत कर आगे बढऩे वालों की कोई कमी नहीं है। इन बच्चों की यह सफलता शहरी क्षेत्र में रहने वाले बच्चों के लिए भी प्रेरणादायक है।

बॉक्स: इन बच्चों को किया सम्मानित।

उपायुक्त ने हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड से दसवीं की परीक्षा में अच्छे अंक लाने वाले 23 बच्चों को सम्मानित किया। इनमें दस बच्चें प्राईवेट स्कूलों तथा 13 बच्चें राजकीय स्कूलों से है। जिनमें आर्य सी०सै०विद्यापीठ जाम्बा की सलोनी 98.4 प्रतिशत, आर्य सी०सै०विद्यापीठ ऐबला जागीर से विशाल 98.4 प्रतिशत, चौधरी भगत सिंह सी०सै० स्कूल जैनपुर साधान से सिमरण 98.2 प्रतिशत, अनुपम शिक्षा निकेतन सी०सै० स्कूल कुटेल की तन्नू 98.2 प्रतिशत, चौधरी भगत सिंह सी०सै० स्कूल जैनपुर साधान से जानिश 97.8 प्रतिशत, आर्य सी०सै०विद्यापीठ जाम्बा की प्राची व कोमल 97.8 प्रतिशत, आर्यन सी०सै०स्कूल गंगाटेहड़ी पोपड़ा की दीप्ति 97.8 प्रतिशत, अनुपम शिक्षा निकेतन स्कूल कुटेल के रितेश 97.8 प्रतिशत , चौधरी भगत सिंह सी०सै० स्कूल जैनपुर साधान से खुशी 97.8 प्रतिशत, राजकीय कन्या उच्च विद्यालय मुनक से पूनम 97.4 प्रतिशत, राजकीय वरि०मा०विद्यालय ब्याना से आदित्य 96.4 प्रतिशत, राजकीय वरि०मा०विद्यालय बीबीपुर जटान से पलक 96.0 प्रतिशत, राजकीय उच्च विद्यालय मुरादगढ़ से कुलदीप 95.0 प्रतिशत,राजकीय वरि०मा०विद्यालय  बड़ागांव से अंचल 95.0 प्रतिशत, राजकीय मॉडल संस्कृति वरि०मा०विद्यालय तरावड़ी से आशीष तिवारी 94.8 प्रतिशत, रा०कन्या वरि०मा०विद्यालय गंगाटेहड़ी-पोपड़ा से पलक 94. 6 प्रतिशत, राजकीय वरि०मा०विद्यालय बड़ागांव से मुस्कान 94.6 प्रतिशत, राजकीय वरि०मा०विद्यालय चोचड़ा से गोलू शर्मा 94.4 प्रतिशत, राजकीय वरि०मा०विद्यालय गोल्ली से तमन्ना 94.4 प्रतिशत, रा०उच्च विद्यालय अलीपुर खालसा से सुनीता 94.4 प्रतिशत, रा०कन्या वरि०मा०विद्यालय करनाल से ईशा व स्नेहा ने 94.4 प्रतिशत अंक हासिल किए।

उन्होंने बच्चों को उनके उज्जवल भविष्य के लिए सफलता का मंत्र बताते हुए कहा कि हमें किताबों को रटने की तरफ ध्यान ना देकर समझने की ओर फोकस रखना चाहिए। ऐसा करके हम पढ़ाई को और आसान बना सकते है। उन्होंने कहा कि हमें केवल परीक्षा के दिनों में ही पढऩे की आदत नहीं होनी चाहिए बल्कि प्रतिदिन पढऩे की आदत बनाएं। उन्होंने दसवीं में अच्छे अंक लाने वाले इन बच्चों को कहा कि ग्यारहवीं व बारहवीं कक्षा जीवन के मुख्य पड़ाव है, यहीं से तय होता है कि हम भविष्य में क्या बनना चाहते है या किस क्षेत्र में आगे बढऩा चाहते है। उन्होंने कहा कि हमारे देश में विभिन्न क्षेत्रों में आगे बढने के पर्याप्त अवसर है। उन्होंने एक-एक करके सभी बच्चों से पूछा कि वे अगली कक्षा में किस विषय को महत्व देंगे। इस पर सभी बच्चों ने जवाब देते हुए आईएएस अधिकारी, डॉक्टर, इंजीनियर, सीए तथा कैमिकल इंजीनियर जैसे पदों पर कार्य करने की इच्छा जताई। इस पर उपायुक्त ने सभी बच्चों को पुन: शुभकामनाएं देते हुए कहा कि जीवन में कामयाब इंसान होने के साथ-साथ हमारा यह भी कत्र्तव्य बनता है कि हम अच्छे इंसान भी जरूर बने और जिनकी मेहनत से हम बड़े बने है, उन परिजनों तथा शिक्षकों का भी सदैव आदर करें और समाज व देशहित में योगदान करें।

इस मौके पर जिला शिक्षा अधिकारी रविन्द्र चौधरी, जिला गणित विशेषज्ञ मोहन लाल मुंजाल, डीओसी सियाराम शास्त्री उपस्थित रहे।

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