कॉंग्रेस का असली चेहरा आया सामने, उदित राज ने जनेयु धारी सूअर से कि ब्राह्मण समाज कि तुलना

वैसे तो कॉंग्रेस और हिन्दू विरोध समानार्थक शब्द हैं फिर भी कभी कभी यह भ्रम होने लगता हा की कॉंग्रेस धर्म निरपेक्ष है। हालांकि यह शब्द इनहि की देन है फिर भी इन्हे तुष्टीकरण खासतौर से मुसलिम तुष्टीकरण के लिए जाना जाता है। आज़ादी के बाद से आज तक कॉंग्रेस की मुस्लिम तुष्टीकरण की ही नीति से सत्ता में काबिज होती आई है। सोनिया गांधी के कॉंग्रेस अध्यक्षा बनने के बाद केंद्र बिन्दु में ईसाई मिशनरी आ गए। धर्मांतरण का खेल खुल ए आम खेला जाने लगा लें हिन्दू विरोध जारी रहा। हिन्द तो मात्र वोट बैंक हैं जिनहे चुनावों के समय जातियों में बाँट कर जातिगत समीकरणों द्वारा वोट झटक लिए जाते हैं। अब मुद्दे की बात पर आते हैं कांग्रेस नेता उदित राज का हिन्द विरोध उस समय खुल कर सामने आया जब उदित ने एक सूअर की त्रिपुंड लगाए और जनेयु धरण किए का चित्र लगा कर खुले तौर पर ब्राह्मणों के खिलाफ प्रचार कर उनकी भावनाओं को आहत करने का काम किया है। उदित राज को आगे रख कर कॉंग्रेस जहाँ एक तरफ ब्राह्मणों की तुलना सूअरों से कर रही है, वहीं दूसरी ओर यह दावा भी कर रही है कि भारतीय न्यायपालिका में केवल ब्राह्मण शामिल हैं। ऐसे में प्रश्न उठता है कि चुनावों के दौरान जनेयु धारण कर फिरोज शाह के पौत्र स्वयं को दत्तात्रेय गोत्र का ब्राह्मण बता रहे थे क्या उदित राज उस चुनावी ब्राह्मण को भी इसी वर्ग में रहते हैं ?

सारिका तिवारी, चंडीगढ़ – 10 जुलाई :

देश के दलितों का प्रतिनिधित्व करने का दावा करने वाली अखिल भारतीय परिसंघ ने शुक्रवार (10 जुलाई, 2020) को एक नया विवाद खड़ा कर दिया। जहाँ परिसंघ ने न केवल ब्राह्मणो के खिलाफ घृणित टिप्पणी की बल्कि उनकी तुलना सूअर से कर डाली। इसके साथ ही उन्होंने अपने ट्वीट में देश की न्यायपालिका के खिलाफ भी अपमानजनक टिप्पणी की।

खुद को दलितों का मसीहा बताने वाले इस संगठन का संचालन कॉन्ग्रेस नेता उदित राज करते है। जो अक्सर ब्राह्मणों को निशाना बनाने के लिए उनके खिलाफ अपमानजनक जातिवादी टिप्पणियाँ करते रहते है। इस बार उन्होंने ब्राह्मणों के प्रति अपना विरोध दर्ज कराने के लिए अपने इस ट्वीट में सूअर की एक तस्वीर पोस्ट की है। जिसमें सुअर को हिन्दू रीती रिवाजों में प्रयोग में लाए जाने वाले चंदन का टीका लगाया गया व जनेऊ भी पहनाया गया है।

कॉन्ग्रेस नेता उदित राज का यह परिसंघ खुले तौर पर ब्राह्मणों के खिलाफ प्रचार कर उनकी भावनाओं को आहत करने का काम कर रही है। जहाँ एक तरफ उनकी तुलना सूअरों से कर रही, वहीं दूसरी ओर यह दावा भी कर रही है कि भारतीय न्यायपालिका में केवल ब्राह्मण शामिल हैं।

देश की न्यायपालिका के प्रति अपना तिरस्‍कार ​​व्यक्त करते हुए, दलित संगठन ने दावा किया कि भारतीय न्यायालयों में ब्राह्मण न्यायाधीश केवल अपने समुदाय के लोगों की सिफारिश करते है। जिन्हें उसके बाद ब्राह्मणों के तीसरे समूह द्वारा न्यायाधीश के रूप में चुन लिया जाता है।

इस परिसंघ की यह टिप्पणी न केवल देश के ब्राह्मणों के अपमान के लिए थी, बल्कि इसने न्यायपालिका की स्वतंत्रता पर भी हमला किया है। जातिगत राजनीति करने की जल्दबाजी में कॉन्ग्रेस सदस्य उदित राज द्वारा चलाए जा रहे इस दलित संगठन ने ऊँची जाति के लोगों को ‘सूअर’ के रूप में संदर्भित करने के लिए शर्मनाक तरीका अपनाया है।

कॉन्ग्रेसी उदित राज के संगठन की ब्राह्मण विरोधी बयानबाजी कोई नई घटना नहीं है। पिछले महीने, रिपब्लिक टीवी के एडिटर-इन-चीफ अर्नब गोस्वामी ने पालघर साधु लिंचिंग मामले को लेकर सोनिया गाँधी की चुप्पी पर सवाल किया था। जिसके बाद अखिल भारतीय परिसंघ कॉन्ग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष के समर्थन में उतर आई थी। और अर्नब गोस्वामी के खिलाफ जातिगत टिप्पणी की थी।

आल इंडिया परिसंघ ने ट्विटर के जरिए कहा था कि, “इतना नीचे कोई ब्राह्मण ही गिर सकता है, जितना अर्नब गोस्वामी गिरा हैं।” वहीं जातिवादी बयानों के बाद, कॉन्ग्रेस प्रवक्ता उदित राज के खिलाफ ब्राह्मणों ने मानहानि का मुकदमा दर्ज कराया था।

सैक्टर-2 चौक का नामकरण शहीद मेजर संदीप सांखला – ज्ञानचंद गुप्ता

पंचकूला 10 जुलाई:

       हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि भविष्य में पंचकूला सैक्टर 2 स्थित चैक शहीद मेजर संदीप सांखला के नाम से जाना जाएगा। इसके लिए उन्होंने निगम के अधिकारियों को सभी औपचारिकताएं पूरी करने के निर्देश दिए।

      हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष सैक्टर 2 स्थित चैक पर मरणोंपरांत अशोक चक्र विजेता शहीद मेजर संदीप सांखला की प्रतिमा का अनावरण करने के बाद उनके माता पिता से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने शहीद की प्रतिमा पर पुष्पचक्र अप्रित कर श्रद्वाजंलि दी। उनके पिता कर्नल जे एस कवंर, माता श्रीमति मंजू कंवर, उपायुक्त मुकेश कुमार आहूजा, पुलिस आयुक्त मोहित हांडा सहित कई अधिकारियों ने उन्हंे पुष्पचक्र अर्पित कर वीर सपूत को नमन किया।

      उन्होंने कहा कि अब तक इस चैक पर केवल पार्क का निर्माण किया गया था, लेकिन अब इस पार्क में अशोक चक्र प्राप्त शहीद मेजर संदीप सांखला की प्रतिमा स्थापित की गई है। उन्होंने निगम के अधिकारियों को शहीद की प्रतिमा के चारों ओर ग्रिल, स्टेनलैस स्टील, बागवानी आदि का कार्य के भी निर्देश दिए जिस पर लगभग 6-7 लाख रुपए की राशि व्यय होगी। अब इस पार्क में प्रतिमा, फुटपाथ, झोपडी, बागवानी आदि के कार्य पर लगभग 14 लाख रुपए की राशि खर्च की गई। उन्होंने कहा कि सरकार ने शहीदों को पूरा मान सम्मान दिया है। इसके अलावा उनके आश्रितों हेतू भी कई जनकल्याणकारी योजनाएं क्रियान्वित की जा रही है। इन योजनाओं का लाभ देकर उन्हें सम्मानित किया जा रहा है।

       गुप्ताने कहा कि शहीद मेजर संदीप सांखला का जन्म 30 जनवरी 1964 को  हुआ। उच्च शिक्षा प्राप्त कर उन्हें 14 जून 1986 को कमीशन में स्थान मिला। वे 18 डोगरा रेजिमेंट में कार्यरत रहे। लगभग 5 साल की सेवा के दौरान 8 अगस्त 1991 को जम्मू कश्मीर के जफर खान गांव में आतंकवादियों से लोहा लेते हुए वीरगति को प्राप्त हुए। मेजर संदीप ने उस दौरान 9 आंतकवादियों को मार गिराया ओर देश के लिए शहादत दी। उनकी इस शहादत को कभी भुलाया नही जा सकता। इसलिए भारत के राष्ट्रपति की ओर से उन्हें मरणोंपरांत 26 जनवरी 1992 को अशोक चक्र से सम्मानित किया गया।

      इस अवसर पर निगम आयुक्त महाबीर कौशिक, बिग्रेडियर किरण कृष्ण जयसवाल, प्रो0 पी एस सांगा, कर्नल सबलोक, प्रो0 कासंरा, कर्नल रमेश कंवर, कर्नल बबरवाल, नगर निगम के संयुक्त कमीशनर संयम गर्ग, कार्यकारी अधिकारी नगर निगम जरनैल सिंह, नायब तहसीलदार ईश्वर सिंह, भाजपा के जिला अध्यक्ष दीपक शर्मा, महामंत्री हरेन्द्र मलिक, मीडिया प्रभारी नवीन गर्ग सहित अनेक गणमान्य नागरिकों ने शहीद को पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्वाजंलि अर्पित की।

नागरिकों को पर्याप्त मात्रा में एवं शुद्घ पेयजल होगा मुहैया-महापौर रेणु बाला गुप्ता

मनोज त्यागी करनाल 10 जुलाई:

           मुख्यमंत्री हरियाणा मनोहर लाल के निर्देश पर शहर की 35 नई अप्रूव्ड कॉलोनियों में लोगों को शुद्घ पेयजल मुहैया करवाने का काम जोरों से चल रहा है। इस कड़ी में अब तक 21 नलकूप लगाए जा चुके हैं। इसके लिए मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि आबादी बढऩे से जिन कॉलोनियों में अतिरिक्त नलकूप की जरूरत है, उसकी भी व्यवस्था की जाए। इसी के चलते शहर के वार्ड-20 में विजय नगर में स्थित स्लाटर हाऊस के अंदर एक जगह पर शुक्रवार को महापौर रेणु बाला गुप्ता ने एक नए जलघर के निर्माण की विधिवत शुरूआत की। उनके साथ वार्ड पार्षद मोनू तथा नगर निगम के सहायक अभियंता सतीश कुमार मित्तल भी मौजूद रहे।  

           नए जलघर के निर्माण की शुरूआत केबाद मेयर ने बताया कि नए नलकूप से इस क्षेत्र के बाशिंदो को पर्याप्त मात्रा में और शुद्घ पेयजल मुहैया होगा। उन्होंने बताया कि विजय नगर क्षेत्र में अब तक कोई ट्यूबवेल नहीं था, पाल नगर स्थित नलकूप से ही लोगों के घर पानी पहुंचाया जा रहा था। इस क्षेत्र में आबादी लगातार बढ़ रही हैं, जिसके कारण उनके घर तक स्वच्छ पेयजल मुहैया कराया जाना आवश्यक हो गया था। इसलिए आज नए नलकूप लगाए जाने की शुरूआत हुई है और इस एरिया के साथ-साथ पाल नगर तथा नसीबपुर के लोगों को पेयजल से बड़ी सुविधा मिलेगी। उन्होंने बताया कि 21 ऐसे नलकूप पहले ही लगाए जा चुके हैं, आज 22वें नलकूप की शुरूआत की गई है, इसका कार्य अगले 1-2 महीनो में पूरा होगा। कुल 24 नलकूप लगाए जाने हैं।

             मेयर ने बताया कि नए नलकूपो में बसंत विहार, एल.आई.सी. कॉलोनी, उत्तम नगर, हकीकत नगर, जरीफा विरान, सैदपुरा, विकास कॉलोनी, दुर्गा कॉलोनी व सूरज नगर जैसे इलाके शामिल हैं। अब यहां के निवासियों को पानी को लेकर किसी प्रकार की कठिनाई नहीं है, बल्कि पर्याप्त मात्रा में पेयजल मिल रहा है। उन्होंने कहा कि करनाल शहर में बीते 5 वर्षों में और अब विकास के जितने काम हो रहे हैं, उतने पहले कभी नही हुए। शहर के नागरिक विकास का लाभ लेकर सुकून भरी जिंदगी जी रहे है, इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री मनोहर लाल का धन्यवाद किया।

       नलकूप के उद्घाटन के बाद महापौर ने स्लाटर हाऊस स्थल का निरीक्षण किया और वहां की व्यवस्था का जायजा लिया। उन्होंने पूरे स्लाटर हाऊस का भ्रमण कर वहां की साफ-सफाई चैक की और कार्य की जानकारी ली। निरीक्षण में सारी व्यवस्था ठीक पाई गई।  

      वार्ड-20 के पार्षद मोनू ने इस अवसर पर नए नलकूप के लिए महापौर का स्वागत किया और जलघर बनवाने के लिए उनका धन्यवाद किया। उनके साथ अनिल जोगी, शाम सिंह चौहान, अनिल पाल, घसिट्टू राम, विशाल, जोनी, मोनू पाहवा, प्रवीन राणा, अरविन्द्र यादव, राकेश चौहान, सुखविन्द्र पहलवान, अशोक कुमार व अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।   

भ्रामक तथ्यों के आधार पर समाचारों का सम्प्रेषण, सोशल मिडिया पर लगाया बैन

सूचना प्रसारण मंत्रालय भारत सरकार के समक्ष अपने आपको पंजीकृत किए बिना गैर सत्यापित व भ्रामक तथ्यों के आधार पर समाचारों का सम्प्रेषण, सोशल मिडिया के विभिन्न प्लेटफार्म जैसे यू-ट्यूब, फेसबुक, इंस्टाग्राम, लिंक्डइन, व्हॉट्सएप, ट्विटर, टेलीग्राम, पब्लिक एप का न्यूज चैनल के रूप में प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप संचालित गतिविधियों को तत्काल रूप से जनहित में प्रतिबन्धित किया गया है, जिलाधीश एवं जिला  प्रबंधन के अध्यक्ष निशान्त कुमार यादव ने अपनी शक्तियों का किया प्रयोग

मनोज त्यागी करनाल करनाल 10 जुलाई:

   जिले में कुछ व्यक्तियों द्वारा सूचना एवं जन सम्पर्क निदेशालय हरियाणा व सूचना प्रसारण मंत्रालय भारत सरकार के समक्ष अपने आपको पंजीकृत किए बिना गैर सत्यापित व भ्रामक तथ्यों के आधार पर समाचारों का सम्प्रेषण, सोशल मिडिया के विभिन्न प्लेटफार्म जैसे यू-ट्यूब, फेसबुक, इंस्टाग्राम, लिंक्डइन, व्हॉट्सएप, ट्विटर, टेलीग्राम, पब्लिक एप व अन्य माध्यमों से किया जा रहा है और इससे समाज में कोरोना महामारी जैसे संकट के समय भ्रामक स्थिति बनना संभावित है। यदि इसको नियंत्रित नहीं किया गया तो इसके असाधारण रूप से आमजन के मानसिक स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पड़ सकते हैं।  इसे देखते हुए यह नितान्त आवश्यक हो जाता है कि सोशल मीडिया को प्लेटफार्म पर न्यूज चैनल के संचालन के लिए किसी रेगुलेटरी बॉडी से पंजीयन कराया जाए तथा समूचित रूप से सत्यापन के आधार पर समाचार का प्रसार किया जाए। कोरोना संक्रमण की अवधि में इस तरह की गतिविधियों पर नियंत्रण जनहित व लोक स्वास्थ्य की दृष्टि से नितान्त आवश्यक है। जहां तक ऐसे मीडिया की संख्या की बात है, उसका निर्धारण करना मुश्किल है और तदानुसार ऐसे समस्त को, किसी प्रकार का व्यक्तिगत नोटिस दिया जाना संभव नहीं है। 

       जिलाधीश एवं जिला  प्रबंधन के अध्यक्ष निशान्त कुमार यादव द्वारा उक्त परिस्थितियों के मद्देनजर अपनी शक्तियों का प्रयोग करते हुए सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म जैसे-  यू-ट्यूब, फेसबुक, इंस्टाग्राम, लिंक्डइन, व्हॉट्सएप, ट्विटर, टेलीग्राम, पब्लिक एप का न्यूज चैनल के रूप में प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप संचालित गतिविधियों को तत्काल रूप से जनहित में प्रतिबन्धित किया गया है। उक्त आदेशों की अवहेलना करना भारतीय दण्ड संहिता की धारा 188, 505(1), आपदा प्रबन्धन अधिनियम 2005 की धारा 54 तथा एपीडेमिक डिजीज एक्ट 1957 की धारा 1 व 2 के तहत दण्डनीय होगा। यह आदेश 10 जुलाई से लेकर 24 जुलाई मध्य रात्रि 12 बजे तक प्रभावी रहेंगे। उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म का न्यूज चैनल के रूप में प्रयोग करना जनर्लिस्ट एक्टिविटी के तहत आता है। अत: इसकी अनुमति सूचना एवं जन सम्पर्क निदेशालय हरियाणा व सूचना प्रसारण मंत्रालय भारत सरकार से लिया जाना आवश्यक है।

        आदेशों में कहा गया है कि वर्तमान में देश कोरोना संक्रमण के गम्भीर दौर से गुजर रहा है तथा चिकित्साकर्मी, आशा सहयोगनी, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, अध्यापक, पुलिसकर्मी व समस्त प्रशासनिक मशीनरी कोरोना योद्धाओं के रुप में कोरोना संक्रमण के विरूद्ध स्वयं की जान जोखिम में डालकर लड़ाई लड़ रही है, ताकि आम जनता के जीवन की सुरक्षा की जा सके। 

 माननीय उच्चतम न्यायालय के द्वारा रिट पिटीशन (सिविल) 468/2020 व 469/2020 में पारित निर्णय दिनांक 31-03-2020 अलख आलोक श्रीवास्तव बनाम यूनियन ऑफ इंडिया वगैरह में करोना महामारी के सन्दर्भ में प्रिन्ट मीडिया, इलैक्ट्रॉनिक मीडिया व सोशल मीडिया के बाबत महत्वपूर्ण निर्देश पारित किये गये है। जिन्हें वर्तमान प्रकरण में उल्लेखित किया जाना भी उचित होगा।

      माननीय उच्चतम न्यायालय के द्वारा उक्त निर्णय में यह अभि-निर्धारित किया गया है कि सोशल मीडिया के किसी भी प्लेटफार्म जैसे यू-ट्यूब, फेसबुक, इंस्टाग्राम, लिंक्डइन, व्हॉट्सएप, ट्विटर, टेलीग्राम, पब्लिक एप व अन्य के द्वारा यदि किसी भी प्रकार की फेक और अपर्याप्त रिपोर्टिंग की जाती है, इससे समाज में उत्तेजना फैल सकती है, जिसके कारण इस कोरोना महामारी की स्थिति में समाज पर घातक परिणाम हो सकते हैं व आमजन के मानसिक स्वास्थय पर विपरीत प्रभाव पड़ सकता है। उक्त निर्णय में आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 की धारा 54 का उल्लेख किया गया है, जिससे इस बात का स्पष्ट प्रावधान है कि यदि किसी भी व्यक्ति के द्वारा बिना तथ्यों के सत्यापन किए गैर सत्यापित, गलत सूचना प्रसारित (सर्कुलेट)  की जाती है तो आमजन में भय फैल सकता है। इस अवस्था में भारतीय दण्ड संहिता की धारा 188 में दण्ड के प्रावधान है तथा यह अपेक्षा की गई हैं कि समस्त पब्लिक अथॉरिटी, भारत सरकार, राज्य सरकार के द्वारा आमजन के लिए समय-समय पर जारी हैल्थ एडवाईजरी के निर्देशों का पालन किया जायेगा ताकि आमजन के स्वास्थ्य का प्रतिरक्षण किया जा सके साथ ही यह अपेक्षा की गई है कि तथ्यों का सत्यापन किये बिना समाचारों का प्रकाशन नहीं किया जाए, ताकि समाज में उत्तेजना नहीं फैले तथा आमजन के मानसिक स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव नहीं पड़े।

       आदेशों में बताया गया है कि जो भी व्यक्ति आपदा या इसकी गम्भीरता के सम्बन्ध में झूठी चोतावनी को प्रसारित करता है, जिसके परिणामस्वरूप समाज में लोगों के बीच घबराहट फैलती है, ऐसी झूठी चेतावनी फैलाने वाले व्यक्ति को 1 वर्ष तक कारावास की सजा और जुर्माना किया जा सकता है।

20 साल में हरियाणा पर 185548 करोड रुपयों का कर्जा, कोई बडा प्रोजेक्ट नही लगाया: प्रमोद बागड़ी

चंडीगढ़:

       अधिवक्ता प्रमोद बागडी ने हरियाणा सरकार की बीजेपी सरकार एक बडा खुलासा किया है। उन्होंने वित विभाग के डिप्टी डारेक्टर के पास आरटीआई लगाकर डिटेल जानकारी लेकर हरियाणा सरकार के विकास कार्यो के कर्ज का पता लगाया है। जिसमें आज के दिन भारतीय जनता पार्टी की मनोहर लाल सरकार पर  3 अप्रैल 2020 तक हरियाणा पर  185548 करोडा  का  कर्जा  हो गया है। यह सरकार ने प्रोविजन आंकडा उपलब्ध करवाया है।

        प्रमोद बागडी ने बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी ओमप्रकाश चौटाला के कार्यकाल में 1999 से  जनवरी 2005 तक हरियाणा सरकार पर कर्जा मात्र 15886  करोड रुपयो का कर्जा था। जिसमें पूरे हरियाणा प्रदेश में विकास कार्य किए तथा गांवो व शहरों की प्रत्येक गलियों को आर. सी. सी. कंक्रीट की पक्की  करवाने का काम किया गया तथा गुडगाँव तथा फरीदाबाद जैसे बड़े शहरों का डवेल्पमेन्ट किया।

      अधिवक्ता ने बताया कि 2005 से लेकर 31 मार्च 2014 तक कांग्रेस पार्टी से चौधरी भूपेंद्र सिंह हुड्डा  मुख्यमंत्री रहे। इस दौरान 60293 रुपये का हरियाणा सरकार पर विकास कार्यो के नाम पर कर्जा चढाया गया। काग्रेस की सरकार ने झांडली व खेदड बिजली के दो प्लांट लगाने का काम किया। उन्होंने  आरोप लगाया कि हुड्डा सरकार ने रोहतक के अलावा हरियाणा में सामान रुप के विकास कार्य नही किए दूसरे जिलों के कार्यकाल के दौरान भेदभाव के साथ कार्य किया।

       उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी ओमप्रकाश चौटाला जी ने अपने कार्यकाल में  योजनाबद्ध तरीके से ग्रामीण व शहरी क्षेत्र में सीसी ककरीट की सड़के बनाई थी। इन सडकों की मियाद  लगभग 50 वर्षो की थी परंतु कांग्रेस सरकार ने भूजल स्तर नीचे जाने के नाम पर इंटरलोकिंग सड़के बनाने का काम किया सभी बनाई हुई सडकों को उखाड दिया गया। तत्कालीन सरकार ने इस  प्रकार विकास कार्यों के नाम पर अनावश्यक  कर्जा चढाने का काम किया।

       इनेलो नेता प्रमोद बागडी ने कहा कि काग्रेस सरकार ने कमीशन खोरी का काम किया तथा झूठी वाला ही के विज्ञापन देने के नाम पर खर्चा किया।  हिसार जिले में काउन्टर मेगनेट सिटी बनाने के नाम पर केन्द्र सरकार ने लगभग 12000 हजार करोड़ रुपए 2005 में खर्च कर दिए कहीं भी विकास कार्य नजर नहीं आता। आरटीआई में खुलासा करते हुए बागडी ने कहा कि मौजूद बीजेपी की खट्टर सरकार ने छह वर्ष के कार्यकाल में विकास के नाम पर 185548 हरियाणा सरकार पर कर्जा चढाने का काम किया। इस शासन काल में सडकों को बार- बार तोड फोड कर दोबारा बनाने का फिजूल खर्चा किया है। इस प्रकार सरकार में प्रदेश स्तर पर कोई बडा प्रोजेक्ट नही लगाया गया तब भी आज सरकार को काफी कर्जे में नीचे लाकर खडा कर दिया है। उन्होंने  कहा कि अगर यह खर्च जनता को उठाने पडे तो प्रत्येक व्यकित को 62 हजार रुपये देकर सरकार का कर्ज उतार सकता है।

      प्रमोद बागडी ने कहा कि आने वाले समय में इनेलो पार्टी का प्रदेश में लगातार जनाधार बढ रहा है और पूर्व मुख्य मंत्री ओमप्रकाश चौटाला व इनेलो के प्रधान महासचिव विधायक श्री अभय सिंह चौटाला  के नेतृत्व में हरियाणा में सरकार बनेगी और अभय सिंह चौटाला मुख्यमंत्री बनेगे।

  आकडों की डिटेल नीचे है

————————————————

तिथि                 राशि

——————-

  • 31 मार्च 2000      8152
  • 31 मार्च 2001      9276
  • 31 मार्च 2002      11674
  • 31 मार्च 2003      13391
  • 31 मार्च 2004      15886
  • 31 मार्च 2005      17347
  • 31 मार्च 2006      19588
  • 31 मार्च 2007      20486
  • 31 मार्च 2008      20488
  • 31 मार्च 2009      23085
  • 31 मार्च 2010      28794
  • 31 मार्च 2011      34666
  • 31 मार्च 2012      41395
  • 31 मार्च 2013      50657
  • 31 मार्च 2014      60293
  • 31 मार्च 2015      70931
  • 31 मार्च 2016      101709
  • 31 मार्च 2017      124603
  • 31 मार्च 2018      139726
  • 31 मार्च 2019      156807
  • 3 अप्रैल 2020      185548

आत्मनिर्भर भारत से समग्र विकास को बढ़ावा मिलेगा: भाजपा ज़िलाध्यक्ष दीपक शर्मा

पंचकुला 10 जुलाई:

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी  द्वारा कोरोना संकट में देश को पुनः आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से 20 लाख करोड के पैकेज के साथ जो “ आत्म निर्भर भारत अभियान घोषित किया, वह भारत के सर्वांगीर्ण उत्थान के लिये पहली बार  प्रयोग किया जा रहा अभिनव प्रयोग है। जिसमें देश के समस्त आर्थिक सामाजिक क्षेत्रों के उत्थान एवं विकास को शामिल किया गया है। इसके माध्यम से प्रवासी मजदूरों, अन्य श्रमिकों, किसानों, छोटे छोटे उद्यमियों सहित अंतिम पायदान पर बैठे लोगों को सहयोग कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाया जाएगा।

ज़िलाध्यक्ष दीपक ने आज एक ब्यान ज़ारी कर वैश्विक महामारी कोरोना के कारण आए आर्थिक दुष्प्रभावों को नष्ट करने को केंद्र सरकार द्वारा उठाए जारहे कदमों की सराहना की।उन्होंने कहा यह अभियान प्रधानमंत्री मोदी की दूरदृष्टि एवं सर्वस्पर्शी सोच का ऐतिहासिक अभियान है।यह अभियान ‘वोकल फॉर लोकल’ पर भी ध्यान केंद्रित करेगा। जिसका उद्देश्य स्थानीय उत्पादों की प्राथमिकता को बढावा देना है।आत्मनिर्भर भारत अभियान में मोदी सरकार ने किसानों और ग्रामीण अर्थव्यवस्था के हाथ में अधिक पैसे पहुंचाने की कोशिश की है। बीते 2 माह में प्रवासी मजदूर और गरीब लोगों के लिए कई कदम उठाए गए हैं। जिससे उन्हें कोरोना के बाद के दौर में जीने में आसानी हो, इसमें प्रवासी मजदूर के रहने के लिए स्टेट डिजास्टर रिस्पांस फंड के रकम के उपयोग की इजाजत दी गई है जिससे कि उनके लिए खाने और पानी की व्यवस्था की जा सके।इस दौर में बहुत से प्रवासी मजदूर अपने घर वापस जा रहे हैं।उन्हें उनके घर पर ही काम मिल सके इसके लिए सरकार ने मनरेगा के माध्यम से बड़ी पहल की है।

कोरोनावायरस के बढ़ते संकट के दौर में सबसे बड़ी मार किसानों पर पड़ी है।इस अभियान में तीन करोड़ किसानों को 4.22 लाख करोड़ रुपये का कृषि लोन दिया गया है।

ज़िलाध्यक्ष ने कहा राहत पैकेज से भारत में लोगों को कामकाज करने की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी और यह कोशिश की जाएगी कि अगले कुछ सालों में भारत अपनी जरूरत की अधिकतर चीजों के लिए खुद पर निर्भर हो जाए। उन्होंने कहा कि पैकेज में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योगों(MSME) के कल्याण और नए रोजगार के सृजन के लिए तीन लाख करोड़ के कोलेट्रल फ्री लोन देने की घोषणा की गई l इतना ही नहीं गलोबल टेंडर्स पर रोक लगाकर स्वदेशी कारोबारियों को बेहतर अवसर प्रदान करने के रास्ते साफ हो गए l सरकार ने देश के उद्योगों में काम कर रहे लोगों को आर्थिक तौर पर किसी तरह की दिक्कत न हो इसके लिए देश की सरकार हर बेहतर प्रयास करेगी l

दीपक शर्मा ने कहा की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा किए गए आह्वान “ वोकल फ़ोर लोकल एंड मेक इट ग्लोबल ” अभियान से देश हर क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनेगा।यह अभियान स्थानीय उद्यमियों और व्यवसायियों को सशक्त बनाएगा। स्वदेशी को बढ़ावा दे खुद आत्मनिर्भर बने इस लिए इस अभियान का नाम आत्मनिर्भर भारत अभियान रखा गया है।

पुलिस फ़ाइल, पंचकुला

पंचकूला 10 जुलाई :

क्राईम ब्रांच ने लूट की वारदात को अजांम देने वाले तीन आरोपीयो को किया गिरफ्तार  ।

           मोहित हाण्डा भा.पु.से., पुलिस उपायुक्त पंचकुला के निर्देशानुसार जिला पंचकुला मे अपराध की रोकथाम तथा अपराधियों की धरपकड़ करते हुए  क्राईम ब्रांच सैक्टर 26 पचंकुला की टीम द्वारा 07.07.2020 को हुई वारदात पिन्जौर लूट के मामले मे तीन आरोपीयो को गिरफ्तार कर लिया गया है । गिरफ्तार किये गये आरोपीयो की पहचान दुर्गा सिह उर्फ थापा पुत्र तेग बहादुर वासी गाँव सुरखेत, जिला बरदिया नेपाल हाल गाँव सकेतडी पंचकुला ,  प्रदीप कुमार पुत्र प्रेम प्रकाश वासी गाँव गोली जिला देपप्रयाग उतराखण्ड हाल सैक्टर 24 चण्डीगढ व राकेश उर्फ बाबू थापा पुत्र अर्जुन थापा वासी ढांग काशी पोगरा नेपाल हाल गाँव बीड घग्गर जिला पचंकुला के रुप मे हुई ।

प्राप्त जानकारी के अनुसार 06.07.2020 को रात 9 बजे हुई वारदत मे पीडित व शिकायतकर्ता  सुन्दर सिंह पुत्र श्री अमीर सिंह वासी हाउसिंग बोर्ड कलोनी कालका के साथ हुई वारदात मे पीडीत व्यकित हाऊसिंग बोर्ड चण्डीगढ से एक आटो मे बैठकर पिंजौर की तरफ आ रहे थे  आटो मे ड्राइवर के अलावा दो अन्य व्यकित भी बैठे थे । जब आटो सुरजपुर के पास मेन रोड पर चला रहा था तभी आटो मे बैठे दो व्यक्ति मे से एक ने पीडीत का गला पकड कर और दूसरे ने उसकी जेब से मेरा पर्स जिसमे 2500 रूपये  लूटे , आधार कार्ड , वोटर कार्ड  व मोबाइल मारर्का ओपो कंपनी को भी लिया । और पीडीत व्यकित को लोहार घाटी के पास बनी लेह रोड के पास छोड कर आटो सहित तीनों व्यक्ति फरार हो गये । जिस समबन्ध मे शिकायत दिनाक 07.07.2020 को थाना पिन्जौर पंचकुला मे प्राप्त होने पर थाना पिन्जौर के दवारा 392 IPC,394 IPC के तहत अभियोग दर्ज करके गहनता से कार्यवाही करते हुए आरोपीयो को गिरफ्तार करके कार्यवाही की गई ।

 पोल्ट्री फार्म पर चोरी करने वाले को किया गिरफ्तार

          मोहित हाण्डा भा.पु.से. पुलिस उपायुक्त पंचकुला के निर्देशानुसार जिला पंचकुला मे अपराध की रोकथाम तथा अपराधियों की धरपकड़ करते हुए पुलिस चौकी मौली पंचकुला की टीम के द्वारा पोल्ट्री फार्म पर चोरी करने मामले मे आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है । गिरफ्तार किये गये आरोपी की पहचान सुनील पुत्र चन्द्रभान वासी गाँव गोलीपुर जिला गौदा उत्तर प्रदेश के रुप मे हुई ।

प्राप्त जानकारी के 09.07.2020 को पोल्ट्री फार्म पर हुई चोरी होने बारे प्राप्त शिकायत पर पुलिस थाना रायपुररानी द्वारा अभियोग दर्ज करके करके, अनुसधानकर्ता द्वारा अभियोग मे गहनता से कार्यवाही करते हुऐ आरोपी को गिरफ्तार करके कार्यवाही की गई । व आरोपी से  चोरी हुआ फोन व कैलकुलेटर बरामद कर लिया गया ।

 पचंकुला पुलिश  द्वारा  गुमशुदा मोबाइलो को तलाश कर मोबाइल मालिको वापिस करने का चलाया अभियान 

मोहित हाण्डा भा.पु.से. पुलिस उपायुक्त पंचकुला के निर्देशानुसार पंचकुला पुलिस ने लाकडाउन के दौरान भी लोगो के गुमशुदा मोबाइल फोनो को साइबर सैल की मदद से तलाश करके, मोबाइल मालिको को किये वापिस किये गये । जो मोबाइल फोन श्री राजकुमार सहायक पुलिस आयुक्त पंचकुला के द्वारा आज दिनाक 10.07.2020 को 10 मोबाइल फोन को उनके मालिको को पहचान करके हवाले किये गये । कोरोना सक्रमण के दौरान सोशल डिस्टैन्शिग के देखते हुए 10 -10 लोगो को  अल्ग अल्ग तारिख को बुलाकर उनके मोबाइल  वापिस दिये जा रहे है  । 

Police Files, Chandgarh

Korel, CHANDIGARH – 10.07.2020

Action against Gambling

Chandigarh Police arrested Sant Ram R/o # 785/A, EWS Colony, Dhanas, Chandigarh while they were gambling satta, near under bridge Railway crossing MM, Chandigarh on 09.07.2020. Total cash Rs. 1070/- was recovered from his possession. A case FIR No. 101, U/S 13A-3-67 Gambling Act has been registered in PS-MM, Chandigarh. Later he was released on bail. Investigation of the case is in progress.

Chandigarh Police arrested Nekpal, Raj Kumar and Jaipal all resident of Shastri Nagar, Manimajra, Chandigarh, while they were gambling, near under bridge Railway crossing MM, Chandigarh on 09.07.2020. Total cash Rs. 3200/- was recovered from his possession. A case FIR No. 158, U/S 13-3-67 Gambling Act has been registered in PS-IT park, Chandigarh. Later they were released on bail. Investigation of the case is in progress.

MV Theft

Vijay Chaudhary R/o # 609/2, Sector-38, Chandigarh reported that unknown person stole away complainants Scooter No. CH01AX-7716 from parking near SBI bank, Sector-8-B, Chandigarh. A case FIR No. 66, U/S 379 IPC has been registered in PS-03, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Ajay Kumar R/o # 2480, Vikas Nagar, Manimajra, Chandigarh reported that unknown person stole away complainants Scooter No. CH01BK-2304, near Plot No. 928/A, Phase-2, Ind. Area, Chandigarh. A case FIR No. 145, U/S 379 IPC has been registered in PS-31, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

कई अनसुलझे सवालों को जन्म दे गया विकास दुबे एनकाउंटर

उज्जैन से कानपुर लाये जा रहे 5 लाख के इनामी कुख्यात अपराधी विकास दुबे का एनकाउंटर सिचन्डी गाँव में कर सिया गया। कल जब विकास दुबे ने नाटकीय ढंग से मीडिया को बुला कर आत्मसमर्पण किया था तब यह तय था की वह अपने आप को बचाने के लिए समर्पण कर रहा था। तब किसी ने सोचा भी नहीं था की वह इस प्रकार के घटनाक्रम में मारा जाएगा।

सरिका तिवारी, चंडीगढ़ – 10 जुलाई :

पुलिस की कहानी और थ्योरी दोनों ही मेल नहीं खा रहे। इस पूरे घटनाक्रम में एक बात जो समझ/ हजम नहीं हो रही वह है की घटना स्थल से एक किलोमीटर पहले ही मीडिया की गाडियाँ जो उज्जैन से पुलिस काफिले के साथ चल रहे थे जांच के नाम पर रोक दिये गए। और कुछ ही देर बाद एनकाउंटर की खबर आ गयी। एन काउंटर का कोई भी प्रत्यक्ष दर्शी नहीं है। क्या यह बड़ी सोची समझी कार्यवाही है?

एनकाउंटर पर क्या सवाल उठ रहे

  1. सबसे पहला सवाल ये उठ रहा है कि उज्जैन में निहत्थे गार्ड ने विकास दुबे को पकड़ लिया, लेकिन STF के जवान उसे नहीं संभाल पाए?
  2. विकास दुबे के पैर में रॉड लगी थी, वह ज्यादा तेज भाग नहीं सकता था. उसे ये बात पता थी, फिर भी वह भागने की कोशिश कैसे कर सकता है?
  3. उसे पता था अगर भागा तो मार दिया जाएगा, फिर भी भागने की कोशिश क्यों की?
  4. अगर उसे भागना ही होता, तो उज्जैन के महाकाल मंदिर में सरेंडर क्यों करता?
  5. वह चलती गाड़ी में पुलिस जवानों के बीच में बैठा था, फिर उनके चंगुल से कैसे भाग निकला?
  6. क्या इतने कुख्यात अपराधी के हाथ खुले थे? क्या पुलिस ने उसे हथकड़ी नहीं पहनाई थी, जो उसने पिस्तौल छीन ली?
  7. सबसे बड़ा सवाल है की क्या यह वही गाड़ी थी जिसमें विकास दुबे को बैठाया गया था।

इसके अलावा सोशल मीडिया पर लोग ये भी कह रहे हैं कि अपराधी विकास दुबे का अंत हो गया, अब उसके साथ अपराध में शामिल और उसको सरंक्षण देने वाले लोगों की जानकारी कैसे मिलेगी?

साथ ही कुछ सवाल अनसुलझे रह गए

  1. कानपुर में 8 पुलिसकर्मियों के मारने के बाद आखिरकार  विकास दुबे उज्जैन कैसे पहुंचा. कौन-कौन से पुलिसवाले उसकी मदद कर रहे थे। किन की मदद से ग्वालियर में उसके लिए फर्जी आधार कार्ड बनवाया गया।
  2. विकास दुबे के ऊपर किन नेताओं का हाथ था और किन की मदद से उससे पुलिस महकमा खौफ खाता था. यहां तक कि एसटीएफ के बड़े अधिकारी का भी उससे संबंध था।
  3. 2022 में क्या वह विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी कर था. अगर यह बात थी तो वह किन-किन पार्टियों से टिकट के लिए संपर्क में था।
  4. साल 2001 में दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री सुरेश शुक्ला की हत्या के मामले में जब वह बरी हुआ तो किसके दबाव में इस मामले में दोबारा अपील नहीं की गई।
  5. क्या विकास दुबे का एनकाउंटर किसी दबाव में किया गया है क्योंकि इससे कई लोगों का राजफाश होने की आशंका थी जिसमें लगभग सभी पार्टियों को लोग शामिल थे।
  6. क्या उज्जैन में उसका आत्मसमर्पण कराने के लिए भी कई लोग शामिल थे क्योंकि जब 7 राज्यों की पुलिस अलर्ट पर थी तो वह किसी के गिरफ्त में क्यों नहीं आया।
  7. सीओ देवेंद्र मिश्रा की उस कथित चिट्ठी का सच क्या था जो सोशल मीडिया और मीडिया के हाथ लग गई जिसमें उन्होंने पुलिस और विकास दुबे के गठजोड़ की बात कही थी, जबकि इस चिट्ठी के बारे में कहा जा रहा है कि वह रिकॉर्ड में नहीं है
  8. आखिर पुलिस-प्रशासन के ऊपर किसका दबाव था या फिर उसे वास्तव में नहीं पता था कि विकास दुबे ने इतने हथियार इकट्ठा कर रखे हैं।
  9. क्या विकास दुबे अपनी गैर-कानूनी तरीके से कमाई गई रकम का कुछ हिस्सा पुलिसकर्मियों में भी बांटता था और अगर ये सच था तो कौन-कौन इसमें शामिल था।
  10. वो कौन लोग थे जिनके दबाव में विकास दुबे  का जिले या प्रदेश के टॉप-10 बदमाशों में शामिल नहीं था जबकि उसके ऊपर 60 मुकदमे चल रहे थे।

विकास दुबे के एनकाउंटर पर राजनीति तेज़

सपा सुप्रीमो ने कल ही विकास दुबे के समर्पण पर ट्वीट किया था, विकास दबे की गिरफ्तारी के बाद ही से टिवीटर पर काफी सक्रिय थे आज विकास के एनकाउंटर के बाद ही से फिर टिवीटर पर दिखे और योगी सरकार पर खूब बरसे।

मध्य प्रदेश के उज्जैन महाकाल मंदिर से पकड़ा गया दुर्दांत अपराधी विकास दुबे शुक्रवार को कानपुर में उत्तर प्रदेश एसटीएफ के साथ एनकाउंटर में मारा गया। इस एनकाउंटर पर सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने सवाल उठाते हुए कहा कि दरअसल ये कार नहीं पलटी है, राज खुलने से सरकार पलटने से बचाई गई है। उन्होंने यह बात ट्वीट करके कही। अखिलेश के अलावा मायावती आदि नेताओं ने भी इस एनकाउंटर को लेकर प्रतिक्रिया दी हैं। मायावती ने इसे लेकर सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में निष्पक्ष जांच की मांग की है। 

मुठभेड़ में विकास दुबे की मौत पर बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा, ‘ कानपुर पुलिस हत्याकांड की तथा साथ ही इसके मुख्य आरोपी दुर्दान्त विकास दुबे को मध्यप्रदेश से कानपुर लाते समय आज पुलिस की गाड़ी के पलटने व उसके भागने पर यूपी पुलिस द्वारा उसे मार गिराए जाने आदि के समस्त मामलों की माननीय सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। यह उच्च-स्तरीय जांच इसलिए भी जरूरी है ताकि कानपुर नरसंहार में शहीद हुए 8 पुलिसकर्मियों के परिवार को सही इंसाफ मिल सके। साथ ही, पुलिस व आपराधिक राजनीतिक तत्वों के गठजोड़ की भी सही शिनाख्त करके उन्हें भी सख्त सजा दिलाई जा सके। ऐसे कदमों से ही यूपी अपराध-मुक्त हो सकता है।

मुठभेड़ में विकास दुबे की मौत पर मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा, ‘ कानून ने अपना काम किया है। अफसोस और मातम की बात उन लोगों के लिए होगी जो कल उसके पकड़ने जाने पर कह रहे थे कि जिंदा क्यों पकड़ लिया? आज मर गया तो कह रहे हैं कि मर कैसे गया कई राज दफन हो गए। मध्य प्रदेश की पुलिस ने अपना काम किया,उसे गिरफ्तार करके यूपी पुलिस के हवाले कर दिया।’

कानून का डर अच्छा है- गौरव भाटिया

मुठभेड़ में विकास दुबे की मौत पर भाजपा नेता गौरव भाटिया ने कहा कि एक बात तो तय है कि योगी आदित्यनाथ जी की सरकार में कानून का राज होगा और गुंडों को बख्शा नहीं जाएगा। कानून का डर अच्छा है।