किरण, कुरुक्षेत्र 15 मई:
विधायक सुभाष सुधा ने कहा कि कोरोना वायरस से किसी भी जरुरतमंद व्यक्ति का चुल्हा बंद ना हो और प्रत्येक जरुरतमंद व्यक्ति तीनों समय का भोजन कर सके। इन लोगों की चिंताओं को दूर करने का काम मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने किया। सरकार के इस निर्णय से बीपीएल, एएवाई व ओपीएच राशन कार्ड धारकों को 3 माह का राशन निशुल्क दिया जा रहा है। इस योजना से कुरुक्षेत्र के 1 लाख 16 हजार 467 राशन कार्ड धारकों को फायदा मिला है। अहम पहलू यह है कि इस जिले में बिना राशन कार्ड 9902 लोगों की पहचान की गई, इनमें से 3375 लोगों को डिस्टे्रस राशन टोकन वितरित किया जा चुका है।
उन्होंने शुक्रवार को बातचीत करते हुए कहा कि कोरोना वायरस के कारण सरकार को पूरे देश में लॉकडाउन करने का निर्णय लिया गया। इस लॉकडाउन से लोगों के जन-जीवन पर सीधा प्रभाव पड़ा और जरुरतमंद लोगों की चिंताए सबसे ज्यादा बढ़ी। सरकार ने इन जरुरतमंद लोगों को बहुत बड़ी राहत देने का फैसला लिया। इस फैसले के तहत कुरुक्षेत्र में बीपीएल के 41118, एएवाई के 10971, ओपीएच के 64348 कार्ड धारकों को लाभ पहुंचा है। इन कार्ड धारकों को सरकार की तरफ से निर्धारित मापदंडों के अनुसार अप्रैल, मई और जून माह का राशन नि:शुल्क डिपू धारकों के माध्यम से उपलब्ध करवाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के आदेशानुसार जिला खाद्य एवं आपूर्ति विभाग की तरफ से प्रथम चरण में एएवाई, बीपीएल और ओपीएच कार्ड धारकों को 97.10 प्रतिशत राशन वितरित किया गया, जिसमें तीनों श्रेणी के कार्ड धारकों को 26754 क्विंटल गेंहू, 95348 लीटर सरसों का तेल और 490 क्विंटल चीनी वितरित की गई। इस विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों ने डिपू धारकों के जरिए दूसरे चरण में भी 94 प्रतिशत राशन वितरण का कार्य पूरा कर लिया है। इस दूसरे चरण में तीनों श्रेणी के कार्ड धारकों को 25570 क्विंटल गेंहू, 1166 क्विंटल दाले और 523 क्विंटल नमक का वितरण किया गया है।
उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से प्रथम चरण में बीपीएल पात्र कार्ड धारकों को 5 किलोग्राम गेंहू प्रति सदस्य, 2 लीटर सरसों तेल प्रति कार्ड, 1 किलो चीनी प्रति कार्ड दी गई। जबकि एएवाई पात्र कार्ड धारकों को 35 किलोग्राम गेंहू प्रति कार्ड, 2 लिटर सरसों का तेल 1 किलोग्राम चीनी प्रति कार्ड दी प्रदान की गई। इसके अलावा प्रथम चरण में ओपीएच कार्ड धारकों को 5 किलोग्राम गेंहू प्रति सदस्य की दर से होम डिलीवरी भी दी गई है और भट्टïों पर काम करने वाले मजदूरों के लिए भट्टïा मालिक की जरुरत के अनुसार रोजाना राशन मुहैया करवाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि सरकार ने कोरोना महामारी से उत्पन्न हुई स्थिति व लॉकडाउन की वजह से गरीब व प्रवासी मजदूर राज्य में फंसे हुए है, को मास मई व जून 2020 हेतू डिस्ट्रैस राशन टोकन जारी किए है। इन डिस्टैंस राशन टोकन के माध्यम से एक परिवार को 1 किलोग्राम दाल और प्रति यूनिट 5 किलोग्राम गेंहू नि:शुल्क उपलब्ध करवाई जा रही है। इस जिले में ऐसे 9902 परिवारों की पहचान की गई है, जिनके पास राशन कार्ड नहीं है और इनमें से 3375 परिवारों को डिस्ट्रैस राशन टोकन जारी कर दिए गए है।