चौधरी सुरेंद्र सिंह हाथी पुनर्वास केंद्र में हाथी लूट रहे हैं लॉकडाउन के मज़े

कोशिक खान, छछरौली:

चौधरी सुरेंद्र सिंह हाथी पुनर्वास केंद्र में चंचल, लक्ष्मी, लिली, मोती व लक्ष्मी2 चल रहे लाॅकडाउन में शोर शराबे से दूर शांत वातावरण में केला व कद्दु खाकर  इंजाय कर रही है। रूटीन की डाइट के साथ मौसमी फल खाकर लाॅक डाउन में मस्ती कर रही हैं। फलों में इस समय इनको कद्दू और केला दिया जा रहा है। मॉर्निंग वॉक के बाद नाश्ता देने के लिए चिंघाडकर सायरन बजाना शुरू कर देती है। जिससे अंदाजा लग जाता है कि चंचल एंड फ्रेंड की टोली को अब नाश्ता चाहिए। प्रत्येक हाथी को नाश्ते में 10 किलो सीजनल फ्रूट और शाम की फीडिंग में भी 10 किलो फ्रूट दिया जाता है। इसके साथ रूटीन मे 2 क्विंटल 50 किलो ग्रीन ग्रास के साथ 10 किलो खिचड़ी भी दी जाती है।हाथी पुनर्वास केंद्र के मैनेजर आशीष बतूरा ने जानकारी देते हुए बताया कि सुबह 6:00 बजे सभी हाथी मॉर्निंग वॉक के लिए निकल पड़ते हैं। यह मॉर्निंग वॉक करीब 3 घंटे तक चलती है। उसके बाद वापस आने पर प्रत्येक हाथी को 10 केजी सीजनल फ्रूट दिए जाते हैं। उसके कुछ समय के बाद खिचड़ी दी जाती है। जिसमें प्रत्येक हाथी को 5 किलो खिचड़ी दी जाती है जो कि गर्मी व सर्दी मौसम के हिसाब से बनाई जाती है। गर्मी में गेहूं की खिचड़ी और सर्दी में बाजरे की खिचड़ी दी जाती है। उसके बाद हाथियों की फुट नेल ट्रीमिंग की जाती है।

फुट नेल ड्रीमिंग करना बहुत ही जरूरी होती है। हाथी की पूरी सेहत उसके पैरों के ऊपर डिपेंड होती है। इसलिए जरूरी है कि हाथी के नाखून को ट्रीमिंग करके एक सुरक्षात्मक शेप दी जाती है ताकि नाखून के नीचे चलते समय पत्थर ना आए। हाथी के नाखूनों की सफाई इसलिए भी जरूरी है कि हाथी के पूरी बॉडी का पसीना उसके नाखूनों की जड़ों से ही बाहर निकलता है। इसलिए उस जगह को पूरी तरह से साफ रखा जाता है। नेल ट्रीमिंग करने के बाद हाथी को नहलाया जाता है।

शाम को फ्रूट व खिचड़ी देने के बाद रात को 2 क्विंटल 50 किलो प्रत्येक हाथी को ग्रीन ग्रास जिसमें गन्ना, चैरी, बांस दिया जाता है। जिसको वह पूरी रात तक धीरे-धीरे खाता रहता है। स्वस्थ हाथी 24 घंटे में सिर्फ चार पांच घंटे की नींद लेता है। उन्होंने बताया कि इस समय लॉक डाउन की वजह से घूमने वाले नहीं आ रहे इसलिए हाथी भी अपनी मस्ती में मस्त हैं। हाथी पुनर्वास केंद्र में इस समय पांच मादा हाथी हैं। जिनको फीडिंग नेल ट्रीमिंग बाथिंग उनके महावत द्वारा कराई जा रही है। उनके स्वास्थ्य का भी पूरा ध्यान रखा जाता है। जिनका हर साल खून टेस्ट और पैरों के एक्स-रे भी समय-समय पर कराए जाते हैं।

0 replies

Leave a Reply

Want to join the discussion?
Feel free to contribute!

Leave a Reply