लॉकडाउन 2.0 प्रधान मंत्री मोदी आज सुबह10:00 बजे करेंगे राष्ट्र को संबोधित

एक अच्छी खबर के अनुसार, स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि कोरोना वायरस से प्रभावित हुये 15 राज्यों के 25 जिलों में पिछले 14 दिनों में कोविड-19 का कोई मामला सामने नहीं आया है। वहीं, देश में चिन्हित 14 उत्कृष्ट चिकित्सा संस्थान सभी मेडिकल कॉलेजों को कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिये इसके परीक्षण के दायरे को बढ़ाने के तरीकों से अवगत करायेंगे जिससे देशव्यापी स्तर पर कोविड-19 की जांच की व्यवस्था सुनिश्चित हो सके। 

चंडीगढ़ – 14 अप्रैल:

कोरोना वायरस संक्रमण के प्रसार की रोकथाम के मद्देनजर लागू 21 दिन के लॉकडाउन का अंतिम दिन है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सुबह 10 बजे राष्ट्र को संबोधित करेंगे, जिसको लेकर जनता काफी उत्सुक है। हालांकि, राज्यों के साथ व्यापक तौर पर हुई चर्चा के बाद लॉकडाउन को दो हफ्ते तक बढ़ाने को लेकर आम सहमति बनती दिखी थी।

इस बीच, यह उम्मीद बढ़ी है कि प्रधानमंत्री क्रमवार तरीके से आर्थिक गतिविधियों को शुरू करने की योजना पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं। तमिलनाडु और अरुणाचल प्रदेश ने सोमवार को लॉकडाउन को 30 अप्रैल तक विस्तार देने की आधिकारिक घोषणा की। इन दोनों राज्यों के अलावा ओडिशा, पंजाब, महाराष्ट्र, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल और कर्नाटक पहले ही यह कदम उठा चुके हैं।

प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्वीट किया, ” प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 14 अप्रैल 2020 को सुबह 10 बजे राष्ट्र को संबोधित करेंगे।” प्रधानमंत्री ने कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए 24 मार्च को 21 दिन के देशव्यापी लॉकडाउन की घोषणा की, जिसकी अवधि मंगलवार यानी आज खत्म हो रही है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में संक्रमण के 905 नए मामले सामने आए जबकि 51 लोगों की मौत हो गई। इसके साथ ही सोमवार को संक्रमितों की कुल संख्या 9,352 तक पहुंच गई और मृतकों की संख्या 324 हो गई। इसके मुताबिक, 979 मरीजों को सेहत में सुधार के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। हालांकि, राज्यों से प्राप्त सूचनाओं पर आधारित समाचार एजेंसी पीटीआई के आंकड़ों के मुताबिक, देशभर में संक्रमितों की संख्या 9,594 रही जबकि 335 की मौत हो चुकी है। 

एक अच्छी खबर के अनुसार, स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि कोरोना वायरस से प्रभावित हुये 15 राज्यों के 25 जिलों में पिछले 14 दिनों में कोविड-19 का कोई मामला सामने नहीं आया है। वहीं, देश में चिन्हित 14 उत्कृष्ट चिकित्सा संस्थान सभी मेडिकल कॉलेजों को कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिये इसके परीक्षण के दायरे को बढ़ाने के तरीकों से अवगत करायेंगे जिससे देशव्यापी स्तर पर कोविड-19 की जांच की व्यवस्था सुनिश्चित हो सके। 

भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने इसके लिये दिल्ली स्थित एम्स, चंडीगढ़ में पीजीआई और बेंगलुरु स्थित निमहांस सहित 14 उत्कृष्ट चिकित्सा संस्थानों को देश के सभी निजी और सरकारी मेडिकल कॉलेजों को कोरोना वायरस के परीक्षण हेतु प्रयोगशालायें शुरू करने में तकनीकी एवं कौशल संबंधी मदद मुहैया कराने के लिये चिन्हित किया है। 

इस दौरान भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के वरिष्ठ वैज्ञानिक रमन आर गंगाखेड़कर ने कहा, ” कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि के लिए अब तक 2,06,212 परीक्षण किये जा चुके हैं। इनमें पिछले 24 घंटे के दौरान 156 सरकारी प्रयोगशालाओं में किये गये 14,855 परीक्षण और निजी क्षेत्र की 69 प्रयोगशालाओं में किये गये 1913 परीक्षण भी शामिल हैं। हमारे पास छह हफ्ते तक परीक्षण करने के लिए उपयुक्त भंडार है।” 

कोरोना के परीक्षण की त्वरित जांच करने वाली किट की चीन से आपूर्ति के सवाल पर उन्होंने बताया कि जांच किट की पहली खेप चीन से 15 अप्रैल को पहुंचने की संभावना है। शनिवार को प्रधानमंत्री और राज्यों के मुख्यमंत्रियों के बीच हुई चर्चा के बाद आम सहमति बनती दिखी कि लॉकडाउन को कम से कम दो हफ्ते और विस्तार देना चाहिए।

चर्चा के दौरान कई मुख्यमंत्रियों ने कई ऐसे इलाकों में जहां संक्रमण के मामले नहीं हैं, वहां खेती जैसे क्षेत्रों में आर्थिक गतिविधियों को शुरू करने पर जोर दिया था। एक अधिकारी के मुताबिक, सरकार देश में कोविड-19 के प्रसार की रोकथाम और आर्थिक गतिविधियों को क्रमबद्ध तरीके से शुरू करने के तहत व्यपाक तौर पर ध्यान केंद्रित कर रही है। 

कई केंद्रीय मंत्रियों और वरिष्ठ अधिकारियों ने सोमवार को अपने-अपने कार्यालयों से काम करना शुरू कर दिया। इस कदम के तहत सरकार ने कोरोना वायरस संकट के कारण बने हालात से निपटने के लिए प्रयास तेज कर दिए हैं। कोयला और संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा, ” मैं लॉकडाउन के दौरान अधिकतर समय घर से ही काम कर रहा था। एक हफ्ते बाद आज मैं शास्त्री भवन स्थित अपने कार्यालय आया हूं। वापस आने पर अच्छा महसूस हो रहा है। मोदी सरकार अब सभी मोर्चों पर पूरी तरह से काम पर है।”

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी ने सोमवार को राज्य में लॉकडाउन 30 अप्रैल तक बढ़ाने की घोषणा की और कहा कि यह कदम चिकित्सा एवं जनस्वास्थ्य विशेषज्ञों की सिफारिश के आधार पर उठाया गया है। तमिलनाडु में रविवार तक कोरोना वायरस संक्रमण के 1075 मामले थे।

आज-का-राशिफल

विक्रमी संवत्ः 2077, 

शक संवत्ः 1942, 

मासः वैशाख़, 

पक्षः कृष्ण पक्ष, 

तिथिः सप्तमी सायं 04.12 तक है, 

वारः मंगलवार, 

नक्षत्रः पूर्वाषाढ़ा सांय 07.41 तक, 

योगः शिव सांय 06.01 तक, 

करणः बव, 

सूर्य राशिः मेष, 

चंद्र राशिः धनु, 

राहु कालः अपराहन् 3.00 से 4.30 बजे तक, सूर्योदयः 06.01, सूर्यास्तः 06.42 बजे।

विशेषः आज उत्तर दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर मंगलवार को धनिया खाकर, लाल चंदन,मलयागिरि चंदन का दानकर यात्रा करें।

चंडीगढ़ के सभी स्कूलों में 15 मई तक गर्मी की छुट्टियां घोषित

चंडीगढ़:

कोरोना के संक्रमण के चलते चंडीगढ़ के सभी सरकारी स्कूलों और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में 15 अप्रैल से 15 मई तक गर्मियों की छुट्टी रखने का निर्णय चंडीगढ़ प्रशासन की ओर से लिया गया है। यह निर्णय सोमवार को चंडीगढ़ प्रशासक वीपी सिंह बदनोर की अध्यक्षता में हुई वॉर रूम की बैठक में लिया गया है। जिसे सभी प्राइवेट स्कूलों को भी समान रूप से लागू करने को कहा गया है।

मीडिया द्वारा अपना काम करने से गुस्साए डीआरओ ने खोया आपा दी जेल भेजने और जान से मारने की धमकी

जगंशेर राणा, चंडीगढ़:

यमुनानगर के गांव शादीपुर में आज एक करोना पॉजिटिव का केस सामने आने पर हड़कंप मच गया। मामला सामने आते ही कवरेज पर गए मीडिया से डीआर अभिषेक बिबलयान उलझ गए और उनसे दुर्व्यवहार ही नहीं किया बल्कि उन्हें डराने के लिए जनता द्वारा उपलब्ध करवाई गई कुर्सियों को पटकना प्रारंभ कर दिया। गुस्साए डी आर ओ शब्दों की मर्यादा भी भूल गए और उन्होंने एक विशेष के लोगों पर आपत्तिजनक टिप्पणी करते हुए कहा कि इन की वजह से हम पहले ही परेशान हैं ऊपर से मीडिया ने नाक में दम कर रखा है। उन्होंने कहा कि वीडियो अलाउड नहीं है।

यमुनानगर विधानसभा क्षेत्र के गांव शादीपुर में कोरोना पॉजिटिव मामला सामने आने पर जब मीडिया कवरेज के लिए पहुंचा तो डीआरओ अभिषेक  बिबल्यान भड़क गए।

बताया जाता है कि डीआरओ द्वारा सबसे पहले दैनिक सवेरा के फोटो जर्नलिस्ट रविंद्र मेहता से दुर्व्यवहार किया। उन्हें फोटो खींचने से मना किया । इसके पश्चात इंडिया न्यूज़-आज समाज के संवादाता राकेश भारतीय से उलझ पड़े।

दरअसल डी आर ओ महोदय अभिषेक एसडीएम दर्शन लाल बिश्नोई एवं डीएसपी सुभाष चंद्र के साथ चाय पी रहे थे जो कि समाजसेवी एवम भाजपा से जुड़े कार्यकर्ता रवि कांत ने  मानवता के नाते पुलिस को उपलब्ध करवाई थी। चाय पिलाने के उपरांत रवि  ने कहा कि प्रशाशन पुलिस के लोग दिन भर यहां रहेंगे क्या वह पीने के पानी का कैंपर या पानी की बोतलें यहां रख दें तो डीआरओ ने कहा कि उन्हें गांव वासियों की किसी भी प्रकार की सहायता की आवश्यकता नहीं है और वह ना ही वह इस गाँव से केस आने के चलते कुछ खा पी सकते हैं। डी आर ओ ने समाजसेवी रवि से से कहा कि ज्यादा हीरोपंती करने की आवश्यकता नहीं है और वह घर में चला जाए यदि उन्हें किसी चीज की आवश्यकता होगी तो वह बुला लेंगे। रवि ने अपने गांव के निकट के ही और मोके पर कवरेज कर रहे मीडिया कर्मी राकेश भारतीय को एक साइड में बुलाकर पूछा कि यदि अगले आदेश तक वापस नहीं आना तो क्या कुर्सियां उठा ले जिस पर राकेश भारतीय ने कहा कि इनसे पूछ लो यदि  कहते हैं तो कुर्सियों उठा लो । यह सुनते ही डीआरओ ने पास पड़ी प्लास्टिक की कुर्सियों को सड़क पर पटकना आरंभ कर दिया जो रवि कांत ने उपलब्ध करवाई थी और एक धर्म विशेष के लोगों पर आपत्तिजनक टिप्पणी करते हुए कहा कि हमें पहले ही धर्म विशेष के लोगों  ने दुखी कर रखा है ऊपर से मीडिया वाले परेशान कर रहे हैं। इस बीच डीआरओ ने इंडिया टीवी के यमुनानगर से पत्रकार कुलवंत सिंह और दैनिक सवेरा के पत्रकार रवींद्र को देखा तो वह आग बबूला हो गए।

कुलवंत एक साइड में वॉकथ्रू कर रहे थे। डी आर ओ ने पुलिस को आदेश देने के साथ-साथ अपशब्द बोलते हुए कहा कि मीडिया आर नॉट अलाउड, निकालो इन को यहां से। पत्रकार राकेश भारतीय ने डी आरओ से कहा कि आप आराम से बात करे और ऐसे तीखे शब्दों का प्रयोग ना करने की बात कही तो डी आर ओ तिलमिला गए और कहा कि चुपचाप यहां से चले जाओ वरना सरकारी काम में बाधा पहुंचाने के साथ-साथ ऐसे केस में अंदर कर दिए जाओगे कि 6 महीने तक कोई जमानत भी नहीं करा पाएगा। पुलिसकर्मियों ने पत्रकारों को वहां से जाने के लिए कहा तो वह अपनी फोटो और वीडियो लेने के बाद चले गए, इस बीच डी आर ओ हाथ में लाठी लिए पत्रकारों के बारे में अनाप-शनाप बोलते रहे। इंडिया टीवी के पत्रकार कुलवंत ने जाते समय डी आर ओ से कहा कि पत्रकार अपने कर्तव्य का निर्वहन कर रहे हैं और अपनी ड्यूटी कर रहे है। डी आर ओ ने कहा कि पत्रकार घरों पर बैठे जिस पर पत्रकार कुलवंत ने कहा कि यदि पत्रकार घर बैठेंगे तो संपादक गन और मैनेजमेंट पत्रकारों की छुट्टी कर देंगे और उन्हें मजबूरी में घर ही बैठना पड़ेगा तो ऐसे में पत्रकारों को रोटी कौन खिलाएगा? जिस पर डीआरओ ने कहा कि सभी पत्रकार घर बैठे मैं खिलाऊंगा खाना। डीआरओ ने पत्रकार राकेश भारतीय को कहा कि शादीपुर तो क्या यमुनानगर में भी कही न्यूज़ कवर करने आये तो बहुत पछताओगे जेल भी जाना पड़ेगा और शायद इस दुनिया से भी।  

दूसरी और इस बारे जब जिला उपायुक्त मुकुल कुमार से बात करने का प्रयास किया गया तो उनसे बात नही हो सकी हालांकि उनके पक्ष का इंतजार रहेगा ।

पार्टी हाईकमान से करेंगे शिकायत:रवि

समाजसेवी एवं भाजपा से जुड़े रवि कांत ने कहा कि जब उनका गांव सील किया जा रहा था तो वह छत पर खड़े थे कि मानवता के नाते उन्होंने पुलिसवालों और अधिकारियों को पानी पिलाया तो डी आरओ ने स्वयं ही उन्हें चाय पिलाने को कहा था। पानी का कैंपर रखे जाने की बात पर ना जाने क्यों डीआरओ भड़क गए। उन्होंने कहा कि यदि मानवता के नाते हाथ आगे बढ़ाने वाले लोगों से डीआरओ जैसे अधिकारी ऐसा दुर्व्यवहार करेंगे तो आम अधिकारियों से क्या अपेक्षा की जा सकती है। रविकांत ने कहा कि पार्टी हाईकमान के साथ-साथ विधायक घनश्यामदास अरोड़ा से भी इस मामले की शिकायत करेेंगे।

चंडीगढ़ प्रशासन ने खर्चो पर लगायी लगाम, कर्मचारियों को मिलने वाले एलटीसी पर भी प्रतिबंध

चंडीगढ:

भारत सरकार के वित्त मंत्रालय ने प्रशासन को दिए बजट के तहत खर्चो पर लगाम लगाते हुए उसे 20 प्रतिशत तक सीमित कर दिया है। ऐसे में प्रत्येक तिमाही में प्रशासन कुल बजट का केवल 20 प्रतिशत की खर्च सकेगा।जारी किए गए इस बजट में प्रति माह के तहत खर्चो के बारे में भी निर्देश जारी किए हैंं। बजट सीमित करने का एक कारण करोना वायरस से चलते वित्तीय संकट भी माना जा रहा है। इसके तहत सरकार ने चंडीगढ प्रशासन को कुछ निर्देश जारी किए हैं जिसके तहत बजट को खर्च किया जाएगा।

केंंद्र सरकार ने सख्ति से कहा है कि किसी भी स्थिति में प्रशासन को अपने खर्चों को इन अनुदेशों के तहत तय सीमा से अधिक नहीं बढ़ाना है। इसके अलावा प्रतयेक विभाग को अपने दैनिक भोगी, अनुबंध और आउटसोर्स कर्मचारियों सहित सभी कर्मचारियों को समय पर वेतन देना होगा । अप्रैल, मई और जून के महीनों के लिए वेतन, किसी भी परिस्थिति में अगली तिमाही में स्थानांतरित नहीं किया जाएगा। इसके अलावा, वेतन और सहायता अनुदान के बारे में कोई बिल केंद्रीय ट्रेजरी में नहीं भेजा जाएगा।

आफिसों और अन्य शुल्कों का भुगतान या पेट्रोल के भुगतान के अलावा अन्य खर्चों को इस बजट के साथ नहीं जोडा जा सकेगा। वहीं पेट्राल पर किए जाने वाले खर्च भी सावधानीपूर्व होने चाहिए।

सरकार ने साफ किया है कि किस भी कर्मचारी को एलटीसी नहीं दिया जाएगा। बजट का पैसा केवल जरूरी खर्चों के लिए ही प्रयोग किया जा सकेगा जिसके लिए एडवाइजर से इसकी अनुमति लेनी होगी। इसी प्रकार चिक्तिसा उपचार के लिए एडवांस भुगतान करने के लिए किसी भी विभाग को प्रशासन के वित्त विभाग से अनुमति लेने होगी।

किस विभाग को कितना बजट मिला

नगर निगम को कुल 104 करोड रुपए की राशि आवंटित की गई है जिसकी किश्त प्रत्येक माह की 25 से 30 तारीख के बीच जारी की जाएगी

  • इजीनियरिंग विभाग इलेक्ट्रिसिटी को 96 करोड
  • इजीनियरिंग विभाग को अलग अगल खर्चो के तहत कुल 123.70 करेाड रुपए दिए गए हैं।
  • सरकारी मेडिकल कॉलेज व अस्पताल को 10 करोड
  • सीटीयू को 11 करोड
  • हायर एजुकेशन 14.75
  • स्कूल एजुकेशन 5.50
  • आईटी 3 करोड
  • सोशल वेलफेयर 13.50
  • यूटी सचिवालय को0.20
  • लॉ विभाग एसएलएसए 1.09
  • डीसी आफिस5.10
  • फूड सप्लाइज एंड कंज्यूमर अफयर्स 2 करोड
  • खेल विभाग 0.60
  • टूरिजम 0.45
  • टेक्निकल एजुकेशन 11.25

आवश्यक वस्तुओं क आपूर्ति संबंधी राज्यों को केंद्र की अधिसूचना जारी

दुनिया भर में कोरोना वायरस ने तबाही मचाई है. कोरोना के कहर को रोकने के लिए भारत सरकार पूरा जोर लगा रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार रात आठ बजे देश को संबोधित किया और 21 दिनों के लॉकडाउन का ऐलान कर दिया है. इस दौरान किसी से भी घर से बाहर नहीं निकलने की अपील की गई है, हालांकि जरूरत के सामान की दुकानें खुली रहेंगी. पीएम मोदी के ऐलान के बाद से ही राशन की दुकानों पर भीड़ दिखी, लेकिन गृह मंत्रालय ने आश्वासन दिया है कि आपको घबराने की जरूरत नहीं है. केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को लिखे पत्र में कड़े शब्दों में कहा, “मंत्रालय को मालूम हुआ कि आवश्यक वस्तुएं ले जाते हुए ट्रकों को देश के कुछ हिस्सों में रोका जा रहा है.”

नई दिल्ली(ब्यूरो): 

खाने-पीने चीजों के साथ-साथ समेत तमाम आवश्यक वस्तुओं के परिवहन की राह में आ रही अड़चनों को गंभीरता से लेते हुए केंद्रीय गृह सचिव ने सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को पत्र लिखकर हर हाल में इन वस्तुओं से लदे ट्रकों का निर्बाध परिचालन सुनिश्चित कराने को कहा है.

केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को लिखे पत्र में कड़े शब्दों में कहा, “मंत्रालय को मालूम हुआ कि आवश्यक वस्तुएं ले जाते हुए ट्रकों को देश के कुछ हिस्सों में रोका जा रहा है.”

केंद्र सरकार ने राज्यों को आगाह किया है कि अगर यही स्थिति जारी रहेगी तो फिर आवश्यक वस्तुओं की किल्लत का सामना करना पड़ सकता है.

इसी प्रकार, देश के कुछ भागों में कोल्ड स्टोरेज और वेयरहाउस में काम.काज की इजाजत नहीं दी जारी है। वहींए फैक्टरियों में काम करने वाले श्रमिकों की जितनी जरूरत है उनको उतना पास नहीं दिया जा रहा है.

इसके अलावा, किसी एक राज्य की ओर से ट्रकों और मजदूरों के आवागमन के लिए दिए गए पास या अधिकृत पत्रों को दूसरे राज्यों के अधिकारी मानने से इनकार कर देते हैं

इन कारणों से लॉकडाउन (Lockdown) के दौरान वस्तुओं का परिवहन बाधित हुआ है.

गृह मंत्रालय ने साफ निर्देश दिया है कि जरूरी व गैर-जरूरी वस्तुओं से भरे ट्रकों के निर्बाध परिचालन की अनुमति दी जाए बशर्ते ड्राइवर के पास प्रमाणिक ड्राविंग लाइसेंस हो. साथ ही, चालक के साथ उसका सहायक भी हो सकता है. अधिकारीए ड्राइवर से किसी दूसरे अनुमोदन पत्र की मांग नहीं करेंगे. इसके अलावा, सामान अनलोड यानी उतारने के बाद वापस जा रहे खाली ट्रकों को रास्ते में रोका नहीं पाएगा. फैक्टरियों को जा रहे मजदूरों को जाने की अनुमति होगी.

पूरे देश में सभी वेयरहाउस, कोल्ड स्टोरेज में काम-काज निर्बाध जारी रहेगा. राष्ट्रीय संकट की इस घड़ी में अधिकारी उनके काम.काज को बाधित नहीं करेंगे.

गृह सचिव ने पत्र में कहा, “ये नियम केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के दिशानिर्देश के अनुसारए नियंत्रणए कोरांटीन व निरीक्षण के उपायों से संबंधित क्षेत्रों को छोड़ बाकी हर जगह लागू होंगे.”

बता दें कि इससे पहले विनिर्माण व व्यापार से जुड़े अनेक संगठनों ने शिकायतें की थीं कि उनके अधिकांश मजदूरों को पास नहीं मिलने के कारण मिलों व फैक्टरियों में सही तरीके से काम नहीं चल रहा है.

ट्रांसपोर्ट यूनियनों ने भी सरकार से ट्रकों का निर्बाध परिचालन सुनिश्चित करने का आग्रह किया था क्योंकि राजमार्गों पर हजारों ट्रकों का तांता लगा हुआ था.

उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि नये निर्देश जारी होने के बाद राज्य सरकारों ने जिला प्रशासन से परिवहन व्यवस्था निर्बाध बनाने और वेयरहाउस समेत सभी फैक्टरियों में सुचारु काम-काम सुनिश्चित कराने को कहा है.

Senior Citizens to get all the assistance by Chandigarh Police Control Room, call no. 112

CHANDGARH – 13.04.2020

       Chandigarh police is committed to extend full cooperation and provide all sort of assistance especially to Senior Citizens and Women during lockdown restrictions in the City. It is worthwhile to mention that Hon’ble Governor PB and Administrator UT had expressed desire to W/DGP UT to proactively help senior citizens. On the directions of W/DGP, Sh. Sanjay Baniwal, IPS, under guidance of SSP/UT, Nilambari Jagadale, IPS, SP/City, Sh. Vineet Kumar got Senior Citizens contacted through Chandigarh Police Control Room to know about their well being and requirements.

       In continuation to these efforts, today i.e. 13.04.2020 Total 725 calls were made, out of which 230 Senior Citizens attended/received the calls, 13 Senior Citizens seek out police help. Chandigarh Police Control Room contacted Senior Citizens and pregnant women through phone calls and enquired them if they need any kind of help or medical assistance during lockdown.

The concerned SHO’s were also apprised to resolve their problems. The most problems of Senior Citizens were regarding requirement of medicines, groceries/ration related. SHO’s of concerned area i.e. PS-17, PS-Mauli Jagran & PS-Manimajra personally visited them and resolved their problems. If any senior citizen and women in the city having any problem or need police assistance he/she may call on No. 112.

पुलिस लॉकडाउन बुलेटिन

Dated 13.04.2020

#      जिला पंचकुला मे 600 पुलिस कर्मचारी दिन-रात मुस्तैदी के साथ डियूटी कर रहे है

#     लॉकडाउन के चलते जिला पंचकुला मे 47 पुलिस नाके लगाये गए है जिनमें 28 अंतरराज्यीय तथा 19 अंतरजिला है

#     नाकाबंदी के दौरान जिला पंचकुला मे दिनांक 13.04.2020 को 1194 वाहनों को चैक किया गया    

#     13 अप्रैल को कुल 02 फोन कॉल प्रशासन द्वारा कोरोना वायरस के सम्बंध मे बनाये गए कन्ट्रोल रूम मे प्राप्त हुई

#     जिला पुलिस द्वारा लगभग 4350 फूड पैकेट्स बांटे गए, जिनमें से 285 पैकेट्स डियूटी पर मौजूद पुलिस कर्मचारियों तथा लगभग 4065 पैकेट्स आमजन मे बांटे गए

#     दिनांक 13.04.2020 को पुलिस द्वारा 133 क्वारंटाइन किए गए लोगो को चैक किया गया

#     प्रशासन द्वारा बनाये गए शैल्टर होम मे 412 लोगो को पहुंचाया गया

#     लॉकडाउन के दौरान लगाये गए नाकों पर नाकाबंदी के दौरान 2186 वाहनों का चालान किया गया तथा 136 वाहनों को इम्पाउंड किया गया जिनमे से 81 चालान दिनांक 13.04.2020 को किए गये ।

#     अब तक कुल 125 वाहनों के चालान सी0सी0टी0वी0 कैमरा द्वारा किये गए

#     पुलिस द्वारा लॉकडाउन के दौरान पैट्रोलिंग करने के लिए 14 पैट्रोलिंग वाहनों का बंदोबस्त किया गया है

#     लॉकडाउन के नियमों की उल्लंघना करने वालो के खिलाफ 70 अभियोग अंकित किए गये है

#     आयुक्तालय पंचकुला मे बने शैल्टर होम, आईसोलेसन वार्ड तथा कार्यालय पुलिस उपायुक्त पंचकुला मे ड्यूटी पर मौजूद पुलिस कर्मचारियो मे विटामिन सी की गोलियां बांटी गई ।

आपातकाल में जरूरतमंदों की भूख मिटाना सबसे बड़ा दान: डीजीपी बेनीवाल

  • जन-जन भोजन मिटा रहा है ट्राईसिटी के जरूरतमंदों की भूख
  • आज 11वें दिन 4000 लोगों को जोशी फाऊंडेशन तथा हार्ट फाऊंडेशन द्वारा दिए गए भोजन के पैकेट

चंडीगढ़, 13 अप्रैल (राकेश शाह):

चंडीगढ़ पुलिस के डीजीपी संजय बेनीवाल ने कहा कि इसमें कोई शक नहीं है कि हर धर्म हमको यह सिखाता है कि जरूरतमंदों की मदद के लिए हमको आगे बढऩा चाहिए, पर यह मदद उस समय और भी महत्वपूर्ण हो जाती है, जब ऐसे जरूरतमंद लोग क्फर्यू तथा कोरोना वायरस जैसे संकट की मार झेल रहे हों। श्री बेनीवाल आज स्थानीय सेक्टर-15 में जोशी फाऊंडेशन तथा हार्ट फाऊंडेशन द्वारा सांझे तौर पर चलाई जा रही जन-जन भोजन मुहिम के 11वें दिन खाने के पैकेट बांटने की शुरूआत कर रहे थे। उन्होंने आज करीब 4000 जरूरतमंद परिवारों को खाने के पैकेट बांटे।

उन्होंने कहा कि उक्त दोनों संस्थाओं ने यू.टी. प्रशासन के साथ मिलकर ऐसे लोगों की सहायता की है, जो प्रशासनिक सहायता से वंचित रह गए थे। उन्होंने कहा कि इन दोनों संस्थाओं सहित अन्य भी संस्थाएं मानवता के कार्य के लिए तत्पर रहनी चाहिए।

इस अवसर पर बोलते हुए जोशी फाऊंडेशन के चेयरमैन विनीत जोशी ने कहा कि आज तैयार किए गए रोजाना भोजन के 4000 पैकेटों में से 2000 पैकेट यू.टी. प्रशासन द्वारा बांटे जाएंगे, जबकि अन्य पैकेट ई.डब्लयू.एस के फ्लेटस, धनास कच्ची कालोनी आदि इलाकों में रहते जरूरतमंद परिवारों को दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि खाना बांटने के समय सोशल डिस्टेंसिंग का विशेष ध्यान रखा जाता है।

इस अवसर पर बोलते हुए हार्ट फाऊंडेशन के चेयरमैन डा. एच.के. बाली ने कहा कि जोशी फाऊंडेशन के सहयोग से प्रशासन द्वारा मिलते प्रोत्साहन से उन्होंने जन-जन भोजन मुहिम के 11 दिन मुकम्मल कर लिए हैं तथा उनका यत्न रहेगा कि आम लोगों के सहयोग से इस कार्य को निरंतर जारी रखा जाए।

इस अवसर पर बोलते हुए जोशी फाऊंडेशन के अध्यक्ष सौरभ जोशी ने कहा कि विश्व के लिए महामारी बन चुके कोरोना वायरस को देखते हुए इस जन-जन भोजन मुहिम दौरान यह यकीनी बनाया जा रहा है कि भोजन प्राप्त करने वाले हर व्यक्ति को पहले कीटाणू मुक्त किया जाए, ताकि वह किसी अन्य की बीमारी का कारण न बन सके। इस अवसर पर अन्यों के अलावा भारतीय जनता पार्टी पंजाब के संगठन महासचिव दिनेश कुमार तथा चंडीगढ़ भाजपा के उपाध्यक्ष रामवीर भट्टी विशेष तौर पर मौजूद थे। 

Vice President of India interacts through Video Conferencing

Chandigarh April 13, 2020

Vice President of India , Shri Vankiah Naidu  interacted with the Vice-Chancellors of five Universities through Video-Conferencing today.

Secretary DoPT and Director IIPA, VCs of Panjab University Chandigarh, Pondicherry University, Makhanlal Chaturvedi University Bhopal, Delhi University, Hyderabad University were present.

 At the outset, Mr Subha Rao, Secretary to Vice President of India, while initiating discussion invited Vice President of India for his inaugural remarks. VP of India welcomed the VCs and explained the ongoing crisis and what the Universities should do in respect of teaching, research and student-related activities. He asked the Vice Chancellors present in the video conference  to share the strategies adopted by different Universities in the light of ongoing pandemic CORONOVIRUS.

 Vice-Chancellor, Panjab  University, Prof Raj Kumar mentioned about the action taken by the University to minimise disruption in the teaching, examination & research activities. He informed that our faculty is actively engaged in online teaching using various technologies like Zoom Cloud, Skype, Google classrooms etc. He also
highlighted that PU has submitted research proposal against the SARS-CoV-2 Corona virus in collaboration with Professor Nikolai Petrovsky, South Australian Researcher, which was appreciated by Mr Vice-President . Prof Raj Kumar also mentioned about the constitution of Advisory and Task force for effectively handling challenges confronted by the University in the present-day crisis and also assured that University is ready to conduct examination after the lockdown and strategies have been prepared to declare result at the earliest.

Vice President of India appreciated the efforts of academic leaders and stressed upon the need to encourage students to learn from the crisis and use the available time with parents and grandparents, do physical exercises, learn more than one language and love nature and Indian culture for better future.