पंजाब के मुख्यमंत्री ने ए.सी.पी. कोहली के पुत्र को उसकी ग्रेजुएशन के बाद पंजाब पुलिस में सब इंस्पेक्टर नियुक्त करने की मंजूरी दी

डी.जी.पी. दिनकर गुप्ता ने पुलिस अफसरों को सुरक्षित कफ्र्यू की छूटों की सख्ती से पालना यकीनी बनाने के साथ ही मानवीय रह कर काम करने के लिए कहा

राकेश शाह, चंडीगढ़ – 29 अप्रैल:

पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कोविड -19 के कारण अपनी जान गंवाने वाले ए.सी.पी. अनिल कोहली के छोटे लडक़े को उसकी ग्रेजुएशन मुकम्मल होने के बाद पंजाब पुलिस में सब इंस्पेक्टर नियुक्त करने की मंजूरी दे दी।

117 डी.एस.पीज़, 382 एस.एच. ओज़, ए.डी.जी.पीज़, आई.जीज़, एस.एस.पीज़ और एस.पीज़ समेत फील्ड में अग्रणी कतार में डटे अफसरों और कर्मचारियों के साथ बुधवार को पहली वीडियो कान्फ्ऱेंस में डी.जी.पी. दिनकर गुप्ता ने खुलासा किया कि ए.सी.पी. के लडक़े पारस को शर्त पर नियुक्ति पत्र दे दिया है जिस पर उसने भी हस्ताक्षर कर दिये हंै जिस अनुसार उसे ग्रेजुएशन मुकम्मल होने पर पंजाब पुलिस में सब इंस्पेक्टर नियुक्त कर दिया जायेगा। डी.जी.पी. ने बताया कि मुख्यमंत्री कोविड के खि़लाफ़ जंग में डटे पुलिस कर्मियों की स्वास्थ्य एवं कल्याण के लिए अत्यंत सहायता कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार और पंजाब पुलिस अपने कर्मियों के कल्याण के लिए पूरी तरह वचनबद्ध है। उन्होंने कहा कि कैप्टन अमरिन्दर सिंह देश भर के मुख्यमंत्रियों में से पहले हैं जिन्होंने पंजाब पुलिस के कर्मचारियों के लिए 50 लाख रुपए का स्वास्थ्य बीमा घोषित किया है। डी.जी.पी. ने बताया कि उन्होंने राज्य सरकार को यह प्रस्ताव दिया है कि जो पुलिस कर्मी कोविड -19 से जान गंवाता है, उसके परिवार को उसकी सेवा मुक्ति वाले दिन तक पैंशन के तौर पर पूरी तनख्वाह दी जाये।

गुप्ता ने स्पष्ट किया कि फ्रंटलाईन में काम वाले पुलिस कर्मियों के लिए रक्षक उपकरणों और फंडों की कोई कमी नहीं है। पंजाब पुलिस के पास कोविड के खि़लाफ़ लड़ रहे कर्मियों के लिए पहले से ही ज़रूरी पी.पी.ईज़ किटें और आँखें को बचाने के लिए शीशों के कवर मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि विभिन्न जि़लों को 150 से अधिक औकसीमीटर भेजे गए हैं जिससे पुलिस कर्मियों को कोविड -19 के कारण साँस की समस्या से जल्दी चेतावनी मिल सकेगी। उन्होंने कहा कि पुलिस कर्मियों के लिए अलग विशेष एकांतवास सहायता भी मुहैया करवाई गई है।

डी.जी.पी. ने आगे खुलासा किया कि पुलिस कमिशनरज़ और एस.एस.पीज़ को कहा गया है कि वह अतिरिक्त एस.एच.ओज़ की शिनाख्त कर लें जिससे इस लम्बी चलने वाली लड़ाई के लिए ज़रूरत के लिए मौजूदा एस.एच.ओज़ को आराम दिया जा सके।

सोशल मीडिया मुहिम ‘मैं भी हरजीत सिंह’ की बड़ी सफलता का जि़क्र करते हुये डी.जी.पी. ने कहा कि पुलिस के लिए बड़े स्तर पर सदभावना पैदा करने के अलावा इसने एक सख्त संदेश दिया है कि एक पुलिस कर्मचारी पर हमला समुची फोर्स पर हमला माना जायेगा जो कानून और व्यवस्था को भंग करने की कोशिश करने वालों के विरुद्ध एकजुट है। उन्होंने देश भर से इस मुहिम के समर्थन की सराहना की और कई राज्यों की पुलिस फोर्स ने पंजाब पुलिस के साथ एकजुटता ज़ाहिर की।

कल से कफ्र्यू में ढ़ील दिए जाने सम्बन्धी मुख्यमंत्री के ऐलान का जि़क्र करते हुये डी.जी.पी. ने फोर्स को किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने और मास्क का प्रयोग और एक दूसरे से सामाजिक दूरी बनाई रखने समेत कोविड सेफ्टी प्रोटोकल का उल्लंघन या किसी भी भीड़ -भाड़ पर सख्त निगरानी रखने के लिए कहा। श्री गुप्ता ने एस.एच.ओज़ को स्थानीय प्रशासन के साथ तालमेल करके कल से प्रात:काल 7 बजे से 11 बजे तक दुकानें खोलने के लिए रोटेशन स्कीम बनाने के लिए कहा।

वाहनों के यातायात पर निरंतर पाबंदियों संबंधी घोषणाएं और बुज़ुर्ग लोगों को घर से बाहर न जाने की सलाह देते हुये सुझाव दिया कि कफ्र्यू में ढील के समय के दौरान एक घर के सिफऱ् एक व्यक्ति को बाहर जाने की आज्ञा दी जाये। डी.जी.पी. ने लोगों को जागरूक करने, सलाह देने और सामाजिक दूरी बनाऐ रखने को यकीनी बनाने के लिए वालंटियरों का प्रयोग करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि कंटेनटमैंट जोनों में किसी भी तरह की गतिविधि की आज्ञा नहीं होनी चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि सरहदें सील रहेंगी और सिफऱ् सरकारी बसों को अंतर-राज्यीय चलाने की आज्ञा दी गई है।

कुछ आतंकवादी संगठनों, जो लेफ्ट समर्थकी नेताओं को निशाना बना सकते थे, के फिर सक्रिय होने के सम्बन्ध में केंद्रीय गृह मंत्रालय से मिली जानकारी का हवाला देते हुए डी.जी.पी. ने अधिकारियों को संभावित लक्ष्यों की पहचान करने और उनकी सुरक्षा को यकीनी बनाने के निर्देश दिए।

0 replies

Leave a Reply

Want to join the discussion?
Feel free to contribute!

Leave a Reply