लॉकडाउन के समय यूपी में रसूका लागू

लॉकडाउन (Lockdown) का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ योगी सरकार लगातार सख्त रुख अपना रही है. इसी के तहत सूबे में गुरुवार को 177 एफआईआर दर्ज की गईं. वहीं लॉकडाउन का फायदा उठाकर जमाखोरी और कालाबाजारी करने के मामलों में 72 एफआईआर भी दर्ज की गई हैं. देश में कोरोना वॉरियर्स पर बढ़ते हमलों के बाद राज्य सरकारें सख्त रुख अपना रही है। मध्य प्रदेश के इंदौर में मेडिकल टीम पर हमला करने वालों पर NSA लगा दिया गया है जबकि यूपी से सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि अगर राज्य में कहीं भी पुलिस पर हमला हुआ तो ऐसे लोगों पर NSA लगाया जाए।

  • यूपी की योगी सरकार ने पुलिसकर्मियों पर हमले करने वालों के खिलाफ जारी किया नया आदेश
  • अगर लॉकडाउन के दौरान यूपी पुलिस पर हमला किया तो होगी एनएसए के तहत कर्रवाई
  • देश के कई हिस्सों में पुलिसकर्मियों और स्वास्थ्यकर्मियों पर हो रहे हैं हमले
इंदौर में मेडिकल टीम पर हमला
  • देश में कोरोना वायरस के पीड़ित लोगों के मामलों में बढ़ोतरी
  • देश में कोरोना पीड़ितों की संख्या 2,300 के ऊपर पहुंची, 56 लोगों की मौत
  • कोरोना वॉरियर्स पर बढ़ते हमलों पर राज्य सरकारें हुईं सख्त
  • मध्य प्रदेश ने इंदौर के हमलावर पर लगाया NSA, योगी आदित्यनाथ का भी आदेश

नई दिल्ली

कोरोना के खिलाफ जंग में देश के कोरोना वॉरियर्स को कई जगह मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। इंदौर में कोरोना से संदिग्ध एक शख्स की जांच करने गई मेडिकल टीम पर पथराव किया गया वहीं, अलीगढ़ में पुलिस पर पथराव हुआ। ऐसे में जब देश में कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ रही है तब कोरोना वॉरियर्स पर हो रहे हमले चिंता बढ़ा रहे हैं। हालांकि इन हमलों के बाद राज्य सरकारों ने सख्त ऐक्शन लिया और इंदौर में पथराव की घटना में शामिल 4 लोगों पर NSA(National Security Act) लगा दिया है। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी राज्य में पुलिस पर कहीं भी हमला करने वालों के खिलाफ NSA लगाने का आदेश जारी कर दिया है। आइए जानते हैं कि आखिर राज्य सरकारें क्यों इस सख्त कानून को लागू करने के लिए मजबूर हो रही है..

इंदौर में मेडिकल टीम पर हमला

इंदौर के टाटपट्टी बाखल में पहुंची मेडिकल टीम पर बुधवार को स्‍थानीय लोगों ने पथराव कर दिया था। उस टीम में दो महिला डॉक्‍टर्स शामिल थीं। सब किसी तरह जान बचाकर वहां से भागे थे। घटना के बाद, एफआईआर दर्ज की गई। वीडियो फुटेज के आधार पर हमलावरों में से सात को गिरफ्तार कर लिया गया था। जिला कलेक्‍टर मनीष कुमार ने चार लोगों पर NSA लगाया है। सभी टाटपट्टी बाखल के ही रहने वाले हैं।

अलीगढ़ में पुलिस पर पथराव

उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में पुलिस पर पथराव के आरोप में 3 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। सीओ पंकज श्रीवास्तव ने बताया कि बन्नादेवी में कुछ लोग मस्जिद में नमाज पढ़ने के लिए एकत्र थे। तभी पुलिस वहां पहुंची और उनसे वहां एकत्र होने का कारण पूछा। लेकिन वे पुलिस पर पत्थर फेंकने लगे।

योगी आदित्यनाथ का NSA लगाने का आदेश

पुलिस प्रशासन पर पथराव के बढ़ते मामले को देखते हुए यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने आदेश दिया है कि ऐसे लोगों के खिलाफ NSA के तहत कार्रवाई हो। यूपी सरकार ने अपने आदेश में कहा है कि लॉकडाउन के दौरान राज्य में कहीं पर भी अगर पुलिस पर कोई हमला करता है तो उसके खिलाफ NSA लगाया जाए।

आखिर NSA क्यों?

देश इस समय एक बड़ी आपदा से गुजर रहा है। पूरे देश में 21 दिनों का लॉकडाउन लागू है। पीएम नरेंद्र मोदी लोगों से घरों में रहने की अपील कर चुके हैं। डॉक्टर और अन्य मेडिकल कोरोना के जानलेवा वायरस से निपटने के लिए पूरी ताकत से लड़ रहे हैं। पुलिस कानून का पालन करवाने के लिए पूरी ताकत से सड़कों पर है। लेकिन कुछ लोग मेडिकल टीम और पुलिस को निशाना बना रहे हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या समाज के ऐसे दुश्मनों से केवल NSA लगाकर ही निपटा जा सकता है। दरअसल, यह कानून केंद्र और राज्यों को किसी भी संदिग्ध पर ऐक्शन लेने और उसे हिरासत में लेने की अनुमति देता है।

जानिए, क्या है NSA

-राष्ट्रीय सुरक्षा कानून-1980 या NSA देश की सुरक्षा के लिए सरकार को अधिक ताकत देने वाला कानून है। इसके जरिए केंद्र और राज्य सरकारें किसी भी संदिग्ध को हिरासत में ले सकती है।

-सरकार को ऐसा प्रतीत होता है कि कोई शख्स देश की सुरक्षा निश्चित करने वाले काम से रोक रहा है या रोक सकता है तो उसे हिरासत में लिया जा सकता है।

कोरोना: थाली-ताली के बाद मोदी ने अब देश में मांगे 9 मिनटप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र के नाम जारी अपने वीडियो मेसेज में देशवासियों से 5 अप्रैल, रविवार को रात नौ बजे घरों सारी बत्तियां बुझाकर 9 मिनट के लिए मोमबत्ती, दिया, टॉर्च या मोबाइल की फ्लैशलाइट जलाने का आग्रह किया।

-इस कानून का प्रयोग जिलाधिकारी, पुलिस आयुक्त कर सकते हैं। यदि सरकार को लगता है कि कोई व्यक्ति कानून व्यवस्था को सही तरीके से चलाने में उके सामने बाधा खड़ी कर रहा है तो उसे हिरासत में लेने का आदेश दे सकती है।

– NSA के तहत किसी भी संदिग्ध व्यक्ति को बिना किसी आरोप के 12 महीने तक जेल में रखा जा सकता है। राज्य सरकार को केवल यह सूचित करने की जरूरत होती है कि NSA के तहत एक व्यक्ति को हिरासत में लिया गया है।

– NSA के तहत किसी भी संदिग्ध व्यक्ति को बिना किसी आरोप के 12 महीने तक जेल में रखा जा सकता है। राज्य सरकार को केवल यह सूचित करने की जरूरत होती है कि NSA के तहत एक व्यक्ति को हिरासत में लिया गया है।

– NSA के तहत हिरासत में लिए गए व्यक्ति को उनके खिलाफ आरोप तय किए बिना 10 दिनों के लिए रखा जा सकता है। हिरासत में लिया गया व्यक्ति हाई कोर्ट के सलाहकार बोर्ड के सामने अपील कर सकता है लेकिन उसे मुकदमे के दौरान वकील की अनुमति नहीं होती है।

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