इंजीनियरिंग की पढ़ाई के 50 सालों के मौके पर चंडीगढ़ आया हूं, क्या 60 साल पूरे होने के मौके पर यह कार्यक्रम लाहौर में होगा?: इंद्रेश कुमार
राष्ट्रीय मुस्लिम एकता मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष इंद्रेश कुमार ने बड़ा बयान दिया है. इंद्रेश कुमार ने कहा है कि क्या हमारे ग्रंथों में भारत का टूटना ही लिखा है? भारत का विस्तार भी हो सकता है. क्या आप लाहौर तक जाना नहीं चाहते हैं? राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक इंद्रेश कुमार ने सीएए के साथ खालिस्तानी समर्थकों को भी नसीहत दी है। इंद्रेश का कहना है कि खालसा पंथ की स्थापना धर्म की रक्षा के लिए की थी, उस समय कौन धर्म था यह सबको पता है। अभी हमें जो कमी खलती है, वह ननकाना साहिब और करतारपुर साहिब की है, ऐसे में इन्हें भी देश में जोड़ने के लिए प्रयास करना चाहिए।
चंडीगढ़ :
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक और राष्ट्रीय मुस्लिम एकता मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष इंद्रेश कुमार ने बड़ा बयान दिया है. इंद्रेश कुमार ने कहा है कि क्या हमारे ग्रंथों में भारत का टूटना ही लिखा है? भारत का विस्तार भी हो सकता है. क्या आप लाहौर तक जाना नहीं चाहते हैं? कुमार ने क्रिश्चियन देशों और मुस्लिम देश पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान के खिलाफ भी अल्पसंख्यकों पर जुल्म बंद करने को लेकर नारे लगवाए. कुमार ने कहा कि क्या ऐसी मानवता को सेल्यूट करेंगे? इंद्रेश कुमार शनिवार को चंडीगढ़ में एक इंजीनियरिंग कॉलेज के 50 साल पूरे होने के मौके पर बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि इंजीनियरिंग की पढ़ाई के 50 सालों के मौके पर चंडीगढ़ आया हूं. लगता है कि 60 साल पूरे होने के मौके पर यह कार्यक्रम लाहौर में होगा.
‘क्या आप लाहौर तक जाना नहीं चाहते हैं?’
आरएसएस के वरिष्ठ प्रचारक इंद्रेश कुमार ने कहा कि भारत जब जम्मू-कश्मीर की बात करता है तो पीओके (POK) भी उसका हिस्सा होता है और लेह-लद्दाख भी. ऐसा करके हमने पाकिस्तान और चीन से पूरी तरह से पंगा ले रखा है. ये हिस्से अब उनसे वापस भी लेने होंगे. इंद्रेश कुमार ने खालिस्तान की मांगने वालों को भी जमकर लताड़ लगाई. कुमार ने कहा कि अगर खालिस्तान बनाना है तो सिखों के कई पवित्र स्थल पाकिस्तान में हैं. खालिस्तान बिना गुरु की नगरी लाहौर के नहीं बन सकता और खालिस्तान बनानों वालों को पाकिस्तान से लाहौर और ननकाना साहिब भी लेना होगा.
सारा हिन्दुस्तान खालिस्तान है और सारा खालिस्तान हिंदुस्तान है. हिंदुस्तान को छोटा करने में क्यूं लगे हो. हम ही हिंदुस्तान का नाम बदलकर खालिस्तान रख लेंगे. देश को बड़ा करो. इस देश के वैसे भी की नाम है एक खालिस्तान और रख लेंगे. राजनीति के चक्कर में देश को बांटने की बात मत करो. CAA का विरोध करने वाले देश विरोधी और देशद्रोही हैं.’
CAA के समर्थन में नारे लगवाए
इंद्रेश कुमार ने कार्यक्रम में CAA के समर्थन में नारे लगवाए. इंद्रेश कुमार ने कहा कि अगर किसी स्कूल कॉलेज में रजिस्टर होता है और वहां पर सब पढ़ने वालों का आंकड़ा होता है. वोटर लिस्ट में होता है तो देश के नागरिकों का रजिस्टर क्यों नहीं बनना चाहिए. बापू ने घोषणा की थी कि भारत का विभाजन मेरी चिता पर होगा. कांग्रेस के नेताओं ने रावी का पानी हाथ में लेकर सौगंध भी खाई, लेकिन अंग्रेजों ने जिन्ना और नेहरू के प्रधानमंत्री के मोह को देखते हुए धर्म के नाम पर देश का बंटवारा करवा दिया. कांग्रेस ने देश को आजादी नहीं दिलवाई बल्कि देश का विभाजन करवा दिया अब कोई कहता है कि कांग्रेस ने देश को आजादी दिलवाई मुझे उसकी बौद्धिक क्षमता पर संदेह है.कुमार ने कहा कि देश विभाजन के वक्त ही CAA का जन्म हुआ था. बापू ने उसी वक्त कहा था कि विभाजन के बाद पाकिस्तान में हमारे अल्पसंख्यक हिंदू और सिख सुरक्षित नहीं है और उन्हें भारत को नागरिकता दे देनी चाहिए. अगर अब कोई CAA का विरोध कर रहा है तो वो बापू की इस बात का विरोध कर रहा है.