ट्रंप आएंगे हिंदुस्तान, सदमे में क्यों पाकिस्तान?

पाकिस्तान को इस वक्त अमेरिका की मदद की सबसे ज्यादा जरूरत है..लेकिन अमेरिका को भारत में अपना सबसे अच्छा दोस्त नजर आता है…और जब से पाकिस्तान को मालूम चला है अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत के दौरे पर आने वाले हैं तब से उसकी बेचैनी और बढ़ गई है…

नई दिल्‍ली(ब्यूरो): 

स्विट्जरलैंड के दावोस शहर में वर्ल्‍ड इकोनॉमिक फोरम में शिरकत करने पहुंचे इमरान खान ने अमेरिकी राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप से मुलाकात के बाद फिर से कश्‍मीर राग अलापा है. PTV की एक रिपोर्ट के मुताबिक इमरान खान ने कहा कि भारत और पाकिस्‍तान एक-दूसरे के खिलाफ आरोप-प्रत्‍यारोप लगाते रहते हैं. नियंत्रण रेखा पर पर्यवेक्षक क्‍यों नहीं भेजे जाते? हम भारत को दोष देते हैं, भारत हमको दोष देता है. हम ऑर्ब्‍जवर क्‍यों नहीं भेजते? इस बीच अमेरिकी थिंक टैंक की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्‍तान आतंकवाद पर दुनिया से अलग-थलग पड़ गया है.

इस बीच हर मंच से कश्मीर का रोना रोने वाले इमरान खान को फिर से शिकस्त का सामना करना पड़ा है…देवास में वर्ल्‍ड इकोनॉमिक फोरम की मीटिंग के अलग जब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मुलाकात हुई तो कश्मीर पर डोनाल्ड ट्रंप ने फिर से इमरान खान को आश्वासन का लॉलीपाप पकड़ा दिया. इससे पहले भी इमरान खान, डोनाल्ड ट्रंप से इस तरह के आश्वासन ले चुके हैं लेकिन खुद पाकिस्तान के लोग जानते हैं कि ट्रंप और पूरी दुनिया से कश्मीर पर आश्वासन के अलावा पाकिस्तान को कुछ भी नहीं मिलने वाला.

पाकिस्तान को इस वक्त अमेरिका की मदद की सबसे ज्यादा जरूरत है..लेकिन अमेरिका को भारत में अपना सबसे अच्छा दोस्त नजर आता है…और जब से पाकिस्तान को मालूम चला है अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत के दौरे पर आने वाले हैं तब से उसकी बेचैनी और बढ़ गई है…

ट्रंप आएंगे हिंदुस्तान, सदमे में क्यों पाकिस्तान?

दरअसल अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत दौरे से पाकिस्तान परेशान है. इमरान खान की कोशिश है कि डोनाल्ड ट्रंप पाकिस्तान के दौरे पर भी आएं. भारत जाने या लौटते वक्त ट्रंप को पाकिस्तान बुलाने की कोशिश में है. अमेरिकी राष्ट्रपति का पाकिस्तान में जाना मुश्किल है. वैसे दावोस में भी पत्रकारों ने डोनाल्ड ट्रंप से ये पूछने की कोशिश की कि क्या भारत दौरे के वक्त वो पाकिस्तान आएंगे लेकिन ट्रंप के जवाब ने साफ कर दिया कि वह पाकिस्तान नहीं जाने वाले हैं.

पाकिस्तान के दौरे पर नहीं जाएंगे ट्रंप?

ट्रंप ने संकेत दे दिए कि उनकी मुलाकात इमरान खान से दावोस में हो गई. इसलिए उनका पाकिस्तान जाने का कोई ईरादा नहीं. खान इसलिए भी ज्यादा चिंतित हैं, क्योंकि वे प्रधानमंत्री बनने के बाद से कोशिश में लगे हैं कि ट्रंप एक बार पाक आ जाएं लेकिन ट्रंप के पाकिस्तान में रुकने की कोई बड़ी वजह नहीं हैं. इसके अलावा सुरक्षा के मुद्दे के चलते भी ट्रंप रुकने से बच रहे हैं. यह बात इमरान तक पहुंचा दी गई है.

वैसे भी महंगाई, अर्थव्यवस्था, बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर इमरान विफल रहे हैं. वहीं अंतरराष्ट्रीय मोर्चे पर वो कश्मीर समेत अन्य मुद्दों पर मुस्लिम देशों और विश्व बिरादरी को अपने पक्ष में करने में नाकाम रहे हैं. ऐसे में ट्रंप का भारत जाना और पाक न जाना बड़ा झटका साबित हो सकता है.

23 जनवरी, नेता जी सुभाष चन्द्र बोस की 123वीं जयंती पर विशेष

उल्लेखनीय है कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने 30 दिसंबर 1943 को पोर्ट ब्लेयर की सेल्युलर जेल में पहली बार तिरंगा फहराया था।

युद्धवीर सिंह लांबा,

नेताजी सुभाष चंद्र बोस एक ऐसे महान क्रांतिकारी थे, जिन्होंने अपने विचारों से देश के लाखों लोगों को प्रेरित किया था, आज नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 123वीं जयंती है । भारत की आजादी में अहम योगदान देने वाले नेताजी सुभाष चंद्र बोस का जन्म 23 जनवरी 1897 को उड़ीसा के कटक शहर में एक संपन्न बंगाली परिवार में हुआ था। नेताजी सुभाष चंद्र बोस के पिता का नाम ‘जानकीनाथ बोस’ और मां का नाम ‘प्रभावती’ था। जानकीनाथ बोस कटक शहर के मशहूर वकील थे। प्रभावती और जानकीनाथ बोस की कुल मिलाकर 14 संतानें थी, जिसमें 6 बेटियां और 8 बेटे थे। सुभाष चंद्र बोस उनकी नौवीं संतान और पांचवें बेटे थे।

नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने अपनी प्रारंभिक पढ़ाई कटक के रेवेंशॉव कॉलेजिएट स्कूल में हुई। तत्पश्चात् उनकी शिक्षा कलकत्ता के प्रेजीडेंसी कॉलेज और स्कॉटिश चर्च कॉलेज से हुई । सुभाष चंद्र बोस के पिता जानकीनाथ बोस की इच्छा थी कि सुभाष आईसीएस बनें। यह उस जमाने की सबसे कठिन परीक्षा होती थी। इण्डियन सिविल सर्विस की तैयारी के लिए नेताजी सुभाष चंद्र बोस इंग्लैंड के केंब्रिज विश्वविद्यालय चले गए। उन्होंने 1920 में चौथा स्थान प्राप्त करते हुए आईसीएस की परीक्षा पास कर ली।  1921 में भारत में बढ़ती राजनीतिक गतिविधियों का समाचार पाकर बोस ने अपनी उम्मीदवारी वापस ले ली और  जून 1921 में मानसिक एवं नैतिक विज्ञान में ट्राइपास (ऑनर्स) की डिग्री के साथ स्वदेश वापस लौट आये। सिविल सर्विस छोड़ने के बाद वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के साथ जुड़ गए।

भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महानायक, आजाद हिन्द फौज के संस्थापक और जय हिन्द और ‘तुम मुझे खून दो मैं तुम्हे आज़ादी दूंगा’ का नारा देने वाले नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने अंग्रेजों से कई बार लोहा लिया, इस दौरान ब्रिटिश सरकार ने उनके खिलाफ कई मुकदमें दर्ज किए जिसका नतीजा ये हुआ कि सुभाष चंद्र बोस को अपने जीवन में 11 बार जेल जाना पड़ा। नेताजी सुभाषचन्द्र बोस 16 जुलाई 1921 को पहली बार, 1925 में दूसरी बार जेल गए थे ।

आजाद हिंद फौज की स्थापना टोक्यो (जापान) में 1942 में रासबिहारी बोस ने की थी लेकिन नेताजी सुभाष चंद्र बोस के रेडियो पर किए गए एक आह्वान के बाद रासबिहारी बोस ने 4 जुलाई 1943 को नेताजी सुभाष को इसका नेतृत्व सौंप दिया । नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने आज़ाद हिन्द फौज में ही एक महिला बटालियन भी गठित की, जिसमें उन्होंने रानी झांसी रेजिमेंट का गठन किया था और उसकी कैप्टन लक्ष्मी सहगल थी ।

उल्लेखनीय है कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने 30 दिसंबर 1943 को पोर्ट ब्लेयर की सेल्युलर जेल में पहली बार तिरंगा फहराया था।

नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने सिंगापुर में 1943 में 21 अक्टूबर के दिन आजाद हिंद फौज के सर्वोच्च सेनापति के रूप में स्वतंत्र भारत की प्रांतीय सरकार बनाई। इस सरकार को जापान, जर्मनी, इटली और उसके तत्कालीन सहयोगी देशों का समर्थन मिलने के बाद भारत में अंग्रेजों की हुकूमत की जड़े हिलने लगी थी।

महात्मा गांधी को राष्ट्रपिता कहकर संबोधित किया जाता है, लेकिन बहुत कम लोग इस बात को जानते हैं कि उन्हें यह उपाधि किसने दी थी? महात्मा गांधी को सबसे पहले नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने राष्ट्रपिता कहा था, बात 4 जून 1944 की है जब नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने सिंगापुर में एक रेडियो संदेश प्रसारित करते हुए महात्मा गांधी को पहली बार ‘राष्ट्रपिता’ कहकर संबोधित किया था।

पूर्व प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस को मरणोपरांत भारत रत्न देने का प्रस्ताव किया था। यहां तक कि इस संबंध में प्रेस विज्ञप्ति तक जारी कर दी गई थी।  तत्कालीन प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव ने 10 अक्टूबर 1991 को राष्ट्रपति आर वेंकटरमन को एक खत लिखा था। पूर्व प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव ने लिखा था, ‘भारत सरकार सुभाषचंद्र बोस के देश के लिए दिए अमूल्य योगदान और स्वतंत्रता आंदोलन में सक्रिय भागीदारी का सम्मान करते हुए उन्हें मरणोपरांत देश का सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न देने का प्रस्ताव करती है’भारत सरकार ने इसके लिए खास आयोजन करने का सुझाव दिया था । इसके बाद नरसिम्हा राव ने राष्ट्रपति वेंकटरमन को एक और खत लिखा । उसमें कहा गया था कि अच्छा होगा अगर नेताजी को भारत रत्न देने का ऐलान 23 जनवरी को किया जाए. इस दिन सुभाषचंद्र बोस का जन्मदिन भी है । नरसिम्हा राव ने लिखा था कि मेरा दफ्तर इस बारे में निरंतर आपसे संपर्क स्थापित करता रहेगा

मेरा मानना है कि हमें नेताजी सुभाष चंद्र बोस जी के बताए हुए मार्ग पर चलना चाहिए। जब तक हम उनकी दी गई शिक्षाओं को नहीं अपनाते तब तक हमारा जीवन अधूरा है। नेताजी सुभाष चंद्र बोस देश के ऐसे महानायकों में से एक हैं जिन्होंने आजादी की लड़ाई के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया। 

स्वतंत्रता संग्राम के अग्रणी नेता सुभाष चन्द्र बोस लोगों के प्रेरणास्त्रोत रहे हैं। मेरा यह मानना है कि नेताजी आज भी हमारे दिलों में बसते हैं। देश को आजादी दिलाने में नेताजी सुभाष चंद्र बोस के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। आज के युवाओं को भी उनके पद चिन्हों पर चलते हुए देश सेवा में अपना योगदान करना चाहिए।     

लेखक: युद्धवीर सिंह लांबा, रजिस्ट्रार, दिल्ली टेक्निकल कैंपस, बहादुरगढ़.

Team of Dacoits nabbed in time by Chandigarh Police

Chandigarh Police achieved a major success when the Police Staff of Police Station Sector-39, under the supervision of Inspector Amanjot Singh SHO/PS-39, Chandigarh arrested six dacoits along with six stolen Bullet motorcycles on 20.01.2020 from them while they were planning to loot the Petrol Pump of Sector 39 Chandigarh and FIR No. 21 dated 20.01.2020 U/S 399,402 IPC registered at PS-39.

Profile of accused persons:-

  1. Hardeep @ Deep S/o Ram Singh R/o Village Lang Distt.  Patiala Punjab Age-22 years. Occupation:- Labourer, Qualification: – 10th Pass, , Mother House wife, Father expired, One brother and one sister.
  2. Kavi Singh S/o Madanpal Singh R/o Vill. Bhagomajra Distt SAS Nagar Mohali Age-21 years. Occupation: – Photographer,  Qualification: – 10th Pass, Mother House wife, Father labourer three brothers and two sisters.
  3. Balihar Singh S/o Balbir Singh R/o Vill. Rorkee Distt SAS Nagar Mohali Punjab Age 19 years. Occupation:- Auto Driver, Qualification-9th pass, Mother House wife, Father Driver, Three brothers and two sisters.
  4. Sharanjit Singh S/o Sampuran Singh R/o Vill. Mote Majra SAS Nagar Mohali Punjab Age 19 years Occupation:-Student Qualification:- BCA 1st year from Quest college Jhanjari. Mother House wife Father Driver. One brother and two sisters.
  5.  Santy Kumar S/o Joginder Singh R/o Vill. Shampur PS Sohaan Distt Mohali Age 19 years. Occupation:- Labour, Qualification-10th Fail mother house wife father Milk dairy, Two brothers
  6. Baljinder Singh @ Happy S/o Malkiat Singh R/o Vill. Bhagomajara PS Sohana Distt Mohali Age 21 years Occupation:- Labour, Qualification 12th pass, Mother House wife, Father:- Taxi Driver, Two Brothers and one sister.

Accused Baljinder Singh also found involved in Case FIR No. 214 dt 10.7.19 U/s 379,411-IPC PS-17 in MV Theft case.

Modus Operandi: –    All accused are drug addicts and to fulfill their urge of drugs they started committing thefts and after stealing these bikes they use to sell it to the innocent people living in villages on the pretext that they are selling these bikes on a cheaper rate as compared to the market rates. They use to promise these innocent buyers that they will provide the NOC later and will receive the remaining amount at the time of handing over the NOC. The gang has stolen more than 70 Two wheelers from Chandigarh and Punjab and further sold it in different villages of Patiala, Khanna, Ludhiana, Fatehgarh and Mohali. Out of these 70 bikes already 34 bikes have been recovered in Police Station 39 and were taken in police possession U/s 102 Cr.P.C.

Further Investigation:-

                    All the Accused were produced before the Hon’ble Court and their two (02) days Police Remand was obtained. During the investigation and further interrogation of the accused Kavi Singh one Activa No.  TS08GF0403  of case FIR No.20 dated 20.01.2020 U/S 379 IPC PS-39, Chandigarh was recovered from another gang member namely Azadvinder Singh @ Harman S/o Jagdish Singh VPO Chhatbir Distt. Mohali Punjab.  On 21.01.2020 on the disclosure statement of the accused Baljinder @ Happy Seven (07) two wheelers recovered from Jungle Area Sector 55 Chandigarh, On the disclosure statement of accused Kavi Seven (07) two wheelers recovered from 66KV electricity Grid Sector 56 A Chandigarh and on 22.01.2020 on the disclosure statement of accused Balihar @ Daman eleven (13) two wheelers were recovered from jungle area Sector-40/C, Chandigarh.

Important aspects:-

                   During interrogation of the accused Kavi an important aspect emerged that accused used to be a three wheeler driver and use to run auto from south division till Kharar and while in this profession Kavi came in contact with one girl and they became friendly and later the father of the girl made a complaint against Kavi in one of the Police Station in Mohali where the matter was later compromised and from then Kavi started giving information to the Police regarding the drug suppliers and Boot-lagers, he used to stand outside the wine shops and whenever someone picks up liquor in huge quantity he use to inform the Police and in lieu of this information he use to get incentives from the Police. Later after getting to know the Police department well he himself started committing a crime and further attached more people with him and his is how he has made his gang.

Recent Achievements:-

                   In the recent past Chandigarh Police has achieved major success in Solving property crimes as in the month of December SHO/Police Station 36 arrested two burglars namely Shankar Thapa & Shyam Mandal and recovered the stolen property worth one Cr., In the beginning of January 2020 SHO/ PS 39 apprehended two vehicle lifters and from them 06 Cars and ten two wheelers were recovered the property were approximately of 50 lakhs and now again SHO/PS 39 has recovered a big haul of stolen bikes from the gang of seven persons and the property is approximately worth 50 lakhs.

The following Bullet Motorcycles recovered from the possession of accused at the time of their arrest.   

Sr no Engine No Chassis No Make Colour
1 U3K5C1KG097954 ME3V3K5C1KG992606 BULLET BLACK
2 U3K5C0HA223064 ME3U3KSCOHA223064` BULLET BLACK
3 B3KHCOAE827003 ME3V3K4COAE827003 BULLET BLACK
4 U3K5COGG110486 ME3UKCOGG110486 BULLET BLACK
5 U3K5C0HA228717 ME3UK5C0HA228717 BULLET BLACK
6 U3K5C0HH8827 ME3UK3K50HH378827 BULLET BLACK

Honda Activa

Sr no Number Engine No. Chassis No. Make Colour
  TS08GF0403 JF50ET7455021 ME43F50AJJT452707 ACTIVA GREY
Sr. no Number Engine No. Chassis No. Make Colour
  Without No. Plate U3KSCOFA646442 ME3U3K5COFA646442 BULLET BLACK
  Without No. Plate 03K5C ME3U3K5COE BULLET BLACK
  Without No. Plate U3S5C2JG201868 ME3U3S5C2J4238423 BULLET SILVER
  Without No. Plate U3K5C0GK149963 ME3U3K5COGK149963 BULLET BLACK
  PB65AM- 5778   ME3U3K5COGC22199 BULLET BLACK
  Without No. Plate U3K5C1JF767514 ME3U3K5C1JF325335 BULLET BLACK
  PB65AL4195 JLYCKG16933   PULSAR BLACK
  Without No. Plate BJYCJL13607 61761 PULSAR BLACK
  PB23R2200 HA10EREHK31506 MBLHA10BFEHK75586 SPLENDER PRO SILVER
  Without No. Plate HA10ERFHJ18687 MBLHA10BFIFHJ17673 HERO HONDA SILVER
  Without No. Plate FZRJE70412 MD2A76AZ34RE52821 PLATINA BLACK
  CH/1/T.2946 G3C7E0094862 ME1RG06JAG007007 YAHAMA BLUE
  UP16BF3627 JF50E83136468 ME4JF505EG8136485 ACTIVA BROWN
  Without No. Plate JF50E5217563 ME4JE5076H72174 ACTIVA WHITE
  Without No. Plate JF50CT4101293 ME4JF506AG7099144 ACTIVA RED
  CH03M-5506   ACTIVA SILVER
  CH03Z 4110 ACTIVA BLACK
  PB 18 J 6217 PASSION RED
  PB65 AT 7615 DISCOVER BLACK
  HR 08F 4382 HONDA BLACK
  DL 11 SA 2314   GLAMOUR RED
  PB 65AA 3827     HERO BLACK
  PB 27 E 2943 CT 100 BLACK
  PB 65 F 8553 DISCOVER BLACK
  PB 54 D 4387 HUNK BLACK
  Without No. Plate U3AK5C1JF40516 ME3U3K5C1J9340056 BULLET BLACK
  Without No. Plate HAIDEJDHGF8434 MBLHA10AMDHG27355 SPLENDOR BLACK

Accused were produced before the Hon’ble Court and their two (02) days Police Remand has been obtained.

Police Files, Chandigarh

Korel, CHANDIGARH – 22.01.2020

Two arrested for consuming liquor at public place

Two different cases U/S 68-1(B) Punjab Police Act 2007 & 510 IPC have been registered in PS-Mauli Jagran, Chandigarh against two persons who were arrested while consuming liquor at public place on 21.01.2020. Later he was released on bail.

Action against Gambling

Chandigarh Police arrested Vinod R/o # 6627/C, Sector-56, Chandigarh and Vijay Kumar R/o # 6543/C, Sector-56, Chandigarh while they were gambling on 21.01.2020. Total cash Rs. 550/- was recovered from their possession. In this regard, a case FIR No. 22, U/S 13-3-67 Gambling Act has been registered in PS-39, Chandigarh. Later they were bailed out. Investigation of the case is in progress.

Dowry

A lady resident of Chandigarh alleged that her husband & others resident of Distt. Jalandhar (PB) harassed her to bring more dowries. A case FIR No. 15, U/S 406, 498-A IPC has been registered in PS-Women, Chandigarh. Investigation of case is in progress.

A lady resident of Chandigarh alleged that her husband resident of Bijnour (UP) harassed her to bring more dowries. A case FIR No. 16, U/S 406, 498-A IPC has been registered in PS-Women, Chandigarh. Investigation of case is in progress.

MV Theft

A girl resident of Sector-48, Chandigarh reported that unknown person stole away complainant’s Activa Scooter No. CH01-AH-6659 from parking of Rose Garden Sector-16, Chandigarh on 21.01.2020. A case FIR No. 14, U/S 379 IPC has been registered in PS-17, Chandigarh. Investigation of case is in progress.

Niranjan Gautam R/o # 555, Samadhi Gate, Manimajra, Chandigarh reported that unknown person stole away complainant’s Alto car No HR49A-3316 from parking of RIMT World School, Manimajra, Chandigarh. A case FIR No. 12, U/S 379 IPC has been registered in PS-MM, Chandigarh. Investigation of case is in progress.

Theft

A lady resident of Zirakpur Mohali (PB) reported that unknown person stole away complainant’s MI-5 Mobile Phone from her pocket at Shashtri Market, Sector-22, Chandigarh on 21.01.2020. A case FIR No. 15, U/S 379 IPC has been registered in PS-17, Chandigarh. Investigation of case is in progress.

Attempt to commit culpable homicide

A case FIR No. 17, U/S 308 IPC has been registered in PS-11, Chandigarh on the statement of Vikas Nagpal R/o # 110, Sector-11A, Chandigarh against Akhilesh Mahajan who beaten & attacked on his mother Sushma Gupta at rented accommodation i.e. # 120, Sector-11A, Chandigarh on 21.01.2020. She got injured and admitted in PGI, Chandigarh. Alleged person has been arrested in this case. Investigation of the case is in progress.

जब छोटे-छोटे पड़ोसी मुल्कों में हैं नागरिकता रजिस्टर कानून! भारत में ही NRC का विरोध क्यों?

भारत में अवैध घुसपैठिए से किसको फायदा हो रहा है, ये घुसपैठिए किसके वोट बैंक बने हुए हैं। अभी हाल में पश्चिम बंगाल में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने दावा किया कि बंगाल में तकरीबन 50 लाख मुस्लिम घुसपैठिए हैं, जिनकी पहचान की जानी है और उन्हें देश से बाहर किया जाएगा। बीजेपी नेता के दावे में अगर सच्चाई है तो पश्चिम बंगाल में मौजूद 50 घुसपैठियों का नाम अगर मतदाता सूची से हटा दिया गया तो सबसे अधिक नुकसान किसी का होगा तो वो पार्टी होगी टीएमसी को होगा, जो एनआरसी का सबसे अधिक विरोध कर रही है और एनआरसी के लिए मरने और मारने पर उतारू हैं।

नयी दिल्ली

असम एनआरसी के बाद पूरे भारत में राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) बनाने की कवायद भले ही अभी पाइपलाइन में हो और इसका विरोध शुरू हो गया है, लेकिन क्या आपको मालूम है कि भारत के सरहद से सटे लगभग सभी पड़ोसी मुल्क मसलन पाकिस्तान, अफगानिस्तान, बांग्लादेश, नेपाल और श्रीलंका जैसे देशों में नागरिकता रजिस्टर कानून है।

पाकिस्तान में नागरिकता रजिस्टर को CNIC, अफगानिस्तान में E-Tazkira,बांग्लादेश में NID, नेपाल में राष्ट्रीय पहचानपत्र और श्रीलंका में NIC के नाम से जाना जाता है। सवाल है कि आखिर भारत में ही क्यों राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (NRC)कानून बनाने को लेकर बवाल हो रहा है। यह इसलिए भी लाजिमी है, क्योंकि आजादी के 73वें वर्ष में भी भारत के नागरिकों को रजिस्टर करने की कवायद क्यों नहीं शुरू की गई। क्या भारत धर्मशाला है, जहां किसी भी देश का नागरिक मुंह उठाए बॉर्डर पार करके दाखिल हो जाता है या दाखिल कराया जा रहा है।

भारत में अवैध घुसपैठिए से किसको फायदा हो रहा है, ये घुसपैठिए किसके वोट बैंक बने हुए हैं। अभी हाल में पश्चिम बंगाल में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने दावा किया कि बंगाल में तकरीबन 50 लाख मुस्लिम घुसपैठिए हैं, जिनकी पहचान की जानी है और उन्हें देश से बाहर किया जाएगा। बीजेपी नेता के दावे में अगर सच्चाई है तो पश्चिम बंगाल में मौजूद 50 घुसपैठियों का नाम अगर मतदाता सूची से हटा दिया गया तो सबसे अधिक नुकसान किसी का होगा तो वो पार्टी होगी टीएमसी को होगा, जो एनआरसी का सबसे अधिक विरोध कर रही है और एनआरसी के लिए मरने और मारने पर उतारू हैं।

बीजेपी नेता के मुताबिक अगर पश्चिम बंगाल से 50 लाख घुसैपठियों को नाम मतदाता सूची से हटा दिया गया तो टीएमसी प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के वोट प्रदेश में कम हो जाएगा और आगामी विधानसभा चुनाव में बीजेपी को कम से कम 200 सीटें मिलेंगी और टीएमसी 50 सीटों पर सिमट जाएगी। बीजेपी नेता दावा राजनीतिक भी हो सकता है, लेकिन आंकड़ों पर गौर करेंगे तो पाएंगे कि उनका दावा सही पाया गया है और असम के बाद पश्चिम बंगाल दूसरा ऐसा प्रदेश है, जहां सर्वाधिक संख्या में अवैध घुसपैठिए डेरा जमाया हुआ है, जिन्हें पहले पश्चिम बंगाल की वामपंथी सरकारों ने वोट बैंक की तरह इस्तेमाल किया।

ममता बनर्जी अब भारत में अवैध रूप से घुसे घुसपैठियों का पालन-पोषण वोट बैंक के तौर पर कर रही हैं। वर्ष 2005 में जब पश्चिम बंगला में वामपंथी सरकार थी जब ममता बनर्जी ने कहा था कि पश्चिम बंगाल में घुसपैठ आपदा बन गया है और वोटर लिस्ट में बांग्लादेशी नागरिक भी शामिल हो गए हैं। दिवंगत अरुण जेटली ने ममता बनर्जी के उस बयान को री-ट्वीट भी किया, जिसमें उन्होंने लिखा, ‘4 अगस्त 2005 को ममता बनर्जी ने लोकसभा में कहा था कि बंगाल में घुसपैठ आपदा बन गया है, लेकिन वर्तमान में पश्चिम बंगाल में वही घुसपैठिए ममता बनर्जी को जान से प्यारे हो गए है।

क्योंकि उनके एकमुश्त वोट से प्रदेश में टीएमसी लगातार तीन बार प्रदेश में सत्ता का सुख भोग रही है। शायद यही वजह है कि एनआरसी को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सबसे अधिक मुखर है, क्योंकि एनआरसी लागू हुआ तो कथित 50 लाख घुसपैठिए को बाहर कर दिया जाएगा। गौरतलब है असम इकलौता राज्य है जहां नेशनल सिटीजन रजिस्टर लागू किया गया। सरकार की यह कवायद असम में अवैध रूप से रह रहे अवैध घुसपैठिए का बाहर निकालने के लिए किया था। एक अनुमान के मुताबिक असम में करीब 50 लाख बांग्लादेशी गैरकानूनी तरीके से रह रहे हैं। यह किसी भी राष्ट्र में गैरकानूनी तरीके से रह रहे किसी एक देश के प्रवासियों की सबसे बड़ी संख्या थी।

दिलचस्प बात यह है कि असम में कुल सात बार एनआरसी जारी करने की कोशिशें हुईं, लेकिन राजनीतिक कारणों से यह नहीं हो सका। याद कीजिए, असम में सबसे अधिक बार कांग्रेस सत्ता में रही है और वर्ष 2016 विधानसभा चुनाव में बीजेपी पहली बार असम की सत्ता में काबिज हुई है। दरअसल, 80 के दशक में असम में अवैध घुसपैठिओं को असम से बाहर करने के लिए छात्रों ने आंदोलन किया था। इसके बाद असम गण परिषद और तत्कालीन राजीव गांधी सरकार के बीच समझौता हुआ। समझौते में कहा गया कि 1971 तक जो भी बांग्लादेशी असम में घुसे, उन्हें नागरिकता दी जाएगी और बाकी को निर्वासित किया जाएगा।

लेकिन इसे अमल में नहीं लाया जा सका और वर्ष 2013 में मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा। अंत में अदालती आदेश के बाद असम एनआरसी की लिस्ट जारी की गई। असम की राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर सूची में कुल तीन करोड़ से अधिक लोग शामिल होने के योग्य पाए गए जबकि 50 लाख लोग अपनी नागरिकता साबित नहीं कर पाए, जिनमें हिंदू और मुस्लिम दोनों शामिल हैं। सवाल सीधा है कि जब देश में अवैध घुसपैठिए की पहचान होनी जरूरी है तो एनआरसी का विरोध क्यूं हो रहा है, इसका सीधा मतलब राजनीतिक है, जिन्हें राजनीतिक पार्टियों से सत्ता तक पहुंचने के लिए सीढ़ी बनाकर वर्षों से इस्तेमाल करती आ रही है। शायद यही कारण है कि भारत में राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर जैसे कानून की कवायद को कम तवज्जो दिया गया।

असम में एनआरसी सुप्रीम कोर्ट की दखल के बाद संपन्न कराया जा सका और जब एनआरसी जारी हुआ तो 50 लाख लोग नागरिकता साबित करने में असमर्थ पाए गए। जरूरी नहीं है कि जो नागरिकता साबित नहीं कर पाए है वो सभी घुसपैठिए हो, यही कारण है कि असम एनआरसी के परिपेच्छ में पूरे देश में एनआरसी लागू करने का विरोध हो रहा है। लेकिन इसका मतलब यह कतई नहीं है कि भारत में राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर नहीं होना चाहिए। भारत में अभी एनआरसी पाइपलाइन का हिस्सा है, जिसकी अभी ड्राफ्टिंग होनी है। फिलहाल सीएए के विरोध को देखते हुए मोदी सरकार ने एनआरसी को पीछे ढकेल दिया है।

पूरे देश में एनआरसी के प्रतिबद्ध केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह कह चुके हैं कि 2024 तक देश के सभी घुसपैठियों को बाहर कर दिया जाएगा। संभवतः गृहमंत्री शाह पूरे देश में एनआरसी लागू करने की ओर इशारा कर रहे थे। यह इसलिए भी जरूरी है, क्योंकि देश के विकास के लिए बनाए जाने वाल पैमाने के लिए यह जानना जरूरी है कि भारत में नागरिकों की संख्या कितनी है। पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में, वहां के सभी वयस्क नागरिकों को 18 वर्ष की आयु तक पहुंचने पर एक यूनिक संख्या के साथ कम्प्यूटरीकृत राष्ट्रीय पहचान पत्र (CNIC) के लिए पंजीकरण करना होता है। यह पाकिस्तान के नागरिक के रूप में किसी व्यक्ति की पहचान को प्रमाणित करने के लिए एक पहचान दस्तावेज के रूप में कार्य करता है।

इसी तरह पड़ोसी मुल्क अफगानिस्तान में भी इलेक्ट्रॉनिक अफगान पहचान पत्र (e-Tazkira) वहां के सभी नागरिकों के लिए जारी एक राष्ट्रीय पहचान दस्तावेज है, जो अफगानी नागरिकों की पहचान, निवास और नागरिकता का प्रमाण है। वहीं, पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश, जहां से भारत में अवैध घुसपैठिए के आने की अधिक आशंका है, वहां के नागरिकों के लिए बांग्लादेश सरकार ने राष्ट्रीय पहचान पत्र (NID) कार्ड है, जो प्रत्येक बांग्लादेशी नागरिक को 18 वर्ष की आयु में जारी करने के लिए एक अनिवार्य पहचान दस्तावेज है।

सरकार बांग्लादेश के सभी वयस्क नागरिकों को स्मार्ट एनआईडी कार्ड नि: शुल्क प्रदान करती है। जबकि पड़ोसी मुल्क नेपाल का राष्ट्रीय पहचान पत्र एक संघीय स्तर का पहचान पत्र है, जिसमें प्रत्येक व्यक्ति के लिए विशिष्ट पहचान संख्या है जो कि नेपाल के नागरिकों द्वारा उनके बायोमेट्रिक और जनसांख्यिकीय डेटा के आधार पर प्राप्त किया जा सकता है।

पड़ोसी मुल्क श्रीलंका में भी नेशनल आइडेंटिटी कार्ड (NIC) श्रीलंका में उपयोग होने वाला पहचान दस्तावेज है। यह सभी श्रीलंकाई नागरिकों के लिए अनिवार्य है, जो 16 वर्ष की आयु के हैं और अपने एनआईसी के लिए वृद्ध हैं, लेकिन एक भारत ही है, जो धर्मशाला की तरह खुला हुआ है और कोई भी कहीं से आकर यहां बस जाता है और राजनीतिक पार्टियों ने सत्ता के लिए उनका वोट बैंक की तरह इस्तेमाल करती हैं। भारत में सर्वाधिक घुसपैठियों की संख्या असम, पश्चिम बंगाल, बिहार और झारखंड में बताया जाता है।

भारत सरकार के बॉर्डर मैनेजमेंट टास्क फोर्स की वर्ष 2000 की रिपोर्ट के अनुसार 1.5 करोड़ बांग्लादेशी घुसपैठ कर चुके हैं और लगभग तीन लाख प्रतिवर्ष घुसपैठ कर रहे हैं। हाल के अनुमान के मुताबिक देश में 4 करोड़ घुसपैठिये मौजूद हैं। पश्चिम बंगाल में वामपंथियों की सरकार ने वोटबैंक की राजनीति को साधने के लिए घुसपैठ की समस्या को विकराल रूप देने का काम किया। कहा जाता है कि तीन दशकों तक राज्य की राजनीति को चलाने वालों ने अपनी व्यक्तिगत राजनीतिक महत्वाकांक्षा के कारण देश और राज्य को बारूद की ढेर पर बैठने को मजबूर कर दिया। उसके बाद राज्य की सत्ता में वापसी करने वाली ममता बनर्जी बांग्लादेशी घुसपैठियों के दम पर मुस्लिम वोटबैंक की सबसे बड़ी धुरंधर बन गईं।

भारत में नागरिकता से जुड़ा कानून क्या कहता है?

नागरिकता अधिनियम, 1955 में साफ तौर पर कहा गया है कि 26 जनवरी, 1950 या इसके बाद से लेकर 1 जुलाई, 1987 तक भारत में जन्म लेने वाला कोई व्यक्ति जन्म के आधार पर देश का नागरिक है। 1 जुलाई, 1987 को या इसके बाद, लेकिन नागरिकता संशोधन अधिनियम, 2003 की शुरुआत से पहले जन्म लेने वाला और उसके माता-पिता में से कोई एक उसके जन्म के समय भारत का नागरिक हो, वह भारत का नागरिक होगा। नागरिकता संशोधन अधिनियम, 2003 के लागू होने के बाद जन्म लेने वाला कोई व्यक्ति जिसके माता-पिता में से दोनों उसके जन्म के समय भारत के नागरिक हों, देश का नागरिक होगा। इस मामले में असम सिर्फ अपवाद था। 1985 के असम समझौते के मुताबिक, 24 मार्च, 1971 तक राज्य में आने वाले विदेशियों को भारत का नागरिक मानने का प्रावधान था। इस परिप्रेक्ष्य से देखने पर सिर्फ असम ऐसा राज्य था, जहां 24 मार्च, 1974 तक आए विदेशियों को भारत का नागरिक बनाने का प्रावधान था।

क्या है एनआरसी और क्या है इसका मकसद?

एनआरसी या नैशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन बिल का मकसद अवैध रूप से भारत में अवैध रूप से बसे घुसपैठियों को बाहर निकालना है। बता दें कि एनआरसी अभी केवल असम में ही पूरा हुआ है। जबकि देश के गृह मंत्री अमित शाह ये साफ कर चुके हैं कि एनआरसी को पूरे भारत में लागू किया जाएगा। सरकार यह स्पष्ट कर चुकी है कि एनआरसी का भारत के किसी धर्म के नागरिकों से कोई लेना देना नहीं है इसका मकसद केवल भारत से अवैध घुसपैठियों को बाहर निकालना है।

एनआरसी में शामिल होने के लिए क्या जरूरी है? एनआरसी के तहत भारत का नागरिक साबित करने के लिए किसी व्यक्ति को यह साबित करना होगा कि उसके पूर्वज 24 मार्च 1971 से पहले भारत आ गए थे। बता दें कि अवैध बांग्लादेशियों को निकालने के लिए इससे पहले असम में लागू किया गया है। अगले संसद सत्र में इसे पूरे देश में लागू करने का बिल लाया जा सकता है। पूरे भारत में लागू करने के लिए इसके लिए अलग जरूरतें और मसौदा होगा।

एनआरसी के लिए किन दस्तावेजों की जरूरत है?

भारत का वैध नागरिक साबित होने के लिए एक व्यक्ति के पास रिफ्यूजी रजिस्ट्रेशन, आधार कार्ड, जन्म का सर्टिफिकेट, एलआईसी पॉलिसी, सिटिजनशिप सर्टिफिकेट, पासपोर्ट, सरकार के द्वारा जारी किया लाइसेंस या सर्टिफिकेट में से कोई एक होना चाहिए। चूंकि सरकार पूरे देश में जो एनआरसी लाने की बात कर रही है, लेकिन उसके प्रावधान अभी तय नहीं हुए हैं। यह एनआरसी लाने में अभी सरकार को लंबी दूरी तय करनी पडे़गी। उसे एनआरसी का मसौदा तैयार कर संसद के दोनों सदनों से पारित करवाना होगा। फिर राष्ट्रपति के दस्तखत के बाद एनआरसी ऐक्ट अस्तित्व में आएगा। हालांकि, असम की एनआरसी लिस्ट में उन्हें ही जगह दी गई जिन्होंने साबित कर दिया कि वो या उनके पूर्वज 24 मार्च 1971 से पहले भारत आकर बस गए थे।

क्या NRC सिर्फ मुस्लिमों के लिए ही होगा?

किसी भी धर्म को मानने वाले भारतीय नागरिक को CAA या NRC से परेशान होने की कोई जरूरत नहीं है। एनआरसी का किसी धर्म से कोई लेना-देना नहीं है। यह भारत के सभी नागरिकों के लिए होगा। यह नागरिकों का केवल एक रजिस्टर है, जिसमें देश के हर नागरिक को अपना नाम दर्ज कराना होगा।

क्या धार्मिक आधार पर लोगों को बाहर रखा जाएगा?

यह बिल्कुल भ्रामक बात है और गलत है। NRC किसी धर्म के बारे में बिल्कुल भी नहीं है। जब NRC लागू किया जाएगा, वह न तो धर्म के आधार पर लागू किया जाएगा और न ही उसे धर्म के आधार पर लागू किया जा सकता है। किसी को भी सिर्फ इस आधार पर बाहर नहीं किया जा सकता कि वह किसी विशेष धर्म को मानने वाला है।

NRC में शामिल न होने वाले लोगों का क्या होगा?

अगर कोई व्यक्ति एनआरसी में शामिल नहीं होता है तो उसे डिटेंशन सेंटर में ले जाया जाएगा जैसा कि असम में किया गया है। इसके बाद सरकार उन देशों से संपर्क करेगी जहां के वो नागरिक हैं। अगर सरकार द्वारा उपलब्ध कराए साक्ष्यों को दूसरे देशों की सरकार मान लेती है तो ऐसे अवैध प्रवासियों को वापस उनके देश भेज दिया जाएगा।

आभार, Shivom Gupta

आज का राशिफल

Aries

22 जनवरी 2020: कई दिनों से रुके काम भी पूरे हो सकते हैं‌. पारिवारिक संबंध मधुर रहेंगे‌. अपनी इमेज सुधारने का मौका भी आपको मिल सकता है‌. सोचे हुए काम पूरे हो सकते हैं‌. आपके लिए दिन उत्साहवर्धक है और मनोरंजन भी होता रहेगा‌. परिवार से जुड़े मामलों पर आपको ध्यान देना होगा‌. कुछ घरेलू उलझे हुए मामले सुलझ सकते हैं‌. शादीशुदा लोगों को सुख मिल सकता है‌. प्रेम बढ़ेगा‌. पुरानी बीमारियों में थोड़ा आराम मिल सकता है‌.

Taurus

22 जनवरी 2020: कारोबार में व्यस्तता रहेगी‌. कार्यक्षेत्र में सम्मान मिल सकता है‌. मेहनत से धन कमा लेंगे‌. जो काम पिछले कई दिनों से अधूरे पड़े थे, वे निपट सकते हैं‌. नए एग्रीमेंट या नए संबंध बनने की संभावना है‌. समय अच्छा है‌. कई क्षेत्रों में आप एक साथ सक्रिय भी रहेंगे‌. आगे बढ़ने के लिए आपको अपने जीवन में कुछ बदलाव करने पड़ सकते हैं‌. अविवाहित लोगों को रोमांस के अवसर मिल सकते हैं‌. यात्रा के भी योग हैं‌.

Gemini

22 जनवरी 2020: जल्दबाजी में कोई काम न करें‌. पैसों की स्थिति की चिंता करनी होगी‌. आपका फालतू खर्चा हो सकता है‌. नौकरी और बिजनेस में किसी बात को लेकर उलझनें बढ़ सकती हैं‌. पैसों के मामलों में सावधानी रखनी होगी‌. सेहत को लेकर लापरवाही न करें‌. ऑफिस या वर्क प्लेस पर तनावपूर्ण स्थिति बन सकती है‌. आज आप दोस्तों और परिवार की जरूरतों में फंस सकते हैं‌. पेट संबंधित रोग होने के योग बन रहे हैं‌.

Cancer

22 जनवरी 2020: नौकरी में परेशानी हो सकती है‌. रूटीन कामों में कुछ जोखिम हो सकता है‌. जिद करेंगे तो किसी से विवाद होने की संभावना है‌. ज्यादा सोच-विचार में समय न गंवाए‌. अचानक आपकी परेशानियां भी बढ़ सकती हैं‌. कामकाज में रुकावटें आने से आपका मूड खराब हो सकता है‌. दौड़-भाग रहेगी‌. कुछ मामलों में लोगों की मदद नहीं मिल पाएगी‌. सेहत में उतार-चढ़ाव आ सकते हैं‌. नींद की कमी रहेगी‌. सिरदर्द और आंखों में जलन हो सकती है‌.

Leo

22 जनवरी 2020: परिवार में सुख-शांति बढ़ेगी‌. कार्यक्षेत्र में नए एग्रीमेंट और समझौते होने की संभावना है‌. सामाजिक कामकाज में सम्मान मिल सकता है‌. किसी अच्छे दोस्त से मुलाकात के योग बन रहे हैं‌. आपका ध्यान किसी दूर स्थान पर ज्यादा रहेगा‌. ऑफिस में कोई व्यक्ति गुप्त रूप से आपकी मदद कर सकता है‌. रोमांस के अच्छे अवसर मिलने के योग हैं‌. पार्टनर आपको आर्थिक मदद कर सकता है‌. आज आप साथ काम करने वाले की तरफ आकर्षित हो सकते हैं‌.

Virgo

22 जनवरी 2020: कारोबार बढ़ेगा‌. अपने से निचले स्तर के कर्मचारियों से सहयोग मिलेगा‌. आपकी मुलाकात खास लोगों से हो सकती है‌. आपको नियमित कामकाज से कुछ समय के लिए छुटकारा मिल सकता है‌. आपकी ज्यादातर परेशानियां खत्म होने के योग हैं‌. जिस काम को आप अधूरा समझ रहे हैं, वह पूरा हो जाएगा‌. बड़े लोगों से सहयोग मिल सकता है‌. आपको फायदा भी हो सकता है‌. दिन थकान भरा रहेगा‌. आराम करें नहीं तो परेशानी हो सकती है‌.

Libra

22 जनवरी 2020: नौकरी और बिजनेस में लाभ की संभावना बन रही है‌. आपके लिए दिन अच्छा रहेगा‌. विशेष लाभ व उन्नति के लिए आज आपको कुछ ज्यादा ही कोशिशें करनी पड़ सकती है, लेकिन आप सफल भी हो सकते हैं‌. आपके किए गए काम किस्मत की मदद से पूरे हो सकते हैं‌. अपने फायदे की चिंता जरूर करें‌. दूसरों को नाराज किए बिना चतुराई से काम करें‌.लव पार्टनर पर खर्चा ज्यादा हो सकता है‌. लवर या जीवनसाथी पर गुस्सा न करें‌. किसी पर अपनी भावनाएं जबरदस्ती न थोपें‌.

Scorpio

22 जनवरी 2020: बिजनेस में फायदा कम ही होगा‌. ट्रांसफर के योग बन रहे हैं‌. कोई नया काम शुरू न करें‌. आपके लिए दिन थोड़ा टफ हो सकता है‌. कार्यक्षेत्र की स्थितियां आपका ध्यान भटका सकती हैं‌. आज आपका मन फालतू कामों में ज्यादा रहेगा‌. सोचे हुए काम पूरे नहीं होने से आप का मूड भी खराब हो सकता है‌. अविवाहित लोगों के प्रेम संबंधों में तनाव हो सकता है‌. पार्टनर का मूड ठीक नहीं रहेगा‌.

Sagittarius

22 जनवरी 2020: रोजमर्रा के काम पूरे होने के योग हैं‌. आपके काम बनते चले जाएंगे‌. सोच-समझकर फैसले लेने से ही फायदा हो सकता है‌. पैसों की स्थिति में अच्छे खासे बदलाव के मौके मिल सकते हैं‌. परिवार, समाज में आपका महत्व बढ़ेगा‌. प्रेम संबंधों में सफलता मिलेगी‌. जीवनसाथी के साथ आपके संबंध और गहरे हो सकते हैं‌. पार्टनर के साथ आज अच्छा समय बीतेगा‌. सेहत में उतार-चढ़ाव आने की संभावना है‌. भोजन में मसालेदार चीजों का उपयोग न करें‌.

Capricorn

22 जनवरी 2020: नए सौदे आज न करें तो ही अच्छा है‌. पैसा भी रुक सकता है‌. दिन की शुरुआत ठीक नहीं रहेगी‌. न चाहते हुए भी पैसा खर्चा हो सकता है‌. परिवार के लोग आपको किसी कठिन स्थिति में डाल सकते हैं‌. आज आप अपनी प्लानिंग गुप्त रखें‌. किसी से शेयर नहीं करें‌. रिश्तों के क्षेत्र में भी कुछ कठिन स्थितियां बन सकती हैं‌. वाद-विवाद में उलझ सकते हैं‌. कामकाज में सुस्ती का माहौल रहेगा‌. सिर और पेट दर्द हो सकता है‌. भोजन में सावधानी रखें‌.

Aquarius

22 जनवरी 2020: आर्थिक तंगी खत्म होगी‌. इनकम और खर्चा बराबर रहेगा‌. ऑफिस में अधिकारियों से सहयोग मिलेगा‌. कार्यक्षेत्र में आप पूरी ताकत से काम निपटा लेंगे‌. आर्थिक तंगी खत्म हो सकती है‌. अचानक धन लाभ हो सकता है‌. अच्छे लोगों की संगति से फायदा हो सकता है‌. संतान से कोई अच्छी खबर मिलने के योग हैं‌. कोशिशों से समस्याएं सुलझा लेंगे‌. आज आप किसी खास नतीजे के इंतजार में धैर्य रखेंगे तो खुश होंगे‌.

Pisces

22 जनवरी 2020: बिजनेस न बढ़ाएं तो ही अच्छा है‌. जो जैसा चल रहा है चलने दें‌. महंगी चीजों की खरीददारी हो सकती है‌. आज आप कोई नया और बड़ा डिसीजन न लें तो ही अच्छा रहेगा‌. सावधानी रखें‌. पैसा खर्च करने में आप बहुत चतुराई से काम लेंगे‌. लव लाइफ के मामले में आपके लिए दिन अच्छा है‌. थकान और नींद की कमी से परेशानी हो सकती है‌.

आज का पंचांग

विक्रमी संवत्ः 2076, 

शक संवत्ः 1941, 

मासः माघ़, 

पक्षः कृष्ण पक्ष, 

तिथिः त्रयोदशी रात्रि 01.49 तक है, 

वारः बुधवार, 

नक्षत्रः मूल रात्रि 12.20 तक है, 

योगः व्यातिपात रात्रि 03.40 तक, 

करणः गर, 

सूर्य राशिः मकर, 

चंद्र राशिः धनु, राहु कालः दोपहर 12.00 बजे से 1.30 बजे तक, 

सूर्योदयः 07.18, 

सूर्यास्तः 05.47 बजे।

नोटः आज प्रदोष व्रत है।

विशेषः आज उत्तर दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर बुधवार को राई का दान, लाल सरसों का दान देकर यात्रा करें।

‘राष्ट्रीय मतदाता दिवस’ पर 25 जनवरी को पंचकुला में राज्य स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन होगा

सारिका तिवारी, चंडीगढ़, 20 जनवरी-

भारत निर्वाचन आयोग के निर्णयानुसार आयोग के स्थापना दिवस को ‘राष्ट्रीय मतदाता दिवस’ के रूप में मनाने के दृष्टिगत 25 जनवरी, 2020 को हरियाणा के पंचकूला में राज्य स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा, जिसमें हरियाणा के राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य मुख्यातिथि होंगे।
हरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी अनुराग अग्रवाल ने इस संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि ‘राष्ट्रीय मतदाता दिवस’ पर पंचकूला के सेक्टर-1 स्थित रेड बिशप में आयोजित होने वाले राज्य स्तरीय समारोह का थीम ‘इलेक्टॉरल लिटरेसी फॉर स्ट्रॉन्गर डैमोक्रेसी’ होगा। राज्यों के सभी नागरिकों से अपील है कि 25 जनवरी, 2020 को राज्य स्तरीय, जिला स्तरीय या अपने मतदान केंद्र पर मनाए जाने वाले इस राष्ट्रीय मतदाता दिवस के समारोह में शामिल होकर कार्यक्रम की गरिमा बढ़ाते हुए राष्ट्रीय हित के इस कार्यक्रम को सफल बनाने में अपना सहयोग प्रदान करें।
उन्होंने बताया कि इस दिन राज्य तथा जिला स्तर पर स्कूल और कॉलेज के विद्यार्थिर्यों द्वारा रंगारंग कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा व विभाग द्वारा करवाई गई रंगोली, भाषण, निबंध, पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कार भी दिए जाएंगे।
उन्होंने बताया कि इस बार लोकसभा आम चुनाव व हरियाणा विधानसभा आम चुनाव-2019 में उत्कृष्ठ कार्य करने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों को भी सम्मानित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि आयोग के स्थापना दिवस यानि 25 जनवरी, 1950 को ‘राष्ट्रीय मतदाता दिवस’ घोषित किया गया था। यह दिवस प्रत्येक वर्ष 25 जनवरी को मतदान केंद्र स्तर से लेकर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र, जिला राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर मनाया जाता है ।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि 1 जनवरी, 2020 को अर्हता तिथि मानते हुए मतदाता सूचियों के संक्षिप्त पुनरीक्षण प्रोग्राम 10 फरवरी, 2020 से आरंभ होने जा रहा है, इसके अंतर्गत मतदाता सूची में नाम दर्ज करवाने, मतदाता सूची में त्रुटि ठीक करवाने तथा मतदाता सूची में नाम हटवाने इत्यादि सभी कार्य किए जाएंगे। उन्होंने प्रदेश के नागरिकों से अपील की है कि पात्र नागरिक इस अभियान के दौरान मतदाता सूची में पंजीकरण अवश्य करवाएं। इसके अतिरिक्त नागरिक किसी भी कार्यदिवस को संबंधित पंजीयन अधिकारी, जिला निर्वाचन अधिकारी के कार्यालयों में प्रचलित मतदाता

हरियाणा सरकार ने कालेजों के सभी कर्मचारियों का पूर्ण विवरण एक सप्ताह के भीतर मांगा

सारिका तिवारी, चंडीगढ़, 20 जनवरी-

हरियाणा के सरकारी कालेजों में सेवारत सभी कर्मचारियों का एक सप्ताह के अंदर-अंदर पूर्ण विवरण उच्चतर शिक्षा निदेशालय, पंचकूला को अनिवार्य रूप से भिजवाना होगा।
उच्चतर शिक्षा निदेशालय के एक प्रवक्ता ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि उच्चतर शिक्षा विभाग के निदेशक ने राज्य के सभी सरकारी कालेजों के प्राचार्यों को निर्देश दिए हंै कि उनके कालेज में सेवारत श्रेणी-एक से लेकर श्रेणी-4 तक के सभी कर्मचारी (नियमित/अनुबंध) बारे सूचना उपलब्ध करवाई जाए।

यह सूचना विभाग की वैबसाइट पर अपलोड प्रोफार्मा में एक सप्ताह के अंदर-अंदर निदेशालय को डाक/ई-मेल hechryadmn@gmail.com के माध्यम से निदेशालय को उपलब्ध जाएँ

You can stall him but you cannot stop him: AAP

Delhi chief minister Arvind Kejriwal faced a hurdle even before he officially became a candidate for the Delhi elections. The AAP chief had to wait for hours before he could file his nomination papers.

  • Given token no. 45, Arvind Kejriwal waits to file nomination
  • AAP MLA says dozens without proper nomination papers causing delay
  • Glad so many people participating in democracy: Kejriwal

It’s a photo likely to launch a meme or two: a grim-looking Arvind Kejriwal waiting in a crowded room for his turn to file nomination papers, bang on the Tuesday deadline. Holding token number 45, Delhi Chief Minister Arvind Kejriwal was seen waiting to file his nomination for the New Delhi Assembly seat on Tuesday on the last day for filing nominations.

An AAP MLA said dozens of election candidates without proper nomination papers or enough proposers were refusing to let the Delhi chief minister file his papers — until they themselves were done, that is.

Greater Kailash MLA Saurabh Bharadwaj claimed around 35 candidates were causing the delay.

Delhi Deputy Chief Minister Manish Sisodia also accused the BJP of trying to stop Kejriwal from filing his nomination. Taking to Twitter he wrote, “BJP has sent 45 candidates to file their nominations before Arvind Kejriwal. The Election Commission is intentionally spending 30 minutes to 1 hour on those who don’t have all the papers, those who don’t have proposers — all so that Arvind Kejriwal can be stopped from filing his nomination.”

The chief minister himself tweeted about the long queue but framed his message rather differently.

“Waiting to file my nomination. My token no is 45. There are many people here to file nomination papers. Am so glad so many people participating in democracy,” Arvind Kejriwal said.

He later responded to Saurabh Bharadwaj’s tweet, saying he was “enjoying” waiting with the other candidates. Many of them were contesting for the time, he said, adding that the AAP should “hand-hold” them.

Arvind Kejriwal was able to file his papers after waiting for nearly seven hours at the Jamnagar House office of the Election Commission. AAP also announced the completion of the filing process with a tweet.

Kejriwal planned to file his papers on Monday but failed to reach the Election Commission office on time after holding a roadshow. The Aam Aadmi Party is bracing for what’s expected to be a tough contest with the BJP in next month’s assembly election.

Delhi goes to polls on February 8 and counting will take place on February 11. BJP has fielded Sunil Yadav against Kejriwal while Congress has fielded Romesh Sabharwal.