शरजील के खिलाफ गुवाहाटी क्राइम ब्रांच पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है, अलीगढ़ से गिरफ्तारी के लिए पुलिस पार्टी रवाना

“हमें हिन्दुओं का साथ नहीं चाहिए, सिर्फ़ मुस्लिम बिना हिन्दुओं की अनुमति के सब कुछ कर सकते हैं। 70 साल का इतिहास याद करो, संविधान फासिस्ट है। बार-बार मुस्लिमों को फेल करने वाला संविधान कभी भी मुसलमानों की आख़िरी उम्मीद नहीं हो सकता।” शरजील इमाम मुस्लिमों के भारत में रहने को मज़बूरी बताता है। क्यों? क्योंकि यहाँ मुस्लिमों का पूर्ण प्रभुत्व नहीं है, ऐसा उसे लगता है। तभी तो वो फेसबुक पर लिखता है कि मुस्लमान इस मज़बूरी में भारत में रह गया क्योंकि जामा मस्जिद और अजमेर शरीफ को झोले में पैक कर के पाकिस्तान नहीं ले जा सका। वो मानता है कि मुसलमानों ने भारत को नहीं चुना है क्योंकि उन्हें विकल्प ही नहीं दिए गए थे। बकौल शरजील, मुस्लिम अपनी ज़मीन-जायदाद के कारण पाकिस्तान नहीं गए वरना पूरे हैदराबाद को ले जाकर लाहौर के बगल में रख देते। उसका स्पष्ट मानना है कि मुस्लिम ‘देश से मोहब्बत’ के कारण भारत में नहीं रुके, वो दूसरे वजहों से रुके।

नई दिल्ली: नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और एनआरसी (NRC) के खिलाफ देशभर में जारी विरोध प्रदर्शनों के बीच एक बेहद आपत्तिजनक भाषण देकर जेएनयू (JNU) का छात्र शरजील इमाम बुरी तरह फंस चुका है. भड़काऊ बयान के मामले में शरजील के खिलाफ गुवाहाटी क्राइम ब्रांच पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है.

असम सरकार के मंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने संकेत देते हुए कहा था, ”दिल्ली में शाहीन बाग विरोध प्रदर्शन के मुख्य आयोजक शरजील ने कहा है कि असम को शेष भारत से काट दिया जाना चाहिए. असम सरकार ने इस देशद्रोही बयान का संज्ञान लिया है और उसके खिलाफ मामला दर्ज करने का फैसला किया है.”  

उधर, एक वकील और आरटीआई कार्यकर्ता विवेक गर्ग ने शरजील इमाम के खिलाफ आईपीसी और राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (NSA) के तहत एफआईआर दर्ज करने के लिए शिकायत दर्ज की है.  

उन्हें हमदर्द नहीं मान सकते

एक वायरल वीडियो में शरजील इमाम कहते हैं, ‘हम गैर-मुस्लिमों से बोले की अगर हमदर्द हो तो हमारी शर्तों पर आकर खड़े हों, अगर हमारी शर्तों पर आकर नहीं खड़े हो सकते तो उन्हें हमदर्द नहीं मान सकते.’

असम को काटना हमारी जिम्मेदारी

वीडियो में इमाम कहता है, ”मैंने बिहार में देखा, बिहार में बहुत सारी रैलियां हो चुकी हैं, हर रोज एक दो बड़ी रैली होती हैं, कन्हैया वाली रैली देख लीजिए 5 लाख लोग थे उसमें…अगर पांच लाख लोग हमारे पास ऑर्गेनाइज्ड हो तो हम हिंदुस्तान और नॉर्थ ईस्ट को परमानेंटली कट कर सकते हैं. परमानेंटली नहीं तो कम से कम एक महीने के लिए तो अलग कर ही सकते हैं. मतलब इतना मवाद डालो पटरियों पर कि उनको हटाने में एक महीना लग जाए.’ असम को काटना हमारी जिम्मेदारी है, असम और इंडिया कट कर अलग हो जाए तभी यह हमारी बात सुनेंगे.”

गिरिराज सिंह ने कहा गद्दार

जेएनयू छात्र के विवाद में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने लिखा है, ”यह कहते हैं सभी का खून है शामिल यहां की मिट्टी में..किसी के बाप का हिंदुस्तान थोड़ी है. इन गद्दारों की बात सुनकर कैसे मान लूं कि इनका खून शामिल है, यहाँ की मिट्टी में? कह रहा है असम को काट कर हिंदुस्तान से अलग कर देंगे.”   

इससे पहले संबित पात्रा ने शरजिल इमाम का वीडियो शेयर करते हुए लिखा, दोस्तों शाहीन बाग  (shaheen bagh) की असलियत देखें. पात्रा ने यह सवाल किया है कि क्या यह देशद्रोह नहीं है.

बाद में पात्रा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि शाहीन बाग की साजिश पूरे विश्व के सामने आ गया है. शाहीन बाघ को तौहीन बाग कहना चाहिए. शाहीन बाग में एंटी नेशनल बातें की गई. असम को भारत से आज़ाद करने की बात कही गई हैं. हालांकि demokraticfront.com इस वीडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं करता है.

CAA-NRC के दौरान पत्रकारों पर हुए घातक हमले

मीडियाकर्मियों पर हुए इन हमलों की संख्या केवल 12 तक ही सीमित नहीं हैं। यदि पाठकों को मीडियाकर्मियों पर हुए हमले से जुड़ी अन्य घटनाओं के बारे में पता है, तो वो हमें उन घटनाओं से अवगत करा सकते हैं। हम उन्हें इस लेख में जोड़कर इस लेख को अपडेट कर देंगे।

मीडिया को भारतीय लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ कहा जाता है, जिसकी भूमिका बेहद अहम है। ऐसे में मीडियाकर्मियों पर हमला इस ओर इशारा करता है कि देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था को बनाए रखने में कहीं न कहीं कुछ तो गड़बड़ है। लेकिन ये कर कौन रहा है? हाल के दौरान, CAA-NRC के ख़िलाफ़ देश में चल रहे हिंसक-प्रदर्शनों में आए दिन ऐसी ख़बरें सामने आईं, जहाँ पत्रकारों पर हमला कर दिया गया और उन्हें गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया।

इससे यह साफ़ पता चलता है कि पत्रकारों को निशाना बनाने का काम एक सोची-समझी रणनीति के तहत किया जा रहा है, जिससे फ़र्ज़ी ख़बरों को फैलाने वाले अराजक तत्व जनता के सामने सही ख़बर को लाने से रोक सकें।

हालिया मामला न्यूज़ नेशन के वरिष्ठ पत्रकार दीपक चौरसिया का है, जिन्हें शाहीन बाग में CAA के ख़िलाफ़ हो रहे विरोध-प्रदर्शन के दौरान कुछ गुंडों ने उनके साथ न सिर्फ़ बदसलूकी की बल्कि उनके साथ हाथापाई करते हुए उनका कैमरा तक तोड़ दिया। बता दें कि दीपक चौरसिया के साथ अभद्रतापूर्ण किया गया यह व्यवहार किसी पत्रकार के साथ पहली बार नहीं हुआ है। इस लेख में हम आपको उन 12 घटनाओं के बार में बताएँगे जहाँ पत्रकारों व उनकी टीम को निशाना बनाया गया। अप्रैल 2019 से अभी तक की इन 12 घटनाओं के बारे में क्रम से नीचे पढ़ें:

1. रिपब्लिक टीवी, इंडिया टुडे के पत्रकारों पर TMC के गुंडों ने बरसाई लाठियाँ, महिला पत्रकार को भी नहीं बख़्शा

2019 में लोकसभा चौथे चरण के चुनाव के दौरान जहाँ सारा देश लगभग शांति से मतदान कर रहा था, वहीं पश्चिम बंगाल से हिंसा और धांधली की खबरें आईं। इन खबरों को कवर करने गई रिपब्लिक टीवी ने बताया है कि इस दौरान TMC के गुंडों ने उन पर हमला किया गया। रिपब्लिक टीवी के अनुसार, उनकी पत्रकार शांताश्री, अपने साथी पत्रकार के साथ आसनसोल से रिपोर्टिंग कर रही थीं। 

पत्रकार शांताश्री, अपने साथी पत्रकार के साथ आसनसोल से रिपोर्टिंग कर रही थीं। वहाँ TMC के गुंडों ने लाठियों से उनकी कार पर हमला किया और खिड़की तोड़ दी। शांताश्री ने बताया कि वे भाजपा सांसद बाबुल सुप्रियो की कार के पीछे-पीछे चल रहे थे। अचानक से TMC के गुंडे भड़क गए और उन्होंने उन पर हमला कर दिया। ख़बर के अनुसार, जिन-जिन मीडिया वाहनों ने भाजपा नेता की कार का पीछा किया, उन्हें ही निशाना बनाया गया। गुंडों ने कथित तौर पर मीडियाकर्मियों को गालियाँ दीं और जब उन्हें रिपोर्ट करने की कोशिश की गई तो उनका पीछा किया गया। इससे पहले, TMC कार्यकर्ताओं ने कथित तौर पर आसनसोल में सुप्रियो की कार पर हमला किया था।

वहाँ TMC के गुंडों ने लाठियों से उनकी कार पर हमला किया और खिड़की तोड़ दी। शांताश्री ने बताया कि वे भाजपा सांसद बाबुल सुप्रियो की कार के पीछे-पीछे चल रहे थे। अचानक से TMC के गुंडे भड़क गए और उन्होंने उन पर हमला कर दिया। रिपब्लिक टीवी के चालक दल के अलावा, इंडिया टुडे के चालक दल और पत्रकार मनोग्य लोईवाल पर भी कथित तौर पर TMC के गुंडों द्वारा ही हमला किया गया।

2. मध्य प्रदेश: दिनदहाड़े पत्रकार पर जानलेवा हमला, कॉन्ग्रेस नेता गोविंद सिंह पर लगा आरोप, लिबरल गैंग मौन

मध्य प्रदेश के भिंड ज़िले में स्थानीय पत्रकार रीपू धवन से मारपीट की एक वीडियो सोशल मीडिया पर 30 सितंबर 2019) को वायरल हुआ। वीडियो में यह साफ़तौर पर दिखा कि दिनदहाड़े कुछ बदमाश पत्रकार को ज़मीन पर लिटाकर बेरहमी से लगातार मार रहे थे। पत्रकार लाचार ज़मीन पर पड़ा है और उस पर चारों ओर से लाठियाँ बरस रही थीं। पूरी घटना वीडियो कैमरे में कैद हो गई थी, लेकिन सभी हमलावर बदमाशों ने अपने मुँह पर कपड़ा बाँधा हुआ था। वहीं, पत्रकार का आरोप था कि उसपर ये हमला कॉन्ग्रेस नेता गोविंद सिंह के आदेश पर हुआ।

वीडियो वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर लोग आश्चर्य व्यक्त कर रहे हैं कि दिनदहाड़े पत्रकार के पीटे जाने के बाद भी बात-बे-बात पर शोर मचाने वाली लिबरल गैंग मौन है क्योंकि यहाँ शासन कॉंग्रेस का है, सत्ता में कमलनाथ और आरोपित कॉन्ग्रेस नेता गोविंद सिंह।

इससे पहले मध्य प्रदेश में कॉन्ग्रेस नेता का नाम जबलपुर में पत्रकार पर हुए हमले में भी आया था। जहाँ कॉन्ग्रेस नेता एवं बिल्डर सत्यम जैन और मयूर जैन ने पत्रकार आलोक दिवाकर पर जानलेवा हमला किया था और उन्हें बुरी तरह मारा था।

3. इसके मज़े लो: JNU में महिला पत्रकार के साथ बदसलूकी, गूँजा ‘हिन्दी मीडिया मुर्दाबाद’ का नारा

जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) लंबे समय से देश-विरोधी नारेबाजी आदि के लिए, नकारात्मक बातों के लिए ही चर्चा में रहती है। ज़ी न्यूज़ चैनल की एक महिला पत्रकार किसी मुद्दे पर जानकारी जुटाने के लिए विश्वविद्यालय के परिसर में पहुँची। इस दौरान उनके द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब देने की बजाय वहाँ मौजूद छात्र-छात्राओं ने उनके साथ न सिर्फ़ अभद्रतापूर्ण व्यवहार किया बल्कि मारपीट भी की। महिला पत्रकार बार-बार स्टूडेंट्स से उनके मसले के बारे में पूछती रही, लेकिन स्टूडेंट्स ने उनकी एक नहीं सुनी और उनके साथ बदतमीज़ी करते रहे।

जिस परिसर में महिला पत्रकार कुछ स्टूडेंट्स से सवाल करती नज़र आ रही थीं, वहाँ मौजूद छात्रों के झुंड में से कुछ ने यह कहकर फ़ब्तियाँ कस रहे थे कि ‘इन्हें घेरो मत, मजा लो’। इतना सुनने के बाद जब महिला पत्रकार ने उन शब्दों पर आपत्ति जताते हुए सवाल किया तो उनमें से एक छात्र ने कहा, “यहाँ सब आपका मज़ा ले रहे हैं।” महिला पत्रकार ने जब पूछा कि आप लोग यहाँ पढ़ाई करने आते हैं या मज़ा लेने आते हैं? इस सवाल के जवाब पर स्टूडेंट्स के झुंड ने एक साथ ‘हिन्दी मीडिया मुर्दाबाद’ के नारे लगाए और मीडियाकर्मियों को कैमरे बंद करने के लिए कहा।

4. झारखंड: कॉन्ग्रेस कैंडिडेट ने बूथ के बाहर लहराए हथियार, समर्थकों ने पत्रकारों को पीटा

झारखंड में विधानसभा चुनाव के पहले चरण की 13 सीटों पर 30 नवंबर 2019 को वोट पड़े। डाल्टनगंज के एक बूथ के बाहर कॉन्ग्रेस प्रत्याशी केएन त्रिपाठी का हथियार लहराते वीडियो सामने आया था। उनके समर्थकों और भाजपा प्रत्याशी आलोक चौरसिया के समर्थकों के बीच झड़प की खबर भी सामने आई। मीडिया ​रिपोर्टों के मुताबिक घटना को कैमरे में कैद कर रहे पत्रकारों की पिटाई भी त्रिपाठी समर्थकों ने की।

एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार पूर्वडीहा गॉंव में कॉन्ग्रेस नेता केएन त्रिपाठी त्रिपाठी के समर्थकों ने निजी चैनल के पत्रकार और कैमरामैन को पीट डाला। उनका कैमरा भी तोड़ दिया।

5. जामिया में प्रदर्शनकारी छात्रों की गुंडागर्दी, ABP की महिला पत्रकार के साथ बदसलूकी

जामिया मिलिया यूनिवर्सिटी के छात्रों का प्रदर्शन अब भी आक्रामकता के दौर से गुजर रहा था। 15 दिसंबर 2019 को छात्रों का विरोध-प्रदर्शन अचानक से हिंसक हो उठा, जब जामिया नगर से 4 बसों को जलाए जाने की ख़बर आई। कई मेट्रो स्टेशनों को बंद करना पड़ा, कई इलाक़ों में लम्बा ट्रैफिक जाम लगा और लोगों को ख़ासी परेशानी का सामना करना पड़ा। जामिया के छात्रों ने पत्रकारों को भी अपने चपेट में ले लिया था। यहाँ तक कि महिला रिपोर्टरों को भी नहीं बख्शा गया।

इस दौरान, एबीपी न्यूज़ की पत्रकार प्रतिमा मिश्रा लगातार छात्रों से पूछती रही थीं कि क्या यही उनका शांतिपूर्ण प्रदर्शन है, लेकिन छात्रों ने महिला रिपोर्टर को घेर कर उनके साथ बदतमीजी की और नारेबाजी शुरू कर दी। वो बार-बार पूछती रहीं कि आप एक महिला के साथ गुंडागर्दी क्यों कर रहे हैं लेकिन जामिया के प्रदर्शनकारी छात्र लगातार बदसलूकी करते रहे।

6. जामिया मिलिया के बाहर ANI पत्रकारों पर हमला, हॉस्पिटल भेजे गए: अन्य रिपोर्टरों से भी हो चुकी है बदसलूकी

नागरिकता सेशोधन क़ानून का विरोध कर रहे जामिया के छात्रों ने समाचार एजेंसी ANI के दो कर्मचारियों पर 16 दिसंबर, 2019 को दोपहर हमला कर दिया गया, जब वे जामिया मिल्लिया इस्लामिया के प्रदर्शनकारी छात्रों को कवर करने गए थे। ANI के पत्रकार और कैमरामैन पर हमला यूनिवर्सिटी के गेट नंबर-1 के पास हुआ। हमले में घायल हुए पत्रकार उज्जवल रॉय और कैमरामैन सरबजीत सिंह को होली फैमिली हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था।

नागरिकता विधेयक में संशोधन के खिलाफ चल रहे प्रदर्शन की नकली परतें उतर रहीं हैं, और असली चेहरा सामने आ रहा है। पहले ‘शांतिपूर्ण’ की परत उतरी, और प्रदर्शनकारियों ने पथरबाज़ी शुरू कर दी। फिर ‘सेक्युलर’ की परत उतरी, जब “हिन्दुओं से आज़ादी” के नारे लगे, और अपनी बात साबित करने के लिए (अंग्रेज़ी में कहें तो, टु ड्राइव होम ए पॉइंट) प्रदर्शन स्थल पर हुजूम ने नमाज़ पढ़ी, मुहर्रम की तरह नंगे बदन ‘मातम’ मनाने तथाकथित छात्र सड़क पर उतर पड़े। और अब ‘लोकतान्त्रिक’ का भी नकली मुलम्मा उतर कर गिर गया है, जब ‘लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ’ बताए जाने वाले मीडिया पर हमला हो रहा है। वह भी केवल इसलिए, क्योंकि मीडिया ने वह करने की ‘जुर्रत’ की, जो उसका काम है- लोगों का, प्रदर्शनों का सच कवर करना।

7. गिरफ़्तार हुआ पत्रकारों की पिटाई करने करने वाला कॉन्ग्रेस नेता, फरार होकर भी चला रहा था फेसबुक

राष्ट्रीय जनता दल (राजद) समेत कई विपक्षी दलों ने 21 दिसंबर 2019 को बिहार बंद का आयोजन किया था। उसी समय कॉन्ग्रेस के नेता आशुतोष शर्मा ने एक पत्रकार की न सिर्फ़ पिटाई की थी बल्कि कई अन्य मीडियाकर्मियों के साथ भी बदतमीजी की थी। उसने कई अख़बारों के पत्रकारों व फोटोग्राफरों की पिटाई की थी। कॉन्ग्रेस नेता ने पत्रकारों के कैमरे व अन्य उपकरणों को तो तोड़ ही डाला गया था साथ ही पत्रकारों के मोबाइल फोन को भी नहीं बख्शा था। साथ ही एक फोटोग्राफर का सिर फोड़ डाला था। इसके बाद वो कई दिनों तक फ़रार रहे।

फरारी के दौरान भी उसने अपने फेसबुक पेज पर अपना फोटो पोस्ट किया था। उससे पहले उसने न सिर्फ़ एक पत्रकार की पिटाई की थी बल्कि कई अन्य मीडियाकर्मियों के साथ भी बदतमीजी की थी। उसने कई अख़बारों के पत्रकारों व फोटोग्राफरों की पिटाई की थी। पत्रकारों के कैमरे व अन्य उपकरणों को भी तोड़ डाला गया था। पत्रकारों के मोबाइलों को भी नहीं बख्शा गया था। एक फोटोग्राफर का सिर फोड़ डाला गया था। आशुतोष पटना जिला ग्रामीण कॉन्ग्रेस का अध्यक्ष है।

8. ‘तेरी माँ की…’ गाली देने वाला है The Hindu का पूर्व जर्निलस्ट, रेप पीड़िता को भी कह चुका है K*tti, har*#zadi

जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) कैंपस में 5 जनवरी को नकाबपोश गुंडों ने धावा बोला और हॉस्टल में छात्रों को निशाना बनाया था। लाठी, पत्थरों और लोहे की छड़ों के साथ गुंडों ने हाथापाई, मारपीट और खिड़कियों, फर्नीचर सामानों में तोड़फोड़ की। इसी दौरान रिपब्लिक भारत के रिपोर्टर पीयूष मिश्रा भी रिपोर्टिंग करने वहाँ पहुँचे थे। वहाँ पर उपस्थित छात्रों के साथ ही फ्रीलांस जर्नलिस्ट अभिमन्यु सिंह उर्फ अभिमन्यु कुमार ने भी गाली-गलौच और बदसलूकी की। बता दें कि अभिमन्यु सिंह मीडिया संस्थान द हिन्दू, संडे गार्डियन में काम कर चुके हैं और फिलहाल ऑनलाइन पोर्टल जनता की आवाज के साथ जुड़े हुए हैं।

ऑपइंडिया की रिपोर्ट प्रकाशित होने के बाद हरियाणा की रहने वाली एक महिला मीना (बदला हुआ नाम) ने उनसे संपर्क किया था और आरोप लगाया था कि फ्रीलांस जर्नलिस्ट अभिमन्यु सिंह ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया और उन्हें ‘K*tti’ और ‘har*mzadi’ कहा।

9. रिपब्लिक के पत्रकार के साथ धक्का-मुक्की कर चुकी है वामपंथियों को कोचिंग देने वाली ‘इंडिया टुडे’ की तनुश्री

12 जनवरी 2020 को ऑपइंडिया ने ‘इंडिया टुडे’ के पत्रकार के वायरल वीडियो को लेकर एक ख़बर प्रकाशित की थी। उस वीडियो में देखा जा सकता था है कि पत्रकार तनुश्री पांडेय जेएनयू के सर्वर रूम में वामपंथी छात्रों को सिखाती हुई दिख रही थीं कि उन्हें कैमरे के सामने क्या बोलना है?

इसके बाद एक वीडियो सामने आया था कि ‘इंडिया टुडे’ की तनुश्री पांडेय जेएनयू छात्र संगठन की अध्यक्ष आईसी घोष के साथ मिल कर ‘रिपब्लिक टीवी’ के पत्रकार के साथ धक्का-मुक्की की थी। पत्रकार तनुश्री, वामपंथी छात्र नेता आईसी व अन्य वामपंथी छात्रों ने ‘रिपब्लिक टीवी’ के पत्रकार के साथ सिर्फ़ इसीलिए धक्का-मुक्की की थी क्योंकि उन्होंने कुछ सवाल पूछे थे। ये घटना नवंबर 20, 2019 की थी, जब जेएनयू में हॉस्टल फी बढ़ाने को लेकर हंगामा चल रहा था।

10. कॉन्ग्रेस नेता का बेहूदा रवैया: मेट्रो में सुरक्षकर्मियों को धमकी, महिला पत्रकार से बदसलूकी – वायरल हुआ Video

15 जनवरी 2020 को इंडियन एक्सप्रेस की पत्रकार तबस्सुम ने अपने ट्विटर पर मेट्रो स्टेशन पर हुए एक वाकये को शेयर किया था। अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा था, मेट्रो स्टेशन में घुसते ही उन्होंने किसी को यह कहते सुना था, “तुम जानते हो मैं पार्षद हूँ।” जब उन्होंने पास जाकर देखा तो वो कॉन्ग्रेस नेता विक्रांत चव्हाण थे। वो मेट्रो स्टाफ और सुरक्षाकर्मियों पर तेज आवाज में चिल्ला रहे थे और सुरक्षाकर्मी उन्हें शांत करने की कोशिश में जुटे थे।

इसके बाद तबस्सुम ने साजिद नाम के सुरक्षाकर्मी से पूछा कि आखिर हुआ क्या है? साजिद ने बताया,”ये पार्षद हैं, यही कारण है कि ये चिल्ला रहे हैं और किसी की सुन ही नहीं रहे।” कॉन्ग्रेस नेता का ऐसा रवैया देख, तबस्सुम ने हस्तक्षेप किया। उन्होंने बड़े आराम से चव्हाण को शांत हो जाने को कहा, लेकिन उनकी आवाज़ और तेज़ हो गई। वो पत्रकार को कहने लगे, “तू जा यहाँ से, मैं विक्रांत चव्हाण हूँ। पार्षद।” बस फिर क्या, तबस्सुम मे पूरे मामले की वीडियो बनानी शुरू कर दी। जिसे देखकर चव्हाण नाराज हो गए और तबस्सुम के हाथ पर मारकर वीडियो रोकने की कोशिश की।

11. CPI नेता अमीर जैदी ने टीवी डिबेट में दीपक चौरसिया को दी गाली, बताया भ*वा पत्रकार

“रंज की जब गुफ्तगू होने लगी आप से तुम तुम से तू होने लगी।” मशहूर शायर दाग दहलवी की ये शायरी तब प्रासंगिक नजर आई जब CPI के पार्टी प्रवक्ता अमीर हैदर ज़ैदी ने टीवी पर बहस के दौरान टीवी पत्रकार दीपक चौरसिया को ‘तू-ता’ कहकर गालियाँ देते नजर आए। इसके अलावा, CPI के पार्टी प्रवक्ता ने दीपक चौरसिया को गाली देते हुए उन्हें ‘भ*वा पत्रकार’ तक कह दिया था। इसके बाद वो इतने पर भी नहीं रुके और दीपक चौरसिया पर और भी आरोप लगाते हुए ज़ैदी उन्हें भ*वा कहते हुए भद्दी गालियाँ देते हुए उन्हें दोहराते रहे। हालाँकि, इस दौरान दीपक चौरसिया सिर्फ मंद-मंद मुस्कुराते हुए ज़ैदी के आरोप सुनते रहे।

इस निंदनीय घटना को दीपक चौरसिया ने ट्वीट करते हुए लिखा था, “जब किसी संगठन की वैचारिक तर्कशक्ति मर जाती है, तो वो गाली-गलौच पर आ जाता है! मुझे गाली देने से आपका स्वास्थ्य अच्छा होता है तो और दीजिए। लेकिन जैदी साहब, बच्चों के दिमाग में अपनी मानसिक कुंठा मत भरिए!”

12. अल्लाह हू अकबर के नारे लगाते हुए शाहीन बाग के गुंडों ने की पत्रकार दीपक चौरसिया से मारपीट, कैमरा भी तोड़ा

शाहीन बाग़ में चल रहे CAA-विरोधी प्रदर्शन में न्यूज़ नेशन के वरिष्ठ पत्रकार दीपक चौरसिया के साथ 24 जनवरी 2020 को वहाँ प्रदर्शन कर रहे गुंडों ने बदसलूकी की। यही नहीं, उनके साथ हाथापाई करने के बाद उनका कैमरा भी तोड़ दिया गया। इस दौरान सोशल मीडिया पर शेयर किए जा रहे वीडियो में धक्का-मुक्की कर रही भीड़ को अल्लाह हू अकबर के नारे लगाते भी सुना गया।

यह घटना तब हुई जब न्यूज़ नेशन के पत्रकार दीपक चौरसिया शाहीन बाग़ घटना को कवर करने गए थे। उन्होंने एक वीडियो के ज़रिए बताया था कि शाहीन बाग में प्रदर्शन के नाम पर कई असामाजिक तत्व हिंसा फैला रहे हैं। साथ ही न्यूज नेशन के कैमरामैन का कैमरा तोड़ दिया गया।

नोट: मीडियाकर्मियों पर हुए इन हमलों की संख्या केवल 12 तक ही सीमित नहीं हैं। यदि पाठकों को मीडियाकर्मियों पर हुए हमले से जुड़ी अन्य घटनाओं के बारे में पता है, तो वो हमें उन घटनाओं से अवगत करा सकते हैं। हम उन्हें इस लेख में जोड़कर इस लेख को अपडेट कर देंगे।

कोटा के ईदगाह इलाके में CAA व्रोध के नाम पर गुंडागर्दी ड्यूटी ASI ने भी पीड़ित पक्ष को धमका दिया

सीएए के खिलाफ देशव्यापी प्रदर्शन में कोटा में प्रदर्शनकारियों की गुंडागर्दी की तस्वीर सामने आई है. पिछले 14 दिनों से कोटा में ईदगाह इलाके में CAA के खिलाफ लगातार प्रदर्शन चल रहा था.

यहां देर रात प्रदर्शनकरियों के भेष में छिपे कुछ असामाजिक तत्वों ने गुंडागर्दी शुरु कर दी और वहां से गुजर रही एक कार को रोक लिया. प्रदर्शनकारियों ने कार सवार दो शिक्षकों के साथ मारपीट करते हुए उनकी कार में तोड़फोड़ कर दी.

जैसे-तैसे हाथ पैर जोड़कर अपनी जान बचा कर जब पीड़ित शिक्षक पंकज शर्मा और अंकुर गुप्ता सुबह किशोरपुरा थाने पहुंचे और बदमाशों के खिलाफ शिकायत दी तो ड्यूटी पर मौजूद ASI अब्दुल लतीफ ने भी पीड़ित पक्ष को धमका दिया और शिकायत न देने की सलाह दी. इसके बाद पीड़ित पक्ष ने अपने समर्थकों को थाने पर बुलवा लिया और देखते ही देखते थाने के बाहर हंगामा खड़ा हो गया.

पुलिस के आला अधिकरियों ने मामले की गंभीरता को देखते हुए अन्य थाने से पुलिस टीम को भेज कर पीड़ित पंकज शर्मा और अंकुर गुप्ता की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए प्रदर्शन के नाम पर गुंडागर्दी करने वाले बदमाशों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया.

साथ ही पीड़ित शिक्षकों ने किशोरपुरा थाने में एसपी सिटी के नाम पर ASI अब्दुल लतीफ के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने और धमकाने की शिकायत दी है. मामले पर ड्यूटी ऑफिसर राजवीर चौधरी के अनुसार आरोपी ASI अब्दुल लतीफ के खिलाफ मामला दर्ज किया जा रहा है. देश में लगातार इस तरह के मामले सामने आ रहे हैं, जब CAA-NRC के नाम पर गुंडागर्दी की तस्वीर आ रही है.

मामले पर अब कोटा पुलिस किसी भी कीमत पर शहर में ऐसी गुंडागर्दी को बर्दाश्त करने के मूड में नहीं है जो किसी के लिए महज एक राजनीतिक ईंधन हो और पूरे देश के लिए दहशत. 

SOCH Culminates with an Alumni Meet, Fashion Show and Performer’s Night

Korel,Chandigarh 25 January 2020

The School of Communication Studies, Panjab University, Chandigarh successfully concluded the two day media festival ‘SOCH: Think Out Of The Box’ with a Panel Discussion, Alumni Meet ‘REVIVER’, Fashion Show and a happening Performer’s Night on Saturday, 25th January.  

The second day of the festival started with an interactive Panel Discussion on the topic ‘Cyber Space: The Grassroot Media’. The eminent Media Personalities of the Panel Discussion include Ritesh Lakhi who worked as Senior Editor, News 18 Punjab, Haryana HP 2016 – 2019. He graduated from the department in 1999. He is also the Founding Director of University Institute of Media Studies, Chandigarh University, Mohali. “Print has survived, only the medium has changed. We need good storytellers.” He said focusing on the need of good journalists who are brilliant storytellers.  

Yojana Yadav is 1995 batch pass out who is a Senior News Editor with Hindustan Times, Chandigarh. She oversees the production of HT editions for states north of Delhi.”Newspapers have to and are reinventing themselves. Now a days all the major newspapers have a digital arm. Newspapers will always be known for their credibility.” Addressing the audience, Yogana Yadav said.

Chitleen Sethi moderated the Panel. She works as a Senior Associate Editor for ThePrint. She is an investigative journalist and has worked with the Tribune, the Indian Express and The Hindustan Times. She received the prestigious Ramnath Goenka Award for investigative journalism in 2010. Chitleen kept the diverse discussion on track with her well put inputs. She made sure that all the important  aspects of Print, Electronic and Online Media were covered. 

Manu Moudgil is an Independent Multimedia journalist with a focus on environmental issues who is also managing GoI Monitor, a website on policy issues and grassroots governance. “Newspapers these days are running fact checks on their front page. We need more voices to penetrate into the ground level.” He said, on the issue. 

Charanjit Singh is an alumnus of 1978-79 batch of the Department, who worked as a journalist, broadcaster, blogger, author, strategic communication and branding consultant, before founding his own PR consultancy in 1986, the first one in the northern region after Delhi.  

He is an executive coach certified by the International Coaching Federation. Having curated a number of professional and literary events, he is a visiting faculty to several Schools of Communications’ in the country. “My advice to the young budding writers and journalists is write. Write and polish your language. If you do that you will get a job anywhere in any media.” Chiranjit Singh said. 

Alumni from all over India marked their presence for the Panel discussion. Followed by the Panel discussion was an Alumni Open mic where the Alumni shared their innermost feelings about the department. An Alumni ramp walk topped the open mic. The faculty joined them in the ramp walk. Kharar MLA Kanwar Sandhu addressed the Alumni and the audience present. He is also an Alumnus of the department. The Vote of thanks was given by  Mr. Jayanth Pethkar, Associate Professor, School of Communication Studies. The Chairperson, School of Communication Studies, Sumedha Singh also extended a heartfelt thanks to everyone present. 

The evening started with a colourful Fashion show which saw Participation from eminent Universities of Northern India namely Kurukshetra University, Chandigarh University, Shoolini University and many others.

The Performance Night witnessed spellbinding performances by RJ Abhinav Mirchi 98.3, Saahir Banwait who is a rapper, actor and researcher. Singer Qnaal who also performed at the Performer’s night.

PRESIDENT POLICE MEDAL FOR MERITORIOUS SERVICE (PM)

25.01.2020

REPUBLIC DAY 2020

Name of Medal Name of Officer Photo
PRESIDENT POLICE MEDAL FOR MERITORIOUS SERVICE (PM) Sh. Sudesh Kumar, Assistant Sub Inspector   Presently posted at PS-Industrial Area

Shri Sudesh Kumar remained posted as MHC of various police stations and did excellent job for maintaining record which was appreciated by his senior officers during every inspection of Police Station. He used to assist the Station House Officer in the investigation of heinous offences to solve the murder and Rape cases. He was also a member SIT formed to enquiry a complaint made by Dolly Bindra against Radhe Maa. He passed SAAT of UN and on 23′ March, 2014 he, was deployed in United Nation Mission in Liberia. While he was in UN mission in Liberia, he was travelling in UN Helicopter flight no. UN161 from Monrovia to Barcleville which was crash landed. Sh. Sudesh Kumar being traumatized himself extracted the injured crew member (Flight Engineer). He shows his selfless act to help others and in doing-so putting his life in danger injuring him took out the injured Flight Engineer from the cockpit of crashed Helicopter. His swift action went a long way in ensuring the well being of the injured flight engineer. He also demonstrated his bravery, professional and courageous dedication to duty to ensure safety and security at the site of the incident as it was imminent risk of catching the fire and exploding. For this act, he was awarded with a Courageous Service Award by UN Police Commissioner, United Nations Mission in Liberia on 15th February, 2015.

Police Files, Chandigarh

Korel, CHANDIGARH – 25.01.2020

Dowry

A lady resident of Panchkula alleged that her husband & others resident of Sector 49, Chandigarh harassed her to bring more dowries. A case FIR No. 17, U/S 406, 498-A IPC has been registered in PS-Women, Chandigarh. Investigation of case is in progress.

Theft

Bhisham Panday R/o Room No. 36, MLA Hostel, Sector-4A, Chandigarh alleged that former employees Karan R/o # 37, Sector-10, Chandigarh and Arjun R/o # Gurunanak Gym Wali Gali, Adarsh Nagar, Naya Gaon, Mohali (PB) stole away compressor of AC and motor of ducting cooler from terrace of Booth No. 45, Sector-9D, Chandigarh on 24.01.2020. A case FIR No. 06, U/S 379 IPC has been registered in PS-03, Chandigarh. Alleged person have been arrested in this case. Investigation of case is in progress.

IT Act

          Dr. Vipul Aggarwal R/o # 541, Sector-11-B, Chandigarh reported that unknown person called to complainant regarding refund process from paytm and sent some links at registered his mobile number on 30.12.2020. Complainant was asked to share personal details to initiate refund process. Later, complainant received transactions messages of total Rs. 40,000/- from his SBI Accounts. A case FIR No. 19, U/S 420 IPC & 66C, 66D IT Act has been registered in PS-11, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

A lady resident of Chandigarh alleged that unknown person uploading her family photographs on facebook website without complainant’s knowledge and consent. A case FIR No. 14, U/S 66C IT Act has been registered in PS-Maloya, Chandigarh. Investigation of case is in progress.

Accident

A case FIR No. 25, U/S 279, 337 IPC has been registered in PS-39, Chandigarh on the complaint of a girl (pedestrian) resident of Sector 37D, Chandigarh against unknown driver of unknown car which was sped away after hitting to complainant near Sector 37/38/40/41 chowk, Chandigarh on 19.01.2020. Complainant got injured and admitted in hospital. Investigation of case is in progress.

Other case

A case FIR No. 11, U/S 135(1)(B), 135 (1)(D) Electricity Act 2003 has been registered in PS-36, Chandigarh on the complaint of SDO, Electricity Operations, Sub Division No.9, Sector-43, Chandigarh against Pal Singh R/o # 437, Village Kajehri, Chandigarh, who was using electricity through direct (Kundi) connection since his electricity meters had been disconnected. Investigation of case is in progress.

आज का राशिफल

Aries

25 जनवरी 2020: कुछ नए अनुभव हो सकते हैं. कई तरह की समस्याएं सुलझाने की कोशिश करेंगे और उसमें सफल होने की संभावना भी है. आज आप अपनी बात स्पष्ट रुप से कहने की कोशिश करें. दूसरों की बात भी उतने ही अच्छे से समझने की कोशिश करें. आज आप हर व्यक्ति और अपने कामकाज से कुछ सीखने की कोशिश करें. पारिवारिक संबंधों को मजबूत करने के लिए समय अच्छा है.

Taurus

25 जनवरी 2020: आपके लिए समय अच्छा हो सकता है. पैसों से जुड़े कुछ मामलों पर आपको ध्यान देना होगा. हर तरह की चुनौतियों के लिए तैयार रहें. नई बातें जानने के लिए आप उत्सुक हो सकते हैं. आज आप किसी को महत्वपूर्ण मामले में कारगर राय दे सकते हैं. पुराने किसी नुकसान की भरपाई हो सकती है. आज फ्री होकर काम करें . भाइयों, दोस्तों और साथ काम करने वालों से मदद मिल सकती है.

Gemini

25 जनवरी 2020: आज आप खुद की योजना पर भरोसा रखें. पैसों के मामलों में दिलचस्प ऑफर मिल सकते हैं. इन पर बहुत गंभीरता से विचार करें. ऑफिस और बिजनेस में आप दूसरों की देखादेखी कर सकते हैं. करियर, कॉन्टैक्ट्स और इमेज के लिए दिन अच्छा हो सकता है. किसी स्थान से पैसे मिलने का इंतजार रहेगा और पैसा मिल भी सकता है. जमीन-जायदाद से फायदे के योग बन रहे हैं. स्टूडेंट्स को प्रतियोगिताओं में सफलता मिल सकती है. महिलाओं के लिए दिन शुभ है. धन लाभ की भी संभावना है.

Cancer

25 जनवरी 2020: लोगों से संबंध बढ़ाने के लिहाज से दिन अच्छा है. करियर के बारे में संभावनाएं ज्यादा साफ होती जाएंगी. अपने कार्यक्षेत्र से जुड़ा कोई राज आज आपको पता चल सकता है. आपके प्रस्ताव भी ज्यादातर लोग मान सकते हैं. अपने काम और जिम्मेदारियों पर पूरा ध्यान दें. कामकाज और करियर में आपको बहुत कुछ नई बातें पता चल सकती हैं. करीबी लोगों से रिश्ते मजबूत हो सकते हैं. अचानक धन लाभ से आप खुश हो सकते हैं. परिवार में वातावरण अच्छा रहेगा. बिजनेस में प्रगति के योग हैं.

Leo

25 जनवरी 2020: अपने क्षेत्र में दूसरों से आगे निकलने के लिए आप बहुत उत्साहित हो सकते हैं. आप चाहे जितने भी व्यस्त रहें, घर-परिवार के लोगों से फोन पर कॉन्टैक्ट रखें. कुछ महत्वपूर्ण मामलों में अच्छी प्रगति होने की संभावना है. पैसा कमाने का कोई मौका भी आज आपको मिल सकता है. जिससे एक्स्ट्रा इनकम के योग हैं. कोई पार्ट टाइम काम भी आपको मिल सकता है. रोमांस और रिश्तों के मामले में स्थिति पहले से ठीक हो सकती है. मांगलिक कामों में शामिल होने के मौके मिल सकते हैं.

Virgo

25 जनवरी 2020: आपके लिए समय अच्छा कहा जा सकता है. पैसों से संबंधित परेशानी खत्म होने के योग बन रहे हैं. आज आपको किसी खास इंसान से सलाह या मदद भी मिल सकती है. कार्यक्षेत्र में आप काफी सक्रिय रहेंगे. आपके ज्यादातर मामले आसानी से सुलझ सकते हैं. किसी भरोसेमंद व्यक्ति से अपने मन की बात शेयर कर सकते हैं. समस्याओं का समाधान आसानी से मिलने की संभावना है. किसी बुजुर्ग व्यक्ति की मदद कर सकते हैं. ज्यादातर काम समय पर पूरे होने के योग बन रहे हैं. जमीन-जायदाद से फायदा हो सकता है.

Libra

25 जनवरी 2020: किसी खास काम को लेकर आप बहुत उत्साही हो सकते हैं. नए अनुभव मिल सकते हैं. पेशेवर लोगों से मुलाकात होने के योग हैं. जो भविष्य में आपका करियर बढ़ा सकते हैं. बिजनेस में कोई सौदा करना चाहते हैं, तो इस मामले में आपके लिए दिन अच्छा हो सकता है. आज आप दूसरों को अपनी बात आसानीसे समझने की कोशिश करेंगे. जो काम काफी दिनों से करने की सोच रहे थे, आज आप वो कर सकते हैं. करियर को आगे बढ़ाने की कोशिश सफल हो सकती है. धार्मिक कामों में भी आपकी रुचि बढ़ सकती है.

Scorpio

25 जनवरी 2020: कई चीजों को बेहतर ढंग से समझने में आपको मदद मिल सकती है. नई जानकारियां मिलेंगी. आपके पास हर बात का जवाब हो सकता है. अकेले ही सारा काम करने की इच्छा आपके मन में हो सकती है. लोग आपसे प्रभावित हो सकते हैं. पैसों से जुड़े कुछ नए मौके आपको मिल सकते हैं. समय आपके साथ रहेगा. आप किसी खास मामले में सही समय पर सही जगह मौजूद हो सकते हैं. इससे आप मौके का फायदा उठा सकते हैं.

Sagittarius

25 जनवरी 2020: कई चीजों को बेहतर ढंग से समझने में आपको मदद मिल सकती है. नई जानकारियां मिलेंगी. आपके पास हर बात का जवाब हो सकता है. अकेले ही सारा काम करने की इच्छा आपके मन में हो सकती है. कॉन्फिडेंस भी ज्यादा रहेगा. लोग आपसे प्रभावित हो सकते हैं. पैसों से जुड़े कुछ नए मौके आपको मिलसकते हैं. समय आपके साथ रहेगा. आप किसी खास मामले में सही समय पर सही जगह मौजूद हो सकते हैं. इससे आप मौके का फायदा उठा सकते हैं. विवादों में भी सफलता मिलने के योग बन रहे हैं.

Capricorn

25 जनवरी 2020: मौका मिले तो थोड़ा आराम कर लें. किसी योजना पर आप काम कर रहे हैं, तो पैसों की स्थिति में सुधार होने की संभावना बन रही है. जीवनसाथी के लिए कोई छोटा-मोटा गिफ्ट खरीद सकते हैं. निजी परेशानियां सुलझाने में भी सफलता मिलेगी. थोड़ा सोच-विचार और बातचीत करेंगे, तो सब सुलझ सकता है.लोगों से बातचीत करेंगे तो कई नए विचार आपके सामने आ सकते हैं. करियर में फायदा होने के योग बन रहे हैं. नई शुरुआत के लिए भी दिन अच्छा हो सकता है. कामकाज बेहतर ढंग से कर पाएंगे. बिजनेस में सफलता मिल सकती है.

Aquarius

25 जनवरी 2020: कोई कानूनी मामला है, तो उसके बारे में अच्छी खबर मिल सकती है. दोस्तों के साथ कामकाज के लिए प्लानिंग बन सकती है. लोगों के साथ तालमेल बनेगा और मुलाकात भी हो सकती है. गोचर कुंडली के कर्म भाव में चंद्रमा होने से आपको सफलता मिलने के योग बन रहे है. बहुत जल्दी ही आपको कोई यात्रा करनी पड़ सकती है. पुराने निवेश से फायदा होने के योग बन रहे है. ऑफिस में लोग आपकी तारीफ कर सकते हैं. समाज और परिवार में सम्मान मिलने के योग हैं. बड़े लोग आपसे खुश हो सकते हैं.

Pisces

25 जनवरी 2020: अपने विचार साफ तौर पर रखें. कारोबार में लोग आपसे सहमत होकर आपकी बात भी मान सकते हैं. ऑफिस और बिजनेस के मामले में सफलता वाला दिन हो सकता है. आप कोशिश करेंगे तो किसी खास व्यक्ति को प्रभावित करने में सफल हो सकते हैं. किसी भरोसेमंद दोस्त से मदद लेकर ही कोई काम करें. किसी के साथ अचानक होने वाली मुलाकात प्रेम संबंधों की शुरुआत करवा सकती है. आपका आत्मविश्वास बढ़ सकता है.

आज का पंचांग

विक्रमी संवत्ः 2076, 

शक संवत्ः1941, 

मासः माघ़, 

पक्षः शुक्ल पक्ष, 

तिथिः प्रतिपदा रात्रि 04.32 तक है, 

वारः शनिवार, 

नक्षत्रः श्रवण रात्रि 04.36 तक है, योगः सिद्धि रात्रि 02.15 तक, 

करणः किंस्तुघ्न, 

सूर्य राशिः मकर, 

चंद्र राशिः मकर, 

राहु कालः प्रातः 9.00 बजे से प्रातः 10.30 तक, 

सूर्योदयः 07.17, 

सूर्यास्तः 05.50 बजे।

विशेषः आज पूर्व दिशा की यात्रा न करें। शनिवार को देशी घी, गुड़, सरसों का तेल का दानदेकर यात्रा करें।

ममता राज में निकाय चुनावों में वापसी कर सकता है बैलट पेपर

दिल्ली (ब्यूरो)24/1/ 2020 :

 2021 के विधानसभा चुनाव से पहले अभी तीन महीने बाद ममता बनर्जी को बड़ी चुनावी बाधा का सामना करना है. दरअसल बंगाल की 125 नगरपालिकाओं में से 110 पर अप्रैल में निकाय चुनाव होने हैं. अब इसमें असल समस्‍या ये है कि ममता सरकार ये निकाय चुनाव ईवीएम के बजाय बैलट पेपर से कराने की पक्षधर है.

इस संबंध में म्‍युनिसिपल मामलों से जुड़े डिपार्टमेंट के प्रमुख सचिव ने राज्‍य चुनाव आयोग को पत्र लिखा है. इसके साथ ही अब ये मामला चुनाव आयोग के समक्ष पहुंच गया है. वैसे अभी तक ये आम परंपरा रही है कि इस तरह के चुनावों में आयोग राज्‍य सरकार के निर्णयों से सहमति जताता रहा है.

कारण

दरअसल लोकसभा चुनाव में ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस (TMC) खास प्रदर्शन नहीं कर पाई. राज्‍य की 42 लोकसभा सीटों में टीएमसी को 22 और बीजेपी को 18 सीटें मिलीं. बीजेपी को पहली बार बंगाल में इतनी बड़ी कामयाबी मिली. उसके बाद ममता बनर्जी ने आशंका जाहिर करते हुए कहा था कि ईवीएम मशीनों में छेड़खानी करके बीजेपी ने बंगाल में कामयाबी हासिल की. उन्‍होंने चुनावों बाद मांग भी की थी कि भविष्‍य के सभी चुनाव बैलट पेपर से कराए जाएं. दरअसल ममता बनर्जी का मानना है कि कंप्‍यूटर प्रोग्रामिंग के माध्‍यम से ईवीएम मशीनों में छेड़खानी की जा सकती है.

इनसाइड स्‍टोरी

यदि 2021 राज्‍य विधानसभा चुनाव ममता बनर्जी का फाइनल गेम है तो उससे पहले निकाय चुनाव उनके लिए सेमीफाइनल मैच की तरह है. ये इन चुनावों को लेकर इसलिए भी गंभीर हैं क्‍योंकि राज्‍य के विभिन्‍न जिलों में ये 110 नगरपालिकाएं फैली हुई हैं. इन चुनावों में बुरे प्रदर्शन का असर सीधे तौर पर अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों पर पड़ेगा. ममता को ये भी आशंका है कि ईवीएम से निकाय चुनाव होने पर केंद्र की बीजेपी सरकार इनमें छेड़खानी करा सकती है. इसलिए वह किसी प्रकार का कोई चांस नहीं लेना चाहतीं. हालांकि विशेषज्ञों का मानना है कि ईवीएम मशीनों में किसी प्रकार की छेड़खानी मुमकिन नहीं है.

आगे की राह

निकाय चुनावों के नियमों के मुताबिक राज्‍य चुनाव आयोग को राज्‍य सरकार के निर्देशों का अनुपालन करना होता है. ऐसे में ये आसानी से कहा जा सकता है कि अप्रैल में होने जा रहे निकाय चुनाव बैलट पेपर से होंगे. हालांकि 2014 में ये ईवीएम से हुए थे.

One Day National Conference On Crimes Against Women At UILS, PU

Korel, Chandigarh January 24, 2020

            A  National  Conference  was organized at  University  Institute  of  Legal  Studies (UILS ), Panjab University  by the  Legal  Aid  Society  in  collaboration  with  National  Commission  for  Women, here today. The  theme  of  the  conference  was  “Crimes  Against  Women: Issues  and  Remedies.” 

            Prof. Rattan Singh, Director, UILS  delivered  the  welcome  address  and  introduced  the  theme  of  the  conference.

            Prof. Nishtha Jaswal, Vice Chancellor Himachal Pradesh National Law University, Shimla was the Chief Guest and in  her  keynote  address, she  highlighted  the  need  to  start  making  a  change  for  the  smallest  unit  i.e.  an  individual  and  then  move  on  to  the  family, society  and  the  world  at  large.

            Prof. Pam Rajput (Professor Emeritus) stressed upon the need to bring changes to the curriculum to promote capacity building programs for girls. She also stressed for the need for a National Plan of Action to check crimes against women.             Around  150 papers  on  various  sub-themes such  as  sexual  harassment  of  women  at  workplace, trafficking  of  women, safety  of  women  in  conflict  areas,  were  received. A  total  participation  of  around  200  delegates  was  witnessed at  the  Conference. The  Conference  turned  out  to  be  an  appropriate  platform  for  discussing  women-related  issues  and  engaging  a  forward  looking  dialogue as  to  reducing  crimes  against  women.