पंचकुला के स्कूलों में ‘आपात द्वार’ को लेकर उच्चस्तरीय बैठक
राज राणा, पंचकूला, 31 जनवरी:
स्कूलों में आने व जाने के लिए दो गेटों एवं इमरजैंसी गेट के विषय में पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के निर्देशों को लेकर उपायुक्त मुकेश कुमार आहूजा ने सरकारी एवं निजि स्कूलों की एक बैठक ली। आहूजा ने कहा कि ज्यादातर शैक्षणिक संस्थानों में आने और जाने के लिए सिर्फ एक ही गेट हंै। कुछ स्कूल रिहायशी ईलाकों मेें हंै और छुट्टी के समय एक ही गेट होने से जाम की स्थिती बन जाती है। इसके साथ ही स्कूलों में प्राकृतिक एवं अन्य आपदाओं के समय में इमरजैंसी गेट की व्यवस्था भी नहीं होती है। संकटकाल के समय एक साथ बहुत सारे बच्चों को बाहर निकालने के लिए एक ही गेट काफी नहीं होता है ।
कई बार देखा जाता है कि जितना नुकसान आपदा से नहीं होता है उससे ज्यादा नुकसान तंग जगह और एक ही निकास द्वार में होने वाली भगदड़ से हो जाता है। इसलिए सभी शैक्षणिक संस्थान अपने संस्थान में आनेे व जाने के लिए अलग-अलग गेटो का होना सुनिश्चित करें, ताकि किसी आपदा के आने पर बच्चों को सुरक्षित निकालने के लिए उस गेट का प्रयोग किया जा सके और किसी जान-माल के नुकसान से बचा जा सके।उन्होंने बताया कि स्कूल बसों में देखने में आया है कि सीसीटीवी कैंमरे लगे हुए है पंरतु कैंमरे काम नहीं कर रहे हंै।
उन्होंने स्कूलों को निर्देश दिए कि वे बसों में सीसीटीवी कैंमरों को चैक करे और जिनमें कैंमरे नहीं चल रहे उन बसों में सीसीटीवी कैमरों का चलना सुनिश्चित करें। इस बारे में प्रशासन ज्यादा से ज्यादा टीमें बनाकर जिले के सभी स्कूलों बसों की गंभीरता से लगातार जाँच करेगा।उन्होंने टैªफिक पुलिस को भी निर्देश दिए कि दुर्घटनाओं से बचने के लिए सड़क और गलत जगह पर की गई वाहनो की पार्किंग पर भी सख्त कार्यवाही करें। ऐसे वाहनों के ज्यादा से ज्यादा चलान करें ताकि यातायात सुचारू रूप से चल सके और लोगों को यातायात के नियमों की पालना करने में कठिनाईयां ना आए और वे सड़क दुर्घटनाओं से बच सके।
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