इस बात से तो सब वाकिफ ही हैं कि मकर संक्रांति का दिन हिंदू धर्म में कितने मायने रखता है और साथ ही इस दिन किए जाने वाला दान, तप, स्नान व हवन उससे भी अधिक महत्व रखता है। कहते हैं कि इस दिन किसी पवित्र नदी में स्नान करना चाहिए और कुछ लोग तो पूरे माघ माह ही पवित्र नदियों में स्नान करते हैं। लेकिन जो लोग कहीं नहीं जा पाते व मन में ही भगवान का नाम लेकर नहाने के पानी में गंगा जल मिलाकर स्नान कर सकते हैं। शास्त्रों के अनुसार इस दिन सूर्यदेव की आराधना की जाती है और पूरे माघ महीने में उन्हें जल चढ़ाने से आरोग्यता का वरदान मिलता है। वहीं आज हम आपको एक ऐसे मंत्र के बारे में बताने जा रहे हैं, जिससे कि आपको सूर्य देव से आशीर्वाद मिल सकता है।
- मकर संक्रांति के दिन प्रातकाल स्नान के पश्चात तांबे के लोटे में शुद्ध जल भरकर उसमें लाल पुष्प, लाल चन्दन, तिल आदि डालकर ‘ॐ घृणि सूर्याय नमः’ मंत्र का जप करते हुए सूर्य को अर्घ्य देने से लाभ मिलेगा।
- माना जाता है कि अर्घ्य देते समय इंसान की दृष्टि गिरते हुए जल में प्रतिबिंबित सूर्य की किरणों पर होनी चाहिए।
- भविष्य पुराण के अनुसार सूर्यनारायण का पूजन करने वाला व्यक्ति प्रज्ञा, मेधा तथा सभी समृद्धियों से संपन्न होता हुआ चिरंजीवी होता है।
- ऐसा माना गया है कि अगर कोई व्यक्ति सूर्य की मानसिक आराधना भी करता है तो वह समस्त रोगों से रहित होकर सुखपूर्वक जीवन व्यतीत करता है।