न्यायमूर्तियों को न्याय नहीं

पिछले साल 12 जनवरी को जिस उद्देश्य से अभूतपूर्व संवाददाता सम्मेलन किया गया था उसकी पूर्ति नहीं हुई है. उसकी जगह सुप्रीम कोर्ट में न्यायाधीशों की नियुक्ति के लिये कॉलेजियम की कार्यप्रणाली समेत अन्य चिंताएं बढ़ी हैं : पूर्व सीजेआई आरएम लोढ़ा
बार काउन्सिल ऑफ इंडिया ने इसे ‘मनमाना’बताते हुए कहा कि इससे वैसे न्यायाधीश अपमानित महसूस करेंगे और उनका मनोबल गिरेगा जिनकी वरिष्ठता की अनदेखी की गई है

नई दिल्ली : केंद्र सरकार ने कई न्यायाधीशों की वरिष्ठता की अनदेखी को लेकर पैदा हुए विवाद को नजरअंदाज करते हुए बुधवार को दिल्ली हाईकोर्ट के जस्‍ट‍िस संजीव खन्ना की सुप्रीम कोर्ट  के न्यायाधीश के रूप में नियुक्ति कर दी. एक सरकारी अधिसूचना में कहा गया है कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कर्नाटक उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश दिनेश माहेश्वरी की भी शीर्ष अदालत के न्यायाधीश के रूप में नियुक्ति की. इन दो नियुक्तियों से शीर्ष अदालत में न्यायाधीशों की संख्या 28 हो गयी है. अब भी कोर्ट में तीन रिक्तियां हैं.

चीफ जस्‍ट‍िस रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाले पांच सदस्यीय सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने गत 11 जनवरी को न्यायमूर्ति माहेश्वरी और न्यायमूर्ति खन्ना को शीर्ष अदालत में पदोन्नत करने की सिफारिश की थी. जस्‍ट‍िस खन्ना की नियुक्ति ऐसे दिन में की गई है, जब उन्हें पदोन्नत करने की कॉलेजियम की सिफारिश के खिलाफ विरोध के स्वर और प्रबल हो गए. बार काउन्सिल ऑफ इंडिया ने इसे ‘मनमाना’बताते हुए कहा कि इससे वैसे न्यायाधीश अपमानित महसूस करेंगे और उनका मनोबल गिरेगा जिनकी वरिष्ठता की अनदेखी की गई है.

सुप्रीम कोर्ट के एक वर्तमान न्यायाधीश संजय किशन कौल ने सीजेआई और कॉलेजियम के अन्य सदस्यों–न्यायमूर्ति एके सीकरी, न्यायमूर्ति एसए बोबडे, न्यायमूर्ति एन वी रमण और न्यायमूर्ति अरुण मिश्रा को पत्र लिखकर राजस्थान और दिल्ली उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीशों क्रमश: प्रदीप नंदराजोग और राजेंद्र मेनन की वरिष्ठता की अनदेखी किये जाने का मुद्दा उठाया है.

सूत्रों ने बताया कि न्यायमूर्ति कौल की राय थी कि अगर दोनों मुख्य न्यायाधीशों को शीर्ष अदालत के न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत नहीं किया गया तो बाहर गलत संकेत जाएगा. दोनों न्यायाधीश वरिष्ठता क्रम में न्यायमूर्ति खन्ना से ऊपर हैं. न्यायमूर्ति खन्ना अखिल भारतीय आधार पर उच्च न्यायालयों के न्यायाधीशों की संयुक्त वरिष्ठता सूची में 33वें स्थान पर आते हैं.

पूर्व सीजेआई आरएम लोढ़ा ने कहा कि गोगोई समेत सुप्रीम कोर्ट के तत्कालीन चार वरिष्ठ न्यायाधीशों द्वारा पिछले साल 12 जनवरी को जिस उद्देश्य से अभूतपूर्व संवाददाता सम्मेलन किया गया था उसकी पूर्ति नहीं हुई है. उसकी जगह सुप्रीम कोर्ट में न्यायाधीशों की नियुक्ति के लिये कॉलेजियम की कार्यप्रणाली समेत अन्य चिंताएं बढ़ी हैं. उन्होंने कहा, ‘‘तमाम प्रतिक्रिया और धारणा को देखते हुए अगर (खन्ना का मामला) वापस लिया जाता है और उस पर विस्तार से विचार किया जाता है तो बेहतर होगा, लेकिन मुझे नहीं लगता कि ऐसा होगा.’

न्यायमूर्ति लोढा ने कहा, ‘‘चिंता बरकरार है. बल्कि, इस कवायद (हालिया सिफारिश) से यह बढ़ती प्रतीत होती है. मैं नहीं मानता कि कोई बदलाव है. कम से कम लोगों को नहीं दिख रहा है. इसने इस उद्देश्य की पूर्ति नहीं की है क्योंकि हमने वो बदलाव नहीं देखे हैं, जिसके लिये संवाददाता सम्मेलन किया गया था.’’ दिल्ली उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश न्यायमूर्ति कैलाश गंभीर ने भी 14 जनवरी को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को पत्र लिखकर कॉलेजियम द्वारा कई न्यायाधीशों की वरिष्ठता की अनदेखी किये जाने पर चिंता जताई थी.

बीसीआई अध्यक्ष मनन कुमार मिश्रा ने एक बयान में कहा कि देश के कई वरिष्ठ न्यायाधीशों और मुख्य न्यायाधीशों की वरिष्ठता की अनदेखी को लोग बर्दाश्त नहीं कर सकते और न्यायमूर्ति प्रदीप नंदराजोग और न्यायमूर्ति राजेंद्र मेनन के नाम की सिफारिश वापस लिये जाने को ‘मनमानी’ के तौर पर देखा गया. मिश्रा ने कहा, ‘‘वे सत्यनिष्ठा और न्यायिक योग्यता वाले लोग हैं. कोई भी व्यक्ति किसी भी आधार पर उन पर अंगुली नहीं उठा सकता. 10 जनवरी 2019 के फैसले से निश्चित तौर पर ऐसे न्यायाधीश और कई अन्य योग्य वरिष्ठ न्यायाधीश और उच्च न्यायालयों के मुख्य न्यायाधीशों का अपमान होगा और उनका मनोबल गिरेगा.’’

बार निकाय ने कहा कि वह ‘‘भारतीय बार की जबर्दस्त नाराजगी और प्रतिक्रिया’’ को देख रहा है और बुद्धिजीवियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और आम जनता की टिप्पणियों पर नजर रख रहा है ‘‘जो दर्शाता है कि हालिया अतीत में हमारी कॉलेजियम व्यवस्था के प्रति लोगों के भरोसे में अचानक से कमी आई है.’ बीसीआई इन मुद्दों को उठाने में लगी हुई है, वहीं उसने कहा कि दिल्ली बार काउन्सिल ने भी कॉलेजियम के फैसले के खिलाफ प्रस्ताव पारित किया है.

बयान में कहा गया है कि कई अन्य राज्य बार काउन्सिलों, उच्च न्यायालय बार एसोसिएशन और देश के अन्य बार एसोसिएशनों ने बीसीआई को पत्र लिखकर उससे इस मुद्दे को सरकार और कॉलेजियम के न्यायाधीशों के समक्ष उठाने का दबाव बनाया है. बीसीआई ने कहा, ‘‘ज्यादातर काउन्सिलों और एसोसिएशनों ने इस गंभीर मुद्दे पर विरोध जताने के लिये धरना और राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शन करने का प्रस्ताव दिया है.’’ बीसीआई ने कहा कि कॉलेजियम की हालिया प्रवृत्ति से बार और जनता का उसमें भरोसा कम हुआ है.

बयान में कहा गया है, ‘‘हमें न्यायमूर्ति खन्ना से कोई शिकायत नहीं है, लेकिन वह अपनी बारी की प्रतीक्षा कर सकते हैं. देश के कई मुख्य न्यायाधीशों और न्यायाधीशों की मेधा और वरिष्ठता की अनदेखी करके उन्हें पदोन्नत करने की कोई जल्दबाजी नहीं होनी चाहिये.’’ बीसीआई ने कहा, ‘‘बार कॉलेजियम और सरकार से अनुरोध करेगा कि इस तरह वरिष्ठों की अनदेखी को बढ़ावा नहीं दे. वरिष्ठता के सिद्धांत की पूरी तरह अनदेखी करके नियुक्ति किये जाने को लेकर समाज के सभी हिस्सों से तीखी प्रतिक्रिया आई है.’’

न्यायमूर्ति माहेश्वरी और न्यायमूर्ति खन्ना को पदोन्न्त करने के फैसले को शीर्ष अदालत की वेबसाइट पर डाला गया. उसमें कहा गया है कि न्यायाधीशों को पदोन्नत करने के मुद्दे पर पिछले साल 12 दिसंबर को विचार किया गया था जब न्यायमूर्ति मदन बी लोकुर कॉलेजियम के सदस्य थे. वेबसाइट के अनुसार, इस साल 5 और 6 जनवरी को व्यापक विचार-विमर्श के बाद नवगठित कॉलेजियम ने उपलब्ध अतिरिक्त सामग्री के आलोक में न्यायाधीशों को पदोन्नत करने के मुद्दे पर नये सिरे से विचार करना उचित समझा.

कॉलेजियम ने कहा, ‘न्यायमूर्ति दिनेश माहेश्वरी और न्यायमूर्ति संजीव खन्ना के नाम की सिफारिश करते वक्त कॉलेजियम ने अखिल भारतीय स्तर पर उच्च न्यायालयों के मुख्य न्यायाधीशों और वरिष्ठ न्यायाधीशों की संयुक्त वरिष्ठता के साथ-साथ उनकी मेधा और सत्यनिष्ठा पर विचार किया.’ कॉलेजियम ने कहा कि उसने सभी उच्च न्यायालयों को यथासंभव उच्चतम न्यायालय में उचित प्रतिनिधित्व देने की जरूरत को भी ध्यान में रखा है.

भाजपा 20 जनवरी से रैलियों की तीन दिवसीय सीरीज की शुरूआत करेगी


भाजपा की प्रस्तावित रैलियों से एक दिन पहले 19 जनवरी को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कोलकाता के ब्रिगेड परेड मैदान में एक रैली आयोजित करेगी जिसमें शामिल होने के लिए देशभर के विपक्षी नेताओं को आमंत्रित किया गया है.

कोलकाता : बीजेपी पश्चिम बंगाल में आगामी 20 जनवरी से रैलियों की तीन दिवसीय सीरीज की शुरूआत करेगी. इन रैलियों को पार्टी अध्यक्ष अमित शाह संबोधित करेंगे. पार्टी की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष दिलीप घोष ने यह घोषणा की. सुप्रीम कोर्ट ने राज्य सरकार को भगवा पार्टी को सार्वजनिक रैलियां और बैठकें करने की इजाजत देने के लिए कहा था.

भाजपा की प्रस्तावित रैलियों से एक दिन पहले 19 जनवरी को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कोलकाता के ब्रिगेड परेड मैदान में एक रैली आयोजित करेगी जिसमें शामिल होने के लिए देशभर के विपक्षी नेताओं को आमंत्रित किया गया है.

घोष ने कहा, ‘हम 20 जनवरी से सार्वजनिक रैलियां आयोजित करना शुरू करेंगे. अमित शाह 20 जनवरी को माल्दा में पहली रैली को संबोधित करेंगे.’ उन्होंने बताया कि 21 जनवरी को शाह बीरभूम जिले के सूरी और झारग्राम में दो रैलियों को संबोधित करेंगे. वह 22 जनवरी को नदिया जिले के कृष्णानगर और दक्षिण 24 परगना जिले के जयनगर में रैलियों को संबोधित करेंगे. शाह ने राज्य की 42 लोकसभा सीटों में से 22 सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है.

घोष ने इससे पहले कहा था कि पार्टी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की कुछ रैलियां आयोजित कराना भी चाहती है. उन्होंने कहा था कि वे प्रधानमंत्री की रैलियों के लिए केन्द्रीय नेता से बात कर रहे हैं. लेकिन अभी किसी भी बात की पुष्टि नहीं की गई है. पिछले कुछ वर्षों में पार्टी राज्य में मुख्य विपक्ष के रूप में उभरकर सामने आई है.

भाजपा ने राष्ट्रीय चुनावों में अपनी संभावनाओं को बढ़ाने के लिए ‘‘रथ यात्रा’’ की योजना बनाई थी जो राज्य के सभी लोकसभा क्षेत्रों से होकर गुजरने वाली थी. हालांकि राज्य सरकार ने इसकी अनुमति नहीं दी और तब से यह मामला कानूनी पचड़ों में फंसा हुआ है.

सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को पश्चिम बंगाल में भाजपा की प्रस्तावित ‘‘रथ यात्रा’’ पर अस्थायी रोक लगा दी थी और पार्टी से कहा था कि वह राज्य की ममता बनर्जी सरकार के समक्ष पुनरीक्षित प्रस्ताव देकर नए सिरे से मंजूरी मांगे. न्यायालय ने कहा था कि कानून-व्यवस्था से जुड़ी राज्य सरकार की आशंकाएं ‘‘पूरी तरह निराधार नहीं’’ हैं.
घोष ने कहा कि उन्हें ‘रथ यात्रा’ पर अभी निर्णय लेना है और बंगाल इकाई केन्द्रीय नेताओं के साथ मामले पर विचार विमर्श करेगी.

आज का पांचांग

पंचांग 17 जनवरी 2019

विक्रमी संवत्ः 2075, 

शक संवत्ः 1940, 

मासः पौष़, 

पक्षःशुक्ल पक्ष, 

तिथिः एकादशी रात्रि 10.35 तक, 

वारः गुरूवार, 

नक्षत्रः कृतिका दोपहर 01.41 तक, 

योगः शुक्ल रात्रिः 01.13 तक, 

करणः वणिज, 

सूर्य राशिः मकर, 

चंद्र राशिः वृष, 

राहु कालःदोपहर 1.30 से 3.00 बजे तक, 

सूर्योदयः 07.19, 

सूर्यास्तः 05.43 बजे।

नोटः आज पुत्रदा एकादशी व्रत है।

विशेषः आज दक्षिण दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर गुरूवार को दही पूरी खाकर और माथे में पीला चंदन केसर के साथ लगाये और इन्हीं वस्तुओं का दान योग्य ब्रह्मण को देकर यात्रा करें।

आज का राशिफल

Aries

17 जनवरी 2019: आज आप अपने सर्विस पेशा के जीवन में पहले से अधिक बढत बनाने के लिए तैयार होगे। आप देखेंगे कि आज आपकी जिम्मेदारियों को और विस्तारित किया गया है। जो आने वाले समय में आपकी पदोन्नति का कारण होगी। स्वास्थ्य पहले से अच्छा होगा। प्रेम संबंधों में मधुरता होगी। भूमि में मामलों में तनाव होगा।

Taurus

17 जनवरी 2019: आज आप अपने लोगों से कुछ जरूरी चर्चाओं को छेड़ तो देंगे। किन्तु उसकी उपयोगी बातों की अनसुनी कर सकते हैं। जिसका नुकसान आपको आने वाले समय में होगा। सर्विस/व्यवसाय के मामलों में आपको आज बढ़त होगी। आय कम और व्यय अधिक होने की स्थिति होगी। स्वास्थ्य बहुत अच्छा नहीं होगा।

Gemini

17 जनवरी 2019: आज आप अपने ज्ञान को और उच्च करने तथा कैरियर को निखारने के लिए किसी व्यवसायिक शिक्षा में प्रवेश की तैयारी शुरू कर देंगे। जिससे आने वाले समय में रोजगार प्राप्त हो सके। यदि आप व्यापारी या कर्मचारी हैं, तो आपके साधनों के मुताबिक आपको लाभ होगा। ऋणों के भुगतान की चिंता होगी।

Cancer

17 जनवरी 2019: आज आप अपने व्यापार के क्षेत्रों में आगे बढ़ने तथा अपनी साख को स्थापित करने के लिए अधिक सक्रियता से लगे होगे। आप दखेंगे कि आज स्वास्थ्य पहले के मुकाबले अधिक अच्छा है। सांस व रक्त जैसे रोग नहीं है। आज आप अपने प्रेम संबंधों में कुछ उपहारों को देने की तैयारी में होगे। किन्तु आय को लेकर चिंता होगी।

Leo

17 जनवरी 2019: आप आज अपने पूंजी लाभ को और बढ़ाने के लिए कुछ नया करने के मूड़ में होगे। जिससे आपको आज कुछ लाभ प्राप्त हो, आज आप अपने सगे भाई-बहनों से मिलजुल कर चलने में कामयाब होगे। यदि नौकरी करते है। तो आपको आज कई तरह की परेशानियां हो सकती है। पिता के साथ कुछ मतभेद होगे।

Virgo

17 जनवरी 2019: आज आप अपने पुराने लेन-देन को चुकाने के लिए तैयार होगे। हालांकि आज कुछ मामलों को निपटाने में सफलता जरूर होगी। किन्तु लेन-देन पड़े होगे। आज आपका स्वास्थ्य बहुत बेहतर नहीं होगा। आपके सिर व दांत सहित कंधों के दर्द परेशान कर सकते है। प्रेम संबंधों में आज सुखद स्थिति होगी। जिससे संवादों में तेजी होगी।

Libra

17 जनवरी 2019: आज स्वास्थ्य पहले के दिनों की तुलना मे अधिक अच्छा होगा। आप अपने खान-पान के विषय में अधिक सकर्त होगे। यदि आप नौकरी या पेशा से युक्त है। तो आज आपकी अधिक सफलता पूर्ण स्थिति होगी। जिससे आप प्रसन्न होगे। वैवाहिक जीवन भी सुखद व सुन्दर होगा। किन्तु आप देखेंगे कि विरोधी पक्ष हाबी हो रहे हैं। 

Scorpio

17 जनवरी 2019: आज आप अपनी पिछली गलतियों को सुधारने के लिए तैयार होगे। क्योंकि जल्दी के कारण आप कुछ गलत निर्णय ले लिए है। जिन्हें आज सुधारना चाहेंगे। वैसे आज अपने किसी रिश्तेदार से मिलने के लिए जाना चाहेंगे। बढ़ती काम-काजी व्यस्तता के कारण अधिक समय नहीं देंगे। प्रेम संबंधों में खटपट होगी।

Sagittarius

17 जनवरी 2019: आज का दिन आर्थिक लाभ के लिहाज से अच्छा होगा। जिससे आप प्रसन्न होकर अपने कामों को और अच्छे ढंग से करना चाहेंगे। आज अपने घर के उपयोग में काम आने वाले उपकरणों की खरीद करना चाहेंगे। प्रेम संबंधों में पहले की तुलना में अधिक मधुरता होगी। जिससे आप प्रसन्न होगे। अपनों से नाराजगी होगी।

Capricorn

17 जनवरी 2019: आज आप अपने घरेलू उपयोगी की वस्तुओं को जहाँ जुटाने के लिए तैयार होगे। वहीं माता-पिता के साथ भी समांजस्य बना लेगे। स्वास्थ्य सामान्य होगा। काम-काजी जीवन में पहले से अधिक सक्रिय होगे। आप देखेंगे की आज आपके प्रयास अधिक सफल हो रहे हैं। किन्तु संतान पक्ष आपकी बातों को अनसुना कर रहा है।

Aquarius

17 जनवरी 2019: आज आप व्यवसायिक उन्नति को बढ़ाने के लिए पहले से अधिक सोचेंगे। और कुछ संसाधनों को भी जुटाने में लगे होगे। परिवार के लोगों का बढ़िया सहयोग होगा। किन्तु भवन के मामलों में आपको चिंताएं होगी। जिससे आप परेशान होगे। स्वास्थ्य यद्यपि कुछ साख नहीं होगा। जिससे आपको दवा खानी पड़ सकती है।

Pisces

17 जनवरी 2019: आज अपने सर्विस पेशा के जीवन में अधिक बढ़त अर्जित करने के लिए लगे होगे। जिससे कुछ  सफलता तो होगी। किन्तु पूरी सफलता के लिए आपको और कड़ी मेहनत करनी होगी। स्वास्थ्य में कुछ नरमी की स्थिति होगी। प्रेम संबंधों में आज तनाव तथा आपसी कलह होगी। जिससे दोनो तरफ चिंता की स्थिति होगी।

पत्रकार छत्रपति हत्याकांड: अदालती इतिहास में पहली पार चारो दोषियों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सुनाई जाएगी सजा

सीबीआई कोर्ट ने हरियाणा सरकार की अर्जी की मंजूर
हरियाणा सरकार ने किए सुरक्षा के चाकचौबंद प्रबंध

चंडीगढ़:

पत्रकार छत्रपति हत्याकांड में दोषी करार दिए गए डेरा मुखी गुरमीत राम रहीम व तीन अन्य को वीरवार को सजा का ऐलान कर दिया जाएगा। सजा का ऐलान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए होगा और इस तरह अदालती प्रक्रिया के इतिहास में यह पहला अवसर होगा जब किसी मामले में दोषियों को सजा का ऐलान में आईटी के एक बड़े टूल वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग का इस्तेमाल किया जाएगा। 
अबतक तक व्यवस्था इस तरह की रही है कि किसी मामले में दोषियों को सजा के ऐलान के वक्त दोषी करार दिए गए लोगोें का कोर्ट में प्रत्यक्ष तौर पर रहना जरूरी होता है लेकिन, इस मामले में कोर्ट ने तमाम पहलुओं का बारिकी से विश्लेषण करने के बाद सजा के ऐलान के लिए नई व्यवस्था अपनाई है।

दरअसल, पंचकूला की विशेष सीबीआई अदालत ने बुधवार को इस संबंध में हरियाणा सरकार की अर्जी को मंजूर कर लिया और इससे हरियाणा सरकार के ऊपर से बड़ा संकट टल गया है। हरियाणा सरकार पिछले अनुभवों को सामने रखते हुए कोर्ट गई थी और अपील की थी कि पत्रकार छत्रपति हत्याकांड में दोषी करार दिए गए व्यक्तियों की पेशी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हो। दरअसल, सरकार इस दफा किसी प्रकार का जोखिम नहीं उठाना चाहती थी। 

इस तरह दोषी करार दिए गए गुरमीत राम रहीम, कृष्ण लाल, निर्मल सिंह और कुलदीप सिंह को पंचकूला की सीबीआई कोर्ट में प्रत्यक्ष तौर पर पेश करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इनमें से गुरमीत राम रहीम इस समय रोहतक की सुनारिया जेल में बंद है जबकि अन्य तीनों अंबाला की सेंट्रल जेल में रखे गए हैं। इस तरह वीरवार को जिस समय सजा का ऐलान होगा तो आरोपी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेश होंगे

कोर्ट ने गुरमीत राम रहीम तथा कृष्ण लाल को आईपीसी की धारा 120बी (आपराधिक साजिश रचने) व 302 के तहत मुल्जिम करार दिया है जबकि कुलदीप सिंह तथा निर्मल सिंह को आईपीसी की धारा 302 ( हत्या की सजा) तथा 120बी (आपराधिक साजिश) का दोषी करार दिया था। निर्मल सिंह को आर्म्स एक्ट 1959 के सेक्शन 25 तथा कृष्ण लाल को आर्म्स एक्ट 1959 के सेक्शन 29 के तहत भी दोषी करार दिया गया है। 

विजय बंसल ने सूरजपुर पहुंचकर रुकवाई तोड़ने की प्रक्रिया हरियाणा सरकार के दस्ते को बेरंग वापिस लौटना पड़ा

:ख़बर और फोटो: कमल कलसी

लेबर कालोनी के मकान तोड़े गलत,तुंरन्त उपलब्ध हो पुनः निवास

गत दिवस सूरजपुर सुखोमाजरी बाईपास को बनाने के लिए हरियाणा सरकार द्वारा लेबर कालोनी के सेकड़ो घरों को पिला पंजा चलकर उजाड़ दिया गया।उसी के चलते आज भी हरियाणा सरकार के हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के सम्पदा अधिकारी आशुतोष राजन व भारी पुलिस प्रशासन का दस्ता हाइवे पर बनी दुकानों को तोड़ने के लिए पॉपलाइन,जेसीबी मशीन,ट्रक आदि के साथ आया हुआ था परन्तु मौके पर एडवोकेट विजय बंसल पूर्व चेयरमैन हरियाणा सरकार ने पहुंचकर मकानों व दुकानों को तोड़ने की प्रक्रिया रुकवाई।विजय बंसल ने कहा कि इन दुकानों व मकानों के केस माननीय हाईकोर्ट में विचाराधीन है और कुछ लोगो ने रेगुलराइजेशन नीति के तहत राशि जमा करवाई हुई है जिसके चलते इन्हें तोड़ा नही जा सकता जिसके बाद प्रशासन व भारी पुलिस बल को बेरंग वापिस लौटना पड़ा।

इसके साथ ही विजय बंसल ने कहा कि लेबर कालोनी को भी कानूनन गलत तोड़ा गया है, माननीय सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार यदि सरकार , सरकारी भूमि पर वर्षो से बसे मकान व कालोनी आदि को विस्थापित करती है तो विस्थापित करने से पूर्व 10 किमी के दायरे में पुनःनिवास नीति के तहत मकान व आशियाना फ्लैट्स आदि प्रदान करने आवश्यक है जैसे , पंचकूला में हुड्डा की भूमि और बसी हुई कालोनियों को विस्थापित करने से पूर्व आईशियाना फ्लैट्स दिए गए थे।बंसल ने प्रशासन व सरकार से मांग करी है कि जल्द से जल्द प्रभावित लोगों को उनके नुकसान का उचित मुआवजा दिया जाए तथा पुनःनिवास नीति के तहत आइशियाने स्थापित किए जाए क्योंकि यह लोग बरसो से रह रहे है तथा क्षेत्र के विकास में योगदान है। साथ ही सरकार ने भी करोड़ो रूपये खर्च करके सुविधाए उपलब्ध करवाई हुई है।

स्थानीय निवासियों व दुकानदारों ने विजय बंसल का आभार जताते हुए कहा कि उनके साथ के लिए वह सदैव ऋणी रहेंगे।साथ ही विधायिका लतिका शर्मा व भाजपा नेताओं के विरुद्ध नाराजगी जताते हुए कहा कि 100 मीटर दायरे में रहने के बावजूद एक बार भी न तो सांत्वना देने के लिए व न ही कोई आश्वासन देने के लिए पहुंची।

विजय बंसल की मांग पर , सम्पदा अधिकारी आशुतोष राजन ने आश्वस्त किया कि जल्द से जल्द प्रभावित लोगों को मुआवजा दिया जाएगा व रहने के लिए अस्थाई उचित प्रबंध कर रहे है।

इसके साथ ही बंसल ने कहा कि इस सड़क को बनाने की आड़ में ठेकेदार व सरकारी अधिकारियों ने मिलकर अवैध माइनिंग करके सरकार को करोड़ो का चूना भी लगाया है ।इस सम्बंध में दोषी अधिकारियों के खिलाफ विजिलेंस से जांच करवाकर कार्यवाही करवाई जाएगी।

इस मौके पर बंसल के साथ एनएसयूआई राष्ट्रीय संयोजक आरटीआई सेल दीपांशु बंसल,समाजसेवक बलजीत बल्ली , बनत पूर्व सरपंच , भीम सेन , बबलू, सौरभ गर्ग ,सजल ,अर्जुन आदि मौजूद थे।

पिंजौर में सबसे अधिक 4872 उपभोक्ताओं ने बिजली बिल माफी योजना का लाभ उठाया -मुकुल कुमार

1692 उपभोक्ताओं के दोबारा बिजली कनैक्शन लगाए गए

 पंचकूला, 16 जनवरी:

                 उपायुक्त मुकुल कुमार  ने बताया कि जिला में बिजली बिल योजना के सार्थक परिणाम सामने आ रहे है और अब तक 25 हजार डिफाल्टरों में से 22300 से अधिक उपभोक्ता इस योजना का लाभ उठा चुके हैं। उन्होंने बताया कि जिला उपभोक्ताओं ने 454.36 लाख रुपए की बकाया राशि निगम में जमा करवाई है तथा उन्हें सरकार की इस योजना के तहत 2264.83 रुपए की छूट का लाभ मिला है।योजना का लाभ उठा चुके उपभोक्ताओं के 1692 मीटर दोबारा लगाए गए है।

कुमार ने बताया कि इस प्रकार जिला के शेष उपभोक्ताओं को भी इस योजना का लाभ दिया जाएगा। इसके लिए निगम के कर्मचारियों द्वारा डिफाल्टर उपभोक्ताओं को घर-घर जाकर जागरूक एवं प्रेरित किया जा रहा है ताकि वे इस योजना का लाभ निर्धारित तिथि तक उठा सकें। इसके साथ ही बिजली दरबार लगाकर भी बकाया बिजली उपभोक्ताओं को जागरूक करने का कार्य किया जा रहा है।

  उपायुक्त ने बताया कि शहर के 1809 बिजली उपभोक्ताओं ने बिल माफी योजना के तहत 52.70 लाख रुपए की राशि निगम में जमा करवाकर 506.64 लाख रुपए की छूट का लाभ लिया हैं। डिविजन सब अर्बन के 2513, मदनपुर क्षेत्र के 2686, कालका के 1634 ंिपंजौर के 4971, बरवाला के 4209 तथा रायपुररानी के 3199 उपभोक्ताओं ने बिजली बिल माफी योजना का लाभ उठाया है।  उन्होंने बताया कि बिजली बिल माफी योजना 31 जनवरी तक बढाया गया है। इसके लिए नियमित रूप से जागरूकता शिविरों का आयोजन करके उपभोक्ताओं को जागरूक किया जा रहा है ताकि जिला के सभी बकाया होल्डरों के नाम डिफाल्टर सूची से हटाए जा सकें। उन्होंने बताया कि पंचकूला प्रदेश का एकमात्र ऐसा जिला है जिसमें उपभोक्ताओं को 24 घण्टे निर्बाध रूप से बिजली मुहैया करवाई जा रही है।

उन्होंने बताया कि जिला उपभोक्ताओं ने 454.36 लाख रुपए की बकाया राशि निगम में जमा करवाई है तथा उन्हें सरकार की इस योजना के तहत 2264.83 रुपए की छूट का लाभ मिला है।योजना का लाभ उठा चुके उपभोक्ताओं के 1692 मीटर दोबारा लगाए गए है।श्री कुमार ने बताया कि इस प्रकार जिला के शेष उपभोक्ताओं को भी इस योजना का लाभ दिया जाएगा। इसके लिए निगम के कर्मचारियों द्वारा डिफाल्टर उपभोक्ताओं को घर-घर जाकर जागरूक एवं प्रेरित किया जा रहा है ताकि वे इस योजना का लाभ निर्धारित तिथि तक उठा सकें। इसके साथ ही बिजली दरबार लगाकर भी बकाया बिजली उपभोक्ताओं को जागरूक करने का कार्य किया जा रहा है।

  उपायुक्त ने बताया कि शहर के 1809 बिजली उपभोक्ताओं ने बिल माफी योजना के तहत 52.70 लाख रुपए की राशि निगम में जमा करवाकर 506.64 लाख रुपए की छूट का लाभ लिया हैं। डिविजन सब अर्बन के 2513, मदनपुर क्षेत्र के 2686, कालका के 1634 ंिपंजौर के 4971, बरवाला के 4209 तथा रायपुररानी के 3199 उपभोक्ताओं ने बिजली बिल माफी योजना का लाभ उठाया है।  उन्होंने बताया कि बिजली बिल माफी योजना 31 जनवरी तक बढाया गया है। इसके लिए नियमित रूप से जागरूकता शिविरों का आयोजन करके उपभोक्ताओं को जागरूक किया जा रहा है ताकि जिला के सभी बकाया होल्डरों के नाम डिफाल्टर सूची से हटाए जा सकें। उन्होंने बताया कि पंचकूला प्रदेश का एकमात्र ऐसा जिला है जिसमें उपभोक्ताओं को 24 घण्टे निर्बाध रूप से बिजली मुहैया करवाई जा रही है।

करोड़ों के घोटाले में लिप्त निगम अधिकारियों के खिलाफ जांच की मांग को लेकर सांकेतिक भूख हड़ताल

सिर्फ चौक हरियाणा व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष व अखिल भारतीय व्यापार मंडल के राष्ट्रीय महासचिव बजरंग गर्ग ने अपने दौरे में व्यापारियों कि समस्यां सुनने के उपरान्त उपस्थित व्यापारी प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि नगर निगम द्वारा जो 8 चौकों का निर्माण कराया गया उस निर्माण में ही लगातार 1 करोड़ 25 लाख रुपए का घोटाला बताया जा रहा है। तो एक साल में जो सैकड़ों करोड़ों रुपए खर्च किए हैं। उसमें कितना भारी घोटाला होगा। उसकी कल्पना नहीं की जा सकती।

प्रांतीय अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने कहा कि सरकार को सिर्फ 8 चौक के निर्माण की जांच ना करके नगर निगम 1 जनवरी 2018 से अब तक जो निर्माण जैसे बस स्टॉपेज, सड़कों के बीच ग्रील, फुटपाथ, स्पीड ब्रेकर, सड़कों का निर्माण, पौधे, पत्थर, टाईले आदि कार्य के साथ-साथ हाउस टैक्स रिकवरी का रिकॉर्ड में गोलमाल आदि का जो भी काम हुआ है उसके निर्माण में जो भी सामग्री लगी है। उसके बिलों की जांच की जाए। एक साल के निर्माण पर जो खर्च हुआ है उसमें भारी भरकम घोटाला किया हुआ है। घोटाला करने वाले सरकारी अधिकारियों के खिलाफ सरकार को सख्त से सख्त कार्यवाही करके उनसे पैसे की वसूली की जाए।

अगर देश व प्रदेश के व्यापारी व आम जनता की तरफ किसी भी प्रकार का टैक्स बाकी होता है तो सरकार उस पैसे की वसूली के साथ साथ ब्याज पर जुर्माना तक जनता से वसूल करती है मगर ऐसा क्या है कि नगर में भारी घोटाले के बावजूद भी आज तक भ्रष्ट अफसरों के खिलाफ किसी प्रकार की सरकार द्वारा कार्यवाही ना करके नाजायज खर्चों की वसूली ना करना जनता की भावनाओं के साथ खिलवाड़ करना है। जिसे जनता किसी कीमत पर सहन नहीं करेगी।

नगर निगम के अधिकारियों द्वारा घोटाले के विरोध में 16 जनवरी बुधवार को सेक्टर 14 नगर निगम कार्यालय के बाहर 11ः00 बजे से 01ः00 बजे तक जो धरना होगा वह ऐतिहासिक होगा। जो भ्रष्ट अधिकारियों की जुवे हिला देगी।

इस मौके पर दर्शन बंसल, अश्वनी सिंगला, ललील अग्रवाल, कमलेश लोहाट, राम चरण सिंगला, रवि कान्त स्वामी, अनिल धनतोड़ी, पवन डबला, अमर नाथ वर्मा, आनन्द अग्रवाल, कृष्ण अग्रवाल, भम्बूर राणा, रणदीप राणा, रनविनोद खेतरपाल आदि प्रमुख व्यक्ति मौजूद थे।

19 – 20 जनवरी को नि:शुल्क ज्योतिष शिविर का आयोजन

लक्ष्य ज्योतिष संस्थान एवम् श्री माता मनसा देवी भण्डारा कमेटी चैरिटेबल ट्रस्ट ( ग्रेन मार्किट) द्वारा 19 और 20 जनवरी को दो दिवसीय निःशुल्क ज्योतिष शिविर आयोजित किया जा रहा है।

इस शिविर में देश के विभिन्न राज्यों से सौ से अधिक जाने माने ज्योतिष विद् भाग लेंगे। इस शिविर में विभिन्न विधाओं महारत रखने वाले विद्वान निःशुल्क परामर्श देंगे।

शिविर के माध्यम से ज्योतिष के बारे में फैली भ्रान्तियों को दूर करने का प्रयास किया जायेगा।हस्त रेखा, कुण्डली, स्पिरिचुअल healing, अंक गणित, रैकी, वास्तु, नाड़ी ज्योतिष , लाल किताब, वैदिक ज्योतिष आदि के माध्यम से समस्याओं के उपाय बताए जायेंगे।

पण्डित रोहित ने बताया कि हर ज्योतिष की हर विधा का अपना महत्व है। जहाँ वैदिक ज्योतिष पाठ, जप और वैदिक पद्धति के माध्यम से उपाय बताता है वहीं लाल किताब ज्योतिष के अलग तरीके हैं। वास्तु विभिन्न दिशाओं के महत्व का अध्ययन करता है,तो अंक ज्योतिष अंकों से जीवन को नई दिशा देता है।

इस अवसर पर ज्योतिषाचार्य रोहित शर्मा के अतिरिक्त बाला दत्त पुजारी , रुपिंदर कौर, बीना शर्मा भी उपस्थित थे।

आयोजक सदस्य एच सी गुप्ता ने बताया के 20 जनवरी को पंचकूला के विधायक मुख्य विहप ज्ञान चन्द गुप्ता ज्योतिषाचार्यों को सम्म्मानित करेंगे।

डॉ. राकेश गुप्ता करेंगे 17 को वीडियो कॉन्फ्रेंस से परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा

पंचकूला 16 जनवरी:

         मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी (सीएमजीजीए) कार्यक्रम के प्रोजेक्ट डायरेक्टर डॉ. राकेश गुप्ता 17 जनवरी को बाद दोपहर 2 बजे जिला सचिवालय के सभागार स्थित वीडियो कान्फ्रेंस के माध्यम प्रदेश सरकार की महत्वपूर्ण योजनाओं की प्रगति की समीक्षा करेंगे। इस दौरान वे योजनाओं के क्रियान्वयन के संबंध में अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश व मार्गदर्शन देंगे।   

 उपायुक्त मुकुल कुमार ने बताया कि डॉ. राकेश गुप्ता विभिन्न विभागों के कार्यालयाध्यक्षों से वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से जिला में परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा करेंगे। इस दौरान वे पीएनडीटी, एमटीपी एक्ट, पोक्सो एक्ट, सीएम विंडो, सोशल मीडिया परिवाद, शिवधाम नवीकरण योजना, स्ट्रे कैटल मैनेजमेंट, हरियाणा विजन जीरो, हरपथ योजना, अंत्योदय सरल परियोजना, स्वच्छ सर्वेक्षण, हरियाणा रोडवेज, हरियाणा विजन जीरो, सार्वजनिक पुस्तकालयों का नवीकरण व सक्षम हरियाणा (शिक्षा) योजना सहित अन्य महत्वपूर्ण परियोजनाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा करेंगे।

     उपायुक्त ने सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे वीडियो कॉन्फ्रेंस में समीक्षा की जाने वाली सभी परियोजनाओं की प्रगति रिपोर्ट उन्हें भिजवाना सुनिश्चित करें और वीडियो कॉन्फ्रेंस में अपनी उपस्थिति सुनिश्चित करें।