उपायुक्त मुकुल कुमार ने बताया कि कल्याण विभाग द्वारा पोस्ट मैट्रिक छात्रवृति योजना का लाभ देने के लिए अब पात्र विद्यार्थियों को घर बैठे ऑनलाइन ही छात्रवृति योजना के फार्म भरने की सुविधा प्रदान कर दी है। योग्य विद्यार्थी विभाग की वैबसाइट पर 15 फरवरी 2019 तक अपलोड कर सकते है।
उपायुक्त ने बताया कि सरकार द्वारा अनुसूचित जाति एवं पिछड़े वर्ग के अंतर्गत अनुसूचित जाति, विमुक्त, घुमंतु तथा अर्ध-घुमंतु जातियों तथा पिछड़े वर्ग के पोस्ट मैट्रिक से पोस्ट ग्रेजुएट कक्षाओं तक पढऩे वाले सभी विद्यार्थियों को प्रतिवर्ष पोस्ट मैट्रिक छात्रवृति योजना का लाभ दिया जाता है। इसके तहत विद्यार्थियों को उनके माता-पिता व अभिभावकों की आय के आधार पर योजना का लाभ प्रदान किया जाता है। अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों के अभिभावकों की वार्षिक आय 2.5 लाख रुपये, विमुक्त, घुमंतु तथा अर्ध-घुमंतु जातियों के अभिभावकों की वार्षिक आय 2 लाख रुपये तथा पिछड़े वर्ग के छात्रों के अभिभावकों की वार्षिक आय एक लाख रुपये से अधिक नहीं होनी चाहिए। घुमंतु तथा अर्ध-घुमंतु तथा टपरीवास जातियों में से जो अनुसूचित जाति एवं पिछड़ी जाति की श्रेणी में शामिल नहीं हैं, उन्हें भी छात्रवृति प्रदान की जाएगी।
उन्होंने बताया कि वर्ष 2018-19 में इन योजनाओं के अंतर्गत छात्र अपने आवेदन ऑनलाइन ही भर सकते हैं। विभिन्न विश्वविद्यालयों, महाविद्यालयों, तकनीकी संस्थाओं, मेडिकल संस्थानों, मेडिकल संस्थानों व आईटीआई से डिग्री डिप्लोमा करने वाले सभी पात्र विद्यार्थी घर बैठे ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। उन्होंने सभी शैक्षणिक संस्थाओं को हिदायत दी है कि वे अपने संस्थान, कॉलेज व विश्वविद्यालय का वर्ष 2018-19 के पोस्ट मैट्रिक छात्रवृति के ऑनलाइन आवेदन भरने हेतु विभागीय वैबसाइट डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डॉट एचआरवाई एससीबीसी स्कीम्स डॉट इन पर तुरंत रजिस्टर करें।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2019/01/2018030946.jpg747572Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-01-21 14:41:452019-01-21 14:41:47अब घर बैठे ऑनलाइन भरें पोस्ट मैट्रिक छात्रवृति योजना के फार्म -मुकुल कुमार
उज्जवला योजना में गरीब परिवारों को दिए जा रहे गैस कनैक्शन- मुकुल कुमार
पंचकुला 21 जनवरी
प्रधानमंत्री उज्जवला योजना- के तहत अब सभी गरीब परिवारों को रसोई गैस कनेक्शन उपलब्ध करवाये जा रहे है। इसके लिए सभी गैस संचालकों को आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए गए हैं और 26 जनवरी तक जिला के सभी पात्र उपभोक्ताओं को गैस कनेक्शन मुहैया करवाए जाने है। सभी वर्ग के गरीब परिवारों के लिए गैस कनैक्शन लेने का सुनहरा अवसर सरकार द्वारा दिया जा रहा है। इसके तहत ली जाने वाली राशि भी सरकार द्वारा वहन की जा रही है।
यह जानकारी देते हुए उपायुक्त मुकुल कुमार ने बताया कि गैस कनैक्शन के लिए संबंधित परिवार को लोन की सुविधा भी प्रदान की गई है। राज्य सरकार ने 26 जनवरी तक शत प्रतिशत घरों में गैस कनैक्शन उपलब्ध करवाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इस योजना का लाभ पहले बीपीएल परिवारों व अंत्योदय अन्न योजना के पात्रों को दिया गया था। उन्होंने यह भी बताया कि आरंभ में सामाजिक, आर्थिक व जाति जनगणना के आंकडों के आधार पर गैस कनैक्शन जारी किए गए थे, लेकिन उज्जवला योजना-2 में अब सभी गरीब परिवारों के लिए गैस कनैक्शन लेने का रास्ता खोल दिया गया है।
उपायुक्त ने बताया कि जिला खाद्य एवं पूर्ति विभाग द्वारा विभिन्न गैस एजेंिसयों के माध्यम से अब तक 68 से अधिक जागरूकता शिविरों का आयोजन करके ओपीएच कार्ड धारकों को 360 गैस कनैक्शन उपलब्ध करवाए जा चुके हैं तथा अधिकांश फार्म भरे गए है जिनकी औपचारिकताएं पूरी की जा रही है।
उन्होंने बताया कि कोई भी व्यक्ति जो गरीब परिवार से संबंध रखता हो वह इस योजना का लाभ उठा सकता है। उज्जवला योजना-2 में गैस कनैक्शन महिला के नाम से ही जारी किया जाएगा और यह कनैक्शन सुरक्षा राशि मुक्त कनैक्शन होगा। इसके लिए राशन कार्ड का होना अनिवार्य है और साथ में परिवार के सभी सदस्यों का आधार कार्ड भी देना होगा।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2019/01/2018030946.jpg747572Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-01-21 14:32:052019-01-21 14:32:08गणतन्त्र दिवस तक गैस कनैक्शन का अंतिम अवसर
जींद चुनाव को लेकर जननायक जनता पार्टी और आम आदमी पार्टी आएंगे एक मंच पर। दुष्यंत चौटाला ओर नवीन जयहिंद में हुई सहमति। थोड़ी देर में होगी औपचारिक घोषणा।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2019/01/NEWS-PIC-JAIHIND-CHAUTALA.jpg495533Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-01-21 14:15:022019-01-21 14:15:05जींद में सामने आ सकते हैं नए समीकरण
Today higher education, arts, literature, music, film, technology, medical, related fields will achieve a high level. From some sources you will receive benefits of money. The living standards of family life will get elevated. Today your health will be full of energies. There will be melody in love relationships. In local traveling, care is expected.
Today there will be tremendous advancement in work and business related. Today in business related fields, you will gain a desired stage in life. Today you may get appreciated at the higher level in your work space. Love relationships today will be in position to get strengthen and there will be more melody. Today you may have sudden expenses situation.
Today’s day will result in increased compatibility in family members. Interviews give in context of earning livelihood; will give positive and successful results. Today for preserving social values, you will be awarded. Public and private sectors will have high reach to higher level. In context of health, pain can emerge. Proper eating order is required.
Today’s day will result in increased compatibility in family members. Interviews give in context of earning livelihood; will give positive and successful results. Today for preserving social values, you will be awarded. Public and private sectors will have high reach to higher level. In context of health, pain can emerge. Proper eating order is required.
Today in many ways your day will have maximized happiness. Today your health will be completely filled with passion and positive energies. Today old health issues can get ended. Work and business related areas will be at tremendous progress. Today in married life, you will experience more coordination between the wife and children. Today the enemy party may increase disputes.
Today’s day can give indication of long distance journeys. Today good efforts made will be beneficial for you. Today the strength will get enhanced for defeating the opposing party. For getting success in competitive areas you may need to do more effort. In love relationships today’s day will be favorable. You may need to avoided anger.
Today there may be indications of resolving your previous financial problems in your life. Today higher education, art, film and beauty have chances of vital progress in the respective areas. Today you can get benefited from somewhere in context of money. In love relationships, today’s day will be more compatibility. Today, building and vehicle properties related issues anticipate controversy.
Today the livelihood related areas will be in progress. Today in related fields, you will have chances of promotions. In fund investment you luck to earn profits. Today you may receive good news in your family life. Today you will be interested in giving aid to a needy person. Today there can be chances of controversies and disputes between brothers.
Today’s day will be increasing your fortune. Today, interviews given in private and public sectors will be indicating success for you. Today in social life your popularity will get increased. In love relationships, today your day will result medium. Health wise your day can be sluggish today. Proper eating order is need to be maintained.
Today’s day you can see progress in relation to your court cases. Good efforts made would be beneficial. Today you will get benefits for your love and healthy relationship with your in-laws house. Today for refining your work skills, you may need to struggle. Old health related troubles may emerge today. You should not neglect your routine and maintain proper eating order.
Today in context of health you will see a tremendous progress. Any good efforts made today will benefit you. If there are any troubles, are going to end today. Today in family life you will experience more peace and progress. Wife and children will maintain a high level of synergy between them. Today there can be increase in controversy in context of huge capital.
Today the court cases will be progressive. Today from grandparents, you will receive love and affection and also get benefited in terms of money. In money investment and external references, you will get benefited today. In love relationships you may experience dilemma in context of love. In relation of health, troubles in genitals can emerge. Proper eating order is required.
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https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/12/rashifal.jpg476715Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-01-21 02:02:252019-01-21 02:02:28आज का राशिफल
नोटः आज पौष पूर्णिमा तिथि है। प्रतिपदा तिथि का क्षय है।
विशेषः आज पूर्व दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर सोमवार को दर्पण देखकर, दही,शंख, मोती, चावल, दूध का दान देकर यात्रा करें।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/12/Hindu-Panchang-1.jpg388997Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-01-21 00:57:072019-01-21 00:57:09आज का पांचांग
कांग्रेस पार्टी आरजेडी के वोट बैंक के साथ अगड़ों को एक साथ लाने की रणनीति पर काम कर रही थी लेकिन अब वैसा हो पाना उन्हें टेढ़ी खीर मालूम पड़ने लगा है
90 के दशक में मंडल-कमंडल की राजनीति के बीच बिहार में पिछड़ों के मसीहा के तौर पर लालू यादव का उभार हुआ था. दूसरी तरफ, मंडल के जवाब में कमंडल की राजनीति ने बीजेपी को भी धीरे-धीरे बिहार में अपने-आप को खड़ा करने का मौका दे दिया. लेकिन, इन दोनों के बीच में फंस गई कांग्रेस. बिहार में लालू के उभार ने ही कांग्रेस के अवसान की पटकथा लिख दी थी. लेकिन, मजबूर कांग्रेस सब कुछ जानते हुए भी लालू से तब भी पीछा नहीं छुड़ा पाई और अभी भी जेल में बंद लालू के पीछे-पीछे चलने को मजबूर दिख रही है.
कांग्रेस की रणनीति फेल?
लेकिन, लगभग दो दशक के दौर के बाद अब लालू यादव की पार्टी आरजेडी के खिलाफ सवर्णों की नाराजगी को कम करने का बीड़ा कांग्रेस ने उठाया था. लालू की गैरहाजिरी में उनके बेटे तेजस्वी यादव को आगे कर कांग्रेस सवर्णों के एक तबके के बीच यह संदेश देने की कोशिश कर रही थी कि आरजेडी अब वो आरजेडी नहीं रह गई. गंगा में बहुत पानी बह चुका है.
मोदी विरोध के नाम पर बिहार में महागठबंधन बनाने की तैयारी में लगी कांग्रेस की रणनीति का हिस्सा था जिसमें लालू यादव के यादव और मुस्लिम वोट के साथ कांग्रेस सवर्ण तबके के लोगों को भी अपने नाम पर जोड़ने की तैयारी में थी. कांग्रेस में मदनमोहन झा और अखिलेश प्रसाद सिंह सरीखे सवर्ण नेताओं को आगे बढाकर आरजेडी के रघुवंश प्रसाद सिंह और जगदानंद सिंह जैसे चेहरों के सहारे कांग्रेस एक बार फिर से सवर्ण तबके को महागठबंधन से जोड़ने की तैयारी कर रही थी.
सूबे में कांग्रेस आरजेडी के बराबर सीट पर लड़ने का दावा कर रही थी. बीजेपी द्वारा एसएसी और एसटी एक्ट पर लिए गए फैसले के खिलाफ सवर्ण मतदाताओं की नाराजगी को भुनाने का मंसूबा पाल चुकी कांग्रेस बिहार में आरजेडी के साथ गठबंधन कर बेहतरीन प्रदर्शन की उम्मीद लगाए बैठी थी. लेकिन सवर्णों को आरक्षण दिए जाने संबंधी सदन में कवायद जैसे ही शुरू हुई राजनीतिक फिजा प्रदेश में बदलने लगी. खासकर आरजेडी के विरोध के फैसले के बाद आरजेडी के सवर्ण नेता सहित कांग्रेस पार्टी का राजनीतिक गणित उलझने लगा है.
स्टेट लेवल के एक सीनियर कांग्रेसी नेता ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि अगड़ी जाति के बीच आरजेडी के रुख को समझ पाना मुश्किल होगा और इससे आगामी लोकसभा चुनाव में आरजेडी और कांग्रेस के गठबंधन पर प्रतिकूल असर पड़ेगा.
लेकिन, सामान्य वर्ग के गरीब तबके को मिलने वाले दस फीसदी आरक्षण वाले विधेयक पर आरजेडी के संसद में विरोध के बाद कांग्रेस की सारी रणनीति फेल होती दिख रही है. झटका आरजेडी के उन सवर्ण नेताओं को भी लगा है जो इस बार सवर्णों के वोट बैंक के सहारे चुनाव में उतरने की तैयारी में थे.
आरजेडी के सवर्ण नेताओं में बेचैनी
आरजेडी के वरिष्ठ नेता रघुवंश प्रसाद सिंह की तरफ से आया बयान उसी झुंझलाहट और बेचैनी को दिखाता है. आरजेडी के सवर्ण नेता पार्टी के स्टेंड को लेकर उलझन में हैं कि वो लोकसभा चुनाव में सवर्ण मतदाताओं से वोट किस आधार पर मांगेंगे, उन दिग्गज नेताओं में रघुवंश प्रसाद सिंह,जगदानंद सिंह और शिवानंद तिवारी सरीखे नेता शामिल हैं जिन्हें आरजेडी के द्वारा लिया गया सवर्ण आरक्षण विरोधी फैसला असहज करने लगा है. इसलिए आरजेडी द्वारा लिए गए फैसले को चूक बताकर रघुवंश प्रसाद सिंह ने डैमेज कंट्रोल करने की कोशिश भी शुरू कर दी है.
उन्होंने ऐसा वक्तव्य देकर अगड़ी जाति को रिझाने की कोशिश की है. दरअसल रघुवंश प्रसाद सिंह आरजेडी के सवर्ण चेहरा हैं. वो पांच दफा सांसद चुने जा चुके हैं. उनका चुनाव क्षेत्र वैशाली है जहां राजपूतों की संख्या निर्णायक फैसला कराने का मादा रखती है.
साल 1996 से लेकर 2009 तक लगातार रघुवंश प्रसाद सिंह वहां के सांसद रह चुके हैं. जातिगत समीकरण के तहत यादव और राजपूत जाति का एक साथ गोलबंद होना रघुवंश बाबू को संसद तक पहुंचाता रहा है लेकिन 2014 में रामा सिंह की इंट्री की वजह से एलजेपी और बीजेपी के गठबंधन ने रघुवंश प्रसाद सिंह को छठी बार सांसद बनने से रोक दिया था.
वजह साफ है कि राजपूत और यादव समाज का गठबंधन पिछले चुनाव में मज़बूत नहीं हो पाया था और आरजेडी के सवर्ण आरक्षण मुद्दे पर अपनाए गए रुख से रघुवंश प्रसाद सिंह सरीखे नेता की राजनीतिक जमीन चौपट हो सकती है. इसके लिए रघुवंश प्रसाद सिंह ने पार्टी से अलग लाइन लेकर मुद्दे को माइल्ड करने की कोशिश की है. ध्यान रहे राजपूत और यादव का गठजोड़ वैशाली के आसपास तीन लोकसभा क्षेत्र में सीधा असर डाल सकता है इसलिए बदली परिस्थितियों में उन्हें एक साथ रख पाना आसान नहीं दिखाई पड़ रहा है. यही हालत कमोबेश कई संसदीय क्षेत्र में है जिनमें मुंगेर, बलिया, बेगूसराय, नवादा, दरभंगा, मुज़्फ्फरपुर, औरंगाबाद की सीटें प्रमुख हैं.
लालू यादव के इशारे पर हुआ था विरोध!
सूत्रों की मानें तो आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव से सलाह मशविरा करने के बाद ही पार्टी ने लोकसभा और राज्यसभा में सवर्ण आरक्षण मुद्दे पर विरोध करने का फैसला किया था. राज्य सभा में मनोज झा ने बिल का विरोध करते हुए कहा था कि ‘कहानियां हमेशा से काल्पनिक आधार पर गढ़ी जाती रही हैं और उसका वास्तविकता से दूर-दूर का वास्ता नहीं होता है.’ उन्होंने कहा था कि ‘हम सबने बचपन में पढ़ा है कि एक गरीब ब्राह्मण था लेकिन एक गरीब दलित था , एक गरीब यादव था या एक गरीब कुर्मी था ऐसी कहानी कभी नहीं पढ़ी है.’
ज़ाहिर है मनोज झा ऐसी कहानी सुना कर साबित करने की कोशिश कर रहे थे कि सवर्ण को गरीब बताया जाना मनगढ़ंत कहानी है और इसका हकीकत से कोई लेना देना नहीं है. मनोज झा पार्टी लाइन के हिसाब से सदन में बोल रहे थे और बाहर पार्टी के युवा नेता और लालू प्रसाद के वारिस तेजस्वी यादव सवर्ण आरक्षण के मुद्दे पर आए संविधान संशोधन विधेयक का विरोध यह कहते हुए कर रहे थे कि यह आरक्षण दलित,पिछड़े और आदिवासी को मिल रहे आरक्षण को खत्म करने की एक साजिश है. इतना ही नहीं तेजस्वी यादव ने विरोध करते हुए यह भी कहा था कि 15 फीसदी आबादी को 10 फीसदी आरक्षण दिए जाने की कोशिश हो रही है तो 52 फीसदी ओबीसी के लिए 27 फीसदी आरक्षण का दायरा बढ़ाया जाना चाहिए.
तेजस्वी पिता लालू प्रसाद से गंभीर मंत्रणा के बाद ही ऐसी लाइन ले रहे थे. उन्हें मालूम था कि ऐसी पार्टी लाइन आरजेडी को सूट करती है और वो मोदी सरकार द्वारा लाए गए सवर्ण आरक्षण मुद्दे पर बिहार में अगड़ा बनाम पिछड़ा राजनीति करने में ठीक वैसे ही कामयाब होंगे जैसे उनके पिता लालू प्रसाद 90 के दशक में मंडल कमीशन लागू किए जाने के बाद सत्ता के शिखर तक पहुंचे थे.
अगड़ा बनाम पिछड़ा की रणनीति कितनी कारगर?
बिहार में अगड़ा बनाम पिछड़ा की राजनीति के दम पर लालू प्रसाद की राजनीति खूब चमकती रही है. इसकी वजह यह है कि अगड़ी जाति में जो चार जाति आती हैं, उनमें ब्राह्मण की आबादी 5.7 फीसदी है वहीं कायस्थ 1.5 फीसदी, भूमिहार 4.7 फीसदी और राजपूत 5.2 फीसदी हैं. आरजेडी अगड़ों के खिलाफ अतिपिछड़ा 21.7 फीसदी, यादव 14.4 फीसदी, बनिया 7.1 फीसदी, कुर्मी 3 और कोईरी 4 फीसदी को गोलबंद कर बिहार में अपनी राजनीति चमकाने की फिराक में है.
लेकिन 90 के दशक की राजनीति का वो तरीका अब कारगर हो पाएगा उसकी उम्मीद कम ही दिखाई पड़ती है. मंडल कमीशन के दौर की राजनीति के बाद बिहार में तमाम दलों के नेतृत्वकर्ता पिछड़े और अति पिछड़े समाज से ही आते हैं, इसलिए आरजेडी की राजनीति से ज्यादा राजनीतिक लाभ मिल पाएगा ऐसा प्रतीत होता नजर नहीं आता है. प्रदेश में अगड़ा बनाम पिछड़ा की राजनीति फिर से शुरू हो सके इसकी गुंजाइश नहीं दिखाई पड़ती है.
यही वजह है कि महागठबंधन के घटक दलों में सवर्ण आरक्षण मुद्दे पर आरजेडी के विरोध के बाद असहज स्थिति पैदा होने लगी है. आरजेडी के सवर्ण नेता भले ही डैमेज कंट्रोल करने में लगे हों लेकिन कांग्रेस के भीतर भी आरजेडी के स्टैंड को लेकर मायूसी है. कांग्रेस पार्टी आरजेडी के वोट बैंक के साथ अगड़ों को एक साथ लाने की रणनीति पर काम कर रही थी लेकिन अब वैसा हो पाना उन्हें टेढ़ी खीर मालूम पड़ने लगा है.
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2019/01/dc-Cover-qkd1u2qcgurcfgrnlu56hpo9g0-20180104205714.Medi_.jpeg448800Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-01-20 18:05:522019-01-20 18:05:55आरजेडी के स्वर्णों के कोटा विरोध ने कांग्रेस की मुश्किल बढ़ाई
विश्व हिंदू परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष (कार्याध्यक्ष) आलोक कुमार ने कहा यदि कांग्रेस हमारे लिए अपने दरवाजे खोलती है और अपने चुनावी घोषणा पत्र में राममंदिर निर्माण को शामिल करती है तो हम विचार करेंगे
विश्व हिंदू परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष (कार्याध्यक्ष) आलोक कुमार ने राम मंदिर निर्माण के लिए कानून न बनाने पर बीजेपी सरकार को आड़े हाथों लिया है. उन्होंने कहा, ‘हमें लगता था कि सरकार कानून बनाएगी. हमने आग्रह भी किया था और सरकार को कानून लाना भी चाहिए था. लेकिन अब लगता है कि सरकार कानून नहीं लाएगी. कम से कम इस कार्यकाल में तो नहीं लाएगी. इसलिए हम दूसरे विकल्पों के साथ संतों के सामने इस मामले को रखेंगे. 1 फरवरी को धर्म संसद में अब संत ही तय करेंगे कि हमें क्या करना है?’
कांग्रेस के साथ जाने पर क्या बोली VHP?
कुंभ मेला शिविर में मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि हिंदुत्व और राममंदिर को लेकर जो भी सकारात्मक संकेत देगा, हम उसके साथ जा सकते हैं. वहीं एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि विकल्प तो कई हो सकते हैं. यह पूछने पर कि क्या कांग्रेस के साथ भी जा सकते हैं तो उन्होंने कहा कि पहले वे अपने दरवाजे तो हमारे लिए खोले. कांग्रेस ने तो अपने दरवाजे हमारे लिए बंद कर रखे हैं. कांग्रेस के साथ जाने के लिए पहले कांग्रेस सेवा दल से जुड़ना होता है. यदि कांग्रेस हमारे लिए अपने दरवाजे खोलती है और अपने चुनावी घोषणा पत्र में राममंदिर निर्माण को शामिल करती है तो हम विचार करेंगे.
हालांकि उन्होंने कांग्रेस पर राममंदिर मुद्दे को कोर्ट में लटकाने का आरोप भी लगाया. उन्होंने कहा कि, सुप्रीम कोर्ट में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं (जो वकील भी हैं) ने पूरा प्रयास किया कि यह मामला और लटके. सीजेआई पर दबाव बनाया गया. उनके खिलाफ महाभियोग की नोटिस दी गई. यह पूछे जाने पर कि क्या फिर चुनाव में वह बीजेपी को ही सपोर्ट करेंगे.
आलोक कुमार ने कहा कि यह संत ही तय करेंगे. हम तो पूरी स्थिति उनके सामने रखेंगे. हालांकि फिलहाल हिंदुत्व और राममंदिर के बारे में बीजेपी के अलावा कोई दूसरी पार्टी सोचने वाली तो नहीं दिख रही.
मीडिया के पूछे जाने पर कि क्या दोबारा बीजेपी की सरकार बनने पर वह बीजेपी पर राममंदिर के लिए दबाव बनाएंगे? उन्होंने कहा कि हम फिर उनसे आग्रह करेंगे. जनमत चाहता है कि राममंदिर बने. हमें उम्मीद है कि 2025 तक राममंदिर जरूर बन जाएगा. हालांकि यह नहीं बताया कि शुरू कब होगा.
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2019/01/VHP.jpg498885Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-01-20 17:41:542019-01-20 17:41:57राम मंदिर मुद्दे पर कांग्रेस का साथ दे सकती है वीएचपी
लखनऊ: प्रयागराज में संगम की रेती पर बसे आस्था के कुंभ से उत्तर प्रदेश सरकार को 1,200 अरब रुपये का राजस्व मिलने की उम्मीद है. उद्योग मंडल भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) ने यह अनुमान लगाया है. सीआईआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक 15 जनवरी से 4 मार्च तक आयोजित होने वाला कुंभ मेला हालांकि धार्मिक और आध्यात्मिक आयोजन है मगर इसके आयोजन से जुड़े कार्यों में छह लाख से ज्यादा कामगारों के लिए रोजगार उत्पन्न हो रहा है. उत्तर प्रदेश सरकार ने 50 दिन तक चलने वाले कुंभ मेले के लिए आयोजन के लिए 4,200 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं जो वर्ष 2013 में आयोजित महाकुंभ के बजट का तीन गुना है.
सीआईआई के अध्ययन के मुताबिक कुंभ मेला क्षेत्र में आतिथ्य क्षेत्र में करीब ढाई लाख लोगों को रोजगार मिलेगा. इसके अलावा एयरलाइंस और हवाई अड्डों के आसपास से करीब डेढ़ लाख लोगों को रोजी-रोटी मिलेगी. वहीं, करीब 45,000 टूर ऑपरेटरों को भी रोजगार मिलेगा. साथ ही इको टूरिज्म और मेडिकल टूरिज्म क्षेत्रों में भी लगभग 85,000 रोजगार के अवसर बनेंगे.
रिपोर्ट के मुताबिक इसके अलावा टूर गाइड टैक्सी चालक द्विभाषिये और स्वयंसेवकों के तौर पर रोजगार के 55 हजार नए अवसर भी सृजित होंगे. इससे सरकारी एजेंसियों तथा वैयक्तिक कारोबारियों की आय बढ़ेगी.
सीआईआई के अनुमान के मुताबिक कुंभ मेले से उत्तर प्रदेश को करीब 12 सौ अरब रुपये का राजस्व मिलेगा. इसके अलावा पड़ोस के राज्यों राजस्थान, उत्तराखंड, पंजाब और हिमाचल प्रदेश को भी इसका फायदा होगा. ऐसा इसलिए है क्योंकि कुंभ में शामिल होने वाले पर्यटक इन राज्यों के पर्यटन स्थलों पर भी जा सकते हैं.कुंभ मेले में करीब 15 करोड़ लोगों के आने की संभावना है. दुनिया का यह सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन पूरी दुनिया में अपनी आध्यात्मिकता और विलक्षणता के लिए प्रसिद्ध है
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2019/01/11_01_2019-kumbh_18842706.jpg540650Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-01-20 17:34:232019-01-20 17:34:26आस्था का कुम्भ, 12 लाख करोड़ की कमाई : सीआईआई
मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक रिसॉर्ट में कांग्रेस विधायकों के बीच झड़प की बात का तब पता चला जब एक विधायक आनंद सिंह को बेंगलुरु के अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया. हालांकि कांग्रेस ने इन खबरों का खंडन किया है
बेंगलूर: कर्नाटक के राजनीतिक घटनाक्रम ने उस वक्त अजीबोगरीब मोड़ ले लिया जब कांग्रेस के विधायक जे एन गणेश की झड़प अपनी ही पार्टी के विधायक आनंद सिंह से हो गई. इस बीच, कांग्रेस ने पार्टी विधायक दल की अहम बैठक में हिस्सा नहीं लेने वाले अपने चार विधायकों को नोटिस जारी किया है. कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि पार्टी के दोनों विधायकों के बीच झड़प की घटना शनिवार की रात शहर के उस रिजॉर्ट में हुई जहां कांग्रेस के विधायक शुक्रवार से ही जमे हुए हैं. मुख्य विपक्षी भाजपा की ओर से कांग्रेस-जेडीएस सरकार गिराने की कथित कोशिशों के कारण इन विधायकों को रिजॉर्ट में रखा गया है.
उन्होंने बताया कि बल्लारी जिले के कम्पली विधानसभा क्षेत्र से विधायक जे एन गणेश के साथ हुई झड़प के बाद इसी जिले के होसपेट से विधायक आनंद सिंह को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. दोनों के बीच तीखी बहस हुई और फिर हाथापाई हो गई. इस बीच, रविवार को अपने चार विधायकों को भेजे गए नोटिस में कांग्रेस ने जानना चाहा है कि शुक्रवार को हुई कांग्रेस विधायक दल की बैठक में हिस्सा नहीं लेने पर उनके खिलाफ दल-बदल निरोधक कानून के तहत कार्रवाई क्यों नहीं की जाए.
कांग्रेस ने अपने शक्ति प्रदर्शन के उद्देश्य से विधायक दल की बैठक की थी. बहरहाल, अस्पताल के सूत्रों ने बताया कि आंनद सिंह की ‘‘आंखें काली पड़ गई हैं और उन्हें काफी चोट आई है.’’ उनके मुताबिक, आनंद ने छाती में बेचैनी की शिकायत की थी, लेकिन अब वह ‘‘ठीक’’ हैं और वॉर्ड में हैं. गणेश कांग्रेस के उन ‘असंतुष्ट’ विधायकों में शामिल बताए जाते हैं जो कथित तौर पर भाजपा में शामिल होने की योजना बना रहे पार्टी के असंतुष्ट विधायकों के संपर्क में हैं. कांग्रेस प्रवक्ता एवं निजामाबाद के पूर्व सांसद मधु गौड़ याक्षी ने बताया, ‘‘यह निजी मामला था, जिले से जुड़ा था. वे कारोबार में एक साथ हैं.
इस झड़प का राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है. वे एक ही जिले के हैं और उनके कारोबारी रिश्ते हैं. यह (झगड़ा) उसी से जुड़ा है. इसका राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है.’’ याक्षी ने बताया कि उनकी मौजूदगी में दोनों विधायकों ने रात में खाना खाया और उस समय सब कुछ अच्छा था, लेकिन जैसे ही वह वहां से गए तो दोनों के बीच झगड़ा हो गया. बिदाड़ी पुलिस थाने ने संपर्क किए जाने पर बताया कि उसे इस बाबत अब तक कोई शिकायत नहीं मिली है. अस्पताल के बाहर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं.
कांग्रेस विधायक रघुनाथ ने कहा, ‘‘हमें अस्पताल के भीतर नहीं जाने दिया गया.’’ कांग्रेस पर निशाना साधते हुए भाजपा ने ट्वीट किया, ‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि केपीसीसी, इगलटन रिजॉर्ट में झगड़ा रोकने में नाकाम रही. हम उम्मीद करते हैं कि आनंद सिंह का इलाज कराया जा रहा होगा और हम उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना करते हैं.’’
भाजपा ने कहा, ‘‘दुर्भाग्यवश अब दिनेश गुंडू राव (प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष) भाजपा पर भी ठीकरा नहीं फोड़ सकते, क्योंकि विधायक तो उनकी निगरानी में इगलटन में ठहरे हुए हैं. अब आप कौन सा बहाना बनाएंगे?’’ बहरहाल, कांग्रेस नेता एवं कर्नाटक सरकार में वरिष्ठ मंत्री डी के शिवकुमार ने इन खबरों को खारिज किया कि आनंद सिंह पर हमला हुआ.
उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस के सारे विधायक एकजुट हैं. शिवकुमार ने कहा, ‘‘किसी ने गुमराह किया है. कोई हमला नहीं हुआ. (सिंह के सिर पर) बोतले मारने की कोई घटना नहीं हुई. यह फर्जी खबर है. हर कोई साथ है. पूरी कांग्रेस एकजुट है.’’ कर्नाटक में भाजपा के वरिष्ठ नेता आर अशोक ने कहा कि कांग्रेस आनंद सिंह को मीडिया के सामने पेश करे और पुलिस इस मामले में कानूनी कार्रवाई शुरू करे.
कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि पार्टी ने जिन विधायकों को नोटिस भेजा उनमें रमेश जरकीहोली, बी नागेंद्र, उमेश जाधव और महेश कुमताहल्ली शामिल हैं. इन चारों ने कांग्रेस विधायक दल की बैठक में हिस्सा नहीं लिया था. विधायक दल की बैठक में इन चारों कांग्रेस विधायकों की गैर-मौजूदगी से राज्य की सात महीने पुरानी कांग्रेस-जेडीएस सरकार को फिलहाल कोई खतरा नहीं है. पार्टी ने चारों विधायकों को स्पष्टीकरण देने को कहा है. कांग्रेस के 80 में से 76 विधायकों ने बैठक में हिस्सा लिया था.
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2019/01/340568-karnatk.jpg545970Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-01-20 16:51:022019-01-20 16:51:04कर्नाटक संकट: कांग्रेस विधायकों के बीच हुई मारपीट-हाथापाई, अस्पताल में भर्ती एक MLA
पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में श्रीकांत जेना और कोरापुट के पूर्व विधायक कृष्णचंद्र सागरिया को कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया गया. उन्होंने अखिल भारतीय कांग्रेस समिति की अनुशंसा पर पार्टी की ओडिशा इकाई ने निष्कासित किया है
भुवनेश्वर : कांग्रेस से निष्काषित किए जाने के एक दिन बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री श्रीकांत जेना ने रविवार को कहा कि वह कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का ऐसा पर्दाफाश करेंगे कि वह फिर ‘‘जनता को अपना चेहरा नहीं दिखा’’ पाएंगे. पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में श्रीकांत जेना और कोरापुट के पूर्व विधायक कृष्णचंद्र सागरिया को कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया गया. उन्होंने अखिल भारतीय कांग्रेस समिति की अनुशंसा पर पार्टी की ओडिशा इकाई ने निष्कासित किया है.
जेना ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘मैं समझता हूं कि राहुल गांधी 25 जनवरी को ओडिशा के दौरे पर आएंगे. मैं उसी दिन उनका पर्दाफाश करूंगा ताकि वह जनता को अपना चेहरा नहीं दिखा सकें.’ बहरहाल, कांग्रेस प्रमुख के खिलाफ अपने प्रस्तावित ‘महाखुलासे’’ का उन्होंने ब्यौरा नहीं दिया.
कांग्रेस से निष्कासित किए जाने पर नाराज जेना ने कहा, ‘राहुल गांधी ने स्पष्ट कर दिया है कि वह खनन माफिया का साथ देंगे. कभी उत्कलमणि गोपबंधु दास का साथ देने वाली ओडिशा प्रदेश कांग्रेस समिति के नेतृत्व ने खनन माफिया से हाथ मिला लिया है. हालांकि इस तरफ मैंने कई बार राहुल गांधी का ध्यान आकर्षित किया, लेकिन उन्होंने खनन माफिया का साथ दिया.’
स्वतंत्रता सेनानी गोपबंधु दास को ‘ओडिशा का गांधी’ कहा जाता है, जिन्हें शानदार सामाजिक कार्यों, सुधारक, राजनीतिक कार्यकर्ता, पत्रकार, कवि होने के लिए ‘‘उत्कलमणि’’ की उपाधि हासिल है. जेना ने आरोप लगाए कि गांधी ने निर्णय किया था कि ओडिशा की सरकार की कमान पटनायक परिवार के हाथों में रहना चाहिए, जिसके लिए उन्होंने बीजू जनता दल (बीजद) के अध्यक्ष नवीन पटनायक के साथ ‘‘महागठबंधन’’ की घोषणा की.
जेना ने कटाक्ष करते हुए कहा कि वह पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्त नहीं रहे और कांग्रेस में वह उपयुक्त नहीं बैठते क्योंकि खनिजों को लूटकर उन्होंने ‘‘धन इकट्ठा’’ नहीं किया है. उन्होंने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष निरंजन पटनायक पर भी आरोप लगाए, जिनके जवाब में पटनायक ने कहा कि अनुशासनहीनता में शामिल लोगों के लिए कांग्रेस में कोई जगह नहीं है.
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2019/01/Shrikant-Jena-Krushna-Chandra-Sagaria-Odisha-Congress.jpg450650Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-01-20 16:19:182019-01-20 16:19:21‘राहुल गांधी 25 जनवरी को ओडिशा के दौरे पर आएंगे. मैं उसी दिन उनका पर्दाफाश करूंगा ताकि वह जनता को अपना चेहरा नहीं दिखा सकें.’जेना
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