Chandigarh Police arrested Sibhu R/o # 1475, Churiyan Wala Mohalla, MM, Chandigarh, Chandigarh while gambling near Kila, Manimajra, Chandigarh, on 06.12.2019. Total cash Rs. 3160/- was recovered from his possession. A case FIR No. 206, U/S 13-3-67 Gambling Act has been registered in PS-MM, Chandigarh. Later he was released on bail. Investigation of the case is in progress.
Arrest in rape case
A case FIR No. 205, U/S 376, 420, 506 IPC has been registered in PS-MM, Chandigarh on the statement of a girl resident of Chandigarh against Wasim Abbas resident of Shanti Nagar, Manimajra, Chandigarh and who raped her in pretext to marriage. Accused arrested in this case. Investigation of the case is in progress.
Theft
Gullu Yadav R/o # 164/3, EWS Colony, Chandigarh reported that unknown person who stolen away water meter from his residence on the night intervening 02/03-12-2019. A case FIR No. 200, U/S 379 IPC has been registered in PS-Maloya, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.
A girl resident of Chandigarh reported that unknown person stolen away her bicycle from in front of commerce Academy, Sector-36-a, Chandigarh on 29.11.2019. A case FIR No. 249, U/S 379 IPC has been registered in PS-36, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.
Missing/Abduction
A lady resident of Chandigarh reported that unknown person abducted/missing her daughter aged 17 years from her residence on 06.12.2019. A case FIR No. 206, U/S 363 IPC has been registered in PS-Maulijagran, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/12/Chandigarh-Police-Coaching-in-Chandigarh.jpg319889Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-12-07 13:57:282019-12-07 13:57:31Police Files, Chandigarh
ज्ञात हो कि उन्नाव के बिहार थानाक्षेत्र के अंतर्गत आने वाले एक गांव की युवती के साथ दुष्कर्म हुआ था. इसके बाद दो नामजद आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था. युवती इसी मामले की पैरवी के लिए गुरुवार को रायबरेली जा रही थी. गुरुवार तड़के करीब चार बजे पीड़िता रायबरेली जाने के लिए ट्रेन पकड़ने बैसवारा स्टेशन के लिए निकली थी, तभी गांव के बाहर खेत में दोनों आरोपी व उनके तीन साथियों ने उसके ऊपर पेट्रोल डालकर आग लगा दी.
नई दिल्ली(ब्यूरो):
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्षा ने मांग की है कि उन्नाव रेप केस में बलात्कारियों को एक महिने के भीतर फांसी हो. बता दें उन्नाव में आग के हवाले की गई दुष्कर्म पीड़िता की शुक्रवार रात दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में मौत हो गई.
करीब 90 फीसदी झुलस चुकी पीड़िता को गुरुवार को एअरबस से दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल लाया गया था. अस्पताल की ओर से बताया गया कि शुक्रवार को रात 11:40 बजे पीड़िता ने आखिरी सांस ली.
पीड़िता को शुक्रवार रात को 11:10 बजे कार्डियक अरेस्ट आया, जिसके बाद डॉक्टरों की टीम उसे संभालने में जुट गए, लेकिन जान नहीं बचाई जा सकी. पीड़िता ने शुक्रवार सुबह में डॉक्टर से पूछा था कि क्या मैं बच जाऊंगी?’ उसने अपने भाई से कहा था कि अगर उसकी मौत हो जाती है तो दोषियों को नहीं छोड़ना.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर पीड़िता को एअरलिफ्ट कराया गया था. पीड़िता को बंदरिया बाग और अर्जुनगंज होते हुए शहीद पथ रास्ते से एयरपोर्ट पहुंचाया गया था.
ज्ञात हो कि उन्नाव के बिहार थानाक्षेत्र के अंतर्गत आने वाले एक गांव की युवती के साथ दुष्कर्म हुआ था. इसके बाद दो नामजद आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था. युवती इसी मामले की पैरवी के लिए गुरुवार को रायबरेली जा रही थी. गुरुवार तड़के करीब चार बजे पीड़िता रायबरेली जाने के लिए ट्रेन पकड़ने बैसवारा स्टेशन के लिए निकली थी, तभी गांव के बाहर खेत में दोनों आरोपी व उनके तीन साथियों ने उसके ऊपर पेट्रोल डालकर आग लगा दी.
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2019/12/unnao-rape-victim.jpg400650Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-12-07 02:37:272019-12-07 02:37:30पीड़िता ने शुक्रवार सुबह में डॉक्टर से पूछा था कि ‘क्या मैं बच जाऊंगी?’
07 दिसंबर 2019: आप अपने कार्य को पटरी पर लाने की कोशिश कर रहे हैं, और आज सिर्फ उसी के लिए प्रेरणा देने वाला है। यदि आप कार्यक्षेत्र में अटके हुए महसूस कर रहे हैं, तो आज चीजें स्पष्ट हो जाएंगी। आप अंततः महसूस करेंगे कि यह क्या है कि आप वास्तव में करना चाहते हैं – और आपका मन पूर्ण शांति महसूस करेगा।
07 दिसंबर 2019: कार्य स्थल में संचार आपके विचार से अधिक लाभदायक साबित हो सकता है। अगर कुछ कार्यालय की राजनीति है जिसमें आप शामिल नहीं हैं, और आप नहीं जानते कि इसके बारे में क्या करना है – सबसे अच्छी बात यह है कि यह बात करें। अन्य लोगों के साथ बैठें और चीजों को सुलझाएं। आप एक साथ काम कर रहे हैं, इसलिए एक विषाक्त के बजाय एक शांत वातावरण बनाना सबसे अच्छा है।
07 दिसंबर 2019: आज काम पर रचनात्मकता के बारे में सब कुछ है। आप बहुत सारा व्यवसाय कर रहे हैं, और आपके रचनात्मक पक्ष को बाहर आने का समय नहीं मिला है। हालांकि, आज आपको एक ऐसी परियोजना की पेशकश की जाएगी जहां आपकी सभी कल्पना और रचनात्मकता का उपयोग किया जाएगा। इसलिए इसका अधिकतम लाभ उठाएं।
07 दिसंबर 2019: काम? क्या काम? आज का दिन आपके लिए अपने सारे काम भूलकर वापस बैठने और दिन का आनंद लेने का दिन है। काम के दौरान बीमार पड़ना, और अकेले कुछ समय के लिए अपने सोफे पर बैठना। इसके बारे में दोषी महसूस न करें, हर किसी को एक दिन की छुट्टी चाहिए।
07 दिसंबर 2019: आपके मन में लिया के बारे में क्या है? आप काम की वजह से बहुत भ्रमित और तनाव ग्रस्त महसूस कर रहे हैं। लेकिन आज, यह बदल जाएगा। जो भी हल नहीं किया गया है वह आपके सामने आ जाएगा और आप अपने आप को खुश और फिर से हल कर पाएंगे। इतना तनाव नहीं है एस?
07 दिसंबर 2019: कैसा रहा कन्या राशि का काम? अच्छा? खैर, यह बहुत बेहतर होने वाला है। आज आपके द्वारा किए जा रहे सभी अच्छे कामों के कारण आपको पदोन्नति और वृद्धि की पेशकश की जाएगी। आपके वरिष्ठ आपको एक नेता के रूप में लेंगे और आप अभी से निर्णय लेने की सभी प्रक्रियाओं में शामिल होंगे। चीयर्स।
07 दिसंबर 2019: आज आपको अपने कार्य वित्त की जाँच करने की आवश्यकता है। सब कैसे चल रहा हैं? वहाँ कहीं आप पर कटौती करने की आवश्यकता है? आप चित्र के बाहर काम के वित्तीय पक्ष को छोड़ रहे हैं, और यह आज आपके लिए महत्वपूर्ण है। आप पैसे की गड़बड़ी में नहीं फंसना चाहते।
07 दिसंबर 2019: अच्छी खबर आपको आज काम पर मिलेगी, और आप देखेंगे कि यह आपको पूरे दिन खुश रखेगा। एक परियोजना या सौदा जिसे आप चला रहे हैं, आखिरकार एक समझौता होगा, जो आपको और आपकी कंपनी को बहुत पैसा देगा।
07 दिसंबर 2019: आज आपको अपने काम पर ध्यान देने की आवश्यकता है। आप सामाजिकता में बहुत अधिक हैं, और आप शायद ही काम पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं – जो आपके लिए चीजों को थोड़ा कठिन बना रहा है। यदि आप अपनी नौकरी बचाना चाहते हैं, तो यह समय आपके बॉस को दिखाने का है कि आप क्या कर सकते हैं।
07 दिसंबर 2019: अरे वहाँ वर्कहोलिक, हमें लगता है कि आप एक बुरके का उपयोग कर सकते हैं। जब आप बीमार हों तब भी आप हमेशा काम पर होते हैं – और यह अच्छी बात नहीं है। इसलिए आज, आगे बढ़ें और काम से एक दिन की छुट्टी लें – और यदि आप ऐसा नहीं करना चाहते हैं, तो कम से कम अपने भारी कार्यों को दूसरों को सौंप दें ताकि आप थोड़ा आराम कर सकें।
07 दिसंबर 2019: आपका कार्य बंद हो रहा है, लेकिन आप इस बात के बारे में अनिश्चित हो सकते हैं कि यह वही है जो आप करते रहना चाहते हैं या नहीं। आज, बैठ जाओ और अपने मन को शांत करने के लिए ध्यान करो ताकि आप यह तय कर सकें कि यह वही है जो आप वास्तव में करना चाहते हैं और अगर यह आपको खुश रखने वाला है।
07 दिसंबर 2019: आज अपने ज्ञान का विस्तार करें। कुछ नया सीखना हमेशा अच्छा होता है जिसे आप अपने कार्य स्थल पर उपयोग कर सकते हैं। आज एक कार्यशाला या एक व्याख्यान लें जो आपको कुछ नया सिखाएगा। काम पर इस नए कौशल का उपयोग करें और आपकी पदोन्नति की गारंटी है।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/12/rashifal.jpg476715Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-12-07 02:25:112019-12-07 02:25:13aaj ka rashifal
तिथिः एकादशी (की वृद्धि है जो कि रविवार को प्रातः 08.30 तक है,)
वारः शनिवार,
नक्षत्रः रेवती रात्रि 01.28 तक है,
योगः व्यतिपात सांय 05.03 तक,
करणः वणिज,
सूर्य राशिः वृश्चिक,
चंद्र राशिः मीन,
राहु कालः प्रातः 9.00 बजे से प्रातः 10.30 तक,
सूर्योदयः 07.05,
सूर्यास्तः 05.20 बजे।
नोटः आज रात्रि 01.28 से पंचम समाप्त हो रहे हैं।
विशेषः आज पूर्व दिशा की यात्रा न करें। शनिवार को देशी घी,गुड़, सरसों का तेल का दानदेकर यात्रा करें।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/12/Hindu-Panchang-1.jpg388997Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-12-07 01:58:232019-12-07 01:59:48आज का पंचांग
हॉफ सेंटेंस पूरा होने में 9 महीने बचे है, आधे से ज़्यादा सजा की अवधि नहीं पूरी होने पर लालू यादव की ज़मानत खारिज लालू प्रसाद यादव दुमका कोषागार से निकासी मामले में आरोपी हैं
नयी दिल्ली(ब्यूरो):
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख लालू प्रसाद यादव को शुक्रवार को झारखंड हाईकोर्ट से बड़ा झटका लगा है. झारखंड हाईकोर्ट ने आरजेडी प्रमुख की चारा घोटाले से जुड़े दुमका कोषागार के अवैध निकासी मामले में दायर जमानत याचिका को खारिज कर दिया है.
इससे पहले लालू यादव को इस मामले में 7-7 साल की सजा हुई थी. जमानत याचिका में ये आधार दिया गया था कि चारा घोटाले से जुड़े मामले में सुप्रीम कोर्ट के रिजन्ल डायरेक्टर ओपी दिवाकर को जमानत मिली थी. इसी जमानत को लालू यादव के वकील ने आधार बनाया था.
लालू यादव के वकील ने कहा कि आरजेडी प्रमुख ने हॉफ सेंटेंस पूरा कर लिया है तो, उन्हें जमानत मिलनी चाहिए. लेकिन झारखंड हाईकोर्ट ने कहा कि फिलहाल हॉफ सेंटेंस पूरा होने में 9 महीने बचे है. आधे से ज़्यादा सजा की अवधि नहीं पूरी होने पर लालू यादव की ज़मानत खारिज की जाती है.
आपको बता दें कि लालू प्रसाद यादव दुमका कोषागार से निकासी मामले में आरोपी हैं. साथ ही 3 अन्य मामलों में भी पूर्व मुख्यमंत्री दोषी हैं. फिलहाल वह रांची स्थित रिम्स हॉस्पिटल में भर्ती हैं.
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2019/12/lallu.jpg9001200Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-12-06 17:04:212019-12-06 17:04:41झारखंड हाईकोर्ट ने आरजेडी प्रमुख की चारा घोटाले से जुड़े दुमका कोषागार के अवैध निकासी मामले में लालू की जमानत याचिका को खारिज कर दिया है
– लोकसभा स्पीकर ओम बिरला सोमवार को कांग्रेस सांसदों के खिलाफ कोई फैसला ले सकते हैं – स्मृति ईरानी लोकसभा में उन्नाव में दुष्कर्म पीड़िता को जलाए जाने की घटना पर बोल रही थीं – जब बंगाल में रेप की घटनाएं राजनीतिक हथियार बनी थीं, तब विपक्ष चुप था- स्मृति – स्मृति ने कहा- सोमवार को संसद में देखूंगी कि महिलाओं के लिए बोलने पर विपक्ष किस तरह सजा देता है
नई दिल्ली:
कांग्रेस के सांसदों को शुक्रवार को लोकसभा में शून्यकाल के दौरान केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी से दुर्व्यवहार महंगा पड़ गया. चर्चा रंगपट्टनम जिले में एनकाउंटर केस हो रही थी लेकिन कांग्रेस के सांसदों ने स्मृति ईरानी के साथ जो दुर्व्यवहार किया, उसके चलते कांग्रेस खुद ही बचाव में आ गई.
लोकसभा में शून्यकाल के शुरू होते ही हैदराबाद एनकाउंटर पर चर्चा होनी शुरू हुई. कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी जब बोलने को खड़े हुए तो उन्होंने हैदराबाद एनकाउंटर केस को राजनीतिक रंग देते हुए सरकार पर निशाना साधा और कहा कि एक तरफ सरकार राम मंदिर बना रही है लेकिन दूसरी तरफ सीता को जलाया जा रहा है. बस अधीर रंजन के इसी बयान को लेकर सत्ता पक्ष के सांसदों ने विरोध जताया. कई सांसदों और मंत्रियों ने कहा कि चौधरी एक भयावह घटना को राजनीतिक रंग देने की कोशिश कर रहे हैं.
अधीर रंजन के बयान को राजनीतिक बताते हुए केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी भी बोलने के लिए खड़ी हुई. उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि ऐसी घटनाएं देश के दूसरे हिस्से में होती हैं, तो वो खामोश क्यों थे. इसी को लेकर कांग्रेस के सदस्यों को गुस्सा आ गया. स्मृति ईरानी बोल ही रही थी कि कांग्रेस के 3 सांसद आगे की तरफ बढ़े. इसमें से 2 सांसदो ने तो हद ही कर दी. वो बाजुओं को चढ़ाते हुए स्मृति ईरानी की तरफ लपके. हालात को देखते हुए स्मृति ईरानी के ठीक पीछे उड़ीसा के सांसद संगीता देवी बैठी हुई थी वह स्मृति ईरानी के बचाव में आगे आई और साथ में ही केंद्रीय पर्यटन राज्य मंत्री पहलाद पटेल स्मृति ईरानी के सामने आ गए. उन्होंने जो कांग्रेस के सांसद आगे बढ़ रहे थे, उनको रोका और किसी तरह से बचाव किया. बाद में इस घटना को लेकर सत्तापक्ष के कई सांसदों और महिला सांसदों द्वारा इस मामले में माफी की मांग की गई.
कांग्रेस के सांसदों को एक घंटे का वक्त दिया गया कि वे स्मृति ईरानी से माफी मांगे. एक घंटे बाद फिर से लोकसभा शुरू हुई कांग्रेस के सदस्यों पर आरोप लगा था, केरल से जो सांसद हैं, वह लोकसभा से जा चुके थे, वापस नहीं आए. बीजेपी के सदस्यों ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए इसकी निंदा की और कहा कि खासतौर से यदि महिलाओं के साथ लोकसभा के भीतर सदन के भीतर इस तरह की घटना होती है तो देश में महिलाएं फिर कहां सुरक्षित है. सदस्यों ने कहा कि इस मामले में ऐसी कार्रवाई होनी चाहिए जिससे पूरे देश में एक मिसाल जाए क्योंकि यह घटना लोकसभा के भीतर हुई है और इसके बाद आम आदमी पार्टी के सांसद मान ने भी की निंदा की.
जैसे ही कांग्रेस के लोकसभा में नेता अधीर रंजन चौधरी बोलने को खड़े हुए सभी ने कहा कि आप ने जानबूझकर उन सदस्यों को वापस भेज दिया है, उनको बुलाया जाए हाउस में और वह सदस्य माफी मांगे लेकिन कांग्रेस की तरफ से कहा गया था कि वह सदस्य जा चके हैं. लिहाजा इस पर काफी शोरगुल हुआ और इसी बीच लोकसभा को सोमवार तक के लिए स्थिगित कर दिया गया.
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2019/12/samriti-irani.jpg415700Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-12-06 16:52:282019-12-06 16:52:30कांग्रेस के सांसदों ने लोकसभा केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी से किया दुर्व्यवहार
पंचकूला होमगार्ड विभाग व सी टी आई पंचकूला की तरफ से आज केक काटकर 57वा होमगार्ड दिवस मनाया गया।आपको बता दें कि 6 दिसम्बर 1966 को होमगार्ड विभाग की स्थापना की गई थी।होमगार्ड विभाग द्वारा किसी भी नाजूक सिथति मे नागरिकों को सुरक्षा दी जाती है ताकि हर एक नागरिक को बेहतर सुरक्षा दी जा सके।इस दौरान एस के जैन ए.डी.जी.पी होमगार्ड हरियाणा ने बतौर मुख्यातिथि के रूप मे शिरकत की ।उन्होंने सी टी आई पंचकूला मे स्टेट लेवल की मीटिंग ली।मीटिंग मे उन्होंने विशेष तौर पर बेटी होने पर प्रोत्साहन के तौर पर 81 सो रुपए के नगद राशि दी जाएगी और सभी स्वयं स्वयं सेवी के लिए इलाज के लिए ₹20000 का मेडिकल भुगतान विभाग द्वारा किया जाएगा यह स्कीम 1 जनवरी 2020 से लागू करने की योजना है इसके साथ साथ सीटीआई बे आपातकाल राहत ऑपरेशन के दौरान विशेषज्ञता पाने के लिए रिसर्च सेंटर बनाया गया है होमगार्ड दिवस के मौके पर आज पौधारोपण किया गया इसके साथ रस्साकशी वॉलीबॉल बैडमिंटन की परिती प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया पंचकूला मे सेंटर कमांडेंट के तौर पर तैनात तरसेम लाल ,प्लाटून कमांडर अशोक कुमार, निर्मल सिंह,सुखदीप सिंह व वोलंटियर बिन्दु, प्रेमलता, शरनजीत कौर ,चंदन,जशवंत मौजूद रहे।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2019/12/ajay-news.jpg9601280Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-12-06 16:21:472019-12-06 16:22:1157वा होमगार्ड दिवस मनाया गया
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पॉक्सो एक्ट के तहत बलात्कार के दोषियों को दया याचिका दायर करने के अधिकार से वंचित करने की बात कही है. – पॉक्सो एक्ट के तहत बलात्कार के दोषियों को नहीं मिले दया याचिका का अधिकार – राष्ट्रपति ने संसद से दया याचिका पर पुनर्विचार करने की अपील की है – नाबालिग बच्चों के साथ होने वाले यौन अपराध में लगता है पॉक्सो एक्ट
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नई दिल्ली(ब्यूरो):
राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने आज कहा कि नाबालिगों को यौन शोषण से बचाने के लिए कड़े POCSO अधिनियम के तहत दोषी पाए गए किसी को भी दया याचिका दायर करने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए. राजस्थान के सिरोही में एक कार्यक्रम में राष्ट्रपति कोविंद ने कहा, “महिला सुरक्षा एक गंभीर मुद्दा है. POCSO अधिनियम के तहत बलात्कार के दोषियों को दया याचिका दायर करने का अधिकार नहीं होना चाहिए. संसद को दया याचिकाओं की समीक्षा करनी चाहिए.”
इससे पहले लोकसभा में आज तेलंगाना एनकाउंटर पर सांसदों ने बहस के दौरान कई मुद्दों का जिक्र किया. धीमी न्याय प्रक्रिया पर भी सांसदों ने सवाल उठाए. दिल्ली की सांसद मीनाक्षी लेखी ने कहा कि जो भी हुआ वह बिल्कुल कानून के अनुसार हुआ. लोकसभा में एनकाउंटर पर बहस के दौरान मीनाक्षी लेखी ने कहा कि पुलिस के पास हथियार सजाकर रखने के लिए नहीं है. उन्होंने कहा कि, ‘…आप अपराध भी करेंगे और हथकड़ी खोलकर भागने का प्रयास भी करेंगे. पुलिस के पास हथियार सजाकर रखने के लिए नहीं है, वह क्या करती.’ मीनाक्षी लेखी ने कहा कि निर्भया वाले मामले में दिल्ली की सरकार ने फैसला लेने के लिए फाइल महीनों दबाकर रखा. उन्होंने कहा कि एनकाउंटर के बाद जो भी जांच प्रक्रिया होगी उसका पालन होगा.
संसद में रेप की घटनाओें पर हो रही बहस के दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अधीर रंजन चौधरी ने उन्नाव में रेप पीडि़ता को जिंदा जलाए जाने की घटना पर रोष व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि उन्नाव में पीड़िता 95% तक जल गई, इस देश में क्या चल रहा है? एक तरफ भगवान राम का मंदिर बनाया जा रहा है और दूसरी तरफ सीता मैया को आग लगाई जा रही है. अपराधी ऐसा करने की हिम्मत कैसे जुटाते हैं? अधीर रंजन चौधरी के इस बयान के बाद कांग्रेस के सांसदों ने सदन की कार्यवाही का बहिष्कार किए और उठकर बाहर चले गए.
इससे पहले हैदराबाद रेप कांड के चारों आरोपियों का आज सुबह एनकाउंटर कर दिया गया. इन चारों पर महिला वेटरनरी डॉक्टर के साथ रेप और उसे मारकर जला देने का आरोप था. पुलिस का दावा है कि ये सभी आरोपी भागने की कोशिश कर रहे थे और इस दौरान पुलिस की ओर से हुई फायरिंग में सभी आरोपी मारे गए हैं. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यह एनकाउंटर आज तड़के 3 बजे से 6 बजे के बीच हुआ है. मिली जानकारी के मुताबिक अदालत में चार्जशीट दाखिल करने के बाद पुलिस इन चारों आरोपियों को घटनास्थल पर ले गई थी ताकि ‘सीन ऑफ क्राइम’ (रिक्रिएशन) की पड़ताल की जा सके. लेकिन उनमें से एक आरोपी ने पुलिसकर्मी का हथियार छीन कर भागने की कोशिश करने लगा. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि अगर यह आरोपी भाग जाते तो बड़ा हंगामा खड़ा हो जाता इसलिए पुलिस के पास दूसरा कोई रास्ता नहीं था और जवाबी फायरिंग में चारो आरोपी मारे गए.
गौरतलब है कि 28 नवंबर को इन चार आरोपियों की जिनकी उम्र 20 से 26 साल के बीच थी, महिला डॉक्टर को टोल बूथ पर स्कूटी पार्क करते देखा था. आरोप है कि इन लोगों ने जानबूझकर उसकी स्कूटी पंक्चर की थी. इसके बाद मदद करने के बहाने उसको एक सूनसान जगह पर ले जाकर गैंगरेप किया और बाद में पेट्रोल डालकर आग के हवाले कर दिया. पुलिस के मुताबिक घटना से पहले इन लोगों ने शराब भी पी रखी थी. रेप और मर्डर की इस घटना के बाद पूरे देश में गुस्सा था और इस मामले की सुनवाई के लिए फॉस्ट ट्रैक कोर्ट का गठन किया गया था.
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2019/12/President.jpg453639Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-12-06 13:09:162019-12-06 13:09:18“महिला सुरक्षा एक गंभीर मुद्दा है. POCSO अधिनियम के तहत बलात्कार के दोषियों को दया याचिका दायर करने का अधिकार नहीं होना चाहिए”राष्ट्रपति
वित्तमंत्री ने राज्यसभा में कहा कि 2012 में जब महंगाई अपने चरम पर थी तो तब के एक वित्त मंत्री ने कहा था, ‘जब शहरी मध्यम वर्ग मिनरल वॉटर का बॉटल 15 रुपये में खरीद सकता है, आइसक्रीम 20 रुपये में खरीद सकता है तो महंगाई पर इतना शोर क्यों मचाते हैं.’
नई दिल्ली(ब्यूरो):
प्याज को लेकर केंद्र सरकार पर किए जा रहे हमलों का वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को जवाब दिया है. निर्मला सीतारमण ने 106 दिनों बाद जेल से बाहर आए पूर्व गृह और वित्त मंत्री पी चिदंबरम का नाम लिए बगैर उनपर निशाना साधा है. उन्होंने चिदंबरम के पुराने बयान को आधार बनाकर कांग्रेस पर पलटवार किया है. वित्तमंत्री ने राज्यसभा में कहा कि 2012 में जब महंगाई अपने चरम पर थी तो तब के एक वित्त मंत्री ने कहा था, ‘जब शहरी मध्यम वर्ग मिनरल वॉटर का बॉटल 15 रुपये में खरीद सकता है, आइसक्रीम 20 रुपये में खरीद सकता है तो महंगाई पर इतना शोर क्यों मचाते हैं.’
सीतारमण ने गुरुवार को जवाब दिया है. निर्मला सीतारमण ने 106 दिनों बाद जेल से बाहर आए पूर्व गृह और वित्त मंत्री पी चिदंबरम का नाम लिए बगैर उनपर निशाना साधा है. उन्होंने चिदंबरम के पुराने बयान को आधार बनाकर कांग्रेस पर पलटवार किया है. वित्तमंत्री ने राज्यसभा में कहा कि 2012 में जब महंगाई अपने चरम पर थी तो तब के एक वित्त मंत्री ने कहा था, ‘जब शहरी मध्यम वर्ग मिनरल वॉटर का बॉटल 15 रुपये में खरीद सकता है, आइसक्रीम 20 रुपये में खरीद सकता है तो महंगाई पर इतना शोर क्यों मचाते हैं.’
यहां आपको बता दें कि साल 2012 में तत्कालीन गृह मंत्री पी. चिदंबरम ने कहा था, ‘धान, गेहूं और गन्ने के न्यूनतम समर्थन मूल्य में वृद्धि हो रही है, जिसका असर जरूरी चीजों की कीमतों पर दिख रहा है. जब शहरी मध्यम वर्ग मिनरल वॉटर का एक बॉटल 15 रुपये में और 20 रुपये में आइसक्रीम खरीद सकता है तो वह महंगाई को लेकर इतना ज्यादा शोर क्यों मचा रहा है.’
चिदंबरम ने सीतारमण पर किया था हमला
इससे पहले पूर्व वित्तमंत्री पी. चिदंबरम ने गुरुवार को आर्थिक सुस्ती के लिए मोदी सरकार पर निशाना साधा और कहा कि सरकार अर्थव्यवस्था का अक्षम प्रबंधक है. वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण के प्याज पर दिए बयान के लिए भी निशाना साधा और कहा कि ‘यह सरकार की सोच को दर्शाता है.’ सीतारमण ने बुधवार को संसद में कहा था कि वह प्याज और लहसुन नहीं खाती हैं.
उन्होंने देरी से प्याज आयात पर भी निशाना साधते हुए कहा, ‘उन्हें पहले ही इसके लिए योजना बनानी चाहिए थी. इसे अब आयात करने का क्या मतलब है.’ चिदंबरम ने साथ ही कहा कि उनकी पार्टी नागरिकता संशोधन विधेयक का विरोध करती है.
जेल से बाहर आने के बाद अपने पहले प्रेस कांफ्रेंस में चिदंबरम ने कहा कि आर्थिक सुस्ती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी साधे हुए हैं. उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री अर्थव्यवस्था पर असामान्य रूप से चुप्पी साधे हुए हैं. उन्होंने इसपर अनाप-शनाप बयानबाजी के लिए इसे अपने मंत्रियों के भरोसे छोड़ दिया है.’ कांग्रेस नेता ने कहा, ‘यह गलत है. सरकार गलत है और वे गलत हैं, क्योंकि उन्हें कुछ खबर नहीं है.’
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2019/12/467382-nirmala-sitharaman.jpg545970Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-12-06 12:53:102019-12-06 12:53:11106 दिन जेल में रहने से चिदम्बरम अपने पुराने बयान भी भूले
छोटे से छोटे सदस्य / कार्यकर्ता से लेकर पार्टी अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी तक ने ट्वीट कर जताई खुशी. कल करेंगे प्रैसवार्ता
पी चिदंबरम को ज़मानत मिल गई है . लेकिन वो अकेले नहीं हैं कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी समेत कई नेता ऐसे हैं, जो इस वक्त ज़मानत पर हैं. इनमें कार्ति चिदंबरम, भुपेंद्र सिंह हुड्डा, राज बब्बर, शशि थरूर , दिग्विजय सिंह, वीरभद्र सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू जैसे नेता शामिल हैं.
106 दिनों के बाद आखिर बुधवार को तिहाड़ जेल की चार दिवारी से पी. चिदम्बरम बाहर आ गए. सुप्रीम कोर्ट से पी. चिदंबरम को सशर्त जमानत मिल गई और चिदंबरम की रिहाई से मानो कांग्रेस में आ गई हो जान. इससे पहले कांग्रेस में नहीं दिखी इतनी खुशी! चिदंबरम की रिहाई पर कांग्रेस में जश्न सा माहौल क्या है, आखिर इस खुशी का राज ?
नयी दिल्ली(ब्यूरो)
पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम 106 दिनों के बाद आज जमानत पर जेल से बाहर आ गए. वो जब जेल से बाहर निकले तो ऐसा लग रहा था जैसे वो भारत के स्वतंत्रता संग्राम में हिस्सा लेकर बाहर निकल रहे हो. उनका स्वागत फूल मालाओं से किया गया चिदंबरम भी गाड़ी पर खड़े होकर ऐसे हाथ हिला रहे थे मानो सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें निर्दोष बताकर बा इजज्त बरी कर दिया हो.
देश के लोग कानून नहीं मानते और देश के नेता भ्रष्टाचार को बुरा नहीं मानते. आज जब कांग्रेस के नेता और देश के पूर्व वित्त मंत्री ज़मानत पर जेल से बाहर आए तो उनका स्वागत कुछ ऐसे हुआ जैसे वो देश का स्वंतंत्रता संग्राम जीत कर आए हो. आज हम भ्रष्टाचार को समाज में मिली इस स्वीकृति का भी विश्लेषण करेंगे.
भ्रष्टाचार अब हमारे देश में एक Status Symbol बन गया है. ढोल नगाड़े बजाकर भ्रष्टाचारियों का स्वागत करना, उन्हें फूल माला पहनाना, उनके स्वागत में मिठाईयां बांटना अब हमारे देश में सामान्य बात हो गई है. इसे आप New Normal Of Indian Society भी कह सकते हैं. पहले आप ये देखिए कि कैसे कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने भ्रष्टाचार के आरोपी पी. चिदंबरम का स्वागत उन्हें हार पहनाकर और मिठाइयां बांट कर किया.
पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम 106 दिनों के बाद आज जमानत पर जेल से बाहर आ गए. वो जब जेल से बाहर निकले तो ऐसा लग रहा था जैसे वो भारत के स्वतंत्रता संग्राम में हिस्सा लेकर बाहर निकल रहे हो. उनका स्वागत फूल मालाओं से किया गया चिदंबरम भी गाड़ी पर खड़े होकर ऐसे हाथ हिला रहे थे मानो सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें निर्दोष बताकर बा इजज्त बरी कर दिया हो. जमकर नारेबाज़ी और फूलो की बरसात के बीच पी चिदंबरम कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलने 10 जनपथ चले गए. अब आप सोचिए कि अगर भ्रष्टाचार में फंसे एक नेता का जेल से बाहर आने पर ऐसा स्वागत होता है तो ईमानदार और सज्जन पुरुषों का स्वागत कैसे होता होगा.
इन तस्वीरों को देखकर आपको तीन बातें समझनी चाहिए. पहली बात ये है कि हमारे देश में अब भ्रष्टाचार किसी को बुरा नहीं लगता और ऐसा लगता है कि भ्रष्टाचार की व्याख्या नए सिरे से करने की ज़रूरत है . क्योंकि हमारे देश में गोपाल कांडा जैसे दागी नेता विधायक बन जाते हैं. भ्रष्टाचार के आरोपी अजित पवार को बीजेपी डिप्टी सीएम बना देती है. भ्रष्टाचार और हत्या जैसे गंभीर अपराधों के आरोपी चुनाव जीतकर विधायक या सांसद बन जाते हैं. यानी अब भ्रष्टाचार की परिभाषा बदलनी होगी.
दूसरी बात ये है कि अब राजनेता ही नहीं हमारे देश की जनता भी भ्रष्टाचार को बुरा नहीं मानती है. भ्रष्टाचारियों को समाज पूरी तरह स्वीकार कर लेता है और उनसे जुड़े किस्से कहानियों को ऐसे पेश किया जाता है जैसे किसी महापुरुष की जीवनी सुनाई जा रही हो और तीसरी बात ये है कि अब राजनीति के तहत की गई बदले की कार्रवाई और भ्रष्टाचार के असली मामलों के बीच भेद खत्म हो चुका है . जिस भी नेता पर भी भ्रष्टाचार के आरोप हैं. वो कहता है कि उसे बदले की कार्रवाई के तहत फंसाया गया है. ये देश विरोधी ताकतों की साजिश है. पुराने ज़मान में भ्रष्ट नेता ये कहते थे कि ये विदेश ताकतों की साजिश है लेकिन अब इन्हें सांप्रदायिक ताकतों का किया धरा बताने लगते है . और भ्रष्टाचार के आरोपी जेल से बाहर ऐसे निकलते हैं. जैसे वो कोई स्वतंत्रता सेनानी हो.
राजनीति में अब भ्रष्टाचार स्टेटस सिंबल बनता जा रहा है. नेता अब अपने उपर लगे आरोपों को ग्लैमराइज़ करने लग हैं. यही नहीं चुनाव के समय यही नेता VICTIM कार्ड भी खेलते हैं. 2015 से लेकर अब तक जितने भी चुनाव बिहार में हुए, RJD के अध्यक्ष लालू यादव ने अपने ऊपर लगे आरोपों को राजनैतिक प्रतिशोध बता कर सहानभूती बटोरने की कोशिश की. BSP अध्यक्ष मायावती, एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार और झारखंड मुक्ति मोर्चा के शिबू सोरेन ने भी यही Victim Card खेला. आज चिदंबरम के स्वागत की तस्वीर देख कर आप ये सवाल भी पूछ सकते हैं कि हमारे देश में नैतिकता को लेकर कोई कानून क्यों नहीं बनता ? ऐसे उदाहरण भरे पड़े हैं, जब दागी नेता चुनाव लड़ते हैं, और चुनाव जीतकर संसद या विधानसभाओं में पहुंच जाते हैं . नैतिक रूप से अयोग्य होने के बावजूद भी ये नेता हमारे लोकतंत्र में योग्य साबित हो जाते हैं .
हम आपको ऐसे नेताओं के कुछ उदाहरण दिखाते हैं:
अतुल राय इस समय उत्तर प्रदेश के घोसी से बहुजन समाज पार्टी के सांसद हैं. उनके ऊपर बलात्कार का आरोप है और वो इस वक्त जेल में बंद हैं. गोपाल कांडा इस समय हरियाणा के सिरसा से विधानसभा के सदस्य हैं. उन पर एक महिला को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप है और वो विधायक हैं. मुख्तार अंसारी मऊ के विधायक हैं. उन पर हत्या, अपहरण और दूसरे गंभीर आरोप हैं . वो भी इस समय जेल में बंद हैं. कुलदीप सिंह सेंगर उत्तर प्रदेश के उन्नाव से विधायक हैं . उन पर बलात्कार और हत्या की साजिश में शामिल रहने के आरोप हैं. ये भी इस समय जेल में बंद है. नैतिकता का कोई कानून होता, तो शायद ये सभी नेता संसद या विधानसभा के लिए नहीं चुने जाते, लेकिन हमारे संविधान बनाने वालों ने शायद इस दिन की कल्पना ही नहीं की थी.
पी चिदंबरम को ज़मानत मिल गई है . लेकिन वो अकेले नहीं हैं कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी समेत कई नेता ऐसे हैं, जो इस वक्त ज़मानत पर हैं. इनमें कार्ति चिदंबरम, भुपेंद्र सिंह हुड्डा, राज बब्बर, शशि थरूर , दिग्विजय सिंह, वीरभद्र सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू जैसे नेता शामिल हैं.
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2019/11/chidambram-in-tihar.jpg400650Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-12-06 12:22:252019-12-06 12:40:32चिदम्बरम की जमानत याचिका मंजूर, काँग्रेस में खुशी की लहर, आखिर एक और बेल पर
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