पूर्व वित्त मंत्री पी चिदम्बरम के खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी

फरार पूर्व गृह मंत्री पी चिदम्बरम के खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी कर दिया गया है, ईडी की कोशिश है की उन्हे जल्द से जल्द सुरक्षित गिरफ्तार कर लिया जाए अत: दिल्ली से फरार होने के सभी मार्गों को अवरुद्ध करने का प्रयास किया गया है।

नई दिल्‍ली: INX मीडिया हेराफेरी मामले में सुप्रीम कोर्ट ने कांग्रेस के वरिष्‍ठ नेता पी चिदंबरम की अग्रिम याचिका खारिज कर दी है. इस तरह सुप्रीम कोर्ट से चिदंबरम को फिलहाल कोई राहत नहीं मिली है. चिदंबरम की ओर से आज सुबह 10:30 बजे जस्टिस एनवी रमन्ना की बेंच से जल्द सुनवाई की मांग की गई. उसके बाद सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस रमन्ना की बेंच ने याचिका पर सुनवाई से इनकार किया. जस्टिस रमन्ना की बेंच ने चिदंबरम की याचिका को चीफ जस्टिस रंजन गोगोई के पास भेजा. इससे पहले चिदंबरम की याचिका का विरोध करते हुए तुषार मेहता ने कहा कि चिदंबरम पर मनी लॉन्ड्रिंग का गंभीर आरोप है. चीफ जस्टिस की बेंच अभी अयोध्या मामले में कर रही है सुनवाई. फिलहाल चिदंबरम को राहत मिलने की उम्मीद कम है. पी चिदंबरम की तरफ से कपिल सिब्बल, सलमान खुर्शीद, विवेक तनखा कोर्ट रूम में पहुंचे.

दरअसल, मंगलवार को गिरफ्तारी से बचने के लिए पी चिदंबरम ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया था. चिदंबरम ने सुप्रीम कोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका दायर की थी. चिदंबरम ने अपनी याचिका में दिल्ली हाई कोर्ट के फैसले को दी चुनौती थी. सुप्रीम कोर्ट रजिस्ट्री ने चिदंबरम के वकील कपिल सिब्बल से जस्टिस रमन्ना के सामने मामले को बुधवार को रखने को कहा था.

आपको बता दें कि दिल्ली हाईकोर्ट ने चिदंबरम की अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी थी. जस्टिस सुनिल गौर की सिंगल बेंच ने ये फैसला सुनाया था. यह अग्रिम जमानत याचिका चिदंबरम ने सीबीआई और ईडी के केस में दायर की थी. याचिका खारिज होते ही चिदंबरम पर गिरफ्तारी की तलवार लटकी हुई है. पिछले साल से ही चिदंबरम की अग्रिम जमानत पर दिल्ली हाईकोर्ट की अंतरिम रोक थी. इससे पहले CBI और ED ने चिदंबरम की जमानत याचिका का विरोध किया था. हालांकि हाईकोर्ट ने चिदंबरम को निर्देश दिया था कि वह ED और CBI की जांच में सहयोग करें और बिना कोर्ट की इजाजत के देश से बाहर ना जाएं. 

पी चिदम्बरम को सर्वोच्च न्यायालय से फौरी राहत नहीं

INX मीडिया हेराफेरी मामले में दिल्ली हाईकोर्ट से अग्रिम जमानत याचिका खारिज होने के बाद पी चिदंबरम ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। आज सुबह भी दो बार सीबीआई की टीम चिदंबरम के जोर बाग स्थित घर पर गई थी लेकिन वह नहीं मिले। जानकारों का मानना है की यदि चिदम्बरम आत्मसमर्पण नहीं करते और आने वाले एक या डेढ़ सप्ताह जमानत मिलने तक फरार रहते हैं तो यह उनके राजनैतिक भविष्य के लिए एक आत्मघाती कदम रहेगा, उन्होने आगे कहा कि चिदम्बरम को कौनसा जेल में रहना है, सुबह गिरफ्तारी के बाद दोपहर तक उनके पेट में दर्द होगा और वह 5 सितारा सुविधा वाले हस्पताल पहुंचा दिये जाएँगे। कितना मुश्किल होगा चिदम्बरम के लिए।

नई दिल्‍ली: 

INX मीडिया हेराफेरी मामले में दिल्ली हाईकोर्ट से अग्रिम जमानत याचिका खारिज होने के बाद पी चिदंबरम ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। चिदम्बरम पर कल से गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है। चिदंबरम की ओर से आज सुबह जस्टिस एनवी रमन्ना की बेंच से जल्द सुनवाई की मांग की गयी जिसे जस्टिस रमन्ना ने माना कर दिया और उच्च न्यायालय के फैसले की यथा स्थिति बररर रखी। जाएगी. दरअसल, मंगलवार को गिरफ्तारी से बचने के लिए पी चिदंबरम ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया था. चिदंबरम ने सुप्रीम कोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका दायर की थी. चिदंबरम ने अपनी याचिका में दिल्ली हाई कोर्ट के फैसले को दी चुनौती थी. सुप्रीम कोर्ट रजिस्ट्री ने चिदंबरम के वकील कपिल सिब्बल से जस्टिस रमन्ना के सामने मामले को बुधवार को रखने को कहा था.

आपको बता दें कि दिल्ली हाईकोर्ट ने चिदंबरम की अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी थी. जस्टिस सुनिल गौर की सिंगल बेंच ने ये फैसला सुनाया था. यह अग्रिम जमानत याचिका चिदंबरम ने सीबीआई और ईडी के केस में दायर की थी. याचिका खारिज होते ही चिदंबरम पर गिरफ्तारी की तलवार लटकी हुई है. पिछले साल से ही चिदंबरम की अग्रिम जमानत पर दिल्ली हाईकोर्ट की अंतरिम रोक थी. इससे पहले CBI और ED ने चिदंबरम की जमानत याचिका का विरोध किया था. हालांकि हाईकोर्ट ने चिदंबरम को निर्देश दिया था कि वह ED और CBI की जांच में सहयोग करें और बिना कोर्ट की इजाजत के देश से बाहर ना जाएं. 

क्या है पूरा मामला
पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम पर आरोप है कि उन्होंने कथित तौर पर एयरसेल-मैक्सिस को एफडीआई के अनुमोदन के लिए आर्थिक मामलों की कैबिनेट कमेटी को नजरअंदाज कर दिया था. ED के मुताबिक एयरसेल-मैक्सिस डील में तत्कालीन वित्तमंत्री पी चिदंबरम ने कैबिनेट कमेटी की अनुमति के बिना ही मंजूरी दी थी, जबकि ये डील 3500 करोड़ रुपये की थी. वहीं INX मीडिया हेराफेरी मामले में पी चिदंबरम और उनके बेटे कार्ति चिदंबरम पर हेराफेरी करने का आरोप है.  

आज का राशिफल

आज भाद्रपद कृष्ण पक्ष की षष्ठी तिथि है. आज हरछठ का व्रत भी है. इसे हल षष्ठी भी कहते हैं. आज अश्विनी नक्षत्र है जो रात 12 बजकर 47 मिनट तक रहेगा. अश्विनी नक्षत्र के साथ-साथ आज कुमार योग भी है जो आज रात 12 बजकर 47 मिनट तक रहेगा. शुभ समय- प्रात: 5:16 से 6:25 तक, दोपहर 2:48 से 3:48 तक रहेगा. घर से निकलने से पहले गणेशजी को (गुड़-धनिया) भोग लगाकर निकलें, सफलता मिलेगी.

Aries

21 अगस्त 2019: कामकाज के साथ आपकी जिम्मेदारी बढ़ सकती है. दिनभर व्यस्तता भी रहेगी. बिजनेस के कुछ मामले आप समझदारी से निपटा सकते हैं. बहुत हद तक आप सफल रहेंगे. ऑफिस में थोड़ी शांति रहेगी. यात्रा का कोई कार्यक्रम भी बना सकते हैं. परेशानियों से निपटने की प्लानिंग बनेगी.

Taurus

21 अगस्त 2019: पुरानी टेंशन खत्म हो जाएगी. खुद पर ध्यान देंगे. नए कपड़े खरीद सकते हैं. आपकी सक्रियता का स्तर बढ़ सकता है. समाज व परिवार दोनों क्षेत्रों के कामकाज पूरे हो सकते हैं. दिमाग में कई तरह के आइडिया भी आ सकते हैं. इनकम और खर्चो के मामलों पर आपको ध्यान देना होगा. सफलता के लिए धैर्य जरूरी है.

Gemini

21 अगस्त 2019: धन लाभ हो सकता है. ऐसे काम से फायदा होगा जो लंबे समय तक चलेगा. कई तरह के रोचक विचार और योजनाएं आज बन सकती हैं. आप बुद्धि से अपने काम पूरे करवा सकते हैं. आज आप खुद को साबित करके दिखा देंगे. दोस्तों और परिवार से सहयोग मिलने के योग हैं. कोई अच्छी खबर भी आज आपको मिल सकती है. आप खुश हो जाएंगे. बेरोजगार लोगों के लिए दिन अच्छा कहा जा सकता है.

Cancer

21 अगस्त 2019: अचानक धन लाभ हो सकता है. रुका हुआ पैसा मिलने के योग हैं. पैसों के मामले सुलझ सकते हैं. दोस्त आपको समस्याओं से बाहर निकलने में मदद करेंगे. कामकाज से संबंधित अच्छे और व्यावहारिक आइडिया आपके दिमाग में आएंगे. किसी भी अनबन को जल्दी ही सुलझाने की कोशिश करें. 

Leo

21 अगस्त 2019: आर्थिक स्थिति में कुछ बड़े बदलाव होने के योग हैं. जिनसे आप खुश भी रहेंगे. आपकी महत्वाकांक्षा बढ़ी हुई रहेगी. अपनी अपेक्षाओं को संतुलित रखना होगा. आपको बिजनेस या कार्यक्षेत्र से जुड़ी यात्राएं करनी पड़ेंगी. अधिकारी आपसे खुश रहेंगे. ऑफिस में तनावपूर्ण स्थिति खत्म हो सकती है.  

Virgo

21 अगस्त 2019: ऑफिस या बिजनेस में नई पहल करने का समय है. अपने कामकाज में नया प्रयोग करने में आप सफल हो सकते हैं. दिन आपके लिए ठीक है. आज आप जो भी सोचेंगे, उसमें सफलता मिल सकती है. अधिकारी आपकी तारीफ करेंगे. जीवनसाथी के साथ समय बीतेगा. साझेदार से फायदा भी होगा. प्रॉपर्टी के काम भी पूरे हो सकते हैं. पुराने काम समय से पूरे हो जाएंगे. पारिवारिक समस्याओं के समाधान का मौका मिल सकता है.

Libra

21 अगस्त 2019: सोचे हुए पुराने काम शुरू करें. फायदा हो सकता है. आज आप अच्छा महसूस करेंगे. सामूहिक और सामाजिक काम के लिए दिन अच्छा है. परिवार के ज्यादातर काम आपको निपटाने पड़ सकते हैं. दोस्तों के साथ समय बिताएंगे. किसी तरह के निवेश की योजना भी बना सकते हैं. धन लाभ हो सकता है. उधार दिया गया पैसा आपको मिल सकता है. ऑफिस और बिजनेस में आपके लिए गए फैसले बड़ा फायदा देने वाले होंगे.

Scorpio

21 अगस्त 2019: आपके लिए दिन खास रहेगा. कुछ ऐसी बातें या चीजें सामने आ सकती हैं, जो आपको आने वाले दिनों में बड़ा फायदा देंगी. किसी कठिन मामले को सुलझाने के लिए अच्छा दिन है. अपनी समझदारी का इस्तेमाल करें. कार्यक्षेत्र में जान-पहचान के लोग मददगार रहेंगे. नया सौदा आपके लिए फायदेमंद हो सकता है. दिन शुभ रहेगा. कोई बीमारी भी ठीक हो जाएगी. किस्मत का साथ और रुका हुआ पैसा मिलने सकता है.

Sagittarius

21 अगस्त 2019: नौकरी, करियर और पैसों के लिहाज से दिन अच्छा है. नई नौकरी या प्रमोशन की कोशिश में है, तो आपकी कोशिशें पूरी हो सकती हैं. आपकी उत्सुकता भी चरम पर हो सकती है. आज आप नए लोगों से संपर्क कर सकते हैं. कार्यक्षेत्र में बहुत से लोग आपसे सहमत भी हो सकते हैं. बहुत से लोग आपकी मदद करनेके लिए तैयार रहेंगे.

Capricorn

21 अगस्त 2019: कोई महत्वपूर्ण काम भी कर सकते हैं. जो आपको बड़ा फायदा देने वाला रहेगा. पूरी मेहनत करने पर मजा आएगा. किसी पुराने काम को निपटाने के बाद आपको फायदा मिलेगा. नया काम शुरू करने के बजाए, पुराना काम समेटने पर ज्यादा ध्यान दें. जो लोग अविवाहित हैं उनके लिए दिन अच्छा रहेगा. दूसरोंसे आगे निकलने की इच्छा आज तेज हो सकती है.

Aquarius

21 अगस्त 2019: आज आप मजबूती और धैर्य से काम लेंगे. दिनभर पैसों के बारे में ही सोचते रहेंगे. भूमि और प्रॉपर्टी के कामों से भी धन लाभ होने के योग बन रहे हैं. कोई नया काम करने की सोच रहे हैं तो आपके सामने कुछ और काम आ सकते हैं. रोजमर्रा के कामकाज ज्यादा ही रहेंगे. थोड़े समय में सब ठीक हो जाएगा. आगे बढ़ने के लिए आपको कुछ नया सीखना होगा. सेहत संबंधी मामलों में आपकी चिंता कम हो जाएगी.

Pisces

21 अगस्त 2019: आज आप जो भी काम करेंगे उससे आपको कुछ न कुछ फायदा तो होगा ही. कामकाज से आपको पैसा मिलेगा. मन में पैसों को लेकर कई तरह के विचार आ सकते हैं. इन पर तुरंत कोई कदम भी उठा सकते हैं. आप कागजी काम निपटाने पर भी ध्यान दें. कुछ कागज आपके लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं या हो सकतेहैं. घूमने फिरने के लिए भी समय अच्छा रहेगा.

प्रधानमंत्री की अपील पर संसद भवन होगा प्लास्टिक मुक्त

प्रधानमंत्री की अपील पर लोकसभा सचिवालय ने प्लास्टिक की बोतलों और अन्य सामान के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है. सनद रहे कि आनंद महिंद्रा ने भी पिछले दिनों अपनी बोर्ड मीटिंग्स में प्लास्टिक के इस्तेमाल पर पाबंदी लगाई थी।

नई दिल्‍ली: प्रधानमंत्री के लालकिले से की गई अपील पर अमल करते हुए संसद भवन में आज से एक बार इस्‍तेमाल होने वाली प्‍लास्टिक की बोलतों का इस्‍तेमाल न करने का फैसला लिया गया है. इस बाबत लोकसभा सचिवालय की तरफ से आदेश जारी कर प्‍लास्टिक की बोतलों सहित अन्‍य सामान के इस्‍तेमाल पर रोक लगा दिया है.

बता दें कि प्रधानमंत्री की अपील के बाद सरकार के सभी मंत्रालय भी इस दिशा में तैयारी कर रहे है. सभी मंत्रालय 2 अक्टूबर से एक बार इस्तेमाल होने वाले प्लास्टिक पर रोक की तैयारी है. ये मंत्रालय पीएम मोदी की अपील को अमल में लाने, इसके पहले लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने हानिकारक प्लास्टिक बोतलों को रोकने की पहल की है.

लोकसभा सचिवालय ने आज से संसद भवन परिसर में फिर से काम मे न आने वाली प्लास्टिक की पानी की बोतलों और प्लास्टिक के अन्य सामान के इस्तेमाल पर पूरी तरह रोक लगा दी है. संसद भवन परिसर में कार्यरत लोकसभा सचिवालय और अन्य सहायक एजेंसियों के सभी अधिकारियों-कर्मचारियों को निर्देशों का अनुपालन करने के लिए कहा गया है.

लोकसभा सचिवालय की तरफ से जारी आदेशों में कहा गया है कि प्लास्टिक के सामान के बजाय पर्यावरण के अनुकूल और प्राकृतिक तरीके से नष्ट होने वाले थैलोंका इस्तेमाल करें. लोकसभा सचिवालय की यह पहल देश को प्लास्टिक मुक्त बनाने के लिए प्रधानमंत्री द्वारा राष्ट्र से किए गए आह्वान की दिशा में एक कदम है.

उल्लेखनीय है कि 15 अगस्त, 2019 को 73वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राष्ट्र को सम्बोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के लोगों से 2 अक्तूबर 2019 को महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के अवसर पर केवल एक बार प्रयोग में आने वाली प्लास्टिक का इस्तेमाल बंद करने और इस उद्देश्य की प्राप्ति के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाने का आह्वान किया था.

आज का पंचांग

पंचांग 21 अगस्त 2019   

विक्रमी संवत्ः 2076, 

शक संवत्ः1941, 

मासः भाद्रपद़, 

पक्षःकृष्ण पक्ष, 

तिथिः षष्ठी (तिथि की वृद्धि है जो गुरूवार को प्रातः 07.07 तक है।) 

वारः बुधवार, 

नक्षत्रः अश्विनी रात्रि 12.47 तक है, 

योगः अतिगण्ड सांय 04.56 तक, 

करणः गर, 

सूर्य राशिःसिंह, 

चंद्र राशिः मेष, 

राहु कालः दोपहर 12.00 बजे से 1.30 बजे तक, 

सूर्योदयः 05.57, 

सूर्यास्तः 06.51 बजे।

नोटः आज हल षष्ठी व चंदन षष्ठी व्रत है।

विशेषः आज उत्तर दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर बुधवार को राई का दान, लाल सरसों का दान देकर यात्रा करें।

ज़ाकिर नाइक 10 घंटे की पूछताछ से घबरा कर गिड़गड़ाने लगा, भाषणों पर लगा प्रतिबंध

  • बयान के लिए जाकिर नाइक ने मांगी माफी
  • ‘किसी व्यक्ति या समूह को चोट पहुंचाने की मंशा नहीं’
  • सोमवार ने 10 घंटे तक पुलिस ने की थी पूछताछ

मलेशियाई एजेंसियों की सख्ती के आगे विवादास्पद इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाईक अब वहां की सरकार से माफी मांग रहा है. सोमवार को मलेशियाई पुलिस ने जाकिर नाईक से 10 घंटे तक पूछताछ की थी. जाकिर नाईक पर 8 अगस्त को हिन्दुओं और चीनी मूल के लोगों के खिलाफ विवादित टिप्पणी करने का आरोप है. 53 साल के जाकिर नाईक ने अपने माफीनामे में कहा है कि किसी व्यक्ति या समूह को अपने बातों से चोट पहुंचाने की उसकी कोई मंशा नहीं थी.

जाकिर नाईक ने कहा, “हालांकि मैंने खुद स्पष्ट कर दिया है, फिर भी जो समझते हैं कि मेरे बयान से उन्हें चोट पहुंची है उन्हें मैं कहना चाहता हूं कि किसी को भी ठेस पहुंचाना इस्लाम के मूल सिद्धांतों के खिलाफ है, मैं इसके लिए माफी मांगता हूं.” जाकिर ने दावा किया कि उससे ईर्ष्या करने वाले लोग उनके बयान को बिना संदर्भ के पेश कर रहे हैं और इसे मीडिया के सामने तोड़मरोड़ कर पेश कर रहे हैं.

बता दें कि जाकिर नाईक ने कहा कि मलेशिया में हिंदुओं को भारत के अल्पसंख्यक मुस्लिमों की तुलना में “सौ गुना” ज्यादा अधिकार हासिल है. चीनी समुदाय के लोगों को जाकिर नाईक ने ‘ओल्ड गेस्ट’ करार दिया था और कहा था कि उसे मलेशिया से निष्कासित करने से पहले चीनी मूल के मलयेशियाई लोगों को निकाला जाना चाहिए. मलेशिया की तीन करोड़ 20 लाख की आबादी में करीब 60 फीसदी निवासी मुस्लिम हैं और यहां काफी संख्या में भारतीय और चीनी समुदाय के लोग भी रहते हैं.

बता दें कि जाकिर नाईक भारत में वॉन्टेड है. जाकिर नाईक पर मनी लॉन्ड्रिंग के मामले चल रहे हैं. उस पर आतंकी गतिविधियों और भाषण के जरिए नफरत फैलाने का आरोप है. 2016 में जाकिर नाईक भारत छोड़कर मलेशिया आ गया था. यहां की सरकार ने उसे स्थायी तौर पर रहने की अनुमति दे दी है.

मलेशिया की समाचार एजेंसी बेरनामा के मुताबिक प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद ने कहा है कि नाईक ने सारी हदें लांघ दीं और कैबिनेट के कई मंत्रियों ने उसे बाहर निकालने की अपील की है. इस बीच मलेशिया पुलिस ने उसके देश में भाषण देने पर रोक लगा दी है.

चंद्रयान – 2 ने पार किया आखिरी पड़ाव

भारत का पहला चांद का मिशन चंद्रयान-1 साल 2008 में सम्पन्न किया गया था. इस मौके पर इसरो केंद्र पर लगभग 200 वैज्ञानिक तथा अन्य कर्मी इकट्ठे थे

दिल्ली: भारतीय अंतरिक्ष यान चंद्रयान-2 के चांद की कक्षा में प्रवेश करने के अंतिम 30 मिनट बहुत मुश्किल भरे थे. यह कहना है भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के चेयरमैन के. सिवान का. इस महत्वपूर्ण चरण के तुरंत बाद सिवान ने बताया, “अभियान के अंतिम 30 मिनट बहुत मुश्किल भरे थे. घड़ी की सुई के आगे बढ़ने के साथ-साथ तनाव और चिंता बढ़ती गई. चंद्रयान-2 के चांद की कक्षा में सफलतापूर्वक प्रवेश करते ही अपार खुशी और राहत मिली.”

यान के चांद की कक्षा में सफलतापूर्वक प्रवेश करने के बाद अधिकारियों ने उल्लेखनीय उपलब्धि पर एक-दूसरे को बधाइयां दीं. इसरो के एक अधिकारी के अनुसार, चंद्रयान-2 की 24 घंटे निगरानी की जा रही है.

सिवान ने कहा कि भारत के मानव अंतरिक्ष मिशन गगनयान पर भी काम चल रहा है. इसके लिए अंतरिक्ष यात्रियों का चयन करने का काम जारी है.

छगन भुजबल थाम सकते हैं शिवसेना का दामन

सूत्रों का कहना है कि शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे और छगन भुजबल के बीच हाल ही में इस मामले को लेकर बातचीत हुई है.

Political Leader Chhagan Bhujbal and Bal Thackarey. Express archive photo

मुंबई: महाराष्ट्र में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले नेताओं द्वारा लगातार दल-बदल किया जा रहा है. इस दल-बदल से सबसे ज्यादा नुकसान कांग्रेस और नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) को उठाना पड़ा रहा है. इन सबके बीच खबर है कि एनसीपी के कद्दावर नेता छगन भुजबल जल्द ही शिवसेना में शामिल हो सकते हैं. सूत्रों की मानें तो, महाराष्ट्र के पूर्व उपमुख्यमंत्री और बड़े ओबीसी नेता छगन भुजबल का शिवसेना में जाना तय माना जा रहा है.

सूत्रों का कहना है कि शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे और छगन भुजबल के बीच हाल ही में इस मामले को लेकर बातचीत हुई है. बता दें कि बीते कुछ समय से छगन भुजबल ने एनसीपी की बैठकों और रैलियों से दूरी बना रखी है. इसी को देखते हुए कयास लगाए जा रहे हैं कि छगन भुजबल जल्द शिवसेना में शामिल हो सकते हैं. 

Political Leader Chhagan Bhujbal and Bal Thackarey. Express archive photo

गौरतलब है कि नासिक के निफाड में हुई एनसीपी की शिवस्वराज्य यात्रा में छगन भुजबल गैरहाजिर रहे थे. उसी समय छगन भुजबल अपने चुनाव क्षेत्र के कार्यक्रमों में व्यस्त थे. छगन भुजबल ने 1991 में शिवसेना का साथ छोड़ एनसीपी प्रमुख शरद पवार का हाथ थाम लिया था और कांग्रेस में शामिल हुए थे.

गूगल में ‘भीकारी’ ढूँढने पर ‘इमरान खान’ दिखाई पड़ते हैं

चीनी की कीमत पिछले साल 65 रुपये किलो थी, जो अब 75-78 रुपये प्रति किलो हो गई है। खाद्य तेल की कीमत 180-200 रुपये से बढ़कर 200-220 रुपये प्रति किलो हो गई। दालों की कीमतें बढ़ गई हैं। मूंग, मसूर और अरहर की कीमतें जो पहले 90 रुपये से 100 रुपये के बीच थीं, अब बढ़कर 140 रुपये से 160 रुपये पहुंच गईं हैं। खुला दूध 100-120 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है, जो कि पहले 94 रुपये में मिलता था। इसी तरह सीमेंट और स्टील की छड़ों के दाम में वृद्धि दर्ज की गई है।

नई दिल्ली: गूगल सर्च इंजन पर भिखारी सर्च करने पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की फोटो आ रही है। गूगल इमेज में दिख रही इस फोटो में पाक पीएम इमरान खान हाथ में कटोरा लिए बैठे हैं। इस फोटो को आपको गूगल पर देखने के लिए आपको गूगल सर्च में जाकर इंगलिश या हिंदी में भिखारी टाइप करना होगा। भिखारी टाइप करते ही गूगल में इमरान खान की कई तस्वीर सामने आ जाएंगी।

जम्मू-कश्मीर से संविधान का अनुच्छेद 370 हटाकर उसका विशेष दर्जा खत्म कर दिया था जिसे लेकर पाकिस्तान, चीन के समर्थन के साथ संयुक्त राष्ट्र गया था जहां से उसे खाली हाथ लौटना पड़ा था। इसके अलावा प्रधानमंत्री इमरान खान के नेतृत्व वाली पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) सरकार ने हाल ही में एक साल पूरे किए हैं, लेकिन इस दौरान पाकिस्तान में महंगाई चरम पर पहुंच गई है और सरकार महंगाई को थामने में नाकाम रही है, जिससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। 

पिछले साल अगस्त में जब सरकार सत्ता में आई तब पेट्रोल और डीजल क्रमश: जहां 95.24 रुपये और 112.94 रुपये प्रति लीटर था, वहीं अब यह 117.83 रुपये और 132.47 रुपये प्रति लीटर हो गया है। अगस्त 2018 में डॉलर के मुकाबले रुपया जहां 123 रुपये था, वहीं अब यह बढ़कर 158 रुपये हो गया है। सीएनजी का दाम 81.70 रुपये था, जो अब 123 रुपये प्रति किलो हो गया है। चपाती और नान की कीमत बढ़कर आठ और 12 रुपये हो गई है। 

चीनी की कीमत पिछले साल 65 रुपये किलो थी, जो अब 75-78 रुपये प्रति किलो हो गई है। खाद्य तेल की कीमत 180-200 रुपये से बढ़कर 200-220 रुपये प्रति किलो हो गई। दालों की कीमतें बढ़ गई हैं। मूंग, मसूर और अरहर की कीमतें जो पहले 90 रुपये से 100 रुपये के बीच थीं, अब बढ़कर 140 रुपये से 160 रुपये पहुंच गईं हैं। खुला दूध 100-120 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है, जो कि पहले 94 रुपये में मिलता था। इसी तरह सीमेंट और स्टील की छड़ों के दाम में वृद्धि दर्ज की गई है।


रामजन्मभूमि मामला: मस्जिद का निर्माण मंदिर को गिरा कर हुआ था

रामलला के वकील सीएस वैद्यनाथन ने अदालत में पाञ्चजन्य के एक रिपोर्टर की रिपोर्ट को पढ़ा और बताया कि जब 6 दिसंबर 1992 को बाबरी मस्जिद का ढांचा गिराया गया तो जो स्लैब वहां से गिर रही थीं, उनमें संस्कृत भाषा में कुछ लिखा हुआ था। रिपोर्टर ने इसकी तस्वीर भी खींची थी, बाद में पुलिस ने उन स्लैब को जब्त कर लिया था। जस्टिस चंद्रचूड़ ने कहा कि क्या से स्लैब ASI के द्वारा इकट्ठा किया गया था? इस पर वैद्यनाथन ने कहा कि ये ASI रिपोर्ट में नहीं था, ASI काफी बाद में आई थी। रामलला विराजमान के वकील सीएस वैद्यनाथन ने कहा कि मस्जिद को बनाने के लिए मंदिर तोड़ा गया था। उन्होंने ASI रिपोर्ट का हवाला देते हुए मगरमच्छ, कछुओं का भी जिक्र किया और कहा कि इनका मुस्लिम कल्चर से मतलब नहीं था।

रामलला के वकील वैद्यनाथन ने कहा कि 1114 AD से 1155 AD तक 12वीं शताब्दी में साकेत मंडल का राजा गोविंदचंद्र था, तब अयोध्या ही उसकी राजधानी हुआ करती थी। उन्होंने बताया कि यहां विष्णु हरि का बहुत भव्य मंदिर था, पुरातत्वविदों ने इसकी पुष्टि भी की है। रामलला के वकील सीएस. वैद्यनाथन ने अदालत में बताया कि मुस्लिम पक्ष ने पहले कहा था कि जमीन के नीचे कुछ नहीं था, लेकिन बाद में उन्होंने कहा कि जो ढांचा मिला है वह इस्लामिक ढांचा है। उन्होंने कहा कि पुरातत्व विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक, भूमि के नीचे मंदिर था। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने भी इस रिपोर्ट पर भरोसा किया है।

नई दिल्‍ली: सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ में अयोध्‍या केस की 8वें दिन की सुनवाई में रामलला विराजमान की ओर से वकील सीएस वैद्यनाथन ने बहस शुरू की. उन्‍होंने सबसे पहले भारतीय पुरातत्‍व विभाग (एएसआई) की रिपोर्ट का हवाला दिया. रामलला के वकील सीएस वैद्यनाथन ने कहा कि जहां मस्जिद बनाई गई थी उसके नीचे एक विशाल निर्माण था और ASI की खुदाई में जो चीजें सामने आईं हैं उसके मुताबिक वह हिंदू मंदिर था.

सीएस वैद्यनाथन ने कहा कि बाबरी मस्जिद के नीचे जिस तरह का स्ट्रक्चर था, उसकी बनावट, उसके निर्माण के तरीके और उसमें भगवान के चिन्ह बताते हैं कि वहां पहले से मंदिर था, पहले मुस्लिम पक्ष मंदिर के स्ट्रक्चर को ही मना करता था, लेकिन बाद में वो कहने लगे कि स्ट्रक्चर तो था, लेकिन वो एक इस्लामिक स्ट्रक्चर की तरह था.

रामलला के वकील ने कहा कि संस्कृत वाले शिलालेख को विवादित ढांचा विध्वंस के समय एक पत्रकार ने गिरते हुए देखा था, इसमें साकेत के राजा गोविंद चंद्र का नाम है. साथ ही लिखा है कि ये विष्णु मंदिर में लगी थी. सुप्रीम कोर्ट ने पूछा कि क्या संस्कृत वाले शिलालेख जैसी चीजों को ASI ने इकट्ठा किया था? रामलला के वकील वैद्यनाथन ने कहा कि ये ASI रिपोर्ट में नहीं था क्योंकि ASI रिपोर्ट काफी बाद में आई थी.

रामलला के वकील सीएस वैद्यनाथन ने कहा कि अयोध्या में हर रोज़ त्यौहार का माहौल रहता है. रोज़ हज़ारों श्रद्धालु भगवान के दर्शन के लिए आते हैं, हज़ारों श्रद्धालु पूरी राम जन्मभूमि की परिक्रमा करते हैं.

जस्टिस अशोक भूषण ने कहा कि दक्षिण भारत के मंदिरों में पूजा करने के लिए पुजारियों के पास गर्भगृह होता है. लेकिन उत्तर भारत के मंदिरों में ऐसा नहीं है. वैद्यनाथन ने कहा कि मोहम्मद हाशिम ने कहा था कि जिस तरह मुसलमानों के लिए मक्का है उसी तरह हिंदुओं के लिए अयोध्या है.

रामलला के वकील सीएस वैद्यनाथन ने कहा कि एक मुस्लिम गवाह ने कहा था कि अगर मंदिर गिरा कर मस्जिद बनाया गया होता तो मुस्लिम उसको मस्जिद नहीं मानेंगे, मस्जिद ज़बरदस्ती कब्ज़े में ली गई जमीन पर नहीं बनाई जा सकती है…सीएस वैद्यनाथन ने कहा कि एक मुस्लिम गवाह ने कहा कि हिंदुओं का मानना है कि जन्मस्थान पर भगवान राम का जन्म हुआ और इसलिए उसकी पूजा करते हैं. मुस्लिम गवाह मुहम्मद यसीन ने कहा था कि उसने मस्जिद में आखिरी बार नमाज़ को पढ़ते  समय देखा था कि उन पत्थरों पर कमल और दूसरी तस्वीर है. जस्टिस बोबड़े ने पूछा कि वह गवाह शिया था या सुन्नी? सीएस वैद्यनाथन ने जवाब दिया कि वह गवाह सुन्नी था.

रामलला विराजमान का पक्ष

इससे पिछली सुनवाई में रामलला के वकील सीएस वैद्यनाथन ने कोर्ट को विवादित ज़मीन के नक्शे और फोटोग्राफ दिखाते हुए कहा था कि खुदाई के दौरान मिले खंभों में श्रीकृष्ण, शिव तांडव और श्रीराम की बालरूप की तस्वीरें नज़र आती हैं. वैद्यनाथन ने कहा था कि 1950 में वहां हुए निरीक्षण के दौरान भी तमाम ऐसी तस्वीर, ढांचे मिले थे, जिनके चलते उसे कभी भी एक वैध मस्ज़िद नहीं माना जा सकता. किसी भी मस्ज़िद में इस तरह के खंभे नहीं मिलेंगे.

रामलला विराजमान की तरफ से कहा गया था कि 1950 में निरीक्षण के दौरान वहां मस्जिद का दावा किया गया लेकिन उसके बावजूद ये पाया गया कि वहां कई ऐसी तस्वीरें, नक्काशी और इमारत थीं जो साबित करता है कि वो मस्जिद वैध नहीं थी. इस पर मुस्लिम पक्ष की तरफ से वरिष्ठ वकील राजीव धवन ने हस्‍तक्षेप करते हुए कहा था कि कई पहलुओं को गलत तरीके से पेश किया जा रहा है जो स्पष्ट नहीं हैं. रामलला विराजमान ने कहा था कि हमारी तरफ से सही उदाहरण और तथ्य पेश किए जा रहे हैं. पुरातात्विक विभाग (ASI) की रिपोर्ट वाली अल्बम की तस्वीरें- मेहराब और कमान की तस्वीरें भी वैद्यनाथन ने कोर्ट को दिखाई थी जो 1990 में खींची गई थी. उसमें कसौटी पत्थर के स्तंभों पर श्रीराम जन्मभूमि उत्कीर्ण है. तस्वीरों में भी साफ साफ दिखता है. कमिश्नर की रिपोर्ट में पाषाण स्तंभों पर श्रीराम जन्मभूमि यात्रा भी लिखा है.

श्रीराम जन्मभूमि पुनरोद्धार समिति (याचिका 9) शंकराचार्य की ओर से कहा गया था कि वो प्रिंस ऑफ वेल्स की यात्रा की याद में लिखा गया शिलालेख था. स्तंभों और छत पर बनी मूर्तियां, डिजाइन, आलेख और कलाकृतियां मंदिरों में अलंकृत होने वाली और हिन्दू परंपरा की ही हैं. मस्जिदों में मानवीय या जीव जंतुओं की मूर्तियां नहीं हो सकतीं. रामलला के वकील ने कहा था कि इस्लाम में नमाज़ व प्रार्थना तो कहीं भी हो सकती है. मस्जिदें तो सामूहिक साप्ताहिक और दैनिक प्रार्थना के लिए ही होती हैं. धवन ने कहा था कि मैंने ये कभी स्वीकार नहीं किया कि वहां मस्जिद नहीं थी. जवाब में रामलला विराजमान ने कहा था कि मुस्लिम पक्षकार के वकील के हवाले से उनकी तरफ से कुछ नहीं कहा गया.

रामलला के वकील ने कहा था कि जन्मस्थल पर नमाज इसलिए पढ़ी जाती रही जिससे उन्हें इस पर कब्जा मिल जाए. इस नमाज़ में विश्‍वास का पूर्ण अभाव था. नमाज़ सड़क पर भी पढ़ी गई तो क्या वह मस्जिद बन जायेगी. सुप्रीम कोर्ट ने रामलला विराजमान के वकील वैद्यनाथन से यह साबित करने के लिए कहा था कि ‘बाबरी मस्जिद का निर्माण जिस ढांचे पर हुआ था वह मंदिर या किसी भी प्रकार का धार्मिक ढांचा था. वैद्यनाथन ने जवाब दिया था कि भूमिगत ढांचा बहुत विशाल था. ASI की रिपोर्ट से साफ है कि मस्जिद किसी खाली पड़ी ज़मीन या एग्रीकल्चर ज़मीन पर नहीं बनी, मस्जिद एक बहुत बड़े ढांचे के ऊपर बनी. जस्टिस चंद्रचूड़ ने कहा था कि पिछली सदियों में सभ्यताओं को नदी के किनारे बसते हुए देखा है. जहां लोगों ने पहले से मौजूद संरचनाओं पर निर्माण किया है. लेकिन साबित करें कि कथित खंडहर या ध्वस्त इमारत (जिस पर बाबरी मस्जिद बनाई गई थी) प्रकृति में धार्मिक थी.

रामलला विराजमान की तरफ से कहा गया था कि विवादित स्थल की खुदाई से मिले पुरातात्विक अवशेष से साफ पता चलता है कि ये किसी उत्तर भारतीय मंदिरों के स्‍थापत्‍य शैली वाले ही हैं. मस्जिद का निर्माण पौराणिक, ऐतिहासिक इमारत के ऊपर सीधे किया गया. पुरातत्व ने पाया था कि विवादित स्थल पर मस्जिद रामजन्म भूमि के ढांचे के ऊपर की गई. बड़े पैमाने पर विशेषज्ञों की निगरानी में रामजन्म भूमि पर पुरातत्व विभाग ने खुदाई की और यह भी स्पष्ट कर दिया था कि कौन से पत्थर किस सदी के हैं. विराजमान के वकील सीके वैद्यनाथन ने कहा था कि ऐसे ही तथ्यों के आधार पर हाई कोर्ट ने निष्कर्ष निकाला था कि रामजन्म भूमि पर मस्जिद का निर्माण किया गया.

रामलला विराजमान ने ये भी कहा था कि पुरातत्व की रिपोर्ट के मुताबिक 17 कतारें थी. हरेक कतार 5 खंभों पर टिकी हुई थी. इस रिपोर्ट में इतनी सामग्री है जिससे साफ होता कि मस्जिद का निर्माण धार्मिक नहीं कुदृष्टि से दूसरे धर्म को कुचलने के लिए किया गया था. बड़ा ढांचा था विवादित मस्जिद के नीचे. 2003 में दो खंडों में दाखिल की गई पुरातत्व कि रिपोर्ट में सभी विशेषज्ञों ने विवादित स्थल पर मस्जिद की मौजूदगी से पहले उसके नीचे मौजूद ढांचे होने का तथ्य दिया जिसमें पूरा ढांचे की दीवार दर दीवार और खंभों का जिक्र किया गया. कोर्ट ने कहा था कि चिड़िया, खंभे कहां स्पष्ट करते हैं कि कोई धार्मिक ढांचा था. रामलला विराजमान ने कहा था कि बहुत सामग्री इस निष्कर्ष पर पहुंचाती हैं जो विशेषज्ञों ने रिपोर्ट में स्पष्ट किया. रामलला विराजमान के वकील ने कोर्ट को बताया था कि ASI की रिपोर्ट के बाद वो गवाहों के बयान अदालत में रखेंगे.उसके बाद उनकी बहस पूरी हो जाएगी और इसमें करीब 4 घंटे लग सकते हैं.