Sunday, December 22


नई दिल्ली: कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी के करीबी नेता अहमद पटेल के बेटे फैसल पटेल को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने समन भेजा है. फैसल को स्टर्लिंग बायोटेक केस (Sterling Biotech case) में ईडी ने पूछताछ के लिए बुलाया है


नई दिल्ली: कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी के करीबी नेता अहमद पटेल के बेटे फैसल पटेल को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने समन भेजा है. फैसल को स्टर्लिंग बायोटेक केस (Sterling Biotech case) में ईडी ने पूछताछ के लिए बुलाया है. ईडी ने अहमद पटेल के बेटे को तीसरी बार पूछताछ के लिए बुलाया है. स्टर्लिंग बायोटेक केस में प्रवर्तन निदेशालय की ओर से अब तक की गई छापेमारी में हजारों करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त की गई है, स्टर्लिंग बायोटेक गुजरात की एक फार्मां कंपनी जिसपर आंध्रा बैंक में घोटाले का आरोप है। इस मामले में कई बड़े लोगों के तार जुड़े होने की आशंका है।

प्रवर्तन निदेशालय ने पिछले महीने इसी मामले में अहमद पटेल के दामाद इरफान सिद्दीकी से भी पूछताछ की थी. नई दिल्ली के ईडी दफ्तर में वडोदरा स्थित कंपनी के मालिकों और प्रमोटर्स संदेसरा भाइयों के साथ अपने कथित संबंधों के बारे में बताने के बाद सिद्दीकी का बयान पीएमएलए ( The Prevention of Money-Laundering Act, 2002 ) के तहत दर्ज किया गया था.

पेशे से वकील इरफान सिद्दीकी की शादी अहमद पटेल की बेटी मुमताज पटेल से हुई है. अहमद पटेल गुजरात से कांग्रेस के राज्यसभा सांसद हैं. वह यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी के राजनीतिक सचिव भी रह चुके हैं.

ईडी का दावा है कि इरफान सिद्दीकी और फैसल पटेल से पूछताछ की जा रही है, क्योंकि एजेंसी को उनके खिलाफ नए सबूत मिले हैं. 14,500 करोड़ रुपये का बैंक लोन फ्रॉड को वड़ोदरा स्थित फार्मा फर्म और उसके मुख्य प्रमोटर नितिन संदेसरा, चेतन संदेसरा और दीप्ति संदेसरा की ओर से किया गया. ये सभी फरार हैं.

ED की जांच में आया है कि संदेसरा ग्रुप ने भारतीय बैंको की ओवरसीज ब्रांचों से भी करीब 9000 करोड़ का बैंक लोन लिया हुआ है. लोन लेने के बाद पैसों को फर्जी कंपनियों के जरिये अलग-अलग देशों में भेजा गया और उसके बाद नाइजीरिया में पार्क किया गया. ED ने कुछ दिनों पहले कारवाई करते हुये संदेसरा ग्रुप की विदेशों में 9778 करोड़ रुपये की संपति अटैच की थी, जिसमें नाइजीरिया में ऑयल फील्ड, प्लेन, शिप्स और लंदन में घर शामिल हैं.

भारत में 249 और विदेशों में 96 फर्जी कंपनियां

जांच में पता लगा है कि संदेसरा ग्रुप ने अपने कर्मचारियों के नाम से भारत और विदेशों में फर्जी कंपनियां बना रखी थी. भारत में 249 और 96 कंपनियां विदेशों में थी. ये फर्जी कंपनियां UAE, अमेरिका, इंग्लैंड, मॉरिशस, बारबाडोस, पनाना और नाइजीरिया में हैं. इन देशों में बनी फर्जी कंपनियों के जरिये रुट किया जाता था और आखिरकार पैसा नाइजीरिया में पार्क होता था. ED को शक है कि नीतिन और चेतन संदेसरा इस समय नाईजीरिया में ही छिपे हुये हैं. दोनों कांग्रेस नेता अहमद पटेल के काफी करीबी है. ED की जांच में सामने आया था कि बैंकों से लिये गये पैसे में से कुछ पैसे अहमद पटेल के बेटे और दामाद पर भी खर्च किये गये थे.

मालूम हो कि कांग्रेस के लगभग सभी बड़े नेता और उनके रिश्तेदार किसी ना किसी बड़े घोटाले में आरोपी हैं. INX मीडिया घोटाले में पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम कस्टडी में हैं. वहीं उनके बेटे कार्ति चिदंबरम जमानत पर चल रहे हैं. खुद सोनिया गांधी, राहुल गांधी जमानत पर चल रहे हैं. भ्रष्टाचार के कई आरोपों के चलते ही 2014 में कांग्रेस की बुरी हार हुई थी, जिसके बाद हार का सिलसिला 2019 के लोकसभा चुनाव में भी जारी रहा.