लोकसभा चुनावों के दोरान हार्वेस्ट टीवी नाम के साथ एक न्यूज़
चैनल शुरू हुआ था, लेकिन कुछ तकनीकि विवादों के चलते इसका नाम तिरंगा टीवी कर दिया
गया। इसके मालिक पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं काँग्रेस नेता कपिल सिब्बल हैं। इस चैनल
के में छिबबर, करन थापर ओर बरखा दत्त जैसे नामचीन (मोदी विरोधी)
पत्रकार जुड़े थे।
लोकसभा चुनावों के परिणामों को आए अभी हफ्ता भर भी नहीं बीता
था कि चैनल में छंटनी कि खबरें आनी शुरू हो गईं। सूत्रों के अनुसार कई पत्रकारों ने
अच्छी ख़ासी नौकरियाँ छोड़ तिरंगा टीवी जॉइन किया, लेकिन सिब्बल ने उन्हे अधर
में लटका दिया मात्र 1 महीने के वेतन के साथ उन्हे बाहर का रास्ता दिखाया। सनद रहे
कि तिरंगा टीवी कि शुरुआत एक अजेंडे के तहत हुई थी। एजेंडा लोकसभा चुनाव एवं मोदी विरोध
की राजनीति थी। इस चैनल में पकी पकाई छोड़ कर आने वाले भी मोदी विरोध की मानसिकता से
ग्रस्त थे।
निकले गए कर्मचारियों ने अपील सिब्बल से सोशल मेडिया पर इंसाफ
की गुहार भी लगाई, लेकिन कपिल सिब्बल ने इनकी कोई बात नहीं मानी। कर्मचारियों का
आरोप था कि कपिल सिब्बल के तिरंगा चैनल ने उन्हें बिना किसी पूर्व सूचना के, बिना कंपनसेटरी वेतन दिये नौकरी से निकाल दिया है।
इस मामले के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद लोगों ने तिरंगा टीवी में काम कर रही बरखा दत्त को निशाने पर लेना शुरू कर दिया और बरखा को इस मामले में दाखल देने के लिए कहा। बरखा दत्त ने उस समय पल्ला झाड़ते हुए कहा कि उसका कंपनी प्रबंधन से कोई लेना देना नहीं है। लेकिन आज अचानक हैरतअंगेज तरीके से कपिल सिब्बल और प्रमिला सिब्बल को निशाने पर लेते हुए सारी हकीकत का पर्दाफाश कर दिया।
कपिल सिब्बल और उनकी पत्नी पर लगाए आरोप
बरखा दत्त ने अपने ट्वीट में लिखा – ‘’कपिल सिब्बल और उनकी पत्नी के चैनल तिरंगा टीवी में भयावह स्थिति है. 200 से ज्यादा कर्मचारियों को 6 महीने की सैलरी दिए बिना ही निकाल दिया गया है. वो व्यक्ति जो खुद को समाज में बहुत अच्छा दिखाने की कोशिश करता है, उसने पत्रकारों के साथ ऐसा घिनौना व्यवहार किया है.’’
बरखा ने अपने दूसरे ट्वीट में लिखा कि इस टीवी चैनल से जुड़े कई लोगों ने कपिल सिब्बल और दो साल तक चले इस न्यूज चैनल में आने के लिए अपनी नौकरी छोड़ दी, लेकिन चैनल बंद होने को लेकर पति-पत्नी ने स्टाफ से बात तक नहीं की, जबकि सभी लाइव प्राग्रामिंग को 48 घंटे के लिए रद्द कर दिया गया. सिब्बल की पत्नी जो एक मीट फैक्ट्री चलाती थीं, उसने ऑफिस में तेज आवाज में कहा कि मैंने मजदूरों को एक भी पैसा दिए बिना अपनी फैक्ट्री बंद कर दी. पत्रकार 6 महीने की सैलरी मांगने वाले कौन होते हैं. उनके मजूदरों को भी सही भुगतान मिलना चाहिए था. लेकिन पत्रकारों के लिए सिब्बल की पत्नी की अपमानजनक भाषा काफी घिनौनी है.
बरखा दत्त ने कपिल सिब्बल को आड़े हाथों लेते हुए रोजाना उनकी करोड़ों की कमाई का भी जिक्र किया. उन्होंने लिखा,
सबसे शर्मनाक बात ये है कि कपिल सिब्बल हर रोज करोड़ों रुपये कमाते हैं और इंडस्ट्री नियमों के मुताबिक अपने 200 कर्मचारियों को 6 महीने या फिर कम से कम तीन महीने की सैलरी नहीं दे रहे हैं. 200 से ज्यादा लोगों की जिंदगी बर्बाद कर रहे हैं.
सिब्बल को बताया माल्या
बरखा दत्त ने कपिल सिब्बल की तुलना भारत से हजारों करोड़ रुपये का घोटाला कर भागे कारोबारी विजय माल्या से कर दी. उन्होंने ट्विटर पर लिखा, मुझे बताया गया कि कपिल सिब्बल और उनकी पत्नी ने स्टाफ को मोदी का बहाना बनाकर नौकरी से निकाला है. उन्होंने कहा है कि मोदी जी चैनल नहीं चलने दे रहे हैं. लेकिन ये बिल्कुल गलत है. भारत सरकार ने कुछ भी नहीं किया है. पति-पत्नी ने स्टाफ को फेस तक नहीं किया और छुट्टियों पर लंदन चले गए. जिसके कारण मैं उन्हें माल्या कहने को मजबूर हो गई हूं.
बरखा दत्त ने कपिल सिब्बल पर उन्हें धमकाने का भी आरोप लगाया है. उन्होंने कहा है – ‘’पत्रकारों के अधिकारों के लिए लड़ने पर मुझे धमकी दी गई. मुझे कहा गया कि आप सिब्बल को माल्या से तुलना करने वाला ई-मेल को वापस लीजिए. लेकिन मैंने इनकार कर दिया. मैं तिरंगा टीवी के स्टाफ का समर्थन करती हूं और कानूनी तौर पर लड़ने के लिए उनकी मदद करती रहूंगी.’’
बरखा दत्त ने इस बात का भी खुलासा किया कि काओसे कपिल सिब्बल ओर उनकी पत्नी इस छंटनी का दोष भी प्रधान मंत्री मोदी पर मढ़ना चाहते थे, जबकि स्वयं बरखा के अनुसार मोदी सरकार ने चैनल के किसी काम में कोई रुकावट नहीं डाली। बरखा ने यह भी बताया कि कैसे उन्हें सत्य उजागर करने के कारण आपराधिक मानहानि के मुकद्दमों कि धमकी दी जा रही है।
बरखा ने पत्रकार बिरादरी से भी सिब्बल के खिलाफ आवाज़ उठाने कि
बात कही है। ताकि उन कर्मचारियों को इंसाफ मिल सके। सनद रहे बरखा भी यह मान चुकी है
कि उसका एक वर्ष का वेतन भी सिब्बल पास बकाया है, अब लड़ाई 1 के लिए हो या 200
के लिए नतीजा सबके लिए बराबर का होगा।