गोवा में कॉंग्रेस विलुप्त

काँग्रेस को सिर्फ सत्ता लोलुपता और ऐय्याशियों ने डुबोया है, काँग्रेस सत्ता से दूर शायद रह भी ले परंतु कोंग्रेसी नहीं रह सकते। आज जिस प्रकार से भाजपा में शामिल होने की होड़ मची है सासे यही साबित होता है की येन केन प्रकारेण कोई पद, कोई कुर्सी या महकमा हाथ लग जाये। मोदी के नेतृत्व में भाजपा की प्रचंड जीत और सर्वोपरो अमेठी से राहुल गांधी की शर्मनाक हार का असर कॉंग्रेस पर इतना पड़ा की वह 2024 के लिए भी परेशान हो गए। आज गोवा में कॉंग्रेस विल्प्त हो गयी। गोवा विधानसभा के डिप्टी स्पीकर माइकल लोबो ने इस मामले पर कहा कि कांग्रेस के 10 विधायक बीजेपी में शामिल हुए हैं. यह उनके कुल विधायकों की संख्या का दो-तिहाई है.

नई दिल्ली: कर्नाटक में कांग्रेस और जेडीएस की गठबंधन सरकार पर सियासी संकट गहरा रहा है. वहीं, इन सबके बीच कांग्रेस के लिए गोवा राज्य से भी बुरी खबर सामने आ रही है. गोवा में कांग्रेस के 10 विधायकों ने बीजेपी का दामन थाम लिया है. इन विधायकों में चंद्रकांत कावलेकर भी शामिल हैं, जो विपक्ष के नेता थे. कांग्रेस के 10 विधायकों के बीजेपी में शामिल होने पर गोवा के सीएम प्रमोद सावंत ने कहा कि कांग्रेस के विधायकों के अपने विपक्षी नेता के साथ बीजेपी में शामिल होने से हमारी संख्या 27 हो गई है. सभी विधायक बिना किसी शर्त के बीजेपी में शामिल हुए हैं.

गोवा विधानसभा के डिप्टी स्पीकर माइकल लोबो ने इस मामले पर कहा कि कांग्रेस के 10 विधायक बीजेपी में शामिल हुए हैं. यह उनके कुल विधायकों की संख्या का दो-तिहाई है. कांग्रेस विधायकों का विलय नियमानुसार हुआ है. वहीं, गोवा विधानसभा के स्पीकर राजेश पाटनेकर ने कहा कि आज कांग्रेस के 10 विधायकों ने मुझे पत्र देकर बीजेपी में शामिल होने की जानकारी दी. दूसरा पत्र मुझे गोवा के सीएम प्रमोद सावंत की ओर से मिला, जिसमें बीजेपी का संख्याबल बढ़ने की बात कही गई थी. मैंने दोनों पत्र स्वीकार कर लिए हैं.  

वहीं, कांग्रेस का साथ छोड़ बीजेपी में शामिल हुए विपक्ष के नेता चंद्रकांत कावलेकर ने कहा कि अगर विधानसभा क्षेत्र में कोई विकास नहीं होगा तो लोग हमें दोबारा कैसे चुनेंगे. कांग्रेस ने जो भी वादें किए थे, उन्हें पूरा नहीं किया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पास गोवा में सरकार बनाने के कई मौके थे, लेकिन वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं में एकता की कमी के कारण यह नहीं हो पाया. उन्होंने कहा कि यह कभी हो भी नहीं पाएगा इसलिए हमनें बीजेपी में शामिल होने का निर्णय लिया है. 

कावलेकर ने कहा कि गोवा के सीएम प्रमोद सावंत अच्छा काम कर रहे हैं इसलिए हम 10 विधायकों ने बीजेपी में शामिल होने का फैसला किया है. मैं विपक्ष का नेता होने के बावजूद अपने विधानसभा क्षेत्र में विकास कार्य नहीं करवा पा रहा था. उन्होंने कहा कि राज्य की सबसे बड़ी पार्टी होने के बावजूद कुछ लोगों के कारण हम सरकार नहीं बना सके. बीजेपी में शामिल होने वाले नेताओं में बाबू कावलेकर, बाबुश मोनसेराट, उनकी पत्नी जेनिफर मोनसेरेट, टोनी फर्नांडिस, फ्रांसिस सिल्वेरा आदि हैं.  

गुलाम नबी आज़ाद impact: 2 और कोंग्रेसी विधायकों ने त्यागपत्र सौंपा

आज़ाद के आने का असर यह हुआ कि 2 और विधायकों ने त्यागपत्र सोंप दिये

रेड्डी ने पार्टी के राज्य नेतृत्व पर उनकी उपेक्षा करने और उन्हें मंत्री बनाने में उनकी वरिष्ठता को नजरअंदाज करने का आरोप लगाते हुए अपना इस्तीफा वापस लेने से इंकार कर दिया है.  कांग्रेस के संकटमोचन राज्य सभा सांसद और पार्टी के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आज़ाद आज बेंगलोर में हुंकार भर रहे थे। वह आत्मविश्वास से लबरेज भाजपा ओ धोबी पछाड़ देने के लिए और काँग्रेस को कर्णाटक संकट से उबारने गए थे। वह जब राज्यपाल के संदिग्ध आचरण पर पत्रकारों से बातचीत करने में मशगूल थे तब कॉंग्रेस के 2 और नेताओं ने अपना इस्तीफा दे दिया इस्तीफा देने वालों की संख्या ग्लाम नबी आज़ाद के जाने के बाद अब 16 हो गयी है। आज़ाद राज्यपाल पर आलोकतांत्रिक तरीके से काम करने का इल्ज़ाम लगा रहे थे। तब स्पीकर काँग्रेस सरकार बचाने की जगत में इस्तीफ़ों में खामियाँ नियालने में तुले थे। कॉंग्रेस भाजपा पर खरीद फ़रोहत के इल्ज़ाम लगा रही थी तो दूसरी ओर वह बागी विधायकों को मंत्री पद दे कर खरीदना चाहती है। जहां कॉंग्रेस राज्यपाल पर दोषारोपण करती है वहीं स्पीकर की भूमिका सीधे सीधे एक तरफा दीख पड़ती है। वैसे त्यागपत्रों का सिलसिला अभी तो शुरू हुआ है आगे आगे और भी राज्यपालों की भूमिका को संदिग्ध कहा जाने वाला है।

बेंगलुरू: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पार्टी के संकटमोचक गुलाम नबी आजाद ने जनता दल (सेक्युलर) के साथ अपनी गठबंधन सरकार को बचाने के लिए कर्नाटक के बागी विधायकआर. रामालिंगा रेड्डी से आग्रह किया कि वह अपना इस्तीफा वापस ले लें. यह जानकारी बुधवार को पार्टी ने आधिकारिक तौर पर दी है. पार्टी आलाकमान की सलाह पर, आजाद पार्टी के दर्जन भर उन बागी विधायकों को रोकने के लिए मंगलवार रात बेंगलुरू रवाना हुए थे, जिन्होंने अपनी 13 महीने पुरानी सरकार में अविश्वास जाहिर करते हुए छह जुलाई को इस्तीफा दे दिया था. इनमें रेड्डी भी शामिल हैं.

पार्टी की राज्य इकाई के प्रवक्ता रवि गौड़ा के अनुसार, आजाद ने दिन में पहले रेड्डी से फोन पर बात की और उन्हें अपना इस्तीफा वापस लेने और गठबंधन सरकार को बचाने में मदद करने के लिए कहा है. गौड़ा ने कहा कि आजाद ने रेड्डी से राज्य के एक अतिथि गृह में मिलने के लिए भी कहा, जहां वह रह रहे हैं. उन्होंने रेड्डी से यह भी कहा कि वह शहर में उनके घर पर उनसे मिलकर गठबंधन सरकार पर आए संकट पर चर्चा करने के लिए भी तैयार हैं.

हालांकि, रेड्डी ने पार्टी के राज्य नेतृत्व पर उनकी उपेक्षा करने और उन्हें मंत्री बनाने में उनकी वरिष्ठता को नजरअंदाज करने का आरोप लगाते हुए अपना इस्तीफा वापस लेने से इंकार कर दिया. गौरतलब है कि 66 वर्षीय रेड्डी आठ बार के दिग्गज कांग्रेसी विधायक हैं. आजाद ने सुबह नाश्ते पर हुई एक बैठक में पार्टी के स्थानीय नेताओं राज्य के प्रभारी के. सी. वेणुगोपाल, कांग्रेस विधायक दल के नेता सिद्धारमैया, उप-मुख्यमंत्री जी. परमेश्वरा, राज्य इकाई के अध्यक्ष दिनेश गुंडू राव, वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और राज्यसभा सदस्य बी. के. हरिप्रसाद के साथ संकट पर चर्चा की.

बाद में आजाद ने पत्रकारों से बातचीत में उन राज्यों के राज्यपालों पर आरोप लगाए कि जहां हाल तक कांग्रेस सत्ता में रही है, वहां के राज्यपालों ने भजपा नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के इशारे पर काम करते हुए लोकतंत्र को नष्ट किया. उन्होंने कहा कि केंद्र में भाजपा की सरकार और राज्यों में राज्यपाल जिस तरह से काम कर रहे हैं, उससे लोग आंदोलित हैं. इस देश में लोकतंत्र खत्म हो रहा है. एक के बाद एक राज्य में विपक्षी सरकारें गिराई जा रही हैं और राजग सरकार उनका (राज्यपाल) उपयोग बोली लगाने में कर रही है.

इस दौरान आजाद ने राज्यपालों और केंद्र सरकार के “अलोकतांत्रिक” तरीकों के खिलाफ अपनी आवाज उठाने की अपील भी की. उन्होंने यहां तक कहा कि कर्नाटक के राज्यपाल वजुभाई वाला राज्य की गठबंधन सरकार को गिराने में भाजपा की मदद कर रहे हैं. 

पॉस्को एक्ट में संशोधन, मृत्यु दण्ड का प्रावधान

किसी भी अपराधी में दण्ड का भय होना आवश्यक है। दण्ड ही है जो समाज में शांति स्थापित करता है। किशोरियों, मासूम निर्बोध बच्चियों और बालकों के प्रति हो रहे अमानवीय अत्याचारो, अपराधों के विरुद्ध अब कानून में बड़ा बदलाव किया गया है। मोदी सरकार का यह स्वागत योग्य निर्णय आने वाले समय में समाज में थोड़ी पाशविकता कम करने में सफल होगा। बच्चों के खिलाफ यौन अपराधों के लिए मौत की सजा के प्रावधान किया गया है. चाइल्ड पोर्नोग्राफी को रोकने के लिए जेल और जुर्माने का प्रावधान किया गया है।

नई दिल्ली: 

मोदी कैबिनेट के आज के फैसलों ओ सांझा करते हुए जवडेकर ने बताया कि यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण (POCSO)अधिनियम 2012 में संशोधन को मंजूरी दी है. बच्चों के खिलाफ यौन अपराधों के लिए मौत की सजा के प्रावधान किया गया है. चाइल्ड पोर्नोग्राफी को रोकने के लिए जेल और जुर्माने का प्रावधान किया गया है.

कैबिनेट ने प्रधानमंत्री सड़क योजना के तीसरे चरण के विस्तार को मंजूरी दी है. केंद्रीय नरेंद्र सिंह तोमर ने फैसले की जानकारी देते हुए कहा कि कैबिनेट ने प्रधानमंत्री सड़क योजना के तीसरे चरण के विस्तार को मंजूरी दी, 1,25,000 किलोमीटर की सड़क देश में बनाई जाएगी, जिसकी अनुमानित लागत 80,250 करोड़ रुपये है.

वहीं केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने बताया कि प्रधान मंत्री ग्राम सड़क योजना जो अटल जी के समय शुरू हुई उसके के तीसरे चरण के विस्तार को मंजूरी. उन्होंने कहा कि छोटे-छोटे ट्रायब्यूनल को समाप्त करके एक सिंगल ट्रायब्यूनल करने का निर्णय किया गया है. 

हारने के बाद पहली बार अमेठी आए राहुल

राहुल गांधी अपनी पुश्तैनी सीट ‘अमेठी’ गँवाने के बाद पहली बार यहाँ आए। यहाँ आ कर उन्होने अपनी हार की समीक्षा नहीं की, उन्होने अमेठी जो की उनकी परंपरागत और पुश्तैनी सीट रही है वहाँ हुई शर्मनाक हार के कारणों का विश्लेषण अपने कार्यकर्ताओं के साथ सांझा नहीं किया आपितु उन्हे यह बताया की वह ताल ठोकते रहें रहुल तो अब वायनाड में सक्रिय रहेंगे। उनके हस्पताल के बाहर लगे पोस्टर पर भी उन्होने कोई टिप्पणी नहीं की।

अमेठी: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी लोकसभा चुनाव में अपने परिवार की परंपरागत सीट अमेठी से पराजित होने के बाद बुधवार को पहली बार यहां पहुंचे. राहुल ने इस दौरान निर्मला शैक्षिक संस्थान में कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की. बैठक में शामिल रहे कार्यकर्ताओं के मुताबिक, राहुल गांधी ने कहा कि वह अमेठी नहीं छोड़ेंगे, और वह लगातार यहां आते रहेंगे. उन्होंने कहा कि उनकी बहन प्रियंका वाड्रा भी यहां आती रहेंगी. राहुल ने कार्यकर्ताओं का हौसला बढ़ाया और कहा कि वे हार से निराशा न हों, और क्षेत्र में जाकर पार्टी को मजबूत करें. उन्होंने आगे कहा कि अब वह वायनाड से सांसद हैं, इसलिए ज्यादा समय उन्हें वहां देना होगा.

फिर भी यहां के कार्यकर्ताओं को जब भी उनकी जरूरत होगी, वह हर समय उनके साथ खड़ा रहेंगे. इस दौरान, कार्यकर्ताओं के साथ राहुल की बैठक में प्रवेश न मिलने पर नाराज कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने गेट के बाहर जिलाध्यक्ष योगेंद्र मिश्र के खिलाफ नारेबाजी की.

इस बीच, अमेठी में जगह-जगह पोस्टर लगाए गए हैं, जिसमें संजय गांधी अस्पताल को लेकर राहुल गांधी से जवाब मांगा गया है. पोस्टर में लिखा है, “न्याय दो न्याय दो, मेरे परिवार को न्याय दो, दोषियों को सजा दो, इस अस्पताल में जिंदगी बचाई नहीं गंवाई जाती है. सुबह से ही यह पोस्टर अमेठी में चर्चा का विषय है.

‘मुकेश कुमार आहूजा’ पंचकूला के नए उपायुक्त

प्ंचकूला, 10 जुलाई  

पंचकूला के नवनियुक्त उपायुक्त मुकेश कुमार आहूजा ने अपना पदभार ग्रहण कर लिया है। आहूजा 2009 बैच के आई0ए0एस अधिकारी हैं और इससे पूर्व वे चरखी दादरी में उपायुक्त के पद पर तैनात थे। वे डाॅ बलकार सिंह के स्थान पर पंचकूला के नए उपायुक्त बने हैं।
      मुकेश कुमार आहूजा के पास लंबा प्रशासनिक अनुभव है और वे पंचकूला, अम्बाला व चंडीगढ़ मुख्यालय सहित प्रदेश के विभिन्न जिलों में अलग- अलग पदों पर अपनी सेवाएं देकर प्रशासनिक दक्षता सिद्व कर चुके हैं। उन्होंने पूर्व उपायुक्त डाॅ बलकार सिंह से पंचकूला के भौगोलिक और प्रशासनिक मामलो ंपर चर्चा की। इससे पूर्व जिला में पहुंचने पर अतिरिक्त उपायुक्त उतम सिंह और नगराधीश गगनदीप ने नवनियुक्त उपायुक्त का स्वागत किया।

चालू वित वर्ष में 1190 मैगावाट सोैर उर्जा का होगा उत्पादन-सरकारी भवनों की छतों पर लगाये जा रहे है सौर उर्जा प्लांट-डा0 बनवारी लाल

पंचकूला,10 जुलाई-  

हरियाणा के जन स्वास्थ्य एवं अभियात्रिंकी,नवीनीकरण एवं नवीनीकरण उर्जा राज्य मंत्री डा0 बनवारी लाल ने कहा कि प्रदेश में सौर उर्जा को बढावा देने के लिये प्रदेश सरकार द्वारा बडे स्तर पर प्रयास किये जा रहे है। उन्होंने बताया कि चालू वित वर्ष में 1190 मैगावाट सोैर उर्जा उत्पादन का लक्ष्य निर्धारित किया गया है । इस लक्ष्य को हासिल करने के लिये स्कूलों,आंगनवाडी केन्द्रों,सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों,गौशलाओं तथा सरकारी भवनों की छतों पर सौर उर्जा प्लांट लगाये जा रहे है।
डा0 बनवारी लाल आज लोक निर्माण विभाग विश्राम गृह सैक्टर-1,पंचकूला में नवीन एवं नवीनीकरण उर्जा विभाग द्वारा आयोजित संगोष्ठी तथा राज्य स्तरीय पुरस्कार वितरण समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। इस समारोह में पंचकूला के विधायक एवं मुख्य सचेतक ज्ञान चंद गुप्ता तथा कालका की विधायक श्रीमति लतिका शर्मा विशिष्ठ अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
राज्य मंत्री ने कहा कि प्रदेश में 160 सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर सौर उर्जा प्लांट स्थापित किये जा चुके है और इस वर्ष 220 ऐसे स्वास्थ्य केन्द्रों में यह प्लांट स्थापित किये जायेगें। इसके अलावा 10$2 स्तर के राजकीय विद्यालयों में सौर उर्जा प्लांट लगाने के लिये बजट जारी किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि किसानों को सौर उर्जा पम्प लगाने के लिये प्रोत्साहित किया जा रहा है और इसके लिये किसानों को यह पम्प लगाने के लिये लागत खर्च पर 75 प्र्रतिशत अनुदान उपलब्ध करवाने का प्रावधान है। इसके लिये 1600 करोड बजट का प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि कोयले और पट्रौल से बिजली उत्पादन न केवल मंहगा है बल्कि इससे वातावरण में प्रदूषण भी अधिक फैलता है। उन्होंने  सौरउर्जा के प्रति लोगों को जागरूक करने की आवश्यकता पर बल दिया कि और कहा कि सरकार द्वारा किये जा रहे प्रयासों के सार्थक परिणाम भी सामने आ रहे है। उन्होंने कहा कि वर्ष 1995 से लेकर 2018 तक केवल 440 मैगावाट सौरउर्जा का ही उत्पादन हो चुका है और अब सरकार ने मात्र एक वर्ष में 1190 मैगावाट बिजली उत्पादन का संकल्प लिया है।
विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव टी0सी गुप्ता ने बताया कि सौरउर्जा को बढावा देने के साथ साथ उर्जा संरक्षण पर भी बल दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि किसानों को फाइव स्टार मोटर पम्प लगाने के लिये प्रेरित किया गया है और इसके लिये सरकार 35 हजार बजार कीमत वाले मोटर पम्प किसानों को 23 हजार रूपये में उपलब्ध करवायेगी। उन्होंने बताया कि गत वर्ष मुख्य मंत्री मनोहर लाल के आदेश पर पिछले 5 वर्षो से लम्बित 43 हजार कृषि नलकूप के कनैक्शन जारी करने के साथ साथ नये कनैक्शन के लिये दिसम्बर,2018 में प्राप्त 47 हजार आवेदनों पर भी तेजी से प्रक्रिया जारी कर दी गई है। सभी आवेदक किसानों को इन कनैक्शनों के लिये डिमाण्ड नोटिस जारी कर दिये गये है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 650 मैगावाट क्षमता के 10 सौरउर्जा उत्पादन पार्क भी विकसित किये जा रहे है।
नवीन एवं नवीनीकरण उर्जा विभाग की महानिदेशक डा0 रेणू फूलिया ने कहा कि विभिन्न विभागों द्वारा बनाये जाने वाले भवनों तथा निजी संस्थानों के लिये उर्जा सरंक्षण बिल्डिंग कोड 2017 की अनुपालना अनिवार्य की  गई है। इस तकनीक के आधार पर बनने वाले मकान न केवल उर्जा सरंक्षण में सहयोगी होंगे बल्कि एयर  कंडीशनरों के कारण वातावरण में फैलने वाले कार्बनडाईक्साइड प्रदूषण की समस्या से भी निजात मिलेगी। उन्होंने कहा कि सभी सरकारी भवनों में एल0इ0डी बल्वों का प्रयोग अनिवार्य किया गया है और यह बल्व 80 प्रतिशत बिजली की बचत करते है। 
आज के इस कार्यक्रम में राज्यमंत्री ने उर्जा संरक्षण में उल्लेख्नीय कार्य करने वाले सस्थानों को नगद पुरस्कार देकर सम्मानित किया। एक मैगावाट से उपर उर्जा संरक्षण के लिये राज्य स्तर का प्रथम पुरस्कार गुडइयर  इण्डिया लिमिटिड फरीदाबाद,एक मैगावाट से कम उर्जा सरंक्षण के लिये सहकारी चीनी मिल शाहबाद को,500 किलोवाट क्षमता के लिये उर्जा संरक्षण के लिये बीएसएनएल मेन टैलीफोन एक्सेंज तोशाम को सम्मानित किया गया। इसीप्रकार 30 किलोंवाट क्षमता में उर्जा संरक्षण हेतू गीता विद्या मन्दिर गल्र्ज कालेज,सोनीपत को प्रथम और राजकीय बहु तकनीकी संस्थान,मोरनी,पंचकूला को द्वितीय पुरस्कार दिया गया । आवसीय भवन की श्रेणी में उर्जा संरक्षण के लिये विल्ंिगटन एस्टेट कंडोमीनियम एसोशियेसन को पुरस्कृत किया गया । इस कार्यक्रम में वादविवाद प्रशनोतरी प्रतियोगिता के जोनल और राज्य स्तर के पुरस्कार विजेता विद्यार्थियों को भी सम्मानित किया गया ।
इस अवसर पर विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव टी0सी गुप्ता,महानिदेशक डा0 रेणू फूलिया,अतिरिक्त उपायुक्त उतम सिंह व अन्य अधिकारी उपस्थित थे ।

दवाएं दुकानदार की और नौकरियाँ ठेकेदार की ज़िम्मेदारी, सरकार बीच में से गायब

अपने अधीनस्थ किसी भी डॉक्टर की अपेक्षा पीजीआई चंडीगढ़ के डॉक्टर भंसाली से अपनी डायबिटीज़ का इलाज करवाने वाले मंत्री अपने प्रदेश की हस्पतालों की दयनीय दशा को बहुत ही हल्के में लेते हैं। यही नहीं आर्थिक कारणों से आत्महत्या करने वाले हस्पताल के कर्मचारी दंपति पर भी स्वास्थ्य मंत्री का मानना है की जब सरकार ने ठेकेदारी प्रथा लागू करवा दी है तो अब ठेकेदार जाने और कर्मचारी जाने। सरकार की कोई ज़िम्मेदारी नहीं बनती।

पंचकूला 10 जुलाई ( सारिका तिवारी)

” लोग सामान्य दवाइयों से हो सकता है ठीक हो जाते हों इस लिए अपग्रेडेड दवाइयां नहीं रखी जाती होंगी ” ये मानना है स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज का। आज वह पंचकूल में कार्यकर्ताओं से रू ब रु कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे।
पत्रकार वार्ता में जब उनसे पूछा गया कि सेक्टर 6 के सिविल अस्पताल में केवल मेटफॉर्मिन और गलिम्प्रिण्ड नामक दवाईयां ही उपलब्ध हैं जो कि 2006 से चल रही हैं जबकि डायबिटीज के लिए अब अपग्रेडेड दवाईयां उपलब्ध हैं जबकि यदि इस बीमारी की स्टेज बढ़ जाए तो इन दोनो दवाईयों से इलाज कैसे होगा तो उन्होंने इस बात का सरसरी ढंग स जवाब देते हुए कहा कि हो सकता है मरीज़ इन्हीं दवाईयों से ठीक हो जाते हों। विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार इतने गम्भीर सवाल का इतने गैर जिम्मेदाराना तरीके से जवाब देने वाले मंत्री स्वयं भी डियाबेटीज़ से ग्रस्त हैं और अपना इलाज अपने अधीनस्थ किसी सरकारी अस्पताल से न करवा कर चंडीगढ़ में पी जी आई के डॉ भन्साली से करवाते हैं।
इसके अतिरिक्त कॉन्ट्रैक्ट पर कर्मचारियों की नियुक्ति और उनके वेतन भुगतान पर सवाल पूछने पर उन्होंने अपना पल्ला झाड़ते हुए कहा कि जब हम आउटसोर्सिंग करते हैं तो ज़िम्मेदारी ठेकेदार की है उनकी नहीं। आपको बता दें कि दो दिन पहले सेक्टर 6 अस्पताल में ही ठेकेदार के माध्यम से नौकरी करने वाले पति पत्नी ने आर्थिक तंगी से परेशान होकर आत्महत्या कर ली थी। यह तो सर्वविदित है कि असल में ठेकेदारों द्वारा कर्मियों को पूरी तनख्वाह नहीं दी जाती और कागजी करवाई पूरी की जाती है। सम्बंधित कर्मचारी अपना रोजगार बचाने के लिए चुप्पी साध लेते हैं कि कहीं उनकी नौकरी न चली जाए।

संगठन पर बात करते हुए विज ने कहा भाजपा के कार्यकता हमेशा सक्रीय रहते हैं कभी भी बैरकों में नहीं जाते उन्होंने कार्यकर्ताओं को सक्रीय और संगठित रह कर आगामी विधान सभा चुनावों की तैयारी करने को कहा।

PU Results

Korel, Chandigarh July 10, 2019

                It is for the information of the general public and students of Panjab University Teaching Departments/Colleges in particular that result of the following examinations have been declared:-

  1. Bachelor of Fashion and Life-Style Technology, 4th Sem., May 2019
  2. M.A. Indian Theatre, 4th Sem., May 2019

The students are advised to see their result in their respective Departments/Colleges/University website.

PU NSS VOLUNTEERS FOR GOOD BYE PLASTIC UNDER SBSI 2.0

Korel, Chandigarh July 10, 2019

            Ministry of Jal Shakti, G.O.I. relaunched the Swachh Bharat Summer Internship (SBSI 2.0) for all NSS/NCC/NYKS volunteers on 6th June, 2019. This internship is a part of Swachh Bharat Gramin Mission where volunteers have to devote minimum 50hours for Swachhata in their respective adoptedvillages. Under this initiative Department of NSS, Panjab University encouraged Volunteers to work in the adopted villages of PU and Campus for the community service based on swachhata theme. 

            SBSI2.0 is primarily focused on minimizing the usage of plastic and awareness campaigns of its hazardous impacts on the environment. Another important aspect of the internship is the segregation of dry and wet waste starting from the households to its dumping site and helping villagers in the development of compost pit. Enrolled NSS Volunteers of Panjab University are working for Swachh Bharat Summer Internship since 15th June, 2019 which is going to last upto 31st July, 2019 under the esteemed guidance of Dr. Navdeep Sharma, NSS coordinator, Panjab University. Panjab University has generated the web link to register volunteers for SBSI 2.0 and also working to create online link for internship report submission. One of NSS volunteer team from Panjab University registered themselves as a team namely “We Mean C.A.G (CLEAN & GREEN)” led by Binesh Bhatia, State Awardee of SBSI, 2018 from PU Campus. This team is working hard in two shifts with volunteers of PU tomake Swachhata as a “Jan Andolan” in adopted village of Dhanas, Khuda Lhora and PU campus. 

            NSS volunteers of Panjab University have been performing Nukkad Natak on streets and in slum areas of Dhanas, organising various rallies on cleanliness & waste segregation (dry/wet) and awareness sessions on Menstrual Hygiene, e-waste under Solid Waste Management, Water Conservation in the adopted village of Dhanas and PU campus on regular basis. Volunteers in their Swachhata campaign drives are suggesting households to develop the compost pits in their near by area for kitchen gardening. As per information conveyed by Dhanas villager, NSS volunteers are promoting clean and hygienic environment for the Dhanas villagers. 

            PU Volunteers have also started the campaign for collecting the plastic bottles with the contribution of GMSSS, Dhanas students. Volunteers have installed bins for waste plastic bottles as a collection point in the classrooms itself. School students can make volunteer contribution in the collection of plastic bottles from their respective houses, canteen, shops in village to donate the same in their school bin and help the interns to work on best out of plastic waste. For their great team work on field and motivating school children to reduce the plastic usage, there work has been well appreciated by School Principle Mrs. Seema Rani and Vice Principle Mr. Ramesh Kumar of GMSSS, Dhanas. Mr. Ramesh added that volunteers are working in a school like one works for their own home. 

Tree plantation drive by UIAMS

Korel, Chandigarh July 10, 2019

            A tree plantation drive was organized at the University Institute of Applied Management Sciences(UIAMS), Panjab University(PU), here today as a part of Green initiative taken up by the Horticulture Department of PU in collaboration with Natural Biodiversity group and Rotary Chandigarh Midtown. The function was presided over by Prof. Upasna Joshi Sethi, Director, University Institute of Applied Management Sciences, PU. Rotaract Chandigarh Midtown sponsored 30 saplings to be planted in the green area surrounding UIAMS. The initiative was supported by the Natural Biodiversity group represented by Dr. Arun Bansal and S.Navtej Singh. Faculty, staff, and students of UIAMS actively participated in the plantation initiative. All these 30 plants have been adopted by the faculty and staff members of UIAMS, and they pledged to take care of these plants to ensure their survival.