अमेठी हत्याकांड में जांच जारी है…

अमेठी के सुरेन्द्र सिंह हत्या कांड की जांच के चलते नामजद आरोपियों में से 3 को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और 2 अभी फरार हैं, पर ऐसा प्रतीत होता है की पुलिस किसी दूसरी theory पर ही काम करना चाहटी है, गांवों के खड़ंजे जैसे साधारण विवाद पर सुरेन्द्र सिंह जैसी शख्सियत की ह्त्या गाँव के किसी व्यति द्वारा हो जाना कुछ अजीब लग रहा है, सूत्रों की मानें तो, मृतक बीजेपी कार्यकर्ता सुरेंद्र सिंह का करीब 15 दिन पहले गांव के खड़ंजे को लेकर कुछ लोगों से विवाद हुआ था. इसके साथ ही गांव की जमीन को लेकर भी उसका विवाद चल रहा था. इन दोनों विवादों के बारे में पुलिस जानकारी हासिल करने की कोशिश कर जांच कर रही है.

अमेठी: अमेठी में भाजपा सांसद स्मृति ईरानी के करीबी और बरौलिया गांव के पूर्व प्रधान सुरेंद्र प्रताप सिंह हत्याकांड में नामजद आरोपियों में से तीन को गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि दो अभी भी फरार हैं, जिनकी गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है. जानकारी के मुताबिक, पुलिस चुनावी रंजिश के साथ ये भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि बीते दिनों किसी और से तो सुरेंद्र प्रताप सिंह का विवाद नहीं हुआ था. 

सूत्रों के अनुसार, मृतक बीजेपी कार्यकर्ता सुरेंद्र सिंह का करीब 15 दिन पहले गांव के खड़ंजे को लेकर कुछ लोगों से विवाद हुआ था. इसके साथ ही गांव की जमीन को लेकर भी उसका विवाद चल रहा था. इन दोनों विवादों के बारे में पुलिस जानकारी हासिल करने की कोशिश कर जांच कर रही है. 

एफआईआर में प्रधानी चुनाव और लोकसभा चुनाव दोनों में हुए विवाद का जिक्र किया गया है. इसपर भी पुलिस जांच कर रही है. मृतक के परिवार ने पांच नामजद लोगों के खिलाफ केस दर्ज कराया है, जिसमें से पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है, जिनसे पूछताछ की जा रही है. वहीं, 7 अन्य लोगों से भी पूछताछ की जा  रही है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, आरोपी रामचंद्र कांग्रेस का समर्थक है और प्रधानी के चुनाव लड़ने की तैयारी में है. 

सुरेन्द्र सिंह की हत्या के मामले में पुलिस ने रविवार को पांच लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज की थी. अपर पुलिस अधीक्षक दयाराम ने बताया कि पीड़ित परिवार ने वसीम, नसीम, गोलू, धर्मनाथ और बीडीसी सदस्य (ब्लाक डेवलपमेंट कमेटी-क्षेत्र विकास समिति) रामचंद्र के खिलाफ सुरेन्द्र सिंह की हत्या के मामले में धारा 302 (हत्या) और 120-बी (आपराधिक साजिश) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. रामचंद्र बीडीसी सदस्य एवं कांग्रेस नेता है.

अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि नसीम, वसीम और गोलू पर गोली मारने का आरोप है. प्रथमदृष्टया मामला लोकसभा चुनाव और पूर्व में पंचायत चुनाव के दौरान हुई रंजिश का होने की आशंका है .

आपतो बता दें कि रविवार को स्मृति ईरानी दोपहर बाद बरौलिया गांव पहुंचीं और सुरेन्द्र सिंह की अंतिम यात्रा में शामिल हुईं. स्मृति ने सिंह के पार्थिव शरीर पर पुष्प चढाये. इस दौरान वह काफी भावुक हो गईं. स्मृति ने सिंह के पार्थिव शरीर को कंधा भी दिया. इससे पहले वह सिंह के परिवार वालों से मिलीं और उन्हें ढांढस बंधाया.

कांग्रेस -जेडीएस की चिंता उनका घटता जनादेश नहीं आपितु जनादेश के खिलाफ जा कर हासिल की हुई सत्ता को बचाने की है

कर्णाटक में कांग्रेस जेडी-एस गठबंधन में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। ताज़ा मिली करारी हार के बाद भी उन्हे समझ नहीं आ रहा की प्रदेश में कौन सी बयार बह रही है। विधान सभा चुनावों में भी भाजपा सबसे बड़े दल के रूप में उभरी थी। तब एक दूसरे के विरुद्ध लड़े कांग्रेस जेडी-एस ने सत्ता के लालच में चुनाव पर्यंत गठबंधन कर कर्णाटक की जनता द्वारा दिये जनादेश को धता बता दी थी। आज भी लोकसभा चुनावों जब में जनादेश उनके बिलकुल विपरीत है, जनता ने कांग्रेस – जेडीएस को एक बार फिर नाकार दिया है कर्णाटक की 28 सांसदीय क्षेत्रों में से 18.4% वोटों की बढ़ोतरी के साथ 26 सीटें भाजपा की झोली में डाल दीं कांग्रेस-जेडीएस को मात्र 2 सीटें ही मिलीं हैं।

अभी भी कांग्रेस -जेडीएस की चिंता उनका घाटता जनादेश नहीं आपितु जनादेश के खिलाफ जा कर हासिल की हुई सत्ता है। दोनों दल बस उसी सत्ता को बचाने की कवायद में हैं।

बेंगलुरु: कर्नाटक के सत्तारूढ़ गठबंधन में बढ़ती चिंता के बीच उसके घटक कांग्रेस ने राज्य की वर्तमान राजनीतिक घटनाक्रम पर चर्चा करने के लिए बुधवार को पार्टी विधायक दल की बैठक बुलाई है. लोकसभा चुनाव में कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन की करारी हार और कांग्रेस में बढ़ते असंतोष के बीच यह बैठक होने जा रही है.

कांग्रेस विधायक दल के नेता सिद्धरमैया ने विधानपरिषद, लोकसभा और राज्य सभा के सदस्यों और पार्टी विधायकों को लिखे पत्र में कहा कि वर्तमान राजनीतिक घटनाक्रम पर चर्चा करने के लिए यहां 29 मई को शाम छह बजे एक होटल में बैठक होगी.

पत्र में कहा गया है,‘सभी विधायकों को बैठक में जरूर उपस्थित रहना चाहिए और बहुमूल्य सुझाव देना चाहिए.’ उसमें कहा गया है कि बैठक में उपमुख्यमंत्री जी परमेशवर और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दिनेश गुंडू राव भी मौजूद रहेंगे.

लोकसभा में कांग्रेस का खराब प्रदर्शन 
कर्नाटक में पार्टी के अब तक सबसे खराब प्रदर्शन के तहत कांग्रेस ने एक ही लोकसभा सीट मिली. वह 21 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ी थी. जेडीएस को भी एक ही सीट मिली, वह सात सीटों पर उतरी थी. पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, वीरप्पा मोइली और के एच मुनियप्पा समेत गठबंधन के कई बड़े नेता हार गये. 

कांग्रेस से यह आवाज उठने लगी कि इस खराब प्रदर्शन के लिए जेडीएस के साथ साझेदारी जिम्मेदारी है, इसलिए इस गठबंधन को खत्म किया, इस पर कुमारस्वामी ने इस्तीफे की पेशकश कर डाली. हालांकि शुक्रवार को मंत्रिमंडल की बैठक हुई और उनके नेतृत्व पर विश्वास व्यक्त किया गया और कहा गया कि गठबंधन जारी रहेगा.

कांग्रेस विधायक दल की बैठक ऐसे समय में हो रही है जब पार्टी के अंदर असंतोष गहरा रहा है. पार्टी विधायक रमेश जारकिहोली कुछ समय से भाजपा के साथ जाने की बात कह रहे हैं रहे हैं और उन्होंने लोकसभा चुनाव के बाद कुछ विधायकों के साथ इस्तीफा भी देने की धमकी दी है.

आज का पांचांग

पंचांग 27 मई 2019

विक्रमी संवत्ः2076,

शक संवत्ः1941,

मासः ज्येष्ठ़, 

पक्षः कृष्ण पक्ष, 

तिथिः अष्टमी प्रातः 11.16 तक, 

वारः सोमवार, 

नक्षत्रःशतभिषा सांय 04.13 तक है, 

योगः वैधृति प्रातः 12.56 तक, 

करणः कौलव, 

सूर्य राशिः वृष, 

चंद्र राशिः कुम्भ, 

राहु कालःप्रातः 7.30 से प्रातः 9.00 बजे तक, 

सूर्योदयः05.29, 

सूर्यास्तः07.08 बजे।

विशेषः आज पूर्व दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर सोमवार को दर्पण देखकर, दही,शंख, मोती, चावल, दूध का दान देकर यात्रा करें।

कैप्टन सिद्धू द्वि के साथ आर पार के मूड में

राजनैतिक गलियारों में उठा पता तो चलती रहती है, लें सिद्ध दंपति जहां हों वहाँ सब कुछ ठीक हो ऐसा भी नहीं है। सिद्धू इमरान के कासीदे पढ़ कर ओर जन॰ बाजवा ए गले लग आर स्वयं को इंटरनेशनल खिलाड़ी मान बैठे और कैप्टन की सर-ए-आम बेइज्जती करते फिरते रहे। उनकी च्नावी सभाओं में पाकिस्तान ज़िन्दाबाद के नारे तक लगे जिनकी उन्होने कभी भर्त्स्ना नहीं की। फिर चुनावों में अप्रत्यक्ष रूप से कैप्टन का बाहिशार किया। पंजाब में गले की बीमारी का बहन बनाया ओर पटना में “खामोश” की रैली को अपनी आवाज़ दी। ओर तो ओर डॉ॰ सिद्धू ने भी कैप्टन पर आरोपों की बौछार की। वैसे सिद्धू अपने कार्याल ए पहले दिन ही से विवादों में हैं चाहे वह न्के दफ्तर की renovation का मामला हो या फिर च्नावोन में बड़बोले पन का।

चंडीगढ़: पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और उनके मुखर मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के बीच जारी गतिरोध का मुद्दा इस सप्ताह नई दिल्ली में राहुल गांधी के समक्ष उठाया जा सकता है. मुख्यमंत्री अमरिंदर लोकसभा चुनाव में हार के बाद पार्टी की आत्ममंथन बैठक के लिए फिलहाल दिल्ली में हैं और वह सोमवार शाम तक वापस लौट रहे हैं और वह गांधी से मिलने वापस दिल्ली जाएंगे. मुख्यमंत्री कार्यालय के एक अधिकारी ने कहा, “मुख्यमंत्री इस सप्ताह के अंत तक राहुल गांधी से मिलने वाले हैं.”

मुख्यमंत्री और उनके स्थानीय निकाय मंत्री के बीच जुबानी जंग उस समय से शुरू है, जब अमरिंदर सिंह ने राज्य के शहरी इलाकों में पार्टी के खराब प्रदर्शन के लिए सिद्धू को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि संसदीय चुनाव के दौरान उनके कदमों से न केवल उन्हें नुकसान हुआ है, बल्कि गांधी को भी.

दोनों के बीच ताजा विवाद की वजह अपवित्रीकरण के मुद्दे पर सिद्धू के विवादित बयान और उनकी पत्नी को चंडीगढ़ से टिकट न दिए जाने के लिए मुख्यमंत्री को जिम्मेदार ठहराना है. बठिंडा में अपवित्रीकरण के मामलों की जांच पर सिद्धू की टिप्पणियों का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा था कि मंत्री महोदय इस बात को स्पष्ट तौर पर नहीं समझ पाए कि एसआईटी का गठन विधानसभा ने किया है.

कांग्रेस बठिंडा सीट अकाली दल की उम्मीदवार हरसिमरत कौर से 21,772 मतों के मामूली अंतर से हार गई.

लोक सभा ही नहीं राज्य सभा में भी बढ़ेंगी भाजपा की सीटें

अजेय भाजपा के रथ को रोक्न गठबंधन के भी बस का नहीं है, कारण कई सांसदिया क्षेत्रों में विपक्ष के मिल कर भी उतने मत नहीं हैं जो भाजपा को हटा पाते। लेकिन विपक्ष मोदी की प्रचंड जीत के बाद भी अभी बाज नहीं आया है। कांग्रेस को यकीन है की अब वह लोक सभा में मात्र 44 थे तब उन्होने सांसद नहीं चलने दी थी तो अब तो वह फिर 51 हैं, राज्य सभा में भी विपक्ष बहू संख्या में है इसी लिए विपक्ष अपनी मन मर्ज़ी करेगा। लें राज्य सभा में भारी लत फेर के संकेत हैं।

नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव में भारी सफलता के बाद भाजपा नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के पास अगले साल के अंत तक राज्यसभा में बहुमत हो जाएगा और उसके बाद मोदी सरकार के लिए अपने विधायी एजेंडे को आगे बढ़ाने में आसानी हो जाएगी. फिलहाल राजग के पास राज्यसभा में 102 सदस्य हैं, जबकि कांग्रेस नेतृत्व वाले संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन संप्रग के पास 66 और दोनों गठबंनों से बाहर की पार्टियों के पास 66 सदस्य हैं.

राजग के खेमे में अगले साल नवंबर तक लगभग 18 सीटें और जुड़ जाएंगी. राजग को कुछ नामित, निर्दलीय और असंबद्ध सदस्यों का भी समर्थन मिल सकता है. राज्यसभा में आधी संख्या 123 है और ऊपरी सदन के सदस्यों का चुनाव राज्य विधानसभा के सदस्य करते हैं. अगले साल नवंबर में उत्तर प्रदेश में खाली होने वाली राज्यसभा की 10 में से अधिकांश सीटें भाजपा जीतेगी. इनमें से नौ सीटें विपक्षी दलों के पास हैं. इनमें से छह समाजवादी पार्टी (सपा) के पास, दो बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और एक कांग्रेस के पास है.

अगले साल असम, अरुणाचल प्रदेश, उत्तराखंड, ओडिशा, हिमाचल प्रदेश में सीटें मिलेंगी
उत्तर प्रदेश विधानसभा में भाजपा के 309 सदस्य हैं. सपा के 48, बसपा के 19 और कांग्रेस के सात सदस्य हैं. अगले साल तक बीजेपी को असम, अरुणाचल प्रदेश, उत्तराखंड, ओडिशा, हिमाचल प्रदेश में सीटें मिलेंगी. भाजपा राजस्थान, बिहार, छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश में सीटें गंवाएगी. महाराष्ट्र और हरियाणा में विधानसभा चुनाव के परिणामों का भी राजग की सीट संख्या पर असर होगा. हालांकि असम की दो सीटों के चुनाव की घोषणा हो चुकी है, जबकि तीन अन्य सीटें राज्य में अगले साल तक खाली हो जाएंगी. बीजेपी और उसके सहयोगी दलों के पास राज्य विधानसभा में दो-तिहाई बहुमत है.

एक तिहाई सीटें जून और नवंबर में खाली होंगी
ऊपरी सदन की लगभग एक-तिहाई सीटें इस साल जून और अगले साल नवंबर में खाली हो जाएंगी. दो सीटें अगले महीने असम में खाली हो जाएंगी और छह सीटें इस साल जुलाई में तमिलनाडु में खाली हो जाएंगी. उसके बाद अगले साल अप्रैल में 55 सीटें खाली होंगी, पांच जून में, एक जुलाई में और 11 नवंबर में खाली होंगी.

कई अहम बि‍ल पास करा सकेगी बीजेपी
भाजपा नेतृत्व वाली सरकार का प्रयास अपने विधायी एजेंडे को आगे बढ़ाने का होगा, जो पिछले पांच सालों के दौरान विपक्ष के विरोध के कारण आगे नहीं बढ़ पा रही थीं. सरकार तीन तलाक विधेयक को पास नहीं करा सकी, जबकि यह विधेयक लोकसभा में पारित हो चुका है. नागरिकता संशोधन विधेयक भी पास नहीं हो पाया है. बीजू जनता दल और तेलंगाना राष्ट्र समिति दोनों ने हालांकि भाजपा और कांग्रेस से समान रूप से दूरी बना रखी है, लेकिन दोनों दलों ने पिछले साल राज्यसभा के उपसभापति पद के लिए हरिवंश का समर्थन किया था.

राजनैतिक हत्या को पारिवारिक कलेश बताने में जुटी यूपी पुलिस

कुशवाहा इत्यादि नेताओं की धमकियाँ असर लाने लगीं हैं उत्तर प्रदेश में यूपी के अमेठी में शनिवार-रविवार की दरम्‍यानी रात को जामो पुलिस थानाक्षेत्र के अंतर्गत बरौलिया गांव के पूर्व प्रधान सुरेंद्र सिंह की बदमाशों ने गोली मारकर हत्‍या कर दी. वह स्‍मृति ईरानी के करीबी थे. एक तरह से मानें तो यह तो शुरुआत है आने वाले समय में हत्याओं का सिलसिला ज़ोर पकड़ सकता है। भाजपा के स्थिर होते पाँव गाँव – गाँव में पैर पसारती भाजपा आज अमेठी जैसे कांग्रेस के गढ़ में समृति ईरानी की दिन दिहाड़े सेंधमारी से विपक्ष बुरी तरह बौखला गया है। सबको लगने लगा है कि याद गांधी परिवार पीढ़ियों पूरानी अमेठी हार सकता है तो बाकी लोगों कि पारंपरिक या पारिवारिक सीटों कि तो बिसात ही क्या है।

मुख्य मंत्र योगी इस अति दु:साहसिक हत्याकांड के पीछे कि सच्चाई जानना चाहते हैं, परिवार का मानना है कि यह हत्या राजनैतिक प्रतिशोध की वजह से हुई है जिसकी संभावना अधिक है।
सुरिंदर सिंह के बेटे ने कांग्रेस पार्टी पर शक जताया है क्योंकि उसके पिता समृति ईरानी के साथ प्रदर्शन किया करते थे। मुख्य मंत्री योगी ने पीड़ित परिवार को शोक वयक्त करते हुए उन्हें दिलासा दिलाया कि उन्हें इंसाफ़ मिलेगा, पुलिस को कड़ी से कड़ी जाँच करने को कही है व 12 घण्टों के भीतर हत्यारों का पता लगाने का आदेश दिया है साथ ही IG को भी जांच करने के लिए लखनऊ भेज दिया है। वहीं दूसरी तरफ पुलिस हत्या को पारिवारिक विवाद दे कर घर के ही किसी को फाँसने की तैयारी में जुटी है।

नई दिल्‍ली : अमेठी में शनिवार और रविवार की दरम्‍यानी रात बीजेपी कार्यकर्ता और सांसद स्‍मृति ईरानी के करीबी पूर्व प्रधान सुरेंद्र सिंह की हत्‍या कर दी गई है. बदमाशों ने सुरेंद्र सिंह की गोली मारकर हत्‍या की है. अमेठी से नवनिर्वाचित सांसद स्‍मृति ईरानी वहां के बरौलिया गांव जाकर सुरेंद्र सिंह के परिवार से से मिलीं. वह सुरेंद्र सिंह की अंतिम यात्रा में भी शामिल हुईं. उन्‍होंने इस दौरान अर्थी को कंधा भी दिया.

अमेठी में स्मृति ईरानी के करीबी पूर्व प्रधान सुरेंद्र सिंह के शव का पोस्‍टमार्टम लखनऊ मेडिकल कॉलेज में हुआ. 3 डॉक्टरों के पैनल ने पोस्टमार्टम किया है. इस दौरान पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी कराई गई. पोस्‍टमार्टम के बाद परिजन शव लेकर अमेठी रवाना हो गए.
यूपी के अमेठी में शनिवार रात दुस्‍साहसिक वारदात को अंजाम दिया गया है. यहां के जामो पुलिस थानाक्षेत्र के अंतर्गत बरौलिया गांव के पूर्व प्रधान की बदमाशों ने गोली मारकर हत्‍या कर दी.

सुरेंद्र सिंह घर के बाहर सो रहे थे तभी अज्ञात बदमाशों ने उनकी गोली मारकर हत्‍या कर दी गई. इसके बाद बदमाश फरार हो गए. घायल सुरेंद्र सिंह को लखनऊ के ट्रामा सेंटर इलाज के लिए ले जाया जा रहा था, रास्‍ते में ही उन्‍होंने दम तोड़ दिया. पुलिस मामले की जांच कर रही है. पूर्व प्रधान सुरेंद्र सिंह अमेठी ने नवनिर्वाचित बीजेपी सांसद स्‍मृति ईरानी के करीबी थे.

अमेठी के पुलिस अधीक्षक के अनुसार सुरेंद्र सिंह को देर रात करीब 3 बजे गोली मारी गई है. मामले में कुछ संदिग्‍धों को हिरासत में लेकर पूछताछ हो रही है. जांच जारी है. उनके अनुसार उनके अनुसार पुरानी या राजनीतिक रंजिश के चलते सुरेंद्र की हत्‍या होने की आशंका है. 

सुरेंद्र सिंह के चचेरे भाई ने बताया कि हम लोग तो गांव में रहते थे. रात में मेरे लड़के के पास फोन गया कि प्रधान बाबू को किसी ने मार दी है. फिर हम लोग वहां से आए जब यहां आए तो दो चार लोग यहां मौके पर थे. एक ट्राली यहां पर बन रही थी और जब हम लोग आए तो उसके बाद इस चौराहे के लोग आए. हम लोग यहां पहुंचे तो यहां पर लोग इन को लेकर जा चुके थे फिर एक बोलेरो से पीछे पीछे कुछ लोग घर गए. गोली किसने मारी यह पक्के तौर पर नहीं कहा जा सकता लेकिन निश्चित रूप से यह चुनावी रंजिश के कारण गोली मारी गई है.

Police File Chandigarh

Purnoor, Chandigarh 26.05.2019

Two arrested for consuming liquor at public place

Two different cases U/S 68-1(B) Punjab Police Act 2007 & 510 IPC has been registered in PS-03 & 39, Chandigarh against three persons who was arrested while consuming liquor at public place on 25.05.2019.

This drive will be continuing in future, the general public is requested for not breaking the law.

Action against Gambling/Satta

          Chandigarh Police arrested Mohhamad Arshad R/o # 1119/5, Govindpura, Manimajra, Chandigarh, Akil Ahmad R/o # 1196/1, Mori Gate, Manimajra, Chandigarh and Salim R/o # 1145, Mori Gate, Manimajra, Chandigarh while they were gambling near Park, Govindpura, Manimajra, Chandigarh on 25.05.2019. Total cash Rs. 9,000/- was recovered from their possession. In this regard, a case FIR No. 67, U/S 13-3-67 Gambling Act has been registered in PS-Manimajra, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

One arrested with stolen car while applying fake number

Chandigarh Police arrested Manpreet Singh @ Navi R/o # 2550/1, Sector- 38/C, Chandigarh at Naka near Sector- 39/40 dividing road, Chandigarh while he was using fake Registration number CH-01AQ-7242 on silver color Verna car which was stolen from Sector-19, Chandigarh. In this regard, a case FIR No. 143, U/S 473, 411 IPC has been registered in PS-39, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

New Born found

A case FIR No. 66 U/S 318 IPC has been registered in PS-Maloya, Chandigarh against unknown person who left newly born baby (girl) who was found dead at dumping ground, Village- Daddumajra, Chandigarh on 25.05.2019. Investigation of the case is in progress.

MV Theft

Mohhamad Sheru Azam R/o # 1436, Phase-2, Ramdarbar, Chandigarh reported that unknown person stolen away complainant’s activa scooter No. PB-68AK-9710 from parking of GMCH-32, Chandigarh on 13-05-2019. A case FIR No. 116, U/S 379 IPC has been registered in PS-34, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Vijay Pareek R/o 3 282, Indian Express Society, Sector- 48/A, Chandigarh reported that unknown person stolen away complainant’s bullet motor cycle No. CH-46(T)1035 while parked near his residence on night intervening 08/09-05-2019. A case FIR No. 53, U/S 379 IPC has been registered in PS-49, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

A lady resident of Sector- 46, Chandigarh reported that unknown person stolen away complainant’s activa scooter No. CH-01AN-8009 while parked near SCO No. 138-40, Sector- 43/B, Chandigarh on 24.05.2019. A case FIR No. 108, U/S 379 IPC has been registered in PS-36, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Assault

A case FIR No. 107 U/s 325, 34 IPC has been registered in PS-IT Park, Chandigarh on the complaint of Chandrika Prasad R/o # 3784, Sector- 56, Chandigarh, (working as salesman in Unicharon Company, Plot No. 181/37, indst. Area, Phase-1, Chandigarh) whoalleged that Devi Singh (age- 73 yrs) and Surinder both (age- 39 yrs) R/o # 381, village- Kishangarh, Chandigarh beaten complainant near Lucky Kiryana Store, Village- Kishangarh, Chandigarh on 24.05.2019. Complainant got injured and admitted in Civil Hospital, Manimajra, Chandigarh. Accused persons have been arrested in this case. Investigation of the case is in progress.

Accident

A case FIR No. 120, U/S 279, 337 IPC has been registered in PS-Indst. Area, Chandigarh on the complaint of Devansh Rai R/o # 1077, sector- 79, Distt.- Mohali, Punjab who alleged that driver of auto No. PB-65AH-7292 namely Ram Kumar R/o # 1331, Sector- 18/C, Chandigarh who hit to complainant’s activa scooter No. CH-03R-3111 near Centra Mall Light Point, Chandigarh on 23.05.2019. Complainant got injured and admitted in GMCH-32, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

A case FIR No. 154, U/S 279, 337 IPC has been registered in PS-31, Chandigarh on the complaint of Rajinder Singh R/o # 197, General Enclave, Phase-2, Zirakpur, Punjab who alleged that driver of car No. HR-68B-5852 namely Paramjit Singh R/o village- Khanpur, Distt.- Patiala, Punjab who hit to complainant’s motor cycle No. CH-01AR-9745 near CRPF Camp, Village- Hallomajra, Chandigarh on 13.05.2019. Complainant got injured and admitted in GMCH-32, Chandigarh. Accused arrested and bailed out. Investigation of the case is in progress.                                                                                         

जम्मू और लादाख के लोग 370 और 35 ए से आज़ादी चाहते हैं: भाजपा

तकरीबन हर चुनावी घोषणा पत्र में भाजपा अनुछेद 370 और 35ए हटाने की बात करती है, इस बार भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने भी चुनावों से पहले इन धाराओं को हटाने की आपनी प्रतिबद्धता दोहराई। पार्टी ने यह भी कहा कि विधानसभा चुनावों के बाद अपने दम पर राज्य में सरकार बनाने का नेशनल कांफ्रेंस का दावा ‘खोखला’ है

जम्मू: बीजेपी की जम्मू-कश्मीर इकाई ने शनिवार को दावा किया कि जम्मू और लद्दाख क्षेत्रों के लोग पार्टी को वोट देकर जल्द से जल्द संविधान के अनुच्छेद 370 और 35ए को हटवाना चाहते हैं.  पार्टी ने यह भी कहा कि विधानसभा चुनावों के बाद अपने दम पर राज्य में सरकार बनाने का नेशनल कांफ्रेंस का दावा ‘खोखला’ है.

बीजेपी ने हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में राज्य की उधमपुर, जम्मू और लद्दाख सीट पर जीत दर्ज की है जबकि कश्मीर घाटी की सभी तीन सीटों श्रीनगर, बारामूला और अनंतनाग सीटों पर नेशनल कांफ्रेंस को जीत मिली थी.  नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने शुक्रवार को कहा था कि प्रधानमंत्री विशाल बहुमत के बावजूद अनुच्छेद 35ए और 370 नहीं हटा सकते. 

इसपर बीजेपी की राज्य इकाई के प्रवक्ता ब्रिगेडियर (सेवानिवृत) अनिल गुप्ता ने कहा, ‘अब्दुल्ला और नेशनल कांफ्रेंस के नेतृत्व के पास अनुच्छेद 35ए और 370 को लेकर बड़े-बड़े दावे करने के लिये जम्मू और लद्दाख का जनादेश नहीं है क्योंकि इन दोनों क्षेत्रों के लोग इन अनुच्छेदों को जल्द से जल्द हटवाना चाहते हैं.’

‘कश्मीर के लिए अनुच्छेद 370 सबसे बड़ा अवरोधक’
इससे पहले बुधवार (22 मई) को भाजपा के महासचिव राम माधव ने कहा था कि कश्मीर को बाकी देश के साथ भावनात्मक तौर पर जोड़ने की राह में अनुच्छेद 370 सबसे बड़ा अवरोधक है. 

उन्होंने कहा था कि कश्मीर मुद्दे को अलग-थलग विषय के तौर पर नहीं देखा जाना चाहिए. उन्होंने कहा, ‘कश्मीर में स्थिति को संभालने की प्रक्रिया में जम्मू और लद्दाख बलि के बकरे बन गए हैं.’

माधव ने कहा कि घाटी के उन लोगों की हिफाजत होनी चाहिए जो भारत समर्थक भावनाएं रखते हैं. उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 के कारण नहीं, जम्मू-कश्मीर के भारत के साथ आने के पत्र (इंस्ट्रूमेंट ऑफ एक्सेशन) पर दस्तखत के दिन ही कश्मीर भारत का अखंड हिस्सा बन गया.

माधव ने कहा कि कश्मीर के भारत से जुड़ने की वजह अनुच्छेद 370 नहीं है. कश्मीर के कुछ नेता देश में इस तरह की भ्रांति फैला रहे हैं. बाकी देश के साथ कश्मीर के भावनात्मक जुड़ाव में अनुच्छेद 370 सबसे बड़ा बाधक है. 

पाँच महीने पुरानी जीत छत्तीसगढ़ में कांग्रेस ने भाजपा के हाथों गंवाई

12 दिसम्बर 2018 को आए छत्तीसगढ़ विधान सभा चुनावों में कांग्रेस ने 90 सीटों में सबसे ज्यादा 68 सीटों पर जीत दर्ज की। 15 सालों तक सत्ता संभालने वाली भाजपा 15 पर ही सिमट गई लेकिन महज़ 6 महीनों ही में छत्तीसगढ़ के लोगों का कांग्रेस से मोह भंग हो गया लगता है तभी तो लोक सभा चुनावों में 11 में से 9 सीटें भाजपा के खाते में गईं वह भी तब जब प्रदेश में सरकार काँग्रेस की है।

  • कांग्रेस को एक सीट की बढ़त, लेकिन मुख्यमंत्री और गृहमंत्री नहीं बचा सके अपना ‘दुर्ग’
  • भाजपा के सुनील सोनी ने रायपुर और दुर्ग से विजय बघेल ने दर्ज की रिकॉर्ड मतों से जीत 
  • वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में 11 में से कांग्रेस को एक, भाजपा को मिली थीं 10 सीटें

रायपुर: छत्तीसगढ़ राज्य के निर्माण के बाद पहली बार कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव में अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित सीट पर जीत हासिल की है. छत्तीसगढ़ में इस लोकसभा चुनाव में 11 सीटों में से भारतीय जनता पार्टी ने नौ सीटों पर तथा कांग्रेस ने दो सीटों पर जीत दर्ज की. राज्य में पहली बार कांग्रेस ने दो सीटें जीती है और सत्ताधारी दल के लिए यह जीत इसलिए भी महत्वपूर्ण है कि पार्टी ने पहली बार अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित सीट पर विजय प्राप्त की है.

छत्तीसगढ़ के 11 लोकसभा सीटों में सरगुजा, रायगढ़, कांकेर और बस्तर अनुसूचित जनजाति के लिए तथा जांजगीर चांपा सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है. राज्य के निर्माण के बाद वर्ष 2004, 2009 तथा वर्ष 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने 11 में से एक सीट पर ही जीत दर्ज की थी. पार्टी को 2004 में महासमुंद, 2009 में कोरबा और वर्ष 2014 में दुर्ग सीट पर जीत हासिल हुई थी जबकि भारतीय जनता पार्टी ने अन्य 10 सीटें जीती थी. इस वर्ष हुए लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को दो सीटों बस्तर और कोरबा से जीत मिली है जिसमें बस्तर सीट अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है.

पिछले वर्ष हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 15 वर्ष से सत्ता में रहे भारतीय जनता पार्टी को बड़ी शिकस्त दी थी. कांग्रेस को विधानसभा चुनाव में 68 सीटों पर तथा भाजपा को 15 सीटों पर जीत मिली थी. विधानसभा चुनाव में बड़ी जीत के बाद कांग्रेस को उम्मीद थी कि लोकसभा चुनाव में भी वह जीत दोहराएगी. कांग्रेस ने अनुसूचित जनजाति सीटों पर जीत हासिल करने के लिए सुरगजा लोकसभा क्षेत्र में प्रेमनगर विधानसभा सीट से विधायक खेलसाय सिंह को, रायगढ़ लोकसभा क्षेत्र में धर्मजयगढ़ विधानसभा सीट से विधायक लालजीत सिंह राठिया को तथा बस्तर लोकसभा क्षेत्र से चित्रकोट के मौजूदा विधायक दीपक बैज को चुनाव मैदान में उतारा था. 

कांग्रेस ने कांकेर लोकसभा सीट से नए चेहरे बीरेश ठाकुर पर भरोसा जताया था, लेकिन इनमें से केवल बस्तर सीट से दीपक बैज ही चुनाव जीत सके. दीपक बैज ने भाजपा के बैदूराम कश्यप को 38982 मतों से पराजित किया. छत्तीसगढ़ में आदिवासियों की आबादी लगभग 32 फीसदी है और राज्य में सरकार बनाने के लिए किसी भी दल को आदिवासियों का साथ जरूरी होता है. राज्य के आदिवासी विधानसभा चुनाव में जहां कांग्रेस के साथ थे वहीं लोकसभा में वे भाजपा के साथ हो गए.

राजनीतिक जानकारों के मुताबिक देश के अन्य हिस्सों की तरह यहां भी जाति ने नहीं बल्कि राष्ट्रवाद और मोदी प्रभाव ने काम किया जिसके तहत पांच महीने के अंतराल में ही भाजपा को यहां एक बार फिर जश्न मनाने का मौका मिल गया.

हार के पश्चात और मजबूत हुए राहुल के हाथ

हार राहुल गांधी के हाथ मजबूत कर गयी। सीडबल्यूसी की मंत्रणा ए पश्चात यह फैसला लिया गया कि पार्टी के हित में राहुल गांधी का न केवल अध्यक्ष पद पर बने रहना ज़रूरी है अपितु अब समय आ गया है कि संगठन को मजबूती प्रदान करने के लिए संगठन के पुनर्गठन के लिए राहुल गांधी को सर्वेसर्वा बनाया जाये।

नई दिल्लीः लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की बुरी तरह हार के बाद पार्टी ने मंथन के लिए शनिवार को कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक बुलाई. सूत्रों की मानें तो इस बैठक में पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने हार की जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफे की पेशकश की थी जिसे सभी सदस्यों ने खारिज कर दिया. हालांकि अब यह खबर सामने आ रही है कि राहुल गांधी अपने इस्तीफे पर अड़े हुए है. उन्होंने कहा, मैं पार्टी के अध्यक्ष पद पर बना रहूं, यह जरूरी नहीं हैं. सूत्रों ने यह भी बताया कि राहुल गांधी ने बैठक में कहा कि पार्टी की लड़ाई के लिए उनका अध्यक्ष पद पर बने रहने की कोई आवश्यकता नहीं है.

सूत्रों के हवाले से यह भी खबर है कि बैठक में सर्वसम्मति से पार्टी के पुनर्गठन के लिए राहुल गांधी को सर्वेसर्वा बनाने का प्रस्ताव भी पेश किया गया. इन सभी कयासों और सवालों के जवाब देने के लिए कांग्रेस पार्टी वर्किंग कमेटी की बैठक समाप्त होने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस की.

कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, ‘कांग्रेस कार्यसमिति 2019 लोकसभा चुनाव के जनादेश को विनम्रता से स्वीकार करती है. कांग्रेस पार्टी अपने मतदाताओं को धन्यवाद देती है. कांग्रेस पार्टी सकारात्मक विपक्ष का नेतृत्व निभाएगी. कार्य समिति कार्यकर्ताओं और प्रत्याशियों के प्रति आभार व्यक्त करती है.राहुल गांधी ने अपने इस्तीफे की पेशकश की, लेकिन कार्यसमिति के सदस्यों ने इसे खारिज करते हुए आह्वान किया किया कि पार्टी को उनके नेतृत्व की आवश्यकता है.’

उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस को राहुल गांधी के नेतृत्व की जरूरत है. कांग्रेस कार्यसमिति ने एक प्रस्ताव पारित किया. कांग्रेस को राहुल गांधी के मार्गदर्शन की जरूरत है. पार्टी में बड़े फेरबदल के लिए कार्य समिति ने पार्टी अध्यक्ष को ताकत दी है.’ सुरजेवाला ने कहा कि पार्टी में बदवाल के लिए वर्किंग कमेटी ने राहुल गांधी को पूर अधिकार दिए है.

सुरजेवाला ने कहा कि कांग्रेस विभाजनकारी राजनीति से लड़ने के लिए तैयार है. 
सुरजेवाला ने कही ये बात
बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के पूरे मीडिया में इस्तीफे की खबर फैलने के कुछ ही मिनटों बाद पार्टी के प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने शनिवार को स्पष्ट किया था कि इस मामले में कोई सच्चाई नहीं है और यह गलत खबर है.