358 medically fit candidates joined Chandigarh Police

Recruitment of 520 Constables in Chandigarh Police which was on-going since 2015 is over after joining of constables.

                Today, Chandigarh Police called candidates who were declared medically fit and their ve rification were reported in order. Out of which, 358 candidates (201 female & 157 Male) joined the Chandigarh Police. Remaining candidates will be called in due course after receipt of their verification from the concerned police station.

                After final joining of eligible candidates of 520 vacancies, they will be sent for Basic Recruit Training at Phillaure and Jahan Khelan in the 2nd week of June 2019. Presently, all the candidates have been accommodated in Police Lines, Sector-26, Chandigarh and IRB Complex, Sarangpur

एनडीपीएस एक्ट के तहत 2 को जुड़ीशियल हिरासत में भेजा

फ़ोटो, वीडियो और न्यूज़ : सुमित

एनडीपीएस एक्ट के मामले में गिरफ्तार किए गए दो आरोपियों को पंचकूला सेक्टर 19 क्राइम ब्रांच पुलिस ने आज कोर्ट में पेश किया जहां से कोर्ट ने दोनों आरोपियों को जुडिशल कस्टडी भेज दिया मामले के जांच अधिकारी विजेंद्र ने बताया की एक आरोपी को कालका से गिरफ्तार किया गया था जिसके पास से हेरोइन नामक नशीला पदार्थ बरामद हुआ था वहीं दूसरे आरोपी को मंडावाला से गिरफ्तार किया गया था जिसके पास से चरस नामक नशीला पदार्थ बरामद हुआ था पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों को आज कोर्ट में पेश किया गया था जहां से कोर्ट ने दोनों आरोपियों को जुडिशल कस्टडी भेज दिया
:बाइट बिजेंद्र जांच अधिकारी

Police Files Chandigarh

Purnoor, Chandigarh 30.05.2019 :

Two arrested for consuming liquor at public place

A case U/S 68-1(B) Punjab Police Act 2007 & 510 IPC has been registered in PS-03, Chandigarh against two persons who were arrested while consuming liquor at public place on 29.05.2019.

This drive will be continuing in future, the general public is requested for not breaking the law.

One arrested with fake number plate on stolen Motor Cycle

Crime Branch of Chandigarh Police arrested Sonu R/o Jhuggi No. 444, Mad Majra, Ph-6, Distt. Mohali, (PB) at naka near Light Point, Sector-23/24, Chandigarh while he was using fake Registration No. CH-01AR-5195 on stolen Pulsar M/Cycle which was stolen from area of PS-Kalka (HR). In this regard, a case FIR No. 145, U/S 473, 411 IPC has been registered in PS-17, Chandigarh. Investigation of the case is in progress. 

Quarrel/Assault

A case FIR No. 90, U/S 341, 147, 149, 323, 506 IPC has been registered in PS-11, Chandigarh on the complaint of Kunwarjit Singh R/o Room No. 59, Boys Hostel No. 2, Block-2, PU, Chandigarh who alleged that Karaman Grewal, Manminder Singh, Nishant Kansal, Aniket Gupta, Vishu and Soni all had beaten and threatened complainant at his room on 10.05.2019. Later alleged person namely Rana Karaman Grewal R/o # 1249, Ph-9, Mohali (PB) and Nishant Kansal R/o # 216, PH-3B1, Mohali (PB) have been arrested and bailed out. Investigation of the case is in progress.

Accident

A case FIR No. 111, U/S 279, 304A IPC has been registered in PS-IT Park, Chandigarh against driver of Fortuner car No. CH-01BM-0219 namely Neeraj Sahni R/o # 45, GH-7, MDC, Sec-5 Panchkula (HR), Age 48 years,  who hit to a girl namely Janvi d/o Raj Bahadur R/o Shanti Nagar Mani Majra (Age 5 years) near light point, Shastri Nagar, MM, Chandigarh on 29.05.2019. She got injured and declared brought dead at GMCH-32, Chandigarh. Alleged car driver arrested and later bailed out. Investigation of the case is in progress.

Theft

Jaiky Kumar R/o # 49, 1st Floor, Gali No. 5, Shashtri Nagar, Mani Majra, Chandigarh reported that unknown person stolen away LED TV, Mobile Phone, Gold Chain from his residence on 29-05-2019. A case FIR No. 70, U/S 380 IPC has been registered in PS-MM, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

MV Theft

Sonu R/o # 282, Village Mauli Jagran, Chandigarh reported that unknown person stolen away complainant’s Splendor Plus M/Cycle CH-01BE-0361 from near his residence on the night intervening 23/24-05-2019. A case FIR No. 89, U/S 379 IPC has been registered in PS-Mauli Jagran, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

A lady resident of Sector 47, Chandigarh reported that unknown person stolen away complainant’s Activa Scooter No. CH-04K-8469 from near Nirman Theatre Sec-32, Chandigarh on 29.05.2019. A case FIR No. 120, U/S 379 IPC has been registered in PS-34, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Paras Juneja R/o # 3104, Sector-40D, Chandigarh reported that unknown person stolen away complainant’s Bullet M/Cycle No. CH-01AV-7964 from near his residence on night intervening 15/16-05-2019. A case FIR No. 149, U/S 379 IPC has been registered in PS-39, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Cheating

Raju Yadav R/o # 375, Charan Singh Colony, Mauli Jagran, Chandigarh alleged that a lady namely Neelam R/o Mauli Complex, Chandigarh cheated Rs. 49,000/-, Mangal Sutra, and registry of plot from complainant’s wife. A case FIR No. 90, U/S 420 IPC has been registered in PS-Mauli Jagran, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Snatching

A lady resident of Sector 41, Chandigarh reported that unknown person occupant of two wheeler rider sped away after snatched her bag containing Samsung Mobile Phone, 2 Debit cards and cash Rs. 500 while she was on her Activa Scooter near Mandi, Sector 40, Chandigarh on 29.05.2019. A case FIR No. 148, U/S 356, 379 IPC has been registered in PS-39, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

भाजपा के डर से अग्रिम चुनाव करवा सकतीं हैं ममता

ममता बेनर्जी को बतौर मुख्य मंत्री प्रधानमंत्री मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होना था, लेकिन उन्हे चुनावों के दौरान बंगाल में मारे गए भाजपा कार्यकर्ताओं के परिवारों को निमंत्रित करना गवारा नहीं हुआ।

लोकसभा चुनाव परिणामों से सबसे बड़ा झटका लगा है पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को। ममता बनर्जी को इस बात का पूरा विश्वास था कि राज्य में वह भाजपा के उभार को उसी तरह रोक लेंगी जैसा विधानसभा चुनावों के समय हुआ था। लेकिन ऐसा हो नहीं सका। लोकसभा चुनावों की घोषणा के समय से ही जिस तरह तृणमूल कांग्रेस के सांसदों, विधायकों और पार्टी नेताओं का भाजपा में शामिल होना शुरू हुआ था वह चुनाव परिणाम आ जाने के बाद तक अनवरत जारी है।

तृणमूल कांग्रेस विधायक और भाजपा नेता मुकुल रॉय के बेटे सुभ्रांशु राय के साथ दो तृणमूल विधायक और बड़ी संख्या में पार्टी के पार्षद मंगलवार को भाजपा में शामिल हो गये। आपको याद होगा चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा भी था कि ‘दीदी आपके 40 विधायक मेरे संपर्क में हैं।’ तृणमूल कांग्रेस में मची इसी उठापटक का ही परिणाम है कि पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनावों से पहले पार्टी संगठन के पुनर्गठन के मकसद से तृणमूल कांग्रेस अपने नाराज नेताओं से संपर्क साध रही है और गलतफहमियां भुला कर फिर से उन्हें पार्टी में सक्रिय होने का आग्रह कर रही है।

पश्चिम बंगाल के चुनाव परिणामों पर सरसरी नजर डालें तो राज्य की कुल 42 लोकसभा सीटों में से तृणमूल कांग्रेस को इस बार 22 सीटों पर विजय मिली जबकि भाजपा 18 सीटों पर विजय हासिल करने में सफल रही। दो सीटें कांग्रेस के खाते में गईं। जबकि 2014 में तृणमूल कांग्रेस 34 सीटों पर विजयी रही थी और भाजपा के हिस्से में मात्र दो सीटें ही आ पाई थीं।

इस बार के चुनाव परिणामों को यदि विधानसभा-वार देखें तो कुल 294 सीटों में से भाजपा 128 विधानसभा सीटों पर आगे रही है जबकि 60 विधानसभा सीटें ऐसी रहीं जहाँ भाजपा की हार का अंतर 4 हजार या उससे कम मतों का है। साफ-साफ कहा जा सकता है कि यदि भाजपा के आगे बढ़ने का यही क्रम आगे बना रहा तो निश्चित ही पार्टी राज्य की सत्ता हासिल कर सकती है। चुनावों से पहले ममता बनर्जी 22 विपक्षी दलों को एक साथ लाकर भाजपा को घेरना चाह रही थीं लेकिन चुनाव परिणाम ने इस सारी कवायद की हवा ही निकाल दी।

जल्द चुनाव करा सकती हैं ममता बनर्जी

 मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की चिंता इसीलिए बढ़ गयी है कि यदि एक बार भाजपा राज्य की सत्ता में आ गयी तो तृणमूल कांग्रेस का पश्चिम बंगाल की राजनीति में वामपंथी दलों जैसा हाल हो जायेगा। ऐसे में संभव है कि भाजपा को और मजबूत बनने का समय मिले, इससे पहले ही वह राज्य विधानसभा भंग कर जल्द चुनाव कराने का दांव खेल दें।

ममता बनर्जी मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा भी देना चाह रही थीं लेकिन खबर है कि उनकी पार्टी ने उन्हें ऐसा करने से रोक दिया। तृणमूल कांग्रेस की रणनीति अब यह है कि आक्रामक तरीके से भाजपा का मुकाबला करना जारी रखा जाये और राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ अधिक से अधिक लोगों तक पहुँच रहा है या नहीं, इसकी निगरानी बढ़ायी जाये।

 अपने भी खड़ी कर रहे हैं मुश्किलें 

तृणमूल कांग्रेस पार्टी संगठन की मजबूती पर अब विशेष ध्यान देने जा रही है और नाराज नेताओं को मनाने तथा नये या नामचीन लोगों को पार्टी से जोड़ने का काम अब और तेजी के साथ किया जायेगा। लेकिन भाजपा भी तृणमूल कांग्रेस का मनोबल तोड़ने के लिए पूरी तरह तैयार है। वह लगातार तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को अपनी पार्टी में शामिल कर रही है। तृणमूल कांग्रेस के लिए जितनी बड़ी मुश्किल भाजपा बनती जा रही है लगभग उतनी ही मुश्किलें उसके अपने लोग भी पार्टी के लिए खड़ी कर रहे हैं। राजनीतिक भविष्य खतरे में देख तृणमूल नेता और कार्यकर्ता भाजपा में स्वतः जा रहे हैं और बगावती बयान भी दे रहे हैं। अब तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पत्रकार चंदन मित्रा को ही लीजिये, उन्होंने लोकसभा चुनावों में भाजपा को जोरदार प्रदर्शन के बाद उसे ‘government-in-waiting’ करार दे दिया है।

 भाजपा ने कैसे किया किला फतह 

भाजपा की बात करें तो निश्चित रूप से लोकसभा चुनाव परिणाम उसके लिए बेहद उत्साहवर्धक रहे हैं और पार्टी ने साफ कर दिया है कि उसकी नजर अब पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों पर है। भाजपा ने ममता बनर्जी के अभेद्य समझे जाने वाले किले पश्चिम बंगाल की 42 लोकसभा सीटों में से 18 पर जीत और 40.5 प्रतिशत मत हासिल कर अपने आगामी इरादे साफ कर दिये हैं। देखा जाये तो भाजपा के इस बेहतरीन प्रदर्शन में साम्प्रदायिक ध्रुवीकरण, एनआरसी, तृणमूल कांग्रेस के अंदर जबरदस्त खींचतान और वाम मतों का उससे खिसकना जैसे कारक अहम रहे।

भाजपा को 2014 में दो सीटें मिली थीं और उसे कुल 17 प्रतिशत मत मिले थे। लेकिन इस बार भाजपा ने न केवल पश्चिम बंगाल में अभूतपूर्व कामयाबी हासिल की बल्कि लगभग 130 विधानसभा क्षेत्रों में मतों के लिहाज से बढ़त बनाई। राज्य में दो साल बाद 2021 में विधानसभा चुनाव होने हैं। लोकसभा चुनावों में पूरे चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा की राजनीतिक बहस ज्यादातर हिंदुत्व और राष्ट्रवाद के आसपास रही, साथ ही ममता बनर्जी सरकार की तुष्टिकरण की नीति की भी लगातार आलोचना हुई, जिससे राज्य में बड़े पैमाने पर ध्रुवीकरण हुआ। गौरतलब है कि राज्य में मुसलमानों की आबादी करीब 27 प्रतिशत है।

इसके अलावा घुसपैठियों को बाहर करने के लिए एनआरसी का वादा, धार्मिक रैलियों पर ममता सरकार की ओर से लगायी जाने वाली रोक और विगत कुछ समय में राज्य में कई सांप्रदायिक दंगे रोक पाने में ममता बनर्जी सरकार की विफलता से सांप्रदायिक विभाजन को बढ़ावा मिला। इसके अलावा केंद्रीय बलों की सख्त निगरानी में जो इस बार का चुनाव हुआ उससे मतदाता बिना किसी भय के घर से बाहर निकले और तृणमूल कांग्रेस से अपनी नाराजगी उसके खिलाफ वोट देकर जताई। स्वाभाविक है कि सिर्फ बातें बनाकर लोगों को ज्यादा समय तक गुमराह नहीं किया जा सकता।

 भाजपा बहुत पहले से कर रही थी तैयारी 

जो लोग सोच रहे हैं कि सिर्फ तगड़ा चुनाव प्रचार करके भाजपा ने यह सफलता हासिल की है वह गलत हैं। भाजपा ने राज्य में अपनी जड़ें जमाने का काम 2014 में अमित शाह के पार्टी अध्यक्ष बनते ही तेजी से शुरू कर दिया था। इसके अलावा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की शाखाओं की संख्या में हुई जबरदस्त वृद्धि ने भाजपा के लिए संजीवनी का काम किया। संघ से जुड़े संगठनों ने खासतौर पर जिस तरह आदिवासी क्षेत्रों में काम किये हैं उसका लाभ भाजपा को साफ-साफ मिला है।

इसके अलावा जिस तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने पश्चिम बंगाल में लगभग हर चरण के मतदान से पहले जमकर प्रचार किया उससे भाजपा के पक्ष में माहौल तेजी से बनता चला जा रहा था। भाजपा को राज्य के पश्चिमी क्षेत्र जंगल महल इलाके और उत्तरी बंगाल में जबरदस्त सफलता मिली है। राजधानी कोलकाता जहाँ भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के रोड शो के दौरान तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने हिंसा की थी वहां से भाजपा उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाई। भाजपा के कार्यकर्ताओं की जिस तरह चुनावों से पहले, चुनावों के दौरान और अब चुनाव परिणामों के बाद भी हत्याओं का दौर जारी है उससे प्रदेश की जनता में एक साफ संदेश जा रहा है कि वाम हिंसा खत्म करने का वादा कर सत्ता में आई तृणमूल कांग्रेस शासन के दौरान राजनीतिक हिंसा की घटनाएं बढ़ गयी हैं। लोकतंत्र में विचारधारा का विरोध चुनाव प्रक्रिया में भाग लेकर होता है ना कि गोली मारकर।

 सफल प्रशासक सिद्ध नहीं हो सकीं ममता बनर्जी 

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की राजनीति में जो सबसे बड़ी खामी देखने को मिल रही है वह यह है कि भाजपा के तेजी से बढ़ते ग्राफ की वजह से उनकी एक ही चिंता रह गयी है ‘भाजपा रोको’। ऐसे में राज्य प्रशासन निष्क्रिय-सा नजर आने लगा है। ना बंगाल में नये निवेश आ रहे हैं, ना ही वहां की सामाजिक स्थितियों में कोई सुधार नजर आ रहा है। राज्य के अधिकांश इलाकों में आपको आज भी पिछड़ापन और गरीबी के हालात ही नजर आयेंगे। लोगों को बड़ा लाभ देने वाली कई केंद्रीय योजनाओं को बंगाल में लागू नहीं किया गया है। ऊपर से चिटफंड घोटाले में राज्य की सत्ताधारी पार्टी के लोगों का नाम आने से पार्टी की भ्रष्टाचार विरोधी छवि एकदम खत्म हो गयी है। ममता बनर्जी केंद्रीय मंत्री के रूप में भी ज्यादा सफल नहीं रही थीं। मुख्यमंत्री के रूप में भी वह अपने राज्य को विकास के पथ पर ज्यादा आगे नहीं ले जा सकी हैं।

तृणमूल कांग्रेस कार्यालय में देखने को मिला कि आगंतुकों को शक की नजर से देखा जाता है कि कहीं आने वाला व्यक्ति भाजपा का कोई एजेंट तो नहीं। जाहिर है शक की बीमारी का कोई इलाज है ही नहीं। 

रूको, अरे सुनो , नए फैशन के पत्रकार:

हिन्दी पत्रकारिता दिवस पर विशेष:
सरिका तिवारी

रूको, अरे सुनो , नए फैशन के पत्रकार ।
ऐसा कौन सा कर्म-कुकर्म तुमने कर डाला, जो तुम्‍हारे गले की हड्डी की तरह फंसा हुआ है : कलम को तोप नहीं, तमंचा को परमाणु मानते हैं यह जर्नलिस्‍ट : तुम्‍हें इतना ही डर लगता है, तो पत्रकारिता को क्‍यों बदनाम करते हो : दास्‍तान-ए-डरपोंक पत्रकार-एक :

आवश्यकता है

‘‘चाहिए स्वराज्य के लिए एक संपादक। वेतन-दो सूखी रोटियां, एक गिलास ठंडा पानी और प्रत्येक संपादकीय के लिए दस साल जेल और विशेष अवसर पे अपना सिर कटाने के लिये तैयार, योग्य कलमकार’’

ढम्‍म, ढम्‍म, ढम्‍म।
सुनो, सुनो।
आज के कुछ पत्रकारों की कहानी सुनो। 
बिलकुल नएदौर के पत्रकारों की कहानी।
नये टेस्‍ट वाले पत्रकारों की कहानी।
अनोखे बिजूखा-टाइप नये-नये अंदाज के पत्रकारों की कहानी।
बिना कलम वाले पत्रकारों की कहानी। बिना किसी खबर वाले पत्रकारों की कहानी।
बकलोल पत्रकारों की कहानी।
बहादुर होने का चोला पहन कर डर पोंक रहे पत्रकारनुमा पत्रकारों की कहानी।
सिर्फ दलाली पर आमादा पत्रकारों की कहानी। खबर लिखने की तमीज नहीं, लेकिन इन्‍हें भय बहुत है।
इतने भयभीत हैं यह पत्रकार, कि उन्‍हें गनर चाहिए। सरकारी गनर, विद कारबाइन।
ढम्‍म, ढम्‍म, ढम्‍म।

जी हां, आइये ऐसे पत्रकारों की कहानी सुनिये, जो कर्म से भले पत्रकार न हों, लेकिन खुद को पत्रकार के तौर पर यत्र-तत्र-सर्वत्र विचरण करते रहते हैं। मनुष्‍यरूपेण मृगाचरन्ति। यह गजब कहानी है पत्रकारिता के उन पहरूओं की, जिनका पत्रकारिता से धेला भर लेना-देना नहीं होता। वे दावा तो करेंगे कि वह करते हैं पत्रकारिता, लेकिन डर-डर कर। इतना डरेंगे कि डरपोंक मारेंगे। डर के मारे नानी मरती है इन बहादुर पत्रकारों की। लिखने की तमीज भले न हो, लेकिन उन्‍हें अपनी सुरक्षा के लिए वे यत्र-तत्र-सर्वत्र चिल्‍ल-पों करते दिख जाते हैं। जिस किस की भी चरण-धूलि अपने माथे पर टीका की तरह सजा लेंगे और फिर भिक्षा में मांगेंगे गनर। सरकारी गनर। सरकारी स्‍टेनगन के साथ वाला गनर।
उस समय सबकी ज़रूरत सिर्फ और सिर्फ आजादी थी और उसे किसी भी हाल में हासिल करने का एकमात्र उद्देश्य लोगों के ज़हन में था। बंदूक, तलवार, तोपें और तमाम बड़े-बड़े हथियारों से क्रांतिकारी स्वतंत्रता की जंग लड़ रहे थे किंतु क्रांति का हर प्रयास सिर्फ निराशा को ही देने वाला था और इसका परिणाम था 1857 की क्रांति की विफलता। बस इसी दौर में हथियारों से परे आजादी की अलख जगाने का जिम्मा कलमकारों ने अपने हिस्से लिया और कलम की ताकत कुछ ऐसी चमकी, कि मशहूर शायर अकबर इलाहबादी को कहना पड़ा-

“खींचों न कमानों को न तलवार निकालो, जब तोप मुकाबिल हो तो अखबार निकालो”

जुझारू पत्रकारों के इस अमिट योगदान को बयाँ करने के लिये महान् कवियत्री महादेवी वर्मा को कहना पड़ा “पत्रकारों के पैरों के छालों से आज का इतिहास लिखा जाएगा”

इतना ही नहीं, ‘स्वराज्य’ नामक अखबार ने अपने संपादक पद के लिए छपा यह विज्ञापन इस बात को सिद्ध करने के लिए पर्याप्त है- ‘‘चाहिए स्वराज्य के लिए एक संपादक। वेतन-दो सूखी रोटियां, एक गिलास ठंडा पानी और प्रत्येक संपादकीय के लिए दस साल जेल और विशेष अवसर पे अपना सिर कटाने के लिये तैयार, योग्य कलमकार’’

स्वदेशी आंदोलन के समय 1907 में उत्तर प्रदेश में इलाहाबाद के निवासी शांति नारायण भटनागर ने अपनी जमीन-जायदाद बेचकर स्वराज्य नामक साप्ताहिक अखबार निकाला। स्वराज्य अखबार के सम्पादकों को कुल 125 वर्ष के काले पानी की सजा हुई, फिर भी डिगे नहीं। स्वराज के संस्थापक भटनागर जी ‘रायजादा’ कहलाते थे उन्हें भी सरकार ने नहीं छोड़ा। तीन वर्षों का सश्रम कारावास हुआ। स्वराज प्रेस जब्त कर लिया गया। नया प्रेस खुला। बलिदानी सम्पादकों ने फिर कमान संभाल ली। होती लाल वर्मा को 10 वर्ष तथा बाबू राम हरि को 11 अंकों के प्रकाशन के बाद 21 वर्षों की सजा हुयी। मुंशी राम सेवक नये सम्पादक के रूप में कलेक्टर को अपना घोषणा पत्र ही दे रहे थे कि उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। कलेक्टर ने चुनौती दी कि और भी कोई है इस तख्त पर गद्दीनशीन होने के लिये। तब आगे आये देहरादून के नंद गोपाल चोपड़ा। जिन्हें 12 अंकों के सम्पादन के बाद 30 वर्षों की सजा दी गयी। तब एकदम से 12 नामों की सूची सम्पादक बनने के लिए आयी। सभी ने कहा हम करेंगे सम्पादन। किंतु पंजाब के फील्ड मार्शल कहे जाने वाले लद्धा राम कपूर सम्पादक बने। उन्हें तीन सम्पादकीय लिखने पर प्रति सम्पादकीय 10 वर्ष अर्थात् कुल तीस वर्षों की सजा हुई। इसके पश्चात अमीर चन्द्र जी इसके सम्पादक बने। किन्तु यहां महत्व का विषय यह है कि हर सम्पादक के जेल जाने के बाद स्वराज में एक विज्ञापन छपता था ‘सम्पादक चाहिए- वेतन दो सूखे ठिक्कड़ (रोटी), एक गिलास ठंडा पानी, हर सम्पादकीय लिखने पर 10 वर्ष काले पानी की कैद’। फिर भी लोग डरे नहीं, दमन के सम्मुख झुके नहीं। स्वाभाविक रूप से उनकी प्रेरणा का आधार बिगड़ती व्यवस्था का अंर्तनाद ही था।

लेकिन अब इन्‍हें अपने पेशे को चमकाने के लिए खबरों और व्‍याकरणों की जरूरत नहीं पड़ती है। बल्कि उसके ठीक उलट, उन्‍हें अपना धंधा चमकाने के लिए सरकारी स्‍टेनगन लादे एक सरकारी गनर की जरूरत पड़ती है, जिसके साथ वे खड़े हों और छाती ठोंक कर यह प्रदर्शन करने की मूर्खता कर सकें कि उनकी सुरक्षा अब सरकार का जिम्‍मा बन चुका है। जाहिर है कि वह दलाली ही है, जिसका दारोमदार इस नये दौर के पत्रकारों ने थाम लिया है। इनमें से ही कई लोग भी हैं, जो खुद को वरिष्‍ठ पत्रकार के तौर पर पेश करते हैं, लेकिन अपनी काली-करतूतों के चलते गनर हासिल कर उसका सार्वजनिक प्रदर्शन करते रहते हैं।

जी हां, अब नतीजा यह कि पत्रकारिता अब कलम के सिपहसालारों की संख्‍या अब बेहद न्‍यून होती जा रही है। उनकी जगह ले लिया है बनावटी और दिखावटी पत्रकारों ने, जिनको पत्रकारिता का ककहरा तक नहीं आता, लेकिन झूठ और चापलूसियों की ऐसी-ऐसी लन्‍तरानियां उछालने में माहिर हैं यह पत्रकार।

तेज प्रताप और काँग्रेस ने महागठबंधन की बैठक से बनाई दूरी

पटना: 

लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद आज महागठबंधन की राबड़ी देवी के आवास पर समीक्षा बैठक हुई लेकिन बैठक से कांग्रेस नेताओं ने दूरी बना ली. राबड़ी आवास पर महागठबंधन के नेता कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष या उनके प्रतिनिधि का इंतजार करते रह गए लेकिन बैठक में न तो अध्यक्ष आए और न कोई दूसरा नेता. आखिरकार बिना कांग्रेस के हीं बैठक शुरू हुई बैठक में तेजस्वी यादव, राबड़ी देवी, शरद यादव, उपेन्द्र कुशवाहा, मुकेश सहनी मौजूद थे. जीतनराम मांझी भी इस बैठक से दूर रहे. उनके तरफ से उनके बेटे विधान पार्षद संतोष सुमन और प्रदेश अध्यक्ष बीएल बैसंत्री शामिल हुए. 

इस बैठक में आरजेडी के 80 विधायक में से 20 विधायक नदारद रहे. तेजप्रताप भी इस बैठक से दूर रहे. बैठक में सर्वसहमति से तेजस्वी यादव को नेता चुना गया और तय किया गया कि 2020 का विधानसभा चुनाव उनके नेतृत्व में लड़ा जाएगा. 

लोकसभा चुनाव में आरजेडी का सूपड़ा साफ होने के बाद अपनी हार की समीक्षा कर रही है. आज पार्टी द्वारा दो सत्रों में बैठक बुलाई गई. पहले सत्र में जहां महागठबंधन में शामिल दलों की बैठक हुई तो दूसरे सत्र में आरजेडी विधायक दल की बैठक हुई. इसमें शामिल विधायकों से राय ली गई. नेता प्रतिपक्ष तेजस्‍वी यादव के अलावा पूर्व मुख्‍यमंत्री राबड़ी देवी समेत अन्‍य विधायक पहुंचे  लेकिन जिसकी उम्‍मीद थी तो वही हुआ. बैठक से तेज प्रताप यादव नदारद रहे. साथ ही 20  विधायक भी बैठक में हिस्सा लेने नहीं पहुंचे. 

राबड़ी देवी के आवास पर आयोजित इस बैठक में तेजस्‍वी के बड़े भाई तेज प्रताप यादव के भी पहुंचने की उम्‍मीद थी. इसे लेकर कयास लगाए जा रहे थे कि लंबे अंतराल के बाद राबड़ी आवास पर तेज प्रताप पहुंचेंगे लेकिन एक बार फिर वे बैठक में नहीं पहुंचे. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे और तेजस्वी यादव से सवाल किया गया तो टाल गए.

वहीं, बैठक में आरजेडी ने तेजस्वी यादव के नेतृत्व में आस्था जताई. समीक्षा बैठक में कहा गया कि तेजस्वी बिहार के भविष्य हैं. 2020 का बिहार विधानसभा चुनाव तेजस्वी यादव के नेतृत्व में ही लड़ा जाएगा. आरजेडी के अंदर खाने से खबर यह भी है कि आने वाले दिनों में पार्टी में नीचे स्तर से लेकर ऊपर स्तर तक बड़े बदलाव किए जा सकते है लेकिन सवाल यह है कि 2019 में तेजस्वी के नेतृत्व में खता नहीं खोलने वाली आरजेडी 2020 में कितना सफल हो पाएगी, यह आने वाला वक्त बताएगा.

Rishikulam Seva Dham में गरीब बच्चों ने दी वीर सावरकर को भावपूर्ण श्रृद्धान्जली।

Rishikulam Seva Dham में गरीब बच्चों की शिक्षा एवं नशामुकि्त के लिए कार्यकरने वाली प्रमुख समाजसेवी संस्था ह्यूमन लाईफ फाऊण्डेशन द्वारा आज आर्थिक रूप से पिछडे एवं झुग्गी झोंपडियों में रहकर जीवनयापन करनेवाले अत्यधिक कमजोर, बेघर एवं निरक्षर बच्चों के साथ महान स्वतंत्रता सेनानी, हिन्दुत्व की अवधारना के जनक एव विचारक नेता स्वातंत्र्यवीर विनायक दामोदर सावरकर का जन्मदिन १३६ वां जन्मदिन मनाया।

आज समारोह में उपसि्थत अतिथियों, श्रोताओं एवं बच्चों ने मिलकर उनके जीवन संस्मरणों एवं देश की आजादी में उनके योगदान को याद किया।इस अवसर पर ह्यूमन लाईफ फाऊण्डेशन के संस्थापक हेमराज चतुर्वेदी ने बताया कि कार्यक्रम के आरंभ में अतिथियों ने उनके चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलन किया। फिर उनके जीवन की प्रमुख घटनाओं को याद करके सभी अतिथियों ने श्रृद्धान्जली स्वरूप पुष्प अर्पण किये दी।

समाजसेवी कार्यकर्ता हेमराज चुतुर्वेदी ने बताया कि राष्ट्रप्रेम की भावना को जनजन तक पहुंचाने , सभी में आत्मस्वाभीमान जगाने के उद्देश्य से वीर सावरकर जयंती का कार्यक्रम Rishikulam Seva Dham, बीलवा जयपुर में आयोजित किया गया। इसमें भारत रक्षा मंच के श्री नटवरलाल शर्मा मुख्य अतिथि, श्री लक्ष्मीनारायण शर्मा, श्रीमति पायल लश्करी एवं श्रीमति संतोष फतेहपुरिया रही। कार्यक्रम की अध्यक्षता मानव मिलन संस्था के श्री प्रमोद चौरडिया ने की। मुख्यअतिथि ने वीर सावरकर की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वे सुभाष चंद्र बोस सहित हजारों क्रांतिकारियों के प्रेरणा श्रोत रहे। अंग्रेजों की गुलामी उन्हें पसंद नहीं थी । उनका आत्मसम्मान बहुत ऊंचे दर्जे का था इसलिए लंदन में बेरिस्टर की परीक्षा पास करने के बाबजूद वहां के राज्य के प्रति अधीनस्थता की शपथ नही ली। इस कारण उन्हें वकील की डिग्री कभी नहीं मिली।

विशिष्ट अतिथि श्री लक्षमी नारायण शर्मा नेइस मौके पर राजस्थान सरकार से स्कूली पाठ्यक्रम में सावरकर की जीवनी के अध्याय में काटछांट की निंदा की और मांग करी की इस महान स्वतंत्रता सेनानी की जीवनी को अधिक से अधिक कक्षाओं में पढाये जाये जिससे कि बच्चे उनसे प्रेरणा लेकर महान एवं वैभवशााली भारत बनाने में योगदान दे सकें। विशिष्ट अतिथि भारतसरक्षा मंच महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष पायल लश्करी ने ह्यूमन लाईफ फाऊण्डेशन के द्वारा किये गये गरीब बच्चों की शिक्षा के लिए किये जा रहे सेवा कार्यों को वीर सावरकर के लिए सच्ची श्रृद्धान्जली बताते हुए कहा कि सावरकर ने अपने साहित्य में गरीबों के उत्थान में इसी प्रकार के कार्य करने पर बल दिया। वे अशिक्षा, कुप्रथा,अंधविश्वास, गुलामी एवं देश को विभाजित एवं कमजोर करने वाली हर चीज से जीवन भर लडते रहे।

इस अवसर पर महिला मोर्चा की ओर से ह्यूमन लाईफ के लिए १२ कुर्सियों का योगदान दिया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए मानव मिलन संस्थान के अध्यक्ष श्री प्रमोद चौरडिया ने फाऊण्डेशन के स्कूली बच्चों एवं श्रोताओं को ओजस्वी उद्बोधन देते हुए कहा कि देश के स्वतंत्रता संग्राम में वीर सावरकर का योगदान अन्य सेनानियों की तुलना में बहुत ज्यादा था। सावरकर का साहित्य सभी क्रांतिकारी नेताओं का प्रेरित करता रहा। देश से अंग्रेजों को खदेडने का कार्य महात्मागांधी ने नही बलि्क वीर सावरकर एवं उनके अनुयायियों ने किया।

वीर सावरकर ने काले पानी की आजीवन सजा के समय जेल में रहकर महान प्रेरणादायी हिदुत्ववादी साहित्य का सृजन किया और चोरी चुपके कांतिकारी स्वतंत्रता सेनानियों तक पहुंचाते रहे। उनका वही साहित्य आज भी देश के लोगों में आत्सम्मान एवं असि्मता को जगा रहा है। उनके विचारों के बल पर ही देशवासीयों में राष्ट्रवाद एवं देशप्रेम की भावना अब ज्वार बनकर दिखाई दे रही है । यदि वीरसावरकर नही होते तो आज देश में पूर्ण बहुमत की सरकार भी नहीं होती। श्रीमित संतोष फतेहपुरिया ने कहा कि आज के दिन देशप्रेम की भावना एवं सेवाकार्यों में प्रतिबद्धता का संकल्प लेना चाहिये। उन्होंने फाऊण्डेशन के कार्य को आगे बढाने का आश्वासन दिया।

इस अवसर पर ह्यूमन लाईफ फाऊण्डेशन की समाजसेविका रेखा चतुर्वेदी, जितेन्द्र चतुर्वेदी, सदस्य प्रोफेसर श्याममोहन अग्रवाल, एडवाईजर पंकज गंगवानी, नितिन टेलर, एवं वोलेन्टीयर्स कौशल चतुर्वेदी, सुनील मीणा, हरिनारायण मीणा, आर.एल. मीणा आदि कई लोग उपस्थित थे। कार्यक्रम के अंत में सभी को नास्ता वितरित किया गया।

आज का राशिफल

Aries

30 मई 2019: आज आप आजीविका के क्षेत्रों को और समृद्ध करने में लगे होगे। जिससे आगे की प्रगति तय होगी। हालांकि आप आज कुछ संस्थाओं के साथ परस्पर सेवा समझौतों को अंतिम रूप देने में लगे होगे। पत्नी व बच्चों के साथ आप सहयोग की भावना से युक्त होगे। किन्तु किसी भूमि के विवादों में चिंता होगी।

Taurus

30 मई 2019: आज आप अपने आजीविका के क्षेत्रों में पहले से अधिक सक्रिय होगे। यदि आपने कहीं साक्षात्कार दिया हुआ होगा तो सफल होगे। हालांकि रोजी-रोटी के मामलों में आपको दूर-दराज के क्षेत्रों में जाना होगा। निजी संबंधों में विवादों की स्थिति होगी। सेहत में सिर, दांत दर्द से परेशान होगे। दवा खानी होगी।

Gemini

30 मई 2019: आज आप अपने कार्मिक व व्यापारिक जीवन में बढ़त की स्थिति को कायम रखने में सक्षम होगे। आपके द्वारा दिया गया साक्षात्कार सफलता के संकेत देने वाला होगा। भौतिक सुख के साधनों को जुटाने में महती प्रगति की स्थिति होगी। प्रेम संबंधों में मधुरता होगी। किन्तु बाहर के कामों को पूरा करने मे और समय देना होगा।

Cancer

30 मई 2019: आज का दिन आपके काम-काजी जीवन में अच्छी प्रगति देने वाला होगा। आपके द्वारा किए प्रयास सफल होगे। यदि आप कोई व्यापार करते हैं। तो आपकी प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। घर-गृहस्थी को संवारने में आपकी रूचि होगी। माता-पिता के प्रति सेवा भाव होगा। स्वास्थ्य अच्छा होगा। किन्तु किसी वरिष्ठ व्यक्ति से तनाव होगे।

Leo

30 मई 2019: आज आप अपनों के साथ अधिक घुले मिले होगे। आज आप दादा, दादी के प्रति सेवा सम्मान के भाव से युक्त होगे। किन्तु कार्मिक व व्यवसायिक जीवन में हुई प्रगति की समीक्षा करने में लगे होगे। यदि नौकरी करते हैं, तो आपको परेशानी की स्थिति होगी। स्वतः के स्वास्थ्य मे कुछ परेशानी की स्थिति होगी। जिससे आप परेशान होगे।

Virgo

30 मई 2019: आज आप धन निवेश व विदेश के कामों में तेजी से आगे बढ़त अर्जित करने मे लगे होगे। नौकरी व व्यवसाय को बढ़ाने की तमन्ना बनी हुई होगी। हालांकि आज आपको कुछ भूमि व भवन के कामों में लाभ होगा। किन्तु सेहत में आंख, दांत व कंधे के दर्द से परेशानी होगी। जिससे आपको कुछ उपचार लेने की जरूरत होगी।

Libra

30 मई 2019: आज आपके चेहरे की कांति और अच्छी होगी। आपका स्वास्थ्य सामान्य तौर पर अच्छा बना हुआ होगा। जिससे आप प्रसन्न होगे। नौकरी पेशा के संबंधित क्षेत्रों में पदोन्नति हेतु आपको नामित करने के अवसर होगे। वैवाहिक जीवन में खुशी की स्थिति होगी। किन्तु पेंशन व वसीयत के कामों में विवाद होगे।

Scorpio

30 मई 2019: आज आप आजीविका के क्षेत्रों में तेजी से बढ़त बनाने में लगे हुए होगे। कुछ कामों को पूरा करने के लिए आपको इधर-उधर भाग दौड़ करनी होगी। धन निवेश व विदेश के कामों में आज लाभ की स्थिति होगी। आज उधार में दी गई पूंजी को प्राप्त करने हेतु कशमकश करनी होगी। सेहत में आन्तरिक पीड़ाओं से परेशानी होगी।

Sagittarius

30 मई 2019: आज आप अपने आय को और बढ़ाने के लिए पहले से अधिक मुस्तैद होगे। परिणामतः आपको अधिक लाभ होगा। आप अपने रहन-सहन के स्तर को पहले से अधिक उच्च करने में लगे होगे। प्रेम संबंधों में मधुरता की स्थिति होगी। आपका ज्ञान और परिपक्व होगा। किन्तु विदेश के कामों में आपको कुछ परेशानी होगी।

Capricorn

30 मई 2019: आज आपकी सेहत पहले से अधिक अच्छी होगी। आप नियमित दिनचर्या के प्रति जागरूक होगे। कुछ हल्के व लाभकारी व्यायामों को अपनाने पर जोर होगा। भौतिक सुख के साधनो को जुटाने में महती प्रगति की स्थिति होगी। किन्तु पुत्र/पुत्री को लेकर परेशान होगे। आपको लगेगा वह आपकी बातों को नहीं मान रहे हैं।

Aquarius

30 मई 2019: आज आप किसी योजना को हाथ में लेने से पहले उसकी शर्तों में ध्यान दे़गे। हालांकि आप सतर्क रहते हुए लाभ प्राप्त करने में सक्षम होगे। आज आपके बल व पराक्रम में वृद्धि की स्थिति होगी। किन्तु सेहत की परेशानी होने से आपको किसी अस्पताल तक जाना होगा। कुछ समय परहेजों को करना होगा।

Pisces

30 मई 2019: आज रोजी-रोटी को लेकर आप कुछ परेशान होगे। हालांकि व्यापारिक जीवन में उत्पादन व विक्रय लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए आपको आज कड़ी मेहनत करनी होगी। धन निवेश व विदेश के कामों में आपको लाभ होगा। किन्तु निजी संबंध व स्वास्थ्य के लिहाज से आज का दिन प्रतिकूल बना हुआ होगा। उपचार लेना होगा।

आज का पांचांग

पंचांग 30 मई 2019

विक्रमी संवत्ः 2076, 

शक संवत्ः 1941, 

मासः ज्येष्ठ़, 

पक्षःकृष्ण पक्ष, 

तिथिः एकादशी सांय 04.38 तक, 

वारः गुरूवार, 

नक्षत्रः रेवती रात्रि 11.03 तक है, 

योगः आयुष्मान दोपहर 02.20 तक, 

करणः बालव, 

सूर्य राशिः वृष, 

चंद्र राशिः मीन, 

राहु कालः दोपहर 1.30 से 3.00 बजे तक, 

सूर्योदयः 05.28, 

सूर्यास्तः 07.09 बजे।

विशेषः आज दक्षिण दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर गुरूवार को दही पूरी खाकर और माथे में पीला चंदन केसर के साथ लगाये और इन्हीं वस्तुओं का दान योग्य ब्रह्मण को देकर यात्रा करें।

हनुमान बेनीवाल को शपथ ग्रहण समारोह में शपथ लेने हेतु निमंत्रण

भाजपा प्रदेश के दिग्गज नेता हनुमान बेनिवाल को भी जीत का सेहरा बांध रही है । आपको बता दें कि राजस्थान में हनुमान बेनिवाल का हाथ थाम कर भाजपा जाट और अन्य जातियों का वोट बैंक अपनी ओर कर पाई। विशेष धन्यवाद करते हुए और बेनिवाल में विश्वास जताते हुए कल होने वाले शपथ ग्रहण समारोह में केंद्रीय मंत्री पद के लिए शपथ ग्रहण करने के आमन्त्रित किया गया है। प्रदेश से दुष्यंत सिंह, गजेन्द्र सिंह शेखावत और अर्जुन राम मेघवाल भी कल शपथ ग्रहण करेंगे।

हनुमान बेनीवाल

हनुमान बेनीवाल

हनुमान बेनीवाल एक भारतीय राजनीतिज्ञ हैं। वह खिनवसर से 3 बार विधान सभा के सदस्य हैं। और नागौर लोक सभा से संसद सदस्य। राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी [आरएलपी] के संस्थापक। वे राजस्थान विश्वविद्यालय, जयपुर के पूर्व अध्यक्ष भी हैं। उन्हें राजस्थान में किसान नेता के रूप में जाना जाता है।
पार्टी: राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी
जीवनसाथी: कनिका बेनीवाल (एम। 2009)

राणा दुष्यंत सिंह

राणा दुष्यंत सिंह

राणा दुष्यंत सिंह (जन्म 11 सितंबर 1973) एक भारतीय राजनीतिज्ञ और व्यवसायी हैं। वह भारत की 16 वीं लोकसभा के सदस्य हैं। वह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्य के रूप में राजस्थान के झालावाड़-बारन निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं।
वह धौलपुर के अंतिम मान्यता प्राप्त महाराज महाराजा राणा हेमंत सिंह के पुत्र हैं। उनकी मां, वसुंधरा राजे, राजस्थान की मुख्यमंत्री थीं और एक पूर्व केंद्रीय मंत्री थीं। उन्होंने सेंट स्टीफन कॉलेज, दिल्ली में अध्ययन किया; जॉनसन एंड वेल्स यूनिवर्सिटी, प्रोविडेंस, आर.आई., और IHTTI स्कूल ऑफ मैनेजमेंट, नेउचटेल, स्विट्जरलैंड।

अर्जुन राम मेघवाल


अर्जुन राम मेघवाल

अर्जुन राम मेघवाल 16 वीं लोकसभा में भारतीय जनता पार्टी और पूर्व पार्टी मुख्य सचेतक से संबंधित एक भारतीय राजनीतिज्ञ हैं, वर्तमान में वे भारत सरकार के जल संसाधन, नदी विकास और गंगा कायाकल्प और संसदीय मामलों के मंत्रालय में केंद्रीय राज्य मंत्री हैं।

निवास: बीकानेर

पार्टी: भारतीय जनता पार्टी

गजेंद्र सिंह शेखावत

गजेंद्र सिंह शेखावत

गजेंद्र सिंह शेखावत राजस्थान के एक भारतीय राजनीतिज्ञ हैं, जो वर्तमान में कृषि और किसान कल्याण राज्य मंत्री के रूप में कार्य कर रहे हैं। वह लोकसभा में जोधपुर का प्रतिनिधित्व करने वाले भारतीय जनता पार्टी के संसद सदस्य हैं।

जीवनसाथी: नौनंद कंवर (एम। 1993)

बच्चे: सुरंगमा शेखावत, सुहासिनी शेखावत, अर्जुन सिंह शेखावत