भाजपा की प्रचंड जीत से कंधा मिलती है समृति ईरानी की अमेठी फतह

Samriti who?… जब घमंड से भरी प्रियंका वाड्रा ने ऐसे पूछा था तब उन्हे यह गुमान भी नहीं था की अंत में स्मृति उनके परिवार के कार्यक्षेत्र को ही अपने नाम कर लेगी। समृति ईरानी रहुल के पारिवारिक गढ़ अमेठी को यदि 38000 वोटों से हार भी जातीं तो यह उनकी जीत ही होती। परंतु 38000 मतों से राहुल की हार बहुत कुछ कहती है। आ हम पतरार आपस में बात कर रहे थे कि समृति ईरानी यदि यह चुनाव जीत जाती है तो यह एक global headline होगी। भाजपा की प्रचंड जीत के कंधे से कंधा मिलती है samrit who?... की यह जीत। और इस जीत ने नेहरू-वाड्रा परिवार के दंभ पर एक कुठाराघात किया है जो अभी तक शायद उनकी समझ में नहीं आया है।

नई दिल्ली
दिल्ली के एक मध्यमवर्गीय परिवार में जन्मीं स्मृति इरानी का राजनीतिक सफर काफी दिलचस्प रहा है। ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ टीवी सीरियल से घर-घर में पहचान बनाने वाली इरानी ने जब बीजेपी के जरिये सियासत में कदम रखा तो उस वक्त किसी ने भी नहीं सोचा होगा कि वह एक दिन देश के सबसे प्रभावशाली राजनीतिक परिवार के गढ़ में उनके बर्चस्व को तोड़ देंगी। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अमेठी में अपनी हार स्वीकर कर ली है और इरानी को जीत की बधाई भी दे दी है। इससे पहले 1977 में संजय गांधी को अमेठी में हार का सामना करना पड़ा था। 

2004 में पहले ही चुनाव में मिली हार
स्मृति 2003 में उस वक्त बीजेपी में शामिल हुईं, जब उनका ऐक्टिंग करियर उफान पर था। उसके अगले ही साल वह महाराष्ट्र यूथ विंग की उपाध्यक्ष बनाई गईं। 2004 में इरानी पहली बार चांदनी चौक लोकसभा सीट से चुनावी मैदान में उथरीं लेकिन उन्हें कांग्रेस के कपिल सिब्बल के हाथों हार का मुंह देखना पड़ा। 2010 में इरानी को बीजेपी महिला मोर्चा की कमान दी गई। 2011 में बीजेपी ने उन्हें राज्य सभा भेजा। अगले ही साल वह पार्टी की उपाध्यक्ष बनाई गईं। 

राहुल गांधी के खिलाफ चुनाव लड़ना रहा करियर में टर्निंग पॉइंट
इरानी के राजनीतिक करियर में टर्निंग पॉइंट तब आया, जब बीजेपी ने उन्हें 2014 में गांधी परिवार के गढ़ अमेठी में राहुल गांधी के खिलाफ चुनाव मैदान में उतार दिया। वह 1 लाख से ज्यादा वोटों से हार गईं, लेकिन चुनाव के दौरान उन्होंने जिस जुझारूपन का परिचय दिया, वह सबको प्रभावित किया। इसका उन्हें इनाम भी मिला। लोकसभा चुनाव हारने के बाद भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें न सिर्फ अपने कैबिनेट में जगह दी, बल्कि मानव संसाधन जैसे महत्वपूर्ण मंत्रालय से नवाजा। बाद में उन्हें कपड़ा मंत्रालय में भेजा गया। 

2014 में हार के बाद भी अमेठी से जोड़े रखा नाता
2014 में करीबी मुकाबले में हारने के बावजूद स्मृति ने अमेठी से अपना रिश्ता कायम रखा। वह लगातार नियमित अंतराल पर अमेठी का दौरा करती रहीं। स्मृति ने पिछले 5 सालों में खुद को राहुल गांधी के गंभीर प्रतिद्वंद्वी के तौर पर स्थापित किया। संसद से लेकर संसद से बाहर तक वह अहम मसलों पर राहुल गांधी को काउंटर करती रहीं और उन पर हमले का कोई मौका नहीं खोया। राहुल गांधी के अमेठी के अलावा केरल के वायनाड से चुनाव लड़ने को इरानी और बीजेपी ने कांग्रेस अध्यक्ष का डर करार दिया था। 

विवादों से नाता
स्मृति इरानी अपनी शैक्षिक योग्यता को लेकर विवादों में रहीं। उन पर आरोप लगा कि 2004 और 2014 के चुनावी हलफनामों में उन्होंने अपनी शैक्षिक योग्यता अलग-अलग बताई थीं। 2004 में इरानी ने अपने ऐफिडेविट में बताया था कि वह स्नातक हैं। हलफनामे के मुताबिक, उन्होंने 1996 में दिल्ली यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ करेस्पॉन्डेंस से बीए की डिग्री हासिल की। हालांकि, 2014 में उन्होंने अपने हलफनामे में बताया था कि उन्होंने 1994 में दिल्ली यूनिवर्सिटी से बीकॉम पार्ट 1 का एग्जाम पास किया था और कोर्स पूरा नहीं कर पाई थीं। इसके अलावा स्मृति उस वक्त विवादों में आ गईं जब उन्होंने कहा कि उनके पास अमेरिका के मशहूर येल यूनिवर्सिटी की डिग्री है।

पार्टी हार गयी कैप्टन जीत गया।

आज राजनीति के कैप्टन ने राहुल प्रिय नवजोत सिंह सिद्ध को आड़े हाथों लेते हुए याद दिलाया कि पाकिस्तान हमारे देश के मित्र देशों में नहीं गिना जाता। वहाँ के सेना के जनरल कभी भी हमारे सैनिकों के परिवारों का प्रिय नहीं हो सकता। और चुनावी रैली में पाकिस्तान ज़िंदाबाद के नारे तो भारतवर्ष की जनता कभी माफ नहीं करती। पंजाब और बिहार में राहुल गांधी की दो बड़ी गलतियाँ रहीं 1॰ नवजोत सिंह सिद्धू (जो अपने आगे पंजाब के मुख्य मंत्री को कुछ नहीं समझते) 2॰ शत्रुघ्न सिन्हा (जो स्वयम के अलावा सभी को खामोश करवाने का जज़्बा रखते हैं। एक विश्लेषक ने तो यहाँ तक कह दिया की राहुल ने सिद्ध को कैप्टन के पीछे छोड़ दिया है। उन्होने अपनी बात जारी रखते हुए कहा कि पार्टी हार गयी कैप्टन जीत गया।

नई दिल्ली/चंडीगढ़: 

लोकसभा चुनाव 2019 के चुनाव परिणामों ने बीजेपी को एक बार फिर से सत्ता की चाबी सौंपने की तैयारी कर दी है. अब आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है. पंजाब में कांग्रेस ने सबसे अच्छा प्रदर्शन किया है. 13 में से 9 सीटों पर कांग्रेस जीत की ओर बढ़ रही है. दो सीटों पर बीजेपी और 2 पर अकाली दल के उम्मीदवार जीत हासिल कर रहे हैं. पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने पंजाब में 13 में से 13 सीटें जीतने का दावा किया था.

अब इस प्रदर्शन और पार्टी की हार पर उन्होंने कई कारण गिनाए हैं. कैप्टन ने मुख्य रूप से नवजोत सिंह सिद्धू पर निशाना साधा है. पंजाब की सियासत में कैप्टन और नवजोत सिंह सिद्धू के बीच प्रतिद्वंद्विता का खबरें आती रही हैं. अब कैप्टन ने इस प्रदर्शन के लिए सिदधू पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा है भारत में खासकर सर्विसमैन को यह बात बर्दाश्त नहीं है कि भारत का कोई व्यक्ति पाकिस्तानी सेना के जनरल को जाकर गले लगाए.

Captain Amarinder Singh on Navjot Singh Sidhu: Indians especially servicemen will not tolerate hugging the Pakistani Army Chief. pic.twitter.com/AVZFgIraR2

— ANI (@ANI) May 23, 2019

बता दें कि अपनी पाकिस्तान यात्रा के दौरान नवजोत सिंह सिद्धू ने पाकिस्तानी सेना के जनरल बाजवा को गले लगाया था. इसके बाद उनकी खूब आलोचना हुई थी. इसके बाद भी उनके रुख में कोई बदलाव नहीं आया था.

गुरदासपुर में लोकसभा सीट पर बीजेपी उम्मीदवार सनी देओल की जीत पर कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा, यहां पर सुनील जाखड़ एक अच्छे उम्मीदवार थे. उन्होंने वहां पर बहुत सारा काम किया था. इस चुनाव में एक बात मुझे समझ में नहीं आ रही है कि लोग पता नहीं क्यों इतने सारे राजनीतिक अनुभव पर एक एक्टर को तरजीह दे रहे हैं.

इससे पहले भी कैप्टन और नवजोत सिंह सिद्धू के बीच अनबन की खबरें आई थीं. नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी ने आरोप लगाया था कि कैप्टन के कारण ही उन्हें अमृतसर से टिकट नहीं मिला. क्योंकि वही नहीं चाहते थे. कैप्टन ये भी नहीं चाहते थे कि नवजोत सिंह सिद्धू पंजाब में प्रचार करें.

भारत के लिए मोदी ईश्वरीए चमत्कार से कम नहीं : शिव राज सिंह चौहान

NDA 347 UPA 92 Others 102

विधान सभा में NOTA दबाने वाले मतदाताओं ने इस बार अपनी गलती न केवल स्वीकारी अपितु प्र्याश्चित स्वरूप सूद समेत लोक सभा सीटों के रूप में शिवराज मामा की झोली भर दी है। शिवराज चौहान ने कहा, “राष्ट्रीय अध्यक्ष (अमित शाह) शुरू से कह रहे थे कि हमारा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन बाकी है. पश्चिम बंगाल, ओडिशा अभी बाकी है. राष्ट्रीय अध्यक्ष जो कहते हैं, वह करके दिखाते हैं, अब परिणाम भी वैसे आ रहे हैं.”

भोपाल: लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha Elections 2019) के शुरुआती रुझान और नतीजे 2019 (Lok Sabha Election Results 2019) आने लगे हैं. ताजा रुझानों में मध्य प्रदेश की 28 सीटों पर बीजेपी और एक सीट पर कांग्रेस को बढ़त मिली हुई है. मध्य प्रदेश की कई सीटों पर बीजेपी प्रत्याशी करीब एक लाख वोटों की बढ़त बनाए हुए हैं. चुनावी रुझानों में दिख रही प्रचंड ‘मोदी लहर’ के बीच मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देश की जनता के लिए ईश्वरीय चमत्कार बताया है. 

लोकसभा चुनाव में बीजेपी को मिली सफलता पर अपनी प्रतिक्रिया में शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को संवाददाताओं से कहा, “इस चुनाव से देश में नई राजनीति का उदय हुआ है. क्षेत्रवाद, जातिवाद और पंथवाद इस चुनाव से मिट गया. सारा देश एक साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पीछे खड़ा हो गया.” उन्होंने आगे कहा, “पीएम मोदी जनता की श्रद्धा हैं, आस्था हैं और ईश्वरीय चमत्कार हैं. सबका साथ-सबका विकास उनका मूल मंत्र है और सारा देश उनके पीछे खड़ा हो गया.”

कांग्रेस द्वारा ‘चौकीदार चोर है’ का नारा दिए जाने के सवाल पर चौहान ने कहा, “चुनाव में कांग्रेस ने बचकानी हरकतें कीं, राहुल बाबा को परिपक्व होना चाहिए, जिस तरह से वह गालियां देते रहे, चौकीदार चोर है के नारे लगवाते रहे. वहीं दूसरी ओर जनता कसम खाती रही कि पीएम मोदी के बारे में ऐसा कह रहे हैं, इसका हम बदला लेंगे और वह चुनावी नतीजों में दिख रहा है.” भाजपा को पश्चिम बंगाल और ओडिशा में मिली सफलता के सवाल पर चौहान ने कहा, “राष्ट्रीय अध्यक्ष (अमित शाह) शुरू से कह रहे थे कि हमारा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन बाकी है. पश्चिम बंगाल, ओडिशा अभी बाकी है. राष्ट्रीय अध्यक्ष जो कहते हैं, वह करके दिखाते हैं, अब परिणाम भी वैसे आ रहे हैं.”

ममता ने मोदी को जीत की बधाई तो दी पर नहीं स्वीकारी हार

NDA 347 UPA 91 Others 104

नई दिल्ली: तृणमूल कांग्रेस (TMC) प्रमुख और बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बीजेपी की ऐतिहासिक जीत के  बीच ट्वीट कर सभी को बधाई दी है. उन्होंने ट्वीट किया, सभी जीतने वालों को बधाई, लेकिन सभी हारने वाले हारे नहीं हैं. हम हार की विस्तृत व्याख्या करेंगे, जिसके बाद नतीजों को लेकर अपनी राय सामने रखेंगे. उन्होंने कहा कि काउंटिंग जारी है, प्रक्रिया पूरी होने के बाद VVPAT मशीन से मिलान होने का इंतजार करें.

बता दें, पश्चिम बंगाल में लोकसभा की 42 सीटें हैं. 2014 के चुनाव में TMC 34 सीटों पर जीत दर्ज की थी. बीजेपी केवल 2 सीटों पर जीत पाई थी. इस चुनाव में यहां बीजेपी ने जबरदस्त प्रदर्शन किया है. बीजेपी यहां 19 सीटों पर बढ़त बनाए हुई है.

Congratulations to the winners. But all losers are not losers. We have to do a complete review and then we will share our views with you all. Let the counting process be completed fully and the VVPATs matched

— Mamata Banerjee (@MamataOfficial) 23 May 2019

शुरुआती रुझान में TMC को 44.61 फीसदी वोट मिले हैं, जबकि बीजेपी को 38.99 फीसदी वोट मिले हैं. माकपा और कांग्रेस ने क्रमश: 6.66 प्रतिशत और 5.44 प्रतिशत मत हासिल किए हैं. निवर्तमान 16वीं लोकसभा में पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के पास 34 सीट और भाजपा के पास केवल दो सीट हैं. ऐसे में 17वीं लोकसभा के लिए हुए चुनाव में 16 सीटों पर बढ़त के साथ भाजपा काफी शानदार प्रदर्शन करती प्रतीत हो रही है.

केंद्रीय मंत्री एवं आसनसोल से भाजपा उम्मीदवार बाबुल सुप्रियो तृणमूल कांग्रेस की मुनमुन सेन से 58060 मतों से आगे चल रहे हैं. बर्धमान-दुर्गापुर लोकसभा सीट पर केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा उम्मीदवार एस एस अहलूवालिया तृणमूल कांग्रेस की मुमताज संघमिता से 28840 मतों से आगे हैं. राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी डायमंड हार्बर सीट पर 195036 मतों से आगे हैं. वह इस सीट से मौजूदा सांसद भी हैं. मेदिनीपुर में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष तृणमूल कांग्रेस के मानस रंजन भुनिया से केवल 6029 मतों से आगे हैं. 

राहुल से नाराज़ ओमर ने मोदी को बधाई दी

NDA 352 UPA 85 Others 105

लोक सभा चुनावों में UPA की दिखती हार को भाँप कर UPA के घटक दल जो मोदी विरोध ही में अपनी राजनाइतिक रोटियाँ सेंकते थे वह भी आज मोदी के मुरीद होते नज़र आ रहे हैं।

नई दिल्‍ली :  लोकसभा चुनाव नतीजे 2019  रुझानों में भाजपा और उसके सहयोगी दलों को मिले भारी बहुमत के बाद अब उन्‍हें धुर विरोधी नेता भी बधाई दे रहे हैं. जम्‍मू कश्‍मीर के पूर्व मुख्‍यमंत्री और नेशनल कॉन्‍फ्रेंस के कार्यकारी अध्‍यक्ष उमर अब्‍दुल्‍ला ने ट्वीट कर पीएम मोदी और भाजपा अध्‍यक्ष अमित शाह को बधाई दी. उन्‍होंने लिखा, इस शानदार प्रदर्शन का सारा क्रेडिट पीएम मोदी साहिब और श्री अमित शाह को जाता है.

रुझानों के अंतिम आंकड़े सामने आने के बाद उमर ने ट्वीट किया, ‘तो एग्जिट पोल सही थे. अब अगर कुछ बचता है तो इस शानदार प्रदर्शन के लिए भाजपा और NDA को बधाई देना. इसका सारा क्रेडिट पीएम मोदी साहिब और श्री अमित शाह को जाता है, जिन्‍होंने एक विजयी गठबंधन बनाया और बहुत ही पेशेवर अभियान चलाया. इसने उन्‍हें अगले पांच साल के लिए सत्‍ता और सौंप दी’.

So the exit polls were correct. All that’s left is to congratulate the BJP & NDA for a stellar performance. Credit where credit is due PM Modi Sahib & Mr Amit Shah put together a winning alliance & a very professional campaign. Bring on the next five years.21.7K12:30 PM – May 23, 2019Twitter Ads info and privacy5,217 people are talking about this

उल्‍लेखनीय है कि विभिन्न एग्जिट पोल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूसरी पारी की भविष्यवाणी के बाद नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने बीते रविवार को कहा था कि सारे एग्जिट पोल गलत नहीं हो सकते और वह 23 मई की प्रतीक्षा कर रहे हैं जिस दिन अंतिम परिणाम घोषित होंगे. 

Saffronised Haryana

NDA 351 UPA 93 Others 98

हरियाणा की 10 सीटों में किस सीट पर किस का कितना जीत का मार्जिन चल रहा है देंखे। Update..

  1. अंबाला
    रत्नालाल कटारिया कुमारी सैलजा से 1 लाख 84 हजार वोट से आगे
  2. भिवानी
    धर्मवीर श्रृति चौधरी से 2 लाख 95 हजार वोट से आगे चल रहे है
  3. फरीदाबाद
    कृष्णपाल गुर्जर अवतार भढ़ाना से 2लाख 56 हजार वोट से आगे
  4. गुरूग्राम
    राव इन्द्रजीत सिंह 2 लाख 79 हजार वोट से कैप्टन अजय यादव से आगे चल रहे
  5. हिसार
    बिजेन्द्र सिंह दुष्यंत चौटाला से 2 लाख 48 हजार वोट से आगे
  6. करनाल
    संजय भाटिया कांग्रेस के कुलदीप शर्मा से 4 लाख 48 हजार वोट से आगे
  7. कुरूक्षेत्र
    नायब सैनी निर्मल सिंह से 2 लाख 84 हजार वोट से आगे
  8. रोहतक
    अरविंद शर्मा अब दीपेन्द्र हुडा से 15 हजार वोट से आगे चल रहे है
  9. (सिरसा)
    सुनीता दुगल अशोक तंवर से 1 लाख 28 हजार वोट से आगे

10.(सोनीपत)
रमेश कौशिक भुपेन्द्र सिंह हुडडा से 1 लाख 38 हजार वोट से आगे

चन्द्र बाबू नायडू शाम तक देंगे इस्तीफा रेड्डी 30 मई को लेंगे शपथ

NDA 350 UPA 93 Others 99

सुबह तक देश में जोड़ तोड़ की राजनीति के नए पुरोधा चंद्रबाबू नायडू को चुनावों में इतनी बड़ी उलट फेर का सामना करना पड़ेगा यह तो उन्होने सपने में भी नहीं सोचा होगा। कहाँ तो वह मोदि विरोधियों के दल के नेता बनाने के फेर में बंगाल से लेकर उत्तरप्रदेश में चक्कर लगा रहे थे और अब अपने ही घर में बेरोजगार हो गए।

अमरावती: आंध्र प्रदेश की 175 विधानसभा सीटों पर गुरुवार को हो रही मतगणना में वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) 69 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है और सरकार बनाने के बहुत करीब है.

सिर्फ 11 सीटों पर टीडीपी आगे
चुनाव आयोग से सुबह 10 बजे मिली जानकारी के अनुसार, वाईएसआरसीपी 69 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है, जबकि तेलगू देशम पार्टी (तेदेपा) सिर्फ 11 सीटों पर आगे है. अभिनेता पवन कल्याण की पार्टी जन सेना सिर्फ एक विधानसभा सीट पर आगे चल रही है. शुरुआती रुझानों के बाद टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू ने कहा है कि वह सीएम पद से इस्तीफा देंगे. कयास लगाए जा रहे हैं कि चंद्रबाबू नायडू दोपहर 2 बजे तक आधिकारिक तौर पर राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप सकते हैं. 

जगन मोहन रेड्डी भी आगे
जगन मोहन रेड्डी की पार्टी मतगणना की शुरुआत से ही आगे चल रही है. वाईएसआरसीपी प्रदेश की 14 लोकसभा सीटों पर भी आगे चल रही है, वहीं तेदेपा सिर्फ पांच सीटों पर आगे है.

Samriti Leads @ 6290

NDA 344 UPA 89 Others 109

नई दिल्‍ली :लोकसभा चुनाव 2019 का मतदान सात चरण में पूरा होने के बाद आज (23 मई) लोकसभा चुनाव परिणाम 2019 (lok sabha elections results 2019) आ रहे हैं. शुरुआती रुझानों में उत्‍तर प्रदेश के अमेठी में कांग्रेस अध्‍यक्ष राहुल गांधी और बीजेपी नेता स्‍मृति ईरानी के बीच कांटे की टक्‍कर चल रही है. सुबह 9 बजे के करीब राहुल गांधी स्‍मृति ईरानी से करीब 6000 वोट से पीछे चल रहे थे. लेकिन बाद में उन्‍होंने बढ़त बनाई. 10:30 बजे के करीब राहुल गांधी को स्‍मृति ने फिर पीछे छोड़ दिया है. वह राहुल से करीब 7600 वोटों से आगे चल रही हैं. 

बता दें कि कांग्रेस अध्‍यक्ष राहुल गांधी यूपी की अमेठी सीट के अलावा केरल की वायनाड सीट से भी चुनाव लड़ रहे हैं. राहुल गांधी वायनाड में बढ़त बनाए हुए हैं. वह करीब 10 हजार वोट से आगे चल रहे हैं. स्‍मृति ईरानी ने 2014 में भी अमेठी से राहुल के खिलाफ चुनाव लड़ा था, जिसमें उन्‍हें हार का सामना करना पड़ा था.

In Andhra YSR Congress set for landslide win

NDA 344 UPA 88 Others 110

The man behind 3rd front looses his CM-ship may resign today

The first Assembly elections of the residual Andhra Pradesh five years after the bifurcation was held on April 11. The ruling Telugu Desam Party is pitted against the Y.S. Jagan Mohan Reddy-led YSR Congress. Telugu superstar Pawan Kalyan is also making his political debut this time.

The southern State sends 25 MPs to the Lok Sabha. Chief Minister N. Chandra Babu Naidu is one of the key regional leaders trying to unite the Opposition parties against the National Democratic Alliance. Today’s results will decide if Mr. Naidu will return as the the king of Andhra Pradesh or will go on to become the kingmaker.

Modi Lahar supressing over Mamta Kahar

NDA 345 UPA 89 Others 109

कोलकाता: लोकसभा चुनाव 2019 में आज सभी 542 सीटों पर हुई वोटिंग के वोटों की गिनती (Vote counting) जारी है. पश्चिम बंगाल (West bengal Lok sabha seat) की 42 सीटों भी वोटों की गिनती जारी है. शुरुआती रुझानों में पश्चिम बंगाल में बीजेपी शानदार प्रदर्शन करती दिख रही है. वहीं राज्य में सत्ताधारी ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस अपेक्षा के अनुरूप प्रदर्शन करती नहीं दिख रही है. 

– केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो शुरुआती रुझानों में आसनसोल लोकसभा सीट से तृणमूल कांग्रेस (TMC) की अपनी निकटतम प्रतिद्वंद्वी मुनमुन सेन से 3448 मतों से आगे चल रहे हैं. 
– कूचबिहार लोकसभा सीट से भाजपा के निशीथ प्रमाणिक तृणमूल कांग्रेस उम्मीदवार परेश चंद्र अधिकारी से 1225 मतों से आगे हैं. 
– हुगली लोकसभा सीट से भाजपा की लॉकेट चटर्जी तृणमूल कांग्रेस उम्मीदवार रत्न डी नाग से 2175 वोट से आगे चल रही हैं.
– उलुबेरिया सीट से तृणमूल कांग्रेस उम्मीदवार सजदा अहमद भाजपा के जॉय बनर्जी से 920 वोट से आगे हैं.