नवजोत सिंह सिद्धू पटना साहिब से पार्टी उम्मीदवार शत्रुघ्न सिन्हा के समर्थन में एक रैली को संबोधित करने मंगलवार को बिहार रवाना हो गए, गोया कि वाणी विराम एक बहाना था। सिद्धू ने अपने कैप्टन रहुल गांधी की पंजाब की 2 रैलियों में शिरकत नहीं की। नवजोत कौर ने कैप्टन और पंजाब प्रभारी आशा कुमारी पर सीधे सीधे आरोप लगाए। असल मामला डॉ॰ नवजोत कौर को टिकट न मिलने का है।
अमृतसर: (पंजाब ब्यूरो) कांग्रेस के स्टार प्रचारक और पंजाब के कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू अपने गृह राज्य में पार्टी के लिए प्रचार नहीं करेंगे, क्योंकि मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने उन्हें प्रचार नहीं करने के लिए कहा है. उनकी पत्नी व भाजपा की पूर्व विधायक नवजोत कौर ने मंगलवार को यह बात कही.
ऐसी खबरें आ रही थीं कि सिद्धू की सेहत प्रचार करने की इजाजत नहीं दे रही है. लेकिन उनकी पत्नी ने सिद्धू को पंजाब में प्रचार करने की अनुमति नहीं देने के लिए पार्टी की पंजाब प्रभारी आशा कुमारी को भी जिम्मेदार ठहराया है.
’राहुल गांधी सबसे बड़े कैप्टन हैं‘
उन्होंने यहां पत्रकारों से कहा, ‘कैप्टन साहब छोटे कैप्टन हैं और राहुल गांधी सबसे बड़े कैप्टन हैं और उन्होंने उन्हें (सिद्धू) अन्य राज्यों में जिम्मेदारी दी है और नवजोत (सिद्धू) वहां चुनाव प्रचार में व्यस्त हैं.’
नवजोत कौर ने कहा, ‘जब कैप्टन साहब और आशा कुमारी ने सभी (13) सीटों पर पार्टी की जीत सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी ली है, तो फिर पंजाब में चुनाव प्रचार के लिए नवजोत (सिद्धू) की क्या जरूरत है?’ क्रिकेटर से राजनेता बने सिद्धू पटना साहिब से पार्टी उम्मीदवार शत्रुघ्न सिन्हा के समर्थन में एक रैली को संबोधित करने मंगलवार को बिहार रवाना हो गए.
‘मुझे टिकट न दिए जाने के लिए अमरिंदर सिंह जिम्मेदार’
कौर ने कहा, ‘मैं अमृतसर (लोकसभा सीट) से चुनाव लड़ने की इच्छुक थी, लेकिन मुझे टिकट देने से मना कर दिया गया. वास्तव में मुझे टिकट नहीं दिए जाने के लिए अमरिंदर सिंह जिम्मेदार हैं.’ वह चंडीगढ़ से भाजपा उम्मीदवार किरण खेर के खिलाफ भी चुनाव लड़ने की इच्छुक थीं.
भीड़ को आकर्षित करने में माहिर नवजोत सिद्धू सोमवार को पंजाब में राहुल की दो रैलियों से नदारद रहे. सिद्धू के कार्यालय ने सोमवार को कहा कि लगातार बोलते रहने के कारण उनका गला खराब हो गया है.
पंजाब की 13 लोकसभा सीटों के लिए 19 मई को मतदान होना है.