अल्का – भारद्वाज का झगड़ा अल्का की विदाई के संकेत तो नहीं

कांग्रेस द्वारा मंगलवार को जारी किए गए घोषणापत्र पर चांदनी चौक से विधायक अलका लांबा के प्रतिक्रिया देने के बाद ट्विटर पर दोनों विधायकों के बीच यह जंग शुरू हुई. 

नई दिल्ली : आम आदमी पार्टी (आप) विधायक और प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने पार्टी की साथी विधायक अलका लांबा को ट्विटर पर कांग्रेस में शामिल होने की चुनौती दी है. कांग्रेस द्वारा मंगलवार को जारी किए गए घोषणापत्र पर चांदनी चौक से विधायक अलका लांबा के प्रतिक्रिया देने के बाद ट्विटर पर दोनों विधायकों के बीच यह जंग शुरू हुई.

उन्होंने हिंदी में ट्वीट करते हुए कहा कि प्रत्येक पार्टी का अपना घोषणापत्र होता है और कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में पुडुचेरी को पूर्ण राज्य का दर्जा देने की बात की है, लेकिन दिल्ली के लिए ऐसा नहीं कहा. उन्होंने सवाल किया, “यह साफ है कि कांग्रेस के लिए दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा देना मुद्दा नहीं है. वहीं दूसरी तरफ आप इसे अपना मुख्य मुद्दा बना रही है. गठबंधन कैसे होगा?”

आप को इतनी जल्दी क्या है ?
क्यों इतने बैचैन हैं ?
कुछ तो पहले ही जा चुके हैं,
कुछ अभी आसानी से जाने वाले नही हैं:) कोशिश जारी रखिये :).
आप तो अभी सर्वे कर मुझे जनता से पूछने और मेरे साथ चलने की बात कह रहे थे :),
3अप्रैल, 3बजे ,जामा मस्जिद गेट नंबर 1 पर इंतज़ार रहेगा,आइयेगा जरूर।Saurabh Bharadwaj✔@Saurabh_MLAgkचलो फिर थोड़ा सा हिम्मत दिखाओ,कल चले जाओ कांग्रेस में। है दम ?

दिल्ली में आप और कांग्रेस के बीच गठबंधन की अटकलें लंबे समय से चल रही हैं. आप ने दिल्ली में अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं और कहा है कि वह अपने उम्मीदवारों के साथ चुनाव मैदान में आगे बढ़ेगी और किसी गठबंधन का इंतजार नहीं करेगी.

अलका के ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए ग्रेटर कैलाश के विधायक भारद्वाज ने पूछा कि वे क्या चाहती हैं, “पूर्ण राज्य या..?” इस पर अलका ने कहा कि वे क्या चाहती हैं इससे फर्क नहीं पड़ता, इसका फैसला जनता करेगी. ट्विटर पर एक-दूसरे पर हमला करने के दौरान लांबा ने भारद्वाज पर उन्हें उकसाने का आरोप लगाया.

भारद्वाज ने प्रतिक्रिया में उन्हें हिम्मत दिखाने और कांग्रेस में शामिल होने की चुनौती दी. उन्होंने कहा, “थोड़ी हिम्मत दिखाओ, कल कांग्रेस में शामिल हो जाओ. है दम?” उन्होंने कहा, “कुछ लोग पहले ही पार्टी छोड़ चुके हैं, लेकिन वह इतनी आसानी से नहीं जाने वाली हैं.”

उन्होंने कहा, “मैं सिर्फ पार्टी कार्यकर्ता हूं और वे पार्टी के नेता और प्रवक्ता हैं. एक प्रवक्ता के तौर पर वे क्या संदेश देना चाहते हैं? वे सोशल मीडिया पर ऐसा पहली बार नहीं कर रहे हैं.”

लांबा ने कहा कि वे एक लाइव सर्वेक्षण के लिए बुधवार को जामा मस्जिद में एक जनसभा आयोजित करेंगी. भारद्वाज ने इसके बाद आप संयोजक का एक पत्र ट्वीट किया जिसमें अलका ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था.

उन्होंने कहा, “लोगों से पूछो कि क्या मुझे कांग्रेस में जाना चाहिए. अगर लोग राजी हों तो केवल इस पर हस्ताक्षर कर देना और आपका भाई सब संभाल लेगा. अगर जनता मना करती है तो अनुशासन में रहना.” लांबा ने भी भारद्वाज को जनसभा और सर्वेक्षण के लिए आमंत्रित किया.

नो कोममेंट्स प्लीज: ममता

उम्मीद तो नहीं तेरे आने की कभी
फिर भी न जाने क्यूँ ये दिल आस लिए बैठा है.

कम-ओ-बेश यही हालत ममता बेनर्जी की है। अप्रत्यक्ष गठबंधन और कुर्सी पीएम वाली की उम्मीद अभी बाकी है। इसीलिए तो न निगलते बनता है न उगलते बनता है। आज जब पत्रकारों ने ममता से कांग्रेस के घोषणा पत्र के बारे में पूछा तब उनकी हालत देखने वाली थी।

कोलकाता: लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha Elections 2019) में वोटरों को लुभाने के लिए कांग्रेस अपना घोषणा पत्र जारी कर चुकी है. ऐसे में घोषणापत्र पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का कहना है कि राजनीतिक दलों को अपने-अपने घोषणापत्रों में किये गये वादों के समुचित कार्यान्वयन पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए. पूर्व के चुनावों में अपनी पार्टी द्वारा के किए गए वादों में से अधिकतर को पूरा करने का दावा करते हुए तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि एक पार्टी का घोषणापत्र इसका ‘विजन डाक्यूमेंट’ होता है. इसलिए पार्टी की विश्वसनीयता बनाए रखने के लिए पार्टी को अपने वादों को पूरा करना चाहिए.

मुख्यमंत्री ने राज्य सचिवालय में मंगलवार को संवाददाताओं से बात करते हुए कहा कि, ‘‘घोषणापत्र एक पार्टी की विचारधारा को दर्शाता है इसीलिए पार्टियों को अपनी प्राथमिकताओं का ध्यान रखना चाहिए. आप पूरे घोषणापत्र को देखिये. हमने 200 से अधिक वादों को पूरा किया.’’ वहीं जब ममता बनर्जी से मंगलवार को जारी कांग्रेस के घोषणापत्र पर पूछा गया तो उन्होंने इस पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया.

उन्होंने कहा कि ‘किसी भी पार्टी के घोषणापत्र पर मेरी कोई टिप्पणी नहीं है. घोषणापत्र किसी भी पार्टी का विशेषाधिकार होता है, ऐसे में मैं कांग्रेस के घोषणापत्र पर कुछ नहीं कहना चाहती. हां कुछ कहना और कुछ करना अलग बात है. सबकी अपनी प्राथमिकताएं होती हैं, लेकिन जब कोई भी पार्टी जनता से कोई वादा करती है तो उन्हें उसे पूरा करना चाहिए.’

निरहुया अखिलेश के लिए चुनौती बन पाएंगे

राजनीति में कब किसके सितारे बुलंद हो जाए, इसका अनुमान लगाना बेहद मुश्किल होता है. कुछ यूं ही दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ के साथ हुआ है. निरहुआ कभी सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से मिलने का जुगाड़ लगाया करते थे. अब भोजपुरी कलाकार दिनेश लाल यादव आज़मगढ़ लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष व यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं.

नई दिल्ली: राजनीति में कब किसके सितारे बुलंद हो जाए, इसका अनुमान लगाना बेहद मुश्किल होता है. कुछ यूं ही दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ के साथ हुआ है. भोजपुरी कलाकार दिनेश लाल यादव को बीजेपी ने पूर्वी यूपी की आज़मगढ़ लोकसभा सीट से प्रत्याशी घोषित किया है. इसी सीट से समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष व यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं. 

भोजपुरी स्टार दिनेश लाल यादव एक ज़माने में समाजवादी पार्टी के नेताओं के बेहद करीबी माने जाते थे. निरहुआ सपा के लिए चुनाव प्रचार भी कर चुके हैं. निरहुआ सपा नेता सुभाष पाषी के बेहद अजीज़ दोस्त माने जाते हैं. यूपी की सियासत से जुड़े कई महत्वपूर्ण लोगों ने बताया कि यही निरहुआ सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से मिलने का जुगाड़ लगाया करते थे. बीजेपी में शामिल होने से कुछ महीनों पहले भी निरहुआ सपा नेता सुभाष पासी के माध्यम से अखिलेश से मिलने का समय मांग रहे थे. यही नहीं एक वक्त ऐसा भी था जब निरहुआ सपा का स्टाक प्रचारक भी बनना चाह रहे थे. 

लेकिन अब वक्त का पहिया कुछ यूं घूमा कि दिनेश लाल यादव उसी नेता के ख़िलाफ़ चुनावी मैदान में उतर रहे हैं, जिनसे मिलने का समय मांगा करते थे. हालांकि निरहुआ के लिए आज़मगढ़ सीट से चुनाव लड़ना बेहद चुनौती भरा होगा. क्योंकि ये सीट सपा की परंपरागत सीट मानी जाती है. फिलहाल आज़मगढ़ लोकसभा सीट से मुलायम सिंह यादव सांसद हैं. पूर्वांचल में आज़मगढ़ को समाजवादियों का गढ़ भी कहा जाता है.

निरहुआ के सामने दूसरी सबसे बड़ी चुनौती बीजेपी के स्थानीय नेता होंगे. पिछली बार रमाकांत यादव आज़मगढ़ से लोकसभा का चुनाव लड़े थे और हार गए थे. रमाकांत का आज़मगढ़ में अच्छा दबदबा है. इस बार भी रमाकांत आज़मगढ़ से चुनाव लड़ना चाह रहे थे लेकिन बीजेपी ने रमाकांत को टिकट नहीं दिया. रमाकांत की नाराज़गी निरहुआ पर भारी पड़ सकती है. कांग्रेस अखिलेश यादव के ख़िलाफ़ अपना प्रत्याशी नहीं उतारेगी, इससे मुस्लिम वोटों में बंटवारा नहीं होगा. 2017 के विधानसभा चुनाव में आज़मगढ़ की 10 विधानसभा सीट में से सपा- 5, बीएसपी- 4 और बीजेपी सिर्फ 1 सीट जीती थी. आज़मगढ़ लोकसभा सीट का जातीय समीकरण देखें तो यह सीट यादव-मुस्लिम बाहुल्य मानी जाती है. 

आज़मगढ़ का जातीय समीकरण:
यादव- 3.5 लाख
मुस्लिम- 3 लाख
दलित- 2.5 लाख
ठाकुर- 1.5 लाख
ब्राह्मण- 1 लाख
राजभर- 1 लाख
विश्वकर्मा- 70 हज़ार
भूमिहार- 50 हज़ार
निषाद- 50 हज़ार
चौहान- 75 हज़ार
वैश्य- 1 लाख
प्रजापति- 60 हज़ार
पटेल- 60 हज़ार

अगर आज़मगढ़ के इस जातीय समीकरण का विश्लेषण करें तो यादव, मुस्लिम, दलित, विश्वकर्मा, चौहान और प्रजापति सपा का वोट माना जाता है और ठाकुर, ब्राह्मण, भूमिहार, निषाद, वैश्य, पटेल बीजेपी के परंपरागत वोटर माने जाते हैं. अब देखना ये होगा कि क्या निरहुआ सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की साइकिल की पीछा कर पाएंगे?

ATHU helps a child reunite with his parents

Purnoor, Chandigarh; 3 April, 2019:

  Anti Human Trafficking Unit of W & CSU received an email dated 21.02.2019 from Snehalaya, Maloya to trace out the parents of master Ajay, Age – 14 years, who was got admitted in Snehalaya under the found/missing category.  On this the team of AHTU visited Snehalaya and interacted with the found children. The team of AHTU has worked hard to extract information from him. During interaction Master Ajay was not able to tell his parents and the proper address. The Team was constituted to trace out the parents of child under the leadership of Incharge Insp. Sukhdweep Singh. This Team of AHTU visited different places i.e. villages and colonies of Chandigarh to find the parents of Master Ajay. After getting some clue, the team of AHTU personally visited Kajehri, Chandigarh. After sincere efforts the team of AHTU succeeded in tracing the parents of child Master Ajay. The team of AHTU visited at Snehalaya Maloya alongwith the mother of Master Ajay namely Sundari W/o Feru R/o # 603, Kajehri, Chandigarh. The happiness of mother of Master Ajay touch the sky when she met her son. Now, Master Ajay has been re-united with his parents with the concerted efforts of Anti Human Trafficking Unit, Sec- 17, Chandigarh under the guidance of Sh. Charanjit Singh Virk, DSP/W&CSU, Sec- 17, Chd and after following the proper procedure before Child Welfare Committee, Chandigarh.

जीरकपुर बिग ब्रेकिंग जीरकपुर पुलिस ने एक निजी बस से 54 लाख की नगदी पकड़ी।

पंचकुला में नाके लगा कर फटके बजते बुलेट के चालान कटे

खबर ओर फोटो कपिल नागपाल

चुनावी सरगरमियों के चलते पंचकुला में हथियारों असलाहे पर बैन लगा दिया गया है। कई जगह तो लाइसेन्स धारकों से हथियार भी जमा कारवा लिए गए हैं। गोलियों की अववजों से चोंक जाने वाली सभाओं में किसी भी भगदड़ की आशंका बनी रहती है। इधर कोर्ट ने भी मोटर साइकल से बजाए जाने वाले धमाकों पर बैन लगा रखा है।

फोटो : कपिल नागपाल

आज पंचकुला पुलिस ने नाके लगा कर ऐसे बुलेट मोटर साइकलों के चालान काटे जो बुलेट की आवाज़ निकालते हैं।

फोटो : कपिल नागपाल

जीसीजी-14 की छात्राओं ने ली ISO की सदस्यता

राज कुमार, पंचकूला, 3 अप्रेल:

इंडियन नेशनल लोकदल पार्टी के छात्र संगठन इनेलो स्टूडेंट ऑर्गेनाइजेशन (आईएसओ) की बैठक सैक्टर 14 स्थित सरकारी गर्ल कॉलेज में हुई। इस दौरान सैकड़ों छात्राओं ने आईएनएलडी प्रदेश प्रवक्ता व आईएसओ जिला प्रभारी करुण चौधरी के नेतृत्व में आईएसओ में शामिल हुई। इस दौरान करुण चौधरी ने फूलों के हार पहनाकर छात्राओं का आईएसओ में स्वागत किया।

पूजा शर्मा को जिला पंचकूला गर्ल्स विंग का प्रेसिडेंट नियुक्त किया और अलका तिवारी चेयरमैन अर्चना यादव को कॉलेज प्रेसिडेंट व ममता शर्मा वाइस प्रेसिडेंट नियुक्त किया इस मौके पर करुण चौधरी ने कहा कि हर क्षेत्र में 50 प्रतिशत की भागेदारी लड़कियों की हैं, और लड़कियां हर क्षेत्र में अच्छा काम कर रही हैं।

उन्होंने कहा कि आईएसओ द्वारा पंचकूला गर्ल कॉलेज की लड़कियों को एक मंच दिया हैं ताकि वह अपनी आवाज़ को उठा सके और इनकी राजनीति में हिस्सेदारी ज्यादा से ज्यादा हो सके। उन्होंने बताया कि यह कॉलेज 2004 में चौटाला सरकार के दौरान बनाया गया था, इसके बाद 15 साल से अब तक पंचकूला में कोई और कालेज नहीं बना, और यहां के विद्यार्थियों को चंडीगढ़ में दाखिला लेना पड़ता हैं। उन्होंने कहा कि छात्र और युवाओं के कल्याण के लिए जितनी भी योजना बनी हैं, वह इनेलो पार्टी ने ही बनाई हैं। चाहे बस पास सुविधा की बात हो चाहे बेरोजगारी भत्ते की बात हो और चाहे स्कूलों कॉलेजों को अपग्रेड करने की बात हो । इनेलो पार्टी ने हमेशा युवाओं का सम्मान किया है।

जल्द ही सभी कॉलेज में आईसओ में संगठन के लिए ईमानदारी और मेहनत से काम करने वाले छात्र व् छत्राओ को आगे बढ़ने का मौका दया जयगा पूजा शर्मा ने कहा कि आईएसओ में शामिल होने का मतलब हैं कि यह कॉलेज चौटाला सरकार के समय में बनाया गया था , इसमें वह सभी तरह की सुविधाएं हैं जो दूसरे कॉलेज में नहीं हैं , हमे यह लगता हैं कि आने वाले समय में आईएनएलडी पार्टी ही हमारे मुद्दे उठा सकती हैं, लगभग आज मेर साथ सैकड़ों छात्राओं ने आईएसओ में शामिल हुए हैं और हमे इस पर गर्व हैं।

इस मौके पर विक्रम सिंह, राहुल, विकास , अमित , चैयरमेन अलका तिवारी , गर्ल्स विंग की जिला प्रधान पूजा शर्मा, उपप्रधान ममता शर्मा, कॉलेज प्रधान अर्चना यादव, सिमरन, अशिता, शिवानी , गरिमा , आरती चहल , मंजू , नवनीत कौर व अन्य छात्राएं शामिल थी।

हरियाणा सरकार द्वारा परीक्षाओं में पारदर्शिता बरते जाने की पोल पूरी तरह से खुल चुकी: योगेश्वर शर्मा

राज्य की सबसे बड़ी परीक्षा में पेपर लीक होने की बात को दबाया जा रहा है
सूचना देने वाले परीक्षार्थी द्वारा शोर मचाये जाने के बावजूद कोई कारवाई न किये जाने तथा उससे उसका पेपर भी वापिस ले लेने से मामला और भी संदेहस्पद हो जाता है कि आखिर हरियाणा सरकार अपने  किन खास चहेते परीक्षार्थियों को लाभ पहुंचाना चाहती थी? 

पंचकूला, 3 अप्रैल। आम आदमी पार्टी अंबाला लोकसभा के अध्यक्ष एवं जिला पंचकूला के अध्यक्ष योगेश्वर शर्मा का कहना है कि हाल ही में हुई हरियाणा सरकार द्वारा परीक्षाओं में पारदर्शिता बरते जाने की पोल पूरी तरह से खुल चुकी है। उन्होंने कहा कि यह खुलासा किसी आम परीक्षा में नहीं बल्कि प्रदेश की सबसे बड़ी हरियाणा सिविल सर्विसज की परीक्षाओं के दौरान लीक हुए पेपर को लेकर हुआ है। उन्होंने कहा कि पेपर लीक होने की सूचना देने वाले परीक्षार्थी द्वारा शोर मचाये जाने के बावजूद कोई कारवाई न किये जाने तथा उससे उसका पेपर भी वापिस ले लेने से मामला और भी संदेहस्पद हो जाता है कि आखिर हरियाणा सरकार अपने  किन खास चहेते परीक्षार्थियों को लाभ पहुंचाना चाहती थी? 

आज यहां जारी एक ब्यान में आम आदमी पार्टी अंबाला लोकसभा के अध्यक्ष एवं जिला पंचकूला के अध्यक्ष योगेश्वर शर्मा ने आगे कहा कि एचसीएस की परीक्षा के दौरान सोनीपत में पेपर लीक होने का खुलासा करने के बावजूद उस पर अभी तक कोई कारवाई न होने ने हरियाणा सरकार की पारदॢशता पर प्रश्रचिन्ह लगा दिया है। उन्होंने कहा कि सोनीपत में  गत 31 मार्च को हुई हरियाणा सिविल सर्विसज की परीक्षा के दौरान जिस परीक्षार्थी ने अपने पेपर लीक होने का मुद्दा उठाया था, उसने वहां परीक्षा लेने वालों से लेकर प्रशासन तक को इस बारे में शिकायत दी थी,मगर जब कोई सुनवाई नहीं हुई तो आज उसने यहां पंचकूला में एचपीएससी के दफ्तर में चेयरमैन के दफ्तर में इसकी लिखित शिकायत दर्ज करवायी है। उन्होंने कहा कि शिकायतकर्ता  दिनेश कुमार गौतम ने उनसे भी मुलाकात कर सारी कहानी उन्हें बताई है। उन्होंने कहा कि उसकी बातें सुनने के बाद वह एक निष्कर्ष पर पहुंचे हैं कि जब एक ग्रुप डी की परीक्षा के लिए  सभी परीक्षार्थियों का बायोमेट्रिक आधार से वेरिफिकेशन करवाया गया ताकि कोई गलत परीर्थी परीक्षा में ना बैठे  तो फिर एचएसपी की परीक्षा में ऐसा कुछ भी क्यों नहीं किया गया। ग्रुप डी की परीक्षा के दौरान प्रत्येक कमरे के अंदर जो भी परीक्षा रूम बनाया गया था, उसमें सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे लेकिन हरियाणा की सबसे बड़ी परीक्षा में ऐसा कुछ भी नहीं किया गया। गु्रप डी की परीक्षा में अंगूठा लगाने हेतु फॉरेंसिक लैब से स्वीकृत स्याही का प्रयोग किया गया था जोकि लगभग 20 साल तक खराब नहीं होती लेकिन इस परीक्षा में सामान्य स्याही का प्रयोग किया गया जोकि अपने आपमें एक प्रश्र है। किसी भी परीक्षा में पेपर बंद लिफाफे में आते हैं और परीक्षा शुरु होने से पहले खाले जाते हैं, मगर गौतम के अनुसार इसमें पहले से ही खुले पेपर बाहर से लाये गये थे। 

योगेश्वर शर्मा ने कहा कि हरियाणा की सबसे बड़ी परीक्षा को केवल एक एसडीएम की जांच जोकि खास मायने नहीं रखती, उसी को आधार बनाकर मामला रफा-दफा करने का प्रयास किया जा रहा है। सरकार  इस मामले को दबाना चाहती है। मगर आम आदमी पार्टी इस मामले को इतनी आसानी से दबने नहीं ेदगी और सरकार पर दबाब डालेगी कि इस परीक्षा को रद्द किया जाए और पूरे मामले की सीबीआई जांच करवायी जाए अन्यथा पार्टी इस मामले को लेकर सडक़ों पर उतरेगी।

भाजपा एक बुलबुला है – कांग्रेस एक लहर है जिसमें सबको साथ बहा ले जाने की शक्ति है: हुड्डा

चण्डीगढ़ 03 अप्रैल 2019
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने आज अपने आवास पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि कांग्रेस घोषणा पत्र में 72000/-रूपये सालाना न्यूनतम आय की गारंटी गरीबों का खुशहाल जीवन जीने का आधार बनेगी। किसानों का कर्ज माफ होगा, युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे व जीएसटी का सरलीकरण होगा।कांग्रेस जो कहती है वो करती है, जैसाकि राहुल गांधी ने राजस्थान, मध्य प्रदेश व छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव के दौरान किसानों का कर्ज माफ करने का वायदा किया, जो सरकार बनने पर दो दिन में कर दिखाया और जैसे हमने अपने शासनकाल में किसानों के 16 सौ करोड़ रूपये माफ किये व 3 लाख 82 हजार गरीब परिवारों को सौ-सौ गज के मुफ्त आवासीय प्लॉट दिये।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश भाजपा द्वारा अपने संकल्प पत्र में किये 154 वायदों को पूरा करना तो दूर 9 हजार करोड़ रूपये की लागत वाला हाईवे नं. 152-डी, जो इस्माईलाबाद (कुरूक्षेत्र) से कोटपूतली को जोड़ने वाला, अवार्ड करने के बाद रद्द किया। मेरठ से लोहारू-पिलानी जाने वाला हाईवे जो कांग्रेस शासनकाल में मंजूर हुआ था, को दादरी के बाद सिंगल रोड़ में बदल दिया। दादूपुर-नलवी नहर को किसानों को मिले मुआवजे के उपरांत भी रद्द कर पाटने का आदेश दिया। यही हाल बावल में बनने वाले लोजिसटिक हब का हुआ।
हुड्डा ने भाजपा के शासनकाल में हुई भर्तियों में पारदर्शिता बरते जाने के दावे पर भी सवाल उठाये और कहा कि इस दौरान कई घोटाले उजागर हुए, लेकिन सही जाँच नहीं की गई। एचएसएससी सर्विस सेल्ज काउंटर बना। छोटे कर्मचारी पकड़े गये पर बड़ी मछलियां छोड़ दी गई। सोनीपत में भर्तियों के नाम पर करोड़ों रूपये ऐंठ लिये गये। सरकार के पास घोटालेबाजों के नाम व जिनके पैसे ऐंठे गये, उनकी पूरी सूची पहुंची, पर पूरे खेल में भाजपा मंत्री का नाम आने से सही जांच नहीं हुई। भिवानी ग्रुप-डी की भर्ती के नाम पर 54 लाख रूपये ऐंठ लिये गये। मामले में मास्टर मांइड कौन था व किन बड़े लोगों की मिलीभगत से यह हो पाया, जांच नहीं हुई। एमपीएचडब्ल्यू के 106 कैंडिडेट ऐसे सलैक्ट कर दिये, जिनका शार्ट लिस्ट में नाम नहीं था। जैसाकि हमने पहले ही आशंका जाहिर की थी कि रोडवेज में किलोमीटर स्कीम एक बड़ा घोटाला है। अब यह मामला हाईकोर्ट तक पहुंच गया है। अब सरकार ने स्वयं विजिलेंस जांच के आदेश दिये, जो इस बात की पुष्टि करते हैं कि हमारी आशंका सही थी।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे बार-बार चेताने के बाद भी किसान विरोधी भाजपा सरकार की नींद नहीं टूटी। प्रदेश की मंडियों में विभिन्न कारणों से सरसों एमएसपी पर नहीं खरीदी जा रही, बल्कि कुछ मंडियों में किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य 4200/- रूपये प्रति क्विंटल की जगह 3300/- रूपये प्रति क्विंटल पर बेचने को मजबूर हैं। हमारी मांग है कि हर किसान की पूरी सरसों एमएसपी पर खरीदी जाये। भाजपा सरकार ने करनाल को स्मार्ट सीटी घोषित किया, जो केवल जुमला साबित हुआ, क्योंकि इस प्रोजैक्ट के लिए एक भी पैसा नहीं आया है। एक तरफ तो भाजपा सरकार छात्र संगठनों के चुनाव करवाने का श्रेय ले रही है, वहीं दूसरी ओर कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय के छात्रों की बात न वाईस चांसलर, न स्थानीय प्रशासन और न ही सरकार सुन रही है। सरकार को छात्रों से बात कर विश्वविद्यालय में शांति की बहाली करनी चाहिये। यह कैसी सरकार है जो कर्मचारियों का एचआरए हजम कर गई, अवैध खनन करवा पत्थर हजम कर गई और गरीबों की दाल को भी गलागप कर गई।
हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव व हरियाणा के प्रभारी गुलाम नबी आजाद की अगुआई में चली छः दिन की परिवर्तन यात्रा के बाद मैं दावे के साथ कह सकता हूँ कि प्रदेश की सभी लोकसभा सीटों पर कांग्रेस जीत दर्ज करेगी, क्योंकि भाजपा के कुशासन से सभी वर्ग नाखुश हैं व केवल कांग्रेस ही भाजपा से छुटकारा दिला सकती है। इस परिवर्तन यात्रा से दो संदेश गये – एक – सारी कांग्रेस एकजुट है और दूसरा – प्रदेश की जनता भाजपा की जनविरोधी सरकार को हटाने के लिए आतुर है। कांग्रेस पार्टी के कुशल नेतृत्व व जनसाधारण के लिये उसकी प्रतिबद्धता को लोग अंगीकार कर रहे हैं। कांग्रेस पार्टी सच्चाई व न्याय की पक्षधर है। झूठ और जुमलों पर टिकी एनडीए सरकार के पैर उखड़ रहे है। कांग्रेस पार्टी गेम चेंजर है, जबकि भाजपा केवल नेम चेंजर साबित हुई।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कांग्रेस पार्टी द्वारा जारी घोषणा पत्र का जिक्र करते हुए बताया कि यह निम्न छः मूल सिद्धान्तों पर टिका हैः-
1 – काम – रोजगार और विकास – रोजगार, उद्योग, आधारभूत ढ़ांचा और ग्रामीण विकास
आदि।
2 – दाम – सबके हितार्थ अर्थ व्यवस्था – कृषि, किसान और कृषि श्रमिक, आर्थिक नीति,
न्यूनतम आय योजना आदि।
3 – शान – हमारी दूरदर्शिता और दृढ़ इच्छा शक्ति पर गर्व – राष्ट्रीय सुरक्षा, आन्तरिक सुरक्षा, विदेश नीति, पूर्व सैनिक, केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बल आदि।

4 – सुशासन – स्वतंत्र और जवाबदेह संस्थानों की मदद से – संस्थान, न्यायपालिका, चुनाव
सुधार, मीडिया व मीडिया की स्वतंत्रता आदि।
5 – स्वाभिमान – वंचितों का आत्मसम्मान – महिला सशक्तिकरण, अनुसूचित जाति व जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग, जम्मु काश्मीर, पूर्वोत्तर राज्य, धार्मिक और भाषाई अल्पसंख्यक और वरिष्ठ नागरिक आदि।
6 – सम्मान – सभी के लिये सम्मानजनक जीवन – स्वास्थ्य देखभाल, शिक्षा, भोजन और पोषण सुरक्षा, बाल कल्याण, जल प्रबंधन व खेल आदि।
हुड्डा ने कहा कि घोषणा पत्र के अनुसार देश के सामने विकल्प बिल्कुल स्पष्ट हैः-
आजादी या भय
सद्भाव या घृणा
जोड़ना या तोड़ना
भाईचारा या भेदभाव
गरिमा या उत्पीड़न
सबकी खुशहाली या चंद लोगों की दौलत
परिणाम या जुमला
न्याय या अन्याय
कांग्र्रेस पार्टी प्रथम बिन्दु के पक्ष में है और उम्मीद है कि लोग भी यही चाहेंगे। देश के लोगों को देश के भविष्य और आने वाली पीढि़यों के भविष्य के लिए निर्णायक चुनाव में गम्भीरता और बुद्धिमता से फैसला लेना है – भावुकता से नहीं। समझिये, भाजपा एक बुलबुला है – कांग्रेस एक लहर है जिसमें सबको साथ बहा ले जाने की शक्ति है।


Mastermind at 12, arrested 2 cases of vehicle theft solved

Purnoor, Chandigarh April 3, 2019

Chandigarh police achieved a major success by nabbing 3 Juveniles from whom total 08 Vehicles (04 Motor Cycles, 03 Activa, 01 Aviator) recovered and 03 cases of PS 17 worked out. Remaining 5 vehicles are yet to be clarified that from where these vehicles were stolen. In these cases 02 vehicles recovered from the parking of RLA Sec-17, 02 from the PGI Parking, 3 from BDC 26 and 01 from Jungle area of Shani Mandir Dhanas.  The master mind of the team is the youngest one, a 12 years old little boy, student of 8th standard. He along with his two friends age 14 & 16 years were used to steal two wheelers parked in market area of Sector 22 & Sector 34. They are keeping one old key to steal the vehicles. After theft they drive the vehicle for pleasure only and parks that here and there after use. The master mind of the team youngest one has already been apprehended in 04 cases registered in PS Sarangpur & PS 17 theft case.

 Cases solved

1. Case FIR 04 dated 04.01.2019 U/s 379, 411 IPC PS-17 Chandigarh

2. Case FIR 94 dated 01.04.2019 U/s 379, 411 IPC PS-17 Chandigarh 3. Case FIR 97 dated 02.04.2019 U/s 379, 411 IPC PS-17 Chandigarh