भारतीय विमानों ने पाकिस्तान के दु:साहस पर पानी फेरा
चीन की शाह पर पाकिस्तान दु:sआहस दिखने की कोशिश में है। चीन द्वारा प्राप्त ड्रोन का उस पर इस्तेमाल न करने का कोई उत्तरदायित्व नहीं है। चीन पाकिस्तान को भारत में उकसावे के लिए प्रयोग कर रहा है। F-16 का भारतीय सीमा के नजदीक उड़ान भरना द्योतक है की अमेरिका भी पाकिस्तान के छ्द्म युद्ध में उसका परोक्ष रूप से साथ दे रहा है।
नई दिल्ली: भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव के बीच सीमा पर पाक की ओर से तनाव बढ़ाने की कोशिशें जारी हैं. हालांकि भारतीय सेना उसका जवाब उसी ढंग से दे रही है. अब रिपोर्ट सामने आई है कि पाकिस्तान की ओर से सोमवार को सीमा के पास बड़ी संख्या में ड्रोन और 4 एफ 16 लड़ाकू विमान भेजे गए. लेकिन इन्हें भारत के राडार ने पकड़ लिया. इसके बाद भारतीय लड़ाकू विमानों ने इन्हें पाकिस्तान की ओर खदेड़ दिया.
भारतीय वायुसेना ने सोमवार को पंजाब के खेमकरण सेक्टर में भारत-पाकिस्तान सीमा के समीप एक पाकिस्तानी ड्रोन नजर आने के बाद वहां सुखोई -30 लड़ाकू जेट विमानों को लगा दिया. इस घटना के बाद सीमा के समीप दो पाकिस्तानी एफ-16 लड़ाकू विमान भी देखे गये.
सूत्रों ने बताया कि सीमा पर मानवरहित यान के उड़ते हुए नजर आने के शीघ्र बाद सुखोई -30 एमकेआई जेट विमान तैनात कर दिए गए. जेट के हरकत में आने के बाद ड्रोन पाकिस्तानी क्षेत्र में लौट गया. यह घटना दिन में तीन बजकर 10 मिनट पर हुई. बालाकोट हवाई हमले के बाद पिछले चार हफ्ते में विभिन्न क्षेत्रों में पाकिस्तानी ड्रोनों के भारत-पाकिस्तान सीमा के बिल्कुल करीब आ जाने की कई घटनाएं सामने आयी हैं.
पिछले महीने एक मानवरहित यान राजस्थान के गंगानगर में घुस आया था जिसे सेना ने मार गिराया. पिछले महीने ही भारत-पाक सीमा के बीकानेर सेक्टर में भारतीय वायुसेना के सुखोई -30 लड़ाकू जेट ने हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल की मदद से पाकिस्तानी सैन्य ड्रोन को नष्ट कर दिया था.
पाकिस्तान के बालाकोट में 26 फरवरी को जैश ए मोहम्मद के प्रशिक्षण शिविर पर भारतीय वायुसेना के जंगी विमानों द्वारा बमबारी करने के बाद दोनों देशों में तनाव बहुत बढ़ गया था. पाकिस्तान ने अगले दिन भारतीय सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने की कोशिश की थी लेकिन भारतीय वायुसेना ने उसकी योजना नाकाम कर दी थी.
बालाकोट हवाई हमले से 12 दिन पहले कश्मीर के पुलवामा में आत्मघाती हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हुए थे. जैश ए मोहम्मद ने पुलवामा हमले की जिम्मेदारी ली थी.