राहुल अपनी 2नों सीटों से हारेंगे: मेनका
वर्षों से मात्र अपने काम से काम रखने वाली मेनका गांधी के सुर बदले बदले से हैं। संजय गांधी की मृत्यु के पश्चात गांधी परिवार ने जो कुछ भी मेनका गांधी और उनके 100 दिन के इकलौते बेटे के साथ जो कुछ भी किया वह घोर निंदनीय और शर्मनाक था। कहा जाता है की यह सब सोनिया गांधी के इशारे पर हुआ था। नेहरू के पश्चा यदि कोई फिर से कानून का स्नाटाटक है तो वह है वरुण गांधी, वैसे मेनका तो नेहरू के पश्चात वरुण ही को इकलौता स्नातक मानतीं आयीं हैं। संजय के पशकाट अमेठी में उनका पहला हक था जो उनसे छीन कर राजीव गांधीको दे दिया गया। कमल नाथ, सुरेन्द्र सिंह, पाइलट, टाईटलर जो संजय गांधी के एक इशारे पर अपनी जान देने को तैयार रहते थे वह संजय की चिता की आग ठंडी होने से पहले ही राजीव की चरणवंदना करने पहुँच गए थे।
मेनका ने सालों तक अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ते हुए एक परिपक्व नेतृत्व का प्रदर्शन किया है, वरुण को भी एक माँझे हुए राजनेता में ढालने में सफल हुई हैं, परंतु इतने सालों में भी वह अपने परिवार के प्रति मुखर नहीं हुईं। 2019 के चुनावों में उन्होने अपने दल से अपनी पुरानी प्रतिज्ञा खोलने की बात कही और उन्होने पहल निशाना संजय गांधी के भतीजे और भतीजी पर ही लगाया।
सुल्तानपुर: उत्तर प्रदेश में केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी इस बार सुल्तानपुर से चुनाव लड़ रही हैं. उनके बेटे वरुण गांधी उनकी सीट पीलीभीत से मैदान में हैं. आम तौर पर राजनीति में गांधी परिवार के लोग एक दूसरे पर छींटाकशी नहीं करते. लेकिन इन चुनावों में माहौल दूसरा है. केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी इस बार राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के सवाल पर न सिर्फ चुप्पी तोड़ रही हैं, बल्कि उन पर निशाना भी साध रही हैं. वह तो यहां तक कह चुकी हैं कि अगर बीजेपी उनसे कहेगी तो वह अमेठी में चुनाव प्रचार भी करेंगी.
सुल्तानपुर में चुनाव प्रचार के दौरान मेनका गांधी ने रविवार को राहुल गांधी के दो जगहों से चुनाव लड़ने के सवाल पर जवाब दिया. उन्होंने अपने चुनाव प्रचार के दूसरे दिन कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा पर वार करते हुए कहा की यदि प्रियंका बनारस से चुनाव लड़ती है तो उनके जीतने की गुंजाइश शून्य है.
मेनका गांधी ने कहा, राहुल गांधी अपनी दोनों सीटें गंवा देंगे. उन्होंने राहुल के अमेठी के साथ केरल से चुनाव लड़ने के सवाल पर कहा की बीजेपी दोनों सीटे जीतेगी. केरल की वायनाड सीट पर बीजेपी चुनाव नहीं लड़ रही है. यहां पर उसकी सहयोगी पार्टी चुनावी मैदान में है.
मेनका ने रविवार को सुल्तानपुर के प्रसिद्ध मंदिर विजेथुआ महाबीरन के दर्शन करने के बाद अपने चुनावी कार्यक्रम में लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा की सुल्तानपुर में इस बार यहाँ चुनाव की लड़ाई तो है ही साथ ही एक और लड़ाई भी है जो है कौरव और पांडव की लड़ाई है. एक तरफ ऐेसे नेता हैं जो शरीफ हैं. ईमानदार हैं. लोगों की सेवा करने निकले हैं और दूसरी तरफ ऐसे लोग हैं, जो बंदूख की नोक पर हर काम करते हैं. जब हम लोग वोट देते हैं किसी बंदूख वाले को तो हम अपने बच्चों नौजवानों को खतरे में डालते हैं. उन्होंने कहा कि मै एक मां हूं. आप सब मेरे बेटे हैं चाहे वो वरुण हो या राजेश हो. मेरे बेटे ने भी यहां के लिए बहुत काम किया है और मै भी काम करना चाहती हूं मेनका ने महिलाओं के दिल पर छाने के लिए कड़ी धूप में भी लगभग 500 मीटर तक पैदल चलकर कादीपुर चौराहे पर लगी सरदार बल्लभ भाई पटेल की मूर्ति पर पुष्प चढ़ाए.