भारत को मिला नया तीर्थ

नई दिल्‍ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंडिया गेट से कुछ दूर स्थित नेशनल वॉर मेमोरियल को देश के नाम समर्पित कर दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल 2014 में हुए लोकसभा चुनावों के दौरान एक वॉर मेमोरियल का वादा किया था। भारत में यह पहला ऐसा वॉर मेमोरियल है जहां आजादी के बाद हुए हर युद्ध के शहीदों के नाम दर्ज हैं। इस मौके पर दिल्ली के मेजर ध्यानचंद स्टेडियम में पूर्व सैनिकों को संबोधित करते पीएम मोदी ने कहा कि हमारे देश की सेना दुनिया की सबसे ताकतवर सेनाओं में से एक है।

नई दिल्ली। पीएम नरेन्द्र मोदी ने सोमवार शाम को एक कार्यक्रम में इंडिया गेट के पास देश को राष्ट्रीय युद्ध स्मारक समर्पित किया। इस दौरान उनके साथ रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण भी मौजूद थीं। मोदी ने 5.45 मिनट पर देश के पहले युद्ध स्मारक का उद्घाटन किया।

धर्म के गुरुओं ने वॉर मेमोरियल पर शांति का पाठ कराया
पीएम मोदी ने पहला युद्ध स्मारक देश को समर्पित कर दिया है। सभी धर्म के गुरुओं ने वॉर मेमोरियल पर शांति का पाठ कराया, इसके बाद शहीदों को सलामी दी गई। पीएम मोदी ने यह भी कहा कि देश की सेना को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में हम लगातार काम कर रहे हैं। जिन फैसलों को नामुमकिन समझा जाता था, उन्हें मुमकिन बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमने रक्षा उत्पादन के पूरे इको-सिस्टम में बदलाव की शुरुआत की है। 

बड़े-बड़े देश हमारे साथ रक्षा सहयोग समझौता करना चाहते हैं
पीएम मोदी ने कहा कि आज पूरी दुनिया में भारतीय सेना को सम्मान मिल रहा है। उन्होंने कहा कि हमारे प्रयासों में दुनिया के बड़े-बड़े देश हमारे साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलना चाहते हैं। यही कारण है कि 2016 में हमारे इंटरनेशनल फ्लीट रिव्यू में 50 देशों की नौसेनाओं ने हिस्सा लिया था। उन्होंने कहा कि यही कारण है कि एक के बाद एक देश हमारे साथ रक्षा सहयोग के समझौते करना चाहते हैं।

सेना को बनाया कमाई का साधन
पीएम मोदी ने राफेल के मसले पर जवाब देते हुए कांग्रेस पर पलटवार किया। उन्होंने कांग्रेस सरकारों के दौरान हुए रक्षा सौदों और सेना की अनदेखी के आरोप लगाते हुए राफेल को रोकने की साजिश का आरोप लगाया। 

युद्ध स्मारक संकल्प से सिद्धी का प्रतीक
पीएम मोदी ने इस दौरान कहा कि राष्ट्रीय समर स्मारक की मांग कई दशक से निरंतर हो रही थी। बीते दशकों में एक-दो बार प्रयास हुए लेकिन कुछ ठोस हो नहीं पाया। उन्होंने कहा, आपके आशीर्वाद से साल 2014 में हमने राष्ट्रीय समर स्मारक बनाने के लिए प्रक्रिया शुरु की और आज तय समय से पहले ही इसका लोकार्पण होने वाला है। यह संकल्प से सिद्धी का भी प्रतीक है। 

पीएम मोदी ने राफेल मुद्दे पर जवाब देते हुए कांग्रेस पर पलटवार किया। उन्होंने कांग्रेस सरकारों के दौरान हुए रक्षा सौदों और सेना की अनदेखी के आरोप लगाते हुए राफेल को रोकने की साजिश का आरोप लगाया। पीएम मोदी ने कहा कि पहले सरकारों ने देश के वीर बेटे-बेटियों के साथ सैनिकों और राष्ट्र की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ किया गया। यहां तक कि सेना के लिए बुलेट प्रूफ जैकेट नहीं खरीदी गईं। लेकिन हमारी सरकार ने 2 लाख 30 हजार से ज्यादा बुलेट प्रूफजैकेट खरीदीं। पीएम मोदी ने यह भी आरोप लगाया कि पहले सरकारों ने अपनी कमाई का साधन बना लिया था.

आजादी के बाद से ही इस स्मारक की मांग होती आई थी, लेकिन ये ख्वाहिश आज पूरी होने जा रही है। दिल्ली में इंडिया गेट के ठीक सामने बने इस स्मारक में देश के सैनिकों का सम्मान किया गया है। प्रधानमंत्री ने रविवार को अपने मन की बात कार्यक्रम में इसका ऐलान किया था।

2012 में इंडिया गेट जगह हुई थी फाइनल
गौरतलब है कि इस तरह का स्मारक बनाने को लेकर पहली पहल 1970 में की गई थी। जिसके बाद 2012 में ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स ने इंडिया गेट के पास जगह को फाइनल किया था। 2012 के बाद से ही शहरी मंत्रालय, रक्षा मंत्रालय, वित्त मंत्रालय और गृह मंत्रालय मिलकर इस प्रोजेक्ट को अंजाम देने में जुटे थे। इस युद्ध स्मारक में 1947-48 से लेकर भारत-चीन, भारत-पाक युद्ध की जानकारी व शहीदों के बारे में विस्तार से बताया जाएगा। 

महबूबा मुफ़्ती ने आर्टिकल 35 – a पर राष्ट्र को धमकाया

जम्मू-कश्मीर को विशेष अधिकार देने वाले अनुच्छेद 35ए की वैधता को लेकर सुप्रीम कोर्ट में इस हफ्ते सुनवाई हो सकती है. पुलवामा हमले में 40 जवानों की शहादत के बाद माना जा रहा है कि केंद्र की मोदी सरकार का रुख मुद्दे पर बदल सकता है. ऐसे में जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने आग से न खेलने की चेतावनी देते हुए कहा कि यदि अनुच्छेद 35ए पर हमला किया गया तो उन्हें नहीं पता कि कश्मीर के लोग तिरंगे के बजाय कौन सा झंडा उठा लेंगे.

जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा, ‘आग से मत खेलें, 35ए का बाजा न बजाएं. अगर ऐसा हुआ तो आप वो देखेंगे जो 1947 से अब तक नहीं हुआ है. अगर इस पर हमला किया जाता है तो मैं नहीं जानती कि जम्मू कश्मीर के लोग तिरंगे की जगह कौन सा झंडा पकड़ने को मजबूर हो जाएंगे.’ इससे पहले नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अबदुल्ला ने कहा था कि केंद्र और राज्यपाल की सिर्फ एक जिम्मेदारी बनती है कि वे चुनाव कराएं और लोगों को फैसला लेने दें. नई सरकार अनुच्छेद 35ए को बचाने के लिए खुद फैसला करेगी.

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Valley rife with speculation about status of Article 35. Before taking a decision, GoI must consider-
1. J&K was the only Muslim majority state that chose a secular India over Pak during partition.
2. Article 370 is the constitutional connection between J&K & Indian Union.2:56 am – 24 Feb 2019

2. Article 370 is the constitutional connection between J&K & Indian Union.2:56 am – 24 Feb 2019

गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 35ए की वैधानिक मान्यता को चुनौती देने वाली कई याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई पहले से ही चल रही है. लेकिन पुलवामा हमले के बाद बाद एक बार फिर अनुच्छेद 370 और अनुच्छेद 35ए को हटाने की मांग ने जोर पकड़ा है. हालांकि जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने सुप्रीम कोर्ट में एक दिन पहले अपना रुख साफ किया है कि अनुच्छेद 35ए पर सिर्फ चुनी हुई सरकार ही फैसला ले सकती है.

क्या है अनुच्छेद 35ए?

अनुच्छेद 35ए जम्मू-कश्मीर की विधानसभा को राज्य में स्थायी नागरिक की परिभाषा तय करने का अधिकार देता है. इसके अनुसार जम्मू-कश्मीर से बाहर का कोई भी व्यक्ति यहां अचल संपत्ति नहीं खरीद सकता. इसके साथ ही किसी बाहरी व्यक्ति के यहां की महिला से शादी करने पर भी संपत्ति पर उसका अधिकार नहीं हो सकता.

14 मई 1954 को देश पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद के आदेश पर संविधान में अनुच्छेद 35ए जोड़ा गया था. यह आदेश महाराजा हरि सिंह और भारत सरकार के बीच हुए समझौते के तहत दिया गया था. राष्ट्रपति ने संविधान के अनुच्छेद 370 (1) (d) के जरिए अनुच्छेद 35ए का प्रावधान किया था. इसके मुताबिक राष्ट्रपति जम्मू-कश्मीर के हित में कुछ खास ‘अपवादों और परिवर्तनों’ को लेकर फैसला लेने के लिए स्वतंत्र हैं.

कई लोगों का मानना है कि संविधान में अनुच्छेद 35ए जोड़ने के लिए उचित प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया. क्योंकि संविधान में अनुच्छेद 35ए के लिए संविधान संशोधन का कानून पास नहीं कराया गया था.

उत्तराखंड और मध्यप्रदेश में सपा 4 सीटों पर लड़ेगी चुनाव बाकी पर बसपा

उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और बीएसपी गठबंधन के तहत चुनाव लड़ रहे हैं, समाजवादी 37 सीटों पर तो बीएसपी 38 सीटों पर चुनाव लड़ेगी

उत्तर प्रदेश में गठबंधन के बाद समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी मध्य प्रदेश और उत्तराखंड में भी एकसाथ मिलकर लोकसभा का चुनाव लड़ेंगी. एसपी प्रमुख अखिलेश यादव और बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने एक संयुक्त प्रेस विज्ञप्ति जारी कर इसकी सूचना दी.

इस गठबंधन के तहत मध्य प्रदेश में समाजवादी पार्टी महज तीन सीटों- बालाघाट, टीकमगढ़ और खजुराहो सीट पर चुनाव लड़ेगी. बाकी सभी सीटों पर बीएसपी के प्रत्याशी मैदान में होंगे. उधर उत्तराखंड में एसपी के खाते में एक सीट गई है. गठबंधन के तहत एसपी गढ़वाल (पौड़ी) लोकसभा सीट से चुनाव लड़ेगी. शेष चार सीटों पर बीएसपी उम्मीदवार मैदान में होंगे.

गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और बीएसपी गठबंधन के तहत चुनाव लड़ रहे हैं, समाजवादी 37 सीटों पर तो बीएसपी 38 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. गठबंधन में राष्ट्रीय लोक दल को भी तीन सीटें दी गई हैं. वहीं कांग्रेस के गढ़ अमेठी और रायबरेली में गठबंधन कोई प्रत्याशी खड़ा नहीं करेगा.

बता दें हाल ही में संपन्न हुए मधुआ प्रदेश विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी एक सीट और बहुजन समाज पार्टी को दो सीट पर जीत हासिल हुई थी. विधानसभा चुनाव में दोनों ही दल अलग-अलग लड़े थे. कई सीटों पर एसपी-बीएसपी उम्मीदवारों ने कांग्रेस के गणित को खराब किया था. दिलचस्प बात ये है कि मध्य प्रदेश में दोनों ही दलों ने कांग्रेस सरकार को समर्थन दिया है, लेकिन लोकसभा चुनाव के लिए बनने वाले गठबंधन में कांग्रेस को दूर ही रखा गया है.

जांच रोकने की अर्ज़ी और चुनाव लड़ने की मर्ज़ी के पीछे की मंशा

सारिका तिवारी॰
25 फरवरी, 2019:

इसके एक दिन पहले ही वाड्रा ने अपने फेसबुक पोस्ट के जरिए संकेत दिया था कि वह राजनीति से जुड़ने पर विचार कर रहे हैं.
कुछ ही दिन में आचार संहिता लागू होने वाली है और उनके नामांक्न भरने के बाद कोई भी जांच एजन्सि उनसे चुनाव तक पूछ ताछ नहीं कर पाएगी
ईडी ने धन शोधन से जुड़े एक मामले में पिछले साल वाड्रा के कार्यालय में छापेमारी कर ये दस्तावेज जब्त किए थे.

अदालत ने मनी लॉड्रिंग के मामले में पूछ ताछ पर फिलहाल रोक लगाने की याचिका खारिज करते हुये  रॉबर्ट वाड्रा को कल यानि  मंगलवार से ईडी के सामने पेश होने के निर्देश देते हुए जांच में सहयोग करने का आदेश दिया है.

राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि vadra कांग्रेस कि ओर से मुरादाबाद से संभावित उम्मीदवार हो सकते हैं शायद इसीलिए अदालत मे उन्होने पूछ ताछ रोकने के लिए याचिका दी थी क्योकि कुछ ही दिन में आचार संहिता लागू होने वाली है और उनके नामांक्न भरने के बाद कोई भी जांच एजन्सि उनसे चुनाव तक पूछ ताछ नहीं कर पाएगी।

पिछले दिनों वाड्रा ने अपने फेसबुक पोस्ट के जरिए संकेत दिया था कि वह राजनीति से जुड़ने पर विचार कर रहे हैं. उन्होंने लिखा कि वर्षों की सीख और अनुभव यूं बेकार नहीं जाना चाहिए और इसे बेहतर इस्तेमाल में लाया जाना चाहिए. उन्होंने आगे लिखा कि, ‘देश के विभिन्न हिस्सों में वर्षों और महीनों तक काम करते हुए मुझे उन लोगों के लिए खास कर यूपी में और अधिक काम करने का एहसास हुआ, जहां मेरी छोटी सी कोशिश बहुत से परिवर्तन कर सकती है. मैंने इन जगहों पर सच्चा प्यार, स्नेह और सम्मान प्राप्त किया जो मुझे बहुत विनम्रतापूर्वक मिला.’

प्रियंका गांधी के सक्रिय राजनीति में उतरने के बाद अब उनके पति रॉबर्ड वाड्रा से पोस्टर के जरिये अपील की जा रही है कि वो राजनीति में उतरने की गुजारिश की जा रही है. पोस्टर में वाड्रा के मुरादाबाद लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ने के लिए कहा जा रहा है. इस पोस्टर में यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की भी तस्वीरें लगी हुई हैं. राजनीति में उतरने के बारे में बात करते हुए एक न्यूज एजेंसी से रॉबर्ट वाड्रा ने कहा कि पहले वो अपने ऊपर लगे बेकार के आरोपों से बरी हो जाएं. उन्होंने कहा कि वो इस दिशा में काम करना शुरू कर चुके हैं. जल्दबाजी नहीं है. लोगों को लगता है कि मैं बदलाव ला सकता हूं.

विशेष न्यायाधीश अरविन्द कुमार ने कहा कि सोमवार को ईडी को निर्देश दिया कि वाड्रा को उनके कार्यालय से पिछले साल जब्त किए गए दस्तावेजों की प्रति पांच दिन के भीतर मुहैया कराए. अदालत ने ईडी की जांच रोकने का निर्देश देने का अनुरोध करनेवाली याचिका पर सुनवाई के लिए अगली तारीख दो मार्च तय की है. वाड्रा ने शनिवार को अदालत में अर्जी देकर कहा था कि ईडी जब्त दस्तावेजों के आधार पर उनसे पूछताछ कर रहा है, इसलिए उन्हें सब दस्तावेजों की प्रति उपलब्ध कराई जानी चाहिए. एजेंसी ने सात दिसंबर, 2018 को दिल्ली में वाड्रा के कार्यालयों पर छापा मारा था.

ईडी ने धन शोधन से जुड़े एक मामले में पिछले साल वाड्रा के कार्यालय में छापेमारी कर ये दस्तावेज जब्त किए थे. गौरतलब है कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के जीजा और प्रियंका गांधी के पति वाड्रा विदेशों में संपत्तियों की कथित खरीद और राजस्थान के बीकानेर में कथित जमीन घोटाला मामलों में आरोपी हैं. 

वाड्रा पर आरोप है कि उन्होंने 19 लाख ब्रिटिश पाउंड मूल्य की संपत्ति लंदन के 12, ब्रायनस्टन स्क्वॉयर इलाके में धनशोधन के जरिए खरीदी है. जांच एजेंसी ने अदालत को बताया कि उसे ऐसी सूचना मिली है कि लंदन में वाड्रा की अनेक नयी संपत्तियां हैं. इनमें दो घर भी हैं, जिनमें एक का मूल्य 50 लाख और दूसरे का 40 लाख ब्रिटिश पाउंड है. इसके अलावा उनके छह अन्य घर और अन्य संपत्तियां हैं. वाड्रा पर आरोप है कि उन्होंने 19 लाख पाउंड की ब्रिटिश संपत्ति खरीदी है. ये संपत्ति लंदन के 12, ब्रायनस्टन स्क्वॉयर इलाके में मनी लॉन्ड्रिंग के जरिए खरीदी गई है.

रॉबर्ट वाड्रा की पत्नी प्रियंका गांधी वाड्रा को हाल ही में कांग्रेस ने महासचिव नियुक्त किया है. पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने उन्हें पूर्वी उत्तर प्रदेश का जिम्मा सौंपा है. वहीं वाड्रा से मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) इन दिनों पूछताछ कर रही है. वाड्रा ने खुद पर लगे इन इल्जामों को बेवजह बताया है. उन्होंने कहा कि देश के लोगों ने धीरे-धीरे महसूस किया कि इन आरोपों में कोई भी सच्चाई नहीं है.

‘Youth to give back to the Nation’ – Manpreet Singh Badal

Chandigarh February 25, 2019

        ‘Youth has the power to change anything and can be instrumental in making country free from corruption, unemployment, poverty and drug free society’ said Sh. Manpreet Singh Badal, Hon’ble Finance & Planning Minister, Government of Punjab at the National Conference organized by Centre for the Study of Social Exclusion and Inclusive Policy, Panjab University(PU), Chandigarh, on Electoral Strategy of Political Parties in the forthcoming Lok Sabha Elections, here today.

        The Hon’ble Minister addressed the youth as the next generation of the country and urged them to collectively take the nation to great heights irrespective of the language, creed, colour, caste and religion. He added that it’s time to give back to the nation by making all efforts for securing a honourable place in the community of nations for India.

        Mr. Charanjit Singh Channi, Minister of technical Education, Punjab was the Guest of Honour during this event. In the valedictory session, he said that connection with people plays a very important role in electoral strategies in any elections. He also appealed to the youth to participate in political activities because it is the youth who can give a new direction to Indian Politics.

        Prof. Raj Kumar, Vice Chancellor, PU in his welcome address expressed gratitude on his behalf and on behalf of PU fraternity with

respect to recent enhancement of 6 percent annual budget to the University. He appreciated the Hon’ble Minister for his willingness to help PU and its constituent colleges. He informed that already a proposal worth Rs.50 crores has been submitted for building maintenance.   

        The keynote speaker Prof. Zoya Hasan from JNU, Delhi said that the BJP has come to the centre stage of the Indian electoral scene.Through its policies the BJP  is replacing the pluralist democracy with majoritarian democracy. She said that it is a matter of concern that the incumbent government is trying for complete take over of political, social, cultural and intellectual space. She suggested the coalition of political parties can put up a strong resistance to this hegemony politics.

        Prof. Sanjay Kumar, Director, Centre for the Study of Developing Societies (CSDS), New Delhi while addressing the seminar focused that how ideology, money and caste community effect electoral behaviour in India. He added that national and regional elections use different strategies.

        Prof. A.S. Narang in his valedictory address said that regional parties are gaining significance in current electoral scenario. He also cautioned that politics based on  populism is taking precedence over issues of public importance.

        Prof. Emanual Nahar, the coordinator of the conference, informed that many renowned scholars namely Prof. Mujibur Rehman, Prof. A.D. Mishra, Dr. Sanjiv Kumar, Prof. Khalid Mohamed, Dr.Mudrain from different universities presented their very insightful papers during this conference.

National Pharmacy Teachers Training Programme Begins at PU

Chandigarh February 25, 2019
        A one week Faculty Training School, on “Modern Bioanalytical Techniques for Drug Discovery” from 25 February to 2 March 2019 was inaugurated today at University Institute of Pharmaceutical Sciences (UIPS), Panjab University Campus, for pharma faculty participants across the country under the initiative of UGC Networking Resource Centre (NRC). 
        A total of 20 participants have been selected for training, hailing from 
various Colleges/Universities, representing 10 different states of India. The training school started today i.e. February 25, 2019 in the Golden Jubilee Seminar Hall of Panjab University Campus, with an aim to sensitize and train the human resources so that they can be better equipped with the applications of modern bioanalytical techniques in drug discovery and get motivated to apply them in their respective areas of interest. 
        Professor Kanwaljit Chopra, Chairperson, UIPS, Programme Coordinator, UGC-NRC welcomed the participants and briefed them about the accomplishments of UGC-NRC programmes. 
        Professor Poonam Piplani, Course Coordinator of the training school summarized about the course content to the participants and Professor Ranju Bansal, Joint Course Coordinator of the course, took charge of the proceedings of the event. 
        Professor T. R. Sharma, Executive Director, National Agri Food Biotechnology Institute, Mohali, Punjab, was the Chief Guest and delivered a highly informative talk on latest biotechnological approaches being adopted to enhance food and nutritional security in the country. 
        Professor Vasundhara Singh from PEC University of Technology, Chandigarh acquainted the participants with the concept of UV-Visible Spectroscopy as a Bioanalytical Tool. 
        UIPS is the first and the only Pharmacy Institute in the country selected by MHRD for creating UGC Networking Resource Centre to promote and foster research and academics in the field of Pharmaceutical Sciences by training young pharma trainers, selected across the Nation

Prof Ashish Jain assumes charge of IQAC Director, PU

Chandigarh February 25, 2019
Prof Ashish Jain assumes charge of IQAC Director, PU. Dr Ashish Jain, professor and head of the department of Periodontology at Panjab University Dental Institute has been appointed as new Director of IQAC at 
Panjab University. Dr Jain takes over from Prof Rajiv Lochan who has completed his three year tenure. The university had sought applications from the professors of the university for this important assignment and after a thorough peer scrutiny , Dr Jain’s name was finalized for this post.
Dr Jain had been the Principal of the the dental institute at the university for six years and is credited with the starting of MDS courses in six specialties. He is a post graduate of Nair Dental Hospital, Mumbai. Dr Jain has done double post-docs from Harvard University and Boston University. He has rich International experience being adjunct faculty at Forsyth Institute and Tufts University,USA.
The post of Director, IQAC is crucial for the university at this time, since it is struggling to retain its premiere position in various national and international rankings. Dr Jain said that while he is humbled at this honor, at the same time he is determined to work with all stakeholders of the university to ensure that ‘Quantifiable Quality’ becomes the language in the university. He said that he shall immediately initiate discussions with all the organs of the university to draw an all inclusive implementable and practical plan to get the university at the pinnacle of the rankings and otherwise.

अभिभावक पात्र छात्राओं के वोट अवश्य बनवाएं-डा. बलकार सिंह

नागरिक बिना लालच एवं भय के अपने मत का प्रयोग करें

पंचकूला 25 फरवरी। लोकतंत्र में ज्यादा से ज्यादा युवाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए मुख्य निर्वाचन अधिकारी हरियाणा के निर्देशानुसार 27 फरवरी तक विशेष अभियान चलाकर जिला के विभिन्न शिक्षण संस्थानों में पात्र युवाओं के नए वोट बनाने का कार्य किया जाएगा। 

यह जानकारी उपायुक्त एवं जिला निर्वाचन अधिकारी डा. बलकार सिंह ने सैक्टर 14 स्थित राजकीय महाविद्यालय के सभागार में विशेष जागरूकता अभियान के तहत आयोजित कार्यक्रम के दौरान दी। उन्होंने कहा कि हमारे देश में युवा सबसे अधिक है। लोकतंत्र में इनकी भूमिका को ओर ज्यादा बढाने के लिए यह विशेष अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि विशेषकर समाज में लड़कियों की आयु 18 वर्ष हो जाने पर अभिभावक उसका वोट बनवाने की ओर ध्यान नहीं देते। उनकी सोच है कि लड़की शादी के बाद ससुराल में ही अपना वोट बनवा लेगी। लेकिन आयु पूरी होने पर उसका वोट अभिभावक बनवा लेते है तो वह आसानी स्थानान्तरण किया जा सकता है। इसलिए विशेषकर अभिभावकों से अनुरोध है कि प्रजातंत्र में अहम भूमिका निभाने हेतू लड़कियों का वोट बनवाना अनिवार्य है। 

जिला निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि विभाग द्वारा पात्र युवाओं के वोट बनाने के लिए जिला की शिक्षण संस्थाओं में विशेष शिविर आयोजित किए जा रहे है। इसके तहत 26 फरवरी को राजकीय महाविद्यालय बरवाला, देवीदयाल इंजीनियरिंग महाविद्यालय बरवाला, औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान रायपुररानी, पंचकूला इंजिनियरिंग महाविद्यालय मौली तथा 27 फरवरी को गांव जलौली स्थित बीआरएस डैंटल महाविद्यालय व मौरनी स्थित महिला पोलटैक्नीकल कालेज में विशेष शिविर के तहत नए वोट बनाने का कार्य किया जाएगा। 

श्री सिंह ने कहा कि आम चुनाव 2019 में जिन मतदाताओं के नाम वोटर लिस्ट में होगें वही मतदान कर सकेगे। इसलिए सभी मतदाताओं को वोटर लिस्ट अवश्य चैक कर लेनी चाहिए कि उनका मतदाता सूची में नाम दर्ज है या नही। यदि किसी कारण से मतदाता सूची में नाम दर्ज नहीं है तो वे फार्म न0 6 भरकर अपना नाम दर्ज करवा सकते है। उन्होंने कहा कि मतदाता टोल फ्री न0 1950 पर कॉल करके अपना वोटर लिस्ट मे नाम पता कर सकते है। इस विशेष अभियान के दौरान नाम दर्ज करवाने के साथ साथ शुद्विकरण व स्थानान्तरण आदि के कार्य भी किए जाएगें। 

जिला निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि पात्र नागरिक अपना वोट अवश्य बनवाएं और प्रजातंत्र में अच्छी सरकार का चयन करने मेें सहयोग करें। उन्होंने कहा कि वोट बनवाना ओर उसका उपयोग करना लोकतंत्र में अत्यंत अनिवार्य है। इसलिए संस्थानों के शिक्षक भी पात्र युवाओं के वोट बनवाने में सक्रिय सहयोग करें ताकि वोट की महता के बारे में जागरूक युवा निर्भय होकर बिना लालच के अपने मत का प्रयोग कर सकें।  

इस मौके पर कालेज की प्राचार्य डा. अनुराधा शर्मा ने आश्वस्त किया कि वे पात्र युवाओं के वोट बनवाने में पूर्ण सहयोग करेंगें। नगराधीश गगनदीप, चुनाव कार्यालय के सहायक अजय राठी, वीरेन्द्र सिंह सहित महाविद्यालय के भारी संख्या में छात्राएं एवं शिक्षक मोैजूद रहे। 

हथियारधारकों के लिए UIN लेना हुआ अनिवार्य

आप सभी लाइसैंस धारकों को सूचित किया जाता है कि गृह मंत्रालय की ओर से एक नोटिफिकेशन जारी हुई है कि जिन लाइसैंस धारको के शस्त्र लाइसैंस पर UIN (online) नम्बर जारी नही हुआ है, वो 31 मार्च 2019 से पूर्ण अपने शस्त्र लाइसैंस को अपनी शस्त्र लाइसैंस अथोरिटी से सम्पर्क करके online करवाकर UIN प्राप्त करना सुनिश्चित करें । 31 मार्च 2019 तक जिन शस्त्र लाइसैंसो पर UIN जारी नही हुआ, वो शस्त्र लाइसैंस वैध नही रहेगें ।

Workshop on “Rass and Bhaav”

About Workshop

A workshop based on an important elements of Theatre & Dance ”Rass & Bhaav” was organized on 27th day under the 14th Winter National TheaterFestival , conducted by well-known dance guru, Mrs SuchitraMitraji.

Suchitraji is proficient in Bharatanatyam, Kathakkali, Manipuri and Assamese dance styles, and the country has given many performances abroad.

 Suchitra Mitraji told that the expressions prove very helpful in expressing Navaras and that they have a natural nature, just one person should try to be an artist especially from time to time

To express the feeling within your conscience.

He defined young actors by defining acting in a more constructive manner that the ‘Abhinaye’ word is made up of two words, in which the definition of ‘Abhi’ is to present the image of any character to the audience and ‘naye’ means Without self-assertiveness

According to SuchitrajiNatyaShastra, the four types of acting are considered as sattvik, Aangik,Vaachik, and Aharyik.

Suchitraji also told that a strong actor has the identity that he is associated with the audience through imagination and hypothesis in such a way that the audience feels himself connected with that story.

On Monday, the workshop of Suchitraji will be extended under the second session, in which young artists will get some new nuances related to ”Rass & Bhaavs” .