पाकिस्तान में रह रहे जैश ए मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर की नकेल कसने में भारत को शुरुआती समर्थन मिला है. इस मामले में भारत को फ्रांस का समर्थन मिला है. सूत्रों के हवाले से खबर है कि फ्रांस ने मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित करने के लिए कदम उठाने की बात कही है. फ्रांस इस बारे में संयुक्त राष्ट्र में प्रस्ताव लेकर आएगा. बताया जा रहा है कि फ्रांस अगले दो दिन में ऐसा प्रस्ताव लेकर आएगा.
पुलवामा हमले पर भारत के नजरिए का फ्रांस ने समर्थन किया है. इसे भारत की बड़ी कूटनीतिक जीत माना जा रहा है. मसूद अजहर के संगठन जैश ए मोहम्मद ने पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हमले की जिम्मेदारी ली थी. इस हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हुए थे.
यह दूसरा मौका होगा जब फ्रांस संयुक्त राष्ट्र में ऐसे किसी प्रस्ताव के लिए पक्ष बनेगा. 2017 में अमेरिका ने ब्रिटेन और फ्रांस के समर्थन से संयुक्त राष्ट्र की प्रतिबंध समिति 1267 में एक प्रस्ताव पारित किया था, जिसमें पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन के प्रमुख पर प्रतिबंध की मांग की गई थी. इस प्रस्ताव पर चीन ने अड़ंगा लगा दिया था.
एक वरिष्ठ फ्रांसीसी सूत्र ने बताया, ‘फ्रांस संयुक्त राष्ट्र में मसूद अजहर को आतंकी सूची में डालने के लिये एक प्रस्ताव का नेतृत्व करेगा. यह अगले कुछ दिनों में होगा.’
फ्रांसीसी सूत्रों ने बताया कि फ्रांस के इस फैसले पर फ्रांस के राष्ट्रपति के कूटनीतिक सलाहकार फिलिप एतिन और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के बीच मंगलवार सुबह चर्चा हुई.
इस दौरान हमले को लेकर अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करते हुए फ्रांसीसी कूटनीतिज्ञ ने इस बात पर भी जोर दिया कि दोनों देशों को अपने कूटनीतिक प्रयासों में समन्वय करना चाहिए.
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2019/02/images-1-3.jpg182277Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-02-19 17:53:252019-02-19 17:53:27‘फ्रांस संयुक्त राष्ट्र में मसूद अजहर को आतंकी सूची में डालने के लिये एक प्रस्ताव का नेतृत्व करेगा.
पुलवामा हमले पर मंगलवार को रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. उन्होंने बताया कि भविष्य में पुलवामा आतंकी हमले जैसी किसी भी घटना से बचने के लिए प्रयास किए जाएंगे. साथ ही उन्होंने कहा कि मंत्रालय जमीनी स्तर पर और जानकारी इकट्ठा कर रहा है.
गौरतलब है कि मंगलवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भी पुलवामा हमले पर बयान जारी किया था. इमरान ने इस हमले में पाकिस्तान का हाथ होने से साफ इनकार किया. इमरान के बयानों पर पलटवार करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि वह इस मुद्दे पर अभी कुछ कहना नहीं चाहती हैं क्योंकि उनके शब्द देश के गुस्से और आक्रोश को जताने के लिए बहुत कम होंगे.
पहले भी दे चुके हैं उन्हें सबूत, क्या किया उनका?
पुलवामा हमले की जवाबी कार्रवाई से संबंधित सवाल पर सीतारमण ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी पहले ही साफ कर चुके हैं कि सेना को पूरी आजादी दे दी गई है कि वो जब चाहे जैसे चाहे सही समय पर कार्रवाई करें.View image on Twitter
निर्मला सीतारमण ने कहा कि मुंबई हमले पर न सिर्फ ये सरकार बल्कि पूर्व की सरकारें भी पाकिस्तान को डोजियर और सबूत दे चुकी हैं. इसी के साथ उन्होंने सवाल किया कि इन पर पाकिस्तान ने अब तक क्या कदम उठाया है. गौरतलब है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने कहा था कि अगर भारत सबूत देगा तो वह कार्रवाई करेंगे.
सेना का मनोबल मजबूत है
रक्षा मंत्री ने कहा, ‘भारत में कानून की उचित प्रक्रिया के बाद, अदालतों से संपर्क किया गया और मुंबई के हमलावरों को उचित प्रक्रिया के तहत दंडित भी किया गया. जबकी पाकिस्तान में निचली अदालतों ने तक अपना काम किया है. पाकिस्तान के पास दिखाने के लिए कुछ भी नहीं है.’
सीतारमण से सुरक्षा बलों के मनोबल से संबंधित सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि सेना के मनोबल पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है, वो अपना काम करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं. जिस तरीके से भारतवासियों ने प्रतिक्रियाएं दी हैं उससे वो (सेना) काफी प्रोत्साहित हैं.
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/09/NIRMALA-SITARAMAN.jpg359638Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-02-19 17:45:562019-02-19 17:45:59पाकिस्तान ने मुंबई हमले के सबूतों का क्या किया? : निर्मला सीतारमण
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने ट्वीट किया, ‘डियर इमरान खान, जैश का चीफ मसूद अजहर आपके देश में बहावलपुर में है और ISI की मदद से कई हमलों का मास्टरमाइंड भी बना हुआ है. जाओ उसको वहां से पकड़ लो’ बस कैप्टन का ज़ोर नहीं चलता तो सिद्धू पर नहीं.
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के पुलवामा हमले पर आए बयान पर पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पलटवार किया है. अमरिंदर सिंह ने इमरान को दो टूक जवाब देते हुए कहा कि अगर आप से कुछ नहीं हो रहा है तो हमें बताएं हम खुद कर लेंगे. इसी के साथ उन्होंने पाकिस्तान को चुनौती देते हुए कहा कि अब बातों का समय नहीं है.
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने ट्वीट किया, ‘डियर इमरान खान, जैश का चीफ मसूद अजहर आपके देश में बहावलपुर में है और ISI की मदद से कई हमलों का मास्टरमाइंड भी बना हुआ है. जाओ उसको वहां से पकड़ लो. अगर आप नहीं कर सकते तो हमें बताओ, हम कर लेंगे.’ इसी के साथ पंजाब के मुख्यमंत्री ने तंज भरे अंदाज में कहा, ‘वैसे आपने मुंबई 26/11 हमले के सबूतों का क्या किया. अब समय बातचीत का नहीं है.’View image on Twitter
गौरतलब है कि मंगलवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भारत के पुलवामा में हुए आतंकी हमले पर एक वीडियो जारी किया था. इसमें उन्होंने कहा कि इस हमले में पाकिस्तान का कोई हाथ नहीं है. साथ ही उन्होंने भारत से सबूतों की मांग की और कहा कि सबूत मिलने पर वह कार्रवाई जरूर करेगा.
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2019/02/sidhu-imran.png583875Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-02-19 17:36:472019-02-19 17:36:49पंजाब के मुख्यमंत्री ने पाकिस्तान के प्रधान मंत्री को लताड़ा
भारतीय सेना की चिनार कॉर्प्स के जीओसी लेफ्टिनेंट कर्नल कंवलजीत सिंह ढिल्लन ने आतंकियों को सख्त पैगाम देते हुए कहा, ‘सेना के पास सरेंडर पॉलिसी है और सभी आतंकी सरेंडर कर दें या फिर मौत के लिए तैयार रहें.’ सनद रहे यह वही बयान है जिसके बाद पाकिस्तानी वज़ीर ने पाँच दिन बाद कैमरे का सामना किया था
पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आतंकी हमले को लेकर भारतीय सेना ने सख्त चेतावनी दी है. सेना ने बेहद सख्त लहजे में साफ किया कि आतंकियों के पास दो ही विकल्प हैं, या तो वो सरेंडर कर दें या फिर गोलियों के लिए तैयार रहें.
भारतीय सेना की चिनार कॉर्प्स के जीओसी लेफ्टिनेंट कर्नल कंवलजीत सिंह ढिल्लन ने आतंकियों को सख्त पैगाम देते हुए कहा, ‘सेना के पास सरेंडर पॉलिसी है और सभी आतंकी सरेंडर कर दें या फिर मौत के लिए तैयार रहें.’ ढिल्लन ने आतंकियों के मां-बाप को सलाह देते हुए कहा कि उनके मां-बाप आतंक की राह पकड़ चुके अपने बच्चों को सरेंडर करने के लिए कहें, क्योंकि जो बंदूक उठाएगा वो मारा जाएगा.
लेफ्टिनेंट कर्नल केजेएस ढिल्लन ने जानकारी दी कि सेना ने 100 घंटे से कम समय में पुलवामा आतंकी हमले का बदला ले लिया है. सेना के मुताबिक कश्मीर में जैश का सफाया हो चुका है. पुलवामा में सोमवार को हुई मुठभेड़ में 2 पाकिस्तानी और एक कश्मीरी आतंकी मार गिराए गए हैं. इस साल जैश के 31 आतंकी मार गिराए गए हैं. सेना ने आगे कहा कि जैश-ए-मोहम्मद पाकिस्तानी सेना का ही बच्चा है.
ढिल्लन ने कहा, ‘इस हमले में ISI के हाथ होने की आशंका से इनकार नहीं करते हैं. जैश-ए-मोहम्मद पाकिस्तान आर्मी का ही बच्चा है. इस हमले में पाकिस्तानी सेना का 100 फीसदी इनवॉल्वमेंट हैं. इसमें हमें और आपको कोई शक नहीं है.’
गौरतलब है कि 14 फरवरी यानी गुरुवार को पुलवामा में ही सीआरपीएफ के काफिले पर फिदायीन हमला हुआ था. इस हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे और कई अन्य घायल हुए थे. इस घटना के बाद सेना और सुरक्षाबल एक्शन में हैं. इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तानी आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली है. पाकिस्तानी संगठन की तरफ से हमले की जिम्मेदारी लेने के बाद भारत ने पाकिस्तान को वैश्विक स्तर पर अलग-थलग करने की कोशिशें तेज कर दी हैं.
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2019/02/download-5.jpg145348Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-02-19 17:23:312019-02-19 17:26:44‘सेना के पास सरेंडर पॉलिसी है और सभी आतंकी सरेंडर कर दें या फिर मौत के लिए तैयार रहें.’ कनवलजीत सिंह ढिललों
शिवाजी भोंसले उर्फ़ छत्रपति शिवाजी महाराज एक भारतीय शासक और मराठा साम्राज्य के संस्थापक थे। शिवाजी ने आदिलशाही सल्तनत की अधीनता स्वीकार ना करते हुए उनसे कई लड़ाईयां की थी। शिवाजी को हिन्दूओं का नायक भी माना जाता है। शिवाजी महाराज एक बहादुर, बुद्धिमान और निडर शासक थे। धार्मिक कार्य में उनकी काफी रूचि थी। रामायण और महाभारत का अभ्यास वह बड़े ध्यान से करते थे। वर्ष 1674 में शिवाजी महाराज का राज्याभिषेक हुआ और उन्हें छत्रपति का ख़िताब मिला।
शिवाजी महाराज का जन्म 19 फ़रवरी 1630 में शिवनेरी दुर्ग में हुआ था। इनके पिता का नाम शाहजी भोसलें और माता का नाम जीजाबाई था। शिवनेरी दुर्ग पुणे के पास है। उनकी माता ने उनका नाम भगवान शिवाय के नाम पर शिवाजी रखा। उनकी माता भगवान शिवाय से स्वस्थ सन्तान के लिए प्रार्थना किया करती थी। शिवाजी के पिताजी शाहजी भोंसले एक मराठा सेनापति थे, जो कि डेक्कन सल्तनत के लिए कार्य किया करते थे। शिवाजी के जन्म के समय डेक्कन की सत्ता तीन इस्लामिक सल्तनतों बीजापुर, अहमदनगर और गोलकोंडा में थी। शिवाजी अपनी माँ जीजाबाई के प्रति बेहद समर्पित थे। उनकी माँ बहुत ही धार्मिक थी। उनकी माता शिवाजी को बचपन से ही युद्ध की कहानियां तथा उस युग की घटनाओं के बारे में बताती रहती थीं, खासकर उनकी माँ उन्हें रामायण और महाभारत की प्रमुख कहानियाँ सुनाती थीं। जिन्हें सुनकर शिवाजी के ऊपर बहुत ही गहरा असर पड़ा था। इन दो ग्रंथो की वजह से वो जीवनपर्यन्त हिन्दू महत्वो का बचाव करते रहे। इसी दौरान शाहजी ने दूसरा विवाह किया और अपनी दुसरी पत्नी तुकाबाई के साथ कर्नाटक में आदिलशाह की तरफ से सैन्य अभियानो के लिए चले गए। उन्होंने शिवाजी और जीजाबाई को दादोजी कोंणदेव के पास छोड़ दिया। दादोजी ने शिवाजी को बुनियादी लड़ाई तकनीकों के बारे में जैसे कि- घुड़सवारी, तलवारबाजी और निशानेबाजी सिखाई।
शिवाजी महाराज ने वर्ष
1645 में, आदिलशाह सेना को बिना
सूचित किए कोंड़ना किला पर हमला कर दिया। इसके बाद आदिलशाह सेना ने शिवाजी के पिता
शाहजी को गिरफ्तार कर लिया। आदिलशाह सेना ने यह मांग रखी कि वह उनके पिता को तब रिहा करेगा जब वह कोंड़ना का किला छोड़ देंगे। उनके पिता की रिहाई
के बाद 1645 में शाहजी की मृत्यु
हो गई। पिता की मृत्यु के बाद शिवाजी ने फिर से आक्रमण करना शुरू कर दिया।
वर्ष 1659 में, आदिलशाह ने अपने सबसे
बहादुर सेनापति अफज़ल खान को शिवाजी को मारने के लिए भेजा। शिवाजी और अफज़ल खान 10 नवम्बर 1659 को प्रतापगढ़ के किले
के पास एक झोपड़ी में मिले। दोनों के बीच एक शर्त रखी गई कि वह दोनों अपने साथ केवल
एक ही तलवार लाए गए। शिवाजी को अफज़ल खान पर भरोसा नही था और इसलिए शिवाजी ने अपने
कपड़ो के नीचे कवच डाला और अपनी दाई भुजा पर बाघ नख (Tiger’s Claw) रखा और अफज़ल खान से
मिलने चले गए। अफज़ल खान ने शिवाजी के ऊपर वार किया लेकिन अपने कवच की वजह से वह बच
गए, और फिर शिवाजी ने अपने
बाघ नख (Tiger’s Claw) से अफज़ल खान पर हमला
कर दिया। हमला इतना घातक था कि अफज़ल खान बुरी तरह से घायल हो गया, और उसकी मृत्यु हो गई।
इसके बाद शिवाजी के सैनिकों ने बीजापुर पर आक्रमण कर दिया।
शिवाजी ने 10 नवम्बर 1659 को प्रतापगढ़ के युद्ध
में बीजापुर की सेना को हरा दिया। शिवाजी की सेना ने लगातार आक्रमण करना शुरू कर
दिया। शिवाजी की सेना ने बीजापुर के 3000 सैनिक मार दिए, और अफज़ल खान के दो पुत्रों को गिरफ्तार कर लिया। शिवाजी ने बड़ी
संख्या में हथियारों ,घोड़ों,और दुसरे सैन्य सामानों को अपने अधीन कर लिया। इससे शिवाजी की
सेना और ज्यादा मजबूत हो गई, और मुगल बादशाह औरंगजेब ने इसे मुगल साम्राज्य का सबसे बड़ा खतरा
समझा।
मुगलों के शासक औरंगजेब का ध्यान उत्तर भारत के बाद दक्षिण भारत की तरफ गया। उसे शिवाजी के बारे में पहले से ही मालूम था। औरंगजेब ने दक्षिण भारत में अपने मामा शाइस्ता खान को सूबेदार बना दिया था। शाइस्ता खान अपने 150,000 सैनिकों को लेकर पुणे पहुँच गया और उसने वहां लूटपाट शुरू कर दी। शिवाजी ने अपने 350 मावलो के साथ उनपर हमला कर दिया था, तब शाइस्ता खान अपनी जान बचाकर भाग खड़ा हुआ और शाइस्ता खान को इस हमले में अपनी 3 उँगलियाँ गंवानी पड़ी। इस हमले में शिवाजी महाराज ने शाइस्ता खान के पुत्र और उनके 40 सैनिकों का वध कर दिया। शाइस्ता खान ने पुणे से बाहर मुगल सेना के पास जा कर शरण ली और औरंगजेब ने शर्मिंदगी के मारे शाइस्ता खान को दक्षिण भारत से हटाकर बंगाल का सूबेदार बना दिया।
इस जीत के बाद शिवाजी की शक्ति और ज्यादा मजबूत हो गई थी। लेकिन कुछ समय बाद शाइस्ता खान ने अपने 15,000 सैनिकों के साथ मिलकर शिवाजी के कई क्षेत्रो को जला कर तबाह कर दिया, बाद में शिवाजी ने इस तबाही का बदला लेने के लिए मुगलों के क्षेत्रों में जाकर लूटपाट शुरू कर दी। सूरत उस समय हिन्दू मुसलमानों का हज पर जाने का एक प्रवेश द्वार था। शिवाजी ने 4 हजार सैनिकों के साथ सूरत के व्यापारियों को लूटने का आदेश दिया, लेकिन शिवाजी ने किसी भी आम आदमी को अपनी लूट का शिकार नहीं बनाया।
शिवाजी महाराज को आगरा बुलाया गया जहां उन्हें लागा कि उनको उचित सम्मान नहीं दिया गया है। इसके खिलाफ उन्होंने अपना रोष दरबार पर निकाला और औरंगजेब पर छल का आरोप लगाया। औरंगजेब ने शिवाजी को कैद कर लिया और शिवाजी पर 500 सैनिकों का पहरा लगा दिया। हालांकि उनके आग्रह करने पर उनकी स्वास्थ्य की दुआ करने वाले आगरा के संत, फकीरों और मन्दिरों में प्रतिदिन मिठाइयाँ और उपहार भेजने की अनुमति दे दी गई थी। कुछ दिनों तक यह सिलसिला ऐसे ही चलता रहा। एक दिन शिवाजी ने संभाजी को मिठाइयों की टोकरी में बैठकर और खुद मिठाई की टोकरी उठाने वाले मजदूर बनकर वहा से भाग गए। इसके बाद शिवाजी ने खुद को और संभाजी को मुगलों से बचाने के लिए संभाजी की मौत की अफवाह फैला दी। इसके बाद संभाजी को मथुरा में एक ब्राह्मण के यहाँ छोड़ कर शिवाजी महाराज बनारस चले गए। औरंगजेब ने जयसिंह पर शक करके उसकी हत्या विष देकर करवा डाली। जसवंत सिंह ( शिवाजी का मित्र) के द्वारा पहल करने के बाद सन् 1668 में शिवाजी ने मुगलों के साथ दूसरी बार सन्धि की। औरंगजेब ने शिवाजी को राजा की मान्यता दी। शिवाजी के पुत्र संभाजी को 5000 की मनसबदारी मिली और शिवाजी को पूना, चाकन और सूपा का जिला लौटा दिया गया, लेकिन, सिंहगढ़ और पुरन्दर पर मुग़लों का अधिपत्य बना रहा। सन् 1670 में सूरत नगर को दूसरी बार शिवाजी ने लूटा, नगर से 132 लाख की सम्पत्ति शिवाजी के हाथ लगी और लौटते वक्त शिवाजी ने एक बार फिर मुगल सेना को सूरत में हराया।
सन 1674 तक शिवाजी के सम्राज्य का अच्छा खासा विस्तार हो चूका था। पश्चिमी महाराष्ट्र में स्वतंत्र हिन्दू राष्ट्र की स्थापना के बाद शिवाजी ने अपना राज्याभिषेक करना चाहा, परन्तु ब्राहमणों ने उनका घोर विरोध किया। क्योंकि शिवाजी क्षत्रिय नहीं थे उन्होंने कहा की क्षत्रियता का प्रमाण लाओ तभी वह राज्याभिषेक करेगा। बालाजी राव जी ने शिवाजी का सम्बन्ध मेवाड़ के सिसोदिया वंश से समबंद्ध के प्रमाण भेजे जिससे संतुष्ट होकर वह रायगढ़ आया और उन्होंने राज्याभिषेक किया। राज्याभिषेक के बाद भी पुणे के ब्राह्मणों ने शिवाजी को राजा मानने से इनकार कर दिया। इसके बाद शिवाजी ने अष्टप्रधान मंडल की स्थापना कि। विभिन्न राज्यों के दूतों, प्रतिनिधियों के अलावा विदेशी व्यापारियों को भी इस समारोह में आमंत्रित किया गया। इस समारोह में लगभग रायगढ़ के 5000 लोग इकट्ठा हुए थे। शिवाजी को छत्रपति का खिताब दिया गया। उनके राज्याभिषेक के 12 दिन बाद ही उनकी माता का देहांत हो गया। इस कारण फिर से 4 अक्टूबर 1674 को दूसरी बार उनका राज्याभिषेक हुआ। दो बार हुए इस समारोह में लगभग 50 लाख रुपये खर्च हुए। इस समारोह में हिन्दू स्वराज की स्थापना का उद्घोष किया गया था।
शिवाजी के परिवार में
संस्कृत का ज्ञान अच्छा था और संस्कृत भाषा को बढ़ावा दिया गया था। शिवाजी ने इसी
परंपरा को आगे बढ़ाते हुए अपने किलों के नाम संस्कृत में रखे जैसे कि- सिंधुदुर्ग, प्रचंडगढ़, तथा सुवर्णदुर्ग। उनके
राजपुरोहित केशव पंडित स्वंय एक संस्कृत के कवि तथा शास्त्री थे। उन्होंने दरबार
के कई पुराने कायदों को पुनर्जीवित किया एवं शासकिय कार्यों में मराठी तथा संस्कृत
भाषा के प्रयोग को बढ़ावा दिया।
शिवाजी एक कट्टर हिन्दू थे, वह सभी धर्मों का सम्मान करते थे। उनके राज्य में मुसलमानों को धार्मिक स्वतंत्रता थी। शिवाजी ने कई मस्जिदों के निर्माण के लिए दान भी दिए था। हिन्दू पण्डितों की तरह मुसलमान सन्तों और फ़कीरों को बराबर का सम्मान प्राप्त था। उनकी सेना में कई मुस्लिम सैनिक भी थे। शिवाजी हिन्दू संकृति का प्रचार किया करते थे। वह अक्सर दशहरा पर अपने अभियानों का आरम्भ किया करते थे।
शिवाजी ने काफी कुशलता से अपनी सेना को खड़ा किया था। उनके पास एक विशाल नौसेना (Navy) भी थी। जिसके प्रमुख मयंक भंडारी थे। शिवाजी ने अनुशासित सेना तथा सुस्थापित प्रशासनिक संगठनों की मदद से एक निपुण तथा प्रगतिशील सभ्य शासन स्थापित किया। उन्होंने सैन्य रणनीति में नवीन तरीके अपनाएं जिसमें दुश्मनों पर अचानक आक्रमण करना जैसे तरीके शामिल थे।
शिवाजी को एक सम्राट के रूप में जाना जाता है। उनको बचपन में कुछ खास शिक्षा नहीं मिली थी, लेकिन वह फिर भी भारतीय इतिहास और राजनीति से अच्छी तरह से परिचत थे। शिवाजी ने प्रशासकीय कार्यों में मदद के लिए आठ मंत्रियों का एक मंडल तैयार किया था, जिसे अष्टप्रधान कहा जाता था। इसमें मंत्रियों प्रधान को पेशवा कहते थे, राजा के बाद सबसे ज्यादा महत्व पेशवा का होता था। अमात्य वित्त मंत्री और राजस्व के कार्यों को देखता था, और मंत्री राजा के दैनिक कार्यों का लेखा जोखा रखता था। सचिव दफ्तरी काम किया करता था। सुमन्त विदेश मंत्री होता था जो सारे बाहर के काम किया करता था। सेनापति सेना का प्रधान होता था। पण्डितराव दान और धार्मिक कार्य किया करता था। न्यायाधीश कानूनी मामलों की देखरेख करता था।
मराठा साम्राज्य उस समय तीन या चार विभागों में बटा हुआ था।
प्रत्येक प्रान्त में एक सूबेदार था जिसे प्रान्तपति कहा जाता था। हरेक सूबेदार के
पास एक अष्टप्रधान समिति होती थी। न्यायव्यवस्था प्राचीन प्रणाली पर आधारित थी।
शुक्राचार्य, कौटिल्य और हिन्दू धर्मशास्त्रों को
आधार मानकर निर्णय दिया जाता था। गाँव के पटेल फौजदारी मुकदमों की जाँच करते थे।
राज्य की आय का साधन भूमिकर था,
सरदेशमुखी से भी
राजस्व वसूला जाता था। पड़ोसी राज्यों की सुरक्षा की गारंटी के लिए वसूले जाने
वाला सरदेशमुखी कर था। शिवाजी अपने आपको मराठों का सरदेशमुख कहा करते थे और इसी
हैसियत से सरदेशमुखी कर वसूला जाता था।
शिवाजी महाराज ने अपने पिता से स्वराज की शिक्षा हासिल की, जब बीजापुर के सुल्तान ने उनके पिता को गिरफ्तार कर लिया था तो शिवाजी ने एक आदर्श पुत्र की तरह अपने पिता को बीजापुर के सुल्तान से सन्धि कर के छुड़वा लिया। अपने पिता की मृत्यु के बाद ही शिवाजी ने अपना राज-तिलक करवाया। सभी प्रजा शिवजी का सम्मान करती थी और यही कारण है कि शिवाजी के शासनकाल के दौरान कोई आन्तरिक विद्रोह जैसी घटना नहीं हुई थी। वह एक महान सेना नायक के साथ-साथ एक अच्छे कूटनीतिज्ञ भी थे। वह अपने शत्रु को आसानी से मात दे देते थे।
एक
स्वतंत्र शासक की तरह उन्होंने अपने नाम का सिक्का चलवाया। जिसे “शिवराई”
कहते थे, और यह सिक्का संस्कृत भाषा में था।
3 अप्रैल, 1680 में लगातार तीन सप्ताह तक बीमार रहने के बाद यह वीर हिन्दू
सम्राट सदा के लिए इतिहासों में अमर हो गया, और उस समय उनकी आयु 50 वर्ष थी। शिवाजी महाराज एक वीर पुरुष थे, जिन्होंने अपना पूरा
जीवन मराठा, हिन्दू साम्राज्य के लिए समर्पित कर दिया। मराठा इतिहास में
सबसे पहला नाम शिवाजी का ही आता है। आज महाराष्ट्र में ही नहीं पूरे देश में वीर
शिवाजी महाराज की जयंती बड़े ही धूम-धाम के साथ मनाई जाती है।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2019/02/शिवाजी-महाराज-का-राज्याभिषेक.jpg368768Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-02-19 17:11:212019-02-19 17:11:23शिवाजी भोंसले उर्फ़ छत्रपति शिवाजी महाराज
आज दिनांक 19 फरवरी 2019 को श्री गुरू रविदास महाराज जी का 642वां जन्मोत्सव श्री गुरू रविदास सभा पंचकूला द्वारा सैक्टर 15, पंचकूला के रविदास मन्दिर में मनाया गया। जिसके मुख्यअतिथि पंचकूला के विधायक एवं सरकारी मुख्य सचेतक श्री ज्ञान चन्द गुप्ता रहें। विधायक पंचकूला ने श्री गुरू रविदास भवन, सैक्टर 15 पंचकूला के निर्माण हेतू अनुदान राशि देने की भी घोषणा की।
विधायक जी ने श्री गुरू रविदास महाराज जी के जन्मोत्सव की पंचकूला वासियों को बधाई दी और श्री गुरू रविदास महाराज जी की शिक्षाओं पर प्रकाश डाला तथा अनुकरण करने का भी सदेंश दिया। इस जन्मोत्सव में श्री हरिन्द्र मलिक, जिला महामंत्री भारतीय जनता पार्टी, पंचकूला, श्री राजेन्द्र नोनीवाल, मार्किट कमेटी पंचकूला के चेयरमेन श्री अशोक शर्मा, पंचकूला तहसीलदार श्री वरिन्द्र गील व अन्य पंचकूला वासी उपस्थित रहें।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2019/02/WhatsApp-Image-2019-02-19-at-18.33.22.jpeg9601280Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-02-19 14:32:502019-02-19 14:32:53श्री गुरू रविदास महाराज जी का 642वां जन्मोत्सव मनाया गया
One case U/S 68-1(B) Punjab Police Act 2007 & 510 IPC have been registered in PS-17, Chandigarh against one person who was arrested while consuming liquor at public place on 18.02.2019. This drive will be continuing in future, the general public is requested for not breaking the law.
Action against Gambling/Satta
Chandigarh Police arrested Intzar Ahmad @ Fatu R/o # 1066, Govind Pura, manimajra, Chandigarh, Mohhamad Liyakat R/o # 761/1, Thakur Dwara, Manimajra, Chandigarh & Bilal R/o # 1139/25, Govind Pura, Manimajra, Chandigarh while they were gambling near park, Govind Pura, Manimajra, Chandigarh on 18.02.2019. Total cash Rs. 1,400/- and playing cards were recovered from them. In this regard, a case FIR No. 217, U/S 13-3-67 Gambling Act has been registered in PS-Manimajra, Chandigarh. Later they were released on bail. Investigation of the case is in progress.
MV Theft
Mayank Kumar R/o 3 828, Sector-16/D, Chandigarh reported that unknown person stolen away complainant’s Motor Cycle No. UP-20BE-9130 while parked near his resident on night intervening 16/17.02.2019. A case FIR No. 48, U/S 379 IPC has been registered in PS-17, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.
Tarsem Kumar R/o # 427, 1st floor, Sector-8, Distt.-Panchkula, Haryana reported that unknown person stolen away complainant’s Bolero Pickup No. PB-65(T)-719 from near backside of SCF No.179, Grain Market, Sector-26, Chandigarh. A case FIR No. 36, U/S 379 IPC has been registered in PS-26, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.
Arpit Dua R/o # 5296/3, MHC, Manimajra, Chandigarh reported that unknown person stolen away complainant’s Apache Motor Cycle No. HR-02Y-8276 while parked near his resident on night intervening 10/11.02.2019. A case FIR No. 20, U/S 379 IPC has been registered in PS-Manimajra, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.
Rajbir Singh R/o # 1440, Village-Burail, Chandigarh reported that unknown person stolen away complainant’s Duro scooter No. CH-01BS-9143 while parked near his resident on 18.02.2019. A case FIR No. 50, U/S 379 IPC has been registered in PS-34, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.
Theft
A case FIR No. 37, U/S 380 IPC has been registered in PS-26, Chandigarh on the complaint of Sanjay Kumar R/o # 2426, Sector-28/C, Chandigarh against unknown person who stolen away complainant 01 mobile phone, 01 purse containing cash Rs. 3,000/-, Aadhar card and some documents from his resident on the night intervening dated 17/18.02.2019. Investigation of the case is in progress.
Burglary
Gaurav Taneja R/o # 215, Second Floor, Saraswati Tower, VIP Road, Zirakpur, Punjab reported that unknown person stolen away cash Rs. 3,10,000/-CCTV hard Disks and 02 laptops of Dell company from SCO No. 1788, Village-Hallo Majra, Chandigarh on 18.02.2019. A case FIR No. 68, U/S 380, 457 IPC has been registered in PS-31, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.
Murder
A case FIR No. 364, U/S 307, 34 added 302 IPC has been registered in PS-Mauli Jagran, Chandigarh on the complaint of Amit R/o # 1859, Vikas Nagar, Mauli Jagran, Chandigarh who reported that 4/5 unknown persons who attacked on 01 unknown person with sharp weapon near Vikas Nagar Bridge on 18.02.2019. The injured person namely Laxman (age-35) R/o # 376, Sunder Nagar, Part No.2, Mauli Complex, Mauli Jagran, Chandigarh got injured and admitted in GMCH-32, Chandigarh where he expired during treatment. Investigation of the case is in progress.
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/12/Chandigarh-Police-Coaching-in-Chandigarh.jpg319889Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-02-19 12:38:382019-02-19 12:38:41Police Files
19 फरवरी 2019: आज का दिन जहाँ आपकी आय को अच्छा बनाने के लिए सहायक होगा। वहीं पद प्रतिष्ठा को बढ़ाने वाला होगा। आज आपको काम के साथ कुछ आराम का समय होगा। प्रेम संबंधों को आप सकारात्मक बनाने के लिए उत्साहित होगे। यदि आप अध्ययनरत हैं, तो आज आपको लाभ होगा। प्रतियोगी क्षेत्रों में बढ़त होगी।
19 फरवरी 2019: आज का दिन स्वास्थ्य के लिहाज से ठीक होगा। जिससे आप अपने कामों में तेजी अर्जित करने में लगे होगे। आप देखेंगे कि भौतिक सुख के साधनों को जुटाने में धीरे-धीरे प्रगति की स्थिति बन रही है। जिससे आप प्रसन्न हो रहे है। निजी संबंध अनुकूल होगे। घर में अच्छा माहौल होगा। किन्तु संतान की प्रगति की चिंता होगी।
19 फरवरी 2019: आज आप अपने अध्ययन के क्षेत्रों में न केवल पकड़ बनाने के लिए तत्पर होगे। बल्कि आप देखेंगे कि प्रतियोगी क्षेत्रों में आपको अब्वल दर्जे की सफलता की स्थिति होगी। जिससे आप प्रसन्न होगे। घर परिवार में खुशियों को बढ़ाने के लिए सोचेंगे। किन्तु आप खुद के स्वास्थ्य के प्रति कुछ लापरवाह से होगे।
19 फरवरी 2019: आज आप एक तरफ धन निवेश के कामों को तेजी से करने के लिए सोचेंगे। किन्तु साथ में आपको यह ध्यान रखना होगा। कि संस्था या व्यक्ति वाकई मे सही हैं या नहीं। नही तो मेहनत की कमाई हाथ से फिसल सकती है। आज का दिन आपके धन व्यय को बढ़ाने वाला होगा। नौकरी-पेशा हेतु दूरगामी प्रदेशो में जाना पड़ सकता है।
19 फरवरी 2019: आज आप अपने न केवल काम मे ध्यान देंगे। बल्कि कुछ समय परिवार को देने के मूड़ में होगे। जिससे उन्हें अपनेपन का एहसास होगा। हालांकि कुछ कामों को लेकर अधिक व्यस्त होगे। साथ ही योजनाओं को अंतिम रूप देने की चुनौती होगी। स्वास्थ्य सुखद व सुन्दर होगा। किन्तु किसी कीमती वस्तु की चिंता होगी।
19 फरवरी 2019: आज आय को बढ़ाने के लिए कामों में कुछ तेजी तो देंगे ही, किन्तु और वस्तुओं को शामिल करने का ख्याल पुख्ता होगा। जिससे अर्थ लाभ के रास्ते निर्मित होगे। आप देखेंगे कि आज अदालती मामलों मे तो धन व्यय हो रहा है। किन्तु सेहत में भी मानसिक पीड़ाएं उभर रही है। जिससे आपको कुछ उपचार लेना होगा।
19 फरवरी 2019: आज आप अपने काम के क्षेत्र में रूतबा स्थापित करने के मूड़ में होगे। आप देखेंगे कि लिए गए निर्णय प्रबंधन को और उपयोगी बना रहे है। जिससे पूरा तंत्र सही ढंग से संचालित हो रहा है। जिससे आने वाले समय मे आय और होगी। निजी संबंध मधुर होगे। किन्तु यात्राएं लंबी होने से थकान की स्थिति होगी।
19 फरवरी 2019: आज आप अपने कार्य क्षेत्र में कुछ नए उपायों को अजमाने मे व्यस्त होगे। आप देखेंगे कि भौतिक सुख के साधनों को तेजी से विस्तारित करना जरूरी है। अतः कुछ उपकरणों की खरीद होगी। स्वास्थ्य सुखद होगा। उत्पादन व विक्रय लक्ष्य के नजदीक होगे। नौकरी के क्षेत्रों में आपके अधिकारों को बढ़ाया जाएंगा।
19 फरवरी 2019: आज आप आजीविका के संबंधों में कुछ कारगर व उपयोगी निर्णय लेने में व्यस्त होगे। जिससे आने वाले समय में लाभ होगा। हालांकि आप इन सब कामों के बाद अपने सगे भाई से कई बातों में एकमत होगे। यदि आप नौकरी करते हैं, तो आपको लगेगा कि आपके प्रति कुछ लोग साजिश कर रहे है। जिससे आप कुछ परेशान होगे।
19 फरवरी 2019: आज आपके घर परिवार में अच्छी स्थिति होगी। जिससे आप कुछ स्थिर सम्पत्ति की खरीद को अंतिम रूप देने के लिए लोगों से बातों को उठाएंगे। हालांकि आज आपके सेहत में ज्यादा अच्छी स्थिति नहीं होने से आप परेशान होगे। निजी संबंधों में साथी से संवाद रूके होगे। काम-काज को लेकर भाग-दौड़ होगी।
19 फरवरी 2019: आज का दिन जहाँ आपके कारोबार को उच्च उठाने के लिए अवसर देने वाला होगा। वहीं कुछ योजनाओं को अंतिम रूप देने में महती प्रगति की स्थिति होगी। यदि आप रोजगार की तलाश में है। तो प्रयासों को तेज करें, आज सफलता होगी। स्वास्थ्य सुखद होगा। निजी संबंध अनुकूल होगे। किन्तु विरोधी से परेशान होगे।
19 फरवरी 2019: आज का दिन आपके धन व्यय को और बढ़ाने वाला होगा। किन्तु यह व्यय व्यर्थ का नहीं होगा। बल्कि आप कामों को पूरा करने के लिए लगाएंगे। आज आप देखेंगे कि धन निवेश में लाभ की स्थिति होगी। किन्तु स्वजनों से आप किसी बात को लेकर नाराज होगे। जिससे आप परेशान होगे। स्वास्थ्य में पीड़ाएं होगी।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/12/rashifal.jpg476715Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-02-19 03:50:032019-02-19 03:50:05आज का राशिफल
विशेषः आज उत्तर दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर मंगलवार को धनिया खाकर, लाल चंदन, मलयागिरि चंदन का दानकर यात्रा करें।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/12/Hindu-Panchang-1.jpg388997Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-02-19 03:35:432019-02-19 03:35:46आज का पांचांग
Panjab University, Chandigarh in its Syndicate meeting of the newly constituted members, held here today, expressed their condolences on the demise of PU Fellow Dr. R.D. Bansal, former Syndic and former member of BoF and Prof. A.K. Bhandari, Mathematics Department, former PU Fellow, former DUI, former Registrar and former CoE. Various sentiments related to them were expressed by all. Prof. Raj Kumar, PU, VC while expressing his condolences, assured that the work of Muktsar Regional Centre for which Prof. Bansal was passionately committed, will be started shortly.
The Syndicate appointed two members namely Prof. Navdeep Goyal and Mr. Ashok Goyal to the Board of Finance for the term 1.2.2019 to 31.1.2020. Also Prof. Keshav Malhotra has been appointed against the vacant seat created by the demise of Dr. R.D. Bansal for the term 1.2.2019 to 31.1.2020.
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/panjab_university.jpg246500Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-02-19 03:30:432019-02-19 03:30:45Syndicate appoints Goyal & Goyal for Accounts
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