पाकिस्तान से MFN दर्जा छिना

जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए सबसे बड़े आतंकी हमले के बाद जम्मू कश्मीर की सुरक्षा स्थिति पर विचार-विमर्श के लिए केंद्रीय मंत्रिमंडल की सुरक्षा मामलों की समिति (सीसीएस) की शुक्रवार को बैठक खत्म हो गई है. संभव है कि इस मीटिंग में पाकिस्तान के खिलाफ बड़ा फैसला लिया जा सकता है.

वित्त मंत्री अरुण जेटली ने मीटिंग में हुई चर्चा की जानकारी शेयर करते हुए बताया कि इसमें पाकिस्तान का सीधा संबंध है और सरकार पाकिस्तान के खिलाफ बड़े कदम उठाने के लिए तैयार है.

जेटली ने बताया कि सरकार ने इस दिशा में सबसे बड़ा कदम उठाते हुए भारत ने पाकिस्तान को दिया गया मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा वापस ले लिया.

जेटली ने बताया कि भारत इस हमले के मद्देनजर पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए उसे अंतरराष्ट्रीय जगत पर बेनकाब करेगा और उसे आतंक के मुद्दे पर दुनिया भर में अलग-थलग करेगा. जेटली ने कहा कि जो लोग भी इस हमले में शामिल हैं, उन्हें इसकी बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी.

आइये जानते हैं क्‍या है मोस्‍ट फेवर्ड नेशन का मतलब और इसके मायने…
दरअसल, मोस्‍ट फेवर्ड नेशन का मतलब है सबसे ज्‍यादा तरजीही वाला देश. MSN का दर्जा मिलने के बाद दर्जा प्राप्‍त देश को इस बात का आश्‍वासन रहता है कि उसे कारोबार में कोई नुकसान नहीं पहुंचाया जाएगा. विश्‍व व्‍यापार संगठन (डब्‍ल्‍यूटीओ) और अंतरराष्‍ट्रीय व्‍यापार नियमों के आधार पर बिजनेस में सबसे अधिक तरजीह वाले देश (एमएफएन) का दर्जा दिया जाता है. डब्ल्यूटीओ बनने के साल भर बाद भारत ने पाकिस्तान को 1996 में एमएफएन का दर्जा दिया था, लेकिन पाकिस्तान की तरफ से भारत को ऐसा कोई दर्जा नहीं दिया गया था.

यह बैठक पुलवामा की फिदायीन हमले की घटना की पृष्ठभूमि में हुई है, जिसमें 40 सीआरपीएफकर्मी शहीद हुए हैं. सीसीएस की अध्यक्षता प्रधानमंत्री करते हैं. इस मीटिंग में रक्षा मंत्री, गृह मंत्री, विदेश मंत्री और वित्त मंत्री इसमें शामिल हैं. साथ ही इसमें एनएसए और एनएससी के सदस्य भी हिस्सा हैं. सीसीएस सुरक्षा और सामरिक मामलों पर निर्णय करती है.

इस दर्जे से किसी देश को क्‍या लाभ होते हैं…
यह दर्जा दो देशों के मध्‍य कारोबार में दिया जाता है. इससे अंतर्गत दोनों मुल्‍क एक दूसरे को आयात और निर्यात में विशेष छूट देते हैं. विश्‍व व्‍यापार संगठन के सदस्‍य देश खुले व्‍यापार और बाजार के नियमों में बंधे हुए हैं, लेकिन एमएफएन के नियमों के तहत देशों को विशेष छूट दी जाती है. 
भारत-पाक के बीच इन चीजों का है बड़ा कारोबार
भारत और पाकिस्‍तान के बीच सीमेंट, चीनी, रुई, सब्जियों, ऑर्गेनिक केमिकल, चुनिंद फल, ड्राई फ्रूट्स, मिनरल ऑयल, स्टील जैसी कमोडिटीज़ और वस्तुओं का कारोबार दोनों देशों के बीच होता है.

गृहमंत्री राजनाथ सिंह शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर का दौरा करने भी जाने वाले हैं. हादसे की जांच के लिए शुक्रवार को NIA की टीम भी पुलवामा जाएगी. इस टीम में 12 सदस्य होंगे जिसका नेतृत्व IG रैंक के अधिकारी करेंगे.

गृहमंत्री पहले श्रीनगर जाएंगे. फिर यहां से 11 बजे के आसपास वो गवर्नर सत्यपाल मलिक और फोरेंसिक एक्सपर्ट्स की टीम के साथ पुलवामा जाएंगे.

इसके पहले सूत्रों के हवाले से खबर मिली थी कि गुरुवार शाम दिल्ली में CRPF के डीजी राजीव राय भटनागर और गृह मंत्री राजनाथ सिंह के बीच करीब 20 मिनट तक बैठक चली थी. राजीव राय ने CRPF वॉर रूम में मौजूद आला अधिकारियों से रिपोर्ट ली और उसके बाद गृहमंत्री को सारी जानकारी दी.

बता दें कि गुरुवार को पुलवामा में जैश-ए-मोहम्मद के एक आत्मघाती हमलावर ने जम्मू-कश्मीर में सीआरपीएफ काफिले की एक बस से विस्फोटक भरे अपनी गाड़ी को भिड़ा दिया. हाल के सालों में जम्मू-कश्मीर में हुआ यह भीषण आतंकवादी हमला है.

हालांकि पाकिस्तान हमेशा नकारता रहा है की उसका भारत के साथ मात्र 2 से 2.5 बिल्यन डॉलर्ज़ का व्यापार होता है अत: यदि MFN status वापिस भी लेता है तो उसकी अर्थव्यवस्था पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। भारत के जन मानस की तरफ से पाकिस्तान के भारत के आकाश एवं जल मार्ग अवरुद्ध करने की मांग उठ रही है। और जल संधियों पर पुन: विचार करने पर ज़ोर दिया जा रहा है।

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